राजधानी में साई सेंटर का प्रारंभ 6 जून से हो रहा है। सात खेलों के सेंटर के लिए बोर्डिंग वाले खिलाड़ी 5 जून से आने लगेंगे। डे-बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को सीधे 6 जून को आने कहा गया है। आउटडोर स्टेडियम के कमरों को तैयार करने का काम निगम ने प्रारंभ तो कर दिया है, पर सीवर लाइन के ठीन न होने के कारण अब खिलाड़ियों को ठहराने की व्यवस्था इंडोर में की जाएगी, इसके लिए निगम आयुक्त ने सहमति भी दे दी है।
दस साल के लंबे इंतजार के बाद अंतत: अब रायपुर में साई सेंटर प्रारंभ हो रहा है। वैसे सेंटर पर अब भी संकट मंडरा रहा है, लेकिन यह संकट बड़ा नहीं है, इसे साई और निगम दूर करने में लगे हैं। सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने बताया कि बोर्डिंग के लिए जिन खिलाड़ियों के नाम तय किए गए हैं, वे खिलाड़ी 5 जून से आएंगे। डे-बोर्डिंग में चूंकि राजधानी के ही खिलाड़ी रखे गए हैं, ऐसे में उनको सीधे 6 जून की सुबह ही आने के लिए कहा गया है। मूल्यांकन शिविर के बारे में उन्होंने बताया कि हर खेल के विशेषज्ञ आ चुके हैं, ये खिलाड़ियों का मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन शिविर में पहले दिन सुबह से खिलाड़ियों के मूल प्रमाणपत्रों की जांच होगी। शाम को सभी खिलाड़ियों को मूल्यांकन शिविर के बारे में जानकारी दी जाएगी और फिर सात जून से प्रांरभ होगा हर खिलाड़ी का मूल्यांकन। मूल्यांकन शिविर के मुख्य मकसद के बारे में श्री खान ने बताया कि भूलवश अगर चयन ट्रायल में किसी गलत खिलाड़ी का चयन हो गया होगा तो उसकी पहचान इस शिविर में करके उनसे बाहर कर दिया जाएगा।
इधर आउटडोर स्टेडियम में शनिवार को निगम के कर्मचारियों ने काम प्रारंभ कर दिया। लेट-बाथ में पानी तो आने लगा है, लेकिन उसकी सीवर लाइन अब भी चोक है। इसे ठीक करने में अभी कम से कम एक सप्ताह लगने की बात निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा कर रहे हैं। ऐसे में यह तय है कि अब मूल्यांकन शिविर के लिए आने वाले बोर्डिंग के खिलाड़ियों को इंडोर के कमरों में ठहरा जाएगा, इसके लिए निगम के आयुक्त राजेश टोपो ने सहमति भी दे दी है। आउटडोर स्टेडियम में पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है, इसके बारे में सेंटर के प्रभारी ने बताया कि निगम की मदद से टेंकर से इसकी कमी को फिलहाल पूरा किया जाएगा। बोर्डिंग के खिलाड़ियों के लिए खाना बनाने वाली मेस की टीम शनिवार को भोपाल से रायपुर पहुंची है और उसने मेस का काम प्रारंभ कर दिया है।
दस साल के लंबे इंतजार के बाद अंतत: अब रायपुर में साई सेंटर प्रारंभ हो रहा है। वैसे सेंटर पर अब भी संकट मंडरा रहा है, लेकिन यह संकट बड़ा नहीं है, इसे साई और निगम दूर करने में लगे हैं। सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने बताया कि बोर्डिंग के लिए जिन खिलाड़ियों के नाम तय किए गए हैं, वे खिलाड़ी 5 जून से आएंगे। डे-बोर्डिंग में चूंकि राजधानी के ही खिलाड़ी रखे गए हैं, ऐसे में उनको सीधे 6 जून की सुबह ही आने के लिए कहा गया है। मूल्यांकन शिविर के बारे में उन्होंने बताया कि हर खेल के विशेषज्ञ आ चुके हैं, ये खिलाड़ियों का मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन शिविर में पहले दिन सुबह से खिलाड़ियों के मूल प्रमाणपत्रों की जांच होगी। शाम को सभी खिलाड़ियों को मूल्यांकन शिविर के बारे में जानकारी दी जाएगी और फिर सात जून से प्रांरभ होगा हर खिलाड़ी का मूल्यांकन। मूल्यांकन शिविर के मुख्य मकसद के बारे में श्री खान ने बताया कि भूलवश अगर चयन ट्रायल में किसी गलत खिलाड़ी का चयन हो गया होगा तो उसकी पहचान इस शिविर में करके उनसे बाहर कर दिया जाएगा।
इधर आउटडोर स्टेडियम में शनिवार को निगम के कर्मचारियों ने काम प्रारंभ कर दिया। लेट-बाथ में पानी तो आने लगा है, लेकिन उसकी सीवर लाइन अब भी चोक है। इसे ठीक करने में अभी कम से कम एक सप्ताह लगने की बात निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा कर रहे हैं। ऐसे में यह तय है कि अब मूल्यांकन शिविर के लिए आने वाले बोर्डिंग के खिलाड़ियों को इंडोर के कमरों में ठहरा जाएगा, इसके लिए निगम के आयुक्त राजेश टोपो ने सहमति भी दे दी है। आउटडोर स्टेडियम में पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है, इसके बारे में सेंटर के प्रभारी ने बताया कि निगम की मदद से टेंकर से इसकी कमी को फिलहाल पूरा किया जाएगा। बोर्डिंग के खिलाड़ियों के लिए खाना बनाने वाली मेस की टीम शनिवार को भोपाल से रायपुर पहुंची है और उसने मेस का काम प्रारंभ कर दिया है।
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