रविवार, 31 अक्तूबर 2010

अभ्यास जारी रखने से ही मिलेगी सफलता

राष्ट्रीय प्रशिक्षक सुखबीर सिंह ने तो आप लोगों को खेल की बारीकियों से अवगत करवा दिया है, लेकिन आपकी सफलता नियमित अभ्सास पर निर्भर है। आपने यहां टेनिस की जो तकनीक सीखी है, उसे नियमित अभ्यास से इतना निखार दें कि हर मैच में आपकी सफलता तय हो जाए।
ये बातें यहां पर छत्तीसगढ़ क्लब में लॉन टेनिस के प्रशिक्षण शिविर के समापन पर प्रदेश संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने कहीं। उन्होंने कहा कि यह तो महज एक शुरुआत है। आगे प्रदेश के खिलाडिय़ों को निखारने के लिए हमारा संघ ऐसे शिविरों का आयोजन करता रहेगा। हमारे संघ की मेहनत तब सफल होगी जब खिलाड़ी मेहनत करके उस मुकाम पर पहुंचेंगे जहां पर उनके पहुंचने का सपना हम लोग और उनके पालक देखते हैं। श्री सिसोदिया ने खिलाडिय़ों से कहा कि वे खूब मेहनत करें और दिसंबर में छत्तीसगढ़ में होने वाली चैंपयिन सीरिज में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करें। उन्होंने बताया कि हमारा संघ जनवरी-फरवरी में गोंडवाना चैंपियनमशिप का आयोजन करेगा जिसमें देश के कई नामी खिलाड़ी आएंगे। उन्होंने भारतीय लॉन टेनिस फेडरेशन का आभार माना कि उसने सुखबीर सिंह और अख्तर अली जैसे कोच छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों के लिए भेजे।
प्रदेश संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि एक वह समय था जब संघ को मैदान नहीं मिलते थे, लेकिन विक्रम सिसोदिया के अध्यक्ष बनने के बाद अब छत्तीसगढ़ क्लब का भी मैदान आसानी से मिल जाता है। कोच सुखबीर सिंह ने कहा उनको यहां के खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देकर बहुत खुशी हुई। यहां के खिलाडिय़ों में प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि उनको यह देखकर सुखद आश्चर्य हुआ कि बच्चों के साथ उनके पालक भी नियमित प्रशिक्षण शिविर में आए। ऐसा माहौल बड़े शहरों में देखने को नहीं मिलता है। अंत में शिविर में शामिल ८० खिलाडिय़ों को प्रमाणपत्र दिए गए। इस अवसर पर एसएस बजाज, चतुर्भज अग्रवाल, पंकज सारडा, लारेंस सेंटियागो, रूपेन्द्र सिंह चौहान, राजेश पाटिल, अजय पाठक, सुनील सुराना सहित छत्तीसगढ़ क्लब के खिलाड़ी और प्रदेश संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे।

रायपुर का दबदबा कायम

राज्य शालेय खेलों के दूसरे दिन भी मेजबान रायपुर का दबदबा कायम रहा। लॉन टेनिस के बालक वर्ग में दोहरा खिताब जीतने के साथ रायपुर के खिलाडिय़ों ने ताइक्वांडो में भी पदकों की बारिश की। बास्केटबॉल में विजयक्रम जारी है। टेनीक्वाइट के दोनों वर्गों में रायपुर ने सेमीफाइनल में स्थान बना लिया है। कैरम में भी रायपुर के खिलाड़ी छाए हुए हैं।
यूनियन क्लब में लॉन टेनिस में बालक वर्ग में रायपुर का पूरी तरह से दबदबा रहा। अंडर १४ में रायपुर ने दुर्ग को २-० से परास्त कर खिताब जीता। रायपुर के पार्थ दीक्षित ने हिमांशु मोर्य को ४-० एवं सार्थक देवरस ने अकाश पाटिल को ४-१ से हराया। अंडग १७ में रायपुर की टीम सरगुजा से मात खा गई। यहां सरगुजा के स्वप्निल अंयगर ने शुभम शुक्ला को कड़े मुकाबले में ४-३ और नील शुक्ला ने कुंदन आहूजा को ४-० से हराया। अंडर १९ में रायपुर ने दुर्ग को २-१ से मात देकर खिताब जीता। पहला एकल मैच हरप्रीत सिंह विजय चन्द्रा ने ३-४ से हार गए। तन्मय अग्रवाल ने पद्म शुक्ला को ४-२ से परास्त कर रायपुर को बराबरी दिलाई। युगल में हरप्रीत और तन्मय की जोड़ी ने पद्म और विजय चन्द्रा की जोड़ी को ४-० से परास्त कर रायपुर को खिताब दिलाया। पूर्णिमा दास सेमीफाइनल में:- कैरम में शाम को अंडर १९ साल के पहले क्वार्टर फाइनल में रायपुर की पूर्णिमा दास ने दुर्ग की तुलेश्वरी को २१-५, २१-८ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। इस वर्ग के अन्य मैचों में अंकिता गुप्ता (जशपुर) ने पूजा गुप्ता (सरगुजा) को २१-७, तुलेश्वरी (दुर्ग) ने नीतू गुप्ता (सरगुजा) को १४-२, पूर्णिमा दास (रायपुर) ने आकांक्षा (दुर्ग) को १७-५ से हराया। अंडर १७ बालिका वर्ग में नीलम (दुर्ग)ष ने इम्मा टोपो (जशपुर) को २१-११, सुरभि (रायपुर) ने सरोज (दुर्ग) को २१-६, साइबा परवीन (रायपुर) ने आयुषी (सरगुजा) को २१-०, योगेश्वरी (रायपुर) ने प्रियंका (जशपुर) को २१-१० से हराया। बालक १९ वर्ष में भुवनेश्वर (रायपुर) ने अजय (बस्तर) को २४-६, २३-१० और सफदर अली (रायपुर) ने भूपेन्द्र (बस्तर) को १२-८, १४-७ से मात दी।
रायपुर की दोनों टीमें सेफा में- टेनीक्वाइट में रायपुर की बालको के साथ बालिका टीम भी सेमीफाइनल में पहुंच गई है। अंडर १९ वर्ग में रायपुर ने बिलासपुर और राजनांदगांव को २-० से परास्त कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। बालिका वर्ग में भी रायपुर की टीमें इन्हीं दोनों जोन से २-० से जीतकर अंतिम चार में पहुंची। अन्य मैचों में दुर्ग ने जशपुर को २-०, बिलासपुर ने राजनांदगांव को २-० से हराया। बालिका वर्ग में भी बिलासपुर और दुर्ग की टीमें इन्हीं जोनों से जीतीं।
बास्केटबॉल में बालक वर्ग में रायपुर ने बस्तर को ३५-६, दुर्ग ने सरगुजा को २३-१०, बिलासपुर ने जशपुर को १६-१०, रायपुर ने बिलासपुर को २१-६ से हराया। बालिका वर्ग में रायपुर ने राजनांदगांव को कड़े मुकाबले में ३५-३४, राजनांदगांव ने सरगुजा के १८-४ से हराया।
ताइक्वांडो:- अंडर १४ के ३५ से ३८ किलो में रायपुर के रौशन पांडेय ने स्वर्ण, राजनांदगांव के रेणु गोपाल ने रजत। अंडर १९ वर्ग में ४६ किलो में बिलासपुर के षि अंचल ने स्वर्ण और विनोद ने रजत। ५४ से ५८ किलो में रायपुर के शुभम चन्द्राकर ने स्वर्ण, बिलासपुर के टार्जन ने रजत, रायपुर के अभिषेक ने कांस्य पदक जीता। ६२ से ६६ किलो में रायपुर के पुष्पराज ने स्वर्ण, बिलासपुर के नारायण ने रजत। ७० किलो से उपर में दुर्ग के मोहित ने स्वर्ण और दुर्ग के ही आशीष पांडेय ने रजत। अंडर १७ में ३५ किलो में बिलासपुर के राजेश्वर मिरी ने स्वर्ण, रायपुर के निखिलेश ने रजतष ३५ से ३८ किलो में बिलासपुर के अविनाश यादव ने स्वर्ण, बस्तर के महेश कुमार ने रजत। ४१ से ४४ किलो में बिलासपुर के लोकेश ने स्वर्ण, जशपुर के षिकेश ने रजत। ४४ से ४८ किलो में बिलासपुर के भूपेन्द्र यादव ने स्वर्ण और दुर्ग के तुषार चौधरी ने रजत पदक जीता।

शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

शहरी खिलाडिय़ों पर शिंकजा

ग्रामीण खिलाडिय़ों के खेल पायका में शहरी खिलाडिय़ों के होने के संदेह पर जिला खेल विभाग में जांच चल रही है और जो खिलाड़ी संदेह के घेरे में हैं उनके प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है। प्रमाणपत्रों की जांच में सही पाए जाने पर ही इन खिलाडिय़ों को राज्य स्पर्धा में खेलने का मौका मिलेगा।
पायका के अंतर्गत दस खेलों की जिला स्पर्धाओं का आयोजन छुरा और रायपुर में हो चुका है। इन स्पर्धाओं के कुछ खेलों में शहरी खिलाडिय़ों के शामिल होने की शिकायत जिला खेल विभाग को मिली है। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए रायपुर जिले के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने सभी खेलों के सभी खिलाडिय़ों के प्रमाणपत्रों की जांच करवानी प्रांरभ की है। उन्होंने बताया कि कुछ खेलों के खिलाडिय़ों के शहरी होने पर संदेह है। ये खिलाड़ी रायपुर के आस-पास के गांवों से प्रमाणपत्र बनाकर लाए हैं। जिन गांवों के सरपंचों ने ये प्रमाणपत्र जारी किए हैं उनसे यह जानकारी मांगी जा रही है कि जिन खिलाडिय़ों को उन्होंने प्रमाणपत्र जारी किए हैं, वे सही में गांव के खिलाड़ी हैं या फिर शहरी खिलाडिय़ों को प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए हैं। सरपंचों की जानकारी के बाद ही ऐसे संदेही खिलाडिय़ों को रायपुर जिले की टीम में स्थान मिल पाएगा। अगर कोई खिलाड़ी शहरी पाया जाता है तो उसे टीम में स्थान नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सही खिलाडिय़ों को टीम में स्थान मिल सके इसीलिए हमारे विभाग ने खिलाडिय़ों का पंजीयन करना प्रारंभ किया है। एक बार किसी खिलाड़ी का पंजीयन हो गया तो वह फिर से पंजीयन नहीं करवा पाएगा। पंजीयन होने से शहरी खिलाडिय़ों के ग्रामीण खेलों में खेलने पर रोक लगेगी। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा होता है कि सभी को यह बात मालूम रहती है कि यह खिलाड़ी शहरी है, पर गांवों के प्रमाणपत्र लाने की वजह से कुछ नहीं किया जा सकता है। कई खिलाडिय़ों के परिजन आस-पास के गांव में रहते हैं इसलिए वे आसानी से वहां से प्रमाणपत्र बनावा कर ले आते हैं।

शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010

भारोत्तोलन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष का इस्तीफा

डोपिंग के दोषी सिद्धार्थ मिश्रा का नाम पुरस्कार के लिए प्रस्ताव करने की गलती मानी
डोपिंग के दोषी खिलाड़ी सिद्धार्थ मिश्रा का नाम शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने की अपनी गलती मानते हुए प्रदेश भारोत्तोलन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पी. रत्नाकार ने इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उन्होंने अध्यक्ष को सौंपा है।
पी. रत्नाकार ने संपर्क करने पर बताया कि उन्होंने इस मामले में पूरा दोष अपने पर लेते हुए अध्यक्ष बीवी भदरिया को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि सारे मामले में प्रदेश संघ को कटघरे में खड़ा कर दिया गया है और लगातार सभी को दोषी माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्री मिश्रा का नाम हमने खेल विभाग को भेजा था ऐसे में मैं अपने को पहला दोषी मानता हूं।
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि सिद्धार्थ मिश्रा का नाम शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए प्रस्ताव करने की वजह से ही खेल विभाग ने प्रदेश संघ की मान्यता समाप्त कर दी है। खेल विभाग के नोटिस के जवाब में प्रदेश संघ ने विभाग को जो पत्र भेजा था उस पत्र में संघ ने गलती मानते हुए माफी मांगी थी, लेकिन विभाग ने गलती को क्षमा योग्य न मानते हुए संघ की मान्यता समाप्त कर दी है। इधर विभाग द्वारा संघ के खिलाफ अपराध दर्ज न करवाने जाने की मामला उठाते हुए प्रदेश भारोत्तोलन संघ के महिला विग की पूर्व अध्यक्ष गुरमीत धनई ने राज्यपाल शेखर दत्त, मुख्यमंत्री डॉ. रमन ङ्क्षसह, खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ खेल संचालक जीपी सिंह को एक पत्र लिखकर संघ के खिलाफ अपराध दर्ज करवाने की मांग कुछ दिनों पहले की थी। इस मांग पर ही खेल विभाग ने संघ के खिलाफ अपराध दर्ज करने के लिए मामला दुर्ग पुलिस अधीक्षक को भेज दिया है। इससे पहले की दुर्ग पुलिस कोई कार्रवाई करवती, संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पी. रत्नाकार ने इस्तीफा दे दिया है।
इधर संघ के कार्यसारी अध्यक्ष के इस्तीफा दिए जाने को अपनी जीत मानते हुए प्रदेश संघ को नए सिरे से बनाने की कवायद में जुटे खिलाडिय़ों का कहना है कि एक के इस्तीफा दिए जाने से क्या होता है, सिद्धार्थ मिश्रा के नाम प्रस्ताव करवाने वाले आवेदन में संघ के ११ पदाधिकारियों के हस्ताक्षर हैं, सभी को अपना इस्तीफा देना चाहिए। अगर ये इस्तीफा नहीं देते हैं तो वैसे भी उनको २४ नवंबर को होने वाले चुनाव में हटा दिया जाएगा।

रायपुर के खिलाडिय़ों का दबदबा

राज्य शालेय खेलों का पहला दिन मेजबान रायपुर के नाम रहा। लॉन टेनिस में अंडर १७ और १९ में बालिका खिलाडिय़ों के जलवे की मदद से रायपुर ने दोहरा खिताब जीता। नवनी सिसोदिया के हारने से रायपुर के हाथ से एक और खिताब चला गया। इधर ताइक्वांडो में रायपुर ने पहले ही दिन तीन स्वर्ण पदकों के साथ एक रजत पदक जीता। बास्केटबॉल में मेजबान रायपुर ने जीत से शुरुआत की।
राज्य शालेय खेलों में पांच में से तीन खेलों के मुकाबलों का आगाज गुरुवार को हुआ। यूनियन क्लब में खेले गए लॉन टेनिस के मुकाबलों में मेजबान रायपुर को पहला खिताब अंडर १७ बालिका वर्ग में मिला। इसमें आयुषी चौहान ने दुर्ग की विजयलक्ष्मी को ३-० से हराया। दूसरे एकल में रायपुर की अक्षया पाठक को दुर्ग की अनुपमा ने ३-४ से मात मिली। रायपुर की इस हार से मुकाबला १-१ से बराबरी पर आ गया। ऐसे में युगल में आयुषी और अक्षया की जोड़ी ने विजयलक्ष्मी और अनुपमा की जोड़ी को ४-० से परास्त कर खिताब रायपुर के नाम कर दिया। अंडर १९ में रायपुर की खिताबी भिड़ंत सरगुजा से हुई। यहां पहले एकल में रायपुर की ज्योति सिंह को कड़े मुकाबले में दीव्यान बड़ा से ३-४ से हार का सामना करना पड़ा। रायपुर को सानिया खुशबू ने १-१ की बराबरी दिलाई। उसने अंजली को ४-० से मात दी। इसके बाद युगल में सानिया और ज्योति की जोड़ी ने सरगुजा की जोड़ी को ४-० से मात देकर रायपुर को खिताब दिला दिया। अंडर १४ के फाइनल में रायपुर का सामना दुर्ग से हुआ। इस वर्ग में एक-एक खिलाड़ी ही मैदान में थीं। रायपुर की नवनी सिसोदिया को दुर्ग की यशलीन ने कड़े मुकाबले में ४-३ से मात देकर अपने जोन को खिताब दिला दिया।
बालक वर्ग के मुकाबलों में अंडर १७ में रायपुर ने दुर्ग को २-० से हराया। रायपुर के शुभम ने नील को ४-१ और कुंदन ने ओंकार को ४-१ से हराया। अंडर १४ में भी रायपुर ने दुर्ग को २-० से मात दी। पहले मैच में पार्थ दीक्षित ने हीरा को ४-० और दूसरे मैच में सीार्थक देवरस ने नेहल को ४-० से हराया।
जेएन पांडे स्कूल में खेले गए ताइक्वांडो के मुकाबलों में अंडर १४ वर्ग में रायपुर के सवांत ठेला ने १८ किलो वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। १८ से २१ किलो वर्ग में रायपुर के सैलेन्द्र पाटिल ने स्वर्ण और रिषी घाटेकर ने रजत जीता। २३ से २५ किलो वर्ग में रायपुर के संदीप शाह ने स्वर्ण और महेन्द्र मधुकर ने रजत जीता।
बास्केटबॉल में जीत से शुरुआत
बालाजी स्कूल में अंडर १७ बास्केटबॉल के मुकाबलों में मेजबान रायपुर ने जीत से शुरुआत की। रायपुर के बालको ने सरगुजा को ३८-६ से तो बालिकाओं ने १७-२ से मात दी। अन्य मुकाबलों में बालक वर्ग में राजनांदगांव ने बिलासपुर को १९-९, दुर्ग ने बस्तर को २६-७, राजनांदगांव ने जशपुर को ३५-३ से हराया। बालिका वर्ग में बिलासपुर ने जशपुर को २०-१४, दुर्ग ने भी जशपुर को २०-१८ से हराया। स्पर्धा में शुक्रवार को सभी मुकाबले सुबह ८ बजे से प्रारंभ होंगे।
जंप रोप के खिलाड़ी छाए
शाम को दानी स्कूल में उद्घाटन समारोह में जंप रोप के अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों राजदीप सिंह हरगोत्रा, पूजा हरगोत्रा और प्रवीण शर्मा के प्रदर्शन से सब की वाह-वाही लूटी। इसी तिकड़ी ने सोनी टीवी में एक कार्यक्रम में जोरदारे प्रदर्शन करके सबका दिल जीता था। राजदीप और पूजा विश्व कप में भी भारतीय टीम से खेल चुके हैं।
बृजमोहन ने किया उद्घाटन
स्पर्धा का विविधित उद्घाटन शाम को स्कूली शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया। इन्होंने इस अवसर पर कहा कि खेल भी पढ़ाई के साथ जरूरी है। खेल इंसान को अनुशासन का पाठ पढ़ाता है। उन्होंाने कहा कि हमारी सरकार राज्य में खेलों के विकास में बहुत ध्यान दे रही है। खिलाडिय़ों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं के साथ मैदान की दिशा में हमारी सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की घोषणा के अनुरुप राज्य में छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक नंद कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी आर. बाम्बरा, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, भी उपस्थित थे।

