सप्रे स्कूल के मैदान में लाइन से छोटे-बड़े फुटबॉलर खड़े हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही उनकी बारी आती है और कोच मुश्ताक अली का इशारा मिलता है, खिलाड़ी बॉल लेकर आगे बढ़ते हैं और बॉल को मैदान में रखे मारकर के बीच से निकालते जाते हैं। शेरा क्लब द्वारा आयोजित इस शिविर में राजधानी के 176 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
सप्रे स्कूल के मैदान में रोज शाम को राजधानी के छोटे-बड़े खिलाड़ियों का जमावड़ा लग रहा है जिनको कोच मुश्ताक अली फुटबॉल के गुर सिखाने का काम कर रहे हैं। प्रदेश के इस सबसे लंबे 82 दिनों के शिविर में करीब 40 खिलाड़ी नए हैं जिनमें 20 सब जूनियर वर्ग के और बाकी जूनियर और सीनियर वर्ग के खिलाड़ी हैं। खिलाड़ियों को किक मारना, बॉल लेकर डाज देना, हेड करना सहित बेसिक जानकारी दी जा रही है। खिलाड़ियों को प्राथमिक जानकारी के बाद अब इनके बीच टीमें बनाकर मैच करवाने की तैयार चल रही है। श्री प्रधान ने बताया कि शिविर के बाद चुने गए खिलाड़ियों को क्लब के साल भर चलने वाले प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्लब किसी भी खिलाड़ी से प्रशिक्षण के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है, बल्कि खिलाड़ियों को डाइट के लिए केले आदि देने का काम करता है। उन्होंने बताया कि रोज कुछ नए खिलाड़ी आ रहे हैं और पंजीयन करवा के शिविर में शामिल हो रहे हैं।
सप्रे स्कूल के मैदान में रोज शाम को राजधानी के छोटे-बड़े खिलाड़ियों का जमावड़ा लग रहा है जिनको कोच मुश्ताक अली फुटबॉल के गुर सिखाने का काम कर रहे हैं। प्रदेश के इस सबसे लंबे 82 दिनों के शिविर में करीब 40 खिलाड़ी नए हैं जिनमें 20 सब जूनियर वर्ग के और बाकी जूनियर और सीनियर वर्ग के खिलाड़ी हैं। खिलाड़ियों को किक मारना, बॉल लेकर डाज देना, हेड करना सहित बेसिक जानकारी दी जा रही है। खिलाड़ियों को प्राथमिक जानकारी के बाद अब इनके बीच टीमें बनाकर मैच करवाने की तैयार चल रही है। श्री प्रधान ने बताया कि शिविर के बाद चुने गए खिलाड़ियों को क्लब के साल भर चलने वाले प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्लब किसी भी खिलाड़ी से प्रशिक्षण के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है, बल्कि खिलाड़ियों को डाइट के लिए केले आदि देने का काम करता है। उन्होंने बताया कि रोज कुछ नए खिलाड़ी आ रहे हैं और पंजीयन करवा के शिविर में शामिल हो रहे हैं।
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