बुधवार, 31 अगस्त 2011

बास्केटबॉल खिलाड़ियों को मिले 8 लाख

खेल विभाग के नकद राशि पुरस्कार में बास्केटबॉल के 45 खिलाड़ियों को 8 लाख से ज्यादा की राशि मिली। बास्केटबॉल में भी सबसे ज्यादा पदक राष्ट्रीय स्तर पर मिल रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि सब जूनियर बालिका टीम को स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर टीम के प्रत्येक 12 खिलाड़ियों को दस हजार की राशि दी गई। सब जूनियर बालक टीम ने पिछले वर्ष कांगडा हिमाचल प्रदेश में 37वीं राष्ट्रीय सब जूनियर स्पर्धा में रजत पदक जीता था। टीम के प्रत्येक को पांच-पांच हजार की राशि मिली। प्रदेश की महिला टीम ने रांची झारखंड के राष्ट्रीय ख्ोल में रजत पदक जीता था। टीम की हर खिलाड़ी को बीस हजार रुपए प्रदान किए गए। प्रदेश की महिला टीम ने पिछले साल राजनांदगाव में राष्ट्रीय महिला खेल में स्वर्ण पदक जीता था। टीम की खिलाड़ियो को पंद्रह-पंद्रह हजार की राशि दी गई। यह राशि खिलाड़ियों को खेल विभाग द्वारा नकद राशि पुरस्कार में दी गई।

खालसा ने दी सालेम को मात

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय- अंतर कॉलेज फुटबॉल के पहले मैच में खालसा स्कूल ने एकतरफा मुकाबले में सालेम स्कूल को 3-0 से मात दी। एक अन्य मैच में शिशु निकेतन ने केपीएस को 1-0 से हराया।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा के पहले मैच में खालसा स्कूल ने आशा के विपरित सालमे स्कूल को हरा दिया। मैच में पहला और दूसरा गोल नीरज नायक ने किया। तीसरा गोल राकेश ने दागा। खालसा स्कूल के सामने सालेम स्कूल के खिलाड़ी ठहर ही नहीं सके और आसानी से हार गए। मैच में ज्यादातर समय बॉल पर खालसा स्कूल के खिलाड़ियों का कब्जा रहा। दूसरे मैच में केपीएस और शिशु निकेतन के बीच खेला गया। इस रोमांचक मैच में पहला हॉफ गोलरहित बराबरी पर छूटा। दूसरे हॉफ में 27वें मिनट में मनीष के गोल की मदद से शिशु निकेतन ने मैच जीता।

अंतर साई वालीबॉल आज से

राजधानी में पहली बार अंतर साई वालीबॉल का आयोजन किया गया है। स्पर्धा में मेजबान रायपुर के साथ तीन टीमें भाग लेंगी। बालक और बालिका वर्ग के मुकाबलों के बाद सेंट्रल जोन की टीम का चयन किया जाएगा जो राष्ट्रीय साई चैंपियनशिप में खेलने जाएगी। स्पर्धा के लिए इंडोर स्टेडियम को तैयार किया गया है।
इंडोर स्टेडियम में मंगलवार की शाम वालीबॉल का कोर्ट तैयार करने का काम एनआईएस कोच एवं साई सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया से मार्गदर्शन में कोच रवीन्द्र और अभय के साथ खिलाड़ियों ने किया। कोर्ट तैयार होने के बाद रायपुर सेंटर के बालक और बालिका खिलाड़ियों ने जमकर अभ्यास किया। दोनों टीमों को एसएस भदोरिया के साथ भारोत्तोलन के एनआईएस कोच गजेन्द्र पांडे ने किट दी और खिलाड़ियों से कहा कि बुधवार से प्रारंभ होने वाले मैच में जीतना है और रायपुर के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करके जोन की टीम में स्थान बनाना है।
स्पर्धा के बारे में श्री भदोरिया ने बताया कि स्पर्धा में रायपुर के साथ जबलपुर और भोपाल साई सेंटर की बालिका के साथ बालकों की टीम खेलने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो तीनों टीमों के बीच मुकाबले होंगे, लेकिन इसको हम स्पर्धा न मानकर एक तरह से ट्रायल मान रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन टीमों के बीच मुकाबले का मतलब नहीं होता है, जब तक स्पर्धा में चार टीमें नहीं होती हंै, पहला, दूसरा और तीसरा स्थान देना ठीक नहीं होता है। उन्होंने बताया कि 31 और 1 सितंबर को मैचों के बाद चुनी गई टीम का एक सप्ताह का प्रशिक्षण शिविर रायपुर में 3 से 10 सिंतबर लगेगा इसके बाद यहां से टीम केरल में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी। जूडो की टीम का चयन सात सितंबर को किया जाएगा।


मंगलवार, 30 अगस्त 2011

पहला मैच बीएसएस माना ने जीता

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल अंतर शालेय और अंतर कॉलेज फुटबॉल में पहला मैच बीएसएस माना ने संत ज्ञानेश्वर स्कूल को 2-0 से परास्त कर जीता। एक अन्य मैच में मार्डन स्कूल ने पूर्णिमा स्कूल को हराया।
सप्रे स्कूल में सोमवार से प्रारंभ हुई स्पर्धा में पहला मैच बीएसएस माना और संत ज्ञानेश्वर स्कूल के बीच खेला गया। मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में प्रारंभ से ही माना के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। मैच का पहला गोल सचिन ने खेल के 15वें मिनट में किया। दूसरा गोल भी सचिन ने ही किया, यह गोल खेल के 45वें मिनट में हुआ।
दूसरा मैच पूर्णिमा स्कूल और मॉर्डन स्कूल के बीच खेला गया। इसमें मार्डन स्कूल ने 2-0 से जीत दर्ज की। पहला गोल सोम द्विवेदी ने 14वें और दूसरा राकेश ने 56वें मिनट में किया। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन विधायक कुलदीप जुनेजा ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदरचंद धाड़ीवाल ने की।
आयोजक शेरा क्रीड़ा समिति के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि 15 सितंबर तक चलने वाली स्पर्धा में 4 सितंबर तक स्कूल वर्ग के नाकआउट मुकाबले होंगे। 5 सितंबर से कॉलेज वर्ग के मुकाबले प्रारंभ होंगे।

