छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के राज्य स्तर के आयोजन में राजधानी में कम से कम पांच हजार खिलाडिय़ों का जमावड़ा लगने वाला है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि आखिर इतने खिलाडिय़ों को राजधानी में ठहराया कहां जाएगा। खेल विभाग के अधिकारियों को खिलाडिय़ों के ठहराने के स्थान तलाशने में पसीना आ रहा है।
राज्य खेल महोत्सव में राज्य स्तर की स्पर्धाओं के लिए ११ से १३ दिसंबर की तिथि तय कर दी गई है। इसी तिथि में १९ साल से अधिक वर्ग की ओपन स्पर्धा के साथ अंडर १९ की स्कूली स्पर्धाओं का भी आयोजन होना है। इन दोनों आयोजनों को मिलाकर करीब पांच हजार खिलाडिय़ों का आना तय है। स्कूली स्तर में १४ खेलों का आयोजन होना है। इन खेलों में सात जोन की टीमें भाग लेंगी। स्कूली शिक्षा विभाग ने खेल विभाग को जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ी उनके आने हैं। ओपन वर्ग में १५ खेलों का आयोजन होना है। ऐसे में इसमें करीब दो हजार खिलाड़ी आएंगे। ओपन वर्ग में कलस्टर की वजह से ही खिलाडिय़ों की संख्या कम हुई है, अगर सीधे जिलों से टीमें आती तो इसी वर्ग में पांच हजार से ज्यादा खिलाड़ी हो जाते।
अब दोनों वर्गों के पांच हजार खिलाडिय़ों के ठहराने का जिम्मा खेल विभाग का है। इसके लिए काफी समय से खेल विभाग के अधिकारी राजधानी के हर कोने में ऐसे भवन तलाश कर रहे हैं जहां पर खिलाडिय़ों को ठहराया जा सके। कई भवनों को ले भी लिया गया है, लेकिन अब तक इतने भवन नहीं मिल पाए हैं कि पांच हजार खिलाडिय़ों को ठहराने की समस्या से मुक्त हुआ जा सके। एक विकल्प के तौर पर स्कूलों में खिलाडिय़ों के ठहराने की बात की गई, लेकिन इसके लिए स्कूलों को आयोजन के समय बंद करना होगा, जो संभव नहीं होगा। आउटडोर स्टेडियम में खिलाडिय़ों को ठहराया जा सकता है, वह वहां पर जिले के आयोजन में यह बात सामने आई कि वहां पर पानी की समस्या है।
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