राजधानी रायपुर के साई सेंटर में महिला फुटबॉल को भी शामिल किए जाने पर साई के निदेशक सहमत हो गए हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने शर्त यह रखी है कि कम से कम एक दर्जन खिलाड़ी उनके मापदंड पर खरी उतरनी चाहिए। इधर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि एक दर्जन क्या हम तीन दर्जन पात्र खिलाड़ी दे देंगे।
साई के क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु ने इस बारे में कहा कि वैसे तो साई के खेलों में बालिका फुटबॉल शामिल नहीं है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अगर वास्तव में प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं तो रायपुर के सेंटर में डे-बोर्डिंग पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अगर फुटबॉल संघ कम से कम 12 ऐसी खिलाड़ी दे देता है जो हमारे पात्रता नियमों में खरी उतरती हैं तो हमें डे-बोर्डिंग प्रारंभ करने में परेशानी नहीं होगी। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि अब यह कहना संभव नहीं है कि हम तुरंत ही बालिका फुटबॉल को भी शामिल कर लेंगे, लेकिन हम सेंटर प्रारंभ के बाद खिलाड़ियों को देख कर कोई फैसला करेंगे।
तीन दर्जन खिलाड़ी दे देंगे: मुश्ताक
जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान का कहना है कि साई को हम एक दर्जन नहीं बल्कि तीन दर्जन ऐसी खिलाड़ी दे सकते हैं जो उनके नियमों पर खरी उतरेंगी। उन्होंने बताया कि एक तो हमारे रायपुर जिले की सब जूनियर और जूनियर टीम राज्य चैंपियनशिप में कई सालों से विजेता बन रही है। इसी के साथ प्रदेश की टीम राष्ट्रीय स्तर पर भी सफल हो रही है। उन्होंने बताया कि अंडर 14 में हमारी टीम ने चौथा और अंडर 17 में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। हमारे पास दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों निकिता स्विसपन्ना और सुप्रिया कुकरेती के साथ भारत की संभावित टीम में शामिल रहीं वंदना ध्रुव भी हैं।
सरिता कुजूर होंगी कोच
साई के निदेशक आरके नायडु ने बताया कि खेल विभाग की एनआईएस कोच सरिता कुजूर ही साई के सेंटर में प्रशिक्षक होंगी। उनको हमने खेल विभाग से मांगा है। इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह से बात हो गई है। सुश्री कुजूर अभी हंगारी में चल रहे विशेष प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने गई हैं। वहां पर तीन माह तक वह प्रशिक्षण लेकर आएंगी।
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