बुधवार, 30 सितंबर 2009

प्रदेश की जूडो टीम उड़ीसा रवाना


राष्ट्रीय जूडो चैंपियनशिप में खेलने के लिए प्रदेश की जूडो टीम उड़ीसा के लिए रवाना हो गई है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश जूडो संघ के सचिव अरूण द्विवेदी ने बताया कि भुवनेश्वर में राष्ट्रीय जूनियर जूडो चैंपियनशिप का आयोजन २९ से ४ अक्टूबर तक किया गया है। इसमें खेलने के लिए प्रदेश की टीम रवाना हो गई है। टीम के जाने से पहले भिलाई में उसका प्रशिक्षण शिविर ७ से २७ सितंबर तक लगाया गया था।


टीम इस प्रकार है- बालिका टीम - श्रवया राव, मेहंदी यादव, सुमन साहू, कुसुम लता, अंकिता सिंह, अंतरा सारथी, पावती कश्यप, विभा ठाकपर, सती वाघमार, मकसुद्दा, ममता पांडेष कोच रीना साहू। बालक टीम लोकेश्वर देवांगन, पीयूष नारंग, विकास सिंग, आदित्य सिंग, अभय केशरवानी, अजहर मोहम्मद, नरेश पुनिया, राबिन सिंग,विद्या भारतीय पुलकित साहू। कोच विजय नाग, प्रबंधक जय यादव, एसआर सोनी हैं। प्रदेश की टीम को खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने ट्रेक शूट दिए हैं।

राष्ट्रीय स्कूल खेलों की तैयारी शुरू

राजधानी रायपुर में ७ से ११ अक्टूबर तक होने वाले राष्ट्रीय शालेय खेलों की तैयारी प्रारंभ हो गई है। दो खेलों नेटबॉल और कबड्डी की इस स्पर्धा के लिए नेताजी स्टेडियम में मैदान बनाने की तैयारी चल रही है। इसी के साथ प्रदेश की टीमों का बुधवार से यहां प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा।
प्रदेश के शिक्षा विभाग को चार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है। इनमें से दो खेलों नेटबॉल और कबड्डी का आयोजन राजधानी रायपुर में ७ अक्टूबर से होना है। इसके लिए नेताजी स्टेडियम में मैदान बनाने की काम प्रारंभ हो गया है। सहायक संचालक (खेल) एसआर कर्ष ने बताया कि नेताजी स्टेडियम में नेटबॉल ने तीन और कबड्डी के ६ कोर्ट बनाए जा रहे हैं। इस बार शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर इन खेलों के खेल संघों को भी साथ में जोड़ा गया है। संघों के जिम्मे ही खेल का आयोजन और रेफरी और निर्णायकों को रखना रहेगा। आज दोनों संघों के पदाधिकारियों कबड्डी के महासचिव रामबिसाल साहू और नेटबॉल के सुधीर वर्मा का मैदान में बुलाकर मैदान बनाने के लिए चर्चा की गई तथा उनसे कहा गया कि आयोजन का जिम्मा संघ का रहेगा।

श्री कर्ष ने बताया कि कबड्डी की टीम तो तय कर दी गई है, नेटबॉल की कल सुबह तक तय कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दोनों टीमों का प्रशिक्षण शिविर बुधवार से प्रारंभ हो जाएगा। कबड्डी की टीम इस प्रकार है-बालक वर्ग मनोज यादव, सुरेश साहू, लक्ष्मी पटेल, खिलावन साहू, दिनेश यादव, (बिलासपुर), ओम प्रकाश, प्रमोद कुमार (सरगुजा), दुकरू राम, अमल सिंग, सुकमू (बस्तर), रफीक अली (दुर्ग), शिव शंकर (जशपुर)। बालिका अनिता, कमला, ममता, शशि कला, (सरगुजा), वीणा (राजनांदगांव), कलिस्ता, मनीषा (जशपुर), रीना, खेमीन, नीतू (दुर्ग), मीना (रायपुर), रोमनी दुग्गा (बस्तर)।