तीन नए जिला खेल अधिकारी मिलेंगे

प्रदेश के खेल विभाग को अब एक-दो दिनों में तीन नए जिला खेल अधिकारी मिल जाएंगे। तृतीय श्रेणी के चार वरिष्ठ कर्मचारियों ने परीक्षा दी है जिनमें से तीन के पास होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। इस परीक्षा के नतीजे २८ अक्टूबर को आने की बात खेल विभाग के अधिकारी कह रहे हैं।
प्रदेश के खेल विभाग में जिला खेल अधिकारियों का टोटा है। वैसे तो विभाग में स्टाफ भी बहुत कम है और विभाग ने ३३० कर्मचारियों के नए सेटअप को शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा है। इस सेटअप के मंजूर होने के बाद ही विभाग का काम सही तरीके से हो पाएगा। अभी विभाग के पास महज ८२ कर्मतारियों का अमला है।
जिलों की बात की जाए तो कई जिलों में जिला खेल अधिकारियों के स्थान पर प्रभारी के भरोसे काम चलाया जा रहा है। ऐसे में खेल संचालक जीपी सिंह ने शासन से अनुमति लेकर पात्र चार तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की परीक्षा ली है। इस परीक्षा के परिणामों की जांच चल रही है और कल तक इसके नजीते घोषित कर दिए जाएंगे। वैसे तीन कर्मचारियों के पास होने की खबर है।

गुरुवार, 28 अक्तूबर 2010

छत्तीसगढ़ को दोहरा स्वर्ण

राष्ट्रीय सायकल पोलो में छत्तीसगढ़ की टीमों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए जहां जूनियर बालक के साथ बालिका वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीता, वहीं फेडरेशन कप में एक कांस्य पदक भी अपने नाम कर लिया।
मालीनगर शोलापुर में खेली गई एक साथ तीन स्पर्धाओं के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव वीआर चन्नावार ने बताया कि जूनियर बालक वर्ग के खिताबी मुकाबले में छत्तीसगढ़ ने महाराष्ट्र को एकतरफा मुकाबले में २२-२ से मात देकर खिताब जीता। इसके पहले छत्तीसगढ़ ने सेमीफाइनल में केरल को कड़े मुकाबले में ५-४ से मात देकर बाहर किया। केरल की टीम ही देश में सबसे तगड़ी टीम मानी जीती है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सामने अब केरल की टीम भी ठहर नहीं पाती है। बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ ने फाइनल में केरल को ९-५ से मात दी। इसके पहले छत्तीसगढ़ ने सेमीफाइनल में महाराष्ट्र को १४-३ से हराया। श्री चन्नावार ने बताया कि अब छत्तीसगढ़ के सामने केरल की टीमें ठहर नहीं पा रही है। उन्होंने बताया कि पहली बार छत्तीसगढ़ की टीम ने बालिका वर्ग के फाइनल में आसान जीत प्राप्त की। एक समय वह था जब हमारी टीम महज एक-दो गोल से हार जाती थी। लेकिन आज हमारी टीम अब लगातार पदक जीत रही है।
स्वर्ण विजेता बालक टीम में संकल्प वर्मा, संतोष राव, प्रियेश यादव, शिव कुमार, चन्द्रकांत, सुशील कुमार, अनमोल अख्तर, हर्ष थे। बालिका टीम में ख्याति यदु, प्रीति यादव, के. रेश्मी, ओशीन प्रतीत, कागज उइके, प्रियंका, काजल ठाकुर, कुमारा शालू। टीम के कोच वीआर चन्नावार थे।

निशानेबाजी के लिए रेंज तैयार

राज्य निशानेबाजी के मुकाबले राजधानी की माना शूटिंग रेंज में २९ अक्टूबर से प्रारंभ होंगे। इसके लिए वहां की रेंज को नए सिरे से तैयार किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश रायफल संघ के दुर्गेश वष्शिठ ने बताया कि इस बार रेंज में १०, २५ और ५० मीटर के लिए अलग-अलग जोन बना दिए हैं। उन्होंने बताया कि माना शूटिंग रेंज को बहुत अच्छा बनाने का काम हमारे संघ ने किया है ताकि खिलाडिय़ों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि पहले अलग-अलग वर्ग के लिए जोन न होने से परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और तीनों वर्गों के मुकाबले एक साथ हो सकेंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि रायफल की थ्री पोजीशन में एक खिलाड़ी को कम से कम १६० के आस-पास गोलियों की जरुरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि यही एक ऐसा वर्ग है जिसमें खिलाड़ी को करीब साढ़े तीन घंटे एक लग जाते हैं। उन्होंने बताया कि रेपिड फायर में ८०, प्रोन में ७५ से ८०, सेंटर फायर में ७५ गोलियां एक खिलाड़ी को लग जाती हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए कम मुकाबले होते हैं।

राज्य भर के खिलाड़ी जुटेंगे राजधानी में

प्रदेश के पांच खेलों के स्कूली खिलाडिय़ों का जमावड़ा आज से राजधानी रायपुर में लगेगा। इन खेलों में बालकों के साथ बालिका वर्ग के भी मुकाबले होंगे। स्पर्धा में राज्य के सात जोनों की टीमें भाग लेंगी।
राज्य स्कूली खेलों का एक पड़ाव रायपुर में २८ अक्टूबर से होगा। इस पड़ाव में लॉन टेनिस एवं ताइक्वांडो के अंडर १४, १७ और १९ वर्ग के मुकाबले होंगे। इसके अलावा टेनीक्वाइट के अंडर १९ के बालक-बालिका वर्ग, बास्केटबॉल के अंडर १७ वर्ग में बालक-बालिका, एवं कैरम के अंडर १७ और १९ वर्ग में बालक-बालिकाओं के मुकाबले होंगे। जिला शिक्षा विभाग के जिला खेल अधिकारी सीएस बघेल ने बताया कि लॉन टेनिस के मुकाबले यूनियन क्लब, टेनीक्वाइट के हिन्दु हाई स्कूल, बास्केटबॉल के बालाजी स्कूल, कैरम के दानी स्कूल और ताइक्वांडो के जेएन पांडे स्कूल में होंगे। स्पर्धा में रायपुर जोन के साथ दुर्ग, बस्तर, सरगुजा, बिलासपुर, राजनांदगांव और जशपुर जोन की टीमें भाग लेंगी। स्पर्धा का उद्घाटन २८ अक्टूबर को दानी स्कूल में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल १२ बजे करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक नंद कुमार साहू करेंगे। विशेष अतिथि नगर निगम रायपुर के सभापति संजय श्रीवास्तव, और जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज रहेंगे।

बुधवार, 27 अक्तूबर 2010

मृणाल के पदक सबा पर भारी

मृणाल चौबे का चयन हमारी गुंडाधूर पुरस्कार की जूरी ने इसलिए किया है क्योंकि उनकी उपलब्धियां सबा अंजुम से ज्यादा हैं। हमारी जूरी ने बिलकुल सही फैसला किया है।
ये बातें खेल सचिव सुब्रत साहू कहते हैं। उनका कहना है कि पुरस्कार के चयन पर किसी भी तरह का विवाद खड़ा करने से पहले देख लेना चाहिए कि हकीकत क्या है श्री साहू ने कहा कि कोई भी खेल विभाग में दोनो खिलाडिय़ों के आवदेन देखकर खुद ही फैसला कर सकता है कि जूरी का फैसला सही है या गलत।
श्री साहू की बातों की सच्चाई जानने जब हरिभूमि ने खेल विभाग में दोनों खिलाडिय़ों द्वारा दिए गए आवेदनों का अवलोकन किया तो यह बात साबित हो गई कि वास्तव में मृणाल चौबे का ही पलड़ा भारी है। खेल विभाग ने २००९-१० के गुंडाधूर पुरस्कार के लिए जो आवेदन मंगवाए थे, उस आवेदन में मृणाल चौबे ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक वे इस साल में पांच स्पर्धाओं में खेले हैं और चार में पदक जीते हैं। मृणाल ने २००९-१० में सबसे पहले ७ से २१ जून तक जूनियर विश्व कप खेला। वैसे जूनियर स्पर्धा का गुंडाधूर पुरस्कार में मतलब नहीं होता है। एक और जूनियर स्पर्धा ४ देशों की मृणाल ने ११ से १५ मार्च २०१० में जोहोर बहरू में खेली। इसमें भारतीय टीम ने रजत पदक जीता। आस्ट्रेलिया में १४ से १८ जनवरी २०१० में आस्ट्रेलिया यूथ फेस्टिवट में भारतीय टीम ने रजत पदक जीता। मृणाल के खाते में पिछले साल की सबसे बड़ी उपलब्धि ढाका में २९ जनवरी से ९ फरवरी तक हुए सैफ खेलों में भारतीय टीम का रजत पदक जीतना रहा। इसके अलावा १६ से २३ फरवरी तक महाराजा रणजीत सिंह टूर्नामेंट में मृणाल की टीम ने रजत पदक जीता।
अब जहां तक सबा अंजुम का सवाल है तो उन्होंने अपने आवेदन में २००९-१० में तीन स्पर्धा का उल्लेख किया है। इसमें सबसे बड़ी स्पर्धा एशिया कप का जिसमें भारतीय टीम ने रजत पदक जीता। इसके अलावा रूस में टीम ने महिला चैंलेज स्पर्धा में स्वर्ण जीता। चार देशों की एक स्पर्धा में भारतीय टीम के साथ सबा दक्षिण अफ्रीका में खेली। इन दोनों खिलाडिय़ों की उपलिब्ध को देखने के बाद जूरी ने मृणाल की उपलब्धियों को ज्यादा वजन दिया और उनका चयन कर लिया गया। चयन न होने पर सबा अंजुम ने मुख्यमंत्री के साथ खेलमंत्री ने शिकायत की है।

सप्रे स्कूल में मैदान देने की शर्त पर छोड़ेंगे मैदान

राजधानी के छह दशक से ज्यादा पुराने मलेरिया वालीबॉल मैदान को बचाने के लिए सोमवार को खिलाड़ी एकजुट हुए। खिलाडिय़ों के साथ निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी की पहल पर निगम के अपर आयुक्त ने मलेरिया मैदान में सड़क निर्माण का काम बंद करवा दिया है और इस संदर्भ में निगमायुक्त से खिलाडिय़ों और खेल संघ की बात करवाने का आश्वासन दिया है। खिलाडिय़ों का कहना है कि अगर निगम सप्रे स्कूल में मैदान दे देता है हम यह मैदान खुशी-खुशी छोड़ देंगे, नहीं तो हम आंदोलन करेंगे।
मलेरिया मैदान में सोमवार को अंतर कॉलेज वालीबॉल स्पर्धा का आयोजन था। सुबह जब खिलाडिय़ों के साथ सिटी स्पोट्र्स क्लब के साथ प्रदेश वालीबॉल संघ के पदाधिकारी मैदान गए तो देखा कि मैदान से निगम ने सड़क निकालने के लिए खुदाई प्रारंभ कर दी है। ऐसे में सिटी स्पोट्र्स के अध्यक्ष और निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी की पहल पर अपर आयुक्त तारण प्रसाद सिंहा मैदान में आए और उन्होंने खेल संघ के पदाधिकारियों के साथ खिलाडिय़ों की बात सुनी। उन्होंने इस बारे में निगम आयुक्त ओपी चौधरी से बात करने का आश्वासन देने के साथ खिलाडिय़ों की मांग पर निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा को फिलहाल निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा। अपर आयुक्त को खिलाडिय़ों और वालीबॉल संघ का प्रतिनिधि मंडल सप्रे स्कूल ले गया और वहां पर एक स्थान दिखाकर मांग की कि अगर निगम यहां पर दो मैदान बनाकर दे देता है तो मलेरिया का मैदान हम छोडऩे के लिए तैयार हैं। अपर आयुक्त को मलेरिया मैदान के बारे में बताया गया कि पूर्व महापौर सुनील सोनी के साथ लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेलमंत्री लता उसेंडी, सांसद रमेश बैस के साथ महापौर किरणमयी नायक ने खिलाडिय़ों को आश्वासन दिया है कि यह मैदान खराब नहीं होने देंगे। इसके बाद भी निगम मैदान को खराब करके वहां से सड़क निकालने का काम कर रहा है। खिलाडिय़ों ने साफ कहा कि अगर मैदान के बीच से सड़क निकालने से निगम पीछे नहीं हटेगा तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।

रविवि वालीबॉल टीम के चयन में पक्षपात का आरोप

रविशंकर विश्वविद्यालय की महिला वालीबॉल टीम के चयन में पक्षपात का आरोप प्रदेश संघ के सचिव मो. अकरम खान ने लगाते हुए इस मामले की शिकायत राज्यपाल शेखर दत्त के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने करने की बात कही है। मो. अकरम खान ने हरिभूमि को बताया कि रविवि की टीम को पहली बार अखिल भारतीय अंतर विवि में खेलने की पात्रता मिली है। इसके लिए चुनी गई रविवि की टीम में बेहतर खिलाडिय़ों को रखा जाना था, ताकि टीम का प्रदर्शन अच्छा होता, लेकिन चयनकर्ताओं की मनमर्जी की वजह से टीम के चयन में पूरी तरह से कोटा सिस्टम चला जिसकी वजह से अच्छी खिलाडिय़ों की अनदेखी हुई है। उन्होंने खुला आरोप लगाया कि रविवि टीम का चयन करने के लिए जिन दो चयनकर्ताओं प्रकाश ठाकुर और रवि धनगर को रखा था उनका वालीबॉल से कोई सरोकार नहीं है। जिनको जिस खेल के बारे में जानकारी ही नहीं है, वे उस खेल के खिलाडिय़ों का क्या चयन करेंगे। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि हमेशा रविवि की टीमों के चयन में उन खेल के विशेषज्ञों को दूर रखकर कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारियों को चयनकर्ता बना दिया जाता है, फिर भले उनको उस खेल की जानकारी हो या न हो। इस मामले में रविवि की खेल संचालक रीता वेणुगोपाल का कहना है कि टीम के चयन में किसी तरह का पक्षपात नहीं किया गया है और सही खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि चयनकर्ताओं को वालीबॉल की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हर क्रीड़ा अधिकारी को हर खेल की जानकारी होती है।
रविवि खेल संचालक को भी हटाने की मांग
इस मामले में प्रदेश वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान ने सीधे रविवि की खेल संचालक रीता वेणुगोपाल पर निशाना लगाते हुए कहा कि उनका संघ राज्यपाल शेखर दत्त और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से वालीबॉल टीम के चयन में हुई गड़बड़ी की शिकायत तो करेगा ही साथ ही रविवि में खेलों के जानकार को खेल संचालक बनाने की मांग करेगा। अकरम खान ने बताया कि वालीबॉल टीम के चयन में राज्य की सबसे बेहतर खिलाड़ी माधुरी वर्मा जो कि लिब्ररो की पोजीशन में खेलती हैं, उनका चयन ही नहीं किया गया। एक और खिलाड़ी खुशबू वर्मा को भी पहले टीम में नहीं रखा जा रहा था, विरोध करने पर इस खिलाड़ी को रख लिया गया। उन्होंने कहा कि रविवि की टीम में कुछ ऐसी खिलाडिय़ों को भी रख लिया गया है जो कभी वालीबॉल खेली ही नहीं है। इस सारे मामले में राज्यपाल और मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की जाएगी, ताकि भविष्य में रविवि की टीमों के चयन में किसी भी खिलाड़ी के साथ अन्याय न हो सके। उन्होंने कहा कि रविवि की हारती है तो उसकी पूरी जवाबदारी चयनकर्ताओं की होगी।

मंगलवार, 26 अक्तूबर 2010

रविवि वालीबॉल टीम के चयन में पक्षपात का आरोप

रविशंकर विश्वविद्यालय की महिला वालीबॉल टीम के चयन में पक्षपात का आरोप प्रदेश संघ के सचिव मो. अकरम खान ने लगाते हुए इस मामले की शिकायत राज्यपाल शेखर दत्त के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने करने की बात कही है। मो. अकरम खान ने हरिभूमि को बताया कि रविवि की टीम को पहली बार अखिल भारतीय अंतर विवि में खेलने की पात्रता मिली है। इसके लिए चुनी गई रविवि की टीम में बेहतर खिलाडिय़ों को रखा जाना था, ताकि टीम का प्रदर्शन अच्छा होता, लेकिन चयनकर्ताओं की मनमर्जी की वजह से टीम के चयन में पूरी तरह से कोटा सिस्टम चला जिसकी वजह से अच्छी खिलाडिय़ों की अनदेखी हुई है। उन्होंने खुला आरोप लगाया कि रविवि टीम का चयन करने के लिए जिन दो चयनकर्ताओं प्रकाश ठाकुर और रवि धनगर को रखा था उनका वालीबॉल से कोई सरोकार नहीं है। जिनको जिस खेल के बारे में जानकारी ही नहीं है, वे उस खेल के खिलाडिय़ों का क्या चयन करेंगे। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि हमेशा रविवि की टीमों के चयन में उन खेल के विशेषज्ञों को दूर रखकर कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारियों को चयनकर्ता बना दिया जाता है, फिर भले उनको उस खेल की जानकारी हो या न हो। इस मामले में रविवि की खेल संचालक रीता वेणुगोपाल का कहना है कि टीम के चयन में किसी तरह का पक्षपात नहीं किया गया है और सही खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि चयनकर्ताओं को वालीबॉल की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हर क्रीड़ा अधिकारी को हर खेल की जानकारी होती है।
रविवि खेल संचालक को भी हटाने की मांग
इस मामले में प्रदेश वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान ने सीधे रविवि की खेल संचालक रीता वेणुगोपाल पर निशाना लगाते हुए कहा कि उनका संघ राज्यपाल शेखर दत्त और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से वालीबॉल टीम के चयन में हुई गड़बड़ी की शिकायत तो करेगा ही साथ ही रविवि में खेलों के जानकार को खेल संचालक बनाने की मांग करेगा। अकरम खान ने बताया कि वालीबॉल टीम के चयन में राज्य की सबसे बेहतर खिलाड़ी माधुरी वर्मा जो कि लिब्ररो की पोजीशन में खेलती हैं, उनका चयन ही नहीं किया गया। एक और खिलाड़ी खुशबू वर्मा को भी पहले टीम में नहीं रखा जा रहा था, विरोध करने पर इस खिलाड़ी को रख लिया गया। उन्होंने कहा कि रविवि की टीम में कुछ ऐसी खिलाडिय़ों को भी रख लिया गया है जो कभी वालीबॉल खेली ही नहीं है। इस सारे मामले में राज्यपाल और मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की जाएगी, ताकि भविष्य में रविवि की टीमों के चयन में किसी भी खिलाड़ी के साथ अन्याय न हो सके। उन्होंने कहा कि रविवि की हारती है तो उसकी पूरी जवाबदारी चयनकर्ताओं की होगी।

