राज्य खेल महोत्सव की अंतिम कड़ी के रूप में राजधानी में होने वाले फेडरेशन कप बास्केटबॉल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अब तक इस राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए हाईड्रोलिक बोर्ड का आर्डर ही नहीं दिया गया है। इस बोर्ड के लिए खेल मंत्रालय ने भिलाई स्टील प्लांट से मदद मांगी है, लेकिन वहां से अब तक कोई जवाब नहीं आया है। हाईड्रोलिक बोर्ड बनाने वाली कंपनी कम से कम ४५ दिन पहले आर्डर मिलने पर ही बोर्ड देती है। ऐसे में यह तय है कि फेडरेशन कप का आयोजन ३ फरवरी से संभव नहीं होगा।
राज्य खेल महोत्सव में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के अनुरूप फेडरेशन कप बास्केटबॉल की मेजबानी ली गई है। इसके लिए बनाए गए ६० लाख के बजट में से प्रदेश सरकार ने २० लाख के बजट की ही मंजूरी दी है और बाकी राशि खेल विभाग को प्रायोजकों से जुटाने के लिए कहा है। ऐसे में खेल विभाग ने हाईड्रोलिक बोर्ड सहित अन्य सामानों के करीब १५ लाख के बजट की मांग भिलाई स्टील प्लांट से करते हुए उससे सामान खरीदी के लिए एक पत्र लिखा है। यह पत्र खेल सचिव द्वारा लिखा गया है। इसके बारे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि विभाग से प्रदेश के खेल मंत्रालय को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए भिलाई स्टील प्लांट से मदद मांगने के लिए प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद खेल सचिव ने वहां के एमडी को पत्र भेजा है। इस पत्र के जवाब में अब तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है।
४५ दिन पहले देने पड़ता है आर्डर
अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक और छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल का साफ कहना है कि हाईड्रोलिक बोर्ड के लिए कंपनी को कम से कम ४५ दिन पहले आर्डर देना पड़ता है। अगर अभी तक आर्डर नहीं दिया गया है को यह बात तय है कि ३ फरवरी से आयोजन संभव नहीं होगा।
क्या बिना टेंडर खरीदी होगी
अब तक किसी भी कंपनी को आर्डर न देने के बाद यह सोचने वाली बात है कि क्या बिना टेंडर के खरीदी होगी। इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि बिना टेंडर के तो इतनी बड़ी खरीदी संभव नहीं है। कम से कम १५ दिनों के समय का टेंडर निकालना ही पड़ेगा। उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने नगर निगम रायपुर से भी हाईड्रोलिक बोर्ड के लिए मदद मांगी है, लेकिन वहां से भी अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
दिक्कत आएंगी तो देखेंगे: खेल सचिव
इस मामले में जब खेल सचिव सुब्र्रत साहू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हाईड्रोलिक बोर्ड के लिए कोई भी दिक्कत आएंगी तो देखेंगे। जब उनसे पूछा गया कि हाईड्रोलिक बोर्ड की खरीदी का आर्डर ४५ दिन पहले न देने पर ३ फरवरी से आयोजन संभव नहीं होगा, तो उन्होंने कहा कि इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें