37वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी में तेजी लाने के निर्देश खेलमंत्री लता उसेंडी ने गुरुवार को खेल सचिव और खेल संचालक को दिए। राष्ट्रीय खेल सचिवालय के सेटअप में मंजूर पदों पर एक माह के अंदर नियुक्ति करने के लिए भी कहा गया। खेल संघों और उद्योगों की बैठक भी जल्द कराने की बात कही गई है।
खेलमंत्री लता उसेंडी ने में कैबेनिट की बैठक के ठीक बाद खेल सचिव सुब्रत साहू और खेल संचालक जीपी सिंह से लंबी चर्चा की। इस चर्चा में मुख्य रुप से राष्ट्रीय खेलों की तैयारी पर जोर दिया गया। राष्ट्रीय खेल सचिवालय के लिए मंजूर किए गए सेटअप के पदों पर जल्द से जल्द प्रतिनियुक्ति करने की बात खेलमंत्री ने कहीं ताकि तैयारी में ंतेजी आ सके। उन्होंने खेल संघों की उद्योगों के साथ जल्द बैठक करने के लिए कहा है। इस बैठक में खेलमंत्री स्वयं उपस्थित रहेंगी। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा राज्य के 32 खेल संघों को उद्योगों को गोद दिलाए जाने के बाद भी कई उद्योग इस दिशा में गंभीर नहीं हैं। इस बात की शिकायत खेलमंत्री तक पहुंची है। खेलमंत्री ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उद्योगों के साथ खेल संघों की बैठक बुलाने कहा है ताकि समस्याओं को दूर किया जा सके।
हास्टल के लिए 13 लाख मंजूर
साइंस कॉलेज मैदान में बनाए गए हास्टल का पजेशन खेल विभाग को इंटीरियल के काम के कारण नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में खेलमंत्री ने इसके लिए अघोसंरचना मद से 13 लाख की राशि मंजूर कर दी है ताकि हास्टल को जल्द पूरा किया जा सके। हास्टल के साथ साइंस कॉलेज मैदान में बनने वाली तीन खेलों तीरंदाजी, हॉकी और स्क्वैश की अकादमियों पर भी चर्चा की गई। इन अकादमियों को लेकर कहां दिक्कतें आ रही हैं, उनको दूर करने कहा गया। इस बार दिल्ली में फिक्की के साथ मिलकर एक सेमिनार में छत्तीसगढ़ की भागीदारी पर भी चर्चा की गई। पिछले साल हरियाणा ने फिक्की के साथ मिलकर काम किया था। इस सेमिनार में देश-विदेश के खेलों की एक प्रदर्शनी भी लगती है जिससे खेलों के विकास में मदद मिलती है। खेलमंत्री ने खेल संघों के साथ खेल विभाग द्वारा किए जा रहे संयुक्त तत्वावधान के लिए नियम बनाने के लिए भी कहा। विभाग ने यह आयोजन बंद कर दिया है। आयोजन बंद होने से खेल संघ परेशान हैं और लगातार खेलमंत्री ने इन आयोजनों को फिर से प्रारंभ करने की मांग की जा रही है। बैठक में खेलमंत्री ने पायका की प्रगति की भी जानकारी ली।
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