प्रदेश के खेल संघों के सचिवों से खेल संचालक जीपी सिंह उद्योगों से मदद न मिलने के मामले में चर्चा करेंगे। चर्चा में देखा जाएगा कि कहां पर कमी होने के कारण मदद नहीं मिल पा रही है। सारी जानकारी लेने के बाद इससे उद्योग विभाग को अवगत कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर 13 मार्च को राज्य के 33 खेल संघों को उद्योगों को गोद दिलाने का काम किया गया था। छह माह बाद भी दो खेल संघों को छोड़कर बाकी को अब तक उद्योगों से कोई मदद नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के स्क्वैश संघ को भी कोई मदद नहीं मिल सकी है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अब खेल संचालक जीपी सिंह ने खेल संघों के सचिवों से चर्चा करने के लिए बैठक का आयोजन खेल भवन में 28 सितंबर को किया है।
खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि संघों से जानकारी ली जाएगी कि उनको मदद क्यों नहीं मिल पा रही है। किस संघ ने इस दिशा में क्या किया है उसकी पूरी जानकारी ली जाएगी। उन्होंने बताया कि संघों से कहा गया था कि संघ को उद्योगों के एक प्रतिनिधि को उपाध्यक्ष बनाना है और साथ ही साल भर की योजना बनाकर देनी है। बिना योजना के मदद मिलना संभव नहीं है, यह पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है। बैठक में देखा जाएगा कि कितने संघों ने योजना बनाकर दी है। उन्होंने कहा कि बैठक में जो भी जानकारी मिलेगी उसको खाद्य विभाग को भेजा जाएगा, ताकि विभाग उद्योगों से बात कर सके।
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