मंगलवार, 31 मई 2011

उधार का एस्ट्रो टर्फ नहीं मिल सका

प्रदेश की सीनियर टीम को उधार के एस्ट्रो टर्फ में अभ्यास कराने का छत्तीसगढ़ हॉकी का प्रयास सफल नहीं हो सका। अब प्रदेश की टीम मंगलवार से राजनांदगांव में अभ्यास करने में जुटेगी।
भोपाल में 10 जून से होने वाली राष्ट्रीय सीनियर हॉकी स्पर्धा में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीम को एस्ट्रो टर्फ में अभ्यास कराने के प्रयास में छत्तीसगढ़ हॉकी ने राऊरकेला में बात की थी। लेकिन वहां पर संघ को उधार का मैदान नहीं मिल सका। इसके बारे में संघ के सचिव फिरोज अंसारी ने बताया कि हमने एक प्रयास किया था ताकि राज्य की टीम अच्छा अभ्यास करके खेलने जाए तो प्रदर्शन अच्छा हो सके। इसके लिए संघ पैसे खर्च करने भी तैयार था, लेकिन राऊरकेला का मैदान नहीं मिल सका। उस मैदान में उड़ीसा के साथ सेल की टीम भी अभ्यास कर रही है, ऐसे में कहा गया कि तीन टीमों के अभ्यास के लिए मैदान दे पाना संभव नहीं होगा।
श्री अंसारी ने बताया कि अब प्रदेश की संभावित टीम एक जून से राजनांदगांव के मैदान में ही अभ्यास करेगी। वे बताते हैं कि एस्ट्रो टर्फ में अभ्यास न हो पाने के कारण ही प्रदेश की टीमें राष्ट्रीय स्पर्धाओं में सफलता प्राप्त नहीं कर पा रही है।
संभावित टीम इस प्रकार है- मोहनीश पटेल, समीर बारला, बिसन मिंज, गुलरेज अहमद, फैुजल अहमद, दीपक एक्का, जयराम एक्का, सुखराम मुंडा एसईसी रेलवे बिलासपुर, प्रिंस यादव बिलासपुर, अतीक कुरैशी कोरबा, अमित लुगुन, अमृत लकड़ा, अनिल खलको, शकील अहमद, रंजीत खलको, पोलिस एक्का जिंदल रायगढ़, राजेन्द्र एक्का, आशीष केरकेटा जशपुर, दलजीत सिंह, एजाज कुरैशी, गुलाम रहमानी, जहांगीर खान दुर्ग, ज्ञानचंद जैन, नरेश सिन्हा, अजितेश मसीह भिलाई, कुलदीप करंजकर, चन्द्रहास साहू रविशंकर विश्व विद्यालय, किशोर धीवर, बलवंत दास, खेमराज सिन्हा, मो. निसारुद्दी, मृणाल चौबे, उपेन्द्र पिल्ले राजनांदगांव, नवीन तिर्की, राजेश निर्मलकर, कमलेश साई हास्टल राजनांदगांव।

छत्तीसगढ़ क्वार्टर फाइनल में

छत्तीसगढ़ की बालक हॉकी टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए गोवा को 4-2 से मात देकर अंडर 17 राष्ट्रीय हॉकी के क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। अब 6 जून को छत्तीसगढ़ का मुकाबला मेजबान मुंबई से होगा।
मुंबई में चल रही स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश हॉकी संघ के सचिव सुशील मुथा ने बताया कि छत्तीसगढ़ का अपने पूल में तीसरा और अंतिम मैच गोवा से हुआ। इस मैच में भी पहले दो मैचों की तरह छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया। मैच में पहला गोल खेल के दूसरे ही मिनट में राहुल रजक ने किया। इसके बाद दूसरा गोल खेल के 13वें मिनट में राजा खान ने किया। तीसरा गोल खोगेश्वर बाग ने 25वें मिनट में किया। चौथा गोल सुमित पटेल ने 31वें मिनट में किया। श्री मुथा ने बताया कि स्पर्धा में 38 टीमें खेल रही हैं। छत्तीसगढ़ की क्वार्टर फाइनल में मेजबान मुंबई से भिड़ंत होगी। टीम के कोच नजीर अहमद ने बताया कि अभी टीम के पास काफी समय है, ऐसे में टीम पांच दिनों तक अभ्यास करके मुंबई से जीतने की रणनीति बनाएगा। हमारा लक्ष्य पहले सेमीफाइनल और फिर फाइनल में पहुंचना है। उन्होंने बताया कि बिना एस्ट्रो टर्फ के बी हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर अपने राज्य में एस्ट्रो टर्फ होता तो जरूर हमारी टीम आसानी से फाइनल में पहुंच जाती।

रोहित सोना मिस्टर रायपुर

जिला स्तरीय बॉडी बिल्डिंग में रायपुर के रोहित सोना ने मिस्टर रायपुर का खिताब जीता। विकलांग वर्ग में यशराज शेन्द्रे मिस्टर विकलांग बने।
राज्य स्पर्धा में खेलने जाने वाले खिलाड़ियों का चयन करने के लिए मिस्टर रायपुर का आयोजन नेताजी स्टेडियम में किया गया। स्पर्धा के बाद चुने गए खिलाड़ी दुर्ग में 29 मई को होने वाली स्पर्धा में शामिल होने के लिए रविवार को रवाना होंगे। रायपुर जिला बॉडी बिल्डिंग संघ द्वारा आयोजित स्पर्धा में चार वर्गा के मुकाबलों के बाद मिस्टर रायपुर का चयन किया गया। स्पर्धा का उद्घाटन राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने किया। पुरस्कार वितरण संघ के अध्यक्ष शिव मोहन शुक्ला ने किया।
परिणाम इस प्रकार रहे- 55 किलो ग्राम प्रथम रोहित सोना, द्वितीय मो. सलमान, तृतीय लक्ष्मण निर्मलकर। 60 किलो ग्राम प्रथम केतन बहादुर, द्वितीय सतीश बरिहा, तृतीय बृजलाल जगत। 65 किलो ग्राम प्रथम अखिलेश भारती, द्वितीय योहन कुमार, तृतीय सोहन साहू। 70 किलो ग्राम प्रथम हितेश ठाकुर, द्वितीय सुरज सिंह ठाकुर, तृतीय संतोष यादव। मिस्टर विकलांग प्रथम यशराज शेन्द्रे, द्वितीय दिलीप कुमार साहू।

शनिवार, 28 मई 2011

मैचों से निखारा जा रहा है खेल

राजधानी के हर वर्ग के फुटबॉल खिलाड़ियों को शेरा क्रीड़ा समिति एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रशिक्षण शिविर में तराशने का काम मैचों के माध्यम से किया जा रहा है। रविवार का दिन मैचों का होता है। आधा दर्जन टीमें बनाकर आपस में मैच करवाए जाते हैं और विजेता टीम के साथ उपविजेता टीम को नगद पुरस्कार दिए जाते हैं।
सप्रे स्कूल में शेरा क्रीड़ा समिति ने प्रदेश का सबसे लंबा 82 दिनों का फुटबॉल का प्रशिक्षण शिविर लगाया है। इस शिविर में 176 खिलाड़ियों ने पंजीयन करवाया था। शिविर में 125 से ज्यादा खिलाड़ी आ भी रहे हैं। कई इस समय प्रशिक्षण शिविर में सुबह और शाम के सत्र में हर वर्ग यानी सब जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्ग के खिलाड़ियों का जमावड़ा लग रहा है। खिलाड़ियोें को प्रशिक्षण देने वाले कोच मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि रविवार का दिन खिलाड़ियों को दिए गए प्रशिक्षण को परखने वाला होता है। इस दिन 6 टीमें बनाकर मैच करवाए जाते हैं। एक टीम में दो सीनियर, दो जूनियर और दो सब जूनियर खिलाड़ी रखे जाते हैं। इनके बीच होने वाले मैचों की विजेता टीम को सांत्वना के तौर पर 150 रुपए का नगद इनाम दिया जाता है। इसी तरह से उपविजेता टीम को 100 रुपए का इनाम दिया जाता है। श्री प्रधान ने बताया कि मैच होने से खेल में निखार आता है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों के खेल में निखार लाने के लिए अब इनको रविवार के दिन भिलाई के साथ आस-पास के शहरों में दूसरी टीमों के साथ मैच खिलाने ले जाएंगे। आने वाले रविवार को हमारी टीमें भिलाई मैच खेलने जाएंगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि प्रशिक्षण शिविर के अंत में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा जिनको नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मेजबानी का फैसला 31 को होगा

हॉकी इंडिया के सामने छत्तीसगढ़ ने जो राष्ट्रीय सब जूनियर हॉकी की मेजबानी का दावा किया है, उस पर फैसला अब 31 मई को होने वाली बैठक में होगा। छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड और हैदराबाद ने भी मेजबानी मांगी है। छत्तीसगढ़ का दावा एस्ट्रो टर्फ की कमी के कारण कुछ कमजोर है, लेकिन सब जूनियर स्पर्धा के लिए एस्ट्रो टर्फ जरूरी नहीं होता है।
दिल्ली में हुई बैठक में शामिल होकर लौटे हॉकी छत्तीसगढ़ के सचिव फिरोज अंसारी ने बताया कि बैठक में हमने तयशुदा कार्यक्रम के तहत सब जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी का दावा किया। हमारे दावे का कुछ राज्यों ने यह कहते हुए समर्थन नहीं किया कि छत्तीसगढ़ में एक भी एस्ट्रो टर्फ नहीं है। वैसे सब जूनियर स्पर्धा के लिए एस्ट्रो टर्फ की अनिवार्यता नहीं है, लेकिन छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड और हैदराबाद ने भी मेजबानी मांगी है। श्री अंसारी ने बताया कि हैदराबाद दो बार मेजबानी लेने के बाद आयोजन नहीं करवा सका है, ऐसे में वह अब आयोजन करवाने के लिए ज्यादा उत्सुक है। इधर झारखंड में राष्ट्रीय खेलों के बाद मैदानों की कमी नहीं है। ऐसे में झारखंड चाहता है कि उसको मेजबानी मिल जाए।
हॉकी इंडिया की कार्यकारिणी ने तीन दावेदार होने के कारण अभी फैसला सुरक्षित रखा है और कहा है कि 31 मई की बैठक में मेजबानी तय की जाएगी। श्री अंसारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी की हमेशा सराहना हुई है और यहां के आयोजन के बारे में सभी राज्य जानते हैं, ऐसे में उम्मीद है कि एस्ट्रो टर्फ न होने के बाद भी हमें मेजबानी मिल सकती है। अगर हमारे हाथ से एस्ट्रो टर्फ की कमी के कारण मेजबानी जाती है तो यह राज्य का दुर्भाग्य होगा।

शुक्रवार, 27 मई 2011

राज्य स्पर्धाएं अब उद्योगों के साथ

प्रदेश के खेल विभाग द्वारा सब जूनियर और जूनियर स्पर्धाओं से हाथ खींचने के बाद अब खेल संघों ने गोद लेने वाले उद्योगों के साथ मिलकर आयोजन करने की तैयारी कर ली है। पहली कड़ी में हैंडबॉल की सब जूनियर राज्य स्पर्धा का आयोजन 29 मई से भिलाई में किया जा रहा है।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग पिछले चार साल से राज्य की सब जूनियर और जूनियर स्पर्धाओं का आयोजन खेल संघों के साथ मिलकर कर रहा था, लेकिन इस साल वित्त विभाग की आपति के बाद इसके आयोजनों पर रोक लग गई है। इस रोक के बाद खेल संचालक जीपी सिंह ने खेल संघों को सलाह दी थी कि वे उन उद्योगों के साथ मिलकर आयोजन करें जिन उद्योगों ने उनके खेलों को गोद लिया है। ऐसे में सबसे पहले हैंडबॉल ने एनएमडीसी के साथ मिलकर सब जूनियर राज्य स्पर्धा का आयोजन भिलाई में 29 मई से किया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि खेल विभाग की तरह स्पर्धा में हम भी इनामी राशि दे रहे हैं, लेकिन यह राशि कुछ कम है। खेल विभाग विजेता टीम को दस हजार की राशि देता था, लेकिन संघ ने यह राशि पांच हजार कर दी है। इसी के साथ उपविजेता के लिए तीन हजार और तीसरे स्थान की टीम के लिए दो हजार की राशि रखी गई है। स्पर्धा में बालक के साथ बालिका वर्ग के मुकाबले होंगे। स्पर्धा में खेलने वाले खिलाड़ियों की जन्मतिथि 1 जनवरी 1996 के बाद की होनी चाहिए।


पायका में छत्तीसगढ़ की सराहना

पायका में प्रतियोगिताओं के आयोजन में छत्तीसगढ़ का अनुशरण करने की बात दिल्ली में हुई बैठक में कही गई है। छत्तीसगढ़ ने जिस तरह से उपयोगिता प्रमाणपत्र के साथ विस्तार से जानकारी दी है, उसकी सराहना केन्द्रीय खेल मंत्रालय की बैठक में की गई और दूसरे राज्यों को सबक लेने कहा गया।
दिल्ली की बैठक में शामिल होकर लौटे उपसंचालक ओपी शर्मा ने बताया कि पायका के अंतर्गत ब्लाक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए केन्द्र से मिलने वाली राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र केन्द्र को भेजा जाता है। छत्तीसगढ़ सहित कुछ राज्यों को छोड़कर बाकी राज्यों ने प्रमाणपत्र नहीं भेजे थे। ऐसे में दिल्ली में संयुक्त सचिव इनजेटी श्री निवास की अध्यक्षता में सभी राज्यों की बैठक का आयोजन करके उनसे उपयोगिता प्रमाणपत्र लाने कहा गया था। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के उपयोगिता प्रमाणपत्र का उदाहरण देते हुए बताया गया कि छत्तीसगढ़ ने अपने इस प्रमाणपत्र में ब्लाक स्तर से लेकर राज्य स्तर हुए खेलों के साथ खिलाड़ियों के शामिल होने की फोटो के साथ जानकारी दी है। छत्तीसगढ़ की तरह ही अन्य राज्यों को भी प्रमाणपत्र देने कहा गया।
जून में मिलेगी राशि
श्री शर्मा ने बताया कि 2011-12 के आयोजन के लिए जून में फिर से केन्द्र से एक करोड़ 17 लाख की राशि मिलेगी। उन्होंने बताया कि ब्लाक स्तर पर एक खेल के लिए 10 हजार के हिसाब से पांच खेलों के लिए 50 हजार, जिले में एक खेल बीस हजार के हिसाब से दस खेलों के लिए दो लाख और राज्य स्तर पर एक खेल के लिए 80 हजार के हिसाब से आठ लाख की राशि मिलती है। राशि मिलते ही सभी जिलों को राशि भेजकर आयोजन करने कहा जाएगा।


प्रदेश की क्रिकेट टीम तय

छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की सीनियर टीम घोषित कर दी गई है। यह टीम 27 मई से राजनांदगांव में होने वाली अखिल भारतीय रानी सूर्यमुखी देवी क्रिकेट में खेलेगी।
यह जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि स्पर्धा में खेलने जाने वाली टीम का प्रशिक्षण शिविर भिलाई में लगाया गया था। इस शिविर के बाद टीम घोषित की गई है। टीम इस प्रकार है- विशाल कुशवाहा (कप्तान), संतोष साहू, संतोष दास, अभिषेक सिंह, रोहित ध्रुव, पंकज राय, वी. विवेक, हरप्रीत सैनी, अमित मिश्रा (बिलासपुर), एम. हसन, पी. सिंह, अभय कुमार, प्रतीक राज सिंहा, प्रखर रवि (भिलाई), शिशिर पांडे (राजनांदगांव), अभिषेक जैन (रायपुर)।


गुरुवार, 26 मई 2011

राष्ट्रीय कोच देंगे टेनिस का प्रशिक्षण

छत्तीसगढ़ राज्य लॉन टेनिस संघ ने एक बार फिर से राष्ट्रीय कोच को प्रदेश के खिलाड़ियों को निखारने के लिए बुलाया है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी साजिद लोधी गुरुवार से प्रदेश के चुने हुए 20 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देंगे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने बताया कि हमने पहले ही तय कर रखा है कि हर साल किसी भी राष्ट्रीय स्तर के कोच को बुलाया जाएगा और उनसे खिलाड़ियों को तराशने में मदद लेंगे। इस बार हमारी मांग पर भारतीय लॉन टेनिस संघ ने पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी साजिद लोधी को भेजने की मंजूरी दी है। वे यहां गुरुवार की सुबह आ जाएंगे और शाम से भारतीय विद्या भवन के नए फ्लड लाइट वाले टेनिस कोर्ट में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने लगेंगे। श्री सिसोदिया ने बताया कि पिछले साल हमने पूर्व डेविस कप खिलाड़ी और भारतीय टीम के कोच अख्तर अली के साथ राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह को भी बुलाया था। इनके प्रशिक्षण के बाद प्रदेश के खिलाड़ियों का खेल निखरा है और हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने लगे हैं। उन्होंने बताया कि आयुशी चौहान, नवनी सिसोदिया, पार्थ दीक्षित, सार्थक देवरस सहित कई खिलाड़ियों का खेल पहले से बेहतर हो गया है।
शिविर के बारे में उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम को 6 बजे शिविर का आगाज होगा। यह शिविर 5 जून तक चलेगा। संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि राज्य भर के खिलाड़ियों के लिए इस शिविर में अपनी प्रतिभा दिखाने व निखारने का अच्छा मौका है। खिलाड़ियों को सही तकनीक व उच्च गुणवत्ता के साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा।

पदक लेकर आएंगे

Justify Fullराष्ट्रीय जूनियर हॉकी स्पर्धा में पदक जीतने के वादे के साथ प्रदेश की टीम मुंबई के लिए रवाना हुई। पिछली चैंपियनशिप में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली टीम के कोच और खिलाड़ियों ने एक स्वर में कहा कि इस बार उनकी नजरें पदक पर रहेंगी। टीम के रवाना होने से पहले खिलाड़ियों को एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने किट प्रदान की।
मुंबई में 27 मई से खेली जाने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाने वाली टीम के कोच नजीर अहमद के साथ टीम के कप्तान खोगेस्वर बाघ और खिलाड़ियों शाहरुख खान, रवीन्द्र चौरागड़े, आकाश ताम्रकार, नीलेश रजक, राहुल रजक, राकेश बाघ, जूबैर अहमद, राजा खान, चन्द्रजीत सोनवान, समित पटले, शिवा साहू, संतोष यादव, शुभम विश्वकर्मा, उदय सिंह, योगेश पटेल, कृष्णकुमार, प्रहलाद तांडी ने एक स्वर में कहा कि हमारी टीम ने इस बार जोरदार तैयारी की है और उम्मीद है कि हम वहां से कोई न कोई पदक लेकर आएंगे। इन्होंने बताया कि पिछले साल गुंटूर में हुई स्पर्धा में हमारी टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। सभी खिलाड़ियों का कहना है कि हम राज्य में एस्ट्रो टर्फ न होने के कारण मात खा जाते हैं। अगर राजधानी में एक भी एस्ट्रो टर्फ हो जाए तो हमारी टीम पदक से वंचित नहीं रहेगी।
खिलाड़ियों के मुंबई रवाना होने से पहले एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने खिलाड़ियों को किट देने के साथ टीम की घोषणा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि टीम वहां से पदक लेकर आएगी। छत्तीसगढ़ राज्य हॉकी संघ के सचिव सुशील मुथा ने बताया कि टीम को रेलवे कंशेसन न मिलने के कारण पूरे किराए में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया राष्ट्रीय स्पर्धाओं में टीम को पूरे किराए से भेजने की वजह से लगातार आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

भारोत्तोलन संघ ने मांगे 30 लाख

प्रदेश भारोत्तोलन संघ ने भी एक साल की योजना बनाकर गोद लेने वाले उद्योग को 30 लाख का मांग का प्रस्ताव बनाकर दिया है। इसी के साथ उद्योग के एक प्रतिनिधि को उपाध्यक्ष भी बनाया गया है।
प्रदेश संघ के अध्यक्ष विजय बघेल की अध्यक्षता में विशेष बैठक का आयोजन करके भारोत्तोलन को गोद लेने उद्योग जेपी सीमेंटे के प्रतिनिधियों को बुलाया गया। इस बैठक में संघ ने 30 लाख रुपए की योजना उद्योग के सामने प्रस्तुत करके उससे इतनी राशि देने की मांग रखी। उद्योग के प्रतिनिधियों ने यह राशि दिलाने की बात कही है। संघ के सचिव सुखलाल जंघेल ने बताया कि बैठक में राज्य स्तरीय सब जूनियर स्पर्धा की मेजबानी जगदलपुर को दी गई है। संयुक्त सचिव तेजा सिंह साहू ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि किसी भी राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाने वाली टीम के सदस्यों का 21 दिनों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। पिछले साल राष्ट्रीय स्पर्धाओं में राज्य के खिलाड़ियों ने 17 पदक जीते थे, इस बार इससे ज्यादा पदक जीतने का लक्ष्य रखा गया है।

बुधवार, 25 मई 2011

राष्ट्रीय सब जूनियर हॉकी की मेजबानी का दावा करेंगे

छत्तीसगढ़ को लंबे समय बाद एक बार फिर से राष्ट्रीय हॉकी की मेजबानी दिलाने का दावा किया जाएगा। हॉकी इंडिया की दिल्ली में बुधवार को होने वाली बैठक में हॉकी छत्तीसगढ़ के सचिव फिरोज अंसारी सब जूनियर बालक वर्ग की मेजबानी मांगेंगे।
बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे फिरोज अंसारी ने बताया कि हॉकी इंडिया की बैठक बुधवार को सुबह 11 बजे रखी गई है। इस बैठक में वे छत्तीसगढ़ के लिए सब जूनियर बालक हॉकी की मेजबानी का दावा पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि हॉकी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा से चर्चा के बाद यह तय किया गया है कि छत्तीसगढ़ लंबे समय से राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी से वंचित है ऐसे में एक आयोजन फिर से करवाया जाए। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद 2001 में कोरबा में सब जूनियर बालक और बालिका हॉकी का आयोजन किया गया था। इसके बाद एक बार जूनियर राष्ट्रीय हॉकी स्पर्धा का आयोजन 2004 में रायपुर में किया गया था। इसके बाद से छत्तीसगढ़ में कोई राष्ट्रीय स्पर्धा नहीं हुई है।
श्री अंसारी ने बताया कि हम सीनियर चैंपियनशिप का भी दावा कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए एस्ट्रो टर्फ जरूरी है। एस्ट्रो टर्फ के बिना सीनियर वर्ग की मेजबानी नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि जैसे ही अपने राज्य में एस्ट्रो टर्फ लग जाएगा, हम तुरंत सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी लेंगे।

टीम की कमान संगीता-करुणाकर को

28वीं राष्ट्रीय यूथ बास्केटबॉल में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीमों की कमान बालिका वर्ग में संगीता दास और बालक वर्ग में करुणाकर राव को दी गई है। प्रदेश की टीमें यहां से 25 मई को नागपुर के लिए रवाना होंगी। वहां पर स्पर्धा का प्रारंभ 26 मई से होगा।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश बास्केटबॉल संघ के चेयरमैन सोनमोनी बोरा एवं अध्यक्ष राजीव जैन ने बताया कि नागपुर भिलाई में 15 से 23 मई तक लगाए गए प्रशिक्षण शिविर के बाद 24 मई को टीम घोषित की गई। बालिका टीम इस प्रकार है- संगीता दास कप्तान, अंजना डेजी इक्का उप कप्तान,ज्योति कुमारी, पूनम चतुर्वेदी, निशा नेताम, शीतल कौर, पी. करुणा, रीतु गुप्ता (भिलाई),संध्या आर्य, कल्पना पटेल (राजनांदगांव), कृतिका रजक (बिलासपुर) साधना मरावी (रायपुर)। टीम के मुख्य प्रशिक्षक राजेश पटेल, सहायक प्रशिक्षक- इकबाल अहमद खान,राजेश राठौर, प्रबंधक मंजीता कौर हैं।
बालक टीम- तरेन्द्र कुमार, एम डेविड बुन, अजय कुमार, कृष्ण कुमार पाण्डे, (भिलाई), करुणा कर राव (कप्तान), बी तेजा, लवकेश शर्मा, जसबीर सिंह (दुर्ग), आकाश भसीन, ओम जयसवाल, सैफ हाशमी (राजनांदगांव), दुष्यंत कुमार शर्मा (बिलासपुर)। टीम के मुख्य प्रशिक्षक आरएस गौर हैं।

मंगलवार, 24 मई 2011

राजधानी का साई सेंटर 6 से शुरू होगा

राजधानी रायपुर का साई सेंटर अब 6 जून से प्रारंभ हो सकेगा। आउटडोर स्टेडियम में खिलाड़ियों के हास्टल का काम पूरा न होने के कारण सेंटर खोलने की तिथि 21 मई से आगे की गई है। 6 जून से मूल्यांकन शिविर के साथ सेंटर का आगाज हो जाएगा। सेंटर के लिए खिलाड़ियों के चयन को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
सेंटर के प्र्रभारी शहनवाज खान ने बताया कि हम सेंटर 21 मई से ही प्रारंभ करना चाहते थे, इसके लिए हमारी सारी तैयारियों पूरी थीं, लेकिन खिलाड़ियों को ठहराने के लिए आउटडोर स्टेडियम में जहां हास्टल बनाया गया है, उस हास्टल के लिए बनाए गए लेट-बाथ का काम ही अब तक पूरा नहीं हो सका है। लेट-बाथ की सीवर लाइन ठीक न होने के कारण परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि निगम को इसके बारे में अवगत करवा दिया गया है, निगम से जल्द से जल्द बचा काम पूरा करने की बात कही है। इधर स्टेडियम के प्रभारी इंजीनियर राजेश शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर स्टेडियम में जो भी काम बचा है उसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद स्टेडियम साई को सौंपा जाएगा।
मूल्यांकन शिविर लगेगा
शहनवाज खान ने बताया कि सात खेलों के सेंटर के लिए बोर्डिंग और डे बोर्डिंग के खिलाड़ियों की सूची तय कर दी गई है। यह सूची संभवत: मंगलवार को जारी करने के साथ खिलाड़ियों को भी सूचना भेजी जाएगी कि वे 6 जून को सेंटर में आए ताकि उनका मूल्यांकन किया जा सके। इस मूल्यांकन शिविर के बारे में सेंटर के प्रभारी ने बताया कि चयन ट्रायल में अगर भूलवश किसी अपात्र खिलाड़ी का चयन हो गया होगा तो इस मूल्यांकन शिविर में उसकी पहचान करके उसका नाम सूची से हटा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैसे इस बात की संभावना कम रहती है, फिर भी किसी गलती से इंकार नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि किसी भी सेंटर के प्रारंभ करने से पहले मूल्यांकन शिविर जरूर लगाते हैं।