पैलोटी की खिताब पर कब्जा

विप्र ट्रॉफी अंतर कॉलेज फुटबॉल के रोमांचक खिताबी मुकाबले में सेंट पैलोटी कॉलेज ने छत्तीसगढ़ कॉलेज को टाईब्रेकर में 5-4 से परास्त कर खिताब जीत लिया।
विप्र कॉलेज के मैदान में खेला गया फाइनल मैच कांटे का रहा। मैच का पहला गोल छत्तीसगढ़ कॉलेज ने सियाराम पटेल ने खेल के 34वें मिनट में किया। इसके बाद बराबरी पाने पैलोटी ने पूरा जोर लगा दिया। पैलोटी को खेल समाप्त होने के पांच मिनट पहले सफलता मिली और विपिन कुजूर ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद मैच का फैसला करने टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें पैलोटी की तरफ से विपिन कुजूर, संजय रिचर्ड, बिनय तिग्गा और रवि कुजूर ने गोल किए। छत्तीसगढ़ के लिए रानूराम, वीरेन्द्र तिग्गा और आभूषण केरकेटा ही गोल कर सके। पैलोटी ने मैच 5-4 से जीतने के साथ खिताब जीत लिया। फाइनल मैच के बाद विधायक कुलदीप जुनेजा ने विजेता और उपविजेता टीम को ट्राफी प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्ष कॉलेज शिक्षण समिति के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने की। कॉलेज के प्राचार्य मेघेष तिवारी ने बताया कि फुटबॉल को बढ़ाने के लिए कॉलेज की तरफ से ट्राफी प्रदान की जाती है, वैसे उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से टीमों को इनाम देने का प्रावधान नहीं है।

प्रदेश के 30 खिलाड़ी सम्मानित

राष्ट्रीय दिशा मंच ने गिनीज रिकॉर्डधारी राजदीप सिंह हरगोत्रा सहित प्रदेश के 30 खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पेंटिंग और देश भक्ति गीतों की स्पर्धा का भी आयोजन किया गया।
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानंचद के जन्म दिवस पर सोमवार को शहीद स्मारक में राजधानी के कई स्कूलों के विद्यार्थियों में सुबह से पंजीयन कराने की होड़ लगी थी। 250 से ज्यादा विद्यार्थियों ने नक्सलवाद पर पेंटिंग की। 25 विद्यार्थियों ने देश भक्ति गीतों में भाग लिया। इन स्पर्धाओं के बाद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुनील सोनी ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों में जंप रोप के आठ खिलाड़ी जिनमें राजदीप सिंह हरगोत्रा, दिव्यास झा, अभिजीत मोहंदीकर, रक्षक वजरे, अनुराग भट्टाचार्य, अनुभव पांथ्रे, उत्कर्ष तिवारी और हिमांशु बिटुलवार का सम्मान किया गया। इन खिलाड़ियों ने नेपाल में खेली गई एशियन चैंपियनशिप में भारत का प्रनितिधित्व करते हुए देश को पदक दिलाने का काम किया। इन खिलाड़ियों के अलावा अनामिका मुखर्जी हैंडबॉल, ललित नारायण सेंबो, सत्यप्रकाश पावरलिफ्ंिटग, आकाश चौबे साफ्ट टेनिस, रेवेन्द्र दीक्षित वालीबॉल, कुलदीप टोपो फुटबॉल, भीम महानंद नेटबॉल, लंकेश सागर बास्केटबॉल, संयम शुक्ला बैडमिंटन, विक्रम साहू कबड्डी, आयुषी शुक्ला तैराकी, तुलसी साहू हॉकी, महेश खेलवार पावरलिफ्ंिटग, खगेश्वर बॉग हॉकी, सागरिका गुप्ता टेबल टेनिस, आकाश पांडे ताइक्वांडो, अंतराम कैवर्त खोखो, आनंद कुमार चरटिया रग्बी, प्रकाश मानिकपुरीस सन्नी साहू कुश्ती, धमेन्द्र राठौर योग के अलावा माडिया से जुड़े संदीप सेन गुप्ता और आशीष तिवारी का भी सम्मान किया गया। खिलाड़ियों को श्रीफल साल के साथ प्रशस्ति पत्र दिए गए।

रविवार, 28 अगस्त 2011

गिनीज रिकॉर्डधारी का राजधानी में स्वागत

गिनीज रिकॉर्डधारी राजदीप सिंह हरगोत्रा का चाइना से रायपुर लौटने पर स्टेशन में जोरदार स्वागत किया गया। उनसे ओलंपिक संघ के सचिव बलदेव सिंह भाटिया ने मुलाकात की।
स्कैटिंग पहनकर नया गिनीज रिकॉर्ड बनाकर लौटने पर स्टेशन में जंप रोप संघ के खिलाड़ियों के साथ दूसरे खेलों के खिलाड़ियों ने भी राजदीप का स्वागत किया। स्टेशन में ही राजदीप को फोन करके ओलंपिक संघ के सचिव बलदेव सिंह भाटिया ने बधाई दी और मिलने की इच्छा जताई। राजदीप ने श्री भाटिया से उनके निवास में मुलाकात करके अपने रिकॉर्ड के बारे में जानकारी दी और उनसे कहा कि जंप रोप को खेल विभाग से मान्यता दिलाने में मदद करें ताकि इस खेल में राज्य के खिलाड़ी और ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर सके। राजदीप ने श्री भाटिया को बताया कि अब वे विश्व चैंपियनशिप की तैयारी में जुटेंगे और वह पर पदक जीतकर राज्य और देश का नाम रौशन करेंगे।

पैलोटी-छत्तीसगढ़ कॉलेज फाइनल में

विप्र ट्रॉफी अंतर जिला फुटबॉल में सेंट पैलोटी और छत्तीसगढ़ कॉलेज ने फाइनल में स्थान बना लिया है। खिताबी मुकाबला 29 अगस्त को 11.30 बजे होगा।
विप्र कॉलेज के मैदान में पहले सेमीफाइनल मैच में पैलोटी कॉलेज ने महाराजा अग्रसेन कॉलेज को एकतरफा मुकाबला में 4-0 से मात दी। बिनय तिग्गा और विपिन कुजूर ने दो-दो गोल किए। दूसरे सेमीफाइनल मैं छत्तीसगढ़ कॉलेज ने सियाराम साहू के एकमात्र गोल की मदद से साइंस कॉलेज को परास्त कर फाइनल में स्थान बनाया। मैचों के निर्णायक मनीष ठाकुर, तरूण फूटान, अभिजीत डे और बृजभूषण टेंडी थे। मेजबान कॉलेज के प्राचार्य मेघेष तिवारी ने बताया कि फाइनल मैच के बाद दोपहर दो बजे होने वाले पुरस्कार वितरण के मुख्यअतिथि विधायक कुलदीप जुनेजा होंगे। अध्यक्षता शिक्षण समिति के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा करेंगे।

शनिवार, 27 अगस्त 2011

बालिका फुटबॉलरों ने दिया ट्रायल

साई सेंटर के लिए बालिका फुटबॉलरों के साथ तीरंदाजों ने भी ट्रायल दिया। पात्र खिलाड़ियों की सूची भोपाल भेजी जाएगी। वहां से अंतिम चयन सूची आने पर दोनों खेलों का प्रशिक्षण प्रारंभ किया जाएगा।
स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के साई सेंटर में शुक्रवार को बालिका फुटबॉल के डे-बोर्डिंग और तीरंदाजी के बोर्डिंग के लिए खिलाड़ियों का ट्रायल लिया गया। फुटबॉल मे 30 खिलाड़ी ट्रायल देनी आई। इन खिलाड़ियों को एनआईएस कोच सरिता कुजूर ने ट्रायल लिया और पात्र खिलाड़ियों की सूची सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया को सौंप दी। तीरंदाजी में छह बालिका और पांच बालक खिलाड़ियों के ट्रायल दिया। इन खिलाड़ियों में से भी चुने गए पात्र खिलाड़ियों के नाम भोपाल के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजे जा रहे हैं।
सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया ने बताया कि बालिका फुटबॉल में 16 खिलाड़ियों को रखा जाएगा। तीरंदाजी के लिए संख्या तय नहीं है जितने भी पात्र खिलाड़ी होंगे उनको शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव के सेंटर में जो खिलाड़ी हैं उनको भी रायपुर शिफ्ट किया जाएगा।

साइंस-पैलोटी सेमीफाइनल में

विप्र ट्रॉफी अंतर कॉलेज फुटबॉल में साइंस कॉलेज के साथ पैलोटी कॉलेज ने सेमीफाइनल में स्थान बना लिया है। सेमीफाइनल मैच शनिवार और फाइनल मैच रविवार को होगा।
विप्र कॉलेज में पहले मैच में साइंस कॉलेज ने महंत कॉलेज को 4-1 से मात दी। दुलु ने दो, विष्णु और आलोक ने एक-एक गोल किया। महंत के लिए एकमात्र गोल सतीश ने किया। दूसरे मैच में पैलोटी ने प्रगति को 5-0 से हराया। विपिन ने तीन, रवि और संजय ने एक-एक गोल किया। तीसरे मैच में पिछले साल की विजेता विप्र कॉलेज को छत्तीसगढ़ कॉलेज ने टाईब्रेकर में 4-1 से परास्त किया। पहला सेमीफाइनल मैच छत्तीसगढ़ का साइंस कॉलेज से और दूसरा अग्रसेन कॉलेज का पैलोटी कॉलेज से होगा।

शुक्रवार, 26 अगस्त 2011

राष्ट्रीय ग्रामीण कबड्डी-खोखो राजधानी में

राष्ट्रीय ग्रामीण कबड्डी के साथ खो-खो का आयोजन राजधानी रायपुर में किया जाएगा। पायका की राज्य स्तरीय समिति की बैठक में इसका फैसला करने के साथ पंचायतों को दी गई राशि का उपयोग करके उपयोगिता प्रमाणपत्र जल्द देने कहा गया ताकि आगे के आयोजन के लिए राशि दी जा सके।
मंत्रायलय में खेलमंत्री लता उसेंडी ने बैठक में कहा कि पायका योजना को सफल बनाने और दूरस्थ अंचल की खेल प्रतिभाओं को तराशने में आदिम जाति एवं जनजाति विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और शिक्षा विभाग की अहम भूमिका है। खेल विभाग के साथ इन विभागों के कुशल समन्वय से पायका योजना का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से किया जा रहा है। बैठक में वार्षिक खेल अनुदान, जिला पंचायतों को खेल अनुदान, संविदा कर्मचारी वेतन उपयोगिता प्रमाण पत्र, संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति, मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण, सामग्री क्रय की प्रक्रिया, शासकीय विद्यालयों में पायका केन्द्र की सूचना, क्रीड़ाश्री प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, वर्ष 2011-12 में भारत सरकार से प्राप्त आर्थिक सहायता, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक, भारत सरकार को प्रेषित प्रस्ताव, जिला समिति में सीईओ जिला पंचायत की सदस्यता और वर्ष 2009-10 से की गई कार्रवाई के विवरण से संबंधित प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया। बैठक में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव सुब्रत साहू, संचालक जीपी सिंह, आदिम जाति एवं जनजाति विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।


