बुधवार, 3 जून 2009

इनामी हैंडबॉल राजनांदगांव में ५ से

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा नगद इनामी राशि राज्य सब जूनियर हैंडबॉल का आयोजन ५ से ७ जून तक राजनांदगांव में किया गया है। इस चैंपियनशिप में विजेता टीमों को १०-१० की नगद इनामी राशि दी जाएगी। चैंपियनशिप में सभी १८ जिलों की टीमें शामिल होंगी। चैंपियनशिप का आयोजन हैंडबॉल संघ के सहयोग से किया जाएगा।
चैंपियनशिप के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश हैंडबॉल संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि राज्य सब जूनियर बालक-बालिका चैंपियनशिप का आयोजन खेल विभाग के माध्यम से किया जाता है। इस बार यह चैंपियनशिप राजनांदगांव में हो रही है। इसमें मेजबान राजनांदगांव के साथ रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, दंतेवाड़ा, धमतरी, महासमुन्द, कोरबा, जांजगीर, रायगढ़, कोरिया, जगदलपुर, कांकेर, सरगुजा, बीजापुर, सहित सभी जिलों की टीमें भाग लेंगी। सभी टीमों के रहने और खाने की व्यवस्था खेल विभाग द्वारा की गई है। सभी टीमों को ४ जून तक पहुंचना आनिवार्य होगा। टीमें के आने-जाने का खर्च भी खेल विभाग वहन करता है। इसी के साथ चैंपियनशिप में विजेता बनने वाली टीमों को दस हजार और उपविजेता टीमों को सात हजार पांच सौ की नगद राशि दी जाती है।

मंगलवार, 2 जून 2009

सीनियर लड़कियां हारी जूनियर लड़कों से

टी-२० क्रिकेट के एक दोस्ताना मैच में प्रदेश की सीनियर महिला क्रिकेट टीम अंडर १४ साल के लड़कों की टीम से मात खा गई। हालांकि लड़कों को मैच जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। अंतिम ओवर में जाकर लड़के ९९ रनों की लक्ष्य प्राप्त कर सके।
छत्तीसगढ़ की महिला टीम और अंडर १४ साल की लड़कों की टीम के बीच एक अभ्यास मैच रेलवे मैदान में करवाया गया। इस मैच में महिला टीम की कप्तान सरिता ने टॉस जीतकर पहले बल्ले चलाने का फैसला किया। उसकी पूरी २० ओवरों में ९८ रन बनाकर आउट हो गई। अमरजीत कौर ने २६ और विजयालक्ष्मी ने १५ रन बनाए। लड़कों की टीम से अजय ने ११ रन देकर ४ विकेट लिए। दो विकेट कन्हैया को मिले। ९९ रनों की चुनौती को प्राप्त करने के लिए लड़कों की टीम को भी खूब पसीना बहाना पड़ा। अंतिम ओवर में जाकर जीत मिली। रंजन ने ३७ और अजय ने १६ रनों की पारी खेली। मैन ऑफ द मैच अजय रहे। मैच का आयोजन करने वाले रेलवे में प्रशिक्षण शिविर के कोच स्वर्ण सिंह कलसी ने बताया कि यह अभ्यास मैच इसलिए करवाया गया था ताकि प्रदेश की महिला टीम को अभ्यास मिल सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश की टीम सात जून को अहमदाबाद जाने वाली है जहां एक राष्ट्रीय चैंपियनशिप होनी है। उन्होंने बताया कि चूंकि महिला क्रिकेट टीम का स्तर अंडर १४ और १६ साल के लड़कों के बराबर माना जाता है इसीलिए अंडर १४ टीम के साथ अभ्यास मैच करवाया गया था।

सोमवार, 1 जून 2009

छत्तीसगढ़ में लगेगा एस्ट्रो टर्फ

राजधानी रायपुर में हॉकी का एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी मंजूरी दे दी है। पहले नेताजी स्टेडियम और कोटा स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाने का फैसला किया गया था, पर दोनों स्थानों पर आ रही परेशानियों को देखते हुए नए स्थान का चुनाव करके मुख्यमंत्री को इससे खेल विभाग ने अवगत करवाते हुए नए स्थान के लिए स्वीकृति ले ली है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने काफी पहले नेताजी स्टेडियम और कोटा स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद जब दोनों स्थानों पर एस्ट्रो टर्फ लगाने की कवायद प्रारंभ हुई तो मालूम हुआ कि दोनों स्थानों पर एस्ट्रो टर्फ लगाने में परेशानी होगी। नेताजी स्टेडियम में यह परेशानी आ रही है कि एक तो यह मैदान छोटा है दूसरा यह कि इसकी दिशा ही गलत है। हॉकी का मैदान पूर्व-पश्चिम होता है ताकि खिलाडिय़ों को सूरज की रौशनी का सामना न करना पड़े। सबसे ज्यादा परेशानी का सामना गोलकीपर को करना पड़ता है। ऐसे में अगर यहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाया जाता है तो अंतरराष्ट्रीय मैच होने की संभावना ही नहीं रहेगी। तकनीकी जानकारों से सलाह करने के बाद खेल विभाग ने सारी स्थिति को जाना और यह फैसला किया कि यहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाना उचित नहीं होगा।

इसी तरह से कोटा स्टेडियम रविशंकर विश्व विद्यालय के अधीन है रविवि वहां पर इसका उपयोग बीपी एड और एमपी एड के विद्यार्थियों के लिए करना चाहता है। ऐसे में रविवि से वहां एस्ट्रो टर्फ लगाने की अनुमति नहीं मिल पा रही थी। इस स्टेडियम की जमीन विवाद में भी फंसी हुई है। खेल विभाग ने कोटा स्टेडियम की वस्तु स्थिति जानने के लिए कई बार रविवि प्रशासन से संपर्क किया और उसको पत्र भी लिखे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में कोटा स्टेडियम की भी पूरी जानकारी एकत्रित करने के बाद खेल विभाग को लगा कि वहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाना ठीक रहेगा। ऐसे में विभाग ने यह योजना बनाई कि क्यों न एस्ट्रो टर्फ लगाने का काम खेल भवन से लगे साइंस कॉलेज के उस मैदान में किया जाए जो मैदान खेल विभाग को मिला है। खेल विभाग के पास यहां पर ३४ एकड़ जमीन है। इस स्थान से ज्यादा कोई और उपयुक्त स्थान शहर में एस्ट्रो टर्फ लगाने के लिए नहीं है। लेकिन इसके लिए मुख्यमंत्री की मंजूरी जरूरी थी क्योंकि नेताजी स्टेडियम और कोटा में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी। खेल विभाग की जब मुख्यमंत्री के साथ शनिवार की शाम को बैठक हुई तो विभाग ने उनके सामने पूरी वस्तुस्थिति रखी तो मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सारी जानकारी लेने के बाद साइंस कॉलेज के मैदान में ही हॉकी स्टेडियम बनाकर वहां एस्ट्रो टर्फ लगाने की मंजूरी दे दी है। अब विभाग वहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाने की कवायद जल्द प्रारंभ करेगा।

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