छत्तीसगढ़ का पहला मैच आज

प्रदेश के खिलाड़ियों को निखारने के लिए जूनियर हॉकी टीम को लक्ष्मी अमाल स्मृति अखिल भारतीय हॉकी चैंपियनशिप में खेलने के लिए तमिलनाडु भेजा गया है। छत्तीसगढ़ का पहला मैच 24 मई को होगा।
यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ हॉकी के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा और सचिव फिरोज अंसारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा स्पर्धाओं में खेलने का मौका मिल सके इसी बात को ध्यान में रखते हुए संघ ने प्रदेश की टीमों को बाहर भेजने का फैसला किया है। इसी कड़ी में को तमिलनाडु के कोविलपट्टी भेजा गया है, जहां पर अखिल भारतीय स्पर्धा खेली जा रही है। इस नामी स्पर्धा के लिए टीम में जूनियर खिलाड़ियों को रखा गया है। टीम को स्पर्धा में भेजने से पहले एक सप्ताह का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था ताकि टीम का प्रदर्शन अच्छा हो सके। टीम को भूषण साव, एथेंस मिंज और अनुराज श्रीवास्तव ने तैयार करने का काम किया है। टीम इस प्रकार है- खेमराज सिंहा, हेमंत सिंह, संदीप यादव, चन्द्रहास साहू, धमेन्द्र, शकील अहमद, कमलेश, राजेश निर्मलकर, तरूण यादव, लक्ष्मण यादव, बलवंत दास, मनीष यादव, अतीक कुरैैशी, प्रहलाद गुप्ता, मोहन राम, रोहित रजक, नवीन तिर्की, शमशाद। टीम के कोच किशोर धीवर और मैनेजर जितेन्द्र सिंहा हैं।

छत्तीसगढ़ की एक और हार

छत्तीसगढ़ की अंडर 22 टीम को मप्र के खिलाफ लगातार दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ अब पांच वनडे मैचों की शृंखला में 2-2 की बराबरी हो गई है। छत्तीसगढ़ ने पहले दो मैच जीते थे।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि प्रदेश की टीम इस समय मप्र के दौरे पर है। टीम वहां पर इंदौर में वनडे मैचों की शृंखला खेल रही है। चौथे मैच में खेलने उतरी छत्तीसगढ़ की टीम 43 ओवरों में 181 रन ही बना सकी। इस मैच में सतनाम सिंह ने 41 और विशाल कुशवाहा ने 27 रनों की पारी खेली। निखिल सावके और उदित बिरला ने 3-3 तथा अमरजीत ने दो विकेट लिए। 182 रनों की चुनौती को मप्र ने 6 विकेट के नुकसान पर पूरा कर लिया। उदित बिरला ने सबसे ज्यादा 60 रनों की पारी खेली। नाजिर ने 46 रन बनाए। पांचवां और अंतिम वनडे मंगलवार को खेला जाएगा।

सोमवार, 23 मई 2011

वालीबॉल संघ को मिलेंगे 35 लाख

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल के बाद प्रदेश वालीबॉल संघ ने सबसे पहले अपने संघ की योजना बनाकर पेश की और उसे गोद लेने वाले उद्योग ने 35 लाख देने की मंजूरी दी है। इसी के साथ संघ ने गोदावरी पावर एवं इस्पात लिमिटेड के विनोद पिल्ले को उपाध्यक्ष भी बना दिया है।
छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के 32 खेल संघों को उद्योगों को गोद दिलाने का काम किया है। इस पहल के साथ संघों से खेल विभाग ने जहां कम से कम एक साल की योजना बनाने के लिए कहा था, वहीं संघ में उस उद्योग के एक प्रतिनिधि को उपाध्यक्ष भी बनाने की शर्त रखी थी जिस उद्योग ने खेल संघ को गोद लिया है। इस दिशा में पहली पहल करने वाले संघ के रूप में वालीबॉल संघ सामने आया है। संघ ने शुक्रवार को अपने संघ के अध्यक्ष नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन संघ को गोद लेने वाले उद्योग गोदावरी पावर एवं इस्पात के साथ किया। इस बैठक में संघ ने अपनी वार्षिक योजना से उद्योग के प्रतिनिधियों को अवगत करवाया। उद्योग की तरफ ने बैठक में विनोद पिल्ले का नाम संघ में उपाध्यक्ष बनाए जाने के लिए प्रस्तावित किया गया। श्री पिल्ले के नाम पर अध्यक्ष राजेश मूणत द्वारा सहमति देने पर उन्होंने उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
संघ के सचिव मो. अकरम खान ने बताया कि बैठक में ही विनोद पिल्ले ने यह जानकारी दी कि उनके उद्योग ने वालीबॉल संघ को 35 लाख रुपए देने पर सहमति दी है। श्री खान ने बताया कि संघ इन पैसों का उपयोग प्रशिक्षण शिविर और आयोजनों के साथ अन्य जरूरत में करेगा। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष श्री मूणत ने कहा है कि जैसे-जैसे पैसों की जरूरत होगी, उसकी जानकारी देकर ही उद्योग से पैसे लिए जाएंगे ताकि पारदर्शिता बनी रहे।


रविवार, 22 मई 2011

पदक जीतने की तैयारी में जुटे खिलाड़ी

राष्ट्रीय यूथ बास्केटबॉल स्पर्धा में पदक जीतने की तैयारी में प्रदेश की बालिका टीम के साथ बालक टीम भी जुटी है। बालिका टीम को जहां अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेश पटेल तैयार करने में जुटे हैं, वहीं बालक टीम को संवारने का काम आरएस गौर कर रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश बास्केटबॉल संघ के चेयरमैन सोनमणी बोरा ने बताया कि 28वीं राष्ट्रीय यूथ बास्केटबाल आयोजन नागपुर में 26 मई से 2 जून तक किया गया है। इस स्पर्धा में खेलने जाने वाली टीम का प्रशिक्षण शिविर भिलाई में लगाया गया है। बालक टीम में 20 और बालिका टीम में 16 संभावित खिलाड़ी चुने गए हैं। 23 मई तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में खिलाड़ियों को पदक जीतने की रणनीति के साथ तैयार किया जा रहा है। बालिका टीम को प्रशिक्षण देने का काम राजेश पटेल कर रहे हैं। श्री पटेल के मार्गदर्शन में प्रदेश की हर वर्ग की टीमें पिछले 11 साल से राष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक जीत रही हैं। प्रदेश की सीनियर टीम ने रायपुर में फेडरेशन कप में स्वर्ण जीतने के साथ इसके बाद झारखंड के राष्ट्रीय खेलों रजत पदक जीता था। अब यूथ टीम से भी पदक जीतने की संभावना है।
बालिकाओं के नाम इस प्रकार है- अंजना डेजी इक्का, संगीता दास, पुनम चतुवेर्दी, ज्योती कुमारी, निशा नेताम, शीतल कौर, रीतु गुप्ता, पी. करूणा (सभी भिलाई इस्पात संयंत्र) कृतिका रजक, मनीषा यादव (बिलासपुर), कल्पना पटेल, संध्या आर्य (राजनांदगाव), साधना मरावी (रायपुर), मनीषा रानी, स्नेहा सिंह (दुर्ग), प्रियंका इक्का (सरगुजा)। टीम को मुख्य प्रशिक्षक राजेश पटेल, सहायक प्रशिक्षक सरजीत चक्रवर्ती एवं इकबाल अहमद खान हैं।
संभावित 20 बालक खिलाड़ी- डेविड बुन, द्वारका प्रसाद, कृष्ण कुमार पाण्डे, अजय कुमार, तरेन्द्र यादव, एम बालाकृणा (भिलाई इस्पात संयंत्र), ओम जॉसवाल, आकाश भसमी, विकास कुमार यादव, सैफ वाशमी (राजनांदगाव)दुष्यंत कुमार शर्मा, अजय सोनी (बिलासपुर), प्रमोद यादव (सरगुजा) करूणा कर राव, जसवीर सिंह, बी तेजा (दुर्ग), राजवर्थ वैष्णव (कवर्धा), प्रवीण कुमार (कोरबा)। मुख्य प्रशिक्षक आरएस गौर, सहायक प्रशिक्षक एस दुर्गेश राजू, बिपीन बिहारी सिंह हैं।




चयन ट्रायल में जुटे खिलाड़ी

राज्य तैराकी में पदक जीतने की आश के साथ रायपुर जिले की टीम में स्थान पाने के लिए 35 खिलाड़ी यूनियन क्लब के स्वीमिंग पूल में जुटे। भरी गर्मी में ट्रायल देकर खिलाड़ियों ने जिले की टीम में स्थान बनाया। अब यह टीम भिलाई में होने वाली राज्य स्पर्धा में खेलने जाएगी।
यूनियन क्लब में सुबह से ही अपने पालकों के साथ छोटे खिलाड़ी जिले की सब जूनियर टीम में स्थान पाने के लिए आ गए थे। यहां पर दो वर्गाें खिलाड़ियों का चयन किया गया। पहले वर्ग में 9 से 10 साल के बालक बालिका और दूसरे वर्ग में 11 से 12 से साल के बालक-बालिकाओं को ट्रायल लिया गया।
जिला संघ के सचिव और कोच नरसिंह फरिकार ने बताया कि यूनियन क्लब के सचिव गुरुचरण सिंह होरा की पहल पर हमें क्लब का स्वीमिंग हमेशा नि:शुल्क मिल जाता है। ट्रायल के बाद रायपुर जिले के खिलाड़ियों के नाम शाम को जारी किए गए। चयनकर्ता मनोज फरिकार, प्रमोद फरिकार, योगेश उपाध्याय, सतीश फरिकार, संजय शुक्ला और नरसिंह फरिकार थे। श्री फरिकार ने बताया कि अगले माह भिलाई में होने वाले राज्य स्पर्धा से पहले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर पदक जीतने के लिए तैयार किया जाएगा।
9 से 10 वर्ष बालक - 50 मीटर फ्री स्टाइल समर्थ, प्रियेश तिवारी, 50 और 100 मीटर बेक स्ट्रोक उत्कर्ष तिवारी,समर्थ सिंह, 50 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक समर्थ सिंह।
बालिका वर्ग- 50 मीटर के सभी वर्गा में नेहा सार्वा।
11 से 12वर्ष बालक- 50 मीटर फ्री स्टाइल चंचल यादव, दिव्यांश चौधरी। 50 मीटर बेक स्ट्रोक चंचल यादव। 50 मीटर बेस्ट चंचल यादव और दिव्यांश चौधरी। बालिका 50 मीटर फ्री स्टाइल और 50 मीटर बेस्ट स्ट्रोक अंजोरी, सृष्टि रचना बक्षी, 50 मीटर बेक स्ट्रोक बनीत कौर।

शनिवार, 21 मई 2011

राजधानी में 20 खेलों का प्रशिक्षण शिविर

खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राजधानी के विभिन्न मैदानों में 20 खेलों का प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ किया गया है। इसी के साथ जिले के कुछ विकासखंडों में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि रायपुर में वालीबॉल, बास्केटबॉल, हॉकी (महिला), एथलेटिक्स का प्रशिक्षण पुलिस मैदान में, फुटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन सप्रे स्कूल , तीरंदाजी साइंस कॉलेज, कराते साहू भवन बैरन बाजार, नेटबॉल खालसा स्कूल, जूडो बालाजी स्कूल, ताइक्वांडो शासकीय स्कूल मठपुरैना, टेनीक्वाइट राष्ट्रीय विद्यालय और सरस्वती स्कूल, साफ्टबॉल रविवि मैदान, भारोत्तोलन नेताजी स्टेडियम जिम, हैंडबॉल शासकीय स्कूल मोवा, कबड्डी प्रगति मैदान पंडरी, जंप रोप, कैरम एमजीएम स्कूल, वूशू सरस्वती स्कूल, म्यूथाई जनवासा लायंस क्लब में दिया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर सुबह 5.30 से 8 और शाम कोे 4.30 से 6.30 बजे तक चल रहे हैं। सभी शिविरों के लिए खेल संघों के साथ खेल शिक्षकों की भी मदद ली गई है। सभी शिविर 4 जून तक चलेंगे। श्री डेकाटे ने बताया कि वालीबॉल का शिविर गरियाबंद, तिल्दा, कसडोल, फुटबॉल का गरियाबंद, कसडोल, भाटापारा में चलाया जा रहा है।


सतनाम के बल्ले से निकली जीत

छत्तीसगढ़ ने सतनाम सिंह के आतिशी शतक की मदद से मप्र को दूसरे वनडे में तीन विकेट से परास्त कर पांच मैचों की शृंखला में 2-0 से बढ़त ले ली है।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि मप्र के दौरे पर गई अंडर 22 टीम को मप्र से जीत के लिए 283 रनों का लक्ष्य मिला था। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सतनाम सिंह के 123 रनों की पारी से अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा विशाल कुशवाहा ने 74 रनों की पारी खेली और छत्तीसगढ़ ने 9.2 ओवर पहले ही जीत का लक्ष्य सात विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। इसके पहले मप्र ने टॉस जीतकर पहले खेलने हुए 6 विकेट पर 282 रन बनाए थे। मप्र के लिए मनोज सिंह ने 91, दीपक शर्मा और आनंद बैस ने 50-50 रनों की पारी खेली। प्रतीक राज सिंहा ने दो विकेट लिए।

जंप रोप के गुर सीख रहे हैं खिलाड़ी

प्रदेश जंप रोप संघ द्वारा राजधानी के एमजेएम स्कूल में खिलाड़ियों को खेल की बारीकियां सीखने का काम गिनीज बुक रिकॉर्डधारी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा के उनके प्रशिक्षक अखिलेश दुबे द्वारा किया जा रहा है। सभी खेलों की जड़ माने जाने वाले इस खेल के प्रति खिलाड़ियों के साथ पालकों की भी विशेष रुचि नजर आ रही है।
राजधानी में इस समय स्कूल की छुट्टियों के कारण कई खेलों के ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर लगाए गए हैं। प्रदेश जंप रोप संघ ने प्रशिक्षण शिविर एमजेएम स्कूल में लगाया है। यहां पर खिलाड़ियों को सुबह 8 से 10 बजे तक जंप रोप यानी रस्सी कूद के गुर सीखने का काम किया जा रहा है। इस खेल में प्रदेश के खिलाड़ियों को लगातार राष्ट्रीय स्तर पर पदक मिलने के कारण इस खेल की तरफ बहुत ज्यादा खिलाड़ी आकर्षित हो रहे हैं। खिलाड़ियों के साथ पालक भी इस खेल में रुचि लेकर अपने बच्चों को शिविर में ला रहे हैं। शिविर में खिलाड़ियों को 30 सेकेंड स्प्रीड, डबल डच, डबल डच फ्री स्टाइल, डबल अंडर, ट्रिपल अंडर के साथ चाइनीज वील का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में राजदीप के प्रशिक्षण देने के कारण इस खेल के प्रति ज्यादा आकर्षण है। राजदीप ने नाम जहां गिनीज रिकॉर्ड है, वहीं उनके सोनी टीवी और फिर कलर्स चैनल में आए कार्यक्रम के बाद इस खेल से जुड़ने के लिए खिलाड़ी बेताब हो गए हैं।

