नकद राशि पुरस्कार में टेनिस बॉल क्रिकेट के अपात्र खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर हमारे थांग-ता के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले पात्र खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है। इस आरोप के साथ संघ के अध्यक्ष प्रकाश सिंह ठाकुर ने खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ खेल संचालक जीपी सिंह को शिकायती पत्र दिया है। इस पत्र के आधार पर खेल संचालक ने जांच के भी आदेश दे दिए हैं। इतना होने के बाद भी संघ के अध्यक्ष राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक भी अपनी शिकायत पहुंचाने की बात कह रहे हैं।
प्रदेश थांग ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सिंह ठाकुर ने हरिभूमि को बताया कि इस बार खेल विभाग ने नकद राशि पुरस्कार में भेदभाव करते हुए टेनिस बॉल क्रिकेट के 50 से ज्यादा खिलाड़ियों को तो पुरस्कार दे दिया, लेकिन थांग ता के जिन 17 खिलाड़ियों ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था, उनको पात्र नहीं माना। श्री ठाकुर ने आरोप लगाया है कि टेनिस बॉल क्रिकेट को न तो प्रदेश सरकार के खेल विभाग से मान्यता है और न ही केन्द्र सरकार के खेल मंत्रालय से। एक अमान्यता प्राप्त खेल के खिलाड़ियों को तो पुरस्कार दे दिए गए, लेकिन हमारा संघ जो केन्द्रीय खेल मंत्रालय ही नहीं बल्कि भारतीय ओलंपिक संघ के साथ प्रदेश के खेल विभाग से भी मान्यता प्राप्त है, उसके खिलाड़ियों को पुरस्कार नहीं दिया गया। श्री ठाकुर ने इस पूरे मामले की जानकारी खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ खेल संचालक जीपी सिंह को दी है। अब श्री ठाकुर कहते हैं कि हमारे संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही राज्यपाल शेखर दत्त के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मिलेगा और उनको लिखित में खेल विभाग के भेदभाव करने की शिकायत की जाएगी, ताकि भविष्य में खिलाड़ियों के साथ खिलवाड़ न हो सके। उन्होंने बताया कि थांग ता में तीन खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 17 से राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं।
इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि विभाग को शिकायत मिली है, इसकी जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें