राजधानी रायपुर के साई सेंटर में स्थान पाने के लिए प्रदेश के तीरंदाजों के बीच शुक्रवार को मुकाबला हुआ। इन मुकाबलों के बाद पात्र खिलाड़ियों की सूची भोपाल भेजी जाएगी। सेंटर में रिक्त 11 सीटों के लिए खिलाड़ियों का चयन होगा।
रायपुर के सेंटर में इस माह तीरंदाजी को भी शामिल किया गया है। इसके लिए बोर्डिंग में 20 सीटों तय की गई है। इन सीटों में राजनांदगांव सेंटर से यहां आए 9 खिलाड़ियों को पहले ही रखा गया है। बाकी 11 सीटों के लिए चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। इस ट्रायल में बस्तर के दो बालक, पथरिया की 5 बालिकाएं और 7 बालक, सिलतराई के सात बालक, रायपुर के 7 बालक और चार बालिकाओं ने भाग लिया। ट्रायल में शामिल खिलाड़ियों में राष्ट्रीय स्कूली खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम की खिलाड़ी लक्ष्मी बंदे, चांदनी बघेल और पिंकी कोसले भी शामिल हुर्इं। इन खिलाड़ियों ने राजनांदगांव की स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया ने बताया कि ट्रायल के बाद सूची भोपाल भेज रहे हैं, वहां से पात्रता के आधार पर खिलाड़ियों की अंतिम सूची आते ही खिलाड़ियों को सेंटर में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि पात्रता में राष्ट्रीय स्पर्धा में पदक जीतने वालों के साथ राज्य स्पर्धा में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है। खिलाड़ियों का ट्रायल साई की एनआईएस कोच एएस मरसी ने लिया। इस अवसर पर प्रदेश तीरंदाजी संघ के सचिव कैलाश मुरारका के साथ अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
खेल निखरेगा, पदक जीतेंगे: मुरारका
प्रदेश संघ के कैलाश मुरारका ने कहा कि साई में तीरंदाजी को शामिल करने से यह तय है कि अब प्रदेश के खिलाड़ियों का खेल निखरेगा और हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत सकेंगे। उन्होंने कहा कि बहुत समय से हमारी मांग थी कि साई में तीरंदाजी को शामिल किया जाए। संघ ने केन्द्रीय मंत्री अजय माकन को इसके लिए पत्र भी लिखा था।
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