टाईब्रेकर में जीता प्रगति कॉलेज

विप्र ट्रॉफी अंतर कॉलेज फुटबॉल में प्रगति कॉलेज ने कड़े मुकाबले के बाद टाईब्रेकर में दुर्गा कॉलेज को 5-3 से मात दी। एक अन्य मैच में महाराजा अग्रसेन कॉलेज ने धमतरी को 3-1 से हराया।
विप्र कॉलेज के मैदान में गुरुवार से प्रारंभ हुए अंतर कॉलेज फुटबॉल में पहला मैच अग्रसेन कॉलेज और धमतरी के बीच खेला गया। इस मैच में पहला गोल धमतरी के मुकेश ने किया। इसके बाद अग्रसेन के लिए गौरव ने दो और जगबीर सिंह ने एक गोल करके अपनी टीम को अगले चक्र में स्थान दिला दिया। दूसरे मैच में प्रगति कॉलेज और दुर्गा कॉलेज के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। निर्धारित समय में मैच का फैसला न होने पर गोल दागे, लेकिन दुर्गा कॉलेज के खिलाड़ी तीन गोल ही कर सके। मैचों के निर्णायक तरूण फूटॉन, भूषण टेंडी, अभिजीत डे थे। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन उच शिक्षा विभाग के अपर संचालक अंजनी शुक्ला ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने की। कॉलेज के प्राचार्य मेघेष तिवारी ने बताया कि स्पर्धा में विजेता और उपविजेता टीम को कॉलेज की तरफ से ट्रॉफी दी जाएगी।

ताइक्वांडो टीम रांची रवाना

राष्ट्रीय जूनियर ताइक्वांडो में खेलने प्रदेश के बालक-बालिकाओं की टीम रांची रवाना हो गई। वहां पर 26 अगस्त से स्पर्धा का आयोजन किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष आरएल आम्रवंशी ने बताया कि कोरबा में खेली गई राज्य स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर चुनी गई प्रदेश की टीम का कोरबा में प्रशिक्षण शिविर लगाने के बाद टीम को राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने भेजा गया है। टीम इस प्रकार है- बालक वर्ग संदीप साहू, लोकेश राठौर, योगेश श्रीवास, टार्जन मांझी, किताबुद्दीन, अनिल क्षत्रीय, मोहन सिंह, अभिषेक मरकाम, वीरभ्रद सिंह। बालिका ज्योति पाबिया, वर्षा विश्वकर्मा, स्नेहा उइके, रुखसार निशा, कुंजला जायसवाल, श्रद्धा एंथोनी, परवीन बानो, मनीषा विश्वकर्मा, डॉली मांझी।

गुरुवार, 25 अगस्त 2011

खेल पुरस्कारों के नामों पर लगी मुहर

राज्य के खेल पुरस्कारों के नामों पर मैराथन बैठक के बाद मुहर लग गई है। जूिनयर, सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों और निर्णायकों को दिए जाने वाले पुरस्कारों के नामों की सूची खेलमंत्री लता उसेंडी के अनुमोदन के बाद घोषित की जाएगी।
राज्य खेल पुरस्कारों के चयन समिति की बैठक खेल सचिव सुब्रत साहू की अध्यक्षता में मंत्रालय में सुबह को 11 बजे प्रारंभ हुई। लगभग चार घंटे तक चली बैठक में चयन समिति के सदस्यों ने हर वर्ग के पुरस्कारों के दावेदारों का बारिकी से अध्ययन किया। पिछली बार डोपिंग के दोषी खिलाड़ी सिद्धार्थ मिश्रा का नाम तय हो जाने के कारण इस बार ज्यादा सावधानी बरती गई कि किसी अपात्र खिलाड़ी का चयन न हो सके। कुछ नए खेलों के बारे में जानकारी न होने पर दिल्ली फोन करके भारत सरकार के खेल मंत्रालय से पूछा गया कि ये खेल मान्यता प्राप्त है या नहीं। जिन खेल संघों में विवाद की स्थिति बनी हुई है, ऐसे खेल संघों के दावेदारों के नामों पर विचार नहीं किया गया। इस बार भी टीम वर्ग के दावों को किनारे किया गया। पिछले कुछ समय से टीम खेलों में पुरस्कार दिए जाने से विवाद की स्थिति बन रही थी।
जूनियर खिलाड़ियों को दिए जाने वाले शहीद कौशल यादव पुरस्कार में दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होने के कारण दोनों को संयुक्त रुप से शामिल किया गया जिसके कारण इस वर्ग में पांच के स्थान पर छह नाम तय किए गए हैं। सीनियर वर्ग में दिए जाने वाले शहीद राजीव पांडे पुरस्कार में पांच, शहीद पंकज विक्रम में पांच और खेल विभूति में भी पांच नाम तय किए गए हैं। खेल विभूति में इस बार विश्व कप हॉकी में खेलने वाले विसेंट लकड़ा का नाम भी शामिल किया गया है। खेल विभूति सम्मान इस बार से शहीद वीके चौबे के नाम से दिया जाएगा। सामान्य प्रशासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है। वीर हुनमान सिंह पुरस्कार के लिए एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक का नाम तय किया गया है। चयन समिति में पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नीता डुमरे, एनआईएस कोच गजेन्द्र पांडे, खेल विभूति से सम्मानित एलएन पांडे, ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा, साई सेंटर राजनांदगांव के प्रभारी राजेश्वर राव के साथ सामान्य प्रशासन का एक प्रतिनिधि और खेल संचालक जीपी सिंह भी उपस्थित थे।

