भिलाई के हैंडबॉल कांप्लेक्स में 19 लाख की लागत से डेको टर्फ लगाने का काम प्रारंभ हो गया है। यह प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का पहला आउटडोर डेको टर्फ मैदान होगा।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि हैंडबॉल को गोद लेने वाली कंपनी एनएमडीसी से पिछले तीन साल से डेको टर्फ के लिए सात-सात लाख की राशि मिल रही थी। अब इसी राशि से भिलाई में टर्फ लगाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 30 गुणा 50 मीटर में गड्डा खोदकर 6 इंज बोल्डर डाले जाते हैं। इसके बाद मुरुम और फिर 4 इंज बोल्डर डालकर रोलिंग की जाती है। तीन सप्ताह मैदान को सुखाने के बाद आधे इंच वाला सरफेस कोटिंग सिस्टम द्वारा मैदान में रबर लगाया जाता है। डेको टर्फ एक तरह से रबर का मैदान होता है। श्री खान ने बताया कि मैदान को फ्लड लाइट वाला बनाया जा रहा है। मैदान के चारों तरफ पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण भी किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि हैंडबॉल को गोद लेने वाली कंपनी एनएमडीसी से पिछले तीन साल से डेको टर्फ के लिए सात-सात लाख की राशि मिल रही थी। अब इसी राशि से भिलाई में टर्फ लगाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 30 गुणा 50 मीटर में गड्डा खोदकर 6 इंज बोल्डर डाले जाते हैं। इसके बाद मुरुम और फिर 4 इंज बोल्डर डालकर रोलिंग की जाती है। तीन सप्ताह मैदान को सुखाने के बाद आधे इंच वाला सरफेस कोटिंग सिस्टम द्वारा मैदान में रबर लगाया जाता है। डेको टर्फ एक तरह से रबर का मैदान होता है। श्री खान ने बताया कि मैदान को फ्लड लाइट वाला बनाया जा रहा है। मैदान के चारों तरफ पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण भी किया जा रहा है।
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