छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी के रुप में ओलंपिक दौड़ का ऐतिहासिक आयोजन कर रहे हैं। इस दौड़ के बाद भी ऐसे आयोजन लगातार करेंगे जिससे प्रदेश के खेल संघों में एकजुटता बनी रहे और जब छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय खेल हों तो वे ऐसे ऐतिहासिक और यादगार हों जिसे कोई न भूल पाए।
ये बातें ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने कहीं। उन्होंने कहा कि संघ के अध्यक्ष मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेल ऐतिहासिक और यादगार हों। ऐसे में हमने खेल संघों को एकजुट करने ही ओलंपिक दिवस पर 23 जून को होने वाली दौड़ को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की है। दौड़ के लिए सभी खेल संघ जुटे हुए हैं।
रचेंगे इतिहास दौड़ेंगे साथ
श्री भाटिया ने बताया कि ओलंपिक दौड़ के लिए संघ ने स्लोगन दिया है रचेंगे इतिहास दौड़ेंगे साथ। इस ऐतिहासिक दौड़ में पूरे प्रदेश के 700 से ज्यादा छोटे-बड़े धावक तो शामिल होंगे ही, साथ ही छत्तीसगढ़ फिल्मों के कलाकार, सामाजिक संस्थों से जुड़े लोग, राजनेता, अफसर हर क्षेत्र से जुड़े लोग एक साथ दौड़ेंगे। 21 जून की शाम तक 400 से ज्यादा धावकों ने पंजीयन करवा लिया है। उन्होंने बताया कि जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों के साथ बुजुर्ग महिला और पुरुष धावकों के लिए भी विशेष पुरस्कार है। श्री भाटिया ने बताया कि दौड़ में एक बड़ा फ्लैग 12 गुणा 8 मीटर का बनाया जा रहा है, इसमें सभी के हस्ताक्षर लिए जाएंगे।
पदक विजेता तैयार करेंगे
श्री भाटिया ने पूछने पर बताया कि छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय खेलों में हम किसी भी कीमत पर दूसरे राज्यों से खिलाड़ी आयात करने के पक्ष में नहीं हैं। संघ के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से बात हुई है, प्रदेश के हर खेल के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के भारतीय कोच बुलाए जाएंगे। हमने खिलाड़ियों को ए, बी और सी वर्ग में बांटा है। खेल संघों से कहा गया है कि वे अपने खिलाड़ियों की सूची दें। एक बार खेल संघों से कहने के बाद कुछ ही खेल संघों ने जानकारी दी है, अब उनको एक माह का समय दिया गया है कि वे निर्धारित समय में जानकारी दें। संघों से जानकारी मिलने के बाद योजना बनाई जाएगी किस खेल में किस तरह के प्रशिक्षकों और साधनों की जरुरत है।
पंजीयन कराने उमड़े खिलाड़ी
ओलंपिक दौड़ में जैसे ही रवीना टंडन के आने की खबर मिली तो प्रदेश ओलंपिक संघ के कटोरा तालाब के कार्यालय में सुबह से ही खिलाड़ी पंजीयन कराने उमड़ पड़े। मंगलवार शाम तक 400 से ज्यादा खिलाड़ियों ने पंजीयन करवा लिया है। संघ के कोषाध्यक्ष विष्णु श्रीवास्तव ने बताया कि फोन से दूसरे जिलों से जानकारी आ रही है। बस्तर से करीब 30 धावक और दल्ली राजहरा से 50 धावकों ने पंजीयन करवाया है। बाहर से आने वाले खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था की गई है।
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