शुक्रवार, 20 मई 2011

बिहार के सामने 247 रनों की चुनौती

अंडर 16 के तीन दिनी मैच में छत्तीसगढ़ ने बिहार के सामने जीत के लिए 247 रनों की चुनौती रखी है। पहली पारी में 86 रनों की बढ़त लेने के बाद छत्तीसगढ़ ने दूसरी पारी में 161 रन बनाए।
छत्तीसगढ़ और बिहार के मध्य चल रहे तीन दिवसीय मैच के पहले दिन के खेल में छत्तीसगढ़ ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ की पहली पारी में 217 रन बनाकर आॅल आउट हो गई, शकीब अहमद ने 50 रन, शेख वसीम ने 41 रन तथा पीयुष मौरवी ने 40 रन बनाए। बिहार की ओर से गेंदबाजी में निशांत ने 5 विकेट और राकेश ने 2 विकेट लिए। बिहार की टीम अपनी पहली पारी में 131 रन बनाकर आॅल आउट हो गई। छत्तीसगढ़ की ओर से गेंदबाजी में जगजोत सिंह ने 3 विकेट तथा अफसर खान, पीयुष मोरवी व अतुल शर्मा ने 2-2 विकेट लिए।छत्तीसगढ़ ने पहली पारी में 86 रनों की बढ़त बना ली। छत्तीसगढ़ की टीम दूसरी पारी में 161 रन बनाकर आॅल आउट हो गयी। शेख वसीम ने 22 रन बनाए। मैच के अंतिम दिन गुरुवार को बिहार टीम के सामने 247 रन का लक्ष्य है।

तैराकी का चयन ट्रायल 21 को

राज्य स्तरीय तैराकी में खेलने जाने वाली रायपुर की टीम का चयन ट्रायल यूनियन क्लब में 21 मई को रखा गया है। यह जानकारी देते हुए जिला तैराकी संघ के सचिव नरसिंह फरिकार ने बताया कि इस ट्रायल में शामिल होने के लिए सब जूनियर खिलाड़ियों के वर्ग के तीन के लिए जन्मतिथि 1999 से 2000, वर्ग चार के लिए 2001 से 2002 के बीच होनी चाहिए। खिलाड़ियों को जन्म प्रमाणपत्र के साथ 21 मई की सुबह 10 बजे यूनियन क्लब में उपस्थित होना है। ट्रायल में चुने गए खिलाड़ी 25 जून को भिलाई में होने वाली राज्य स्पर्धा में खेलने जाएंगे।

बुधवार, 18 मई 2011

साई सेंटर 21 से संभव नहीं

राजधानी में खुलने वाला साई सेंटर 21 मई से नहीं खुल पाएगा। सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान का कहना है कि निगम पजेशन देने में विलंब कर रहा है जिसके कारण यह स्थिति बनी है। इधर निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा का कहना है कि कुछ ही काम बाकी है जिस दिन साई के अधिकारी आएंगे हम पजेशन दे देंगे।
रायपुर में सात खेलों का साई सेंटर 21 मई से प्रारंभ करने की बात सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने यहां हुए अप्रैल में हुए ट्रायल के समय कही थी। लेकिन उनसे संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि निगम के अधिकारी आउटडोर स्टेडियम का काम पूरा नहीं कर पाए हैं जिसके कारण अब 21 मई से सेंटर प्रारंभ करना संभव नहीं है। श्री खान ने बताया कि वे लगातार निगम के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि जहां पर हमें हास्टल में खिलाड़ियों को रखना है, वहां पर सबसे बड़ी समस्या लेट-बाथ की है। निगम अब तक इसको ठीक नहीं करवा सका है ऐसे में कैसे खिलाड़ियों को रखा जा सकता है।
छटनी शिविर लगेगा
शहनवाज खान ने बताया कि यू तो हास्टल के साथ डे-बोर्डिंग के लिए खिलाड़ियों की सूची तय कर दी गई है, लेकिन इस सूची को हम अंतिम नहीं मानते हैं। सूची को अंतिम रूप देने से पहले सेंटर में करीब एक सप्ताह का छटनी शिविर लगाएगा जाएगा। इस शिविर में खिलाड़ियों की पात्रता को अंतिम रूप से परखा जाएगा। उन्होंने बताया कि चयन ट्रायल में कई बार गलती से कुछ अपात्र खिलाड़ियों का चयन हो जाता है। अगर सूची में लगेगा कि ऐसे खिलाड़ी आ गए हैं तो उनको बाहर कर दिया जाएगा। अगर एक बार कोई खिलाड़ी सेंटर में आ गया तो फिर उसे दो साल तक निकालना संभव नहीं होता है।
पजेशन कभी भी दे सकते हैं
आउटडोर स्टेडियम के प्रभारी इंजीनियर राजेश शर्मा का कहना है कि स्टेडियम में ज्यादा काम नहीं बचा है। हमने अपनी तरफ से सारा काम कर दिया है। उन्होंने कहा कि साई के अधिकारी ही नहीं आते हैं तो हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि अभी लेट-बाथ का कुछ काम बाकी है, लेकिन यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। साई के अधिकारी जब चाहे हम पजेशन दे सकते हैं।

हर ब्लाक में मास्टर ट्रेनर होंगे

प्रदेश के 146 विकासखंडों में मास्टर ट्रेनर रखने की योजना पर खेल विभाग काम कर रहा है। इस समय प्रदेश में 60 मास्टर ट्रेनर हैं। इतने ही इस साल और तैयार करने की योजना है। इसके लिए सभी जिलों के खेल अधिकारियों को अपने-अपने जिलों से नाम भेजने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा है।
खेल भवन में जिला खेल अधिकारियों की बैठक में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि पायका में क्रीड़ाश्री को खेल के गुर बताने के लिए मास्टर ट्रेनर जरूरी हैं। अब तक विभाग ने 60 को ग्वालियर से प्रशिक्षण दिलाकर मास्टर ट्रेनर बना दिया है। इस साल 60 से 70 को और ग्वालियर भेजने की योजना है। ऐसे में उन्होंने 18 जिलों के खेल अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों से खेलों में रुचि रखने वालों की सूची बनाकर विभाग को दें ताकि उनको विभाग मास्टर ट्रेनर बनाने की दिशा में काम कर सके।
खेल संचालक ने पायका में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने पर भी बल दिया। पायका से जुड़े गांवों को जहां मैदानों के लिए मिलने वाली एक लाख की राशि दी जा चुकी है, वहीं सभी चिंहित पंचायतों को खेल सामानों के लिए 10-10 की राशि भेज दी गई है। खेल संचालक ने कहा कि जिला पंचायतों की पायका के लिए होने वाली बैठक में खेल अधिकारियों को शामिल करने के लिए वे जिला पंचायतों को पत्र भेज रहे हैं ताकि पायका के लिए अच्छी तरह से योजना बनाकर का किया जा सके।
अच्छे खिलाड़ियों की सूची बनाए
खेल संचालक ने खेल अधिकारियों से कहा कि पंचायत स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पदक जीतने वाले ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों की सूची हर जिले में बनाई जाए जिन खिलाड़ियों से आगे बहुत उम्मीद है। ऐसे खिलाड़ियों को खेल विभाग हर तरह की मदद दिलाकर तराशने का काम करेगा, ताकि ये खिलाड़ी छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के लिए पदक जीत सके। खेल संचालक ने जिला स्तर पर आयोजित स्पर्धाओं के स्वरूप पर भी चर्चा की।


मंगलवार, 17 मई 2011

नेताजी में नहीं लगेगा एस्ट्रो टर्फ

नेताजी स्टेडियम में अब एस्ट्रो टर्फ न लगने की बात पूरी तरह से साफ हो गई है। यहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की थी, अब उन्होंने ही साफ कर दिया है कि तकनीकी दिक्कतों की वजह से यहां एस्ट्रो टर्फ लगना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जाएगा।
नेहरू स्वर्ण कप हॉकी के समय ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चार साल पहले नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद से ही इस बात को लेकर लगातार यह चर्चा होती रही कि आखिर मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी यहां क्यों कर एस्ट्रो टर्फ नहीं लगाया जा रहा है। इधर खेल विभाग ने तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए नेताजी में एस्ट्रो टर्फ न लगाने की बात कहीं तब भी स्टेडियम में नेहरू स्वर्ण कप हॉकी का आयोजन 98 साल से करने वाले एथलेटिक क्लब से पदाधिकारी यह बात मानने तैयार नहीं थे कि यहां एस्ट्रो टर्फ नहीं लगेगा।
5 से 15 मई तक नेहरू हॉकी के समय एक बार फिर से यह मांग उठने लगी। पूर्व महापौर सुनील सोनी स्पर्धा के एक मैच में आएं तो उन्होंने कहा कि यहां एस्ट्रो टर्फ लगना ही चाहिए। फिर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव ने भी कहा कि एस्ट्रो टर्फ तो इस ऐतिहासिक मैदान में लगना ही चाहिए। लेकिन देखना होगा कि आखिर क्यों कर नहीं लग पा रहा है। उन्होंने साफ कहा था कि मुख्यमंत्री जब समापन में आएंगे तो सारी स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद जब 15 मई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समापन समारोह में आएं तो उन्होंने पूछने पर यह बात साफ कर दी कि यहां तकनीकी दिक्कतों के कारण एस्ट्रो टर्फ लगाना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने समापन में यह भी बताया कि एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जा रहा है।
मैदान की दिशा गलत है: खेल संचालक
खेल संचालक जीपी सिंह ने नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ न लग पाने के कारण का खुलासा करते हुए कहा कि मैदान की दिशा गलत होना सबसे ज्यादा तकनीकी समस्या है। मैदान की दिशा बदलने के लिए स्थान की कमी है। उन्होंने बताया कि सारी बातों से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को अवगत करवाने के बाद उनकी मंजूरी लेकर ही साइंस कॉलेज में एस्ट्रो टर्फ लगाने की योजना बना है। अब जल्द ही लोक निर्माण विभाग इसके लिए टेंडर निकालने वाला है।

भारोत्तोलन शिविर में प्रदेश के पांच खिलाड़ी

प्रदेश के पांच भारोत्तोलन खिलाड़ियों का चयन बेंगलुरु में होने वाले भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर के लिए हुआ है। इसमें रायपुर के ओमप्रकाश साहू, मनीषा रामटेके, केशव साहू तथा राजनांदगांव के जगदीश विश्वकर्मा व सरला साहू शामिल हैं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव सुखलाल जंघेल के साथ सहसचिव तेजा सिंह साहू ने बताया कि बेंगलुरु में 20 मई से 20 जून तक जूनियर वर्ग के भारतीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हो रहा है। इस शिविर के आधार पर 26 जून से 8 जुलाई तक मलेशिया के पेनांग शहर में होने वाले जूनियर विश्वकप हेतु भारतीय टीम का चयन किया जाएगा।
ओमप्रकाश साहू का चयन 50 किग्रा वर्ग, मनीषा रामटेके का 48 किग्रा वर्ग, केशव साहू का 62 किग्रा वर्ग, जगदीश विश्वकर्मा का 69 किग्रा तथा सरला साहू का 44 किग्रा समूह में भारतीय प्रशिक्षण शिविर हेतु किया गया है। श्री जंघेल ने बताया कि प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रुस्तम सारंग भारतीय टीम के पटियाला में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में पहले से शामिल हैं। यह शिविर 5 नवंबर को होने वाले सीनियर विश्व कप के लिए चल रहा है।


सोमवार, 16 मई 2011

नवीन प्रशिक्षण के लिए हंगरी गए

कैनोइंग-कयाकिंग के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नवीन साहू विशेष प्रशिक्षण के लिए हंगरी गए हैं। दो माह तक वहां प्रशिक्षण लेने के बाद वे वापस आएंगे और यहां पर खिलाड़ियों को तैयार करने का काम करेंगे।
यह जानकारी देते हुए कयाकिंग संघ के वैभव मिश्रा के साथ बीएल साहू ने बताया कि नवीन साहू हंगरी में लेवल तीन कोर्स के प्रशिक्षण के लिए गए हैं। नवीन पिछले छह सालों ने प्रदेश के लिए खेल रहे हैं और यहां के खिलाड़ियों को तैयार करने का भी काम कर रहे हैं। इसके पहले वे मप्र के साई हास्टल में रहते हुए मप्र के लिए खेलते थे। उन्होंने मप्र के लिए जहां कई राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेकर पदक जीते, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। नवीन ने एशियन चैंपियनशिप में दो स्वर्ण जीते हैं। मप्र से उनको जहां एकलव्य पुरस्कार मिल चुका है, वहीं छत्तीसगढ़ के लिए लगातार पांच साल से खेलने के कारण शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार दिया गया है।
श्री साहू ने बताया कि जब नवीन हंगरी ने प्रशिक्षण लेकर लौटेंगे तो वे अपने राज्य के लिए खिलाड़ियों को तैयार करके उनको छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों के लिए तराशने का काम करेंगे।