बुधवार, 24 अगस्त 2011

साई सेंटर में बालिका फुटबॉलरों के लिए 12 सीटें

राजधानी रायपुर के साई सेंटर में बालिका फुटबॉल को भी शामिल कर लिया गया है। इसके लिए 12 सीटें आरक्षित की गई है। राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली खिलाड़ियों की सूची बनाई जा रही है, इसी सूची से एक दर्जन खिलाड़ियों का चयन करके उनको डे-बोर्डिंग में रखा जाएगा।
क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक आरके नायडु ने बताया कि रायपुर के सेंटर में बालिका फुटबॉल को शामिल करने की मांग लगातार आ रही थी। उनको जानकारी दी गई है कि बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ की टीम को राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी मिल चुका है। इसी के साथ यहां की दो खिलाड़ी निकिता स्विसपन्ना और सुप्रिया कुकरेती दो बार भारतीय टीम से खेल चुकी हैं। इसके अलावा पांच और खिलाड़ी भारत की संभावित टीम में शामिल रही हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया से एक दर्जन खिलाड़ियों की जानकारी एकत्रित करने कहा गया है। वहां से जानकारी जैसे ही भोपाल कार्यालय आएगी, रायपुर में इन खिलाड़ियों को डे-बोर्डिंग में प्रवेश दे दिया जाएगा।
श्री नायडु ने बताया कि रायपुर के सेंटर में तीरंदाजी को भी शामिल किया गया है। इसके लिए राजनांदगांव की कोच का रायपुर तबादला भी कर दिया गया है। राजनांदगांव के खिलाड़ियों को भी रायपुर के सेंटर में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि सेंटर के कयाकिंग खिलाड़ियों में से कुछ खिलाड़ियों को बोर्डिंग में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर और किसी खेल में राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता मिलेंगे तो उस खेल को भी शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।



स्कूली खेल में एथलीटों का हुजूम

स्कूली खेलों में जिले की एथलेटिक्स टीम में स्थान बनाने 200 से ज्यादा बालक और बालिका एथलीट जुटे। जिले की टीम में स्थान बनाने वाले खिलाड़ी 25 अगस्त से बसना में होने वाली क्षेत्रीय स्पर्धा में खेलने जाएंगे।
रविशंकर विश्व विद्यालय के ट्रेक पर सुबह से ही खिलाड़ियों का जमावड़ा लगा। रायपुर के साथ आरंग, अभनपुर, तिल्दा, राजिम, धरसीवां, सिमगा सहित कई ब्लाकों के खिलाड़ी खेलने आएं। सुबह से लेकर शाम तक बहुए मुकाबलों के बाद जारी किए गए परिणाम में पहले और दूसरे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी इस प्रकार हैं- सीनियर- 100 मीटर दौड़ आमोश, संजय, शीतल, दिव्या साहू। 200 मीटर आमोश, भीम कुमार, शीतल, सावित्री। 400 मीटर मनोज कुमार, जोन निषाद, सावित्री, शीतल। 800 मीटर मनोज कुमार, नागेश्वर, गोमती, भूमिका। 1500 मीटर नागेश्वर, खेलूराम, गोमती, सुनीता। 500 मीटर चोवालाल, खेलूराम, सावित्री, भूमिता। पैदल चाल मालिक राम, कौसलेश, ममता, कृतिका साहू।
जूनियर वर्ग 100 मीटर विजय, टाप लाल, उवर्शी वर्मा, रिंकी। 200 मीटर टाप लाल, दुर्गेश, मंजू साहू, पिंकी साहू। 400 मीटर होमन यादव, विजय कुमार, छाया, रिंकी। 800 मीटर शिव कुमार रात्रे, रतिराम सोनकर, पुष्पा, प्रीति वर्मा, 1500 मीटर गणेशराम, परमानंद, 5000 मीटर कुसुम लता, पिंकी। मिनी वर्ग 100 मीटर गनपत, सनातन, मनीषा, नमिता। 200 मीटर सनातन, पैत्रुस, रूद्रप्रताप, मेरी अन्ना, मनीषा, 400 मीटर सुमित्रा, सरस्वती। 800 मीटर खिलेश्वर, पैत्रुस, नमिता, सुशीला। ऊंची कूद सीनियर छबि राम, प्रवीण, जूनियर हरिशचंद्र यादव, विवेक कुमार, मिनी देवानंद, वैभव महिलांग। लंबी कूद सीनियर सुनील कुमार, आमोश, दिव्या साहू, खेमलता। जूनियर विजय कुमार, राहुल कुमार, लक्ष्मी वर्मा, खगेश्वरी। मिनी गनपत राम , सनानत, सरस्वती, मेरी अन्ना।

मंगलवार, 23 अगस्त 2011

साइंस कॉलेज मैदान में बनेगा सिंथेटिक ट्रेक

राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में एथलेटिक्स का सिंथेटिक ट्रेक लगाने की कवायद में खेल विभाग जुट गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रेक के लिए विभाग कंपनियों से जानकारी मंगाने में जुटा है। जानकारी जुटाने के बाद विभाग खेल मंत्रालय को ट्रेक बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजेगा।
प्रदेश में सिंथेटिक ट्रेक की कमी को देखते हुए खेल विभाग ने साइंस कॉलेज मैदान में मिली 34 एकड़ जमीन पर ही सिंथेटिक ट्रेक बनाने का फैसला किया है। यहां पर किस तरह का ट्रेक लगाने से फायदा होगा, इसकी जानकारी जुटाने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह ट्रेक लगाने वाली कंपनियों से बात कर रहे हैं। कुछ कंपनियों ने विभाग को जानकारी भी उपलब्ध करा दी है। खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि ट्रेक के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेने के बाद ही एक प्रस्ताव बनाया जाएगा और उसे शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। वे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए साइंस कॉलेज का मैदान सिंथेटिक ट्रेक के लिए सबसे उपयुक्त है। यहां पर न तो पार्किंग की समस्या होगा और न ही खिलाड़ियों को ठहराने में भी परेशानी होगी। श्री सिंह कहते हैं कि हमारा प्रयास रहेगा कि यहां पर राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेक लगाया जाए, ताकि राष्ट्रीय खेलों के बाद अगर यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन करना हो तो परेशान न हो। उनका मानना है कि सिंथेटिक ट्रेक जैसी सुविधा एक बार ही मिलनी है तो ऐसे में गुणवत्ता और सुविधाओं से समझौता करने का सवाल ही नहीं उठता है।
खेल संचालक कहते हैं कि हम साइंस कॉलेज मैदान को खेल हब के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रहे हैं। एक बार में बहुत सी सुविधाएं एक साथ जुटा पाना संभव नहीं है, यही वजह है कि अलग-अलग योजनाओं के साथ मैदान का विकास करने में लगे हैं।

