मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ग्राम सुराज में इस बार रायपुर जिले के 77 गांवों से खेल मैदानों के साथ खेल सामानों की मांग आई है। सबसे ज्यादा करीब एक दर्जन क्रिकेट मैदान बनाने की मांग है। इसी के साथ क्रिकेट के सामान भी मांगे गए हैं, लेकिन क्रिकेट का सामान देने का प्रावधान खेल विभाग में नहीं है।
वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि मुख्यमंत्री के ग्राम सुराज में उनके रायपुर जिले में पहली बार गांवों से बहुत ज्यादा खेल मैदान बनाने की मांग आई है। उन्होंने बताया कि जिले के 15 विकासखंडों के कई गांवों से खेल मैदान, खेल सामान और क्रिकेट मैदान बनाने की मांग आई है। खेल मैदान बनाने के लिए जहां मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायतों को पत्र भेज दिए गए हैं, वहीं पायका योजना में गांवों को खेल सामान उपलब्ध कराने संबंधित गांवों की पंचायतों को पत्र लिख दिए गए हैं। कई गांवों से खेल सामान दिए जाने की भी जानकारी आई है। उन्होंने बताया कि हमारा विभाग क्रिकेट के सामान नहीं दे सकता है। उन्होंने बताया कि विभाग के नियमानुसार सामान उन्हीं खेल संघों को दिया जा सकता है जिन खेल संघों ने विभाग से मान्यता ली है। वैसे भी क्रिकेट संघ मान्यता नहीं लेते हैं।
उन्होंने बताया कि खेल मैदानों की मांग में सबसे ज्यादा मांग क्रिकेट मैदानों की आई है। जहां से क्रिकेट मैदानों की मांग आई है उनमें बिन्द्रानवागढ़ (गरियाबंद), मडेली, भलेरा, बोडरास रानीसागर (आरंग), सहाडा (पलारी), करहुल, खेरघट (सिमगा), बिजराडीह (भाटापारा), कुरूद (छूरा), तरीघाट (फिंगेश्वर) शामिल हैं।
वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि मुख्यमंत्री के ग्राम सुराज में उनके रायपुर जिले में पहली बार गांवों से बहुत ज्यादा खेल मैदान बनाने की मांग आई है। उन्होंने बताया कि जिले के 15 विकासखंडों के कई गांवों से खेल मैदान, खेल सामान और क्रिकेट मैदान बनाने की मांग आई है। खेल मैदान बनाने के लिए जहां मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायतों को पत्र भेज दिए गए हैं, वहीं पायका योजना में गांवों को खेल सामान उपलब्ध कराने संबंधित गांवों की पंचायतों को पत्र लिख दिए गए हैं। कई गांवों से खेल सामान दिए जाने की भी जानकारी आई है। उन्होंने बताया कि हमारा विभाग क्रिकेट के सामान नहीं दे सकता है। उन्होंने बताया कि विभाग के नियमानुसार सामान उन्हीं खेल संघों को दिया जा सकता है जिन खेल संघों ने विभाग से मान्यता ली है। वैसे भी क्रिकेट संघ मान्यता नहीं लेते हैं।
उन्होंने बताया कि खेल मैदानों की मांग में सबसे ज्यादा मांग क्रिकेट मैदानों की आई है। जहां से क्रिकेट मैदानों की मांग आई है उनमें बिन्द्रानवागढ़ (गरियाबंद), मडेली, भलेरा, बोडरास रानीसागर (आरंग), सहाडा (पलारी), करहुल, खेरघट (सिमगा), बिजराडीह (भाटापारा), कुरूद (छूरा), तरीघाट (फिंगेश्वर) शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें