झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का सम्मान 13 मई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री ने पदक विजेताओं के लिए नकद इनाम की घोषणा की थी।
झारखंड में छत्तीसगढ़ को सात पदक मिले थे। इनमें चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक हैं। प्रदेश को पहला स्वर्ण पदक जहां कराते में अंबर सिंह भारद्वाज दिलाया था, वहीं अंतिम पदक स्वर्ण के रूप में हैंडबॉल टीम ने दिलाया था। बास्केटबॉल की महिला टीम स्वर्ण जीतने से चूक गई थी, उसे रजत पदक मिला था। छत्तीसगढ़ को निशानेबाजी में तीन पदक मिले थे। स्कीट वर्ग में छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक व्यक्तिगत वर्ग में परमपाल सिंह ने दिलाया था। इसी वर्ग में कांस्य पदक छत्तीसगढ़ के बाबा पीएस बेदी ने जीता था। टीम वर्ग में छत्तीसगढ़ की तिकड़ी परमपाल सिंह, बाबा पीएस बेदी और मेराज अहमद ने शानदार निशाने लगाते हुए 353 अंकों के साथ छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाया था। छत्तीसगढ़ को एक कांस्य पदक कुश्ती में मिला था।
प्रदेश की टीम के झारखंड जाने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा की थी कि व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण विजेताओं को एक लाख, रजत विजेताओं को पच्चहतर हजार और कांस्य विजेताओं को पचास हजार की राशि मिलेगी। इसी के साथ टीम वर्ग में स्वर्ण विजेता दल को पांच लाख , रजत विजेताओं को तीन लाख और कांस्य विजेताओं को दो लाख देने की घोषणा की गई थी। प्रदेश के पदक विजेताओं का सम्मान 13 मार्च को उस दिन होना था जिस दिन ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी घोषित की गई थी, लेकिन उस दिन खेल संघों को गोद दिलाने के लिए उद्योगों के साथ हुई बैठक के कारण यह कार्यक्रम टाल दिया गया था। अब यह कार्यकरम 13 मई को निए विश्राम गृह में शाम को पांच बजे रखा गया है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ सभी खेल संघों को कार्यक्रम में आमंत्रित करने सूचना भेज दी गई है।
झारखंड में छत्तीसगढ़ को सात पदक मिले थे। इनमें चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक हैं। प्रदेश को पहला स्वर्ण पदक जहां कराते में अंबर सिंह भारद्वाज दिलाया था, वहीं अंतिम पदक स्वर्ण के रूप में हैंडबॉल टीम ने दिलाया था। बास्केटबॉल की महिला टीम स्वर्ण जीतने से चूक गई थी, उसे रजत पदक मिला था। छत्तीसगढ़ को निशानेबाजी में तीन पदक मिले थे। स्कीट वर्ग में छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक व्यक्तिगत वर्ग में परमपाल सिंह ने दिलाया था। इसी वर्ग में कांस्य पदक छत्तीसगढ़ के बाबा पीएस बेदी ने जीता था। टीम वर्ग में छत्तीसगढ़ की तिकड़ी परमपाल सिंह, बाबा पीएस बेदी और मेराज अहमद ने शानदार निशाने लगाते हुए 353 अंकों के साथ छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाया था। छत्तीसगढ़ को एक कांस्य पदक कुश्ती में मिला था।
प्रदेश की टीम के झारखंड जाने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा की थी कि व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण विजेताओं को एक लाख, रजत विजेताओं को पच्चहतर हजार और कांस्य विजेताओं को पचास हजार की राशि मिलेगी। इसी के साथ टीम वर्ग में स्वर्ण विजेता दल को पांच लाख , रजत विजेताओं को तीन लाख और कांस्य विजेताओं को दो लाख देने की घोषणा की गई थी। प्रदेश के पदक विजेताओं का सम्मान 13 मार्च को उस दिन होना था जिस दिन ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी घोषित की गई थी, लेकिन उस दिन खेल संघों को गोद दिलाने के लिए उद्योगों के साथ हुई बैठक के कारण यह कार्यक्रम टाल दिया गया था। अब यह कार्यकरम 13 मई को निए विश्राम गृह में शाम को पांच बजे रखा गया है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ सभी खेल संघों को कार्यक्रम में आमंत्रित करने सूचना भेज दी गई है।
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