रायपुर के १२ खिलाड़ी प्रदेश की टीम में

राष्ट्रीय शालेय खेलों के लिए प्रदेश की नेटबॉल (अंडर १७) और कबड्डी (अंडर) की टीमों में रायपुर जोन के १२ खिलाडिय़ों को रखा गया है। यह जानकारी देते हुए रायपुर जिले के खेल अधिकारी सीएस बघेल ने बताया कि नेटबॉल की बालिका टीम में माधवी, आसमा खान, आस्था गुप्ता, लिसा पीटर और लाकेश्वरी यादव को रखा गया है। बालक टीम में विशाल रजक, कमल, भीम महानंद, देवेन्द्र दास, जोएल कर्ष, प्रतीक खेस शामिल हैं। कबड्डी में रायपुर की एक मात्र खिलाड़ी मीना को रखा गया है।

सोमवार, 28 सितंबर 2009

राष्ट्रीय बाइक रेसिंग रायपुर में

३ को अभ्यास सत्र, ४ को मुख्य मुकाबला
देश के जाबांज बाइक रेसरों का प्रदेश की राजधानी रायपुर में २ अक्टूबर से जमावड़ा लगेगा। इस राष्टीय सुपर क्रास बाइक रेसिंग में मुख्य मुकाबला ४ अक्टूबर को साइंस कॉलेज के मैदान में होगा। एक दिन पहले तीन अक्टूबर को पूर्वाभ्यास होगा। इसमें देश भर से करीब १०० बाइक रेसर शामिल होंगे। अब तक विदेशी बाइक वर्ग में ५० से ज्यादा बाइकरों की सहमति मिल गई है।

प्रदेश मोटर स्पोट्र्स संघ के महासचिव उज्जवल दीपक के साथ उपाध्यक्षों डॉ. ए. फरिश्ता, विष्णु श्रीवास्तव, आलोक दुबे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इस सुपर क्रास चैंपियनशिप में देश भर के बाइक रेसर शामिल होने को बेताब हैं। अब तक ५० से ज्यादा रेसरों ने अपना पंजीयन करवा लिया है। आयोजन पर कम से कम १५ लाख रुपए का खर्च अनुमानित है। इस सुपर क्रास में आने वाले बाइक सवार भी काफी ऊंचे दर्जे के होंगे। देश के करीब १०० जाबांज बाइक सवार आएंगे। जो भी बाइक सवार आएंगे उनकी बाइक कम से कम ८ से १० लाख की होगी। ये बाइक ४५० सीसी तक की होगी। एक अनुमान के मुताबिक साइंस कॉलेज के मैदान पर कम से कम १५० ट्रक मिट्टी डालनी पड़ेगी। मैदान को बनाने का काम प्रारंभ हो गया है।

इन्होंने बताया कि मुकाबले चार वर्गों में होंगे। पहला वर्ग विदेशी बाइक का होगा। इसमें शामिल होने वालों के पास ४५० सीसी तक की बाइक रहेगी। दूसरे वर्ग नोवाइस वर्ग में १६५ सीसी का बाइक में मुकाबले होंगे। तीसरे भारतीय वर्ग में भी इतनी ही सीसी की बाइक का प्रयोग होगा। चौथा वर्ग छत्तीसगढ़ का होगा। इस वर्ग में १६५ सीसी की बाइक के साथ प्रदेश के ही बाइक भाग ले सकेंगे। मुकाबले में शामिल होने वाले सभी बाइकरों को अपना बीमा करवाना अनिवार्य होगा। सभी वर्गों में पांचवें स्थान तक आने वाले प्रतिभागियों को नकद इनाम दिया जाएगा।

मुख्य मुकाबले के पहले ३ अक्टूबर को अभ्यास सत्र का उद्घाटन पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल दोपहर १.३० को करेंगे। ४ अक्टूबर को मुकाबले का उद्घाटन गृहमंत्री ननकी राम कंवर सुबह को ९ बजे करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी करेंगी। मुकाबलों के बाद होने वाले पुरस्कार वितरण के मुख्य अतिथि सांसद रमेश बैस होंगे। अध्यक्षता खेल मंत्री लता उसेंडी करेंगी। विशेष अतिथि नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत के साथ महापौर सुनील सोनी होंगे।

रविवार, 27 सितंबर 2009

प्रदेश की थांग-ता टीम आज जाएगी गंगानगर

राष्ट्रीय थांग ता स्पर्धा में खेलने के लिए प्रदेश की टीम यहां के गंगानगर जाएगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष कैलाश मुरारका ने बताया कि वहां ३० सितंबर से चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। इसमें २८ राज्यों की टीम भाग लेंगी। प्रदेश की टीम में विष्णु साहू, रामनारायण जंघेल, ओमप्रकाश जंघेल, पी. जगदीश, मनीष साहू, दीनबंधु साहू, वरूण तांडी, मिलिन कचरे, राकेश महिपाल, योगेन्द्र यादव, नितिन ध्रुव, राखी पराते, ज्वाला पराते, पिंटू तांडी, (सभी रायपुपपर), संतमणी कौशल, जितेन्द्र साहू, टीकेश्वर साहू, देवा साहू, शंकर साहू, चन्द्रेश लहरे, षभ सर्मा, रमेश देवांगन, (दुर्ग), दिलीप कुमार, पी. रामा राव, डी. हलधर, कल्याण हलधर, बिलासपुर। टीम के कोच गोविंद रावत और मैनेजर राजकुमार देवांगन हैं।

शनिवार, 26 सितंबर 2009

स्कूली खेलों में ओवरएज बेलगाम

प्रदेश के स्कूली खेलों में पूरी तरह से ओवरएज खिलाडिय़ों का राज चल रहा है। यहां कोई भी खेले ऐसा नहीं है जिसमें ओवरएज खिलाडिय़ों के खेलने की शिकायतें नहीं होती हैं, पर किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। बिलासपुर में चल रहे राज्य शालेय खेलों में नेटबॉल में दुर्ग की एक टीम में एक ओवरएज बाहरी खिलाड़ी के खेलने की बात सामने आई है, पर सब जानने के बाद भी न तो टीम को बाहर किया गया और न ही खिलाड़ी को। सुब्रत कप फुटबॉल में सरगुजा के खिलाडिय़ों के ओवरएज होने के मामले पर भी अब तक कुछ नहीं किया गया है।

स्कूली खेलों में इस समय बिलासपुर में चल रही राज्य स्पर्धा में नेटबॉल भी शामिल है। इस स्पर्धा के अंडर १९ साल की बालिका चैंपियनशिप में खेल रही दुर्ग की टीम में एक खिलाड़ी के न सिर्फ ओवरएज होने की बात सामने आई है, बल्कि यह खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के किसी भी स्कूल में नहीं पढ़ती है। दिल्ली में पढऩे वाली इस खिलाड़ी को दुर्ग की टीम से खिलाया जा रहा है। इस खिलाड़ी के बारे में शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों को बताने के बाद भी न तो इस खिलाड़ी को टीम से बाहर किया गया और न ही टीम को बाहर किया गया।

इस स्पर्धा से पहले धमतरी में हुई सुब्रत कप फुटबॉल चैंपियनशिप में सरगुजा की टीम से ओवरएज खिलाडिय़ों के खेलने की शिकायतें आईं थीं। उस समय अंडर १४ साल में रायपुर के राजकुमार कॉलेज का फाइनल में सरगुजा की टीम से मुकाबला हुआ था। इस मुकाबले में आरकेसी की टीम ने सरगुजा टीम के खिलाडिय़ों के ओवरएज होने की शिकायतें की, पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी तरह से अंडर १७ साल में रायपुर के विवेकानंद स्कूल की टीम में सही उम्र के खिलाड़ी थी, पर सरगुजा की टीम में ओवरएज खिलाड़ी थे जिसके कारण रायपुर की टीम हार गई। इन मामलों की शिकायतें वहां पर की गईं, पर शिकायतों पर जहां ध्यान नहीं दिया गया, वहीं उन शिकायतों को शिक्षा संचालनालय भी पहुंचने से रोका गया। सहायक संचालक एसआर कर्ष कहते हैं कि हमारे पास ऐसी कोई शिकायत ही नहीं आई है। शिकायत आने पर कार्रवाई करने की बात वे कहते हैं।

