शनिवार, 30 अप्रैल 2011

पीटीआई को बनाएंगे खेल विशेषज्ञ

प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा पीटीआई को खेल विशेषज्ञ बनाने की दिशा में खेल विभाग काम कर रहा है। इनके खेल विशेषज्ञ बनने से ही छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाड़ी तैयार में मदद मिलेगी। पहले चरण में भोपाल में होने वाले पांच खेलों के प्रमाणपत्र कोर्स के लिए 70 पीटीआई और खेल से जुड़े लोगों को भेजा जाएगा। इसके बाद लगातार पीटीआई को कोर्स करवाने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
यह जानकारी यहां पर आदिम जाति कल्याण विभाग के पीटीआई की बैठक में खेल संचालक जीपी सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है कि पीटीआई बीपीएड और एमपीएड करने वाले होते हैं। लेकिन यह डिप्लोमा लेने से कोई खेल विशेषज्ञ नहीं हो सकता है। ऐसे में जबकि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में 37वें राष्ट्रीय खेल होने हैं और खेल विभाग को यह मालूम है कि अपने राज्य में प्रशिक्षकों की कमी है, तो विभाग ने तय किया है कि शुरुआती दौर में प्रशिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए साई का छह सप्ताह का प्रमाणपत्र कोर्स करवाने पीटीआई को भेजा जाए। भोपाल के क्षेत्रीय सेंटर में पांच खेलों हॉकी, जिम्नास्टिक, हैंडबॉल, कबड्डी और भारोत्तोलन का कोर्स 17 मई से होने वाला है। छत्तीसगढ़ को इस कोर्स में साई ने 70 का कोटा दिया है। इस कोर्स को करने में रुचि रखने वालों में आदिमजाति कल्याण विभाग के पीटीआई ने ज्यादा रुचि दिखाई है और आप लोगों के विभाग से 56 नाम आए हैं। वैसे मुझे यहां की उपस्थित देखकर भी लग रहा है कि आप लोगों की रुचि इस कोर्स में ज्यादा है। मुझे बताया गया है कि यहां पर 180 पीटीआई आए हैं। खेल संचालक ने पीटीआई को पायका के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि इसमें भी आप लोगों की मदद की जरूरत है, क्योंकि पायका की नींव भी स्कूलों से प्रारंभ होती है। खेल संचालक ने बताया कि हम पायका से जुड़े 20 खेलों के प्रशिक्षक पहले तैयार करेंगे। इसके लिए साई के हर सेंटर में हम यहां के लोगों को कोर्स करने भेंजेगे।
आदिम जाति कल्याण विभाग के राज्य खेल अधिकारी चन्द्रनाथ बाजपेयी ने बताया कि प्रदेश में विभाग के 13 खेल परिसर हैं जिनमें से 8 बालकों के हैं। इसके हर परिसर में 8 पीटीआई हैं। बालिकाओं के पांच खेल परिसर हैं जिनमें हर परिसर में 9 पीटीआई हैं। इसी के साथ विभाग के स्कूलों में भी पीटीआई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा विभाग प्रदेश में होने वाले राष्ट्रीय ्नखेलों में खिलाड़ी तैयार में सहभागी बनना चाहता है। हमारे विभाग के सभी पीटीआई प्रशिक्षक का कोर्स करने के इच्छुक हैं।



तराशे जाएंगे तीरंदाज

राजधानी के तीरंदाजों को तराशने का काम साइंस कॉलेज के मैदान में किया जाएगा। खेल विभाग में नियुक्त एनआईएस कोच टेकलाल कुर्रे खिलाड़ियों को नियमित प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण के लिए विभाग ने सारे सामान खरीद लिए हैं। खिलाड़ियों की संख्या बढ़ने पर और सामना मंगाने की बात खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं। फिलहाल 43 सेट विभाग ने लिए हैं, जिसमें इंडियन राऊंड के 40 सेट हैं।
खेल विभाग में एनआईएस कोच की नियुक्ति के बाद से ही ऐसा प्रयास चल रहा था कि विभाग अपना एक नियमित प्रशिक्षण केन्द्र प्रारंभ करे जिसमें खिलाड़ियों को तराशा जाए। विभाग ने इसी मंशा के अनुरुप तीरंदाजी के सामानों की खरीदी की है। इसके बारे में कोच टेकलाल कुर्रे ने बताया कि विभाग ने मिनी, सब जूनियर, जूनियर और सीनियरों के 10-10 सेट तीर और धनुष के लिए हैं। इसी के साथ रिकर्व के दो और कपाऊंड का एक सेट है। रिकर्व और कपाऊंड के सेट बहुत ज्यादा महंगे आते हैं। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को शुरुआत में इंडियन राऊंड के सेट से ही अभ्यास करवाया जाता है। वैसे तो इंडियन राऊंड ओलंपिक में नहीं है, लेकिन रिकर्व या कपाऊंड से खिलाड़ी सीधे शुरुआत नहीं कर पाते हैं। इस राऊंड के तीर-धनुष वजनदार होने के साथ बहुत ज्यादा तकनीकी होते हैं। ये आधुनिक तीर-धनुष हैं। इनका उपयोग ज्यादातर सीनियर खिलाड़ी ही करते हैं। पूछने पर श्री कुर्रे ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर का समय सुबह को 6 से 9 और शाम को 4 से 7 बजे रखा गया है। उन्होंने बताया कि वतर्मान में उनके पास दस खिलाड़ी हैं जिनसे वे प्रशिक्षण की शुरुआत करेंगे। आगे जैसे-जैसे खिलाड़ियों को मालूम होगा वे आने लगेंगे।
आगे अकादमी की योजना है
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि विभाग की आगे अकादमी की योजना है। विभाग ने इसका प्रस्ताव शासन को भेजा है। जब तक अकादमी को मंजूरी मिले, तब तक विभाग ने सोचा कि एनआईएस कोच का उपयोग किया जाए और इसी मंशा को ध्यान में रखते हुए नियमित प्रशिक्षण केन्द्र प्रारंभ किया जा रहा है। केन्द्र के लिए 43 सेट उपलब्ध हैं, अगर खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा होगा तो तत्काल और सेट मंगवा लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेल हैं जिसके लिए खिलाड़ी तैयार करने हैं।

