साई सेंटर के मूल्यांकन शिविर में सूचना के अभाव में आधे खिलाड़ी ही आ पाए हैं। इन खिलाड़ियों में से भी ज्यादातर को डाक से सूचना नहीं मिल पाई, जिसके कारण वे प्रमाणपत्रों के बिना ही पहुंचे हैं, बोर्डिंग के खिलाड़ियों को चार दिन और डे बोर्डिंग के खिलाड़ियों को दो दिन का समय मूल प्रमाणपत्र लाने के लिए दिया गया है। खिलाड़ियों को सूचना न मिलने का कारण सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने डाक विभाग को बताया है। 25 मई को भेजे गए पत्र छत्तीसगढ़ के आस-पास के खिलाड़ियों को नहीं मिल सके हैं।
राजधानी के साई सेंटर में सुबह से बोर्डिंग और डे बोर्डिंग वाले खिलाड़ी जुटे। खिलाड़ियों से जब उनके मूल प्रमाणपत्र मांगे गए तो इस बात का खुलासा हुआ कि ज्यादातर खिलाड़ी प्रमाणपत्र लेकर आए ही नहीं हैं। कारण जानने पर मालूम हुआ कि किसी भी खिलाड़ी को इस बात का पत्र ही नहीं मिला था कि उनको क्या-क्या लाना है। खिलाड़ियों ने बताया कि वे तो अखबारों में प्रकाशित खबरों से जानकारी होने पर आए हैं। सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने हैरानी जताई कि 25 मई को सभी को पत्र भेजे दिए गए थे, फिर कैसे उनको पत्र नहीं मिले। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में तो खिलाड़ियों को पत्र मिलने की उनके पास सूचना है, लेकिन छत्तीसगढ़ के आस-पास के जिलों में खिलाड़ियों को कैसे पत्र नहीं मिल, यह बात समझ से परे हैं।
प्रमाणपत्र जमा करने दिया समय
जब खिलाड़ियों से इस बात का पता चला कि उनको पत्र ही नहीं मिले हैं, तब यह बात समझ आई कि 119 खिलाड़ियों का चयन हुआ है और आए सिर्फ 53 खिलाड़ी हैं। ऐसे में जहां उपस्थित खिलाड़ियों को फिर से पत्र दिए गए, वहीं जो खिलाड़ी नहीं आए हैं, उनको फिर सूचना भेजी जा रही है। खिलाड़ियों को मूल प्रमाणपत्र जमा करने के लिए समय दिया गया है। बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को अपने परिजनों से संपर्क करके चार दिनों और डे-बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को दो दिनों में प्रमाणपत्र जमा करने कहा गया है।
किस खेल में कितने खिलाड़ी
सात खेलों के सेंटर में जहां एथलेटिक्स के एकमात्र खिलाड़ी भिलाई के आए हैं, वहीं उप्र के चुने गए दो खिलाड़ी अभी नहीं पहुंचे हैं। भारोत्तोलन का एक भी खिलाड़ी नहीं पहुंचा है। फुटबॉल में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों का चयन हुआ है। बोर्डिंग ने लिए चुने गए 22 में से 16 खिलाड़ी और डे-बोर्डिंग के लिए चुने गए 10 में से 4 खिलाड़ी आए हैं। इसी तरह से वालीबॉल में बोर्डिंग और डे-बोर्डिंग में 13-13 खिलाड़ी चुने गए थे, इनमें से 8-8 खिलाड़ी, जूडो में बोर्डिंग में 9 और डे-बोर्डिंग में 10 का चयन हुआ था, इनमें से 6-6 आए हैं। बैडमिंटन के डे-बोर्डिंग में सात का चयन हुआ था, इनमें से पांच आए हैं। कैनाइंग कयाकिंग ही ऐसा खेल है जिसमें डे-बोर्डिंग के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों में से सभी आए हैं। इनमे 11 बालक और 4 बालिका खिलाड़ी हैं।
आज से होगा खिलाड़ियों का मूल्यांकन
