अंतर रेलवे तीरंदाजी के ओलंपिक राऊंड में ओलंपियन मंगल सिंह चाम्पिया अपने ही जोन के राहुल बेनर्जी पर भारी पड़े। मंगल ने स्वर्ण पर निशाना लगाते हुए अपने स्वर्ण पदकों की संख्या तीन कर ली। राहुल तीसरे स्वर्ण से चूक गए। इसी के साथ ईस्टन रेलवे को 8 स्वर्ण के साथ दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा। बिना स्टार खिलाड़ियों के खेलने वाले मेजबान एसईसीआर के खिलाड़ियों ने स्पर्धा में 10 स्वर्ण पदकों के साथ ओवरआल चैंपियनशिप पर भी कब्जा किया। मेजबान को अंतिम दिन एक मात्र स्वर्ण पदक ओलंपिक राऊंड के कंपाऊंड में वृशाली ने दिलाया। इस वर्ग के तीनों पदक मेजबान के खाते में गए।
डब्ल्यूआरएस के मैदान में अंतिम दिन ओलंपिक राऊंड में कांटे के मुकाबले हुए। रिकर्व में मंगल सिंह चाम्पिया के सामने राहुल बेनर्जी कहीं भी ठहर नहीं पाए और मंगल ने 6-1 से स्कोर से स्वर्ण अपने नाम कर लिया। यह मंगल का स्पर्धा में तीसरा स्वर्ण था। इस वर्ग का कांस्य पदक वी. राजू ने जीता। महिला वर्ग में ईस्टन रेलवे की रानू ने एकतरफा मुकाबले में प्रतिमा को 6-0 से मात देकर स्वर्ण अपने नाम किया। इस वर्ग का कांस्य पदक बोम्बाइला देवी को मिला। कंपाऊंड वर्ग में रामाराव और एसईसीआर के शिवनाथ नगेशिया के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। एक समय दो चक्र के बाद पीछे चल रहे शिवनाथ ने आगे दो चक्रों में शानदार खेल दिखाते हुए मुकाबले को टाई में पहुंचा दिया।
अंतिम चक्र में रामाराव के निशाने सही लगे, पर शिवनाथ चूक गए। ऐसे में रामाराव ने 6-4 से मुकाबले के साथ स्वर्ण अपने नाम कर लिया। इस वर्ग का कांस्य पल्टन हसदा ने जीता। महिला वर्ग में मेजबान खिलाड़ियों वृशाली और मंजूधा में भी कांटे की टक्कर हुई। इसमें वृशाली ने 6-4 से मुकाबला जीतकर अपने नाम स्वर्ण कर लिया। रजत मंजूधा और कांस्य मेजबान एसईसीआर की नमिता यादव को मिला।
स्पर्धा में मेजबान टीम 10 स्वर्ण पदकों के साथ पहले स्थान पर रही। स्टार खिलाड़ियों मंगल सिंह चाम्पिया और राहुल बेनर्जी, डोला बेनर्जी के साथ खेल रही ईस्टन रेलवे की टीम 8 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रही। मुकाबलों के बाद हुए पुरस्कार वितरण के मुख्यअतिथि दपूमघ्य रेलवे के महाप्रबंधक एनएस कस्तुरीरंगन थे। इसी के साथ रायपुर के डीआरएम पीबी स्वाइन और अन्य अतिथियों ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार बांटे।
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