दुर्गा की छत्तीसगढ़ पर खिताबी जीत

अंतर कॉलेज वालीबॉल के खिताबी मुकाबले में दुर्गा कॉलेज ने छत्तीसगढ़ कॉलेज के सीधे सेटों में मात देकर खिताब जीत लिया।
साइंस कॉलेज द्वारा मलेरिया मैदान में आयोजित स्पर्धा का फाइनल मैच शाम को खेला गया। मैच में पूरी तरह से दुर्गा कॉलेज का दबदबा रहा। दुर्गा कॉलेज ने २५-१३, २५-१४ से मैच जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया। दुर्गा कॉलेज के खिलाडिय़ों के सामने छत्तीसगढ़ कॉलेज के खिलाडिय़ों की दाल नहीं गली और टीम आसानी से हार गई। इसके पहले खेले गए सेमीफाइनल मैचों में दुर्गा कॉलेज ने दुर्गा कॉलेज ने यूडीटी को २५-१३, २५-१३ और छत्तीसगढ़ कॉलेज ने मेजबान साइंस कॉलेज को २५-१४, २५-१३ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया।
सुबह के सत्र में खेले गए मैचों में पहले मैच में छत्तीसगढ़ कॉलेज ने महंत कॉलेज को २५-९, २५-१४, साइंस कॉलेज ने राजिम कॉलेज को २५-१४, २५-९, यूटीडी ने विप्र कॉलेज को २५-१५, २५-२७ और दुर्गा कॉलेज ने अभनपुर कॉलेज को २५-७, २५-७ से मात दी थ। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन रायपुर नगर निगम के अपर आयुक्त तारण प्रसाद सिंहा ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य केेएम बापट ने की। इस अवसर पर निगम के नेता प्रतिपक्ष और सिटा स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष सुभाष तिवारी, प्रदेश वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान सहित कई कॉलेजों के क्रीड़ा अधिकारी उपस्थित थे। शाम को हुए पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि मेजबान कॉलेज की जनभागीदारी समिति के ओंकार सिंह थे। स्पर्धा के बाद रायपुर सेक्टर की टीम के लिए ट्रायल भी किया गया। चुनी गई टीम राज्य स्पर्धा में खेलेगी।
महंत कॉलेज बिना जर्सी के
स्पर्धा में खेल रही महंत कॉलेज की टीम बिना जर्सी के खेली। इस टीम के पास ही अपनी जर्सी नहीं थी। इस बारे में कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी विजय शर्मा ने पूछने पर बताया कि टीम को अचानक लाना पड़ा इसलिए जर्सी की व्यवस्था नहीं हो सकी। मैदान में इस बात की चर्चा रही कि जब खिलाडिय़ों से खेल शुल्क लिया जाता है तो खिलाडिय़ों को जर्सी देनी चाहिए।

विनय-सुरभि ने जीते खिताब

तीसरी राज्य रैंकिंग टेबल टेनिस में पुरुष वर्ग का ख्रिताब रायपुर के विनय बैसवाड़े और महिला वर्ग का खिताब रायपुर की सुरभि मोदी ने जीत लिया। दुर्ग में खेली गई स्पर्धा में विनय ने अपने भाई विजय बैसवाड़े को ४-१ से मास देकर खिताब जीता। सुरभि मोदी ने दुर्ग की सृष्टि तिवारी को ४-० से परास्त कर खिताब अपने नाम किया। सुरभि के खाते में एक और खिताब यूथ वर्ग का आया। इस वर्ग के फाइनल में उसने रायपुर की प्रियल गोरे को ४-० से हराया। यूथ बालक वर्ग के फाइनल में दुर्ग के कुणाल देव ने रायपुर के आदित्य कुलकर्णी को ४-२ से हराया। जूनियर बालिका वर्ग के फाइनल में सृष्टि तिवारी ने बिलासपुर की संस्कृति पांडे को ४-१ से हराया। बालक वर्ग में रायपुर के भावेश आप्टे ने दुर्ग के सांरग बागडीकर को ४-१ से हराया। सब जूनियर बालिका वर्ग में बस्तर की जसमीत कौर ने बिलासपुर की गार्गी मुखर्जी को ३-२ से परास्त कर ख्रिताब जीता।

सोमवार, 25 अक्तूबर 2010

१५ खेलों पर अटका खेल विभाग

छत्तीसगढ़ ओलंपिक के खेलों के महाकुंभ के लिए खेल विभाग १५ खेलों की सूची पर ही आकर अटक गया है। राज्य के जिलों से आई खेलों की जानकारी के बाद इन्हीं खेलों को करवाना का प्रस्ताव खेल विभाग ने खेल मंत्रालय को भेजा है। विभाग के इस प्रस्ताव के बाद अब यह सोचना पड़ रहा है कि खेलमंत्री लता उसेंडी ने जो राष्ट्रीय खेलों में शामिल ३४ खेलों का आयोजन करवाने की मंशा जाहिर की थी, उनकी उस मंशा का क्या होगा।
प्रदेश के १९ जिलों से खेल विभाग के पास जो जानकारी आई है उसके मुताबिक खेल विभाग ने अब छत्तीसगढ़ ओलंपिक में १५ खेलों जिसमें तैराकी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, हैंडबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, कराते, नेटबॉल, वालीबॉल, भारोत्तोलन और कुश्ती शामिल हैं। इन खेलों के आयोजन का प्रस्ताव बनाकर प्रदेश के खेल मंत्रालय को भेजा है। इन खेलों के आयोजन के लिए तीन करोड़ का बजट भी मांगा गया है। खेल विभाग ने जिन खेलों की सूची बनाई है वह जिलों से आई खेलों की सूची के आधार पर बनी है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि हमारे विभाग ने यह तय किया था कि जिन खेलों में कम से कम ८ जिलों की टीमें खेलेगी वहीं खेल शामिल किए जाएंगे। ऐसे खेलों की संख्या १५ ही हो रही है। ऐसे में हमने इतने ही खेलों का प्रस्तान बनाकर भेजा है। इसी के साथ उनका कहना है कि जिलों को यह कहा गया था कि जिन खेलों में जिलों की कम से कम चार टीमें शामिल हो सकेगी ऐसे खेलों को ही चिंहित करना है। हमारे विभाग ने प्रारंभ में जिलों को १९ खेलों की सूची दी थी जिसके आधार पर खेलों का चयन करना था। वैसे बाद में दूसरे खेलों को भी शामिल करने के लिए जिलों को अलग से कहा गया था। हमने जो १९ खेलों की सूची दी थी, उन खेलों में निशानेबाजी, जिम्नास्टिक, कैनाइंग कयाकिंग और ट्रायथलान में दो से तीन जिलों से ही जानकारी आई जिसकी वजह से इन खेलों को शामिल करना संभव नहीं है।
क्या दूसरे खेल नहीं होते जिलों में
राज्य के जिलों में खेल विभाग के जो जिला अधिकारी बैठे हैं उनकी सोच इस बात से सामने आई है कि उन्होंने कई ऐसे खेलों को शामिल ही नहीं किया है जो कई जिलों में खेले जाते हैं। ऐसे खेलों में टेबल टेनिस, बैडमिंटन, जूडो, लॉन टेनिस, साफ्टबॉल जैसे खेले हैं जिनको शामिल नहीं किया गया है। कम से कम ये ऐसे खेल हैं जो प्रदेश के कम से कम ८ से ज्यादा जिलों में खेले जाते हैं। इसी के साथ और कुछ खेल हैं जो ८ जिलो में खेले जाते हैं। इन खेलों की जब भी राज्य के खेल संघ राज्य स्पर्धाओं का आयोजन करते हैं तो इनमें ८ से ज्यादा जिलों की टीमें आती हैं। यही नहीं प्रदेश के खेल विभाग ने भी इन खेलों में से ज्यादातर खेलों की राज्य सब जूनियर और जूनियर स्पर्धाओं का आयोजन करवाया है। खेल विभाग के आयोजनों में भी ८ से ज्यादा टीमें आई हैं।
खेल के जानकार इस बात से हैरान हैं कि आखिर कैसे इन खेलों के बारे में जिलों के खेल अधिकारियों ने जानकारी नहीं भेजी है। जिलों की जानकारी में एक हैरानी की बात यह सामने आई है कि बैडमिंटन के लिए एक धमतरी को छोड़कर बाकी किसी जिले ने जानकारी ही नहीं भेजी है कि उनके यहां यह खेल होता है। छत्तीसगढ़ प्रदेश संघ के सहसचिव अनुराग दीक्षित का कहना है कि राज्य के १४ जिलों में हमारा जिला संघ है और इतने जिलों में खिलाड़ी हैं। उनको हैरानी है कि कैसे किसी जिले ने जानकारी नहीं भेजी है।
टेबल टेनिस संघ के सचिव अमिताभ शुक्ला का कहना है कि यह दुर्भाग्यजनक है कि हमारे खेले को छत्तीसगढ़ ओलंपिक से अलग रखा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के १४ जिलों में उनके जिला संघ हंै इन सभी जिलों के खिलाड़ी राज्य स्पर्धा में खेलने आते हैं। इसी तरह की प्रतिक्रिया हर उस खेल संघ से जुड़े संघों के लोगों की हैं जिनके खेलों को छत्तीसगढ़ ओलंपिक से अलग रखा गया है।
खेलमंत्री की मंशा का क्या होगा?
खेलमंत्री लता उसेंडी ने जिस तरह से राष्ट्रीय खेलों में शामिल सभी ३४ खेलों को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल करने की बात कही थी, उसके बाद से यह सोचना पड़ रहा है कि आखिर खेलमंत्री का मंशा का क्या होगा। इस बारे में खेल विभाग का कोई भी अधिकारी कुछ भी नहीं बोलना चाहता है। खेल विभाग के आला अधिकारी कहते हैं कि हम क्या बोल सकते हैं। खेलमंत्री की किसी बात पर हम क्या प्रतिक्रिया दे सकते हैं। हमने तो मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद तय की गई योजना पर ही काम किया है। अगर फिर से शासन से कोई फरमान जारी होगा तो उसका पालन किया जाएगा।
खेल संघों की खुली पोल
एक तरफ जहां खेल संघों से जुड़े लोग इस बात को लेकर नाराज हैं कि उनके खेलों को क्यों शामिल नहीं किया गया है, वहीं इधर खेल विभाग से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि इसमें कोई दो मत नहीं है जिलों से आई रिपोर्ट के बाद यह बात तय है कि खेल संघों ने विभाग से मान्यता लेने के लिए जितने जिलों में जिला संघ होने की जानकारी देकर मान्यता ली है, उन जिलों में संघ तो भले बन गए हैं, लेकिन खिलाड़ी नहीं हैं। अगर जिलों के खेल संघों के पास खिलाड़ी होते तो वे जरूर जिले के जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक या फिर जिला खेल अधिकारी के पास जाकर अपना दावा करते। जिन खेलों के पदाधिकारियों ने दावा नहीं किया है, उसका मतलब साफ है कि उन खेलों में जिलों में खिलाड़ी नहीं हैं।


रविवार, 24 अक्तूबर 2010

जिलों में ट्रायल करवाना उपयुक्त

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में के लिए जिस तरह का जिलों का बजट सामने आ रहा है उसके बाद अब खेल के जानकारों को यह लगने लगा है कि जिलों में ट्रायल करवाना ज्यादा उपयुक्त होगा। रायपुर जिले के खेल विभाग ने जहां आयोजन के लिए ४० लाख का बजट बनाने का मन बनाया है, वहीं जिला शिक्षा विभाग ने तो और हद करते हुए महज १२ खेलों के लिए ही ४५ लाख का बजट बना दिया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के दस साल पूरे होने के अवसर पर राज्य में छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से खेलों का महाकुंभ करवाने की घोषणा की है। इसके बाद से ही खेल विभाग इस दिशा में काम कर रहा है। ऐसे में जबकि खेल संचालनालय ने जिलों से उनके जिले में हो सकने वाले खेलों की जानकारी मांगी है, तो रायपुर जिले ने जहां जिलाधीश की अध्यक्षता में खेल संघों की बैठक करके ३१ खेलों का प्रस्ताव बनाकर भेजने का फैसला किया है। इसके लिए करीब ४० लाख का बजट तय किया गया है। इसी तरह से स्कूल स्तर पर होने वाले अंडर १९ के आयोजन के लिए जिला शिक्षा विभाग ने १२ खेलों के लिए ४५ लाख का बजट बना दिया है।
जिस तरह का बजट सामने आ रहा है, उसके बाद खेलों से जुड़े लोगों का ऐसा मानना है कि जिलों में आयोजन करने का कोई मतलब नहीं है। यहां तो ट्रायल ही करवाना चाहिए। कराते संघ के अजय साहू कहते हैं कि एक खेल के लिए एक लाख से ज्यादा का बजट समङा से परे हैं। ऐसे में खेल विभाग को चाहिए कि वह खेल संघों को जिम्मेदारी देकर जिले की टीम के लिए चयन ट्रायल कर ले। इस ट्रायल में ज्यादा खर्च होना नहीं है।
स्कूली आयोजन फिर क्यों?
स्कूली शिक्षा विभाग के ४५ लाख के बजट पर हैरानी व्यक्त करते हुए फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि स्कूली आयोजन तो वैसे भी ज्यादातर खेलों के हो चुके हैं, ऐसे में इन आयोजनों को फिर से करने का कोई मतलब नहीं है। ज्यादातर खेलों के लिए तो राज्य की टीमें बन चुकी हैं। जिन टीम को जोन स्तर के लिए चयन कर लिया गया है, उन्हीं टीमों का एक बार राज्य स्तर पर आयोजन होना चाहिए। जिलों में आयोजन करने का मतलब पैसों की बर्बादी के अलावा कुछ नहीं है। यही बात तीरंदाजी संघ के कैलाश मुरारका कहते हैं। वे कहते हैं कि उनका संघ खेलमंत्री लता उसेंडी से इस संबंध में बात करेगा कि जिलों के आयोजन का क्या औचित्य है। उन्होंने भी कहा कि जिलों में आयोजन का मतलब पैसों की बर्बादी है। श्री मुरारका ने भी कहा कि जब स्कूली खेलों का आयोजन हो चुका है तो फिर से आयोजन करने का मतलब क्या है। वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान भी जिलों में आयोजन के पक्ष में नहीं है। उनका मानना है कि ट्रायल से जब बात बन सकती है तो फिर आयोजन में खर्च करने का क्या मतलब है। वे कहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा पैसे राज्य स्तर के आयोजन में खर्च करके उनको भव्य बनाने के प्रयास होने चाहिए।

राज्य निशानेबाजी २८ से राजधानी में

राज्य निशानेबाजी का आयोजन प्रदेश रायफल संघ द्वारा माना में २८ अक्टूबर से किया जा रहा है। इसमे ंसभी वर्गों के मुकाबले होंगे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के राकेश गुप्ता के साथ कोच दुर्गेश वशिष्ठ ने बताया कि ९वीं राज्य स्पर्धा की तैयारी चल रही है। इस बार कामनवेल्थ की वजह से पिछले साल से ज्यादा खिलाडिय़ों के आने की संभावना है। पिछले साल ४०० खिलाड़ी आए थे। इन्होंने बताया कि स्पर्धा में ५० मीटर के रायफल मुकाबलों में प्रोन के सीथ थ्री पोजीशन जिसमें लेटकर, बैठकर और खड़े हेकर निशाने लगाए जाते हैं के मुकाबले होंगे। ये मुकाबले महिलाओं के साथ पुरुष वर्ग में होंगे। २५ मीटर सेंटर फायर पिस्टल के मुकाबले पुरुष वर्ग में होंगे। महिलाओं के साथ जूनियर बालक वर्ग में मुकाबले स्पोट्र्स पिस्टल से होंगे। इसके अलावा एयर पिस्टल के मुकाबले होंगे। मुकाबले पूरी तरह से ओपन है। इसमें २१ साल से कम उम्र के खिलाड़ी जूनियर वर्ग में। इसके ज्यादा उम्र के खिलाड़ी सीनियर वर्ग में और ५५ साल से ज्यादा के खिलाड़ी वेटरन वर्ग में भाग ले सकते हैं।
इस बार खिलाडिय़ों के लिए परिचय पत्र लाया अनिवार्य किया गया है। इसी स्पर्धा से मावलंकर के लिए खिलाडिय़ों का चयन किया जाएगा। इन्होंने बताया कि सर्विसेज के खिलाडिय़ों के लिए एक अलग से वर्ग होगा। इस वर्ग में पुलिस, फोर्स सीआरपीएफ के खिलाड़ी खेलने के पात्र होंगे।

टीम में स्थान पाने दिखाया दम

प्रदेश की सब जूनियर वालीबॉल टीमों में स्थान बनाने के लिए प्रदेश के कई जिलों से आए बालक और बालिका खिलाडिय़ों ने दम दिखाते हुए अपना दावा पेश किया।
मलेरिया मैदान में सुबह से लेकर शाम तक खिलाडिय़ों के बीच मुकाबले होते रहे। अलग-अलग जिलों से आए खिलाडिय़ों की टीमें बनाकर उनका प्रदर्शन चयन समिति के सदस्य अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आशीष अरोरा, विक्रम पुरस्कार प्राप्त राजेन्द्र राय, जयराम सिंग देखते रहे। इस चयन ट्रायल में मेजबान रायपुर के १२ बालक १३ बालिका खिलाडिय़ों के साथ धमतरी के १०, सरगुजा के ५, गरियाबंद के एक, दुर्ग के १३, कोरबा के ४, कवर्धा के ५, राजनांदगांव के ६, बस्तर के ५, रायगढ़ के तीन खिलाड़ी शामिल हुए। सभी खिलाडिय़ों का एक ही मकसद था कि किसी भी तरह से चयनकर्ताओं को अपनी प्रतिभा से आकर्षित करके टीम में स्थान बना लें।
प्रदेश संघ के महासचिव मो. अकरम खान ने बताया कि ट्रायल के बाद चुनी गई टीम का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। इस शिविर के बाद ही प्रदेश की टीम १५ नवंबर से कर्नाटक में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने के लिए जाएगी।
अंतर कॉलेज वालीबॉल कल से
रायपुर सेक्टर की अंतर कॉलेज वालीबॉल स्पर्धा का आयोजन २५ अक्टूबर से मलेरिया मैदान में सुबह को ९ बजे से किया गया है। यह जानकारूी देते हुए मेजबान साइंस कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारियों विष्णु श्रीवास्तव, विपिनचन्द्र शर्मा और अनिल दीवान ने बताया कि पूर्व में यह स्पर्धा ३ दिसंबर से होने थी, लेकिन अचानक तिथि में बदलाव करना पड़ा है। पिछले साल रायपुर सेक्टर की इस स्पर्धा में १८ टीमों ने भाग लिया था। रायपुर सेक्टर की टीमों को २५ अक्टूबर को सुबह ९ बजे मलेरिया मैदान में पहुंचने के लिए कहा गया है।

