प्रदेश की खेलमंत्री लता उसेंडी ने साफ कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक में किसी भी ऐसे खेल को वंचित नहीं किया जाएगा जो खेल राष्ट्रीय खेलों में खेला जाता है। खेल विभाग द्वारा इसके लिए तय किए गए १९ खेलों के बाद यह मांग उठने लगी थी कि हमारे खेल को शामिल क्यों नहीं किया गया है।
खेलमंत्री लता उसेंडी ने अपने निवास में खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य के खेल संघों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन करने की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपने राज्य में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए की है। ऐसे में यह बात तय है कि राष्ट्रीय खेलों में जो ३४ खेल खेले जाते हैं, उन सभी को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल किया जाएगा। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने जब छत्तीसगढ़ ओलंपिक के लिए जब गिने-चुने खेलों को शामिल करने की बात की तो कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने इस बात पर नाराजगी जताते हुए अपने खेलों को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल किए जाने की मांग की थी। खेलमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के आयेजन का जहां एक मकसद राज्य में राष्ट्रीय खेलों के लिए अभी से माहौल तैयार करना है, वहीं इस आयोजन के माध्यम से प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करना भी है। चुने गए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार किया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें