गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

छत्तीसगढ़ की जीत से शुरुआत


राष्ट्रीय शालेय नेटबॉल में मेजबान छत्तीसगढ़ ने बालिका वर्ग में मप्र को मात देकर जीत से शुरुआत की। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन दानी स्कूल में हुआ।
नेताजी स्टेडियम में दोपहर के सत्र में पहला मैच बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ का मप्र से खेला गया। इस मैच में मेजबान टीम के सामने मप्र की टीम बौनी ही साबित हुई और छत्तीसगढ़ ने यह मैच २१-११ से जीता। पहले हॉफ में विजेता टीम १५-४ से आगे थी। एक अन्य मैच में पंजाब ने उप्र को १५-३ से हराया।
बृजमोहन दिल्ली की ड्रेस पर फिदा
उद्घाटन समारोह के मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल दिल्ली के खिलाडिय़ों की ड्रेस पर फिदा हो गए। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि दिल्ली के खिलाडिय़ों की ड्रेस ने दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली वाले वास्तव में दिल वाले हैं जो हमेशा दिल जीतने के लिए नया-नया काम करते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्पर्धा में खेलने आए कई राज्यों के खिलाड़ी छत्तीसगढ़ पहली बार आए होंगे। ऐसे खिलाडिय़ों को जरूर छत्तीसगढ़ के आस-पास के पर्यटन स्थलों को देखने जाना चाहिए। हम उनके जाने की पूरी व्यवस्था करवा रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने मार्च पास्ट के लिए तमिलनाडु के खिलाडिय़ों की तारीफ करते हुए कहा कि तमिलनाडु के खिलाड़ी ही अनुशासित लगे। उन्होंने कहा कि खेलों में अनुशासन जरूरी है।
इसके पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि सभी राज्यों से आए खिलाडिय़ों को मैं अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बधाई देती हंूं। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करने का प्रयास करें।
इस अवसर पर जिलाधीश रोहित यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी आर. बाम्बरा, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक खेल एसआर कर्ष सहित कई स्कूलों के खेल शिक्षक उपस्थित थे।
अच्छी खिलाड़ी बाहर
नेताजी स्टेडियम में जब बालिका वर्ग का छत्तीसगढ़ और मप्र का मैच खेला गया तो इस मैच में छत्तीसगढ़ नेटबॉल संघ की दखलंदाजी के कारण रायपुर की सबसे अच्छी खिलाडिय़ों को बाहर रखा गया। मैच खेलने जिन सात खिलाडिय़ों को भेजा गया उन खिलाडिय़ों में बिलाासपुर की चार खिलाड़ी प्रियंका, लक्ष्मी, प्रकृति और हर्षा थीं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि राज्य स्पर्धा के फाइनल में रायपुर ने बिलासपुर को मात देकर खिताब जीता था। जब इस बारे में टीम की कोच एम. रेणुका से पूछा गया तो उनके पास कोई जवाब नहीं था कि रायपुर टीम की अच्छी खिलाडिय़ों को क्यों बाहर रखा गया है। जब मीडिया सक्रिय हुआ और बाहर बैठी खिलाडिय़ों की फोटो खींची गई तो इन खिलाडिय़ों को दूसरे हॉफ में मैच खेलने मैदान में उतारा गया।
छात्रा से की पंजाब के खिलाडिय़ों ने छेड़छाड़
कार्यक्रम के प्रारंभ में मार्च पास्ट के समय पंजाब टीम के सामने पंजाब की तख्ती लेकर चल रही मेजबान छत्तीसगढ़ के एक स्कूल की छात्रा के साथ पंजाब के खिलाडिय़ों ने छेड़छाड़ की। इस बात से परेशान छात्रा मार्च पास्ट के बाद रोते हुए दानी स्कूल के एक कमरे में चली गई। इस छात्रा ने पत्रकारों को बताया कि पहले तो पंजाब टीम के एक बालिका खिलाड़ी ने उसके बॉल बिखरा दिए, इसके बाद पूरे मार्च पास्ट में पंजाब के बालक खिलाड़ी गंदे-गंदे फिकरे कसते रहे। इसी से परेशान होकर छात्रा वहां से भाग खड़ी हुई। इस मामले में जहां पंजाब टीम के मैनेजर प्रेम मित्तल ने जानकारी होने पर अपने खिलाडिय़ों से बात करने की बात कही, वहीं जब मीडिया ने यह बात शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सामने रखी तो उन्होंने इस बात को टालते हुए कह दिया कि यह सब मालूमी बात है, ऐसे आयोजनों में छोटी-मोटी छेड़छाड़ तो होती रहती है। जब उनको बताया गया कि पंजाब के लड़कों की वजह से लड़की रोते हुए मैदान से गई है तो उन्होंने कहा कि देखते हैं इस मामले में क्या किया जा सकता है। इधर शिक्षा विभाग के अधिकारी मंत्री से शिकायत होने के बाद मामले में बचने का प्रयास करते रहे और उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ करने वाले बाहरी लड़के थे।
तपती धूप में इंतजार करने की मजबूरी
उद्घाटन समारोह में १२ राज्यों से आए खिलाडिय़ों के साथ स्कूली बच्चों को भी चिलचिलाती धूप में कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजमोहन अग्रवाल का दो घंटे से ज्यादा समय तक इंतजार करना पड़ा। १२ बजे का कार्यक्रम दो बजे के बाद प्रारंभ हुआ। मुख्यअतिथि के आने पर कई राज्यों के खिलाडिय़ों ने हूटिंग भी की। स्कूली बच्चे अपने शिक्षकों के भय की वजह से मैदान से हिल भी नहीं पा रहे थे। कार्यक्रम में अन्य राज्यों से आई टीमों के खिलाडिय़ों के साथ उनके कोच-मैनेजर इस बात की चर्चा करते रहे कि क्या छत्तीसगढ़ के मंत्री इतने विलंब से आते हैं।

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