ये दो ताजा उदाहरण हैं। इसके अलावा स्कूली खेलों के हर खेल में न सिर्फ ओवरएज खिलाड़ी खेलते हैं, बल्कि कॉलेज के खिलाडिय़ों को भी दूसरे नामों से खिला दिया जाता है। ऐसा नहीं है कि इसके बारे में अधिकारी नहीं जानते हैं, सबके यह बात मालूम होने के बाद भी कोई कुछ नहीं कहता है। अगर यह कहा जाए कि स्कूली खेलों में पूरी तरह से ओवरएज खिलाडिय़ों का राज चल रहा है तो गलत नहीं होगा।

शुक्रवार, 25 सितंबर 2009

साई सेंटर लटका-खिलाडिय़ों को झटका

राजधानी रायपुर का साई का सेंटर लटक गया है और इसके लटकने से कई खेलों के खिलाडिय़ों को ङाटका लग गया है। इस सेंटर के लिए एमओयू की पूरी तैयारी होने के बाद अचानक एमओयू नहीं हो सका। एमओयू न होने के लिए तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। अब लगता है कि इस एमओयू का हो पाना लंबे समय तक संभव नहीं है। खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि निगम आयुक्त अमित कटारिया के वापस आते ही एमओयू हो जाएगा, लेकिन एमओयू की राह में कई परेशानियां हैं जिनका दूर हो पाना इतना आसान नहीं लग रहा है।

रायपुर के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में साई सेंटर के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण और नगर निगम के बीच एमओयू करने की पूरी तैयारी यहां पर १७ सितंबर को कर ली गई थी, इस दिन साई के क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु रायपुर आए थे। उनके आने का फायदा उठाते हुए खेल विभाग ने एमओयू को अंतिम रूप देने के लिए पूरी तैयारी की और निगम के आयुक्त अमित कटारिया के बाहर होने की वजह से एमओयू में हस्ताक्षर करने के लिए अतिरिक्त आयुक्त अमृता चोपड़ा को सहमत कर लिया गया था। लेकिन जिस दिन एमओयू होना था उसी दिन अचानक अतिरिक्त आयुक्त ने एमओयू करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि इस मामले में उनको पूरी जानकारी नहीं है, साथ ही उन्होंने कहा कि शासन से इसके लिए अनुमति नहीं ली गई है। ऐसे में एमओयू को स्थगित कर दिया गया। इस बारे में तब आरके नायडु से स्पष्टीकरण दिया था कि निगम को कुछ बातों को लेकर संदेह है उनका संदेह दूर कर दिया जाएगा और एमओयू जल्द हो जाएगा।

लेकिन इधर जिस तरह की खबरें आ रही है उससे लगता नहीं है कि यह एमओयू अब जल्द हो पाएगा। अगर यह एमओयू और ज्यादा लटका तो यह बात तय है कि निगम के इस सत्र में यह नहीं हो पाएगा, क्योंकि नवंबर में निगम के चुनाव होने हैं और संभवत: अक्टूबर के अंत तक आचार सहिता लग जाएगी। एमओयू के लटकने का एक सबसे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि एमओयू के दिन नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत को इसकी जानकारी न देने के कारण वे बहुत ज्यादा खफा हुए थे। ऐसे में निगम के अतिरिक्त आयुक्त ने एमओयू के लिए इंकार कर दिया। खेल बिरादरी से जुड़े कई खेल संघों के पदाधिकारी लगातार इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि एमओयू के न होने के पीछे यही कारण सबसे बड़ा है। वरना एमओयू के लिए निगम आयुक्त अमित कटारिया जब तैयार थे और जब एमओयू के एक दिन पहले अतिरिक्त आयुक्त को सारी बातें बताकर उनको एमओयू के लिए सहमत कर लिया गया था तो अचानक उन्होंने ऐन एमओयू के समय इंकार क्यों कर दिया?

