प्रदेश के खिलाड़ियों को डोपिंग के बारे में जानकारी देने के लिए खेल विभाग ने नाडा को राजधानी में तीन दिनों का सेमिनार करने का प्रस्ताव भेजा है। नाडा की सहमति मिलने पर 24 सितंबर से प्रदेश के खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों और खेल संघों सहित खेलों से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में 37वें राष्ट्रीय खेल होने हैं, ऐसे में यह निहायत जरूरी है कि हर खेल के खिलाड़ियों को डोपिंग के बारे में जानकारी मिले। अक्सर ऐसा होता है कि खिलाड़ी अज्ञानता में दवाएं ले लेते हैं और डोपिंग में फंस जाते हैं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि भारोत्तोलक ओमप्रकाश साहू को भी अज्ञानता के कारण प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। श्री साहू ने भारतीय टीम के शिविर में जाने से पहले पेन कीलर खा ली थी जिसके कारण वे डोप टेस्ट में फेल हो गए। दूसरे खिलाड़ियों का इस तरह से खेल जीवन बर्बाद न हो यही सोचकर खेल विभाग ने खिलाड़ियों के साथ खेलों से जुड़े सभी को डोपिंग के बारे में जानकारी देने का मन बनाया है।
श्री सिंह ने बताया कि नाडा के निदेशक राहुल भटनागर को एक पत्र लिखकर रायपुर में तीन दिनों का सेमिनार आयोजित करने का आग्रह किया गया है। इस आग्रह के साथ संभावित तिथि के रूप में 24 से 26 सितंबर का समय लिखा गया है। उन्होंने बताया कि सेमिनार में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, जिला खेल अधिकारियों, खेल शिक्षक, कॉलेजों के खेल अधिकारियों के साथ खेल संघों से जुड़े लोगों को बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग ने प्रदेश में 70 मास्टर ट्रेनर ग्वालियर से प्रशिक्षण दिलाकर तैयार किए हैं, इनको भी विशेष रूप से बुलाया जाएगा, ताकि ये ट्रेनर आगे क्रीड़ाश्री को जानकारी दे सके।
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