शनिवार, 23 अक्तूबर 2010

सोना लेकर आएंगे

राष्ट्रीय जूनियर बास्केटबॉल में एक बार फिर से स्वर्ण जीतने के इरादे के साथ हमारी टीमें मुंबई जाएंगी। हमारी बालिका टीम ने पिछली बार मप्र में स्वर्ण पदक जीता था। बालक टीम को रजत मिला था। इस बार बालक टीम भी स्वर्ण जीतने का प्रयास करेगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि ६१वीं राष्टीय जूनियर बास्केटबाल स्पर्धा न्यू मुंबई में २४ से ३१ अक्टूबर तक आयोजित है। प्रदेश जूनियर बालिका टीम का नेतृत्व भिलाई इस्पात संयंत्र की यूथ अन्तराष्टीय खिलाड़ी रंजीता कौर को दिया गया। जबकि बालक वर्ग में भिलाई इस्पात संयंत्र के विनय जनबन्धु को दिया गया है। बालिका टीम के मुख्य प्रशिक्षक राजेश पटेल ने बताया की दोनो वर्गो की टीमो ने कड़ा अभ्यास किया है पिछले वर्ष इन्दौर मप्र में आयोजित ६०वीं राष्टीय जुनियर बास्केटबाल प्रतियोगिता में बालिका वर्ग में प्रदेश की टीम ने स्वर्ण पदक और बालक टीम ने रजत पदक जीता था। उन्होंने बताया की इस वर्ष भी दोनो टीमें अच्छी है, उम्मीद है की पदक लाने में जरूर सफ ल होगी।
बालिका टीम इस प्रकार है । रंजीता कौर कप्तान, पुष्पा निषाद, संगीता मंडल, शरणजीत कौर,सागरिका महापात्रा,शालिनी श्रीवास्तव सभी भिलाई इस्पात संयंत्र, अंजना डेजी इक्का दुर्ग जिला, सृष्टी कान्सकर, संध्या कैवर्त दोनों बिलासपुर, संध्या आर्य राजनांदगाव, शुभांगी सिंह जांजगीर, टीम के मुख्य प्रशिक्षक भिलाई इस्पात संयंत्र के अन्तराष्टीय प्रशिक्षक राजेश पटेल होंगे। इकबाल अहमद खान सहायक प्रशिक्षक, तथा प्रबन्धक निकीता गोदामकर होंगी। बालक टीम इस प्रकार है। विनय जनबन्धु भिलाई इस्पात संयंत्र,कप्तान, अभिष्ट प्रताप सिंह, संतोष शुक्ला सभी राजनांदगाव, आकाश भसीन, अनिल कुमार, आशुतोष, सभी राजनांदगाव नगर निगम, जानकी रामनाथ, एम. बालाकृष्णा, प्रसुन गनवीर सभी भिलाई इस्पात संयंत्र, अब्दुल शबीर बिलासपुर, अतुल सोनी जांजगीर, आरएस गौर प्रशिक्षक, भिलाई इस्पात संयंत्र, सीके सिंह सहप्रशिक्षक, सरजीत चक्रवर्ती प्रबंधक बनाए गए हैं।

बढ़त से जीता बीएसपी

अंडर - २२ के तहत कम्बाइन्ड प्लेट और भिलाई स्टील प्लांट के बीच खेले गए मैच में बीएसपी को पहली पारी के बढ़त के आधार पर विजयी घोषित किया गया। कम्बाइन्ड प्लेट ने पहले दिन के अपने स्कोर ८ रन पर ४ विकेट से आगे खेलते हुए मात्र अपने खाते में ७२ रन जोड सकी और उसकी पूरी टीम ३७.५ ओवर में ८० रन बनाए। कम्बाइन्ड प्लेट की ओर से धमेंद्र ने ६२ गेंद में २५ बनाए इसके अलावा कोई भी बगेबाज यादा देर क्रीज पर नहीं टिक पाए। बीएसपी की ओर से विशाल ने१२.५ ओवर में ११ रन देकर ३, वेंकट ५ ओवर में १३ रन देकर २, हर्षित १० ओवर में १६ रन देकर २ व गौरव टंडन ने ४ ओवर में १८ रन देकर २ विकेट हासिल किए जबकि एक खिलाड़ी रन आउट का शिकार हुआ। २१८ रन की मिली बढ़त को आगे बढ़ते हुए बीएसपी ने ४० ओवर में ४ विकेट के नुकसान पर १७९ रन बनाए और इसी के साथ बीएसपी की टीम को विजयी घोषित कर दिया गया। बीएसपी की ओर से वी. नीतिश राव ने ८२ गेंद में ५०, हर्षित सिंह ४७ गेंद में ३४ व विशाल ने ३९ गेंद में ४५ रन की पारी खेली। कम्बाइन्ड प्लेट की ओर से अखंड प्रतापसिंह ने १६ ओवर में ७० रन देकर ३ व अमित निषाद ने ९ ओवर में ३० रन देकर १ विकेट हासिल किए।
प्लेट ग्रुप के तहत रायपुर के नये क्रिकेट स्टेडियम में अंडर -१६ का फायनल मैच जशपुर और दुर्ग के बीच खेला गया और पहली पारी की बढ़त के आधार पर दुर्ग को १०५ रनों से विजयी घोषित किया गया। कल खेले गए मैच में ४९ रन की मिली बढ़त और अपने स्कोर ३ विकेट पर ५२ रन के स्कोर को आगे बढ़ाते हुए ४० ओवर में ७ विकेट के अनुसार पर १६० रन बनाए। दूसरे दिन खेल जैसे ही शुरु हुआ संदीप ने अपने कल के २० रन के स्कोर पर मैच के पहले ही गेंद को समङा नहीं पाए और अपना विकेट गंवा दिया। उनके साथ बगेबाजी कर रहे आकाश ने ८२ गेंद में ७० रन बनाए, कमलेश ने ५७ गेंद में २८ बनाए इसके अलावा कोई भी बगेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। जशपुर की ओर से अमित साहू ने १३ ओवर में ४ मेडन ४९ रन दिए व ३ विकेट लिए, सरोज ने ६ ओवर में ४ रन देकर २, अविनाश ने ८ ओवर में २६ रन देकर १ व गोवर्धन ने ४ ओवर में २३ रन देकर १ विकेट हासिल किए। २०९ रन के विशाल स्कोर को ४० ओवर में पार करने उतरी जशपुर की पूरी टीम ३१ ओवर में १०४ रन बनाकर आउट हो गई। गोवर्धन ने ४० गेंद में २८, विजय एक्का ने ४६ गेंद में २० व विवेक ४८ गेंद में २१ रन ही बना सकें। दुर्ग की ओर से गेंदबाजी करते हुए सलद ने ८ ओवर में २४ रन देकर २, प्रतीक ७ ओवर में १७ रन देकर २, हिमांशु ५ ओवर में १८ रन देकर २, , कुलदीप ४ ओवर में १८ रन देकर १, संजीत ३ ओवर में ७ रन देकर १ विकेट लिए जबकि एक बगेबाज रन आउट हुआ।
एलिट ग्रुप के तहत बिलासपुर में अंडर - १६ का फायनल मैच बिलासपुर और राजनांदगांव के बीच खेला गया और बिलासपुर को पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर विजयी घोषित किया गया। अपने कल के स्कोर ३१ ओवर में ७७ रन से आगे खेलते हुए बिलासपुर ने ८२.३ ओवर में २४५ रन बनाए। राजनाथ १९७ गेंद में ११९, विवेक ४५ गेंद में ३३ बनाए। राजनांदगांव की ओर से कमल द्विवेदी ने २० ओवर में ४८ रन देकर ४ व हितेष ने २१ ओवर में ८१ रन देकर ४ विकेट लिए। दूसरी पारी में बगेबाजी करने उतरी राजनांदगांव ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ५ विकेट के नुकसान पर १०० रन ही बना सकी। शाहरुख ने ६१ गेंद में ३० व सिद्धार्थ ने ५४ गेंदों में १८ बनाए,बिलासपुर की ओर से विवेक ने १.५ ओवर में ११ देकर २, अनिल ने ९ ओवर में २५ रन देकर २ विकेट लिए जबकि एक विकेट रन आउट के तौर पर मिला।

अग्रेसन कॉलेज पहले मैच में जीता

अंतर कॉलेज के पहले मैच में अग्रसेन कॉलेज ने पहले मैच में हरिशंकर कॉलेज को आसानी से ८ विकेट से परास्त किया।
विप्र कॉलेज की मेजबानी में प्रारंभ हुई स्पर्धा के पहले मैच में टॉस हारने के बाद पहले खेलते हुए हरिशंकर कॉलेज की टीम ७५ रनों पर ही सिमट गई। हरिशंकर की पारी में निश्चल ने १० रन देकर तीन विकेट और गौरव ने २१ रन देकर दो विकेट लिए। जीत के ७६ रनों का लक्ष्य अग्रसेन कॉलेज ने दो विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। विजेता टीम के लिए मयूर ने नाबाद ३५ और निखिल ने २९ रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाने मे अहम भूमिका निभाई।
इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन रविशंकर विवि के कुलपति शिवकुमार पांडेय ने किया। मेजबान कॉलेज के प्राचार्य मेघेष तिवारी ने बताया कि स्पर्धा में २२ अक्टूबर को चार मैच खेल जाएंगे। पहला मैच सुबह के सत्र में शंकर नगर कॉलेज और साइंस कॉलेज रायपुर। दूसरा मैच कुरूद और शांतिनिकेतन कॉलेज रायपुर, तीसरा मैच राजिम कॉलेज और आरंग का, चौथा मैच केटीडी विधि महाविद्यालय का गरियाबंद कॉलेज से खेला जाएगा।

शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2010

अख्तर की तकनीक पर सब फिदा

छत्तीसगढ़ क्लब में लॉन टेनिस के कोर्ट में एक छोर से एक खिलाड़ी लगातार सर्विस कर रहा है और दूसरी तरफ से एक एक करके खिलाड़ी आते जा रहे हैं और बॉल रिटर्न कर रहे हैं। सामने खड़े अंतरराष्ट्रीय कोच अख्तर अली हर बॉल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कभी वे कहते हैं वैरी गुड, तो कभी कहते हैं शाबास, कभी कहते हैं वैरी नाइस। जब कोई खिलाड़ी बॉल गलत मार देता है तो वे चिल्ला उठाते हैं कि क्या कर रहे हो। जिस तरह की तकनीक से वे खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं उस तकनीक पर खिलाड़ी ही नहीं बल्कि स्थानीय प्रशिक्षक भी फिदा हैं। वैसे उनसे स्थानीय प्रशिक्षक भी टेनिस के गुर सीखने का काम कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ क्लब में इस समय जूनियर लॉन टेनिस खिलाडिय़ों का मेला सा लगा है। टेनिस के कोर्ट के एक छोर पर लाइन से खड़े खिलाड़ी इंतजार में हैं कि कब उनको कोच अख्तर अली का इशारा मिले और वे मैदान में डट जाए बॉल मारने के लिए। कोर्ट के एक छोर में एक ट्राली में बॉल रखी हुई है और एक खिलाड़ी अभिजीत तिवारी उधर से सर्विस कर रहे हैँ। जैसे ही श्री अली का इशारा मिलता है, वे सर्विस करते हैं। उधर से सर्विस हो रही, सर्विस को वापस करने का जिम्मा एक एक करके खिलाडिय़ों को दिया जा रहा है। जिस खिलाड़ी को श्री अली का इशारा मिलता है, वह तैयार हो जाता है, सर्विस को रिटर्न करने के लिए। हर खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा अच्छा करके दिखाना चाहता है ताकि उनको अंतरराष्ट्रीय कोच से वाह-वाही मिल सके। जब भी कोई खिलाड़ी बॉल ठीक से वापस करता है तो उनको शाबासी मिलती है, लेकिन जैसे ही कोई बॉल गलत होती है, तो कोच थोड़े नाराज हो जाते हैं और बताते हैं कि ऐसे नहीं ऐसे बॉल वापस करने से बॉल सही जाएगी। कोच के इशारे पर खिलाड़ी टॉप स्पिन भी मार रहे हैं। जब अख्तर अली एक खिलाड़ी से लगातार बॉल खेलने के लिए कहते हैं और लंबी रैली चल जाती है तो स्थानीय कोच भी हैरान हो जाते हैं कि कैसे खिलाड़ी इतनी आसानी से अख्तर अली की बात मान रहे हैं। स्थानीय कोच इसलिए हैरान हंै कि किसी खिलाड़ी को लगातार १० बार बॉल रिटर्न करने के लिए कहते हैं तो वे करते नहीं हंै। लेकिन अख्तर अली के कहने पर खिलाड़ी १० क्या २० से ३० बार बॉल रिटर्न कर रहे हैं और वो भी एक ही एंगल से। खिलाडिय़ों को तो ऐसा करने में मजा आ रहा है।
एक तरफ किशोर और युवा खिलाडिय़ों में भी उतनी फूर्ती नजर नहीं आ रही है जितनी ७२ साल के अख्तर अली में नजर आ रही है। किसी खिलाड़ी ने गलती की नहीं कि वे उनको हटाकर बताने लगते हैं कि किस तरह से बॉल को वापस करना है, या किस तरह से टॉप स्पिन करनी है। वे बैक हैंड, फोरहैंड से लेकर हर तरह की तकनीक खिलाडिय़ों को बता रहे हैं कि अगर आप बैक हैंड शाट्स मार रहे हैं तो आपको बॉल का स्तर कितना ऊंचा रखना है जिससे बॉल सही तरीके से नेट के दूसरी तरफ जा सके। अख्तर अली की फूर्ती देखकर खिलाडिय़ों के साथ स्थानीय कोच भी हैरान है।
कोच भी ले रहे हैं प्रशिक्षण
खिलाडिय़ों के साथ-साथ जूनियर खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने वाले स्थानीय प्रशिक्षक अभिजीत तिवारी, प्रतीक बख्शी, रोइन सेंटियागो, हेनरी सेंटियागो, रौशनी सिंह और रूपेन्द्र चौहान भी अख्तर अली से प्रशिक्षण ले रहे हैं। खिलाडिय़ों के साथ प्रशिक्षक भी इस बात से बहुत खुश हैं कि उनके बीच एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और अंतरराष्ट्रीय कोच हैं जो न सिर्फ खुद डेविस कप टीम से खेले हैं, बल्कि डेविस कप टीम के कोच भी रहे हैं। आज भारत में जितने भी स्टार खिलाड़ी खिलाड़ी हैं, लिएंडर पेस ले लेकर सानिया मिर्जा, सोमदेव बर्मन सभी ने कहीं ने कहीं अख्तर अली से टेनिस के गुर सीखे हैं।

बिलासपुर के तीर पदकों पर

राज्य तीरंदाजी में दिन भर चले मुकाबलों के बाद शाम को जब नतीजे सामने आए तो स्पर्धा में पूरी तरह से बिलासपुर का वर्चस्व नजर आया। पुरुष वर्ग में राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए चुने गए चार के चार खिलाड़ी बिलासपुर के हैं। महिला वर्ग में पहले तीन स्थानों पर रहने वाली खिलाड़ी भी बिलापुर की हैं। कुल मिलाकर स्पर्धा में दांव पर लगे सभी पदकों पर बिलासपुर ने कब्जा कर लिया।
प्रदेश की टीम में स्थान पाने की आश लिए राजधानी में होने वाले एक दिन के मुकाबले के लिए मेजबान रायपुर के १२, बिलासपुर के १५, कोरबा के १३, जांजगीर-चांपा के ८, राजनांदगांव के ६, जशपुर के २, दंतेवाड़ा के ४, जगदलपुर के ८, नारायणपुर के ४, कांकेर के ६, दुर्ग के ४, धमतरी के ४ और महासमुन्द के ६ खिलाड़ी पहुंचे। इन खिलाडिय़ों के बीच महिला और पुरुष वर्ग में सुबह से लेकर शाम तक ३० और ५० मीटर के इंडियन राउंड के मुकाबले हुए। मुकाबलों ंमें पूरी तरह से बिलासपुर के तीरंदाज ही छाए रहे। शाम को आए नतीजों में पुरुष वर्ग में बिलासपुर के महेन्द्र बघेल ने ६१५ अंकों के साथ स्वर्ण, बिलासपुर के दुर्गेश प्रताप ने ६१२ अंकों के साथ रजत और बिलासपुर के ही लखेश्वर सिंग ने ६०५ अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। प्रदेश की टीम में चौथा स्थान लेकर स्थान बनाने वाले विनोद कुमार भी बिलासपुर के हैं। उनके खाते में ६०२ अंक आए।
महिला वर्ग में भी बिलासपुर का दबदबा रहा। यहां पर ५५८ अंक लेकर बिलासपुर की श्रद्धा सोनी पहले स्थान पर रहीं। दूसरे स्थान पर ५०७ अंकों के साथ बिलासपुर की ही अंजली चंद्रा रहीं। तीसरे स्थान पर बिलासपुर की संतोषी कौशिक रहीं। उन्होंने ४२९ अंक बटोरे। चौथा स्थान कांकेर की चंचल सिंहा को मिला। उनके खाते में ४२२ अंक आए। इसके पहले सुबह के सत्र में स्पर्धा का उद्घाटन सांसद रमेश बैस ने किया। शाम को स्पर्धा के समापन के अतिथि खेल संचालक जीपी सिंह थे। उन्होंने इस अवसर पर खिलाडिय़ों को जानकारी दी कि खेल विभाग हर खेल के लिए खिलाडिय़ों को सुविधाएं दिलाने का काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की घोषणा के अनुरुप खेल विभाग छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन करने की तैयारी में जुटा है।
प्रदेश तीरंदाजी संघ के कैलाश मुरारका ने बताया कि इस बार खिलाडिय़ों का प्रदर्शन पिछले साल की तुलना में बहुत अच्छा है। पिछले साल खिलाडिय़ों के प्रदर्शन के कारण संघ यह सोचने पर मजबूर हो गया था कि प्रदेश की टीम को राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने भेजे या न भेजे। पिछले साल टीम इस शर्त पर भेजी गई थी कि अगर इस साल खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए तय अंक प्राप्त नहीं किए तो टीम नहीं भेजेंगे। इस बार पुरुष वर्ग में टीम में स्थान बनाने वाले चारों खिलाडिय़ों ने ६०० से ज्यादा अंक बनाए। राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने के लिए कम से कम ६०० अंक बनाने होते हैं। महिला वर्ग में ५५० अंकों का लक्ष्य रहता है। इस लक्ष्य तक एक ही खिलाड़ी पहुंची। लेकिन टीम चार खिलाडिय़ों की जाती है ऐसे में बाकी खिलाडिय़ों को भेजी जाएगा।