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2011

बालकों को स्वर्ण, बालिका को कांस्य

राष्ट्रीय जूनियर नेटबॉल के खिताबी मुकाबले में छत्तीसगढ़ ने कांटे के मुकाबले में चंडीगढ़ को 34-32 से मात देकर पहली बार खिताब जीता। बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ के हाथ कांस्य पदक लगा।
विजयवाड़ा में खेली जा रही स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि बालक वर्ग में जोरदार मुकाबला हुआ। निर्धारित समय तक मैच 21-21 से बराबर रहने पर अतिरिक्त समय दिया गया। इसमें मुकाबला 30-30 से बराबर हो गया। ऐसे में सडनडेथ का सहारा लेने पर छत्तीसगढ़ की टीम ने 34-32 से मैच के साथ स्वर्ण अपने नाम कर लिया। श्री शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद यह पहला मौका है जब बालक टीम ने स्वर्ण जीता है। बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ को कड़े मुकाबले में 21-19 से हार का सामना करना पड़ा। छत्तीसगढ़ को संयुक्त रुप से कांस्य पदक मिला।


छत्तीसगढ़ पहले मैच में हारा

चर्तुकोणीय तीन दिवसीय मैचों की शृंखला के पहले ही मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मेजबान टीम ने दूसरी पारी में मिली 158 रनों की चुनौती को विदर्भ ने पांच विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। इधर राजकुमार कॉलेज में खेले गए दूसरे मैच में
झारखंJustify Fullड ने केरल को 4 विकेट से मात देकर पांच अंक प्राप्त किए।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में छत्तीसगढ़ की टीम ने 204 रनों से आगे खेलना चालू किया तथा 345 रन बनाकर आॅल आउट हो गई। जिसमें प्रखर रॉय ने सर्वाधिक 167 रन बनाए। विदर्भ की ओर से गेंदबाजी में चंद्रकांत बनकर ने 4 विकेट लिए। छत्तीसगढ़ ने विदर्भ की टीम के सामने 158 रनों का लक्ष्य रखा। विदर्भ की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए। 159 रन 5 विकेट खो कर बना लिए और 5 विकेट से मैच जीत लिया। दुर्गेश मिश्रा ने 72 रन बनाए। विदर्भ को इस जीत से पांच अंक मिले।
राजकुमार कॉलेज में खेले गए दूसरे मैच में केरल ने 227 रनों से आगे खेलते हुए कुल 290 रन बनाए। अनफि न ने 103 रन एवं संतु ने 58 रनों की पारी खेली। झारखंड की ओर से गेंदबाजी में अभिषेक खरे ने 8 विकेट लिए। झारखंड की टीम ने 148 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 6 खोकर बना लिए लक्ष्य प्राप्त कर लिया और मैच 4 विकेट से लिया। पप्पू सिंह ने 36 रन बनाए। केरल की ओर से गेंदबाजी में अखिल ने 4 विकेट लिए। मैन आॅफ द मैच अभिषेक खरे रहे।


गुरुवार, 28 अप्रैल 2011

प्रखर की कप्तानी पारी से मैच में वापसी

अंडर 22 की चर्तुकोणीय शृंखला में मेजबान छत्तीसगढ़ ने कप्तान प्रखर राय की कप्तानी पारी से मैच में वापसी की। पहली पारी में 188 रनों से पिछड़ने के बाद छत्तीसगढ़ ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर 4 विकेट खोकर 204 रन बना लिए हैं। इसके पहले विदर्भ ने अक्षय की शतकीय पारी की मदद से पहली पारी में 332 रन बनाए।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में विदर्भ की टीम ने 158 रनों से आगे खेलना चालू किया और उसकी पारी 332 रन बनाकर थमी। विदर्भ के बल्लेबाज अक्षय ने 122, अपूर्व ने 63 तथा अनिरूद्ध ने 67 रनों की पारी खेली। विदर्भ ने पहली पारी में 188 रनों की बढ़त बनाई। छत्तीसगढ़ की ओर से गेंदबाजी में हरीत सिंह ने 5 विकेट तथा तीकराज सिन्हा ने 3 विकेट लिए।
188 रनों से पिछड़ने के बाद मेजबान टीम ने काफी संभलकर खेलना शुरू किया। छत्तीसगढ़ ने दूसरी पारी में दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 204 रन 4 विकेट खो कर बना लिए और 16 रनों की बढ़त ले ली है। मेजबान टीम की पारी को संवारने में सबसे अहम हाथ कप्तान प्रखर राय का रहा। वे शतक के करीब पहुंच चुके हैं और इस समय 81 रन बनाकर खेल रहे हैं। अन्य बल्लेबाजों में अतुल यादव ने 45 रन, विशाल कुशवाहा ने 48 रन बनाए। मैच का कल अंतिम दिन है। मैच का फैसला नहीं हुआ तो विदर्भ को पहली पारी में बढ़त के आधार पर जीत मिल जाएगी।
राजकुमार कॉलेज में खेल जा रहे दूसरे मैच में झारखंड ने 174 रनों से आगे खेलते हुए कुल 258 रन बनाए। बाबुल ने 63 रन एवं कुमार जबरक ने 34 रन बनाए। केरल की ओर से गेंदबाजी में दीपक तथा अखिल ने 3-3 विकेट, नियास ने 2 विकेट लिए। केरल की टीम ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में 227 रन 6 विकेट खोकर बना लिए और 84 रनों की बढ़त बना ली है। अक्षय एमके ने 67 रन बनाए। अनफ ी 66 रन तथा संतु 46 रन बनाकर खेल रहे हैं। झारखंड की ओर से गेंदबाजी में अभिषेक खरे ने 5 विकेट लिए। पहली पारी में भी अभिषेक खरे ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए थे।

गोंडवाना टेनिस पर आज चर्चा

प्रदेश लॉन टेनिस संघ की सामान्य सभा 28 अप्रैल को शाम 6 बजे यूनियन क्लब में होगा। सभा में मुख्य रूप से राष्ट्रीय गोंडवाना टेनिस को फिर से प्रारंभ करवाने पर चर्चा होगी। इसी के साथ प्रदेश के खिलाड़ियों को फिर से राष्ट्रीय स्तर के कोच से प्रशिक्षण दिलाने पर भी विचार किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया के साथ सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि संघ की सामान्य सभा का पहला अहम मुद्दा गोंडवाना राष्ट्रीय चैंपियनशिप है। इस चैंपियनशिप का आयोजन छत्तीसगढ़ बनने से पहले यूनियन क्लब द्वारा किया जाता है। इस स्पर्धा में खेलने देश के कई नामी सितारे आए हैं। अब एक बार फिर से इस स्पर्धा को प्रदेश संघ जिंदा करना चाहता है ताकि देश के नामी सितारों को यहां पर खेलते हुए नई पीढ़ी के खिलाड़ी देख सकें। श्री सिसोदिया ने बताया कि पिछले साल हमने डेविस टीम के कोच रहे अख्तर अली के साथ राष्ट्रीय कोच सुखबी सिंह को बुलाया था। एक बार फिर से हमारा प्रयास रहेगा कि किसी राष्ट्रीय कोच को बुलाया जाए ताकि प्रदेश के खिलाड़ियों को तराशा जा सके।
सचिव श्री होरा ने बताया कि सभा में पिछले साल के आय-व्यय का लेखा जोखा रखने के साथ राज्य स्पर्धाओं की मेजबानी भी तय की जाएगी। बैठक में 9 जिलों के साथ 10 मान्यता प्राप्त क्लबों के अध्यक्ष और सचिव शामिल होंगे।

छत्तीसगढ़ सेमीफाइनल में

राष्ट्रीय जूनियर नेटबॉल में छत्तीसगढ़ की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए आन्ध्र प्रदेश को एकतरफा मुकाबले में 30-9 से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।
प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि विजयवाडा में चल रही स्पर्धा में क्वार्टर फाइनल में छत्तीसगढ़ की खिलाड़ियों अंजली सरकार, प्रियंका नंदनी ने जोरजार खेल दिखाते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई। इसके पहले छत्तीसगढ़ ने अपने लीग मैचों में जम्मू कश्मीर को 19-01, राजस्थान को 14-12 से हराया था। महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ को कड़े मुकाबले में 13-10 से मात मिली थी। बालकों के वर्ग में छत्तीसगढ़ के बालकों ने लीग मैचों में उत्तराखंड को 21-0, केरला को 22-0 और दिल्ली को 22-07 से मात देकर पूल में टॉप किया था। छत्तीसगढ़ के लिए प्रतीक, पलाश और जॉन का खेल शानदार रहा।

बुधवार, 27 अप्रैल 2011

इंडिया क्लासिक का खिताब सालोमन को

दो बार भारतश्री का खिताब जीतने वाले छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने इंडिया क्लासिक शरीर सौष्ठव का खिताब भी अपने नाम कर लिया। यह पहली चैंपियनशिप है और पहला खिताब ही छत्तीसगढ़ के खाते में आया है।
कल्याण में खेली गई इस चैंपियनशिप के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में सालोमन का प्रदर्शन अच्छा रहा और उनके सामने कोई खिलाड़ी ठहर ही नहीं सका। सालोमन ने अपने प्रदर्शन से खिताब अपने नाम कर लिया। स्पर्धा में जाने से पहले सालोमन ने उम्मीद जताई थी कि वह भारतश्री की तरह यह खिताब भी अपने राज्य के नाम करने का प्रयास करेंगे, और उन्होंने ऐसा कर दिखाया।
स्पर्धा के टॉप 10 खिलाड़ी क्रमश इस प्रकार रहे पी. सालोमन (छत्तीसगढ़),अजय मेहरा (उप्र), आलवेन पाउल (कर्नाटक), वाई. निबीर सिंह (मणिपुर), शंकर (कर्नाटक), अहमद (उप्र), विलास पाटिल (महाराष्ट्र), अभिषेक पाटिल (महाराष्ट्र), रौशन फरेरा (केएसईबी), संतोष पाटिल (महाराष्ट्र)।


अरुप बसाक आ सकते हैं सिखाने

प्रदेश टेबल टेनिस संघ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अरुप बसाक को बुलाने के प्रयास में है। उनका आना तय होने पर खिलाड़ियों का चयन करके प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। इसके पूर्व रायपुर जिले के खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर सप्रे टेबल टेनिस हॉल में प्रारंभ हो रहा है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश टेबल टेनिस संघ के सचिव अमिताभ शुक्ला ने बताया कि हमारा संघ हर साल किसी न किसी राष्ट्रीय कोच या फिर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को खिलाड़ियों को तराशने के लिए बुलाने का काम करता है। इस बार हमारा प्रयास अरुप बसाक को बुलाने का चल रहा है। उनके आने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि उनके आने पर प्रदेश के सभी जिलों के खिलाड़ियों का चयन करके उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस प्रशिक्षण के पहले रायपुर जिले के खिलाड़ियों को तराशने के लिए सप्रे टेबल टेनिस हॉल में प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ किया जा रहा है। शिविर में 17 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों को ही प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिविर सुबह 6 से 8 और शाम को भी 6 से 8 बजे तक चलेगा। शिविर के मुख्य कोच राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय बैसवाड़े सहायक कोच विजय बैसवाडेÞ, सौरभ मोदी और सागर घाटगे होंगे। श्री शुक्ला ने बताया कि खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला ने एक जिम का इंतजाम किया है।

मंगलवार, 26 अप्रैल 2011

इंडिया क्लासिक का खिताब सालोमन को

दो बार भारतश्री का खिताब जीतने वाले छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने इंडिया क्लासिक शरीर सौष्ठव का खिताब भी अपने नाम कर लिया। यह पहली चैंपियनशिप है और पहला खिताब ही छत्तीसगढ़ के खाते में आया है।
कल्याण में खेली गई इस चैंपियनशिप के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में सालोमन का प्रदर्शन अच्छा रहा और उनके सामने कोई खिलाड़ी ठहर ही नहीं सका। सालोमन ने अपने प्रदर्शन से खिताब अपने नाम कर लिया। स्पर्धा में जाने से पहले सालोमन ने उम्मीद जताई थी कि वह भारतश्री की तरह यह खिताब भी अपने राज्य के नाम करने का प्रयास करेंगे, और उन्होंने ऐसा कर दिखाया।
स्पर्धा के टॉप 10 खिलाड़ी क्रमश इस प्रकार रहे पी. सालोमन (छत्तीसगढ़),अजय मेहरा (उप्र), आलवेन पाउल (कर्नाटक), वाई. निबीर सिंह (मणिपुर), शंकर (कर्नाटक), अहमद (उप्र), विलास पाटिल (महाराष्ट्र), अभिषेक पाटिल (महाराष्ट्र), रौशन फरेरा (केएसईबी), संतोष पाटिल (महाराष्ट्र)।