इंडोर स्टेडियम भी एक कारण

एमओयू के स्थगित होने के पीछे इंडोर स्टेडियम को भी एक कारण माना जा रहा है। साई ने यहां पर ११ खेलों के प्रशिक्षण केन्द्र की योजना बनाई है, इसमें ५ खेल इंडोर हैं। पूर्व में आउटडोर स्टेडियम में ६ खेलों के लिए केन्द्र खोलने की बात थी। एमओयू में इंडोर स्टेडियम को भी शामिल करने के कारण निगम आपति कर रहा है। ऐसे में साई से इंडोर स्टेडियम के लिए आए पत्र को खेल विभाग ने निगम आयुक्त को भेजकर इंडोर स्टेडियम को भी एमओयू में शामिल करने का आग्रह किया है। अगर इंडोर स्टेडियम को एमओयू में शामिल करने के लिए एमआईसी की मंजूरी की जरूरत पड़ी तो समझे कि मामला लटक जाएगा और अगले साल निगम की नई परिषद तक इंतजार करना पड़ेगा।

आयुक्त के आने पर हो जाएगा एमओयू

खेल संचालक जीपी सिंह को इस बात का पूरा भरोसा है कि निगम आयुक्त अमित कटारिया के वापस आते ही एमओयू हो जाएगा। वे एक अक्टूबर को आ रहे हैं। बकौल श्री सिंह अमित कटारिया को पूरी योजना के बारे में बारिकी से मालूम है ऐसे में उनके आने पर एमओयू संभव है। उन्होंने पूछने पर कहा कि अब इस बारे में मैं क्या बता सकता हूं कि इंडोर स्टेडियम को लेकर निगम सहमत होगा या नहीं। उन्होंने कहा कि हमने तो साई से आए पत्र को निगम के पास भेज दिया है। उनका कहना है कि वैसे इंडोर को लेकर आपति नहीं होनी चाहिए।

खेल बिरादरी में मायूसी

एमओयू के लटकने के बाद राजधानी की खेल बिरादरी में मायूसी है। राजधानी के खिलाड़ी और खेल संघ चाहते थे कि यह एमओयू जल्द हो जाए ताकि यहां की प्रतिभाओं को निखरने का मौका मिल सके। साई के सेंटर से ११ खेलों की प्रतिभाओं को मौका मिलता। साई में जैसाी सुविधाएं हैं वैसी सुविधाएं खिलाडिय़ों को नहीं मिल पा रही हैं। खेल बिरादरी इस उम्मीद में है कि यह एमओयू निगम के इसी सत्र में हो जाए, अगर मामला लटका तो अगली परिषद के आने के बाद उसको सहमत करने में समय लग जाएगा और जरूरी नहीं है कि अगली परिषद के लोग इस योजना को समङों और तैयार हो जाएं।

गुरुवार, 24 सितंबर 2009

सुपर क्रास छत्तीसगढ़ में


देश भर के जांबाज मोटर बाइक सवार आएंगे
उबड़-खाबड़ खतरनाक रास्ता और तेज रफ्तार से एक साथ कई बाइक चली जा रही हैं। सामने एक बड़ा सा टीले जैसा ब्रेकर बना हुआ है, उसके ऊपर जाने के बाद बाइक हवा में कई फीट ऊपर चली जाती है और जांबाज बाइक सवार अपने बेहतरीन संतुलन से बाइक को नीचे ले आते हैं। ऐसे कई ब्रेकर रास्ते में आते हैं और हर ब्रेकर में बाइक हवा में छलांग लगाकर फिर से जमीन पर आकर दौडऩे लगती है। यह किसी फिल्म का सीन नहीं है, बल्कि हकीकत है जो सुपर क्रास बाइक रेसिंग में नजर आती है और इसी हकीकत से दो-चार होने का मौका छत्तीसगढ़ वासियों को बहुत जल्द मिलने वाला है। यहां पर प्रदेश मोटर संघ नेशनल सुपर क्राफ्ट चैंपियनशिप ३ से और ४ अक्टूबर को करावा रहा है। वैसे तीन साल पहले यहां पर ऐसी ही राष्ट्रीय स्तर की मोटर बाइक रेसिंग हो चुकी है। लेकिन तब चैंपियनशिप डर्ट ट्रैक की हुई थी।


मोटर बाइक की रोमांचक रेसिंग का मजा अब तक छत्तीसगढ़ के खेल प्रेमी टीवी पर ही लेते रहे हैं। वैसे एक बार यह पर तीन साल पहले जब २००६ में साइंस कॉलेज में मोटर बाइक रेसिंग का आयोजन किया गया था तो इस आयोजन को देखकर लोग दंग रह गए थे। कारण साफ है अब तक बाइक के जिन स्टंड को लोग फिल्मों में या फिर टीवी पर देखते रहे हैं वो साक्षात सामने हो तो रोमांचित होना लाजिमी है। उस समय साइंस कॉलेज के मैदान में जब यह आयोजन किया गया तो वहां पर पैर रखने की जगह नहीं थी। छत्तीसगढ़ के हर कोने से इस आयोजन को देखने के लिए खेल प्रेमी आए थे। यह आयोजन डर्ट ट्रैक का था। इसमें जिस रास्ते से मोटर बाइक सवारों को गुजरना रहता है कि वह इतना ज्यादा खराब रहता है कि सामान्य मोटर बाइक सवार उस पर चल ही नहीं सकते हैं। इसी के साथ रास्ते काफी घुमादार रहते हैं। तेज गति की बाइक जब मोड़ के पास आती है तो बाइक सवार के संतुलन की असली परीक्षा होती है। जब मोड़ पर बाइक सवार की गाड़ी के चक्कों से मिट्टी की परत उखड़ जाती है तो देखने वाले दर्शक दांतों तले उंगलिया दबा लेते हैं। यह तो है डर्ट ट्रैक का रोमांचक। लेकिन इस बार राजधानी में जिस सुपर क्राफ्ट बाइक रेसिंग का मेला लगने वाला है, उसके रोमांच मात्र की कल्पना से मन रोमांचित हो जाता है। इस सुपर क्रास रेसिंग में बाइक का हवा में छलांग लगाना देखना कितना रोमांचकारी हो सकता है यह बताने की जरूरत नहीं है। इसी सुपर क्राफ्ट का रोमांच छत्तीसगढ़ में लाने की योजना पर प्रदेश मोटर स्पोट्र्स संघ ने बनाई है। फेडरेशन ऑफ इंडिया मोटर स्पोट्र्स ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। इस बारे में संपर्क करने पर प्रदेश संघ के महासचिव उज्जवल दीपक ने बताया कि संघ को सुपर क्राफ्ट की मेजबानी मिल गई है और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ पर्यटन विभाग की सहायता से यह आयोजन होने जा रहा है।

बुधवार, 23 सितंबर 2009

बस्तर-बिलासपुर के तीर पदकों पर


राज्य तीरंदाजी में पहले दिन बस्तर के साथ बिलासपुर के खिलाडिय़ों का सब जूनियर वर्ग में दबदबा रहा। स्पर्धा में जूनियर वर्ग के साथ सीनियर वर्ग के मुकाबले होंगे इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा।


खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ प्रदेश तीरंदाजी संघ द्वारा साइंस कॉलेज के मैदान में राज्य तीरंदाजी में पहले दिन सब जूनियर वर्ग के मुकाबले हुए। बालिका वर्ग के ३० मीटर में प्रथम बस्तर की हेमवती, द्वितीय बिलासपुर की पिंकी कोसले, तृतीय रायपुपर की छेबेलोऊ। २० मीटर में प्रथम बस्तर की रेशमा , द्वितीय बस्तर की उमा पांडे, तृतीय बस्तर की हेमवती रहीं। इस स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर हेमवती, उमा पांडे, रेशमा (तीनों बस्तर), बिलासपुर की मिनी मरकाम एवं पिंकी कोसले के साथ कांकेर की रैनी कावड़े का चयन प्रदेश की टीम में किया गया है। बालक वर्ग में ३० मीटर में प्रथम बस्तर के बामन राम, द्वितीय नारायणपुर के जय सिंह और तृतीय बस्तर के रूपराम रहे। २० मीटर में प्रथम नारायणपुर के जय सिंह, द्वितीय बस्तर के बामनराम, तृतीय बिलासपुर के भागवत सिंह रहे। बालक वर्ग में जयसिंह, बामन राम, रूप राम, भागवत सिंह, बुधराम और खेम सिंह का चयन प्रदेश की टीम में किया गया है। सुबह को स्पर्धा का उद्घाटन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद रमेश बैस ने की। स्पर्धा में प्रदेश के १० जिलों के २०० से ज्यादा महिला और पुरुष खिलाड़ी खेल रहे हैं।