शेरा क्लब अब हॉकी क्रिकेट भी करवाएगा

राजधानी के ३५ साल पुराने शेरा क्लब ने अब फुटबॉल के साथ हॉकी और क्रिकेट के आयोजन करवाने का भी मन बनाया है। इसी के साथ क्लब ने अपना सदस्यता अभियान भी प्रारंभ किया है। क्लब ने २०० सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इन सदस्यों से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि क्लब का यूं तो हॉकी से पुराना नाता है। क्लब ने हॉकी और फुटबॉल से ही शुरुआत की थी, लेकिन बाद में हॉकी के आयोजन से किनारा कर लिया था। राज्य में हॉकी के गिरते स्तर को ऊंचा उठाने के लिए क्लब ने हॉकी का भी आयोजन फिर से करने का फैसला किया है। इसी के साथ क्लब ने क्रिकेट के भी आयोजन का मन बनाया है।
श्री प्रधान ने बताया कि इस समय क्लब में फुटबॉल के ४५ स्थाई और ४० अस्थाई सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि अब हॉकी और क्रिकेट के लिए २५-२५ सदस्य बनाने के साथ कुल २०० नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी सदस्य ऐसे होंगे जिनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। ये सदस्य खेल प्रेमी, समाजसेवी, पत्रकार, राजनेता, उद्योगपति, डॉक्टर, वकील,कॉलेजों के प्रोफेसर, स्कूलों के प्राचार्य, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होंगे।
श्री प्रधान ने बताया कि इस समय क्लब फुटबॉल का एक स्कूल चल रहा है जिसमें नियमित रूप से ४५ खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। अब हॉकी और क्रिकेट के खिलाडिय़ों के लिए भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। यह प्रशिक्षण भी पूरी तरह से नि:शुल्क होगा। उन्होंने बताया कि क्लब पहली बार राज्य स्तर पर टेनिस बॉल क्रिकेट की एक फ्लड लाइट स्पर्धा का आयोजन दिसंबर के अंतिम सप्ताह में करेगा। यह स्पर्धा नए साल में जनवरी तक चलेगी।

गुरुवार, 21 अक्तूबर 2010

पांच लाख से ज्यादा नहीं मिलेंगे एक जिले को

छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेलों के महाकुंभ के लिए किसी भी जिले को पांच लाख से ज्यादा का बजट मिलने का सवाल ही नहीं उठता है। प्रदेश के खेल विभाग ने राज्य सरकार को हर जिले को इतना बजट देने का प्रस्ताव भेजा है।
यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि मुङो भी मालूम हुआ है कि रायपुर जिले ने ४० लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजने का मन बनाया है। उन्होंने कहा कि कोई भी जिला जितने का चाहे प्रस्ताव बनाकर भेज सकता है, लेकिन बजट तो शासन स्तर पर तय होना है। उन्होंने कहा कि हमारे विभाग ने जो योजना बनाई है उस योजना में जिलों के आयोजन के लिए पांच लाख रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा गया है। अब बजट को मंजूरी देना सरकार का काम है। संभव है कि इस बजट में भी कटौती कर दी जाए।
खेलों की संख्या अब तक तय नहीं
खेलों की संख्या को लेकर अब तक भ्रम की स्थिति कायम है। एक तरफ जहां खेल विभाग की मंशा १० से १२ खेल ही करवाने की हैं, वहीं खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा है कि राष्ट्रीय खेलों में होने वाले सभी ३४ खेलों को शामिल किया जाएगा। सभी खेलों को शामिल करने पर खेल विभाग के अधिकारी परेशानी होने की बात कर रहे हैं। खेल संचालक जीपी सिंह का इस बारे में कहना है कि हमारे विभाग ने सभी जिलों को एक पत्र भेजकर पूछा है कि उनके जिले में कौन-कौन से खेल होने संभव है। श्री सिंह ने बताया कि कुछ जिलों की जानकारी आ भी गई है। अब तक किसी भी जिसे से एक दर्जन से ज्यादा खेलों के आयोजन करवा पाने की जानकारी नहीं आई है।
उन्होंने पूछने पर कहा कि शासन स्तर पर अगर ३४ खेलों के आयोजन की बात होती है तो इतने खेल करवाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि खेलों की संख्या सभी जिलों से जानकारी आने के बाद एक सप्ताह के अंदर तय कर दी जाएगी। इधर खेलों के जानकारों का कहना है कि राज्य जिला स्तर पर भले ३४ खेलों का आयोजन संभव न हो, लेकिन राज्य स्तर पर तो इतने खेलों का आयोजन किया जा सकता है।

वालीबॉल टीम का ट्रायल २३ को

राष्ट्रीय सब जूनियर वालीबॉल में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीम का चयन करने के लिए २३ अक्टूबर को राजधानी में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया है। इस ट्रायल में राज्य के सभी जिलों के खिलाड़ी भाग लेंगे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश वालीबॉल संघ के सचिव मो. अकरम खान ने बताया कि ३३वीं राष्ट्रीय सब जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन १५ से २१ अक्टूबर तक विरूर कर्नाटक में किया गया है। राष्ट्रीय स्पर्धा की तिथि अचानक आने की वजह से अब राज्य स्पर्धा का आयोजन करना संभव नहीं है। ऐसे में राजधानी में २३ अक्टूबर को सुबह ९ बजे पुलिस लाइन के वालीबॉल मैदान में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया है। इस ट्रायल में राज्य के वे खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं जिनका जन्म एक जनवरी १९९५ या इसके बाद हुआ है। खिलाडिय़ों को जन्म प्रमाणपत्र के लिए स्कूल की अंक सूची या फिर नगर निगम से जारी जन्म प्रमाणपत्र की प्रति लानी होगी।

अनुभव की कमी से नहीं मिली सफलता

कामनवेल्थ के नेटबॉल में भारतीय टीम से खेलने वाली छत्तीसगढ़ की खिलाड़ी नेहा बजाज का कहना है कि अनुभव की कमी के कारण हमारी टीम को सफलता नहीं मिली।
यहां पर खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भारतीय टीम में सभी युवा खिलाड़ी थीं। कोई भी खिलाड़ी २२ साल से ज्यादा उम्र की नहीं थी, लेकिन विदेशी टीमों में सभी खिलाड़ी २५ साल से ज्यादा उम्र की अनुभवी खिलाड़ी थीं। सभी खिलाडिय़ों को १० से ज्यादा साल तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव था। उन्होंने पूछने पर बताया कि बेशक हमारी भारतीय टीम का तीन साल का प्रशिक्षण शिविर लगा था लेकिन १० साल के अनुभव के सामने तीन सालों का प्रशिक्षण शिविर क्या मायने रखता है। उन्होंने बताया कि हमारी टीम स्पर्धा में एक भी मैच नहीं जीत सकी और १२ टीमों में भारतीय टीम का स्थान १२वां रहा। टीम को १२वां स्थान मिलने के बाद भी नेहा का ऐसा मानना है कि टीम का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। वह बताती हैं कि टीम के प्रदर्शन की वजह से इस साल दिसंबर में सिंगापुर में होने वाली छह देशों की स्पर्धा में पहली बार भारतीय टीम को खेलने का मौका दिया जा रहा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कामनवेल्थ में खेलने से उनको जो अनुभव मिला है, उस अनुभव को वह छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों में बांटने का काम करेगी। नेहा ने बताया कि उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने गोल शूटर और गोलकीपर की पोजीशन में खेलीं। अगले पड़ाव के बारे में वह कहती हैं कि अब उनकी नजरें २०१३ में होने वाले एशियाई खेलों पर हैं। इसमें स्वर्ण जीतने की योजना पर टीम काम करेगी। प्रदेश की प्रीति बंछोर को टीम से बाहर किए जाने के बारे में उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

बुधवार, 20 अक्तूबर 2010

पायका-प्रतिभाखोज पर होगा सेमिनार

प्रदेश में चल रही पायका योजना के साथ खेल प्रतिभाखोज में गति लाने के लिए राजधानी में एक सेमिनार का आयोजन खेल विभाग करने वाला है।
यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि पायका योजना में राज्य के १० हजार पंचायतों की पूरी जानकारी मंगाने के लिए विभाग ने एक फार्म तैयार किया है। इसी फार्म में हर पंचायत की पूरी जानकारी मंगवाने का काम किया जाएगा, ताकि पायका में किसी भी तरह की परेशानी न हो और विभाग को यह मालूम हो सके कि किस पंचायत में कौन सी सुविधा है और कौन सी सुविधा पंचायत चाहती है। इसी के साथ इस फार्म के माध्यम से यह भी मालूम हो जाएगा कि किस पंचायत में कौन सा खेल खेलने वाले खिलाड़ी ज्यादा हैं।
इधर विभाग की एक और योजना खेल प्रतिभा खोज भी है। खेल प्रतिभा खोज के लिए प्रारंभिक स्तर पर शिक्षा चयन करने का जिम्मा शिक्षा विभाग के पास है। ऐसे में शिक्षा विभाग के साथ मिलकर ही राजधानी में एक सेमिनार का आयोजन एक सप्ताह के अंदर करने की योजना है। इस सेमिनार में राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ राज्य के १४६ विकासखंड़ों के बीओ भी शामिल होंगे।
सेमिनार में सभी को पायका और खेल प्रतिभाखोज की पूरी जानकारी दी जाएगी, ताकि इस योजना का लाभ राज्य के खिलाडिय़ों को मिल सके। सेमिनार की तिथि जल्द ही तय कर दी जाएगी।

विवि की टीमें कलस्टर में

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में होने वाले खेलों में राज्य के विश्व विद्यालयों की टीमों को अब जिलों के कलस्टर में शामिल किया गया है। खेल विभाग ने १९ साल से ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों के लिए होने वाले आयोजन के लिए जिलों को कलस्टर में बांटा है। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव एमके राऊत के साथ मंत्रालय में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के बारे में खेल संचालक ने बताया कि राज्य के करीब १० विश्व विद्यालयों जिनमें रविशंकर शुक्ल विवि, गुरुघासी दास विवि बिलासपुर, सरगुजा, जगदलपुर विवि, मैट्स, कृषि विवि, एनआईटी, हिदायदतउल्ला लॉ विवि, एसबी रमन विवि शामिल हैं को उन जिलों के कलस्टर में रखने का निर्णय लिया गया है जिन जिलों में वे विश्वविद्यालय हैं।

राज्य तीरंदाजी आज

राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीम का चयन करने के लिए राज्य तीरंदाजी स्पर्धा का आयोजन राजधानी में २० अक्टूबर को किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव कैलाश मुरारका ने बताया कि राष्ट्रीय स्पर्धा होशगाबाद में २६ से ३१ अक्टूबर तक होने वाली है। इसी स्पर्धा में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीम का चयन यहां पर होगा। यहां होने वाले मुकाबले इंडियन राउंड के होंगे। स्पर्धा का उद्घाटन स्पोट्र्स काम्पलेक्स में १०.३० बजे सांसद रमेश बैस करेंगे। एक दिन की इस स्पर्धा का समापन शाम को ४.३० बजे होगा। समापन समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडीं होंगी।

मंगलवार, 19 अक्तूबर 2010

चैंपियन बनने के गुर सीखाने आया हूं

प्रदेश के लॉन टेनिस खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण देने आए राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह गिल का कहना है कि वे यहां के खिलाडिय़ों को चैंपियन बनने के गुर सीखाने ही आए हैं। वे कहते हैं कि सही तकनीक के अभाव में ही खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पाते हैं और चोटग्रस्त भी हो जाते हैं। अगर सही तकनीक का ज्ञान हो तो खिलाडिय़ों को आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है।
यहां पर छत्तीसगढ़ क्लब में चर्चा करते हुए सुखबीर ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को जितनी ज्यादा नई तकनीक की जानकारी हो सकेगी १५ दिनों के शिविर में देने का प्रयास करेंगे। उन्होंने पूछने पर बताया कि वे पिछले ७-८ साल से प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन के मुख्य कोच दत्त मकाडी के साथ कई देश के खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया है।
वे बताते हैं कि हरियाणा के गुडग़ांव के में जार्डन, पाकिस्तान, मलेशिया और अन्य देशों के खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आते हैं जिनको वे प्रशिक्षण देते हैं। पूछने पर उन्होंने बताया कि पहली बार भारतीय फेडरेशन के कहने पर वे छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने आए हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में खेल के हर पहलू पर ध्यान दिया जाता है। वे मानते हैं कि लॉन टेनिस में फिटनेस का अहम रोल होता है। जिस खिलाड़ी की फिटनेस जितनी अच्छी होगी उनका खेल उतना ही अच्छा होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि भारत में भी अब लॉन टेनिस क्रिकेट के बाद पेशेवर रूप में सामने आया है। आज देश के बड़े शहरों में खिलाड़ी अपने लिए अलग के कोच के साथ फिटनेस के भी कोच रखने लगे हैं। एक ससवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य टेनिस में बहुत अच्छा है। भारतीय फेडरेशन के महासचिव अनिल खन्ना देश में बहुत स्पर्धाएं लेकर आए हैं। स्पर्धाओं से ही खिलाडिय़ों का खेल निखरता है।
सुखबीर कहते हैं कि अगर खिलाड़ी को लॉन टेनिस में सही तकनीक का ज्ञान नहीं होगा तो इनमें कोई दो मत नहीं है कि वह लगातार चोटग्रस्त होगा। उन्होंने बताया कि वे इसके पहले एक बार तब रायपुर आए थे जब छत्तीसगढ़ नहीं बना था। उस समय वे यूनियन क्लब में एक स्पर्धा में खेलने आए थे। उन्होंने कहा कि आज से करीब १५ साल पहले जब वे रायपुर आए थे तो उतने खिलाड़ी यहां नहीं थे, आज तो बहुत ज्यादा खिलाड़ी नजर आ रहे हैं।

सोमवार, 18 अक्तूबर 2010

सीखो और राज्य के लिए जीतो

यह अपने राज्य के खिलाडिय़ों के लिए यह सौभाग्य की बात है उनको लॉन टेनिस के गुर सीखाने के लिए राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह गिल आए हैं। यहां के खिलाडिय़ों को अब चाहिए कि वे सीखे और राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रौशन करें।
ये बातें यहां पर छत्तीसगढ़ क्लब में लॉन टेनिस के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव पी. जॉय उम्मेन ने कहीं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि अपने राज्य में प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कमी नहीं है। अपने यहां लॉन टेनिस के मैदानों की भी कमी नहीं है। अब तो नई राजधानी में भी टेनिस के कई कोर्ट बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ क्लब के कोर्ट भी हमेशा खिलाडिय़ों के लिए उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को यहां की सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर खेल की अपनी अलग तकनीक होती है। आपके लिए राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह गिल यहां आए हैं तो वे आप लोगों को सही तकनीक की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि मेरा ऐसा मानना है कि खेल के सही गुर सीखकर यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ और देश का नाम रौशन करें।
प्रदेश से भी चैंपियन निकलें: सिसोदिया
प्रदेश लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने कहा कि भारतीय लॉन टेनिस संघ के महासचिव अनिल खन्ना चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ से भी चैंपियन खिलाड़ी निकलें इसलिए उन्होंने प्रदेश संघ के आग्रह पर राष्ट्रीय कोच सुखबीर को यहां पर प्रशिक्षण देने भेजा है। श्री सिसोदिया ने बताया कि खिलाडिय़ों को १५ दिन के प्रशिक्षण में जो कुछ भी सीखने का मौका मिलेगा उसका फायदा खिलाडिय़ों को दिसंबर में यहां होने वाली राष्ट्रीय चैंपियन सीरिज में मिलेगा। इस सीरिज में अंडर १२, १४ और १६ साल वर्ग के मुकाबले होंगे। उन्होंने बताया कि एक और कोच अख्तर अली भी आज शाम यहां आ जाएंगे।
सानिया-सोमदेव जैसे खिलाड़ी बनें:होरा
इस अवसर पर प्रदेश संघ के गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि यह पहला मौका है जब प्रदेश के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय कोच से प्रशिक्षण दिलवाने की व्यवस्था की गई है। यह सब संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया की वजह से संभव हुआ है। श्री सिसोदिया ने तो राज्य में स्पर्धाओं की मानसूनी बारिश कर दी है। एक स्पर्धा समाप्त हुई नहीं कि दूसरा धमाका कर दिया जाता है। श्री होरा ने कहा कि राज्य खिलाडिय़ों को भी सानिया मिर्जा और सोमदेव बर्मन की तरह बनने का संकल्प लेना चाहिए। हमारे खिलाडिय़ों को जितनी सुविधाएं दिलाई जा रही है उसके बाद अब खिलाडिय़ों की बारी है कि वे राज्य के लिए राष्ट्रीय स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक लेकर आने का काम करें।
राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह से राजधानी के खिलाडिय़ों के साथ बिलासपुर, धमतरी, भिलाई के करीब ३५ खिलाड़ी प्रशिक्षण लेंगे। इनको सुबह और शाम के सत्र में छत्तीसगढ़ क्लब में प्रशिक्षण दिला जाएगा।

प्रदेश की कैरम टीम अकोला रवाना

राष्ट्रीय सब जूनियर कैरम में खेलने प्रदेश की टीम रविवार को अकोला के लिए रवाना हुई।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के विजय कुमार ने बताया कि अकोला में १८ से २३ अक्टूबर तक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस आयोजन में जाने से पहले प्रदेश की बालक और बालिका टीम का प्रशिक्षण शिविर एमजीएम स्कूल में लगाया गया था। रवि सोनी से २१ दिनों का प्रशिक्ष्रण लेने के बाद टीम यहां से रवाना हुई है।
टीम इस प्रकार है- बालक वर्ग-मंयक तम्बोली, जेसल शाह, रितिक सेठ, आर्यन सिंह, शुभम शर्मा, पूरब सिंह राजेश मुरैना, शुभम सिंह। बालिका वर्ग परणिता, सुरूचि गुप्ता, पुरविता, पूजा गुप्ता, तामिया एजाज रजा, मोना उपाध्यय, मृदुल चन्द्राकर, ममता सहू। टीम मैनेजर गणेश सिंह ठाकुर, रेखा सिंह, कोच रवि सोनी हैं।