फुटबॉल-वालीबाल खिलाड़ियों के नाम सबसे ज्यादा

राजधानी के साई सेंटर के लिए हुए चयन ट्रायल के बाद बनी संभावित सूची में सबसे ज्यादा फुटबॉल और वालीबॉल के खिलाड़ियों के नाम है। इन दोनों खेलों में ही ज्यादा प्रतिभाएं मिलीं। बैडमिंटन और एथलेटिक्स में बहुत कम प्रतिभाएं ही नजर आर्इं। 150 के कोटे की तुलना में 174 संभावित खिलाड़ियों के नाम भोपाल भेजे गए हैं।
साई सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने बताया कि हमने यहां पर तीन दिनों तक ट्रायल करने के बाद जो सूची तैयार की है, उस संभावित सूची में सबसे ज्यादा 40 नाम फुटबाल खिलाड़ियों के हैं। इसके बाद वालीबॉल में 16 बालक और 14 बालिका खिलाड़ी बोर्डिंग और 14 बालक खिलाड़ी बोर्डिंग के लिए चुने गए हैं। अन्य खेलों में जूडो में बोर्डिंग के लिए 9 बालक और 8 बालिकाएं, डे बोर्डिंग के लिए 8 बालक और 6 बालिकाएं, कयाकिंग में 16 बालक और 4 बालिकाएं डे बार्डिंग के लिए, बैडमिंटन में 6 बालक और एक ही बालिका खिलाड़ी डे बोर्डिंग के लिए, भारोत्तोलन में 10 बालक बोर्डिंग और 6 डे बोर्डिंग के लिए, एथलेटिक्स में 12 बालिका और 4 बालकों के नाम बोर्डिंग के लिए तय किए गए हैं।
श्री खान ने बताया कि हमने सभी खेलों की सूची पात्रता के आधार पर बना दी है। इस सूची पर अंतिम मुहर भोपाल के क्षेत्रीय कार्यालय में संचालक आरके नायडु की अनुशंसा के बाद लगेगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि हम बोर्डिंग और डे बोर्डिंग में कुल 150 खिलाड़ियों का चयन करना है और संभावित सूची में 174 खिलाड़ियों के नाम है। ऐसे में तय है कि हमारा कोटा पूरा हो जाएगा।


छत्तीसगढ़ का पहला मैच विदर्भ से

चार राज्यो की अंडर 22 और अंडर 16 क्रिकेट चैंपियनशिप 26 अप्रैल से रायपुर और बिलासपुर में एक साथ प्रारंभ होगी। अंडर 22 में मेजबान छत्तीसगढ़ का मुकाबला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में विदर्भ की टीम से होगा। अंडर 16 में भी छत्तीसगढ़ का पहला मैच विदर्भ से होगा। दोनों स्पर्धाएं के लिए प्रदेश की टीमें घोषित कर दी गई हैं।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को चार राज्यों की तीन दिवसीय चैंपियनशिप की मेजबानी मिली है। इस चैंपियनशिप में अंडर 22 में मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ विदर्भ, झारखंड और केरला, अंडर 16 में छत्तीसगढ़, आन्ध्र प्रदेश मप्र और विदर्भ की टीमें शामिल हैं।
अंडर 22 में 26 से 28 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ का पहला मैच विदर्भ से और झारखंड का मैच केरला से होगा। यह मैच राजकुमार कॉलेज में खेला जाएगा। अंडर 16 में छत्तीसगढ़ का पहला मैच विदर्भ से बिलासपुर के रेलवे मैदान में और मप्र का आन्ध्र प्रदेश से रघुराज स्टेडियम बिलासपुर में होगा। 29 अप्रैल को विश्राम के बाद 30 अप्रैल से 2 मई तक अंडर 22 में छत्तीसगढ़ का मैच केरला से और विदर्भ का झारखंड से होगा। अंडर 16 में छत्तीसगढ़ का मैच मप्र से और आन्ध्र प्रदेश का विदर्भ से होगा। तीसरा मैच 4 से 6 मई को होगा। अंडर 22 में छत्तीसगढ़ का झारखंड से और केरला का विदर्भ से। अंडर 16 में छत्तीसगढ़ का आन्ध्र प्रदेश से और मप्र का विदर्भ से होगा। फाइनल मुकाबला 8 से 10 मई तक होगा।
अंडर 16 की टीम इस प्रकार है- कार्तिकेय शर्मा (कप्तान),अजय मंडल,अतुल पाल,राजन वासिंग, मो. इरफान, मो. सैफ, शाहरुख रिजवी, रितेश मिश्रा, रवि जायसवाल, नरेन्द्र कुमार, कमल द्विवेदी, अंकित दुबे, महिपाल सिंह, अमनदीप खरे, यशांक, शोमिल।
अंडर 22 टीम- प्रखर राय (कप्तान), विशाल कुशवाहा, इयान कास्टर, सतनाम सिंह, शेख वसीम, वी. नितीश राय, इमरान, प्रखर रवि, अभ्युदय कांत, अखंड प्रताप सिंह, विशाल विश्वकर्मा, सन्नी दास, हरप्रीत सिंह, पवनदीप सिंह, छबि जलक्षत्री, अतुल यादव, प्रतीक राज सिंहा।

