हमने अपने खेल विभाग के लिए नए सेटअप में २५० पद मांगे हैं। नया सेटअप राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए बनाया गया है। इस सेटअप के मंजूर होने से राज्य को खेल में बहुत फायदा होगा और राज्य में खेलों का विकास तेजी से होगा।
यह जानकारी देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि वित्त विभाग एवं उनके विभाग के बीच हुए गलतफहमी के कारण विभाग द्वारा भेजा गया सेटअप रद्द कर दिया गया था। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने वित्त विभाग द्वारा दी गई सहमति को मंजूरी समङा लिया था जिसकी वजह से करीब २१ माह बाद जानकारी होने पर इसे रद्द किया गया। सेटअप रद्द होने के बाद वित्त विभाग ने सेटअप फिर से भेजने कहा था ऐसे में सेटअप को नए सिरे से बनाया गया और नया सेटअप तैयार करके भेजा गया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए खेलमंत्री ने बताया कि नया सेटअप ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग में वैसे भी स्टॉफ की बहुत कमी है। उन्होंने पूछने पर बताया कि ३३० पदों का सेटअप बनाकर भेजा गया है। वर्तमान में ८२ पद हैं। बाकी के २४८ पदों की मंजरी मांगी गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वित्त विभाग से सेटअप पर जो आपतियों लगाईं थीं उनको भी दूर कर दिया गया है।
पुलिस से मुक्त होंगे खेल
खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि वर्तमान में जिलों में खेल के प्रभारी पुलिस अधीक्षक होते हैं। इनके पास अपना ही काम ज्यादा होता है। ऐसे में खेलों के लिए इनसे समय दिए जाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि नया सेटअप मंजूर हो गया तो जिलों के खेल पुलिस अधीक्षकों से मुक्त हो जाएंगे। संभाग स्तर पर सहायक संचालक रहेंगे और उनके पास डीडीओ पावर रहेगा। ऐसे में पुलिस अधीक्षकों की सेवाएं लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खेलमंत्री ने बताया कि मप्र में भी खेलों से पुलिस से मुक्त कर दिया गया है।
अच्छे स्टेडियम बनाएंगे
खेलमंत्री ने बताया कि उनको कामनवेल्थ खेलों में जाने का मौका मिला। वहां पर स्टेडियम देखने के बाद अब यह तय किया जा रहा है कि अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए भी अच्छे स्टेडियम बनाने की योजना तैयार की जाए। उन्होंने बताया कि दिल्ली में उद्घाटन समारोह के साथ उन्होंने मुक्केबाजी के मुकाबले देखे। उन्होंने कहा कि वास्तव में कामनवेल्थ के लिए जो भी स्टेडियम बनाए गए हैं, सब लाजवाब हैं। हमारा ऐसा प्रयास रहेगा कि छत्तीसगढ़ में भी ऐसे स्टेडियम बनाए जाए ताकि राष्ट्रीय खेलों में देश भर से आने वाले खिलाड़ी उनकी तारीफ किए बिना न रहे।
अंडर १९ का वर्ग बदलेगा
छत्तीसगढ़ ओलंपिक में अंडर १९ वर्ग के बारे में उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक को करवाने का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का मकसद राज्य में होने वाले राष्ट्रीय खेल हैं। छत्तीसगढ़ ओलंपिक से राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करके उनको राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करना है। ऐसे में यह बात सही है कि अंडर १९ के स्थान पर अगर स्कूल वर्ग में अंडर १७ के मुकाबले करवाए जाएंगे तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि अभी समय है अभी यह तय नहीं किया गया है कि अंडर १९ के ही मुकाबले होने हैं। उन्होंने कहा कि समीक्षा करके देखेंगे अगर ऐसा लगेगा कि अंडर १९ के मुकाबले करवाने से फायदा नहीं होगा तो इसके स्थान पर अंडर १७ को रखा जाएगा।
प्रतिभाओं को निखारेगे
खेलमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के बाद चुनी गई प्रतिभाओं को निखारने का काम राज्य के विभिन्न जिलों में खुलने वाले प्रशिक्ष्रण केन्द्रों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए हमारी सरकार हर सुविधा देना का काम करेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बुलाएंगे
लता उसेंडी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहले की कह चुके हैं कि राज्य के दस साल पूरे होने पर छत्तीसगढ़ ओलंपिक में राज्य स्तर के खेलों के साथ क्रिकेट का एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने पूछने पर कहा कि संभव होगा तो इंग्लैंड की काऊंटी टीम के खिलाडिय़ों या फिर पाकिस्तान टीम के पूर्व और वर्तमान खिलाडिय़ों को बुलाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को बनाए रखने के लिए वहां पर आयोजन जरूरी है। ऐसे में अगर वहां कोई अकादमी खोल दी जाए तो मैदान में कम से कम अभ्यास होने से मैदान ठीक रहेगा। उन्होंने बताया कि अकादमी के लिए छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में क्रिकेट अकादमी तो हीनी ही चाहिए।