साई सेंटर के नए प्रभारी आज लेंगे प्रभार

साई सेंटर रायपुर के के नए प्रभारी एसएस भदोरिया को पुराने प्रभारी शाहनवाज खान मंगलवार को प्रभार सौंपेंगे। पुराने प्रभारी सोमवार को रायपुर पहुंचे और सेंटर का निरीक्षण भी किया।
रायपुर के साई सेंटर में पहले प्रभारी के रुप में बैडमिंटन के कोच शाहनवाज खान ने काम प्रारंभ किया था। कुछ समय बाद ही पारिवारिक परेशानी के कारण उन्होंने यहां से तबादले का आग्रह भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक आरके नायडु ने किया। श्री खान के स्थान पर वालीबॉल के कोच एसएस भदोरिया को रायपुर भेजा गया। उन्होंने रायपुर आने के बाद कोच के साथ प्रभारी के रुप में काम तो 15 दिन पहले ही प्रारंभ कर दिया था, लेकिन अधिकृत रुप से उनको अब तक प्रभार नहीं मिला है। श्री खान सोमवार को यहां प्रभार सौंपने आए तो श्री भदोरिया यहां नहीं थे। वे मंगलवार को भोपाल से आएंगे तब उनको प्रभार सौंपा जाएगा।
बैडमिंटन टीम कल जाएगी
अंतर साई बैडमिंटन में खेलने के लिए रायपुर सेंटर के बालकों की टीम यहां से 24 अगस्त को धार के लिए रवाना होगी। कोच ज्योति ठाकुर ने बताया कि धार में 25 अगस्त से चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। इसमें खेलने जाने वाले खिलाड़ी लगातार अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी टीम पहली बार जा रही है, हमारे खिलाड़ी जिस तरह से तैयारी कर रहे हैं, उससे उम्मीद है कि हमारे खिलाड़ी जोन की टीम में स्थान बनाने में सफल होंगे।


रविवार, 21 अगस्त 2011

अंतर साई जूडो-वालीबॉल राजधानी में

राजधानी रायपुर के साई सेंटर में जूडो और वालीबॉल की अंतर साई स्पर्धा होगी। सबसे पहले जूडो की स्पर्धा होगी इसके बाद वालीबॉल के मुकाबले होंगे। मुकाबलों के बाद बनने वाली टीम का प्रशिक्षण शिविर यहां लगेगा और फिर टीम राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी।
सेंटर जोन की अंतर साई स्पर्धा की मेजबानी रायपुर के सेंटर को मिली है। सेंटर के प्रभारी एसएस भदोरिया ने बताया कि रायपुर में जूडो के मुकाबले 30 और 31 अगस्त को होंगे। इन मुकाबलों में रायपुर सेंटर के साथ भोपाल सेंटर के बालक और बालिका खिलाड़ी भाग लेंगे। जबलपुर सेंटर में जूडो न होने के कारण वहां से कोई खिलाड़ी नहीं आएगा। वालीबॉल के मुकाबले 31 अगस्त से होंगे। इसमें रायपुर और भोपाल सेंटर की बालक और बालिकाओं की एक-एक टीम, जबलपुर सेंटर से बालक वर्ग में एक टीम और बालिका वर्ग में दो टीमें खेलेंगी। यहां होने वाले मुकाबलों के बाद टीम का चयन किया जाएगा। टीम का प्रशिक्षण शिविर रायपुर के सेंटर में लगेगा। यहां से टीम अंतर साई राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी।

शनिवार, 20 अगस्त 2011

हास्टल के लिए मिले 13 लाख

साइंस कॉलेज के मैदान में बने खेल विभाग के हास्टल के लिए 13 लाख रुपए की प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है। इन पैसों से बिजली का काम होगा। इंटीरियल के लिए अब तक 6 लाख की मंजूरी नहीं मिल सकी है।
खेल विभाग ने साइंस कॉलेज के मैदान में विभाग को मिली 34 एकड़ जमीन में 100 बिस्तरों का हास्टल बनाया है। इस 2.31 करोड़ की लागत से बने हास्टल में जहां 13 लाख रुपए का बिजली का काम शेष है, वहीं करीब 6 लाख रुपए का इंटीरियल का काम बाकी है। खेलमंत्री लता उसेंडी की मंजूरी के बाद अधोसंरचना मद से विभाग को 13 लाख की राशि मिल गई है। यह राशि एक-दो दिनों में लोक निर्माण विभाग के खाते में हस्तातरित कर दी जाएगी, ताकि बिजली का काम प्रारंभ हो सके। विभागीय सूत्र कहते हैं कि बिजली का ही काम होने से कुछ नहीं होने वाला है, मुख्यरूप से इंटीरियल का काम है जिसमें खिलाड़ियों के कमरों में छोटे-छोटे काम होने हैं, इन कामों के बिना खिलाड़ियों को कमरों में रहना संभव नहीं होगा। इसके लिए राशि मंजूर होने के बाद ही हास्टल पूरा हो सकेगा। इंटीरियल के लिए राशि मंजूर करने का काम भी खेलमंत्री के हाथों में है।