सोमवार, 25 अप्रैल 2011

साई के लिए कड़ा मुकाबला

राजधानी के साई सेंटर में स्थान पाने के लिए आधा दर्जन खेलों में खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। सबसे ज्यादा खिलाड़ी फुटबॉल में हैं। हर खेल में खिलाड़ी भरी गर्मी में पसीना बहाते हुए इस प्रयास में हैं कि उनको साई में स्थान मिल जाए। कुल 150 खिलाड़ियों का चयन होना है। वैसे पात्र खिलाड़ी ज्यादा होने पर यह संख्या बढ़ भी सकती है।
रायपुर के अलग-अलग मैदानों में सुबह से लेकर शाम तक साई सेंटर के लिए तय खेलों में खिलाड़ियों के मुकाबले होते रहे। सबसे कड़ा मुकाबला आउटडोर स्टेडियम के फुटबॉल मैदान में देखने को मिला। जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि फुटबॉल में 115 लड़के हैं। इनके बीच सुबह के सत्र में मुकाबला करवाने के बाद शाम के सत्र में हर खिलाड़ी की स्कील, जगलिंग, हेडिंग, किक देखी गई।
जूडो में 22 बालिका और 45 बालक खिलाड़ियों के बीच मुकाबला हुआ। एनआईएस कोच नरेन्द्र कम्बोज ने बताया Justify Fullकि खिलाड़ियों की स्कील देखने के साथ खेल की बेसिक जानकारी देख रहे हैं। हेवीवेट पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। इसी के साथ सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खिलाड़ी हास्टल में रहना चाहता है या नहीं।
वालीबॉल के बारे में मो. अकरम खान ने बताया कि इसमें 77 बालक और 35 बालिका खिलाड़ी मैदान में हैं। इन खिलाड़ियों की टीमें बनाकर मैच करवाए गए और देखा गया कि किस खिलाड़ी कि बैटिंग, सर्विस, अंडरहैंड, स्मैशिंग और ब्लाक सबसे अच्छे हैं।
भारोत्तोलन में केवल बालक खिलाड़ी ही मैदान में हैं। इस खेल में महज 27 खिलाड़ी हैं, जबकि 30 खिलाड़ियों को बोर्डिंग और डे बोर्डिंग में रखना है। तेजासिंह साहू ने बताया कि खिलाड़ियों की लिफ्टिंग, स्कील, थाई पावर के लिए स्कॉट और सोलर पॉवर के लिए चिनअप करवाकर देखा गया। शाम के सत्र में खिलाड़ियों की फिटनेस देखी गर्ई। कयाकिंग में 10 खिलाड़ियों के बीच ट्रायल हुआ। यह खेल डे बोर्डिंग में शामिल है। एथलेटिक्स में दौड़, लंबी और ऊंची कूद के साथ खिलाड़ियों को परखा गया।
स्थानीय को प्राथमिकता
साई सेंटर के प्रभारी शहनवाज खान ने बताया कि ट्रायल में छत्तीसगढ़ के अलावा उप्र और हरियाणा के भी खिलाड़ी आए हैं, लेकिन पहली प्राथमिकता छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसी के साथ यह भी देखना जरूरी होगा कि स्थानीय खिलाड़ियों में वह प्रतिभा है या नहीं। अगर स्थानीय खिलाड़ी पात्र नहीं होंगे तो जरूरी दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को रखा जाएगा। उन्होंने पूछने पर कहा कि वैसे तो 150 खिलाड़ियों को रखना है, लेकिन पात्र खिलाड़ी ज्यादा होने पर संख्या बढ़ा भी सकते हैं।

रविवार, 24 अप्रैल 2011

खिलाड़ी अपने आइडियल खुद बने

पूर्व क्रिकेटर और मनोनीत विधायक बरनार्ड जोजेफ रॉडरीक्स का कहना है कि नवोदित क्रिकेटरों को किसी स्टार क्रिकेटर को अपना आइडियल बनाने की बजाए खुद को आइडियल बनाकर खेलना चाहिए।
श्री बरनार्ड ने ये बातें सेकरसा के क्रिकेट शिविर का शनिवार को उद्घाटन करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा मानना है कि खिलाड़ी अपने दम पर आगे बढ़ते हैं। आप किसी को आइडियल बनाकर कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं। अगर आप अपने को ही आइडियल समझेंगे और यह सोचेंगे कि आप ऐेसा कुछ नया करें जिससे लोग आपका अनुशरण कर सकें तो आप जरूर सफल होंगे। उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि जब हम लोग खेलते थे, तो इतनी ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं, जितनी आज हैं। उन्होंने कहा कि लगन और मेहनत करने वालों को हमेशा सफलता मिलती है।
शिविर के बारे में जानकारी देते हुए लेबल वन कोच स्वर्ण सिंह कलसी ने बताया कि शिविर में 110 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन खिलाड़ियों के उत्साह के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर जेपी यादव, संजय बांगर, हरविंदर सिंह और राजेश चौहान को बुलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।


महापौर ने दी संघ को नि:शुल्क अभ्यास की मंजूरी

इंडोर स्टेडियम में कराते खिलाड़ियों को नि:शुल्क अभ्यास करने की मंजूरी महापौर किरणमयी नायक ने दी है। अब खिलाड़ी वहां पर सुबह और शाम अभ्यास कर सकेंगे।
प्रदेश कराते संघ के अजय साहू ने बताया कि हमारे संघ के खिलाड़ी महापौर से मिले और उनसे आग्रह किया कि स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में खेल का माहौल है, ऐसे में इंडोर में खिलाड़ियों को सुबह और शाम अभ्यास करने की इजाजत दी जाए। महापौर ने खिलाड़ियों की मांग मानते हुए उनको अभ्यास के लिए मंजूरी दे दी है। श्री साहू ने कहा कि महापौर के इस कदम से कराते के खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए अब शहर के मध्य में एक नियमित स्थान मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के साथ इंडोर में नियमित क्लास प्रारंभ की जाएगी। पूछने पर श्री साहू ने बताया कि इस समय रायपुर में साहू भवन, देवेन्द्र नगर, शंकर नगर, फाफाडीह और रायपुर में नियमित क्लास चलती है, जहां करीब 250 खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते हैं।

शुक्रवार, 15 अप्रैल 2011

साई सेंटर में बालिका फुटबॉल भी!

