अखिल भारतीय फुटबॉल में एमेटी क्लब हरियाणा के कड़े मुकाबले में टाटा स्टील बोकारो को सडनडेथ में ८-७ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। मैच में निर्धारित समय तक फैसला न होने पर पहले टाईब्रेकर फिर सडनडेथ का सहारा लिया गया। एक अन्य मैच में वेस्टन इंडिया मुंबई ने एनसी रेलवे इलाहाबाद को २-१ से मात दी।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा स्पोट्र्स काम्पलेक्स के मैदान में आयोजित स्पर्धा में पहला क्वार्टर फाइनल मैच एमेटी क्लब हरियाणा और टाटा स्टील बोकारो के बीच खेला गया। मैच में पहले हॉफ के बाद दूसरे हॉफ में भी कोई टीम काफी प्रयासों के बाद गोल नहीं कर सकी। ऐसे में जब मैच के फैसले के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया तो यहां पर भी कड़ा मुकाबला हुआ। एमेटी के चार खिलाड़ी जहां गोल मारने में सफल रहे, वहीं टाटा के भी चार खिलाडिय़ों ने गोल कर दिए। अब सडनडेथ में गोल करने की बारी आई तो ३-३ की बराबरी के बाद एमेटी के खिलाड़ी ने तो गोल मार दिया, पर टाटा का खिलाड़ी चूक गया और शाट क्रास बार से टकरा कर बाहर हो गया। इसी के साथ एमेटी ने मैच ८-७ से जीतकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।
एक अन्य मैच में वेस्टन इंडिया मुंबई ने एनसी रेलवे इलाहाबाद को २-१ से मात दी। मैच का पहला गोल मुंबई के जार्ज ने खेल के १५वें मिनट में किया। इलाहाबाद को जेपी यादव ने बराबरी दिलाई, लेकिन शेंइन के मुंबई के लिए गोल करके अपनी टीम को जीत दिला दी। मुंबई के मजहर शेख और जेपी यादव मैच के बेस्ट प्लेयर चुने गए।
आयोजन सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में ४ जनवरी को पहला मैच मोहम्मडन स्पोर्टिंग और साउथ सेंट्रल रेलवे नागपुर और दूसरा मैच वेस्टन मुंबई का जेसीबी भिलाई के साथ होगा। यह मैच क्वार्टर फाइनल मैच होगा।
सोमवार, 4 जनवरी 2010
चैंपियन का फैसला आज
राष्ट्रीय जूनियर और यूथ टेबल टेनिस में मेजबान छत्तीसगढ़ की चुनौती बालिका वर्ग में तो पहले चक्र में ही समाप्त हो गई। यूथ वर्ग के मुख्य ड्रा के पहले ही चक्र में सुरभि मोदी को हार का सामना करना पड़ा। इधर बालक वर्ग में सागर घाटगे ने जरूर पहले चक्र में आईएचआरए के धीरज राज को मात देकर दूसरे चक्र में स्थान बनाया। छत्तीसगढ़ के इन्हीं दो खिलाडिय़ों को मुख्य ड्रा में स्थान मिला था। स्पर्धा में फाइनल मुकाबले कल शाम को होंगे। दोनों वर्गों में चैंपियन कल तय हो जाएंगे, इसके बाद पुरस्कार वितरण कार्यक्रम होगा।
सप्रे टेबल टेनिस हॉल में चल रही स्पर्धा में मुख्य ड्रा के मुकाबले आज शाम को प्रारंभ हुए। इसमें यूथ बालिका वर्ग में मेजबान की नंबर वन खिलाड़ी सुरभि मोदी का मैच आन्ध्र प्रदेश की स्फूर्ति के साथ हुआ। यह मैच रोमांचक औैर कांटे का रहा। २-२ की बराबरी के बाद जब अंतिम और निर्णायक सेट चल रहा था तो इस सेट में एक समय सुरभि ३-६ से पीछे थी, लेकिन उन्होंने जोरदार खेल दिखाते हुए पहले स्कोर ६-६ से बराबर कर लिया। ऐसे में जब लग रहा था कि सुरभि अपने राज्य को जीत का तोहफा दे सकती है, तब वह ८-८ की बराबरी के बाद १०-८ से पीछे हो गई। यहां पर उन्होंने एक प्रयास करके अंक बनाया और स्कोर १०-९ कर लिया, लेकिन स्फूर्ति ने नाम के अनुरूप स्फूर्ति दिखाते हुए एक अंक लेकर सेट के साथ मैच भी अपने नाम ३-२ से कर लिया। सुरभि की हार के बाद उनका मैच देख रहे प्रदेश के खिलाडिय़ों के साथ प्रदेश टेबल टेनिल संघ के पदाधिकारी भी निराश हो गए। यहां से सभी उठकर वहां चलए गए जहां पर बालक वर्ग में सागर घाटगे का मैच चल रहा थ।
