
भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई की मदद से प्रदेश की राजधानी रायपुर के भी कई अखाड़े अब गुलजार हो जाएंगे। साई ने इनको भी भरपूर मदद देने की बात कही है। छत्तीसगढ़ के पहली बार दौरे पर आए क्षेत्रीय निर्देशक आरके नायडु ने बताया कि साई इस समय देश में खेलों के विकास के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। इन्हीं योजनाओं में एक योजना किसी भी खेल को मदद करने की है। उन्होंने बताया कि देशी खेल कुश्ती को बढाने के लिए अखाड़ों को भी मदद करने की योजना है, उन्होंने बताया कि रायपुर के ज्यादा से ज्यादा अखाड़ों को साई एक तरह से गोद लेकर उनको मदद करेगी। इन अखाड़ों को सामान दिया जाएगा, उन्होंने पूछने पर बताया कि आज कुश्ती जिस तरह से आधुनिक मैट पर होती है ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवान तैयार करने के लिए यह जरूरी है उनको मैट पर अभ्यास करने का मौका मिले। ऐसे में जिनते भी अखाड़े मैट की मांग करेंगे उनको मैट भी दिए जाएंगे। अब तक रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के ज्यादातर अखाड़ों में पहलवान मिट्टी पर ही कुश्ती के दांव लगाते हैं। वैसे रायपुर के दस अखाड़ों स्टार अखाड़ा, सत्तीबाजार, बलभीम जोरापारा, गया उस्ताद, शीतला, दंतेश्वरी, बजरंग, सिकंदर, हनुमान, और जय बजरग अखाड़ा को खेल विभाग ने गद्दे दिए थे। वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि इन सभी अखाड़ों को 10-10 गद्दे दिए गए थे।
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