वालीबॉल-हॉकी का भी नियमित प्रशिक्षण

प्रदेश के खेल विभाग में तीन प्रशिक्षकों की भर्ती होते ही उनको खेल संचालक ने वालीबॉल और हॉकी का नियमित प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं। इसकी तैयारी प्रारंभ हो गई है।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि विभाग ने वालीबॉल के एनआईएस प्रशिक्षक हरगुलशन सिंह, हॉकी के प्रशिक्षक राकेश टोपो और रश्मि तिर्की की नियुक्ति की है। अब इन प्रशिक्षकों की सेवाएं खिलाड़ियों को देने के लिए साइंस कॉलेज के मैदान में विभाग की 34 एकड़ जमीन में खेल संचालक ने हॉकी के दो मैदानों के साथ वालीबॉल का भी मैदान तैयार करने कहा है। हॉकी के एक मैदान में बालक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने का काम राकेश टोपो करेंगे तो दूसरे मैदान में बालिका खिलाड़ियों को रश्मि तिर्की प्रशिक्षण देंगी। वालीबॉल खिलाड़ियों को हरगुलशन सिंह तराशने का काम करेंगे। इसके पहले विभाग ने तीरंदाजी के एनआईएस कोच टेकलाल कुर्रे को नियुक्त किया था। उनको नियुक्त करने के बाद विभाग ने तीरंदाजी का लाखों रुपए का सामान मंगवाया और तीरंदाजी का नियमित प्रशिक्षण केन्द्र साइंस कॉलेज के मैदान में प्रारंभ भी कर दिया है। इस प्रशिक्षण केन्द्र में 30 से ज्यादा खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों को ध्यान में रखते हुए ही विभाग प्रशिक्षकों की भर्ती करके उनको खिलाड़ियों को तैयार करने का जिम्मा दे रहा है, ताकि जब अपने राज्य में राष्ट्रीय खेल हों तो ज्यादा से ज्यादा खेलों में पदक मिल सके।


रायपुर जिले 121 गांवों का प्रस्ताव भेजा

पायका के लिए रायपुर जिले ने 121 गांवों को चिंहित करके प्रस्ताव भेजा दिया है। यग तीसरे साल की योजना का आगाज है। पिछले दो साल में 242 गांवों को खेलों से जोड़ा गया है।
राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि 2011-12 के लिए हमने प्रस्ताव बनाकर खेल संचालनालय को भेजा दिया है। इस प्रस्ताव में भी 15 विकासखंडों के 121 गांवों को शामिल किया गया है। धरसीवां, तिल्दा, अभनपुर, बलौदाबाजार के 9-9 गांव, आरंग के 12, सिमगा, कसडोल, बिलाईगढ़ के 10-10, भाटापारा, पलारी, फिंगेश्वर, छुरा, मैनपुर के 7-7, गरियाबंद के 6 और देवभोग के 5 गांव चिंहित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इन गांवों को भी खेलो से जोड़ने का काम प्रारंभ हो जाएगा।


रविवार, 15 मई 2011

बिलासपुर-पाम्पोस में आज खिताबी भिड़ंत

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में दपूमध्य रेलवे बिलासपुर और पाम्पोस हास्टल राउरकेला के बीच खिताबी भिड़ंत रविवार को शाम चार बजे होगी। शनिवार को सेमीफाइनल मैचों में बिलासपुर ने सेल रांची को 4-1 और पाम्पोस ने सशस्त्र सीमा बल गुवाहाटी को 3-0 से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। विजेता टीम को एक लाख और उपविजेता टीम को पचास हजार की नकद राशि देकर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सम्मानित करेंगे।
नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में पहला सेमीफाइनल मैच बिलासपुर और रांची के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में पहला गोल खेल के पांचवें मिनट में बीके एक्का ने किया। दूसरा गोल खेल के 21वें मिनट में इमरान शेख ने किया। पहले हॉफ में बिलासपुर की टीम 2-0 से आगे थी। दूसरे हॉफ में खेल के 19वें मिनट में शादाब खान ने गोल करके बिलासपुर को 3-0 से आगे कर दिया। इस गोल के दो मिनट बाद ही रांची के अनिल खाका ने अपनी टीम के लिए पहला गोल किया। खेल के 54वें मिनट में बिलासपुर के लिए एल. एक्का ने गोल किया। मैच में शानदार डिफेंस करने वाले बिलासपुर के समीर बारला मैन आॅफ द मैच रहे।
दूसरे सेमीफाइनल में गुवाहाटी का सामना पिछले साल की विजेता पाम्पोस हास्टल के हुआ। इस मैच में पहला गोल पाम्पोस के सुरेश टोपो ने खेल के 18वें मिनट में किया। पहले हॉफ में यही एक मात्र गोल हो सका। दूसरे हॉफ में 43वें मिनट में फिर से सुरेशा टोपो ने गोल किया। अंतिम गोल खेल के 54वें मिनट में अमन तिर्की ने दागा।
इसके पहले सुबह के सत्र में खेले गए चौथे क्वार्टर फाइनल में गुवाहाटी ने भोपाल एकादश को कड़े मुकाबले में 3-2 से हराया था। विजेता टीम के लिए के. लकरा (13वें मिनट), एलएस सिंग (17वें मिनट), और एस. सुरचन्द्र (35वें मिनट) ने गोल किए। भोपाल के लिए इमरान युसूफ ने 22 और आमीर ने 40वें मिनट में गोल किया।
नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाएंगे: श्रीवास्तव
सेमीफाइनल मैचों के मुख्यअतिथि नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव ने कहा कि नेताजी स्टेडियम के ऐतिहासिक मैदान में एस्ट्रो टर्फ लगाने का कम जरूर होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की तीन साल पहले की गई घोषणा के बाद भी इस दिशा में क्यों काम नहीं हो सका है, इसे देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि एस्ट्रो टर्फ लगाने में क्या तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं, उसे देखने के साथ मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद क्या निगम को बजट मिला है या नहीं यह भी जल्द देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रविवार को फाइनल मैच में मुख्यमंत्री आ रहे हैं उसके पहले सारी स्थिति साफ हो जाएगी। मुख्यमंत्री से भी एस्ट्रो टर्फ के बारे में बात की जाएगी।
विजेता टीम को मिलेंगे एक लाख
फाइनल मैच जीतने वाली टीम को एक लाख की इनामी राशि मिलेगी। यह राशि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों दिलवाई जाएगी। समापन समारोह में मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत, खेल मंत्री लता उसेंडी, बेवरेज कार्पोरेशन के अध्यक्ष देवजी पटेल, ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया, आरडीए के अध्यक्ष सुनील सोनी, निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव सहित कई अतिथि उपस्थित रहेंगे। फाइनल मैच शाम को चार बजे खेला जाएगा। इसके पहले तीसरे और चौथे स्थान के लिए मैच गुवाहाटी और रांची के बीच मैच खेला जाएगा।


क्रीड़ाश्री मैदान में दें एक घंटा

अपने गांवों से खिलाड़ियों निकालने के लिए यह जरूरी है कि हर गांव के क्रीड़ाश्री अपनी सुविधा के मुताबिक सुबह या फिर शाम के समय मैदान में एक घंटे का समय दें।
ये बातें तीन विकासखंडों आरंग, अभनपुर और धरसीवां के क्रीड़ाश्री की बैठक में राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने कहीं। उन्होंने कहा कि सभी क्रीड़ाश्री को विभाग ने प्रशिक्षण देकर तैयार कर दिया है और अब क्रीड़ाश्री का काम है कि वे अपने गांवों से खिलाड़ी निकालने के लिए मैदान में अनिवार्य रूप से रहें। इसके लिए सभी तय कर लें कि उनको नियमित रूप से एक घंटे का समय देना ही है। बैठक में बताया गया कि हर गांव में खेल सामान के लिए जिला पंचायतों को राशि दे दी गई है। इसी के साथ गांवों में मैदान बनाने या फिर जिम लगाने के लिए एक-एक लाख की राशि भी दी गई है। किस गांव में इस राशि का उपयोग किसके लिए करना है, यह क्रीड़ाश्री को देखना है। अगर गांव में में जिम लगाया जाना है तो इसके लिए स्थान भी जरूरी है।
श्री डेकाटे ने बैठक के बाद बताया कि वे रायपुर जिले के सभी 15 विकासखंडों का दौरा करके बैठक ले रहे हैं। यह तीसरे चरण की बैठक थी। अब अंतिम चरण में 14 मई को कसडोल में बैठक होगी। इसमें कसडोल के साथ पलारी और बिलाईगढ़ विकासखंड के क्रीड़ाश्री शामिल होंगे

प्रदेश के 8 खिलाड़ी संभावित बास्केटबॉल टीम में

एशियन चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली भारत की संभावित बास्केटबॉल टीम में प्रदेश के 8 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। प्रशिक्षण शिविर दिल्ली में लगेगा।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के राजेश पटेल ने बताया कि दिल्ली में खेली गई 61वीं राष्ट्रीय सीनियर बास्केटबाल स्पर्धा के आधार पर प्रदेश की 8 खिलाड़ी अरूणा किन्डो, कविता, जिलना जौस, अजय प्रताप सिंह, जानकी रामनाथ, एम पष्ुपा, भारती नेताम तथा किरण पाल सिंह का चयन संभावित टीम में किया गया है। उन्होंने बताया कि सितम्बर में एशियन पुरुष एवं महिला बास्केटबाल स्पर्धा का आयोजन हो रहा है जिसके कारण भारतीय बास्केटबाल संघ ने प्रतियोगिता के पूर्व तीन प्रशिक्षण शिविर में 25 पुरुष एवं 25 महिला खिलाड़ियों का दिल्ली के इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में लगाय जा रहा है। पुरुष वर्ग का प्रशिक्षण शिविर 20 मई से 19 जून तक चलेगा एवं महिला वर्ग का प्रशिक्षण शिविर 20 मई से 3 जुलाई 2011 तक चलेगा। पष्ुपा एवं भारती नेताम, किरण पाल सिंह तीनों एशियन गेम्स, चाईना 2010 का खेल चुके हंै।



शनिवार, 14 मई 2011

बिलासपुर रेलवे सेमीफाइनल में

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में दपूमध्य रेलवे बिलासपुर ने स्टार इलेवन अमरावती को 3-0 से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। सेमीफाइनल में बिलासपुर का शनिवार को सेल रांची से मुकाबला होगा।
नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में तीसरे क्वार्टर फाइनल मैच में बिलासपुर की टीम एकतरफा मुकाबले में जीती। मैच का पहला गोल जब खेल के 17वें मिनट में बिलासपुर के दीपक ने किया तो गोल के बाद विवाद की स्थिति पैदा हो गई। अमरावती के खिलाड़ियों इस गोल का विरोध करते हुए अंपायर देवेश शुक्ला को घेर लिया। लेकिन उन्होंने अपना निर्णय नहीं बदला। अंपायर देवेश शुक्ला ने दूसरे अंपायर उवेश शेर खान के साथ टेबल जज डॉ. क्यूए वाहिद से भी चर्चा की और निर्णायकों ने सामूहिक रूप से फैसला किया कि गोल का निर्णय सही है। अंपायरों ने अमरावती के खिलाड़ियों को समझा कर संतुष्ट किया कि गोल का फैसला सही है। थोड़ी देर बाद खेल फिर से प्रारंभ हुआ। मैच में पहले हॉफ के समाप्त होने के दो मिनट पहले ही दो गोल हो गए। पहले खेल के 28वें मिनट में शादाब खान ने किया। 30वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को शेख शाहिद ने गोल में बदला। दूसरे हॉफ में कोई गोल नहीं हो सका।



छत्तीसगढ़ 14 रनों से जीता

छत्तीसगढ़ की अंडर 19 टीम ने मेजबान बिहार को पहले वनडे में 14 रनों से मात दी। बिहार में खेले गए इस मैच के बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि
छत्तीसगढ़ ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 146 रन 43.3 ओवरों में बनाकर आॅल आउट हो गई। विक्रांत सिंह ने 47 रन तथा एयवर्य मार्य ने 40 रन बनाए। बिहार की ओर से गेंदबाजी में मुकेश कुमार ने 3 विकेट तथा कमलेश सिंह व निशांत ने 2-2 विकेट लिए। जवाब में बिहार की टीम 132 रन बनाकर आॅल आउट हो गई। राजेश ने 28 तथा इशांत ने 27 रन बनाए। छत्तीसगढ़ की ओर से गेंदबाजी में जगजोत सिंह ने 5 विकेट तथा अतुल शर्मा ने 3 विकेट लिए। छत्तीसगढ़ ने यह मैच 14 रनों से जीत लिया।

रांची की जीत में राबर्ट की हैट्रिक

अखिल भारतीय स्वर्ण कप हॉकी के क्वार्टर फाइनल में सेल रांची ने राबर्ट ढोडराय की हैट्रिक की मदद से साई हास्टल सुंदरगढ़ को 3-1 से माद देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच खेला गया। मैच के 20वें मिनट में रांची के खिलाड़ियों को डी के अंदर बाधा पहुंचाने पर पेनाल्टी शूट दिया गया। इस शूट को गोल में बदलने में निर्दोष होरो सफल नहीं हो सके। इसके चार मिनट बाद राबर्ट ढोडराय ने मैच का पहला गोल किया। पहले हॉफ में रांची की टीम 1-0 से आगे थी। दूसरे हॉफ में खेल प्रारंभ होने पर रांची ने फिर से शानदार खेल दिखाते हुए अच्छे मूव बनाए। 38वें मिनट में राबर्ट ने दूसरा गोल कर दिया। दो गोल से पीछे होने के बाद भी सुंदरगढ़ ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार हमले जारी रखे, इसका नतीजा यह रहा कि खेल के 48वें मिनट में आनंद कुजूर ने गोल कर दिया। अब सुंदरगढ़ ने बराबरी पाने के लिए जोर लगाना प्रारंभ किया, लेकिन रांची की मजबूत रक्षापंक्ति को सुंदरगढ़ के फारवड नहीं तोड़ सके। इधर रांची ने खेल के अंतिम मिनटों में फिर से ताबड़तोड़ हमले किए जिसके कारण एक शानदार मूव बना और राबर्ट ने इसका फायदा उठाते हुए सुंदरगढ़ के गोलकीपर को चकमा देते हुए बॉल को गोल पोस्ट के अंदर की राह दिखा दी। इसी के साथ राबर्ट की हैट्रिक भी हो गई। यह स्पर्धा की पहली हैट्रिक है। इसी हैट्रिक की मदद से रांची ने मैच 3-1 से जीता। मैच में विजेता टीम को तीन और पराजित टीम को एक पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन कोई भी गोल में बदला नहीं जा सका। मैच के अंपायर देवेश शुक्ला और इंसान अली, रिजर्व अंपायर नजीर अहमद और टेबल जज डॉ. क्यूए वाहिद थे।
मैदानों का संरक्षण जरूरी: सुंदरानी
मैन आफ द मैच को पुरस्कार देकर सम्मानित करने वाले छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि राजधानी में मैदानों की कमी है, ऐसे में यह जरूरी है कि सामाजिक और व्यापारिक संस्थाएं आगे आकर इस मैदानों के संरक्षण में मदद करें। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में सोचने वाली बात है कि खेल के मैदान दूसरे आयोजनों से बर्बाद हो रहे हैं। इस दिशा में निगम के साथ सरकार को भी सोचना चाहिए। मैदानों के बचाव के लिए चेम्बर आॅफ कॉमर्स से जिस तरह की मदद की जरूर होगी, हम करेंगे। उन्होंने इंडोर का उल्लेख करते हुए कहा कि उसका किराया निगम ने इतना ज्यादा रखा है कि वहां आयोजन करवा पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। इस अवसर पर एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा, सचिव मोईन बारी प्रदेश हॉकी संघ के सचिव सुशील मुथा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।


