राष्ट्रीय ग्रामीण कबड्डी के साथ खो-खो का आयोजन राजधानी रायपुर में किया जाएगा। पायका की राज्य स्तरीय समिति की बैठक में इसका फैसला करने के साथ पंचायतों को दी गई राशि का उपयोग करके उपयोगिता प्रमाणपत्र जल्द देने कहा गया ताकि आगे के आयोजन के लिए राशि दी जा सके।
मंत्रायलय में खेलमंत्री लता उसेंडी ने बैठक में कहा कि पायका योजना को सफल बनाने और दूरस्थ अंचल की खेल प्रतिभाओं को तराशने में आदिम जाति एवं जनजाति विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और शिक्षा विभाग की अहम भूमिका है। खेल विभाग के साथ इन विभागों के कुशल समन्वय से पायका योजना का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से किया जा रहा है। बैठक में वार्षिक खेल अनुदान, जिला पंचायतों को खेल अनुदान, संविदा कर्मचारी वेतन उपयोगिता प्रमाण पत्र, संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति, मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण, सामग्री क्रय की प्रक्रिया, शासकीय विद्यालयों में पायका केन्द्र की सूचना, क्रीड़ाश्री प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, वर्ष 2011-12 में भारत सरकार से प्राप्त आर्थिक सहायता, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक, भारत सरकार को प्रेषित प्रस्ताव, जिला समिति में सीईओ जिला पंचायत की सदस्यता और वर्ष 2009-10 से की गई कार्रवाई के विवरण से संबंधित प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया। बैठक में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव सुब्रत साहू, संचालक जीपी सिंह, आदिम जाति एवं जनजाति विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
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