राजधानी के साई सेंटर में बनने वाला एथलेटिक्स ट्रेक अब आउटडोर स्टेडियम में बचे काम पूरे होने के बाद बनेगा। साई को नगर निगम द्वारा किए जा रहे कामों के पूरा होने का इंतजार है।
साई सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान कहते हैं कि हम अभी स्टेडियम में ट्रेक का निर्माण कैसे प्रारंभ कर सकते हैं, पहले निगम से हमें स्टेडियम का पजेशन तो मिल जाए। वे बताते हैं कि साई अभी एमओयू के शर्ताें के मुताबिक स्टेडियम के अधूरे कामों के पूरे होने का इंतजार कर रहा है। एमओयू में निगम को स्टेडियम का मैदान भी ठीक करके देने की बात है। अभी सीवर लाइन का काम चल रहा है।
रफीक करेंगे ट्रेक बनाने में मदद
श्री खान ने बताया कि स्टेडियम में ट्रेक बनाने में साई अंतरराष्ट्रीय वेटरन धावक मो. रफीक की मदद लेगा। उनके अनुभव का पूरा लाभ उठाया जाएगा। इसी के साथ जरूरत पड़ने पर साई से विशेषज्ञों को भी बुला सकते हैं। उन्होंने बताया कि श्री रफीक की सेवाएं खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए भी ले रहे हैं। इस समय सेंटर में एथलेटिक्स के दो बालक और दो बालिका खिलाड़ी हैं।
वालीबॉल में दो ही सीटें बचीं
वालीबॉल में अब बालिका खिलाड़ियों की दो ही सीटें बचीं हैं। चुनी गई 14 खिलाड़ियों में 10 खिलाड़ी आ गई हैं और राजनांदगांव की दो खिलाड़ियों को रखा गया है। सेंटर के प्रभारी कहते हैं कि बची दो सीटों पर लंबी खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी। शनिवार को कुछ खिलाड़ियों ने साई सेंटर में प्रवेश के लिए संपर्क किया, लेकिन यह खिलाड़ी योग्यता पर खरी नहीं उतरी इसलिए इनको नहीं रखा गया।
साई सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान कहते हैं कि हम अभी स्टेडियम में ट्रेक का निर्माण कैसे प्रारंभ कर सकते हैं, पहले निगम से हमें स्टेडियम का पजेशन तो मिल जाए। वे बताते हैं कि साई अभी एमओयू के शर्ताें के मुताबिक स्टेडियम के अधूरे कामों के पूरे होने का इंतजार कर रहा है। एमओयू में निगम को स्टेडियम का मैदान भी ठीक करके देने की बात है। अभी सीवर लाइन का काम चल रहा है।
रफीक करेंगे ट्रेक बनाने में मदद
श्री खान ने बताया कि स्टेडियम में ट्रेक बनाने में साई अंतरराष्ट्रीय वेटरन धावक मो. रफीक की मदद लेगा। उनके अनुभव का पूरा लाभ उठाया जाएगा। इसी के साथ जरूरत पड़ने पर साई से विशेषज्ञों को भी बुला सकते हैं। उन्होंने बताया कि श्री रफीक की सेवाएं खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए भी ले रहे हैं। इस समय सेंटर में एथलेटिक्स के दो बालक और दो बालिका खिलाड़ी हैं।
वालीबॉल में दो ही सीटें बचीं
वालीबॉल में अब बालिका खिलाड़ियों की दो ही सीटें बचीं हैं। चुनी गई 14 खिलाड़ियों में 10 खिलाड़ी आ गई हैं और राजनांदगांव की दो खिलाड़ियों को रखा गया है। सेंटर के प्रभारी कहते हैं कि बची दो सीटों पर लंबी खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी। शनिवार को कुछ खिलाड़ियों ने साई सेंटर में प्रवेश के लिए संपर्क किया, लेकिन यह खिलाड़ी योग्यता पर खरी नहीं उतरी इसलिए इनको नहीं रखा गया।
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