राजधानी रायपुर के साई सेंटर में महिला फुटबॉल को भी शामिल किए जाने पर साई के निदेशक सहमत हो गए हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने शर्त यह रखी है कि कम से कम एक दर्जन खिलाड़ी उनके मापदंड पर खरी उतरनी चाहिए। इधर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि एक दर्जन क्या हम तीन दर्जन पात्र खिलाड़ी दे देंगे।
साई के क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु ने इस बारे में कहा कि वैसे तो साई के खेलों में बालिका फुटबॉल शामिल नहीं है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अगर वास्तव में प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं तो रायपुर के सेंटर में डे-बोर्डिंग पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अगर फुटबॉल संघ कम से कम 12 ऐसी खिलाड़ी दे देता है जो हमारे पात्रता नियमों में खरी उतरती हैं तो हमें डे-बोर्डिंग प्रारंभ करने में परेशानी नहीं होगी। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि अब यह कहना संभव नहीं है कि हम तुरंत ही बालिका फुटबॉल को भी शामिल कर लेंगे, लेकिन हम सेंटर प्रारंभ के बाद खिलाड़ियों को देख कर कोई फैसला करेंगे।
तीन दर्जन खिलाड़ी दे देंगे: मुश्ताक
जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान का कहना है कि साई को हम एक दर्जन नहीं बल्कि तीन दर्जन ऐसी खिलाड़ी दे सकते हैं जो उनके नियमों पर खरी उतरेंगी। उन्होंने बताया कि एक तो हमारे रायपुर जिले की सब जूनियर और जूनियर टीम राज्य चैंपियनशिप में कई सालों से विजेता बन रही है। इसी के साथ प्रदेश की टीम राष्ट्रीय स्तर पर भी सफल हो रही है। उन्होंने बताया कि अंडर 14 में हमारी टीम ने चौथा और अंडर 17 में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। हमारे पास दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों निकिता स्विसपन्ना और सुप्रिया कुकरेती के साथ भारत की संभावित टीम में शामिल रहीं वंदना ध्रुव भी हैं।
सरिता कुजूर होंगी कोच
साई के निदेशक आरके नायडु ने बताया कि खेल विभाग की एनआईएस कोच सरिता कुजूर ही साई के सेंटर में प्रशिक्षक होंगी। उनको हमने खेल विभाग से मांगा है। इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह से बात हो गई है। सुश्री कुजूर अभी हंगारी में चल रहे विशेष प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने गई हैं। वहां पर तीन माह तक वह प्रशिक्षण लेकर आएंगी।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सिखाएंगे गुर

राजधानी के क्रिकटरों को क्रिकेट के गुर सिखाने के लिए रेलवे संघ चार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बुलाने के प्रयास में है। पिछले साल दो क्रिकेटरों आए थे। डब्ल्यूआरएस के मैदान में प्रशिक्षण शिविर का प्रारंभ 16 अप्रैल से होगा।
यह जानकारी देते हुए दपू मध्य रेलवे के स्वर्ण सिंह कलसी ने बताया कि हमारे संघ ने इस बार खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए रेलवे के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों संजय बांगर, जेपी यादव और हरविंदर सिंह से संपर्क किया है। इसी के साथ छत्तीसगढ़ के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राजेश चौहान से भी बात कर रहे हैं। उम्मीद है कि चारों खिलाड़ी यहां आएंगे और प्रशिक्षण शिविर में शामिल खिलाड़ियों को क्रिकेट की बारीकियों से अवगत करवाएंगे।
शिविर के बारे में उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल से 31 मई तक चलने वाले शिविर में सुबह को 6 से 8 और शाम को 4.30 से 6.30 बजे तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण बीसीसीआई से लेबल वन की परीक्षा पास करने वाले प्रशिक्षक स्वर्ण सिंह कलसी और मुजाहिक हक के साथ शांतुन घोष, अमरजीत सिंह कलसी, जसविंदर सगर, मो. तस्लीम देंगे। इसी के साथ सहायक कोच के तौर पर मप्र की रणजी टीम से खेल रहे प्रदेश के खिलाड़ी श्रीधर अय्यर के अलावा अभिषेक जैन और विवेक सिंह रहेंगे। फिटनेस का प्रशिक्षण बीसीसीआई की लेबल वन परीक्षा पास रायपुर के राहुल पांडे होंगे।
श्री कलसी ने बताया कि पिछले साल 105 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया गया था जिसमें एक दर्जन महिला खिलाड़ी थीं। इस बार भी महिला खिलाड़ियों को शिविर में शामिल किया गया है। पिछेल साल के शिविर से निकले तीन खिलाड़ियों गुलाम रसूल खान और अफसर खान जहां अंडर 19 की प्रदेश टीम से खेले हैं, वहीं नूर मोहम्मद स्कूल नेशनल में खेले हैं।

गुरुवार, 14 अप्रैल 2011

साई सेंटर में बालिका फुटबॉल क्यों नहीं?