टीम में स्थान बनाने दिखाया दम

राष्ट्रीय तलवारबाजी में खेलने जाने वाली प्रदेश की कैडेट और सब जूिनयर टीम में स्थान पाने प्रदेश के खिलाड़ी जुटे और दम दिखाकर टीम में स्थान बनाया। चुनी गई टीम कोलकाता में होने वाली स्पर्धा में खेलने जाएगी।
प्रदेश संघ के सचिव समीर खान ने बताया कि कोलकाता में 5 सितंबर से राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसमें खेलने जाने वाली टीम का चयन भिलाई में किया गया। चयन ट्रायल में प्रदेश के कई जिलों के खिलाड़ी जुटे। इनके बीच हुई जोर-आजमाइश के बाद प्रदेश की टीम चुनी गई है जिसका प्रशिक्षण शिविर चल रहा है।
चुनी गई टीम इस प्रकार है- कैडेट बालक वाई इजराइल, प्रवीण देशमुख, सुवेन्द्र, सिराज, प्रीण गांवरे, सुमित कुमार ध्रुव (भिलाई) वी. जानसन, कार्तिक साहू, अलिफ शाजमा (दुर्ग), राजा साहू (बिलासपुर)। बालिका रूबिना, पूजा नागवंशी, प्रीति जायसवाल, दुनिता साहू (दुर्ग), रंभा रात्रे, सीमा सुर्यवंशी (जांजगीर), प्रिया मानिकपुरी (कोरबा), कोकिता बंजारे, कंचन (रायपुर)।
सब जूनियर बालक- सक्षम अग्रवाल, इशांक यादव, आशीष कुमार, नीरज (दुर्ग), अजय विश्वकर्मा, रेंशु साहू, विसाल यादव (बिलासपुर), के. किशोर, आयुश सिंह, नियाज (भिलाई)। बालिका किरण साहू, स्वाति मिश्रा, महेश्वरी देवांगन, रिंकी वर्मा, पिंकी सतनामी (बिलासपुर), टिकेश्वरी, दीक्षा वर्मा (रायपुर), चंचल सिंहा, कशीशा राजपूत (कांकेर), सुधा (दुर्ग)।



खेल संचालक के अधिकार पर गाज

खेल एवं युवा कल्याण विभाग के खेल संचालक के अधोसंरचना मद में राशि स्वीकार किए जाने के अधिकार पर उपसचिव के आदेश के बाद गाज गिर गई है। यह सब खेलमंत्री की एक नोटशीट के बाद किया गया है, लेकिन इधर खेलमंत्री लता उसेंडी का कहना है कि संचालक के अधिकार पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, उनको पास यथावत अधिकार हैं।
खेल विभाग में उपसचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग के हस्ताक्षर से एक पत्र आया है जिसमें लिखा है कि अधोसंरचना मद से कोई भी राशि इस पत्र के बाद स्वीकृत न की जाए और सभी प्रकरण मंजूरी के लिए विभाग को भेजे जाएं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल संचालक को इस मद से 50 हजार तक की राशि मंजूर करने के अधिकार हैं। लेकिन इस पत्र के बाद अब उनके अधिकार पर गाज गिर गई है। इस पत्र के आने के कुछ समय पहले ही खेलमंत्री द्वारा लिखी गई नोटशीट भी विभाग में आई थी जिसमें मंत्री ने साफ लिखा था कि अधोसंरचना मद में कोई भी राशि स्वीकृत करने से पहले उनकी मंजूरी लेनी आवश्यक है। इस नोट शीट के बाद अब विभाग में उपसचिव का एक पत्र भी आ गया है।
इस मामले में खेलमंत्री लता उसेंडी का कहना है कि उन्होंने खेल संचालक के अधिकार पर कोई रोक नहीं लगाई है, उनके अधिकार यथावत हैं और वे अपने अधिकार का उपयोग कर सकते हैं।


शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

सालेम, सप्रे, होलीक्रास की खिताबी जीत

स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में अंडर 14 में सालेम, अंडर 19 में सप्रे और अंडर 17 में होलीक्रास स्कूल कांपा ने खिताब जीता। पहली बार विवेकानंद विद्या पीठ की दो टीमें फाइनल में पहुंचने के बाद खिताब नहीं जीत सकीं। विजेता टीमों को खेलमंत्री लता उसेंडी ने पुरस्कार बांटे।

सप्रे स्कूल के मैदान में पहला फाइनल मैच अंडर 14 का पिछले साल की विजेता विवेकानंद विद्या पीठ और सालेम स्कूल के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से आशा के विपरित सालेम स्कूल के पक्ष में एकतरफा रहा। मैच में मोरिस दास ने 19वें और 29वें मिनट में गोल करके अपनी टीम को खिताब दिला दिया। अंडर 19 के फाइनल में भी विवेकानंद की टीम खिताब नहीं जीत सकी। यहां पर उसे सप्रे स्कूल ने एक मात्र गोल से मात देकर खिताब से वंचित कर दिया। सप्रे स्कूल के लिए विजयी गोल खेल के 46वें मिनट में कुलदीप टोपो ने किया। पिछले साल विवेकानंद की तीनों टीमें फाइनल में पहुंची थी और दो खिताब अपने नाम किए थे।

तीसरा फाइनल मैच राजकुमार कॉलेज और होलीक्रास कांपा के बीच खेला गया। इस मैच से पहले मैदान में पहुंचीं पुरस्कार वितरण की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ अन्य अतिथियों युवा चेंबर के अध्यक्ष संजय बाजपेयी, वन विभाग के सीए राकेश चतुर्वेदी, जेसीबी के अश्वनी महेन्दु्र का खिलाड़ियों ने परिचय कराया गया। इसके बाद मैच प्रारंभ हुआ। यह मैच काफी रोमांचक रहा। मैच में निर्धारित समय में एक-एक से मुकाबला बराबर रहने पर मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया। इसमें होलीक्रास ने 3-2 से जीत प्राप्त की।

फाइनल मैचों के बाद विजेता टीमों को अतिथियों ने पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा इसमें कोई दो मत नहीं है कि राजधानी में भी मैदानों की कमी है, लेकिन आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की मेजबानी में 37वें राष्ट्रीय खेल होने हैं, इसके आयोजन के लिए हर खेल के अच्छे मैदान बन जाएंगे। हम मैदानों के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं।