गुरुवार, 12 मई 2011

पदक विजेताओं का सम्मान कल

झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का सम्मान 13 मई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री ने पदक विजेताओं के लिए नकद इनाम की घोषणा की थी।
झारखंड में छत्तीसगढ़ को सात पदक मिले थे। इनमें चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक हैं। प्रदेश को पहला स्वर्ण पदक जहां कराते में अंबर सिंह भारद्वाज दिलाया था, वहीं अंतिम पदक स्वर्ण के रूप में हैंडबॉल टीम ने दिलाया था। बास्केटबॉल की महिला टीम स्वर्ण जीतने से चूक गई थी, उसे रजत पदक मिला था। छत्तीसगढ़ को निशानेबाजी में तीन पदक मिले थे। स्कीट वर्ग में छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक व्यक्तिगत वर्ग में परमपाल सिंह ने दिलाया था। इसी वर्ग में कांस्य पदक छत्तीसगढ़ के बाबा पीएस बेदी ने जीता था। टीम वर्ग में छत्तीसगढ़ की तिकड़ी परमपाल सिंह, बाबा पीएस बेदी और मेराज अहमद ने शानदार निशाने लगाते हुए 353 अंकों के साथ छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाया था। छत्तीसगढ़ को एक कांस्य पदक कुश्ती में मिला था।
प्रदेश की टीम के झारखंड जाने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा की थी कि व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण विजेताओं को एक लाख, रजत विजेताओं को पच्चहतर हजार और कांस्य विजेताओं को पचास हजार की राशि मिलेगी। इसी के साथ टीम वर्ग में स्वर्ण विजेता दल को पांच लाख , रजत विजेताओं को तीन लाख और कांस्य विजेताओं को दो लाख देने की घोषणा की गई थी। प्रदेश के पदक विजेताओं का सम्मान 13 मार्च को उस दिन होना था जिस दिन ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी घोषित की गई थी, लेकिन उस दिन खेल संघों को गोद दिलाने के लिए उद्योगों के साथ हुई बैठक के कारण यह कार्यक्रम टाल दिया गया था। अब यह कार्यकरम 13 मई को निए विश्राम गृह में शाम को पांच बजे रखा गया है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ सभी खेल संघों को कार्यक्रम में आमंत्रित करने सूचना भेज दी गई है।


पाम्पोस सेमीफाइनल में

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी के पहले क्वार्टर फाइनल में मौजूदा चैंपियन पाम्पोस हास्टल राऊरकेला ने एसटीसी हावड़ा को 3-1 से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। पहले हॉफ में मुकाबला 1-1 से बराबर था। गुरुवार को दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच खेला जाएगा।
नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में खेले गए पहले क्वार्टर फाइनल मैच में पहले हॉफ में रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। मैच का पहला गोल सुरेश कुजूर ने खेल के 11वें मिनट में किया। एक गोल से पिछड़ने के बाद हावड़ा ने पूरा जोर लगाया और अंत में खेल के 16वें मिनट में राजा खान के गोल से बराबरी प्राप्त कर ली। पहले हॉफ में मुकाबला 1-1 से बराबर रहा।
दूसरे हॉफ के 18 मिनट तक कोई स्कोर नहीं हो सका, ऐसे में लग रहा था कि मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लेना पड़ेगा, लेकिन खेल के 49वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर को जिदान मुंडा ने गोल में बदलकर पाम्पोस को 2-1 से आगे कर दिया। अब इसके पहले की हावड़ा की टीम बराबरी पाने की रणनीति पर अमल करती पाम्पोस के अमन तिर्की ने खेल के 54वें मिनट में गोल करके अपनी टीम की जीत तय कर दी। चैंपियनशिप में गुरुवार को दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच सेल रांची और साई हास्टल सुंदरगढ़ के बीच खेला जाएगा। मैच के अंपायर नजीर अहमद और उवेश शेर खान, टेबल जज डॉ. क्यूए वहीद थे।
नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ जरूर लगेगा: सोनी
क्वार्टर फाइनल मैच के मुख्यअतिथि रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुनील सोनी ने कहा कि नेताजी स्टेडियम के मैदान में एथलेटिक क्लब पिछले 98 सालों से अािखल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी का आयोजन कर रहा है, इस मैदान पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद, गोविंदा सहित कई ओलंपियन खेल चुके हैं। ऐसे में इस मैदान के इतिहास को देखते हुए ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस मैदान में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा की थी। 2009 से बजट में इसके लिए राशि भी मिली थी। मेरे महापौर रहते मैदान को बड़ा करके मैदान की दिशा सही करके एस्ट्रो टर्फ लगाने की योजना थी। इस योजना को अमल में लाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का ध्यान फाइनल मैच के दिन 16 मई को दिलाया जाएगा, जब वे यहां पर विजेता टीम को पुरस्कार देने आएंगे। श्री सोनी ने कहा कि नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगे इसके लिए हर तरह से प्रयास किए जाएंगे।

क्रीड़ाश्री तैयार करने लगे खिलाड़ी

क्रीड़ाश्री रायपुर जिले के गांवों में खिलाड़ी तैयार करने में जुट गए हैं। यह बात तिल्दा विकासखंड के दौरे में सामने आई। राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे जिले के दौरे पर निकले हैं, वे सभी विकासखंडों का दौरा करके क्रीड़ाश्री की बैठक लेकर समीक्षा कर रहे हैं।
पहले चरण में तिल्दा का दौरा किया गया। श्री डेकाटे ने बताया कि उन्होंने वहां के कई गांवों में शाम को खिलाड़ियों को मैदान में देखा जहां पर क्रीड़ाश्री उनको खेल के गुर बता रहे थे। उन्होंने बताया कि पायका के प्रभारी ए. चौबे के साथ तिल्दा में सिमगा और भाटापारा के भी क्रीड़ाश्री की बैठक ली गई। क्रीड़ाश्री को आगे की योजना के बारे में जानकारी देने के साथ पिछली कार्ययोजना की जानकारी ली गई। 11 मई को गरियाबंद में मैनपुर, छुरा, फिंगेश्वर, देवभोग के क्रीड़ाश्री की बैठक रखी गई है। 12 मई को रायपुर में धरसीवां, आरंग और अभनपुर के क्रीड़ाश्री बैठक में शामिल होंगे। 14 मई को कसडोल में होने वाली बैठक में बिलाईगढ़ और बलौदाबाजार के भी क्रीड़ाश्री को बुलाया गया है। सभी बैठकों में क्रीड़ाश्री का मानदेय भी दिया जाएगा।



बुधवार, 11 मई 2011

झारखंड का खिताब पर कब्जा

अंडर 22 अंतरराज्यीय क्रिकेट के फाइनल में झारखंड ने विदर्भ को 9 विकेट से मात देकर खिताब जीत लिया। अंडर 16 का खिताब आन्ध्र प्रदेश ने पहली पारी में बढ़त के आधार पर जीता।
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में झारखंड की टीम ने 83 रनों का पीछा करते हुए, 1 विकेट खोकर की लक्ष्य प्राप्त कर लिया। कुमार देवरत ने नाबाद 43 रन तथा विशाल सिंह ने नाबाद 40 रन बनाए। झारखंड ने यह फ ाइनल मैच 9 विकेट से जीत लिया। मैन आॅफ द मैच रहे मिथुन मुखर्जी। मैन आॅफ द सीरिज रहे अभिषेक खरे रहे।
मध्य प्रदेश की टीम 219 रनों से आगे खेलना शुरू किया की 273 रन बनाकर आॅल आउट हो गई।आंध्र प्रदेश की टीम को 28 रनों की बढ़त मिली। आंध्र प्रदेश ने जवाब में अपनी दूसरी पारी में दिन का खेल खत्म होने तक 188 रन 7 विकेट खोकर बना पाई। अविनार ने 56 रन बनाये शिवम तिवारी 76 रन बनाए। आंध्रकी ओर से गेंदबाजी में विनोद पॉल ने 4 विकेट लिए।आंध्र ने फ ाइनल मैच पहली पारी में बढ़त के आधार पर जीत लिया।
प्रदेश की अंडर-19 टीम 11 मई को बिहार दौरे पर जा रही है जहां टीम मेजबान बिहार के विरूद्ध 5 एक दिवसीय व 1 तीन दिवसीय मैच खेलेगी। छत्तीयगढ़ अंडर-19 की टीम इसकार है- शेख वसीम कप्तान, इयान कास्टर उपकप्तान, छबी जलक्षत्री, अंकित सिंह, शिवम तिवारी, अतुल शर्मा, पीयूष मौरवी, अफ सर खान, एश्वर्य मोर्य, जगजोत सिंह, रितेश मिश्रा, कार्तिकेय शर्मा, अजय मंडल, मो. इरफान, शकील अहमद और विक्रांत सिंह। टीम के कोच शांतनु घोष हैं।


रांची-सुंदरगढ़ क्वार्टर फाइनल में

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में सेल रांची के साथ साई हास्टल सुंदरगढ़ ने अपने-अपने मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। रांची ने गोलों की बारिश करते हुए सेंट इंग्नोसियस स्कूल गुमला को 5-0 से मात दी। सुंदरगढ़ ने कड़े मुकाबले में जिंदल स्टील रायगढ़ को 3-2 से हराया। बुधवार से क्वार्टर मुकाबले खेले जाएंगे।
नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में मंगलवार को पहला मैच सेल रांची और गुमला के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा और रांची के सामने गुमला की टीम ठहर ही नहीं पाई। मैच का पहला गोल खेल के 12वें मिनट में अरविंद कुजूर ने किया। इसके दो मिनट बाद ही सुमित टोपनो ने गोल करके अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया। तीसरा गोल आशीष ने खेल के 17वें और चौथा गोल जान भिमार ने 21वें मिनट में किया। पहले हॉफ में रांची 4-0 से आगे था। दूसरे हॉफ में गुमला ने कुछ अच्छा खेल दिखाया और रांची को ज्यादा गोल करने के मौके नहीं दिए। इस हॉफ में एक मात्र गोल खेल के 45वें मिनट में अनिल खाका ने किया। अनिल खाका ही मैन आॅफ द मैच रहे।
दूसरे मैच में साई हास्टल सुंदरगढ़ का जिंदल स्टील रायगढ़ के साथ रोमांचक मुकाबला हुआ। मैच का पहला गोल सुंदरगढ़ के आनंद कुजूर ने छठे मिनट में किया। इसके बाद पहला हॉफ पूरी तरह से शांत रहा और कोई टीम स्कोर नहीं कर सकी। लेकिन दूसरे हॉफ में दोनों टीमों ने जोरजार खेल दिखाया। रायगढ़ ने वापसी करते हुए 37वें मिनट में खोगेश्वर के गोल से बराबरी की, इसके बाद 51वें मिनट में अनिल ने गोल करके अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। सुंदरगढ़ के लिए बराबरी का गोल 57वें मिनट में ए. किंडो ने किया। मैच समाप्त होने के दो मिनट पहले एस. कुजान ने गोल करके अपनी टीम की जीत तय कर दी। अंतिम मिनट में रायगढ़ ने बराबरी के लिए प्रयास किया, पर उसे सफलता नहीं मिल सकी। मैचों के अंपायर देवेश शुक्ला, अब्दुल हुसैन, उवेश शेर खान और इंसान अली, टेबल जज डॉ. क्यूए वाहिद थे।