यूथ बालक वर्ग में सागर घाटगे का पहला मैच धीरज राज के साथ हुआ। इस मैच में सागर ने जोरदार खेल दिखाते हए ३-१ से जीत प्राप्त कर अगले चक्र में स्थान बना लिया। सागर की जीत से प्रदेश के खिलाडिय़ों के चेहरों में रौनक लौटी। सागर का दूसरे चक्र में एनबी के राज मंडल से मुकाबला हुआ।
अन्य मैचों में शीर्ष वरीयता प्राप्त महरा्ट्र की सूजा सहस्त्रबुद्धे ने मेघालय की तुमी मोमिन को ३-०, बंगाल की अंकिता दास ने विष्णु प्रिया को ३-०, महाराष्ट्र की मल्लिका भंडारकर ने कर्नाटक की बीएस अर्पिता को ३-०, पंजाब की आकांक्षा ने नेहा सिंह को ३-१, दिल्ली की नेहा अग्रवाल ने उप्र की स्वाति रावत को ३-०, मप्र की पूजा शर्मा ने असम की सुनीता को ३-१ से मात दी। बालक वर्ग में शीष वरीयता प्राप्त जी. सत्येन ने मणिपुर के दीपक मेभी को ३-०, बंगाल के सौम्यजीत घोष ने त्रिपुरा के राजदीप साहा को ३-०, महाराष्ट्र के सानिल शेट्ठी ने हिमाचल के के. मलिक को ३-०, गुजरात के जय मेहता ने ङाारखंड के आर्यन को ३-० से हराया।
स्पर्धा में देर रात तक मुख्य ड्रा के मुकाबले खेले गए। अब स्पर्धा में ४ जनवरी को सुबह के सत्र में जूनियर के साथ यूथ वर्ग में बालकों के साथ बालिका वर्ग में सेमीफाइनल मैच होंगे। शाम के सत्र में दोनों वर्गों के फाइनल मैच खेले जाएंगे। फाइनल मैच के बाद शाम को सात बजे पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा इसके मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे।
सप्रे टेबल टेनिस हॉल में चल रही स्पर्धा में मुख्य ड्रा के मुकाबले आज शाम को प्रारंभ हुए। इसमें यूथ बालिका वर्ग में मेजबान की नंबर वन खिलाड़ी सुरभि मोदी का मैच आन्ध्र प्रदेश की स्फूर्ति के साथ हुआ। यह मैच रोमांचक औैर कांटे का रहा। २-२ की बराबरी के बाद जब अंतिम और निर्णायक सेट चल रहा था तो इस सेट में एक समय सुरभि ३-६ से पीछे थी, लेकिन उन्होंने जोरदार खेल दिखाते हुए पहले स्कोर ६-६ से बराबर कर लिया। ऐसे में जब लग रहा था कि सुरभि अपने राज्य को जीत का तोहफा दे सकती है, तब वह ८-८ की बराबरी के बाद १०-८ से पीछे हो गई। यहां पर उन्होंने एक प्रयास करके अंक बनाया और स्कोर १०-९ कर लिया, लेकिन स्फूर्ति ने नाम के अनुरूप स्फूर्ति दिखाते हुए एक अंक लेकर सेट के साथ मैच भी अपने नाम ३-२ से कर लिया। सुरभि की हार के बाद उनका मैच देख रहे प्रदेश के खिलाडिय़ों के साथ प्रदेश टेबल टेनिल संघ के पदाधिकारी भी निराश हो गए। यहां से सभी उठकर वहां चलए गए जहां पर बालक वर्ग में सागर घाटगे का मैच चल रहा थ।
यूथ बालक वर्ग में सागर घाटगे का पहला मैच धीरज राज के साथ हुआ। इस मैच में सागर ने जोरदार खेल दिखाते हए ३-१ से जीत प्राप्त कर अगले चक्र में स्थान बना लिया। सागर की जीत से प्रदेश के खिलाडिय़ों के चेहरों में रौनक लौटी। सागर का दूसरे चक्र में एनबी के राज मंडल से मुकाबला हुआ।
अन्य मैचों में शीर्ष वरीयता प्राप्त महरा्ट्र की सूजा सहस्त्रबुद्धे ने मेघालय की तुमी मोमिन को ३-०, बंगाल की अंकिता दास ने विष्णु प्रिया को ३-०, महाराष्ट्र की मल्लिका भंडारकर ने कर्नाटक की बीएस अर्पिता को ३-०, पंजाब की आकांक्षा ने नेहा सिंह को ३-१, दिल्ली की नेहा अग्रवाल ने उप्र की स्वाति रावत को ३-०, मप्र की पूजा शर्मा ने असम की सुनीता को ३-१ से मात दी। बालक वर्ग में शीष वरीयता प्राप्त जी. सत्येन ने मणिपुर के दीपक मेभी को ३-०, बंगाल के सौम्यजीत घोष ने त्रिपुरा के राजदीप साहा को ३-०, महाराष्ट्र के सानिल शेट्ठी ने हिमाचल के के. मलिक को ३-०, गुजरात के जय मेहता ने ङाारखंड के आर्यन को ३-० से हराया।
स्पर्धा में देर रात तक मुख्य ड्रा के मुकाबले खेले गए। अब स्पर्धा में ४ जनवरी को सुबह के सत्र में जूनियर के साथ यूथ वर्ग में बालकों के साथ बालिका वर्ग में सेमीफाइनल मैच होंगे। शाम के सत्र में दोनों वर्गों के फाइनल मैच खेले जाएंगे। फाइनल मैच के बाद शाम को सात बजे पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा इसके मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे।
रविवार, 3 जनवरी 2010
स्कूलों में खेलों पर ध्यान देना जरूरी

भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त कमलेश मेहता का कहना है कि देश में स्कूली स्तर पर खेलों में ध्यान जरूरी है। आज टेबल टेनिस ही नहीं हर खेल में हमारी नींव कमजोर है। स्कूल स्तर को ही खेलों की नींव माना जाता है, अगर नींव कमजोर है तो हम यह कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ अच्छा कर सकते हैं।
यहां पर चल रही राष्ट्रीय यूथ और जूनियर टेबल टेनिस में महाराष्ट्र टीम से खेल रहे अपने खिलाडिय़ों का खेल देखने आए इस खिलाड़ी ने कुछ खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आज टेबल टेनिस में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आशा के अनुरूप सफलता नहीं मिल पा रही है तो इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि निचले स्तर पर यानी की स्कूलों में खेल पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जब स्कूली खिलाडिय़ों को शुरू से निखारने का काम होगा तो ही ये खिलाड़ी आगे जाकर राष्ट्रीय और फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूर कमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि इसी के साथ यह भी जरूरी है कि अपने देश के प्रशिक्षकों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिलाया जाए। जब प्रशिक्षकों के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का ज्ञान होगा तो वे खिलाडिय़ों को अच्छी तरह से तैयार करने में सफल होंगे।
भारतीय जूनियर टीम के चयनकर्ता और ७ बार विश्व कप के साथ ८ बार एशियन चैंपियनशिप में भारतीय टीम से खेलने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि खिलाडिय़ों को निखारने में प्रशिक्षकों की भूमिका तो अहम होती है, पर पालकों के साथ स्कूल के प्रबंधन को भी खिलडिय़ों की तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पालकों के प्रोत्साहन के बिना किसी भी खिलाड़ी का आगे बढऩा संभव नहीं होता है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का होना अच्छी बात है, एक नए राज्य ने इतना अच्छा आयोजन किया है इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने पूछने पर कहा कि छत्तीसगढ़ ही क्या किसी भी राज्य के खिलाडिय़ों का खेल निखारने के लिए यह जरूरी है उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण दिलाया जाए। पूछने पर उन्होंने बताया कि वे ८ बार १९८१ से ९४ के बीच राष्ट्रीय चैंपियन रहे हैं। उनके खाते में भारत के ऐसे पहले खिलाड़ी होने का सम्मान है जिनकी एशियन, कामनवेल्थ के साथ विश्व में सबसे अच्छी रैंकिंग रही है। वे १९९८ में भारतीय टीम के कोच भी रहे हैं। इस समय मुंबई में उनकी एक अकादमी चल रही है जहां पर वे खिलाडिय़ों को निखारने का काम करते हैं। १९९१ से सैफ खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय टीम के भी वे सदस्य थे। इस समय यूथ वर्ग के साथ जूनियर वर्ग में भी महाराष्ट्र के खिलाडिय़ों का दबदबा है।
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