राजधानी में खुलने वाले साई सेंटर में बालिका फुटबॉल को शामिल न करने से खिलाड़ी निराश हैं और एक ही सवाल कर रही हैं कि जब रायपुर में बालिका खिलाड़ियों की भरमार है तो यहां इसको शामिल क्यों नहीं किया गया है। जिला फुटबॉल संघ ने इस संदर्भ में साई के निदेशक से बात करने का मन बनाया है।
स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में खुलने वाले साई सेंटर में बालक फुटबॉल को तो रखा गया है, लेकिन बालिका फुटबॉल को न तो बोर्डिंग में स्थान दिया गया है और न ही डे-बोर्डिंग में। दो बार भारतीय टीम से खेल चुकीं खिलाड़ियों निकिता स्विसपन्ना और सुप्रिया कुकरेती के साथ कई राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेलने वाली प्रेरणा मिश्रा, डाली क्षत्री, अन्नपूर्णा रावत, रंजना ठाकुर, शालिनी यादव, आकांक्षा सोनी, सुमन सोमानी, नेहा निषाद, चंचल ध्रुव एक स्वर में कहतीं है कि हमें जब रायपुर में साई सेंटर खुलने की जानकारी मिली थी, तो हम खुश थीं कि चलो अब हमारे खेल की खिलाड़ी भी निखर सकेंगी। लेकिन यहां तो बालिका फुटबॉल को शामिल ही नहीं किया गया है। इन खिलाड़ियों का कहना है कि बालक फुटबॉल से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन हमारी टीमों का रहता है, ऐसे में बालिकाओं को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है।
हमारे पास दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी
जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि हमारे पास निकिता स्विसपन्ना और सुप्रिया कुकरेती जैसी दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। दोनों एक बार नहीं बल्कि दो बार भारतीय टीम से श्रीलंका खेलने गई हैं। इसी के साथ वंदना ध्रुव का चयन भी एक बार भारत की संभावित टीम में हो चुका है। उन्होंने कहा कि सब जूनियर और जूनियर वर्ग में राजधानी में बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। साई को कम से कम डे-बोर्डिंग में जरूर बालिका फुटबॉल को शामिल करना था। श्री प्रधान ने कहा कि हमारा संघ साई के क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु से इस संबंध में बात करेगा और उनसे आग्रह किया जाएगा कि बालिका फुटबॉल को शामिल किया जाए।
एनआईएस कोच भी है
मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि खेल विभाग के पास तो महिला एनआईएस कोच सरिता कुजूर भी हैं। वह नियमित रूप से जिला फुटबॉल संघ के साथ मिलकर खिलाड़ियों को तैयार करने का काम भी कर रही हैं। इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि जब साई के डीजी गोपाल कृष्ण 10 फरवरी को रायपुर आए थे तो उनको भी बताया गया था कि खेल विभाग में फुटबॉल की एक महिला एनआईएस कोच हैं, तब उन्होंने खेल संचालक जीपी सिंह से कहा भी था कि उनकी सेवाएं हम ले सकते हैं।

खेल शिक्षकों का होगा सेमिनार

प्रदेश के खेल शिक्षकों को खेलों की जानकारी देने के लिए पहली बार राज्य स्तरीय सेमिनार के आयोजन की तैयारी में रायपुर जिला खेल शिक्षक संघ जुटा है।
संघ के अध्यक्ष नाजिम कुरैशी के साथ सचिव अखिलेश दुबे ने बताया कि हम लोग पहली बार संघ के पदाधिकारी बने हैं तो हमारा ऐसा मानना है कि कुछ नया करना चाहिए। ऐसे में हम लोगों ने विचार किया है कि प्रदेश के खेल शिक्षकों का राज्य स्तरीय सेमिनार रायपुर में आयोजित किया जाए जिसमें उनको खेलों के विशेषज्ञों से जानकारी दिलाई जाए। इन्होंने बताया कि दो साल पहले रायपुर जिला शिक्षा विभाग ने यह प्रयास जिला शिक्षा खेल अधिकारी सीएस बघेल की पहल पर किया था। इस सेमिनार को बहुत सराहा गया था। हमारा ऐसा मानना है कि अब राज्य स्तर का आयोजन करके नए खेल शिक्षकों को खेलों के बारे में बताया जाए ताकि वे अपने स्कूलों में खिलाड़ी तैयार का काम कर सके।
इन्होंने बताया कि संघ का प्रयास रहेगा कि कम से कम रायपुर जिले के जिन स्कूलों में मैदानों की कमी है, उनके बारे में जानकारी लेकर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को बताया जाए और स्कूलों में खेलों मैदानों की व्यवस्था की जाए। इन्होंने बताया कि खेल शिक्षकों की भर्ती छत्तीसगढ़ बनने के बाद से बंद थी। पिछले साल ही भर्ती प्रारंभ की गई है। ऐसे में बहुत से ऐसे पात्र उम्मीदवार हैं जिनकी उम्र अब ज्यादा हो गई है। ऐसे उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट देने की शिक्षा मंत्री से मांग की जाएगी।

बुधवार, 13 अप्रैल 2011

हैंडबॉल का डेको टर्फ भिलाई में लगेगा

भिलाई के हैंडबॉल कांप्लेक्स में 19 लाख की लागत से डेको टर्फ लगाने का काम प्रारंभ हो गया है। यह प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का पहला आउटडोर डेको टर्फ मैदान होगा।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि हैंडबॉल को गोद लेने वाली कंपनी एनएमडीसी से पिछले तीन साल से डेको टर्फ के लिए सात-सात लाख की राशि मिल रही थी। अब इसी राशि से भिलाई में टर्फ लगाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 30 गुणा 50 मीटर में गड्डा खोदकर 6 इंज बोल्डर डाले जाते हैं। इसके बाद मुरुम और फिर 4 इंज बोल्डर डालकर रोलिंग की जाती है। तीन सप्ताह मैदान को सुखाने के बाद आधे इंच वाला सरफेस कोटिंग सिस्टम द्वारा मैदान में रबर लगाया जाता है। डेको टर्फ एक तरह से रबर का मैदान होता है। श्री खान ने बताया कि मैदान को फ्लड लाइट वाला बनाया जा रहा है। मैदान के चारों तरफ पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण भी किया जा रहा है।

प्रदेश की क्रिकेट टीम घोषित

प्रदेश की सीनियर क्रिकेट टीम के साथ अंडर 22 और 16 की संभावित टीमें भी घोषित कर दी गई है।
यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि सीनियर टीम दल्लीराहरा में होने वाली अखिल भारतीय आयरन और टी-20 क्रिकेट स्पर्धा में भाग लेगी। इसी के साथ चार राज्यों की अंडर 22 और 16 की स्पर्धा के लिए भी संभावित टीमें बना दी गई हैं। दोनों टीमें का प्रशिक्षण श्ाििवर 17 अप्रैल से रायपुर में लगेगा।
टीम इस प्रकार हैं- सीनियर टीम- विशाल कुशवाहा (कप्तान), प्रखार राय, संतोष दास, अभिषेक सिंह, संतोष साहू, रोहित ध्रुव, पी. विवेक, अभ्यूदय कांत सिंह, शिशिर पांडेय, सतनाम सिंह, हरप्रीत सिंह सैनी, पूहुप सिंह, शुशांत शुक्ला, रूपेश नायक, प्रखर रवि।
अंडर 22:- प्रखर राय (कप्तान), विशाल कुशवाहा, सन्नी दास, अभ्यूदय कांत, अतुल शर्मा, इयान कास्टर, सतनाम सिंह, पवनदीप सिंह, वी, नितीश, हरप्रीत सिंह, वेंकट राव, इमरान, शेख वसीम, प्रतीक राज सिन्हा, करणदीप सिंह, संदीप यादव, अखंड प्रताप सिंह, छबी जलक्षत्री, एश्वर्य मार्य, अतुल यादव, विशाल विश्वकर्मा और सुधांशु मिश्रा।
अंडर 16:- कार्तिकेय शर्मा (कप्तान), अजय मंडल, अतुल पाल, राजन वसिंग, रितेश मिश्रा, रवि जायसवाल, नरेन्द्र कुमार, मो. इरफान, मो. सैफ, अंकित दुबे, शाहरूख रिजवी, कमल द्विवेदी, राकी सोनवानी, राहुल देव, आकाश वोहरा, ब्रिजेश ध्रुव, रोहित टाह, अलिंद तिवारी, हितेश सोनी, यशांक, महिपाल सिंह और सैलेश रावटे।