गोलों की झड़ी, मिली जीत बड़ी

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में जिंदल रायगढ़ ने गोलों की झड़ी लगाते हुए भूसावल ब्यावज को 8-0 से मात दी। दूसरे मैच में साई हास्टल सुंदरगढ़ ने दो मैच जीतने वाली यंगर्स क्लब बरेली को एक गोल से परास्त कर उसे बाहर करते हुए अगले चक्र में स्थान बनाया।
नेताजी स्टेडियम में चल रही स्पर्धा में पहला मैच जिंदल रायगढ़ और भूसावल ब्यावज के बीच खेला गया। इस मैच में पूरी तरह से रायगढ़ का दबदबा रहा। खेल के 11वें मिनट में पी. एक्का ने मैच का पहला गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। दूसरा गोल भी एक्का ने किया। यह गोल 15वें मिनट में हुआ। इसके दो मिनट बाद ही राजेश ने मैच का तीसरा गोल किया। खेल के 27वें मिनट में अमित ठाकुर ने गोल करके अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया। पहले हॉफ के अंतिम मिनट में राजेश ने एक गोल और किया। पहले हॉफ में जिंदल रायगढ़ की टीम 5-0 से आगे थी।
दूसरे हॉफ में खेल प्रारंभ होने पर फिर से जिंदल रायगढ़ के खिलाड़ियों ने हमले किए। खेल के 36वें मिनट में टीम के कप्तान शकील अहमद ने गोल किया। इसके दो मिनट बाद राजेश ने मैच का सातवां और अपना तीसरा गोल दागा। मैच का अंतिम गोल पेनाल्टी कॉर्नर ने 42वें मिनट में राजेश ने किया और अपने गोलों की संख्या चार कर ली। इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका और जिंदल ने मैच 8-0 से जीत लिया।
दूसरे मैच में साई हास्टल सुंदरगढ़ का मुकाबला दो मैच जीत चुकी यंगर्स क्लब बरेली से हुआ। इस मैच में एकमात्र गोल खेल के 15वें मिनट में सुंदरगढ़ के जरमो मिंज ने किया। इसके बाद कोई टीम गोल नहीं कर सकी। पहला मैच खेल रही सुंदरगढ़ की टीम को कई मौके मिले, लेकिन बरेली की सतर्क रक्षापंक्ति के साथ चौकने गोलकीपर की वजह से कोई गोल नहीं हो सका। दूसरे हॉफ में सुंदरगढ़ को आधा दर्जन पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन किसी को भी गोल में नहीं बदला जा सका।

रविवार, 8 मई 2011

फुटबॉल के गुर सीख रहे छोटे-बड़े खिलाड़ी

सप्रे स्कूल के मैदान में लाइन से छोटे-बड़े फुटबॉलर खड़े हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही उनकी बारी आती है और कोच मुश्ताक अली का इशारा मिलता है, खिलाड़ी बॉल लेकर आगे बढ़ते हैं और बॉल को मैदान में रखे मारकर के बीच से निकालते जाते हैं। शेरा क्लब द्वारा आयोजित इस शिविर में राजधानी के 176 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
सप्रे स्कूल के मैदान में रोज शाम को राजधानी के छोटे-बड़े खिलाड़ियों का जमावड़ा लग रहा है जिनको कोच मुश्ताक अली फुटबॉल के गुर सिखाने का काम कर रहे हैं। प्रदेश के इस सबसे लंबे 82 दिनों के शिविर में करीब 40 खिलाड़ी नए हैं जिनमें 20 सब जूनियर वर्ग के और बाकी जूनियर और सीनियर वर्ग के खिलाड़ी हैं। खिलाड़ियों को किक मारना, बॉल लेकर डाज देना, हेड करना सहित बेसिक जानकारी दी जा रही है। खिलाड़ियों को प्राथमिक जानकारी के बाद अब इनके बीच टीमें बनाकर मैच करवाने की तैयार चल रही है। श्री प्रधान ने बताया कि शिविर के बाद चुने गए खिलाड़ियों को क्लब के साल भर चलने वाले प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्लब किसी भी खिलाड़ी से प्रशिक्षण के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है, बल्कि खिलाड़ियों को डाइट के लिए केले आदि देने का काम करता है। उन्होंने बताया कि रोज कुछ नए खिलाड़ी आ रहे हैं और पंजीयन करवा के शिविर में शामिल हो रहे हैं।

शनिवार, 7 मई 2011

तीन प्रशिक्षक नियुक्त होंगे

खेल एवं युवा कल्याण विभाग में तीन प्रशिक्षकों के रिक्त पदों पर जल्द ही प्रशिक्षकों की नियुक्ति हो जाएगी। प्रशिक्षकों का साक्षात्कार लिया गया।
खेल विभाग ने पांच खेलों हॉकी, जूडो, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल और वालीबॉल के प्रशिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन दिया था। तीन पदों के लिए एक दर्जन प्रशिक्षकों ने आवेदन किए थे। इन आवेदनों के आधार पर प्रशिक्षकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। इसमें चार वालीबॉल, पांच हॉकी और एक जूडो के कोच साक्षात्कार देने आए। एथलेटिक्स में जहां कोई पात्र कोच नहीं मिला, वहीं बास्केटबॉल के लिए जिन दो प्रशिक्षकों ने आवेदन किए थे, उनमें से एक ओवरएज था जिसके कारण उनको साक्षात्कार से अलग रखा गया, दूसरा पात्र उम्मीदवार साक्षात्कार देने नहीं आया। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि साक्षात्कार की रिपोर्ट मैंने शाम को ही देख ली है। बहुत जल्द फैसला करके रिक्त पदों पर नियुक्ति कर दी जाएगी।


स्टीफन क्लब को ब्लेक लिस्ट करेंगे

नेहरू स्वर्ण कप हॉकी में एक तरफ बिलासपुर की टीम खेलने के लिए तैयार खड़ी है। ऐन मैच प्रारंभ होने से ठीक पहले खबर आती है कि स्टीफन क्लब रायपुर की टीम नहीं खेलेगी। टीम की इस हरकत से खफा प्रदेश हॉकी संघ के सचिव सुशील मुथा ने टीम को ब्लेक लिस्ट करने की घोषणा की है।
नेताजी स्टेडियम में शुक्रवार को एकमात्र मैच बिलासपुर और स्टीफन क्लब रायपुर के बीच रखा गया था। मैच चार बजे प्रारंभ होना था। बिलासपुर के खिलाड़ी मैदान में पहुंच कर आर्मअप कर रहे थे। स्टीफन क्लब टीम का इंतजार हो रहा था। टीम के न आने पर आयोजक एथलेटिक क्लब के इदरीश बारी ने संपर्क किया तो स्टीफन क्लब के कप्तान ने बिना कारण बताए खेलने से इंकार कर दिया। श्री बारी ने इसकी जानकारी जब क्लब के सदस्यों के साथ प्रदेश हॉकी संघ के सचिव सुशील मुथा को दी तो सभी खफा हो गए। श्री मुथा ने साफ कहा कि क्लब की यह हरकत क्षमा योग्य नहीं है, उसे ब्लेक लिस्ट किया जाएगा और उसके बारे में देश में होने वाली सभी स्पर्धाओं को जानकारी भेजी जाएगी, ताकि इस टीम को किसी भी स्पर्धा में खेलने के लिए प्रवेश न दिया जाए। मुख्य मैच रद्द होने के कारण शाम को पांच बजे बिलासपुर का यंगर्स क्लब बरेली के साथ प्रदर्शन मैच करवाया गया।
आज के मैच
यंगर्स क्लब बरेली- डीएफए बिलासपुर 3 बजे, गोंदिया एकादश गोंदिया-जिला हॉकी संघ चन्द्रपुर 4.30 बजे।

टाईब्रेकर में जीता बरेली

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी के पहले मैच में रोमांचक मुकाबले में यंगर्स क्लब बरेली ने दुर्ग को टाईब्रेकर में 7-4 से मात देकर अगले चक्र में स्थान बनाया। इसके पूर्व स्पर्धा का उद्घाटन महापौर किरणमयी नायक और डीजीपी विश्वरंजन ने किया।
एथलेटिक क्लब द्वारा आयोजित स्पर्धा में पहला मैच बरेली और डीएचए दुर्ग के बीच खेला गया। मैच प्रारंभ से ही कांटे का रहा। मैच का पहला गोल बरेली के उत्तम ने खेल के 23वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर ने किया। इसके दो मिनट बाद जहांगीर खान ने दुर्ग को बराबरी दिला दी। खेल के 30वें मिनट में बरेली के मुकेश ने गोल किया। दुर्ग को पहले 42वें मिनट में गुलाम रहमान ने बराबरी दिलाई, फिर 47वें मिनट में अजय ने दुर्ग को 3-2 से आगे कर दिया। खेल समाप्त होने के 5 मिनट पहले कादिर ने बरेली को बराबरी दिलाई। टाईब्रेकर में बरेली ने चार गोल किए, जबकि दुर्ग की टीम एक ही गोल कर सकी।
इसके उद्घाटन समारोह की मुख्यअतिथि महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि अगले साल जब यहां पर आयोजन होगा तो स्टेडियम एक नए रूप में नजर आएगा। उन्होंने कहा कि निगम ने स्टेडियम को संवारने की योजना तैयार कर ली है। डीजीपी विश्वरंजन ने कहा कि ऐसे आयोजनों ने ही देश के राष्ट्रीय खेल हॉकी को आज क्रिकेट के दौर में जिंदा रखा है। स्वागत भाषण क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने दिया। इस अवसर पर एडीजीपी रामनिवास, खेल संचालक जीपी सिंह, सिख फोरम के जेएस अरोरो, जिंदल स्टील के प्रदीप टंडन सहित क्लब के पदाधिकारी उपस्थित थे। स्पर्धा में दूसरे दिन डीएफएर बिलाJustify Fullसपुर और स्टीफन क्लब रायपुर में 4 बजे से मैच होगा।

गुरुवार, 5 मई 2011

कराते ट्रायल में आए चंद खिलाड़ी

राज्य कराते स्पर्धा के लिए चुनी जाने वाली जिले की टीम के चयन ट्रायल में महज चंद खिलाड़ी ही जुटे। खिलाड़ियों की कमी का कारण कराते संघ में विवाद बताया जा रहा है। इसके पूर्व जिले के ट्रायल में 200 से ज्यादा खिलाड़ी आते हैं। इस समय जिस संघ के पास मान्यता है, उसके पास खिलाड़ियों का टोटा है, और जिस संघ को मान्यता नहीं है उसके पास खिलाड़ियों की भरमार है।
जिला कराते संघ द्वारा सप्रे स्कूल में सुबह दस बजे से जिले की टीम का चयन करने ट्रायल का आयोजन किया गया था। दोपहर 12 बजे तक एक भी खिलाड़ी नहीं आया। बाद में ट्रायल में सिर्फ चंद खिलाड़ी ही शामिल हुए। इसके बारे में संघ से सचिव डीएसएन राव ने पूछने पर बताया कि जूनियर चैंपियनशिप में ब्लेक ब्लेट खिलाड़ी ही पात्र होते हैं, इसलिए कम खिलाड़ी आए हैं। लेकिन दूसरे संघ के सचिव अजय साहू ने खुलासा करते हुए बताया कि ऐसा नहीं है कि रायपुर जिले में खिलाड़ियों की कमी है। हमारे संघ को जब मान्यता थी तो जिले के ट्रायल में 200 से ज्यादा खिलाड़ी आते थे। एक साल तो रिकॉर्ड 383 खिलाड़ी आए थे। उन्होंने बताया कि वैसे भी राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन अभी कोई भी संघ नहीं करवा सकता है। जिस संघ को भारत सरकार से मान्यता है, उस संघ के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट ने 6 जुलाई तक स्टे दे रखा है। ऐसे में किसी भी तरह की स्पर्धा का आयोजन अवैध होगा। इस बारे में श्री राव का कहना है कि उनको कोई के स्टे के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पात्रता की जानकारी ही नहीं दी
ट्रायल में शामिल होने के लिए खरोरा से आई दो बालिका खिलाड़ियों मनीषा सोनी और रितांभरा साहू ने कहा कि उनके कोच को चयन की पात्रता के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी कि ब्लेक ब्लैट खिलाड़ी ही चयन में शामिल हो सकती हैं, ऐसे में वे यहां आ गई। यहां पर जानकारी होने पर हमें निराशा हुई कि हम नहीं खेल सकती हैं। इन खिलाड़ियों के कोच टिकेश्वर पटेल ने कहा कि संघ को चयन की पात्रता के बारे में पहले बताना था।


छत्तीसगढ़ के 227 में अतुल का शतक

चार राज्यों की अंडर 22 क्रिकेट के अंतिम महत्वपूर्ण लीग मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ के अतुल यादव के शतक की मदद से 227 रन बनाए। जवाब में झारखंड की टीम ने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर बिना विकेट खोए 71 रन बना लिए हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में छत्तीसगढ़ की टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ ने पहली पारी में 227 रन बनाए। अतुल यादव ने नाबाद 109 रन तथा सतनाम सिंह ने 23 रन बनाए। झारखंड की ओर से गेंदबाजी में मिथुन मुखर्जी ने 5 विकेट, पवन शर्मा एवं अभिषेक ने 2-2 विकेट लिए। जवाब में झारखंड की टीम ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में 71 रन बिना विकेट खोए बना लिए हैं।आशीष यादव 52 रन तथा पप्पू सिंह 17 रन बनाकर खेल रहे हैं।
राजकुमार कॉलेज में खेले गए दूसरे मैच में केरल की टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। केरल ने पहली पारी में 273 रन 9 विकेट खोकर बना लिए हैं। अखिल एमएस ने 41 रन व अक्षय एमके ने 33 रन बनाए।अक्षय कोडोतोह 90 रन तथा नियाज एन 6 रन बनाकर खेल रहे हैं।

पहला मैच सिवनी-दुर्ग में

अखिल भारतीय नेहरू स्वर्ण कप हॉकी में पहला मैच ब्रदर्स क्लब सिवनी और डीएफए दुर्ग के बीच खेला जाएगा। स्पर्धा का आगाज 5 मई को शाम चार बजे से होगा। विजेता टीम को एक लाख की नकद राशि मिलेगी।
यह जानकारी पत्रकारों को देते हुए आयोजक एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि पहली बार रेलवे का कंशेसन न मिलने के कारण आयोजन का बजट दस लाख से बीस लाख हो गया है। लेकिन इतना होने के बाद भी क्लब ने आयोजन में अच्छी टीमों को बुलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने बताया कि स्पर्धा का उद्घाटन 5 मई को शाम चार बजे महापौर किरणमयी नायक करेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन करेंगे। विशेष अतिथि उपमहानिरीक्षक रामनिवास, खेल संचालक जीपी सिंह, जिंदल स्टील के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप टंडन, मिनी स्टील प्लांट के अशोक सुराना और छत्तीसगढ़ सिख फोरम के जेएस अरोरा होंगे।
श्री होरा ने बताया कि विजेता टीम को एक लाख, उपविजेता टीम को पच्चास हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 21 हजार का नकद इनाम दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उद्घाटन के दिन एक मैच और इसके बाद हर रोज दो मैच खेले जाएंगे। पहली बार स्पर्धा का लोकल चैनल ग्रांट और हेतवे से सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसकी तैयारी कर ली गई है। समापन समारोह के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह होंगे।