यह जानकारी देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि वित्त विभाग एवं उनके विभाग के बीच हुए गलतफहमी के कारण विभाग द्वारा भेजा गया सेटअप रद्द कर दिया गया था। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने वित्त विभाग द्वारा दी गई सहमति को मंजूरी समङा लिया था जिसकी वजह से करीब २१ माह बाद जानकारी होने पर इसे रद्द किया गया। सेटअप रद्द होने के बाद वित्त विभाग ने सेटअप फिर से भेजने कहा था ऐसे में सेटअप को नए सिरे से बनाया गया और नया सेटअप तैयार करके भेजा गया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए खेलमंत्री ने बताया कि नया सेटअप ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग में वैसे भी स्टॉफ की बहुत कमी है। उन्होंने पूछने पर बताया कि ३३० पदों का सेटअप बनाकर भेजा गया है। वर्तमान में ८२ पद हैं। बाकी के २४८ पदों की मंजरी मांगी गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वित्त विभाग से सेटअप पर जो आपतियों लगाईं थीं उनको भी दूर कर दिया गया है।
पुलिस से मुक्त होंगे खेल
खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि वर्तमान में जिलों में खेल के प्रभारी पुलिस अधीक्षक होते हैं। इनके पास अपना ही काम ज्यादा होता है। ऐसे में खेलों के लिए इनसे समय दिए जाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि नया सेटअप मंजूर हो गया तो जिलों के खेल पुलिस अधीक्षकों से मुक्त हो जाएंगे। संभाग स्तर पर सहायक संचालक रहेंगे और उनके पास डीडीओ पावर रहेगा। ऐसे में पुलिस अधीक्षकों की सेवाएं लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खेलमंत्री ने बताया कि मप्र में भी खेलों से पुलिस से मुक्त कर दिया गया है।
अच्छे स्टेडियम बनाएंगे
खेलमंत्री ने बताया कि उनको कामनवेल्थ खेलों में जाने का मौका मिला। वहां पर स्टेडियम देखने के बाद अब यह तय किया जा रहा है कि अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए भी अच्छे स्टेडियम बनाने की योजना तैयार की जाए। उन्होंने बताया कि दिल्ली में उद्घाटन समारोह के साथ उन्होंने मुक्केबाजी के मुकाबले देखे। उन्होंने कहा कि वास्तव में कामनवेल्थ के लिए जो भी स्टेडियम बनाए गए हैं, सब लाजवाब हैं। हमारा ऐसा प्रयास रहेगा कि छत्तीसगढ़ में भी ऐसे स्टेडियम बनाए जाए ताकि राष्ट्रीय खेलों में देश भर से आने वाले खिलाड़ी उनकी तारीफ किए बिना न रहे।
अंडर १९ का वर्ग बदलेगा
छत्तीसगढ़ ओलंपिक में अंडर १९ वर्ग के बारे में उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक को करवाने का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का मकसद राज्य में होने वाले राष्ट्रीय खेल हैं। छत्तीसगढ़ ओलंपिक से राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करके उनको राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करना है। ऐसे में यह बात सही है कि अंडर १९ के स्थान पर अगर स्कूल वर्ग में अंडर १७ के मुकाबले करवाए जाएंगे तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि अभी समय है अभी यह तय नहीं किया गया है कि अंडर १९ के ही मुकाबले होने हैं। उन्होंने कहा कि समीक्षा करके देखेंगे अगर ऐसा लगेगा कि अंडर १९ के मुकाबले करवाने से फायदा नहीं होगा तो इसके स्थान पर अंडर १७ को रखा जाएगा।
प्रतिभाओं को निखारेगे
खेलमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के बाद चुनी गई प्रतिभाओं को निखारने का काम राज्य के विभिन्न जिलों में खुलने वाले प्रशिक्ष्रण केन्द्रों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए हमारी सरकार हर सुविधा देना का काम करेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बुलाएंगे
लता उसेंडी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहले की कह चुके हैं कि राज्य के दस साल पूरे होने पर छत्तीसगढ़ ओलंपिक में राज्य स्तर के खेलों के साथ क्रिकेट का एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने पूछने पर कहा कि संभव होगा तो इंग्लैंड की काऊंटी टीम के खिलाडिय़ों या फिर पाकिस्तान टीम के पूर्व और वर्तमान खिलाडिय़ों को बुलाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को बनाए रखने के लिए वहां पर आयोजन जरूरी है। ऐसे में अगर वहां कोई अकादमी खोल दी जाए तो मैदान में कम से कम अभ्यास होने से मैदान ठीक रहेगा। उन्होंने बताया कि अकादमी के लिए छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में क्रिकेट अकादमी तो हीनी ही चाहिए।
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