झारखंड में १२ फरवरी से होने वाले राष्ट्रीय खेलों में खेलने के लिए छत्तीसगढ़ के १५ खेलों की टीमें ही जाएंगी। इतने ही खेलों को खेलने की पात्रता मिली है। इन टीमों का २१ दिनों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। संबंधित खेलों के संघों के पदाधिकारियों को १५ जनवरी तक खिलाडिय़ों के नाम देने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा है।
खेल भवन में हुई बैठक में खेल संचालक के सामने छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहदम खान के साथ खेल संघों के पदाधिकारियों ने यह जानकारी रखी कि छत्तीसगढ़ के १५ खेलों जिनमें बास्केटबॉल, हैंडबॉल, नेटबॉल,तैराकी, कैनोइंग-कयाकिंग, एथलेटिक्स, कराते, मुक्केबाजी. ट्रायथलाल, भारात्तोलन, तीरंदाजी, जिम्नास्टिक. निशानेबाजी, बैडमिंटन और तलवारबाजी शामिल हैं को झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में खेलने की पात्रता है। इन खेलों में से तीरंदाजी के कैलाश मुरारका, ट्रायथलान के विष्णु श्रीवास्तव और मुक्केबाजी संघ से कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। बास्केटबॉल संघ के राजेश पटेल. हैंडबॉल संघ के बशीर अहमद खान, जिम्नास्टिक से अश्वनी महेन्दु, कयाकिंग के बीएल साहू, एथलेटिक्स से आरके पिल्ले, भारोत्तोलन से सुखलाल जंघेल, कराते से हरिहर राव, निशानेबाजी से दुर्गेश वशिष्ठ तैराकी से साईराम जाखड नेटबाल से सुधीर वर्मा उपस्थित थे। बैठक में सभी खेल संघों के पदाधिकारियों से खेल संचालक जीपी सिंह ने जानकारी ली कि उनके खेल की क्या स्थिति है और उनके खेल से कितने खिलाडिय़ों का दल जाएगा। उनको बताया गया कि हैंडबॉल से ३६ खिलाड़ी और चार अधिकारी, बास्केटबॉल से २४ खिलाड़ी और चार कोच-मैनेजर, एथलेटिक्स से १० खिलाड़ी और तीन अधिकारी, जिम्मनास्टिक से ८ खिलाड़ी और ५ अधिकारी, तैराकी से ८ खिलाड़ी तीन अधिकारी, भारोत्तोलन से ४ खिलाड़ी और दो अधिकारी, निशानेबाजी से ८ खिलाड़ी और ४ अधिकारी जाएंगे। बाकी खेलों के पदाधिकारियों के न रहने से जानकारी नहीं मिल पाई।
खेल संचालक को खेल संघों के पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण शिविर २१ दिनों का ही लग पाएगा, क्योंकि ज्यादातर खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन अगले माह होना है। ऐसे में खिलाड़ी वहां खेलने जाएंगे। खेल संचालक ने सभी खेल संघों से १५ जनवरी तक खिलाडिय़ों की सूची देने कहा है। खेल विभाग ने खिलाडिय़ों को दो किट देने का फैसला किया है। इसके लिए किट बनाने वाले अच्छी कंपनी से बात करने के लिए कहा गया है। श्री खान ने बताया कि किसी भी राष्ट्रीय खेलों से चह माह पहले आयोजित होने वाली सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीमों को पात्र माना जाता है।
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