छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए निशानेबाजी में पदक जीतने के लिए अभी से योजना बनाकर काम करना चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षण देने क्या-क्या सुविधाएं चाहिए इसकी पूरी योजना बनाकर खेल विभाग के सामने संघ को रखनी चाहिए।
ये बातें यहां पर चार जिलों की राज्य जिला निशानेबाजी स्पर्धा के उद्घाटन अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में २०१३-१४ में राष्ट्रीय खेल होंगे। इन खेलों में छत्तीसगढ़ को पदक तालिका में नंबर वन बनाने के लिए अभी से प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि निशानेबाजी में भी पदक जीतने की तैयारी की जाए। निशानेबाजी में राज्य के खिलाडिय़ों को पदक कैसे मिल सकते हैं इसकी योजना बनाने का काम प्रदेश संघ को करना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि उनका विभाग हर खेल संघ से अपनी योजना बनाकर देने की बात कह रहा है। उन्होंने कहा कि मेजबान को पदक तालिका में अगर अहम स्थान पाना है तो यह बात तय है कि इसके लिए अभी से प्रयास करने होंगे।
खेल संचालक ने कहा कि उनको इस बात की खुशी है कि निशानेबाजी संघ ने उनके सुझाव पर अमल करते हुए पहली बार जिला स्तर पर स्पर्धा का आयोजन किया है। मैं जब यहां पर पिछले साल राज्य स्पर्धा के समापन में आया था तो मैंने कुछ सुझाव दिए थे, उन सुझावों में सबसे अहम सुझाव जिला स्तर पर स्पर्धा के आयोजन का था और अब पहली बार जिला स्तर की स्पर्धा हो रही है।
कोच दुर्गेश वशिष्ठ ने बताया कि स्पर्धा में रायपुर के साथ बिलासपुर, दुर्ग और दंतेवाड़ा के खिलाड़ी खेलने आए हैं। दो दिनों के अभ्यास सत्र के बाद २८ अप्रैल को पदकों के लिए मुकाबले होंगे। उन्होंने बताया कि हर जिले के लिए अलग-अलग मुकाबलों के साथ पुरस्कार भी अलग दिए जाएँगे। इस स्पर्धा में चुने गए खिलाडिय़ों को राज्य स्पर्धा में खेलने का मौका मिला। यह स्पर्धा जून में होगी।
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