नेताजी स्टेडियम में अब एस्ट्रो टर्फ न लगने की बात पूरी तरह से साफ हो गई है। यहां पर एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की थी, अब उन्होंने ही साफ कर दिया है कि तकनीकी दिक्कतों की वजह से यहां एस्ट्रो टर्फ लगना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जाएगा।
नेहरू स्वर्ण कप हॉकी के समय ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चार साल पहले नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद से ही इस बात को लेकर लगातार यह चर्चा होती रही कि आखिर मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी यहां क्यों कर एस्ट्रो टर्फ नहीं लगाया जा रहा है। इधर खेल विभाग ने तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए नेताजी में एस्ट्रो टर्फ न लगाने की बात कहीं तब भी स्टेडियम में नेहरू स्वर्ण कप हॉकी का आयोजन 98 साल से करने वाले एथलेटिक क्लब से पदाधिकारी यह बात मानने तैयार नहीं थे कि यहां एस्ट्रो टर्फ नहीं लगेगा।
5 से 15 मई तक नेहरू हॉकी के समय एक बार फिर से यह मांग उठने लगी। पूर्व महापौर सुनील सोनी स्पर्धा के एक मैच में आएं तो उन्होंने कहा कि यहां एस्ट्रो टर्फ लगना ही चाहिए। फिर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव ने भी कहा कि एस्ट्रो टर्फ तो इस ऐतिहासिक मैदान में लगना ही चाहिए। लेकिन देखना होगा कि आखिर क्यों कर नहीं लग पा रहा है। उन्होंने साफ कहा था कि मुख्यमंत्री जब समापन में आएंगे तो सारी स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद जब 15 मई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समापन समारोह में आएं तो उन्होंने पूछने पर यह बात साफ कर दी कि यहां तकनीकी दिक्कतों के कारण एस्ट्रो टर्फ लगाना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने समापन में यह भी बताया कि एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जा रहा है।
नेहरू स्वर्ण कप हॉकी के समय ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चार साल पहले नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद से ही इस बात को लेकर लगातार यह चर्चा होती रही कि आखिर मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी यहां क्यों कर एस्ट्रो टर्फ नहीं लगाया जा रहा है। इधर खेल विभाग ने तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए नेताजी में एस्ट्रो टर्फ न लगाने की बात कहीं तब भी स्टेडियम में नेहरू स्वर्ण कप हॉकी का आयोजन 98 साल से करने वाले एथलेटिक क्लब से पदाधिकारी यह बात मानने तैयार नहीं थे कि यहां एस्ट्रो टर्फ नहीं लगेगा।
5 से 15 मई तक नेहरू हॉकी के समय एक बार फिर से यह मांग उठने लगी। पूर्व महापौर सुनील सोनी स्पर्धा के एक मैच में आएं तो उन्होंने कहा कि यहां एस्ट्रो टर्फ लगना ही चाहिए। फिर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव ने भी कहा कि एस्ट्रो टर्फ तो इस ऐतिहासिक मैदान में लगना ही चाहिए। लेकिन देखना होगा कि आखिर क्यों कर नहीं लग पा रहा है। उन्होंने साफ कहा था कि मुख्यमंत्री जब समापन में आएंगे तो सारी स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद जब 15 मई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समापन समारोह में आएं तो उन्होंने पूछने पर यह बात साफ कर दी कि यहां तकनीकी दिक्कतों के कारण एस्ट्रो टर्फ लगाना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने समापन में यह भी बताया कि एस्ट्रो टर्फ साइंस कॉलेज में लगाया जा रहा है।
मैदान की दिशा गलत है: खेल संचालक
खेल संचालक जीपी सिंह ने नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ न लग पाने के कारण का खुलासा करते हुए कहा कि मैदान की दिशा गलत होना सबसे ज्यादा तकनीकी समस्या है। मैदान की दिशा बदलने के लिए स्थान की कमी है। उन्होंने बताया कि सारी बातों से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को अवगत करवाने के बाद उनकी मंजूरी लेकर ही साइंस कॉलेज में एस्ट्रो टर्फ लगाने की योजना बना है। अब जल्द ही लोक निर्माण विभाग इसके लिए टेंडर निकालने वाला है।
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