पायका योजना में जिलों के खेल अधिकारियों को एक मास्टर विजन बनाने के निर्देश खेल विभाग के उपसंचालक ओपी शर्मा ने दिए हैं। खेल भवन में हुई बैठक में पायका की जानकारी देने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए ही यह फैसला किया गया है कि अब सभी जिला खेल अधिकारी एक मास्टर विजन बनाकर रखेंगे जिसमें जानकारी दी जाएगी।
खेल भवन में हुई बैठक में 15 जिलों के खेल अधिकारी शामिल हुए। इनसे कहा गया कि पायका की ज्यादातर जानकारी के जो बिन्दु हैं, वो हमेशा एक से होते हैं। ऐसे में बार-बार इसके बारे में जानकारी बनाने में परेशानी होती है। इसलिए अब ऐसा किया जाए कि सभी खेल अधिकारी एक मास्टर विजन तय करके अपने कंप्यूटरों में रखे लें और जब भी जानकारी मांगी जाए तो उसी फार्मेट में जानकारी भरकर भेज देें। इससे समय भी बचेगा और जानकारियों के बारे में सबको याद भी रहेगा।
खेल अधिकारियों को पायका के साथ मास्टर विजन का उपयोग खेल विभाग द्वारा करवाई जाने वाली स्पर्धाएं जिनमें महिला खेल, राज्य स्कूली खेल, युवा उत्सव और मैराथन में करने के लिए कहा गया। बैठक में पायका की स्पर्धाओं का कैलेंडर बनाने, राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची बनाने, पिछले साल पायका में पुरस्कृत खिलाड़ियों की सूची बनाने, खेल आयोजन कराने में सक्षम प्रबंधकों की सूची बनाने, राज्य स्तरीय स्पर्धा की मेजबानी के प्रस्ताव देने, मनरेगा में गांवों में मैदान बनाने, मास्टर टेÑनिंग में भेजने वालों की सूची बनाने, 2011-12 में जिला स्पर्धाओं के व्यय का प्रस्ताव भेजने, ब्लाक स्तरीय स्पर्धाओं के लिए खेलों का चयन, चिहिंत गांवों में समिति बनाने आदि मुद्दों पर भी चर्चा हुई। खेल अधिकारियों को खेलवृत्ति और नकद राशि पुरस्कार की सूची जिलों ही बनाने के लिए भी कहा गया है।
खेल भवन में हुई बैठक में 15 जिलों के खेल अधिकारी शामिल हुए। इनसे कहा गया कि पायका की ज्यादातर जानकारी के जो बिन्दु हैं, वो हमेशा एक से होते हैं। ऐसे में बार-बार इसके बारे में जानकारी बनाने में परेशानी होती है। इसलिए अब ऐसा किया जाए कि सभी खेल अधिकारी एक मास्टर विजन तय करके अपने कंप्यूटरों में रखे लें और जब भी जानकारी मांगी जाए तो उसी फार्मेट में जानकारी भरकर भेज देें। इससे समय भी बचेगा और जानकारियों के बारे में सबको याद भी रहेगा।
खेल अधिकारियों को पायका के साथ मास्टर विजन का उपयोग खेल विभाग द्वारा करवाई जाने वाली स्पर्धाएं जिनमें महिला खेल, राज्य स्कूली खेल, युवा उत्सव और मैराथन में करने के लिए कहा गया। बैठक में पायका की स्पर्धाओं का कैलेंडर बनाने, राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची बनाने, पिछले साल पायका में पुरस्कृत खिलाड़ियों की सूची बनाने, खेल आयोजन कराने में सक्षम प्रबंधकों की सूची बनाने, राज्य स्तरीय स्पर्धा की मेजबानी के प्रस्ताव देने, मनरेगा में गांवों में मैदान बनाने, मास्टर टेÑनिंग में भेजने वालों की सूची बनाने, 2011-12 में जिला स्पर्धाओं के व्यय का प्रस्ताव भेजने, ब्लाक स्तरीय स्पर्धाओं के लिए खेलों का चयन, चिहिंत गांवों में समिति बनाने आदि मुद्दों पर भी चर्चा हुई। खेल अधिकारियों को खेलवृत्ति और नकद राशि पुरस्कार की सूची जिलों ही बनाने के लिए भी कहा गया है।
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