22 खेलों में देंगे प्रशिक्षण

राजधानी रायपुर के साथ जिले के आधा दर्जन विकासखंडों में जिला खेल विभाग खेल संघों की मदद से 22 खेलों का प्रशिक्षण शिविर लगाएगा। खेल संघों के साथ बैठक में यह फैसला बुधवार को किया गया।
प्रशिक्षण शिविर के संबंध में राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे की अध्यक्षता में नेताजी स्टेडियम के कार्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में खेल संघ के पदाधिकारियों को बताया गया कि खेल संचालनालय से प्रशिक्षण शिविर के लिए एक लाख पचास हजार की राशि मिली है। इस राशि में से एक लाख दस हजार के खेल सामान लिए जाएंगे। बाकी व्यय प्रमाणपत्रों, फोटो और स्टेशनरी के साथ मैदान आदि पर किया जाएगा। जिन खेलों का प्रशिक्षण लगाया जाना है उनमें वालीबॉल, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, फुटबॉल, साफ्टबॉल, हैंडबॉल, हॉकी, कराते, भारोत्तोलन, जूडो, टेनीक्वीइट म्यूथाई, नेटबॉल, ताइक्वांडो, नेटबॉल, टेबल टेनिस, कबड्डी, जंप रोप, जिम्नास्टिक, तीरंदाजी, थ्रोबाल, कैरम, मुक्केबाजी, वूशू शामिल हैं। इन खेलों में से कुछ खेलों के शिविर भाटापारा, तिल्दा, सिमगा, छूरा, गरियाबंद, कसडोल, बैकुंठ में लगाए जाएंगे। बैठक में 20 खेल संघों के पदाधिकारी और कुछ खेलों के प्रशिक्षक उपस्थित थे।

बुधवार, 4 मई 2011

सजा मैदान, कल से हॉकी का घमासान

अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी के लिए मैदान सज कर तैयार हो गया है। अब यहां पर 5 मई से देश की 24 नामी टीमों के बीच मुकाबला होगा।
देश के सबसे पुराने आयोजनों में शामिल नेहरू स्वर्ण कप हॉकी का यह 98वां आयोजन है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। नेताजी स्टेडियम के मैदान को आयोजक एथलेटिक क्लब के पदाधिकारियों ने दिन-रात मेहनत करके एक सप्ताह में तैयार किया है। क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा के साथ आयोजन से जुड़े इदरीश बारी ने बताया कि अब तक 24 टीमों की मंजूरी मिल गई है, इन टीमों में यंगर्स क्लब सिवनी, भिलाई स्टील प्लांट, न्यू स्टार बरेली, डीएफए दुर्ग, साई राजनांदगांव, साई कटक, स्पोर्ट्स हास्टल सुंदरगढ़, जिंदल स्टील रायगढ़, पाम्पोस हास्टल, स्पोर्ट्स हास्टल हैदराबाद, एमईजी बेंगलुरु, सेंट्रल रेलवे मुंबई, स्टेट हास्टल भोपाल, तमिलनाडु पुलिस चेन्नई, कोर आॅफ सिंग्नल जालंधर, सीमा सुरक्षा बल गुवाहाटी, वेस्टर्न रेलवे मुंबई के साथ पहली बार चार नई टीमें ध्यानचंद अकादमी नागपुर, डीएफए चन्द्रपुर, सेल रांची और हॉकी ट्रेनिंग सेंटर हावड़ा खेलने आएंगी। स्पर्धा का उद्घाटन शाम को चार बजे महापौर किरणमयी नायक करेंगी। इस अवसर पर डीजीपी पुलिस विश्वरंजन और एडीडीपी राम निवास उपस्थित रहेंगे।

छत्तीसगढ़ के लिए फाइनल की राह कठिन

चार राज्यों की अंडर 22 क्रिकेट स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ के लिए फाइनल की राह कठिन हो गई है। अंतिम मैच में छत्तीसगढ़ को झारखंड से जीतना होगा, वहीं उसे विदर्भ की केरल से हार की दुआ भी करनी होगी।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ का 4 मई से उस झारखंड की टीम से मुकाबला होगा जो टीम अपने दोनों मैच जीतकर फाइनल में स्थान बना चुकी है। झारखंड से पार पाना मेजबान टीम के लिए आसान नहीं होगा, लेकिन उसे फाइनल में स्थान बनाने के लिए जहां एक तरफ यह मैच जीतना ही होगा, वहीं उसके लिए यह भी जरूरी है कि दूसरे मैच में विदर्भ की टीम केरल से हार जाए। इस समय झारखंड की टीम दोनों मैच जीतकर 10 अंकों के साथ शीर्ष पर है। दूसरे स्थान पर विदर्भ की टीम है जिसके खाते में पांच अंक हैं। तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ की टीम है जिसके खाते में तीन अंक हैं। केरल के खाते में एक अंक ही है। इस बात की संभावना बहुत कम है कि विदर्भ की टीम केरल से मात खा जाएगी। वैसे छत्तीसगढ़ के भी झारखंड से जीतने की उम्मीद कम है।

खेल संघों के साथ आज बैठक

राजधानी के साथ रायपुर जिले में लगाए जाने वाले ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के लिए जिला खेल विभाग की खेल संघों के साथ 4 मई को बैठक रखी गई है। यह जानकारी देते हुए वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि विभाग ने इस बार प्रशिक्षण शिविर 15 मई से लगाने का फैसला किया है। विभाग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन खेल संघों के साथ मिलकर करता है। ऐसे में जिला के सभी खेल संघों के पदाधिकारियों को 4 मई को शाम चार बजे नेताजी स्टेडियम के कार्यालय में पहुंचने के लिए कहा गया है, ताकि प्रशिक्षण शिविर की तैयारी पर खेल संघों से चर्चा की जा सके। श्री डेकाटे ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा खेलों का प्रशिक्षण शिविर लगाने के प्रयास होंगे। उन्होंने बताया कि राजधानी के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी शिविर लगाए जाएंगे।

मंगलवार, 3 मई 2011

प्रशिक्षकों को सीधे देंगे खेल सामान

प्रदेश के खेल विभाग ने राज्य के खिलाड़ियों को तराशने के लिए कई स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर लगाकर प्रशिक्षकों को सीधे सामान देने का फैसला किया है। इससे खिलाड़ियों को भी सीधे लाभ मिल सकेगा। वैसे विभाग हर जिले में अलग से प्रशिक्षण शिविर भी लगाता है जो पहले की तरह ही जारी रहेंगे।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए विभाग अलग-अलग तरह की योजनाएं बनाकर खिलाड़ियों को तराशने के प्रयास में है। पहली बार राज्य के प्रशिक्षकों की बैठक पिछले माह ली गई थी। इस बैठक में राज्य के 40 प्रशिक्षक शामिल हुए थे। अब विभाग ने इन्हीं प्रशिक्षकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करके उनसे पूछा है कि वे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए क्या सामान चाहते हैं। खेल संचालक कहते हैं कि इन प्रशिक्षकों को जितने सामान की जरूरत होगी, खेल विभाग देगा। वे कहते हैं कि अगर एक प्रशिक्षक को दस से बीस हजार के भी सामान देने पड़े तो दिए जाएंगे। श्री सिंह कहते हैं कि अगर कुछ लाख खर्च करके दो से तीन दर्जन अच्छे खिलाड़ी राज्य को मिल जाते हैं तो यह एक उपलब्धि होगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि विभाग जिलों में जो ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर लगाता है उनको जारी रखा जाएगा। खेल संचालक ने बताया कि शिविरों के लिए जिलों को राशि भी भेजी जा चुकी है।
श्री सिंह ने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि जिन क्षेत्रों में प्रशिक्षक हैं, उनको अगर वहीं पर सुविधाएं दिला दी जाएं तो जरूर वे और ज्यादा लगन से काम करके अच्छे खिलाड़ी तैयार कर सकते हैं। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रशिक्षण के लिए यहां तक आने की भी जरूरत नहीं होगी।

साई सेंटर के लिए मांगे तीन प्रशिक्षक

राजधानी रायपुर में प्रारंभ होने वाले साई सेंटर के लिए साई के मुख्यालय से तीन प्रशिक्षकों की मांग की गई है। बाकी के चार खेलों के प्रशिक्षक पहले से हैं। यहां पर सेंटर का प्रारंभ 21 मई से होगा। इसके लिए खिलाड़ियों का चयन ट्रायल हो चुका है और खिलाड़ियों के नाम अभी तय होने बाकी हैं। 174 नाम क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल भेजे जा चुके हैं, इनमें से 150 का चयन होना है।
रायपुर में प्रारंभ होने वाले साई सेंटर में सात खेल वालीबॉल, फुटबॉल, भारोत्तोलन, जूडो, एथलेटिक्स, बैडमिंटन और कयाकिंग को रखा गया है। इन खेलों में से दो खेलों भारोत्तोलन और जूडो के कोच क्रमश: गजेन्द्र पांडे और नरेन्द्र कम्बोज रायपुर में ही हैं। वालीबॉल के कोच चन्दर सिंह का राजस्थान से रायपुर तबादला कर दिया गया है। बैडमिंटन के कोच सेंटर के प्र्रभारी शहनवाज खान हैं। बाकी के तीन खेलों एथलेटिक्स, कयाकिंग और फुटबॉल के लिए दिल्ली के मुख्यालय से कोच मांगे गए हैं। सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने बताया कि हमने जो कोच दिल्ली से मांगे हैं, वे हमें सेंटर के प्रारंभ होने से पहले मिल जाएंगे। उन्होंने बताया कि वैसे हमने
खेल विभाग की फुटबॉल की एनआईएस कोच सरिता कुजूर को मांगा है, लेकिन अभी वह हंगारी में चल रहे विशेष प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने गई हैं। शहनवाज खान ने बताया कि सेंटर का प्रारंभ 21 मई से कर दिया जाएगा, इसकी तैयारी चल रही है। 174 खिलाड़ियों में से 150 खिलाड़ियों का चयन किया जाना है। अभी इनके नाम तय नहीं किए गए हैं। नाम तय होते ही खिलाड़ियों को सूचना भेजी जाएगी।

सोमवार, 2 मई 2011

राज्य स्पर्धाओं से उद्योगों को जोड़ने की योजना

प्रदेश के खेल विभाग और खेल संघों के संयुक्त तत्वावधान में होनी वाली राज्य स्पर्धाओं पर रोक लग गई है। अब खेल विभाग इस प्रयास में है कि जिन खेलों को उद्योगों ने गोद लिया है, उन खेलों का आयोजन संघ उन उद्योगों के साथ मिलकर करे।
पिछले पांच साल से खेल विभाग सब जूनियर और जूनियर वर्ग की राज्य स्पर्धाओं का आयोजन खेल संघों के साथ मिलकर कर रहा था, लेकिन इस साल आयोजन पर वित्त विभाग ने रोक लगा दी। वित्त विभाग के पास जब यह मामला गया तो उन्होंने इसके नियमों की जानकारी मांगी, विभाग में ऐसा कोई नियम न होने पर इस तरह के आयोजन पर वित्त विभाग ने रोक लगा दी।
संयुक्त आयोजन पर रोक लगने से खेल संघ परेशान हैं। ऐसे में खेल संचालक जीपी सिंह ने संघों को राहत देने के लिए एक रास्ता यह सुझाया है कि संघ उन उद्योगों के साथ मिलकर आयोजन करें जिन उद्योगों ने खेलों को गोद लिया है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर 6 मार्च को प्रदेश के 32 खेलों को उद्योगों ने गोद लिया है। बड़े उद्योगों से संघों को 40 से 50 लाख और छोटे उद्योगों से 25 से 30 लाख की राशि हर साल दिलाई जाएगी।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि विभाग प्रयास करेगा कि उद्योग खेल संघों के साथ आयोजन करे। उन्होंने पूछने पर बताया कि पूर्व की तरह खेल संघों को राज्य स्पर्धाओं के आयोजन के लिए 50 हजार की राशि मिलती रहेगी, इसी के साथ जिले की टीमों को आने-जाने का खर्च भी विभाग देता रहेगा।

प्रदेश की साफ्ट टेनिस टीम तय

अहमदाबाद में अगले माह होने वाली राष्ट्रीय साफ्ट टेनिस चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली प्रदेश के बालक और बालिकाओं की टीम घोषित कर दी गई है। टीम का चयन राज्य स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव प्रमोद सिंह ठाकुर ने बताया कि अहमदाबाद में 13 से 17 मई तक राष्ट्रीय चैंपियनशिप होगी। इस चैंपियनशिप में खेलने जाने वाले खिलाड़ियों का चयन करने के लिए राज्य स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें प्रदर्शन के आधार पर 14 बालक और 14 बालिका खिलाड़ियों का चयन किया गया है। चुने गए खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर रायपुर के मेडिकल कॉलेज में लगाया जाएगा।
टीम इस प्रकार है- बालक- आकाश पाटिल, हिमांशु मौर्य, नील शुक्ला, आदित्य सिंहा, अनिमेष धनगर, प्रियांश ठाकुर, अभय बख्शी, ऋषभ भंसाली, कुंदन आहूजा, प्रितोष जंघेल, यश डोगर, संजय साहू, हनी मेहता। बालिका
टीम- अन्नपूर्णी, वैष्णवी, प्रिया राजपूत, अस्मिता पटेल, धनंजयी जंघेल, शांभवी ठाकुर, साक्षी वर्मा, रेणुका साहू, बरनाली दास, निकिता सिंह, अपूर्वा पाल, सरोजनी यादव, रेणुका पटेल और संध्या वर्मा।

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