प्रदेश के ९८२ क्रीड़ाश्री को एक बार फिर से खेल विभाग प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहा है। इनका प्रशिक्षण शिविर अगले माह राजधानी में लगाएँ जाने की योजना है। पिछले साल राज्य के सात सौ क्रीड़ाश्री को प्रशिक्षण दिया गया था। इस बार दूसरे साल के क्रीड़ाश्री को तैयार करने की योजना है।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार की पायका योजना में दूसरे साल के लिए ९८२ गांवों में क्रीड़ाश्री बनाए गए हैं। अब इनको क्या काम करना है, इसकी जानकारी देने के लिए इनको प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने पिछले साल पहले चरण के ९८२ क्रीड़ाश्री को प्रशिक्षण देने के लिए राजधानी में एक माह का प्रशिक्षण शिविर लगाया था। इस शिविर का फायदा यह हुआ कि गांवों के क्रीड़ाश्री को यह मालूम हुआ कि उनको क्या काम करना है। आज छत्तीसगढ़ में क्रीड़ाश्री इतना अच्छा काम कर रहे हैं कि जिन भी गांवों में क्रीड़ाश्री हैं, वहां से खिलाड़ी निकलने लगे हैं। उन्होंने बताया कि विकासखंड से लेकर जिला और राज्य स्तर पर गांवों के खिलाडिय़ों को खेलने का मौका मिल रहा है।
श्री सिंह ने पूछने पर बताया कि जनवरी में दूसरे चरण के क्रीड़ाश्री का प्रशिक्षण शिविर राजधानी में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैसे यह शिविर दिसंबर में लगाया जाना था, लेकिन दिसंबर में राज्य खेल महोत्सव के कारण यह शिविर नहीं लगाया जा सका है। उन्होंने बताया कि उनके विभाग की योजना है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में इस शिविर का प्रारंभ किया जाए। इस शिविर में क्रीड़ाश्री को हर खेल की जानकारी के साथ उनके कार्य के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इनको फिजिकल फिटनेस के बारे में भी विशेष रूप से बताया जाएगा, ताकि इनको गांवों में खिलाडिय़ों को तैयार करने में परेशानी न हो।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार की पायका योजना में दूसरे साल के लिए ९८२ गांवों में क्रीड़ाश्री बनाए गए हैं। अब इनको क्या काम करना है, इसकी जानकारी देने के लिए इनको प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने पिछले साल पहले चरण के ९८२ क्रीड़ाश्री को प्रशिक्षण देने के लिए राजधानी में एक माह का प्रशिक्षण शिविर लगाया था। इस शिविर का फायदा यह हुआ कि गांवों के क्रीड़ाश्री को यह मालूम हुआ कि उनको क्या काम करना है। आज छत्तीसगढ़ में क्रीड़ाश्री इतना अच्छा काम कर रहे हैं कि जिन भी गांवों में क्रीड़ाश्री हैं, वहां से खिलाड़ी निकलने लगे हैं। उन्होंने बताया कि विकासखंड से लेकर जिला और राज्य स्तर पर गांवों के खिलाडिय़ों को खेलने का मौका मिल रहा है।
श्री सिंह ने पूछने पर बताया कि जनवरी में दूसरे चरण के क्रीड़ाश्री का प्रशिक्षण शिविर राजधानी में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैसे यह शिविर दिसंबर में लगाया जाना था, लेकिन दिसंबर में राज्य खेल महोत्सव के कारण यह शिविर नहीं लगाया जा सका है। उन्होंने बताया कि उनके विभाग की योजना है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में इस शिविर का प्रारंभ किया जाए। इस शिविर में क्रीड़ाश्री को हर खेल की जानकारी के साथ उनके कार्य के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इनको फिजिकल फिटनेस के बारे में भी विशेष रूप से बताया जाएगा, ताकि इनको गांवों में खिलाडिय़ों को तैयार करने में परेशानी न हो।
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