शनिवार, 11 दिसंबर 2010

१८ खेलों की आज से धूम

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में राजधानी के मैदानों में शनिवार से १८ खेलों की धूम मचने वाली है। खेलों में धूम मचाने वाले राज्य के खिलाडिय़ों की टोलियां राजधानी पहुंच चुकी हैं। अब यह बात अलग है कि खेल विभाग इन खिलाडिय़ों के लिए साढ़े तीन करोड़ के बजट के बाद भी ठीक से व्यवस्था नहीं कर पाया है। स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के उद्घाटन स्थल को ठीक करने की कवायद देर रात चल चलती रही। दो दिनों तक हुई बारिश के बाद मैदान की हालत बहुत ज्यादा खराब है। मैदान की खराब स्थिति को देखते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी शाम को मैदान का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों पर जमकर बरसीं।
राज्य खेल महोत्सव के १८ खेलों में शामिल होने के लिए सुबह से ही राज्य के कौने-कौने से खिलाड़ी साइंस कॉलेज के मैदान में पहुंचने लगे। स्कूली खेलों में सात जोन और ओपन वर्ग में चार जोन की टीमें खेलने आईं है। कुल मिलाकर चार हजार से ज्यादा खिलाड़ी और अधिकारी साइंस कॉलेज के मैदान में जुटे।
नाश्ते में चाय और बिस्कुट
रात को अपने-अपने जिलों से निकलकर सुबह साइंस कॉलेज मैदान में पहुंचने वाले खिलाडिय़ों को दोपहर के भोजन से पहले महज चाय और बिस्कुट ही नसीब हुए। कई जिलों के खिलाडिय़ों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि खेल विभाग ने नाश्ते का कोई इंतजाम नहीं किया है जबकि हम लोग रात का खाना खाने के बाद अब तक भूखे हैं। इधर खिलाडिय़ों का पंजीयन करने वाले खेल संघों और शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि उनके लिए भी खेल विभाग ने नाश्ते का कोई इंजताम नहीं किया है जबकि वे सभी सुबह सात बजे से यहां आए हैं।
चुनावी ड्यूटी या खेल
साइंस कॉलेज के मैदान में खेल संघों के पदाधिकारियों से लेकर खिलाड़ी इसी बात की चर्चा करते रहे कि यह खेल विभाग की कैसी व्यवस्था है। सबका कहना था कि यहां का माहौल देखकर तो लग रहा है कि यहां पर खिलाडिय़ों को खेलने के लिए नहीं बल्कि चुनावी ड्यूटी के लिए बुलाया गया है। सुबह से लेकर शाम तक सबको बिठाकर रखा गया है।
सुबह आए, शाम को मिला आशियाना
दूर-दराज से आए खिलाडिय़ों और उनके कोच-मैनेजर में इस बात को लेकर भारी नाराजगी रही कि वे सब इतनी दूर से आए हैं और उनको शाम तक यही बिठाकर रखा गया है। खिलाडिय़ों ने कहा कि उनको आते ही आवास स्थल के लिए भेजना था। लेकिन दोपहर के भोजन के बाद शाम तक खिलाडिय़ों को आवास स्थल के लिए भेजा गया। मैदान में खिलाड़ी अनमन मन से सुस्त बैठे थे।
बिछाने को गद्दा, ओढऩे को कुछ नहीं
खिलाडिय़ों के आवास स्थल में बिछाने के लिए गद्दा दिया गया है, लेकिन ओढऩे के लिए कुछ नहीं दिया गया है। इस संबंध में आवास प्रभारी राज्य खेल अधिकारी अजीत कुमार टोपो का कहना है कि खेल विभाग ने पहले ही यह कह दिया था कि खिलाडिय़ों को अपने साथ गर्म कपड़े लाने हैं। खिलाडिय़ों का कहना है कि उनके जिलों में न तो उनको खेल विभाग के किसी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी,और न ही टीमों के कोच-मैनेजर ने ऐसा कुछ बताया है। खिलाडिय़ों ने कहा कि ओढऩे के लिए कुछ नहीं है तो ऐसी सर्द रात में वे कैसे सो पाएंगे।
मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन
कार्यक्रम का उद्घाटन ११ दिसंबर को ११ बजे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक करेंगे। विशेष अतिथि सांसद रमेश बैस, प्रदेश के मंत्री नंनकीराम कंवर, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, पुन्नूलाल मोहले, हेमचंद यादव, राजेश मूणत, लता उसेंडी, केदार कश्यप, दयालदास बधेल, विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल होंगे।

अधिकारियों पर बरसीं ख्रेलमंत्री
खेलमंत्री लता उसेंडी अचानक शाम को स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में पहुंची और वहां की अव्यवस्था देखकर अधिकारियों पर जमकर बरसीं। उन्होंने कहा कि सुबह को उद्घाटन होना है और अब तक आपका न तो मंच तैयार हो सका है और न ही मैदान को सुखाया जा सका है। उन्होंने निगम आयुक्त ओपी चौधरी को भी फोन लगातर नाराजगी जताई कि निगम के अधिकारी इतने बड़े आयोजन में गंभीरता से काम नहीं कर रहे हैं। खेलमंत्री ने स्टेडियम के प्रभारी राजेश शर्मा को फोन लगाकर कहा कि आप लोग कोई काम ठीक से नहीं करवा रहे हैं। उन्होंने मैदान की स्थिति को लेकर नाराजगी जताई। खेलमंत्री के आने की खबर खेल विभाग के अधिकारियों को भी नहीं थी, खबर लगने पर पहले खेल सचिव सुब्रत साहू और बाद में खेल संचालक जीपी सिंह पहुंचे। खेलमंत्री ने उद्घाटन कार्यक्रम की पूरी जानकारी वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे से ली। उन्होंने स्टेडियम में खिलाडिय़ों के आवास स्थल का भी जायजा लिया।

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