मूल्यांकन शिविर के पहले दिन खिलाड़ियों शाम को खिलाड़ियों से वार्मअप करवाया गया। अब 7 जून से खिलाड़ियों का मूल्यांकन प्रारंभ होगा। बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को सुबह 6 बजे आने कहा गया है। खिलाड़ियों का मूल्यांकन करने का काम जूडो में नरेन्द्र कम्बोज, फुटबॉल में स्नप्निश पाठक, विक्रम दस्तीदार, वालीबॉल में अजीत कुट्टन, बैडमिंटन में शाहनवाज खान, और कयाकिंग में नवीन साहू करेंगे।
राजधानी के साई सेंटर में सुबह से बोर्डिंग और डे बोर्डिंग वाले खिलाड़ी जुटे। खिलाड़ियों से जब उनके मूल प्रमाणपत्र मांगे गए तो इस बात का खुलासा हुआ कि ज्यादातर खिलाड़ी प्रमाणपत्र लेकर आए ही नहीं हैं। कारण जानने पर मालूम हुआ कि किसी भी खिलाड़ी को इस बात का पत्र ही नहीं मिला था कि उनको क्या-क्या लाना है। खिलाड़ियों ने बताया कि वे तो अखबारों में प्रकाशित खबरों से जानकारी होने पर आए हैं। सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान ने हैरानी जताई कि 25 मई को सभी को पत्र भेजे दिए गए थे, फिर कैसे उनको पत्र नहीं मिले। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में तो खिलाड़ियों को पत्र मिलने की उनके पास सूचना है, लेकिन छत्तीसगढ़ के आस-पास के जिलों में खिलाड़ियों को कैसे पत्र नहीं मिल, यह बात समझ से परे हैं।
प्रमाणपत्र जमा करने दिया समय
जब खिलाड़ियों से इस बात का पता चला कि उनको पत्र ही नहीं मिले हैं, तब यह बात समझ आई कि 119 खिलाड़ियों का चयन हुआ है और आए सिर्फ 53 खिलाड़ी हैं। ऐसे में जहां उपस्थित खिलाड़ियों को फिर से पत्र दिए गए, वहीं जो खिलाड़ी नहीं आए हैं, उनको फिर सूचना भेजी जा रही है। खिलाड़ियों को मूल प्रमाणपत्र जमा करने के लिए समय दिया गया है। बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को अपने परिजनों से संपर्क करके चार दिनों और डे-बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को दो दिनों में प्रमाणपत्र जमा करने कहा गया है।
किस खेल में कितने खिलाड़ी
सात खेलों के सेंटर में जहां एथलेटिक्स के एकमात्र खिलाड़ी भिलाई के आए हैं, वहीं उप्र के चुने गए दो खिलाड़ी अभी नहीं पहुंचे हैं। भारोत्तोलन का एक भी खिलाड़ी नहीं पहुंचा है। फुटबॉल में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों का चयन हुआ है। बोर्डिंग ने लिए चुने गए 22 में से 16 खिलाड़ी और डे-बोर्डिंग के लिए चुने गए 10 में से 4 खिलाड़ी आए हैं। इसी तरह से वालीबॉल में बोर्डिंग और डे-बोर्डिंग में 13-13 खिलाड़ी चुने गए थे, इनमें से 8-8 खिलाड़ी, जूडो में बोर्डिंग में 9 और डे-बोर्डिंग में 10 का चयन हुआ था, इनमें से 6-6 आए हैं। बैडमिंटन के डे-बोर्डिंग में सात का चयन हुआ था, इनमें से पांच आए हैं। कैनाइंग कयाकिंग ही ऐसा खेल है जिसमें डे-बोर्डिंग के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों में से सभी आए हैं। इनमे 11 बालक और 4 बालिका खिलाड़ी हैं।
आज से होगा खिलाड़ियों का मूल्यांकन
मूल्यांकन शिविर के पहले दिन खिलाड़ियों शाम को खिलाड़ियों से वार्मअप करवाया गया। अब 7 जून से खिलाड़ियों का मूल्यांकन प्रारंभ होगा। बोर्डिंग वाले खिलाड़ियों को सुबह 6 बजे आने कहा गया है। खिलाड़ियों का मूल्यांकन करने का काम जूडो में नरेन्द्र कम्बोज, फुटबॉल में स्नप्निश पाठक, विक्रम दस्तीदार, वालीबॉल में अजीत कुट्टन, बैडमिंटन में शाहनवाज खान, और कयाकिंग में नवीन साहू करेंगे।
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