अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पूजा हरगोत्रा एशियन रोप स्कीपिंग में कम से कम कांस्य पदक जीतने की उम्मीद के साथ कोरिया जा रही हैं। वहां होने वाली स्पर्धा में शामिल होने पूजा दिल्ली के लिए रवाना होंगी। पूजा को 30 सेंकेड वर्ग में पदक जीतने का भरोसा है।
दिल्ली रवाना होने से पहले पूजा ने बताया कि उन्होंने पदक जीतने के लिए पिछले दो माह से कड़ा अभ्यास किया है। उनको अभ्यास करने में जिम्नास्टिक के एनआईएस कोच भिलाई के शत्रुधन ने पूरी मदद की है। पूजा को भारतीय टीम में स्थान पाने का मौका इस साल फरवरी में दिल्ली में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के कारण मिला है। पूजा बताती हैं कि 22 जुलाई से कोरिया में होने वाली स्पर्धा में वह फ्रीस्टाइल के साथ 30 सेकेंड वर्ग, डबल और ट्रिपल अंडर के साथ तीन मिनट इंडोरेंस भी खेलेंगी। 30 सेकेंड के बारे में वह बताती हैं कि इस वर्ग में एशिया का स्वर्ण पदक का रिकॉर्ड 80 से ज्यादा स्पेट का है और वह इस समय 82 स्टेप कर लेती हैं। विश्व रिकॉर्ड के बारे में वह बताती हैं कि यह रिकॉर्ड 90 स्टेप का है। पूजा को इसके पहले विश्व जंप रोप में खेलने का मौका मिला था, तब वह पिछले साल इंग्लैंड गईं थीं। इस स्पर्धा के बारे में उनका कहना है कि वह पर उनको एक हजार से ज्यादा प्रतियोगियों के बीच में 57वां स्थान मिला था।
पूजा पूछने पर बताती हैं कि उन्होंने जंप रोप किसी कारणवश छोड़ दिया है और अब मेरा ध्यान रोप स्कीपिंग पर है। वह कहती हैं कि दोनों खेल एक ही तरह के हैं। रोप स्कीपिंग में उनको ज्यादा संभावना नजर आती है। वह बताती हैं कि यह खेल पहले से स्कूली खेलों में है और इस खेल के बहुत जल्द राष्ट्रीय खेलों में भी शामिल होने की संभावना है। पूजा ने बताया कि वह रोप स्कीपिंग की बारीकियों को समझने के लिए ही रायपुर में अक्टूबर में होने वाली रेफरी परीक्षा में शामिल होंगी। परीक्षा में शामिल होने से पहले प्रतियोगियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कोरिया जाने के लिए उनको 90 हजार का खर्च लग रहा है जिसमें से 50 हजार की राशि छत्तीसगढ़ सिख फोरम ने दी है, बाकी राशि मेरे परिजनों से दी है।
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