राजधानी के करीब छह दशक पुराने मलेरिया मैदान के एवज में नगर निगम ने सप्रे स्कूल में वालीबॉल के दो कोर्ट बनाने की सहमति दे दी है। खिलाडिय़ों ने इसी शर्त पर मैदान छोडऩे की बात की थी।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष और सिटी स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष सुभाष तिवारी ने बताया कि मलेरिया मैदान से निगम एक बाईपास सड़क बना रहा है। इस सड़क निर्माण का विरोध करते हुए उनके सिटी स्पोट्र्स क्लब के खिलाडिय़ों के साथ प्रदेश संघ के खिलाडिय़ों और पदाधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि अगर बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के निगम मलेरिया मैदान हटाने का काम करेगा तो इसका विरोध करते हुए आंदोलन किया जाएगा। मलेरिया मैदान में अंतर कॉलेज स्पर्धा के दौरान ११ दिन पहले २५ अक्टूबर को जब देखा गया था कि मैदान से निगम ने सड़क निकालने के लिए खुदाई प्रारंभ कर दी है। ऐसे में सिटी स्पोट्र्स के अध्यक्ष और निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी की पहल पर अपर आयुक्त तारण प्रसाद सिंहा मैदान में आए और उन्होंने खेल संघ के पदाधिकारियों के साथ खिलाडिय़ों की बात सुनी। उन्होंने इस बारे में निगम आयुक्त ओपी चौधरी से बात करने का आश्वासन देने के साथ खिलाडिय़ों की मांग पर निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा को फिलहाल निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा था। अपर आयुक्त को खिलाडिय़ों और वालीबॉल संघ का प्रतिनिधि मंडल सप्रे स्कूल ले गए थे और वहां पर एक स्थान दिखाकर मांग की कि अगर निगम यहां पर दो मैदान बनाकर दे देता है तो मलेरिया का मैदान हम छोडऩे के लिए तैयार हैं। अपर आयुक्त को मलेरिया मैदान के बारे में बताया गया कि पूर्व महापौर सुनील सोनी के साथ लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेलमंत्री लता उसेंडी, सांसद रमेश बैस के साथ महापौर किरणमयी नायक ने खिलाडिय़ों को आश्वासन दिया है कि यह मैदान खराब नहीं होने देंगे। इसके बाद भी निगम मैदान को खराब करके वहां से सड़क निकालने का काम कर रहा है। खिलाडिय़ों ने साफ कहा था कि अगर मैदान के बीच से सड़क निकालने से निगम पीछे नहीं हटेगा तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। अपर आयुक्त ने इस सारे मामले की जानकारी निगम आयुक्त को देते हुए उनसे खिलाडिय़ों की बात करवाई तो आयुक्त सप्रे स्कूल में मैदान बनाकर देने के लिए सहमत हो गए हैं। श्री तिवारी ने बताया कि मैदान बनाने के लिए सांसद रमेश बैस भी सांसद निधि से मदद करने तैयार हैं।
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