राजधानी रायपुर में मार्च के अंतिम सप्ताह में होने वाली राष्ट्रीय कैनाइंग-कयाकिंग अब सितंबर में होगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष वैभव मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को उनकी राष्ट्रीय फेडरेशन के पदाधिकारियों से चर्चा हुई जिसमें यह बात सामने आई कि मार्च में स्पर्धा का आयोजन कर पाना संभव नहीं होगा क्योंकि यह समय परीक्षाओं का रहता है। ऐसे में फेडरेशन के पदाधिकारियों से चर्चा के बाद यह तय किया गया है कि अब इसका आयोजन सितंबर के अंतिम सप्ताह में या फिर अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा। श्री मिश्रा ने पूछने पर बताया कि इसमें संदेह नहीं कि रायपुर में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा के बाद यहां पर कयाकिंग के प्रति खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा। उन्होंने पूछने पर कहा कि झारखंड के राष्ट्रीय खेलों के लिए हमारे खिलाड़ियों ने तैयारी तो की थी, लेकिन संसाधनों की कमी के साथ एक अच्छे प्रशिक्षक की कमी की वजह से हमारे खिलाड़ी पदक नहीं जीत सके। वे कहते हैं कि हमारे खेल के लिए भी एनआईएस कोच जरूरी है। इसी के साथ खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए नियमित स्थान भी जरूरी है। हमारे खिलाड़ी वैसे बूढ़ातालाब में अभ्यास करते हैं। लेकिन वहां नियमित अभ्यास संभव नहीं हो पाता है। हमारे लिए यहां सबसे बड़ी समस्या बोटों को रखने की है। अगर हमें बूढ़ातालाब से लगा हुआ एक कमरा निगम बनवाकर दे दे जिसमें हमारे खिलाड़ी बोट को रख सके तो हमारे खिलाड़ियों के लिए बूढ़ातालाब से अच्छी जगह और कोई नहीं हो सकती है। श्री मिश्रा ने पूछने पर बताया कि जब यहां पर स्पर्धा का आयोजन होगा तो स्पर्धा बूढ़ातालाब में होगी। उन्होंने बताया कि चूंकि इस तालाब में 1000 मीटर का ट्रेक निकल पाना संभव नहीं है, ऐसे में यहां पर 200 और 500 मीटर के मुकाबले होंगे। मुकाबलों में सी-वन, सी-टू और सी-फोर के साथ के-वन, के-टू और के-फोर के मुकाबले होंगे। इन मुकाबलों में शामिल होने देश के सभी राज्यों के खिलाड़ी यहां आएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें