पायका की गुरुवार को होने वाली समीक्षा बैठक में अपनी नाराजगी जताने के लिए जिलों के खेल अधिकारियों (डीएसओ) ने कमर कस ली है। राज्य के 18 जिलों के डीएसओ इस बात से खफा हैं कि स्टॉफ कम होने के बाद भी संचालनालय से पायका में 26 बिंदुओं में जानकारी मांगी गई है। इस जानकारी के लिए जिलों को बमुश्किल एक सप्ताह का ही समय दिया गया था।
खेल संचालनालय में हर माह होने वाली पायका की बैठक इस बार विवादों में घिर गई है। खेल संचालक जीपी सिंह की अनुपस्थित में दूसरी बार हो रही इस बैठक को लेकर डीएसओ में भारी नाराजगी है। नाराजगी का कारण पायका के प्रभारी और उपसंचालक ओपी शर्मा का 26 बिंदुओं में जानकारी मांगना है। डीएसओ को इस बात से एतराज नहीं है कि इतने ज्यादा बिंदुओं में जानकारी क्यों मांगी गई है, बल्कि इस बात की नाराजगी है कि इतनी ज्यादा जानकारी के लिए समय बहुत कम दिया गया है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि जानकारी देने के लिए विभाग से 27 जून को पत्र भेजा और 7 जुलाई की बैठक में सारी जानकारी लाने के लिए कहा गया है। डीएसओ कहते हैं कि बिना स्टॉफ के कैसे इतनी ज्यादा जानकारी जुटा जा सकती है। जानकारी जुटाने के लिए पायका से जुडे गांवों में जाना पड़ता है और गांवों की संख्या इतनी ज्यादा है कि एक सप्ताह के समय में जानकारी जुटा पाना संभव नहीं है।
डीएसओ ने गुरुवार को होने वाली बैठक में अपनी नाराजगी से उपसंचालक को अवगत कराने की तो ठान ली है, साथ ही खेल मंत्री लता उसेंडी तक भी अपने बात पहुंचाने का विचार डीएसओ कर रहे हैं। बैठक के बाद डीएसओ खेलमंत्री से मुलाकात का प्रयास करेंगे। ऐसा न होने की स्थिति में खेल सचिव तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किए जाने की बात डीएसओ कर रहे हैं।
खेल संचालनालय में हर माह होने वाली पायका की बैठक इस बार विवादों में घिर गई है। खेल संचालक जीपी सिंह की अनुपस्थित में दूसरी बार हो रही इस बैठक को लेकर डीएसओ में भारी नाराजगी है। नाराजगी का कारण पायका के प्रभारी और उपसंचालक ओपी शर्मा का 26 बिंदुओं में जानकारी मांगना है। डीएसओ को इस बात से एतराज नहीं है कि इतने ज्यादा बिंदुओं में जानकारी क्यों मांगी गई है, बल्कि इस बात की नाराजगी है कि इतनी ज्यादा जानकारी के लिए समय बहुत कम दिया गया है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि जानकारी देने के लिए विभाग से 27 जून को पत्र भेजा और 7 जुलाई की बैठक में सारी जानकारी लाने के लिए कहा गया है। डीएसओ कहते हैं कि बिना स्टॉफ के कैसे इतनी ज्यादा जानकारी जुटा जा सकती है। जानकारी जुटाने के लिए पायका से जुडे गांवों में जाना पड़ता है और गांवों की संख्या इतनी ज्यादा है कि एक सप्ताह के समय में जानकारी जुटा पाना संभव नहीं है।
डीएसओ ने गुरुवार को होने वाली बैठक में अपनी नाराजगी से उपसंचालक को अवगत कराने की तो ठान ली है, साथ ही खेल मंत्री लता उसेंडी तक भी अपने बात पहुंचाने का विचार डीएसओ कर रहे हैं। बैठक के बाद डीएसओ खेलमंत्री से मुलाकात का प्रयास करेंगे। ऐसा न होने की स्थिति में खेल सचिव तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किए जाने की बात डीएसओ कर रहे हैं।
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