राजधानी में खुलने वाला साई सेंटर 21 मई से नहीं खुल पाएगा। सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान का कहना है कि निगम पजेशन देने में विलंब कर रहा है जिसके कारण यह स्थिति बनी है। इधर निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा का कहना है कि कुछ ही काम बाकी है जिस दिन साई के अधिकारी आएंगे हम पजेशन दे देंगे।
रायपुर में सात खेलों का साई सेंटर 21 मई से प्रारंभ करने की बात सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने यहां हुए अप्रैल में हुए ट्रायल के समय कही थी। लेकिन उनसे संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि निगम के अधिकारी आउटडोर स्टेडियम का काम पूरा नहीं कर पाए हैं जिसके कारण अब 21 मई से सेंटर प्रारंभ करना संभव नहीं है। श्री खान ने बताया कि वे लगातार निगम के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि जहां पर हमें हास्टल में खिलाड़ियों को रखना है, वहां पर सबसे बड़ी समस्या लेट-बाथ की है। निगम अब तक इसको ठीक नहीं करवा सका है ऐसे में कैसे खिलाड़ियों को रखा जा सकता है।
छटनी शिविर लगेगा
शहनवाज खान ने बताया कि यू तो हास्टल के साथ डे-बोर्डिंग के लिए खिलाड़ियों की सूची तय कर दी गई है, लेकिन इस सूची को हम अंतिम नहीं मानते हैं। सूची को अंतिम रूप देने से पहले सेंटर में करीब एक सप्ताह का छटनी शिविर लगाएगा जाएगा। इस शिविर में खिलाड़ियों की पात्रता को अंतिम रूप से परखा जाएगा। उन्होंने बताया कि चयन ट्रायल में कई बार गलती से कुछ अपात्र खिलाड़ियों का चयन हो जाता है। अगर सूची में लगेगा कि ऐसे खिलाड़ी आ गए हैं तो उनको बाहर कर दिया जाएगा। अगर एक बार कोई खिलाड़ी सेंटर में आ गया तो फिर उसे दो साल तक निकालना संभव नहीं होता है।
पजेशन कभी भी दे सकते हैं
आउटडोर स्टेडियम के प्रभारी इंजीनियर राजेश शर्मा का कहना है कि स्टेडियम में ज्यादा काम नहीं बचा है। हमने अपनी तरफ से सारा काम कर दिया है। उन्होंने कहा कि साई के अधिकारी ही नहीं आते हैं तो हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि अभी लेट-बाथ का कुछ काम बाकी है, लेकिन यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। साई के अधिकारी जब चाहे हम पजेशन दे सकते हैं।
रायपुर में सात खेलों का साई सेंटर 21 मई से प्रारंभ करने की बात सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने यहां हुए अप्रैल में हुए ट्रायल के समय कही थी। लेकिन उनसे संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि निगम के अधिकारी आउटडोर स्टेडियम का काम पूरा नहीं कर पाए हैं जिसके कारण अब 21 मई से सेंटर प्रारंभ करना संभव नहीं है। श्री खान ने बताया कि वे लगातार निगम के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि जहां पर हमें हास्टल में खिलाड़ियों को रखना है, वहां पर सबसे बड़ी समस्या लेट-बाथ की है। निगम अब तक इसको ठीक नहीं करवा सका है ऐसे में कैसे खिलाड़ियों को रखा जा सकता है।
छटनी शिविर लगेगा
शहनवाज खान ने बताया कि यू तो हास्टल के साथ डे-बोर्डिंग के लिए खिलाड़ियों की सूची तय कर दी गई है, लेकिन इस सूची को हम अंतिम नहीं मानते हैं। सूची को अंतिम रूप देने से पहले सेंटर में करीब एक सप्ताह का छटनी शिविर लगाएगा जाएगा। इस शिविर में खिलाड़ियों की पात्रता को अंतिम रूप से परखा जाएगा। उन्होंने बताया कि चयन ट्रायल में कई बार गलती से कुछ अपात्र खिलाड़ियों का चयन हो जाता है। अगर सूची में लगेगा कि ऐसे खिलाड़ी आ गए हैं तो उनको बाहर कर दिया जाएगा। अगर एक बार कोई खिलाड़ी सेंटर में आ गया तो फिर उसे दो साल तक निकालना संभव नहीं होता है।
पजेशन कभी भी दे सकते हैं
आउटडोर स्टेडियम के प्रभारी इंजीनियर राजेश शर्मा का कहना है कि स्टेडियम में ज्यादा काम नहीं बचा है। हमने अपनी तरफ से सारा काम कर दिया है। उन्होंने कहा कि साई के अधिकारी ही नहीं आते हैं तो हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि अभी लेट-बाथ का कुछ काम बाकी है, लेकिन यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। साई के अधिकारी जब चाहे हम पजेशन दे सकते हैं।
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