राजधानी रायपुर में साई सेंटर का प्रारंभ तो हो गया है, लेकिन सेंटर परेशानियों के भंवर में फंसा हुआ है। एक तरफ हास्टल के खिलाड़ी सीवर लाइन के चोक होने से परेशान हैं, दो दूसरी तरफ खिलाड़ियों को उधार के मैदान में अभ्यास करने मजबूर होना पड़ रहा है। साई को निगम ने इंडोर अभ्यास के लिए देने की बात कही थी, लेकिन अब तक निगम से इंडोर में अभ्यास के लिए मंजूरी नहीं मिल सकी है। सेंटर की समस्याओं को लेकर सेंटर के प्रभारी पिछले तीन दिनों से निगम आयुक्त से मुलाकात का प्रयास कर रहे हैं पर उनसे मुलाकात नहीं हो पा रही है।
रायपुर के साई सेंटर में सात खेलों का प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ किया गया है। इन खेलों में से दो खेलों फुटबॉल और जूडो का ही प्रशिक्षण सेंटर के आउटडोर स्टेडियम में दिया जा रहा है, बाकी खेलों के लिए उधार के मैदानों का सहारा लेना पड़ रहा है। वालीबॉल के लिए खिलाड़ियों को पुलिस लाइन के मैदान, बैडमिंटन के लिए सप्रे स्कूल के बैडमिंटन हॉल और भारोत्तोलन के लिए नेताजी स्टेडियम जाना पड़ रहा है। एथलेटिक्स का मैदान तो कहीं भी उपलब्ध नहीं है। वैसे भी इस खेल के लिए दो ही खिलाड़ियों का चयन हुआ है और इनको भोपाल के सेंटर भेजने का प्रयास चल रहा है।
सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने बताया कि साई सेंटर के प्रारंभ होने से पहले ही निगम के पूर्व आयुक्त ओपी चौधरी से इस बारे में बात हुई थी तो उन्होंने अभ्यास के लिए सुबह और शाम के सत्र में इंडोर स्टेडियम देने की बात की थी। उनके जाने के बाद नए आयुक्त आए हैं, उनको भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक आरके नायडु पत्र लिख चुके हैं कि अभ्यास के लिए इंडोर स्टेडियम उपलब्ध कराया जाए। श्री खान ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से निगम आयुक्त से मिलने का प्रयास कर रहे हैं, पर उनकी व्यस्तता के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो पा रही है। निगम आयुक्त के मिलने पर उनके सामने जहां इंडोर स्टेडियम की मांग रखी जाएगी, वहीं आउटडोर स्टेडियम के हास्टल में हो रही परेशानियों से भी उनको अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंडोर स्टेडियम मिलने पर वहां बैडमिंटन और वालीबॉल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। भारोत्तोलन का प्रशिक्षण भोपाल से सामान आने पर आउटडोर स्टेडियम में ही दिया जाएगा।
चैंबरों में पानी निकासी का रास्ता ही नहीं
हास्टल के खिलाड़ियों की परेशानियों को देखते हुए एक खेल संघ के पदाधिकारियों और खिलाड़ियों ने सीवर लाइन को ठीक करने का प्रयास किया था। उनके प्रयास से चैंबरों में पड़ा भारी मात्रा में कचरा तो साफ कर लिया गया है, लेकिन इसी के साथ एक बात यह सामने आई है कि सीवर लाइन के चैंबरों से पानी निकासी का रास्ता ही नहीं है जिसके कारण गंदा पानी वापस हो रहा है और लेट-बाथ चोक हो जा रहे हैं। सेंटर के प्र्रभारी निगम आयुक्त को इस बात से भी अवगत कराएंगे और उनसे इस समस्या का समाधान करने की मांग करेंगे।
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