मंगलवार, 12 अप्रैल 2011

नेताजी स्टेडियम होगा गुलजार

राजधानी के नेताजी स्टेडियम को भी संवारने के लिए नगर निगम ने 1 करोड़ 40 लाख की योजना बनाई है। बहुत जल्द ही यहां पर निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। स्टेडियम को राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए तैयार किया जाएगा। स्टेडियम में कबड्डी या खो-खो का आयोजन संभव है। पूर्व में स्टेडियम में कई खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाएं हो चुकी हैं।
छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों को ध्यान में रखते हुए राजधानी के मैदानों को भी संवारने की योजना पर काम चल रहा है। ऐसे में खेल विभाग की पहल पर नगर निगम ने नेताजी स्टेडियम का भी कायाकल्प करने की एक योजना बनाई है। इस योजना में मैदान को ठीक करने के लिए करीब 97 लाख की राशि रखी गई है। इस मद से ही गैलरी को फिर से बनाया जाएगा। गैलरी की ऊंचाई बढ़ाने की भी योजना है। मैदान के चारों तरफ रोड़ भी बनाया जाएगा। फ्लड लाइट के लिए एक लाख पचास हजार की राशि है। स्टेडियम में दो चेंजिंग रूम और टायलेट बनाए जाएंगे। 16 प्रतिशत के हिसाब से 18 लाख 94 हजार 565 रुपए की राशि सुपर विजन के लिए रखी गई है। आर्किटेक्ट के लिए दो लाख 66 हजार की राशि है। सर्विस टेक्स के रूप दो लाख 74 हजार की राशि है। कुल बजट एक करोड़ 40 लाख का बनाया गया है।
राष्ट्रीय खेलों में कबड्डी-खोखो संभव
जब छत्तीसगढ़ में 37वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा तो नेताजी स्टेडियम में कबड्डी या खो-खो की स्पर्धाएं हो सकती हैं। इन्हीं दो खेलों के नाम का प्रस्ताव ओलंपिक संघ की बैठक में रखा गया था। वैसे स्टेडियम में कबड्डी के साथ वालीबॉल और नेटबॉल की राष्ट्रीय स्पर्धाएं हो चुकी हैं। लेकिन जहां तक राष्ट्रीय खेलों का सवाल है तो खेलों के जानकार स्टेडियम को कबड्डी और खो-खो के लिए ही उपयुक्त मानते हैं।
जल्द काम प्रारंभ होगा
महापौर किरणमयी नायक का कहना है कि निश्चित तिथि तो बता पाना संभव नहीं है, लेकिन स्टेडियम को संवारने का काम जल्द प्रारंभ होगा।

फुटबॉल के गुर सीखने लगा खिलाड़ियों का जमावड़ा

सप्रे शाला के मैदान में शाम के समय छोटे-बड़े फुटबॉल खिलाड़ियों का जमावड़ा लगा है और उनको फुटबॉल की बारीकियां सीखाने का काम कोच मुश्ताक अली प्रधान कर रहे हैं। हर खिलाड़ी काफी गंभीरता से सीखने में लगा है। पहले दिन से ही यहां पर 70 से ज्यादा खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं। इन खिलाड़ियों में एक दर्जन से ज्यादा नए खिलाड़ी हैं।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा यहां पर 10 अप्रैल से सप्रे शाला के मैदान में 82 दिनों के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में खिलाड़ियों को कोच मुश्ताक अली प्रधान ड्रिब्लिंग के साथ पासिंग, हेडिंग और बॉल लेकर खिलाड़ियों को छकाते हुए आगे बढ़ने के गुर के साथ फिटनेस के लिए रनिंग भी करवा रहे हंै। श्री प्रधान ने पूछने पर बताया कि प्रशिक्षण शिविर में हर वर्ग सब जूनियर, जूनियर और सीनियर खिलाड़ी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल के प्रशिक्षण शिविर में 250 खिलाड़ी शामिल हुए थे। इस बार भी इतने खिलाड़ियों के शामिल होने की संभावना है। इन खिलाड़ियों में बालिका खिलाड़ी भी शामिल रहेंगी। उन्होंने बताया कि अभी परीक्षाएं होने के कारण खिलाड़ी कम आएं हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि पिछले साल जो खिलाड़ी प्रशिक्षण शिविर में आए थे उन खिलाड़ियों में जहां दो दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेले, वहीं 100 से ज्यादा खिलाड़ियों ने जिले की टीम में स्थान बनाकर राज्य चैंपियनशिप में खेलने में सफलता प्राप्त की। बकौल मुश्ताक अली खिलाड़ियों को प्रशिक्षण शिविर में इस तरह से तैयार किया जाता है कि कोई भी नया खिलाड़ी थोड़ी सी मेहनत करके कम से कम जिले की टीम में जगह बना ही सकता है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन करीब 45-50 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा जिनको साल भर प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री प्रधान ने बताया कि 100 से ज्यादा खिलाड़ी अब तक पंजीयन करवा चुके हैं, और रोज कई खिलाड़ी पंजीयन करवाने आ रहे हैं।

हिन्दी में लिखें

खेलगढ़ Headline Animator

खेलगढ़ की चर्चा हिन्दुस्तान में