पहली पारी की बढ़त पर शेष एलिट एकादश विजयी

सतनाम सिंहके शानदार शतक की बदौलत शेष एलिट एकादश ने बीएसपी को पहली पारी के बढ़त के आधार पर छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित लीग मैंचों के पहले मैच में पराजित कर दिया। मैच के दूसरे व अंतिम दिन शेष एकादश एलिट की टीम अपनी पहली पारी में ७३.१ ओवर में २१४ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। बीएसपी ने अपनी पहली पारी में १३२ रन बनाये थे।
शेष एलिट एकादश की टीम ने अपनी कल की रन संख्या २ विकेट पर ४९ रन से आगे खेलना शुरू किया और उसके बगेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। आज के खेले की मुख्य विशेषता सतनाम सिंह की शानदार शतकीय पारी रही। सतनाम लंबे समय तक क्रीज पर जमे रहे और उन्होंने १४६ गेंदों पर १०२ रन बनाये। सतनाम के अलावा सूर्यवीर सिंह ने ३८ रन बनाये जबकि बीएसपी की ओर से जगजोत सिंह,विशाल विश्वकर्मा,व्ही नितीश राव और गौरव टंडन ने २-२ विकेट प्राप्त किये। कल एलिट व प्लेट गु्रप की शेष एकादश के मध्य मैच खेला जायेगा।

रविवार, 17 अक्तूबर 2010

हर खेल में हों हमारे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी


प्रदेश की खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि दिल्ली के कामनवेल्थ में छत्तीसगढ़ के चार खिलाड़ी खेले। इसके बाद जब भी ऐसा कोई बड़ा आयोजन हो तो हम चाहते हैं कि हर खेल में हमारे खिलाड़ी खेलते नजर आएं।
ख़ेलमंत्री ने ये बातें यहां पर यूनियन क्लब में राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस के समापन समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के अवसर पर मुङो दिल्ली जाने का मौका मिला था। मैंने वहां पर भारतीय महिला हॉकी टीम का मैच देखा। इस मैच में मैंने प्रदेश की खिलाड़ी सबा अंजुम को खेलते देखा। सुश्री उसेंडी ने कहा कि कामवनेल्थ में छत्तीसगढ़ के चार खिलाड़ी खेले। उन्होंने कहा कि हमारा ऐसा सोचना है कि हर खेल में छत्तीसगढ़ से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकलने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर राज्य में १५ नवंबर से १५ दिसंबर तक छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से खेलों का एक महाकुंभ आयोजित कर रहे हैं। इस महाकुंभ से खिलाडिय़ों का चयन करके उनको छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार किया जाएगा।
मैदान की कमी नहीं होगी: सिसोदिया
कार्यक्रम में प्रदेश लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने कहा कि राज्य में लॉन टेनिस खिलाडिय़ों के लिए न तो मैदान की कमी होगी और न ही उनको कोचिंग की असुविधा होगी। उन्होंने बताया कि कामनवेल्थ के उद्घाटन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह गे थे। उन्होंने वहां पर आरके खन्ना स्टेडियम में लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा का मिश्रित युगल का मैच भी देखा और स्टेडियम भी देखा। तब मुख्यमंत्री ने मंशा जाहिर की थी कि अपने यहां पर राष्ट्रीय खेलों के लिए ऐसा स्टेडियम होना चाहिए। श्री सिसोदिया ने बताया कि प्रदेश के जूनियर खिलाडिय़ों को कोचिंग की सुविधाएं दिलाने ही १६ अक्टूबर से छत्तीसगढ़ क्लब में राष्ट्रीय कोच सुखबीर सिंह से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। यह प्रशिक्षण शिविर ३० अक्टूबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि तीन साल बाद राज्य रैंकिंग स्पर्धा का फिर से प्रारंभ हुआ है अब यह स्पर्धा हर साल होगी। अगली रैंकिंग स्पर्धा भिलाई में खेली जाएगी।
गोरों ने की भारत की तारीफ
प्रदेश लॉन टेनिस संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने इस मौके पर कहा कि मैं अभी दिल्ली से आया हूं। उन्होंने कहा कि कामनवेल्थ में भारत के प्रदर्शन और दिल्ली में की गई व्यवस्था ने गोरों को भी तारीफ करने के लिए मजबूर कर दिया। हर देश के खिलाड़ी भारत की तारीफ करते हुए लौटे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली में खेलमंत्री लता उसेंडी ने हर स्टेडियम देखा। श्री होरा ने बताया कि टेनिस के कोच नंदनबल ने प्रदेश संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया की तारीफ करते हुए कहा कि आपने एक अच्छा अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में एक बड़ा आयोजन अगले साल करने की बात कही ताकि उनके साथ देश के खिलाड़ी भी यहां आ सके। इस अवसर पर डॉ. ए. फरिश्ता, लारेंस सेंटियागो सहित टेनिस संघ के पदाधिकारी और यूनियन क्लब के सदस्य उपस्थित थे।
ये रहे विजेता
स्पर्धा के अंतिम दिन सुबह को पुरुष वर्ग का फाइनल मैच खेला गया। इसमें अभिजीत तिवारी ने जयकिशन सोनी को ६-०, ६-१ से मात देकर खिताब जीता। अन्य वर्गों के विजेता इस प्रकार रहे। जूनियर वर्ग के साथ महिला वर्ग का खिताब आयुशी चौहान ने जीता। जूनियर वर्ग की उपविजेता नवनी सिसोदिया, महिला वर्ग की उपविजेता अभिलाषा तिवारी। महिला युगल में विजेता सुप्रिया पांडेज-यशलीन। उपविजेता आयुशी चौहान-नवनी सिसोदिया। जूनिय बालक वर्ग में विजेता स्वप्निल अंयगर, उपविजेता पार्थ दीक्षित। पुरुष युगल वर्ग के विजेता अभिजीत तिवारी-संजय शुक्ला, उपविजेता रोहीन सेंटियागो-राजेश पाटिल रहे। विजेता खिलाडिय़ों को मुख्यअतिथि से पुरस्कार बांटे।

शनिवार, 16 अक्तूबर 2010

बारिश में भी पुरस्कारों के लिए डटे रहे खिलाड़ी


स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में जैसे की मार्च पास्ट का प्रारंभ हुआ, ङामाङाम बारिश शुरू हो गई। भारी बारिश के बाद भी खिलाडिय़ों ने मार्च पास्ट को पूरा किया, वहीं पुरस्कारों ने भी डटे रहे। खेलमंत्री लता उसेंडी ने स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी पूरा समय देते हुए सभी खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिए।
जिला पायका का समापन समारोह स्पोट्र्स काम्पलेक्स के फुटबॉल मैदान में आयोजित था। मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी के आने का बाद १५ विकासखंडों के खिलाडिय़ों ने मार्च पास्ट प्रारंभ किया। उनके मार्च पास्ट प्रारंभ करते ही भारी भी होने लगी। धीरे-धीरे बारिश बढ़ती गई, फिर भी खिलाड़ी मैदान में डटे रहे। मार्च पास्ट के बाद बारिश के बीच ही खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए खेलमंत्री ने कहा कि पायका की वजह से अब राज्य के हर गांव से खिलाड़ी निकलने लगे हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों को बताया कि प्रदेश सरकार के मुखिया डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से खेलों का एक महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी खिलाडिय़ों को उसमें खेलने का मौका मिलेगा। खेलमंत्री ने कहा कि हमारे विभाग का सेटअप बहुत छोटा है, लेकिन विभाग में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का दिल बड़ा है। सभी लगन के साथ आयोजन करवाते हैं जिसकी वजह से हर आयोजन में जान आ जाती हैं। अंत में उन्होंने विजेता टीमों के खिलाडिय़ों को पुरस्कार बांटे।
रायपुर में हुई चार खेलों की स्पर्धा के बाद कसडोल विकासखंड १३५ अंकों के साथ ओवरआल चैंपियन बनने में सफल रहा। टीम के खिलाडिय़ों को ४० हजार रुपए की नकद राशि के साथ पुरस्कार दिए गए। दूसरे स्थान पर १३१ अकों के साथ बिलाईगढ़ की टीम रही। उसे पुरस्कार में २४ हजार की राशि मिली। तीसरे स्थान पर आरंग को हटाते हुए पलारी की टीम रही। इस टीम ने ६५ अंकों के साथ आछ हजार के नकद इनाम पर कब्जा किया।
एथलेटिक्स के मुकाबलों में १५०० मीटर बालक वर्ग में कसडोल के संदीप कुमार प्रथम, बिलाईगढ़ के सुरेश कुमार द्वितीय, आरंग के भूपेन्द्र वर्मा तृतीय स्थान पर है। बालिका वर्ग में तिल्दा की बेमिन ध्रुव प्रथम, कसडोल की कमलेश्वरी द्वितीय, पलारी की उषा साहू तृतीय। ऊंची कूद बालक- तिल्दा के नारद प्रथम, कसडोल के शंकर द्वितीय, बिलाईगढ़ के गजेन्द्र तृतीय, बालिका- छुरा की कुसुमलता प्रथम, बिलाईगढ़ की पूजा द्वितीय, अभनपुर की सुकांती तृतीय। गोला फेंक बालक तिल्दा का किशन प्रथम, कसडोल का शंकर द्वितीय, बिलाईगढ़ की गजेन्द्र तृतीय। बालिका बिलाईगढ़ की दिलबाई प्रथम, गरियाबंद की हेमबाई द्वितीय, तिल्दा की दामिनबाई तृतीय।
तैराकी में भी बिलाईगढ़-कसडोल के तैराक छाए
यूनियन क्लब में हुई तैराकी में भी बिलाईगढ़ और कसडोल के खिलाडिय़ों के बीच मुकाबला हुआ। ५० मीटर फ्रीस्टाइल बालक-अभनपुर के सुनील कुमार प्रथम, कसडोल के शिवकुमार द्वितीय, तिल्दा हरीश तृतीय। बालिका कसडोल की प्रीति प्रथम, धरसींवा की ललीता द्वितीय, पलारी की उषा तृतीय। १०० मीटर बालक- बिलाईगढ़ के हिमांशु कैवर्त प्रथम, पलारी के गुरुचरण द्वितीय, धरसींवा के सतीश तृतीय। बालिका बिलाईगढ़ की गायत्री प्रथम, कसडोल की कमलेश्वरी द्वितीय, धरसींवा की रमा तृतीय। ५० मीटर बे्रस्क स्टोक बालक बिर्लागढ़ के हिमांशु प्रथम, पलारी के गुरुचरण द्वितीय, धरसींवा के लक्ष्मीनायाराण तृतीय। बालिका बिलाईगढ़ की किरण साहू प्रथम, पलारी की उषा द्वितीय रही। महिला तैराकी में ५० मीटर फ्रीस्टाइल में धरसींवा की शिवांगी ठाकुर प्रथम, पलारी की निर्मला द्वितीय। १०० मीटर में आरंग की मेनका प्रथम, बलौदाबाजार की संतोष ध्रुव द्वितीयष बे्रस्ट स्टोक ५० मीटर धरसींवा की प्रियंका पटेल प्रथम, बिलाईगढ़ की भूरी द्वितीय। बेक स्टोक ५० मीटर पलारी की निर्मला प्रथम, बिलाईगढ़ की किरण द्वितीय स्थान पर रहीं। महिला तैराकी में १२ खिलाडिय़ों ने। पायका के बालक वर्ग में २२ और बालिका वर्ग में १८ खिलाडिय़ें ने भाग लिया।
बलौदाबाजार जीता
फुटबॉल के बालक वर्ग के फाइनल में बलौदाबाजार अभनपुर को एक गोल से मात देकर खिताब जीत लिया। इसके पहले खेले गए मुकाबलों में
पहले सेमीफाइनल में अभनपुर ने गरियाबंद को २-० और दूसरे सेमीफाइनल में बलौदाबाजार ने धरसींवा को १-० से मात दी। इसके पहले खेले गए मैचों में बिलाईगढ़ ने मैनपुर को ४-०, अभनपुर ने आरंग को २-०, फिंगेश्वर ने सिमगा को ३-१, गरियाबंद ने छुरा को २-०, बलौदाबाजार ने पलारी को ५-२, देवभोग ने भाटापारा को ३-० से हराया।

आयुशी को एक और खिताब

राज्य रैंकिंग के महिला वर्ग के फाइनल में आयुशी चौहान ने कड़े मुकाबले में अभिलाषा तिवारी को मात देकर अपना दूसरा खिताब जीत लिया।
छत्तीसगढ़ क्लब में महिला वर्ग का फाइनल रोमांचक और कांटे का रहा। इस मुकाबले में एक-एक अंक के लिए संघर्ष के बाद अंत में आयुशी नेअभिलाषा को ९-७ से परास्त कर अपना दूसरा खिताब जीत लिया। इसके पहले कल आयुशी ने जूनियर वर्ग का खिताब जीता था।
पुरुष के पहले सेमीफाइनल में अभिजीत तिवारी ने प्रतीक बख्शी को ६-०, ६-० से मात दी। दूसरे सेमीफाइनल में जयकिशन सोनी ने हेनरी सेंटियागो को कड़े मुकाबले में ६-४, ५-७, ६-३ से हराया। महिला वर्ग के युगल फाइनल में यशलीन और सुप्रिया पांडे की जोड़ी ने आयुशी और नवनी सिसोदिया की जोड़ी को ९-५ से मात देकर खिताब जीता। पुरुष वर्ग के क्वार्टर फाइनल में विक्रम सिसोदिया और सुनील सुराना की जोड़ी अनुप वर्मा और सुरेन्द्र शुक्ला की जोड़ी से ८-५ से हारी।
प्रदेश संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने बताया कि सुबह को यूनियन क्लब में पुरुष वर्ग के फाइनल मैच के बाद ९ बजे होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी रहेंगी।

दानी का खिताब पर कब्जा

अंतर शालेय वालीबॉल के खिताबी मुकाबले में दानी स्कूल ने सीधे सेटों में नवीन सरस्वती कन्या विद्यालय पुरानी बस्ती को मात देकर खिताब जीत लिया।
सिटी स्पोट्र्स क्लब द्वारा आयोजित स्पर्धा के बालिका वर्ग के फाइनल में दानी स्कूल ने २५-१४, २५-७ से जीत प्राप्त की। दानी स्कूल के सामने सरस्वती स्कूल की टीम ठहर ही नहीं सकी।
बालक वर्ग का खिताबी मुकाबला वामनराव लाखे और विवेकानंद विद्यापीठ के बीच खेला गया। इस मैच में लाखे स्कूल ने जोरदार खेल दिखाते हुए २५-२१, २५-१३ से मैच के साथ खिताब भी जीत लिया। फाइनल मैचों के बाद सांसद रमेश बैस ने विजेता टीमों को पुरस्कार बांटे।

गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010

आयुशी की नवनी पर खिताबी जीत

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ द्वारा आयोजित पहली राज्य रैंकिंग स्पर्धा के जूनियर बालिका वर्ग के फाइनल में आयुशी चौहान ने नवनी सिसोदिया को माद देकर खिताब जीत लिया।
छत्तीसगढ़ क्लब में खेल गए इस मैच में आयुशी के सामने नवनी ठहर ही नहीं सकीं और ९-० से हार गई। इसके पहले महिला वर्ग के युगल के पहले सेमीफाइनल में यशलीन और सुप्रिया पांडे की जोड़ी ने शारदा भगत और अभिलाषा तिवारी की जोड़ी को ८-६ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया।
सीनियर वर्ग के क्वार्टर फाइनल में अभिजीत तिवारी ने एरल सेंटियागो को ९-०, जयकिशन सोनी ने डेनिस बार्टन को ९-५, हेरनी सेंटियागो ने सुनील सुराना रो ९-१, प्रतीक बख्शी ने रोइन सेंटियागो को ९-१ से हराया। युगर वर्ग में विक्रम सिसोदिया और सुनील सुराना ने माइकल मसीह और खोगेश्वर साहू को ८-२, भरत पटेल-उपेन्द्र घावरी ने रिषभ ताह-एश्वर्य को ८-०, हनी जुनेजा-वी. विश्वकर्मा ने सुखविंदर०हरविंदर को ८-१, पंकज सारडा-संजय जैन ने सुशील बालानी-जसविंदर को ८-३ से मात दी।

दानी स्कूल फाइनल में

अंतर शालेय वालीबॉल में दानी स्कूल ने सालेम स्कूल को मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। यहां उसका मुकाबला नवीन सरस्वती स्कूल से होगा।
सिटी स्पोट्र्स क्लब द्वारा आयोजित स्पर्धा के बालिका वर्ग के पहले सेमीफाइनल में दानी स्कूल ने सालेम स्कूल को २५-२३, २५-१८ से और नवीन सरस्वती कन्या स्कूल पुरानी बस्ती ने संत कंवरराम स्कूल कटौरातालाब को २५-१९, २५-११से हराकर फाइनल में स्थान बनाया।
बालक वर्ग के पहले सेमीफाइनल में विवेकानंद विद्यापीठ ने संत ज्ञानेश्वर को २५-२२, २५-२० से मात दी। दूसरे सेमीफाइनल में वामनराव लाखे स्कूल ने महर्षि विद्या मंदिर टाटीबंध को २५-१५, २५-१८ से हराया। दोनों वर्गों के फाइनल मुकाबले गुरुवार की शाम को पांच बजे होंगे। इसके बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि सांसद रमेश बैस होंगे। अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक बजाज करेंगे।

१५ विकासखंडों के खिलाड़ी आज राजधानी में जुंटेगे

पायका के दूसरे चरण में रायपुर जिले के १५ विकासखंडों के खिलाड़ी गुरुवार से राजधानी में जुटेंगे। इन खिलाडिय़ों के बीच जहां चार खेलों के खिताबों के लिए मुकाबला होगा, वहीं महिला खेलों में भी छह खेलों के लिए खिलाड़ी मुकाबले करेंगे।
जिला पायका का एक चरण छुरा में ९ और १० अक्टूबर को हो चुका है। दूसरे चरण का आगाज रायपुर में गुरुवार को होगा। इस चरण में एथलेटिक्स, फुटबॉल, भारोत्तोलन और तैराकी के मुकाबले होंगे। सभी खेलों में बालक वर्ग के साथ बालिका वर्ग के भी मैच खेले जाएंगे। खेलों में मुकाबले सुबह को ९ बजे से प्रारंभ होंगे। इन मुकाबलों के बाद १५ अक्टूबर को होने वाले फाइनल मैचों के बाद ही रायपुर जिले की ओवरआल चैंपियन टीम का फैसला होगा। चैंपियन टीम को नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। विजेता टीम को ४० हजार रुपए, दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को २४ हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को ८ हजार रुपए दिए जाएंगे।
इधर पायका के साथ महिला खेलों का भी आयोजन किया गया है। इस चरण में हैंडबॉल, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, लॉन टेनिस के साथ तैराकी के मुकाबले होंगे।