भिलाई को दोहरा खिताब

राज्य सब जूनियर बास्केटबॉल में भिलाई ने बालकों के साथ बालिका वर्ग का खिताब जीत लिया। यह 10वां अवसर है जब खिताब पर भिलाई के कब्जा किया है।

पहले फाइनल में बालिका टीम ने भिलाई इस्पात संयंत्र की टीम ने दुर्ग जिला को 77-58 अंकों से पराजित किया। भिलाई की ओर से रागिनी झा ने 13, पी दिव्या ने 12, रिया वर्मा ने 14, रमी वानखेड़े ने 10, मनीषा गुर्जर ने 08 एवं वन्दना आर्य ने 08 अंक बनाये। जबकि दुर्ग की ओर से विमला इक्का ने 12, मनीषा ने 10, महिमा भारद्धाज ने 12 अंक बनाये। बालक वर्ग के फाइनल में भिलाई इस्पात संयंत्र ने राजनांदगांव को 52-38 अंकों से पराजित कर खिताब जीता। विजेता टीम के लिए पी राजेश ने 11, ए गणेश ने 10, अमित यादव ने 04 , कन्हैया ने 08 अंक बनाए।

अंतर कॉलेज फुटबॉल की तैयारी जोरों पर

कॉलेजों में खेलों की शुरुआत फुटबॉल से होने जा रही है। रायपुर सेक्टर के कॉलेजों के बीच होने वाली स्पर्धा की विप्र कॉलेज में जोरदार तैयारी चल रही है। मैदान बनाने का काम गुरुवार से प्रारंभ किया गया।

मेजबान विप्र कॉलेज के प्राचार्य मेघेष तिवारी ने बताया कि हमारा कॉलेज ही लगातार फुटबॉल की मेजबानी ले रहा है। कॉलेज के पास फुटबॉल का एक बड़ा मैदान है। मैदान को ठीक करने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। बारिश की वजह से तैयारियों में बाधा आई है जिसके कारण अब स्पर्धा का आयोजन 23 के स्थान पर 25 अगस्त से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल हमारे कॉलेज ने खिताब जीता था। स्पर्धा में विप्र कॉलेज के साथ छत्तीसगढ़, दुर्गा, पैलोटी, प्रगति, मंहत अग्रसेन कॉलेज की टीमों से खेलने की मंजूरी दी है। श्री तिवारी ने बताया कि कॉलेजों में फुटबॉल को लोकप्रिय करने के मकसद से ही विजेता टीमों के लिए ट्रॉफी का इंजताम हमारा कॉलेज करता है, वैसे विश्व विद्यालय की तरफ से किसी भी तरह से इनाम नहीं दिया जाता है।

सेवन-ए-साइड पर चर्चा करेंगे

श्री तिवारी ने बताया कि ज्यादातर कॉलेजों में मैदानों की कमी के कारण ही टीमें नहीं बन पाती हैं। अगली बार जब विश्व विद्यालय में क्रीड़ा समिति की बैठक होगी तो उसमें यह बात रखी जाएगी, कि क्यों न कॉलेजों में फुटबॉल को लोकप्रिय करने के लिए सेवन-ए-साइड स्पर्धा कराई जाए। किसी भी कॉलेज के लिए सात खिलाड़ी जुटाना आसान होगा।

गुरुवार, 18 अगस्त 2011

छोटे से काम में अटका सवा दो करोड़ का हास्टल

साइंस कॉलेज के मैदान में सवा दो करोड़ की लागत से बने 100 बिस्तरों वाले हास्टल का उद्घाटन छोटे-मोटे कामों के कारण नहीं हो रहा है। खेलमंत्री लता उसेंडी ने इन कामों के लिए अधोसंरचना मद से राशि देने की बात तो कही है, पर इसे अभी तक खेल मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिल पाई है। इधर विभाग से हास्टल की बाऊंड्री के लिए एक 22 लाख का भी प्रस्ताव बनाकर भेजा है।

खेल विभाग साइंस कॉलेज के मैदान में मिली 34 एकड़ जमीन को खेल हब के रुप में विकसित करने में लगा है। यहां पर तीन खेलों हॉकी, तीरंदाजी और स्क्वैश की अकादमी बनाने की तैयारी है। इन अकादमियों में रखे जाने वाले खिलाड़ियों के लिए विभाग के पिछले साल ही यहां पर दो करोड़ 31 लाख की लागत से एक हास्टल का निर्माण प्रारंभ किया था। लोक निर्माण विभाग ने हास्टल का काम तो पूरा कर दिया है, लेकिन हास्टल में बिजली के काम के साथ इंटीरियल का काम शेष है। इंटीरियल के काम पर 6 लाख और बिजली पर 13 लाख का खर्च आना है। इस खर्च के लिए जब वित्त विभाग ने हाथ खड़े कर दिए तो एक प्रस्ताव बनाकर खेलमंत्री लता उसेंडी के सामने रखा गया। खेलमंत्री ने इस प्रस्ताव पर मौखिक मंजूरी तो पिछले माह दे दी थी, पर अब तक लिखित मंजूरी नहीं मिल पाई है जिसके कारण बचा काम प्रारंभ नहीं हो रहा है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया चल रही है और उम्मीद है कि जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी और बचा काम प्रारंभ करके हास्टल का उद्घाटन कर लिया जाएगा।

बाऊंड्री के लिए 22 लाख का प्रस्ताव

खेल संचालक ने बताया कि हास्टल को सुरिक्षत रखने के लिए बाऊंडी बनाने का एक प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर करीब 22 लाख का खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि हास्टल के पास ही हॉकी, वालीबॉल और तीरंदाजी के मैदान है। यहां पर अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों से जानकारी मिली है कि सुबह और शाम के समय लोग मैदान को ओपन शौचालय के रुप में प्रयोग करने लगते हैं जिससे परेशानी होती है, ऐसे में हास्टल के लिए बाऊंड्री जरूरी है जिसका प्रस्ताव भेजा गया है।

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