आरकेसी को खिताब

अंतर पब्लिक स्कूल के रोमांचक खिताबी मुकाबले में मेजबान राजकुमार कॉलेज ने मॉर्डन स्कूल दिल्ली को १-० से मात देकर खिताब जीत लिया। अपने दर्शकों के बीच में मेजबान टीम के खिलाडिय़ों ने जोरदार खेल दिखाया।
शाम को राजकुमार कॉलेज के मैदान में भारी भीड़ के बीच फाइनल मैच खेला गया। इस मैच में दोनों टीमों ने पहले हॉफ में जोरदार खेल दिखाया। काफी प्रयासों के बाद भी कोई टीम स्कोर नहीं कर सकी। दूसरे हॉॅफ में खेल प्रारंभ होने पर मेजबान टीम ने ताबड़तोड़ हमले किए जिसकी बदौलत उसे खेल के ३९वें मिनट में स्कारे करने का मौका मिला। राजकुमार कॉलेज के अंकित सिंह ने गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। इस गोल के बाद मॉर्डन स्कूल की टीम ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगाया, पर राजकुमार कॉलेज की रक्षापंक्ति इतनी मजबूत थी कि उसे भेदने में खिलाड़ी सफल नहीं हो सके और अंत में मेजबान टीम ने मैच १-० से जीतकर खिताब पर कब्जा कर लिया। इसके पहले खेले गए सेमीफाइनल में राजकुमार कॉलेज ने सिंधिया स्कूल ग्वालियर को भी १-० से मात दी थी। मैच का एक मात्र गोल खेल के ११वें मिनट में अमन सायल ने किया था।
दूसरे सेमीफाइनल में मॉर्डन स्कूल दिल्ली और शिवाजी मिलेट्री स्कूल पूणे का मुकाबला निर्धारित समय तक गोलरहित बराबर रहने पर मैच का फैसला टाईब्रेकर में किया गया। इसमें मॉर्डन दिल्ली ने मैच ५-४ से जीता। विजेता टीम के लिए आरूध, आदित्य, सार्थक, रौनक और अर्जुन ने गोल किए। पराजित टीम के लिए महेश गायकवाड, गौरांग, शुभम और कुणाल ने गोल किए। तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में ंिसंधिया स्कूल ग्वालियर ने शिवा मिलेट्री स्कूल पूणे को स्निग्ध के गोल से मात देकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। मैचों के मुख्य निर्णायक मुश्ताक अली प्रधान और अन्य निर्णायक शफीक अमन, अर्सउल्ला खान, प्रेम तांडी, शैलेश जैन, मनीष ठाकुर, गजभूषण टेडी थे। मैचों के बाद डीजीपी विश्वरंजन ने पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर राजा राजेन्द्र चन्द्रदेव और त्रिविक्रम चन्ददेव, कॉलेज के प्राचार्य जेबी सिंह उपस्थित थे।

बुधवार, 13 अक्तूबर 2010

आयुशी फाइनल में

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ द्वारा आयोजित पहली राज्य रैंकिंग स्पर्धा के महिला वर्ग में भी आयुशी चौहान ने फाइनल में स्थान बना लिया है। इधर पुरुष वर्ग के मुकाबलों में विक्रम सिसोदिया को तीसरे चक्र में हार का सामना करना पड़ा।
यूनियन क्लब में महिला वर्ग के दूसरे सेमीफाइनल में आयुशी चौहान ने यशलीन को आसानी से ८-० से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। छत्तीसगढ़ क्लब में जूनियर वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच खेले गए। इन मैचों में पार्थ दीक्षित ने सौभित शुक्ला को ८-२, सुभम शुक्ला ने विजय चन्द्रर को ८-७ (७-६), हिमांशु मोर्या ने नील शुक्ला को ८-४ और स्वप्निल अंयगर ने उत्कर्ष मिश्रा को ८-२ से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया।
छत्तीसगढ़ क्लब में सीनियर वर्ग में तीसरे चक्र के मुकाबले खेले गए। पहले मैच में विक्रम सिसोदिया को एरिल सेंटियागो ने ८-५ से मात दी। अन्य मैचों में अभिजीत तिवारी ने परसीस को ८-०, प्रतीक बख्शी ने देवेश कुमार गिरी को टाईब्रेकर में ८-७ (७-२), डेनिस बार्टन ने हनी जुनेजा को ८-३ और सुनील सुर्राना ने हरप्रीत सिंह वारिया को ८-५ से हराया। स्पर्धा में सबसे रोमांचक मुकाबला प्रतीक बख्शी और देवेश का हुआ। इस मैच में एक-एक अंक के लिए खिलाड़ी संघर्ष करते रहे और अंत में टाईब्रेकर में फैसला हो सका।

दानी स्कूल ने निवेदिता को दी मात

अंतर शालेय वालीबॉल में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में दानी स्कूल की टीम ने निवेदिता स्कूल को माद दी। सिटी स्पोट्र्स क्लब द्वारा आयोजित स्पर्धा के बालिका वर्ग में दानी स्कूल ने निवेदिता स्कूल को २५-७, २५-१९, सरस्वती नवीन कन्या शाला ने संत ज्ञानेश्वर को २५-६, २५-१५, सालेम स्कूल ने संत ज्ञानेश्वर ए को २६-२४, २५-१२, संत कंवरराम कटोरातालाब ने संत ज्ञानेश्वर को २५-५, २५-७ से हराया। बालक वर्ग के मुकाबलों में कालीबाड़ी स्कूल ने सरस्वती शिशु मंदिर रोहणीपुरम को २५-८, २५-१०, वामनराव लाखे स्कूल ने विवेकानंद विद्यापीठ बी को २५-१०, २५-१२, आदर्श स्कूल टाटीबंध ने कालीबाड़ी स्कूल को कड़े मुकाबले मे ंतीन सेटों तक चले मुकाबले में २५-१५, २३-२५, १५-१४ से हराया। अन्य मैचों में संत ज्ञानेश्वर ने मॉडल स्कूल को २५-१३, २५-१० और विवेकानंद विद्यापीठ ने माना को २५-१४, २५-१९ से परास्त किया।

साफ्टबॉल में पदक के लिए मशक्कत

राष्ट्रीय साफ्टबॉल में खेलने जाने वाली राज्य की टीम पदक जीतने की तैयारी में जुट गई है। जम्मू में होने वाली स्पर्धा के लिए प्रदेश की टीम तय कर दी गई है। बालक टीम में हितेश निर्मलकर, जयेश राणा, जगदीश महानंद, युवराज दहरिया, आकाश दहरिया, सोमेश कौशल, सुनील राज, सुभम, कडबे, राजेश, सागर, रितेश। बालिका टीम में नेहा साहू, रिया साहू, जयंती राय खुशबू साहू, कीर्ति तांडी, अंजली तांडीस नीरू, लता देवांगन, विशाखा मेश्राम, सुष्मिता जोशी, श्वेता प्रसाद, शीतल मेश्राम, शीतल बघेल को रखा गया है। टीम के कोच एनआईएसे कोच निंगराज रेड्डी हैं। साफ्टबॉल संघ के ओपी शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर रविवि के मैदान में १६ अक्टूबर तक चलेगा इसके बाद टीम यहां से २० अक्टूबर को जम्मू के लिए रवाना होगी। वहां पर २७ अक्टूबर से स्पर्धा होगी।

मान स्कूल जीता

अंतर पब्लिक स्कूल फुटबॉल में मान स्कूल दिल्ली ने मेयो कॉलेज अजमेर को ६-२ से परास्त किया। राजकुमार कॉलेज में खेली जा रही स्पर्धा के अन्य मैचों में सिंधिया स्कूल ग्वालियर ने विद्या निकेतन को १-१ से बराबरी पर रोका। ग्वालियर के लिए अरविंद ने और विद्या निकेतन के लिए अमन ने गोल किया। मॉर्डन स्कूल ने एमएनएसएस राय स्कूल हरियाणा को रौनक कपूर के एक गोल की मदद से मात दी। मेजबान राजकुमार कॉलेज का वाईपीएस मोहाली से मुकाबला गोलरहित बराबर रहा। एक अन्य मैच में शिवाजी स्कूल पूणे ने मान स्कूल दिल्ली को १-० से हराया। गोल अमोल दास ने किया। मैच के मुख्य रेफरी मुश्ताक अली प्रधान हैं। मैचों के निर्णायक शफीक अमन, अर्सउल्ला खान, प्रेम तांडी, शैलेश जैन, मनीष ठाकुर, गजभूषण टेडी थे।

मंगलवार, 12 अक्तूबर 2010

आयुशी - नवनी में होगी खिताबी जंग

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ द्वारा आयोजित पहली राज्य रैंकिंग स्पर्धा के जूनियर बालिका वर्ग में रायपुर की आयुशी चौहान की खिताबी जंग रायपुर की ही नवनी सिसोदिया के साथ होगी।
यूनियन क्लब में चल रहे मुकाबलों में अंडर १६ बालिका वर्ग पहले सेमीफाइनल में आयुशी चौहान ने सुप्रिया पांड को आसानी से ८-१ से परास्त कर फाइनल में स्थान बना लिया। दूसरा सेमीफाइनल मैच नवनी सिसोदिया और यशलीन के बीच खेला गया। इसमे ंहुए कड़े मुकाबले में नवनी ने ८-६ से जीत प्राप्त कर फाइनल में स्थान बनाया। इसके पहले अंतिम क्वार्टर फाइनल में यशलीन ने अनुपमा को ७-५ से मात दी। महिला वर्ग के पहले सेमीफाइनल में अभिलाषा तिवारी ने सुप्रिया पांडे को ८-२ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। यहां पर उनका मुकाबला दूसरे सेमीफाइनल में आयुशी चौहान और यसलीन के बीच होने वाले मैच की विजेता खिलाड़ी से होगा। इधर छत्तीसगढ़ क्लब में बालक वर्ग के साथ सीनियर पुरुष वर्ग के मुकाबले हो रहे हैं। यहां पर पुरुष वर्ग से दूसरे चक्र के मुकाबलों में एरल सेंटियागो ने नचिकेता को ८-०, डेनिस बार्टन ने शुभम शुक्ला को ८-१, हेनरी सेंटियागो ने अतुल कुमार को ८-०, जयकिशन सोनी ने अनुज वर्मा को ८-०, तरसीश ने समर्थ बंसल को ८-१, हरप्रीति शुक्ला ने सौरभ सिंग को ८-५ से मात दी। जूनियर बालक वर्ग के मैचों में शामित शुक्ला ने वंसत निवार्ण को ७-३, स्वप्निल अंयगर ने सार्थक देवरस को ७-४, उत्कर्ष मिश्रा ने सार्थक बंसल को ७-३ और पार्थ दीक्षित ने यश जैन को ७-३ से हराया।

आरकेसी जीता

अंतर पब्लिक स्कूल फुटबॉल में मेजबान राजकुमार कॉलेज ने जीत से शुरुआत करते हुए पहले मैच में वाईपीएम मोहाली को मात दी। सोमवार से प्रारंभ हुई स्पर्धा में पहला मैच मार्डन स्कूल दिल्ली ने डीजी बिडला को ९-० से मात देकर जीता। दूसरे मैच में सिंधिया स्कूल ग्वालियर ने विद्या निकेतन पिलानी को २-० से, तीसरे मैच में शिवाजी मिलेट्री स्कूल पूणे ने मेयो कॉलेज अजमेर को २-०, एमएनएसएस राय हरियाणा ने जीडी बिडला स्कूल रानीखेत को ६-० से रौंदा। मेजबान राजकुमार कॉलेज का मुकाबला वाईपीएम मोहाली से हुआ। इस मैच में मेजबान टीम का पूरे मैच में दबदबा रहा और यह मैच मेजबान ने २-० से जीता। मैच में सूर्यवीर सिंह और अंकित सिंहदेव ने गोल किए। स्पर्धा के चीफ रेफरी मुश्ताक अली प्रदान हैं। इसके पहले सुबह को स्पर्धा का उद्घाटन खेल संचालक जीपी सिंह ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र चन्द्रदेव ने की।

खम्हरिया ने सरस्वती विहार को हराया

अंतर शालेय वालीबॉल में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में ग्रामीण क्षेत्र की टीम खम्हरिया ने रोमांचक मुकाबले में शहरी टीम सरस्वती विहार को कड़े मुकाबले में २-१ से मात दी। वालीबॉल संघ द्वारा मलेरिया मैदान में खेली जा रही स्पर्धा में बालक वर्ग का पहला केपीएस देवपुरी का कालीबाड़ी से हुआ। इसमें केपीएस की टीम सीधे सेटों में २५-२३, २५-१२ से जीती। दूसरे मैच में खम्हरिया स्कूल की टीम ने कड़े मुकाबले में सरस्वती विहार को २१-२५, २५-१२, १५-१३ से मात दी। स्पर्धा में लीग मैच हो रहे हैँ। अन्य मैचों में विवेकानंद विद्यापीठ ने शासकीय स्कूल को २५-६, २५-२०, माना ने संत ज्ञानेस्वर को २५-२३, २५-२३, आदर्श विद्या मंदिर ने सर्वोदय भाटागांव को २५-६, २५-२२ से हराया। बालिका वर्ग में नवीन कन्या पुरानी बस्ती ने सालेम को २५-१५, २५-२३, कटोरातालाब ने निवेदिता को २५-१७, २४-२६, १५-१० से हराया।

रविवार, 10 अक्तूबर 2010

नए सेटअप में मांगे हैं २४८ पद

हमने अपने खेल विभाग के लिए नए सेटअप में २५० पद मांगे हैं। नया सेटअप राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए बनाया गया है। इस सेटअप के मंजूर होने से राज्य को खेल में बहुत फायदा होगा और राज्य में खेलों का विकास तेजी से होगा।
यह जानकारी देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि वित्त विभाग एवं उनके विभाग के बीच हुए गलतफहमी के कारण विभाग द्वारा भेजा गया सेटअप रद्द कर दिया गया था। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने वित्त विभाग द्वारा दी गई सहमति को मंजूरी समङा लिया था जिसकी वजह से करीब २१ माह बाद जानकारी होने पर इसे रद्द किया गया। सेटअप रद्द होने के बाद वित्त विभाग ने सेटअप फिर से भेजने कहा था ऐसे में सेटअप को नए सिरे से बनाया गया और नया सेटअप तैयार करके भेजा गया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए खेलमंत्री ने बताया कि नया सेटअप ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग में वैसे भी स्टॉफ की बहुत कमी है। उन्होंने पूछने पर बताया कि ३३० पदों का सेटअप बनाकर भेजा गया है। वर्तमान में ८२ पद हैं। बाकी के २४८ पदों की मंजरी मांगी गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वित्त विभाग से सेटअप पर जो आपतियों लगाईं थीं उनको भी दूर कर दिया गया है।
पुलिस से मुक्त होंगे खेल
खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि वर्तमान में जिलों में खेल के प्रभारी पुलिस अधीक्षक होते हैं। इनके पास अपना ही काम ज्यादा होता है। ऐसे में खेलों के लिए इनसे समय दिए जाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि नया सेटअप मंजूर हो गया तो जिलों के खेल पुलिस अधीक्षकों से मुक्त हो जाएंगे। संभाग स्तर पर सहायक संचालक रहेंगे और उनके पास डीडीओ पावर रहेगा। ऐसे में पुलिस अधीक्षकों की सेवाएं लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खेलमंत्री ने बताया कि मप्र में भी खेलों से पुलिस से मुक्त कर दिया गया है।
अच्छे स्टेडियम बनाएंगे
खेलमंत्री ने बताया कि उनको कामनवेल्थ खेलों में जाने का मौका मिला। वहां पर स्टेडियम देखने के बाद अब यह तय किया जा रहा है कि अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए भी अच्छे स्टेडियम बनाने की योजना तैयार की जाए। उन्होंने बताया कि दिल्ली में उद्घाटन समारोह के साथ उन्होंने मुक्केबाजी के मुकाबले देखे। उन्होंने कहा कि वास्तव में कामनवेल्थ के लिए जो भी स्टेडियम बनाए गए हैं, सब लाजवाब हैं। हमारा ऐसा प्रयास रहेगा कि छत्तीसगढ़ में भी ऐसे स्टेडियम बनाए जाए ताकि राष्ट्रीय खेलों में देश भर से आने वाले खिलाड़ी उनकी तारीफ किए बिना न रहे।
अंडर १९ का वर्ग बदलेगा
छत्तीसगढ़ ओलंपिक में अंडर १९ वर्ग के बारे में उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक को करवाने का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का मकसद राज्य में होने वाले राष्ट्रीय खेल हैं। छत्तीसगढ़ ओलंपिक से राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करके उनको राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करना है। ऐसे में यह बात सही है कि अंडर १९ के स्थान पर अगर स्कूल वर्ग में अंडर १७ के मुकाबले करवाए जाएंगे तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि अभी समय है अभी यह तय नहीं किया गया है कि अंडर १९ के ही मुकाबले होने हैं। उन्होंने कहा कि समीक्षा करके देखेंगे अगर ऐसा लगेगा कि अंडर १९ के मुकाबले करवाने से फायदा नहीं होगा तो इसके स्थान पर अंडर १७ को रखा जाएगा।
प्रतिभाओं को निखारेगे
खेलमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के बाद चुनी गई प्रतिभाओं को निखारने का काम राज्य के विभिन्न जिलों में खुलने वाले प्रशिक्ष्रण केन्द्रों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए हमारी सरकार हर सुविधा देना का काम करेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बुलाएंगे
लता उसेंडी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहले की कह चुके हैं कि राज्य के दस साल पूरे होने पर छत्तीसगढ़ ओलंपिक में राज्य स्तर के खेलों के साथ क्रिकेट का एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने पूछने पर कहा कि संभव होगा तो इंग्लैंड की काऊंटी टीम के खिलाडिय़ों या फिर पाकिस्तान टीम के पूर्व और वर्तमान खिलाडिय़ों को बुलाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को बनाए रखने के लिए वहां पर आयोजन जरूरी है। ऐसे में अगर वहां कोई अकादमी खोल दी जाए तो मैदान में कम से कम अभ्यास होने से मैदान ठीक रहेगा। उन्होंने बताया कि अकादमी के लिए छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में क्रिकेट अकादमी तो हीनी ही चाहिए।

पायका की गांवों में धूम

पायका में रायपुर विकासखंड में हो रही विकासखंड स्तरीय स्पर्धाओं में ही रिकॉर्डतोड़ खिलाड़ी आ रहे हैं। आज यह स्थिति तब है जब कि राज्य में सिर्फ ३० प्रतिशत विकासखंडों के खिलाड़ी खेलने आ रहे हैं। आने वाले समय में ऐसा हो जाएगा कि विकासखंड स्तर पर ही पांच दिनों तक आयोजन करना पड़ेगा। रायपुर जिले के ज्यादातर विकासखंडों में स्पर्धाओं का आयोजन हो गया है। अब छुरा में ९ और १० अक्टूबर को जिला स्पर्धा के आयोजन की तैयारी चल रही है।
पायका में इस समय रायपुर जिला पहले नंबर पर चल रहा है। यहां के विकासखंडों में इतने ज्यादा खिलाड़ी आ रहे हैं कि आयोजकों को लगातार परेशानी हो रही है। परेशानी इसलिए हो रही है क्योंकिे खिलाडिय़ों के रहने और खाने के लिए उतने बजट की व्यवस्था ही नहीं है। विकासखंड स्तर पर पांच खेलों का आयोजन होना है और इसके लिए केन्द्र सरकार से पचास हजार का ही बजट मिल रहा है। इतने बजट में आयोजन के साथ खिलाडिय़ों को खाना खिलाना संभव ही नहीं है। वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि पिछले दो दिनों में पांच विकासखंडों में आयोजन हुए हैं। सिमगा और मैनपुर में तो १२-१२ सौ खिलाड़ी आए थे। आरंग और भाटापारा में सात-सात सौ खिलाड़ी और गरियाबंद में ६५ पंचायतों के ५०० खिलाड़ी आए थे। किसी भी विकासखंड में ५०० से कम खिलाड़ी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अगर ५०० खिलाड़ी भी आते हैं तो खिलाडिय़ों को एक दिन का खाना खिलाने के लिए शासन द्वारा तय ५० रुपए के हिसाब के २५ हजार रुपए हो जाते हैं। आयोजन कहीं भी एक दिन में नहीं हो पा रहा है। दो दिनों के आयोजन में खाने पर ही पचास हजार का खर्च हो जा रहा है। जहां पर ५०० से ज्यादा खिलाड़ी आ रहे हैं, वहां ज्यादा परेशानी हो रही है। जो हाल विकासखंड स्तर का है, वही हाल जिला स्तर की स्पर्धाओं का भी है। इसके लिए भी बजट कम हो रहा है। अभी पहले चरण में जिला स्तर की स्पर्धाएं छुरा में हो रही हैं। अगर इसके बाद रायपुर में होने वाले जिला स्तर के दूसरे पड़ाव में बजट नहीं मिला तो यहां का आयोजन खटाई में पड़ सकता है।

शुक्रवार, 8 अक्तूबर 2010

रायपुर की जगदलपुर पर जीत में इयान चमके

विशाल कुशवाहा की कप्तानी और इयान कॉस्टर की जवाबदारी पूर्ण बल्लेबाजी की बदौलत रायपुर ने जगदलपुर को ८ विकेट से पराजित छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित अंडर-२२ स्व.सुरेश अग्रवाल मेमोरियल अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिता के अगले दौर में प्रवेश कर लिया। वहीं जांजगीर चांपा ने जशपुर को चार विकेट से पराजित किया।
एलिट गु्रप में रायपुर व जगदलपुर के मध्य मुकाबला नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। जगदलपुर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। उसकी पूरी टीम ४३ ओवर में १९३ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। जगदलपुर की ओर से करनदीप सिंह ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए ९७ गेंदों पर ८४ रन बनाये इसके अलावा हुसेन्द्र ने ३१ गेंदों पर ३५ रन की पारी खेली इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा जगदलपुर का अन्य कोई बल्लेबाज रायपुर के गेंदबाजों का सामना अच्छी तरह से नहीं कर पाया। रायपुर की ओर से कप्तान विशाल कुशवाहा ने ४२ रन देकर ३, गुलाम रसूल ने २२ रन देकर २ तथा मलिक हसन व सतनाम सिंह ने एक-एक विकेट हासिल किया।
जवाब में रायपुर ने विजय के लिये आवश्यक १९४ रन ३७ ओवर में केवल दो विकेट गवांकर हासिल कर लिये। मलिक हसन २३व अतुल पाल ३५ के वापस पेवेलियन में लौट जाने के बाद इयान कॉस्टर और विशाल कुशवाहा ने जवाबदारी से भरी पारियां खेलीं और टीम को आठ विकेट से विजय दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इयान कॉस्टर ८७ और विशाल कुशवाहा ४६ रन की नाबाद पारियां खेली।
जशपुर व जांजगीर-चांपा के मध्य जांजगीर के कालेज मैदान में खेले गये मुकाबले में राजेश राठौर के हरफनमौला प्रदर्शन के चलते चंापा ने जशपुर को ४ विकेट से शिकस्त दी। जशपुर के कप्तान दीनानाथ ने सिक्का जीतकर पहले खेलने का जो फैसला किया उस पर उसके बल्लेबाज खरे नहीं उतर पाये और २४ ओवर में पूरी टीम ११२ रन जोड़कर वापस पेवेलियन लौट गई। जशपुर की ओर से पारस शर्मा ने २५ गेंदों पर ३२ रन की पारी खेली वहीं चांपा की ओर से राजेश राठौर ने ३४ रन देकर ४ व दिलीप पांडे ने १८ रन देकर ३ बगेबाजों को वापस पेवेलियन भेजा। चंापा ने विजय के लिये आवश्यक ११३ रन २६.२ ओवर में ६ विकेट खोकर अर्जित कर लिये। गेंदबाजी के बाद राजेश राठौर ने बल्लेबाजी में भी अपना जौहर दिखाया और ७० गेंदों पर ५३ रन की पारी खेली इसके अलावा शाहबान खान ने ५४ गेंद पर ३१ रन बनाए। जशपुर की ओर से उसके कप्तान दीनानाथ ने २५ रन देकर ३ और अमित साहू ने १४ रन देकर २ विकेट हासिल किये। कल चांपा का मुकाबला रायगढ़ के साथ होगा।
महासमुन्द ने कवर्धा को हराया
इसी प्रतियोगिता के अंतर्गत खेले गये अन्य मुकाबलों में महासमुंद ने रोचक मुकाबले में कवर्धा को २ विकेट से शिकस्त दी। महासमुंद में खेले गए इस मुकाबले में कवर्धा के कप्तान लोकश्वर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और टीम की पूरी पारी ४४.१ ओवर में १९८ रनों पर सिमट गई। कवर्धा की ओर से प्रेमलाल ने सर्वाधिक १०६ गेंद पर ५५ रन बनाए और कप्तान लोकश्वर ने २८ गेंद पर २३ रन बनाये जिसमें दो छक्के भी शामिल थे। महासमुद की ओर से कंवलजीत सिंह ने घातक गेंदबाजी करते हुए २१ रन देकर कवर्धा के पांच बल्लेबाजों को पेवेलियन का रास्ता दिखाया। जवाब में महामुंद ने यह मुकाबला मैच के अंतिम १.५ ओवर शेष रहते २ विकेट से जीत लिया। गेंदबाजी में जौहर दिखाने के बाद कंवलजीत सिंह ने बल्लेबाजी में भी अपने हाथ दिखाये और ८१ गेंदों पर ४१ रन की पारी खेली इसके अलावा राहुल ने ४६ गेंद पर ३९ गौरव ने ४७ गेंद पर २६ रनों की पारी खेली। कवर्धा की ओर से आरिफ व यशवंत ने क्रमश: २६ व २० रन देकर ३-३ विकेट हासिल किये जबकि अंकित ने दो विकेट चटकाए।
भिलाई १४९ रनों से जीता
भिलाई में भिलाई इस्पात संयत्र और राजनांदगांव के मध्य खेले गये मैच में बीएसपी की टीम ने एक तरफा मुकाबले में राजनांदगांव को १४९ रनों के भारी अंतर से पराजित किया। राजनांदगांव ने टॉस जीतकर बीएसपी को पहले बल्लेबाजी करने आमंत्रित किया बीएसपी ने इमरान खान के १०८ गेंदों पर ६४ व सुधाशुं मिश्रा के ६४ गेंदों पर बनाये गये ५२ रनों की बदौलत ५० ओवर में ८ विकेट खोकर २३८ रन बनाये राजनांदगांव की ओर से भारद्वाज ने तीन विकेट हासिल किये। जवाब में राजनादगांव की पूरी टीम ३८.१ ओवर में ८९ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। राजनांदगांव की ओर से केवल वसीम ने ही बीएसपी के गेंदबाजों का कुछ देर क्रीज पर मुकाबला किया और ४५ गेंदों पर २४ रन बनाये। बीएसपी की ओर से हरप्रीत व व्ही नीलेश राव ने ३-३ विकेट हासिल किए।
बिलासपुर ११४ रनों से जीता
बिलासुपर ने एक आसान मुकाबले में दुर्ग को ११४ रनों से पराजित किया। बिलासपुर में खेले गये इस मुकाबले में दुर्ग ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया लेकिन उनका यह निर्णय गलत साबित हुआ दुर्ग का कोई गेंदबाज बिलासुपर के बल्लेबाजों पर प्रभाव नहीं डाल सका। बिलासुपर की टीम ४६ ओवर में २१४ रन बनाकर पावस पेवेलियन लौट गई। प्रखर रॉय ने ७७ गेंदों पर ७९ फेन्यूएल डिसुजा ने ४७ गेंदों पर ३४ रन बनाये दुर्ग की ओर से इयान हांडा व धनराज ने ४४ व ४९ रन देकर ३-३ विकेट लिये। २१५ रनों के विजय लक्ष्श् को लेकर मैदान में उतरी दुर्ग की पूरी टीम ३७.१ ओवर में १०० रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। दुर्ग की ओर से इयाा हांडा ही एक मात्र ऐसा बल्लेबाज रहा जिसने बिलासुपर के गेंदबाजों का कुछ देर सामना करते हुए ६५ गेंदों पर ४० रन बनाये बिलासपुर की ओर से अतुल शर्मा ने १३ रन देकर ३ और अभिनव शर्मा ने ११ रन देकर २ विकेट हासिल किये।

राजनांदगांव में मुश्किल होगा राष्ट्रीय महिला खेलों का आयोजन

राष्ट्रीय महिला खेलों के लिए खेल विभाग द्वारा राजनांदगांव का चयन करने पर सवाल उठने लगे हैं। खेलों के जानकारों का साफ कहना है कि वहां पर इस स्तर की सुविधाएं नहीं हैं कि ऐसा आयेजन हो सके। इस आयोजन के लिए बिलासपुर को उपयुक्त माना जा रहा है। इसी के साथ यह भी कहा जा रहा है कि यह आयोजन बस्तर में भी किया जा सकता है।
भारतीय खेल प्राधिकरण से छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय महिला खेलों के पहले चरण की मेजबानी मिली है। इस चरण में बास्केटबॉल के साथ तैराकी और जिम्नास्टिक के मुकाबले होंगे। खेल विभाग ने यह आयोजन नवंबर के अंतिम सप्ताह में राजनांदगांव में किए जाने का फैसला किया है। खेल विभाग के इस फैसले को खेलों के जानकार सही नहीं मान रहे हैं। खेलों के जानकार साफ कहते हैं कि राजनांदगांव में जिम्नास्टिक और तैराकी की सुविधाओं का अभाव है। बास्केटबॉल की वहां पर जरूर सुविधा हैं, लेकिन सवाल तीनों खेलों के् आयोजन का है। जिम्नास्टिक की अभी राज्य में सबसे ज्यादा सुविधाएं बिलासपुर में हैं। राज्य में एक मात्र एनआईएस कोच भी बिलासपुर में हैं।
इसी के साथ बिलासपुर में तैराकी के लिए पर्याप्त और बड़े स्वीमिंग पुल हैं, जबकि राजनांदगांव में राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए लायक कोई बड़ी स्वीमिंग पूल नहीं है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया था कि वहां पर युंगातर स्कूल में एक स्वीमिंग पूल हैं, लेकिन खेल के जानकार इस स्वीमिंग पूल को छोटा मान रहे हैं। राष्ट्रीय महिला खेलों का आयोजन छोटा आयोजन नहीं है। इस आयोजन में २० से ज्यादा राज्यों की खिलाड़ी आएंगी।। ऐसे में एक स्वीमिंग पूल में आयोजन संभव भी नहीं होगा।

अंतर क्लब बैडमिंटन १५ से

राजधानी के यूनियन क्लब में पहली बार अंतर क्लब बैडमिंटन स्पर्धा का आयोजन किया गया है। यह स्पर्धा १५ से १८ अक्टूबर तक खेली जाएगी। इसके पहले यूनियन क्लब में राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस का आयोजन ९ अक्टूबर से होगा।
यह जानकारी देते हुए यूनियन क्लब के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि पहली बार अंतर क्लब बैडमिंटन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें राजधानी के सभी क्लबों के खिलाड़ी शामिल होंगे। स्पर्धा में एकल वर्ग के साथ युगल वर्ग के भी मुकाबले खेले जाएंगे। उन्होंने बताया कि १५ की शाम को राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस के समापन होगा और बैडमिंटन स्पर्धा का उद्घाटन होगा।
इधर राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया के साथ सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि इस पहली राज्य रैंकिंग स्पर्धा में जूनियर वर्ग के साथ सीनियर वर्ग के तो मुकाबले होंगे ही साथ ही वेटरन वर्ग के भी मुकाबले होंगे। इन्होंने बताया कि महिला वर्ग में एकल मुकाबले होंगे, जबकि पुरुष वर्ग में एकल के साथ युगल मुकाबले भी होंगे। टेनिस स्पर्धा को पूर्व खिलाड़ी राजेन्द्र पटेल ने प्रायोजित किया है।

गुरुवार, 7 अक्तूबर 2010

राष्ट्रीय महिला खेलों की छत्तीसगढ़ को मेजबानी

छत्तीसगढ़ को एक बार फिर से राष्ट्रीय महिला खेलों की मेजबानी मिली है। इसका एक चरण राजनांदगांव में नवंबर के अंतिम सप्ताह में होगा। इस चरण में बास्केटबॉल, तैराकी और जिम्नास्टिक के मुकाबले होंगे।
यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई से खेल विभाग ने पायका और राष्ट्रीय महिला खेलों में से किसी एक के राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मांगी थी। साई ने राष्ट्रीय महिला खेलों के एक चरण की मेजबानी दी है और इसका आयोजन नवंबर के अंतिम सप्ताह में करवाने के लिए कहा है। खेल संचालक ने बताया कि यह आयोजन राजनांदगांव में करवाया जाएगा। उन्होंने पूछने पर बताया कि राजनांदगांव में इन तीनों खेलों का आयोजन आसानी से हो जाएगा। वहां पर बास्केटबॉल के अच्छे कोर्ट होने के साथ युगांतर स्कूल में तैराकी के लिए स्वीमिंग पूल है। जहां तक जिम्नास्टिक का सवाल है तो इसके लिए फ्लोर का इंतजाम कर लिया जाएगा।
यह तीसरा अवसर है जब छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय महिला खेलों की मेजबानी मिली है। सबसे पहले २००३ में मेजबानी मिली थी तो इसका आयोजन जगदलपुर में किया गया था। वहां का आयोजन यादगार था और देश भर के खिलाडिय़ों ने वहां के आयोजन को सराहा था। सिके बाद रायपुर में २००७ में एक आयोजन किया गया। अब तीसरा आयोजन राजनांदगांव में किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में होंगे ३४ खेल

प्रदेश की खेलमंत्री लता उसेंडी ने साफ कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक में किसी भी ऐसे खेल को वंचित नहीं किया जाएगा जो खेल राष्ट्रीय खेलों में खेला जाता है। खेल विभाग द्वारा इसके लिए तय किए गए १९ खेलों के बाद यह मांग उठने लगी थी कि हमारे खेल को शामिल क्यों नहीं किया गया है।
खेलमंत्री लता उसेंडी ने अपने निवास में खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य के खेल संघों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन करने की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपने राज्य में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए की है। ऐसे में यह बात तय है कि राष्ट्रीय खेलों में जो ३४ खेल खेले जाते हैं, उन सभी को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल किया जाएगा। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने जब छत्तीसगढ़ ओलंपिक के लिए जब गिने-चुने खेलों को शामिल करने की बात की तो कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने इस बात पर नाराजगी जताते हुए अपने खेलों को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल किए जाने की मांग की थी। खेलमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के आयेजन का जहां एक मकसद राज्य में राष्ट्रीय खेलों के लिए अभी से माहौल तैयार करना है, वहीं इस आयोजन के माध्यम से प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करना भी है। चुने गए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार किया जाएगा।

रायपुर की आज जगदलपुर से भिडंत

अंतर जिला क्रिकेट के पहले मैच में रायपुर का मुकाबला जगदलपुर से ७ अक्टूर से होगा। मैच के लिए रायपुर की टीम घोषित कर दी गई है।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा ७ अक्टूबर से आयोजित स्व. सुरेश अग्रवाल मेमोरियल अंतर जिला क्रिकेट स्पर्धा के लिए १५ सदस्यीय क्रिकेट टीम की घोषणा चार दिनों तक चले प्रशिक्षण शिविर के बाद घोषित कर दी गई। विशाल कुशवाहा को टीम का कप्तान बनाया गया है और इयॉन कॉस्टर को उपकप्तान का दायित्व सौंपा गया है। यह जानकारी जिला क्रिकेट संघ के सचिव अवधेश गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता का पहला मैच रायपुर का जगदलपुर जिले के साथ ७ अक्टूकर को नये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होगा।
चयनित १५ सदस्यीय टीम इस प्रकार है : विशाल कुशवाहा कप्तान, इयॉन कॉस्टर उपकप्तान, पवनदीप सिंह, अंकित सिंह, मलिक हसन, पंकज हलदर, प्रभात राय, अफसर खान, विकास जांगिड़, रॉकी सोनवानी, भावेश, गुलाम रसुल खान, ओंकार वर्मा, अतुल पॉल, सतनाम सिंह। अइतरिक्त खिलाड़ी : हेमंत पेंढारकर, पवन मूंदड़ा, उत्कर्ष श्रीवास्तव, छबीलाल जनक्षत्रीय।

राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस ९ से

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ द्वारा पहली राज्य रैंकिंग लॉन टेनिस स्पर्धा का आयोजन ९ अक्टूबर से राजधानी रायपुर में किया गया है। इस स्पर्धा में प्रदेश के ९ जिलों के साथ कई क्लबों के १२५ से ज्यादा खिलाड़ी भाग लेंगे। स्पर्धा में सीनियर वर्ग के साथ जूनियर वर्ग के भी एकल और युगल मुकाबले होंगे। स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश लॉन टेनिस संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि स्पर्धा में मेजबान रायपुर के साथ बिलासपुर, धमतरी, जगदलपुर, राजनांगांव, दुर्ग, भिलाई, कोरबा, अम्बिकापुर के साथ यूनियन क्लब, छत्तीसगढ़ क्लब, वीआईपी क्लब, मेडिकल कॉलेज क्लब, छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस एसोसिएशन देवेन्द्र नगर क्लब, जटार क्लब दुर्ग. बीएसपी क्लब भिलाई के खिलाड़ी भाग लेंगे। श्री होरा ने बताया कि स्पर्धा में सीनियर वर्ग में महिला और पुरुष वर्ग के एकल और युगल मुकाबले होंगे। जूनियर वर्ग में भी एकल और युगल के मुकाबले होंगे। मैच यूनियन क्लब के साथ छत्तीसगढ़ क्लब में खेले जाएंगे।

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