रविवार, 20 सितंबर 2009

विजेता को मिलेगा एक लाख का इनाम

राजधानी रायपुर की सबसे पुरानी हिन्द स्पोर्टिँग फुटबॉल चैंपियनशिप की तैयारी प्रारंभ गो गई है। इस बार विजेता टीम के लिए एक लाख का नकद इनाम रखा गया है। उपविजेता टीम को ५० हजार और तीसरे स्थान की टीम को ३० हजार के साथ चौथे स्थान पर रहने वाली टीम को २० हजार का नकद इनाम दिया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि स्पर्धा का प्रारंभ १५ जनवरी से होगा, लेकिन तैयारियां अभी से की जा रही है। उन्होंने बताया कि चैंपियनशिप में शामिल होने के लिए अब तक २८ टीमों की स्वीकृत मिल चुकी है। इस बार स्पर्धा का और आकर्षक बनाने के लिए कुल दो लाख की इनामी राशि रखी गई है। स्पर्धा में देश की नामी टीमों को बुलाने के भी प्रयास हो रहे है। पिछले साल भी कई नामी टीमें आई थीं। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में विजेता टीम को पुरस्कार देने के साथ व्यक्तिगत पुरस्कार भी दिए जाएंगे। तीन स्वर्ण पदक भी दिए जाएंगे।

शनिवार, 19 सितंबर 2009

टॉप ८ में आने नियमित अभ्यास जरूरी

विश्व कप वालीबॉल में खेलने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी हेमेन्द्र सिंह का कहना है कि प्रदेश की टीम को राष्ट्रीय स्तर पर टॉप ८ में आने के लिए नियमित अभ्यास की जरूरत है। राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने जाने से पहले कम से कम दो से तीन माह तक अभ्यास जरूरी होता है। देश के दूसरे राज्यों की टीमें कई माह के अभ्यास के बाद खेलने आती हैं। विश्व कप में भारतीय टीम को मिले सातवें स्थान को वे संतोषजनक नहीं मानते हैं। बकौल हेमेन्द्र अगर अंतिम समय में खिलाडिय़ों को बदला नहीं जाता तो टीम सेमीफाइनल तक जरूर पहुंच जाती।

यहां पर चर्चा करते हुए हेमेन्द्र ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की टीम क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच पाती है। उनका कहना है कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां की टीम को राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जाने से पहले एक माह भी संयुक्त अभ्यास का मौका नहीं मिलता है। दूसरे राज्यों में टीमें काफी पहले से बन जाती हैं और लगातार कई माह तक संयुक्त अभ्यास करती हैं। वे कहते हैं कि देश की टॉप ८ टीमों में आने के लिए छत्तीसगढ़ की टीम को दो से तीन माह के अभ्यास के बाद ही राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने जाना चाहिए।

उन्होंने पूछने पर बताया कि इटली में हुए यूथ विश्व कप में वे खेलने वाले छत्तीसगढ़ के अकेले खिलाड़ी थे। उन्होंने बताया कि इस चैंपियनशिप के लिए यूं तो काफी अच्छी तैयारी की गई थी और छह माह का लंबा प्रशिक्षण शिविर भी लगाया गया था, पर अंतिम समय में पूणे में हुई विश्व जूनियर चैंपियनशिप के लिए कुछ खिलाडिय़ों को जूनियर टीम में भेज दिया गया। अंतिम समय में बदले गए खिलाडिय़ों के कारण संयुक्त अभ्यास नहीं हो सका और तालमेल के अभाव में भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच सकी। क्वार्टर फाइनल में टीम को जर्मनी से मात खानी पड़ी और भारत सातवें स्थान पर रहा। उन्होंने बताया कि भारतीय टीम को विश्व कप से पहले इटली और पोलैंड के दौरे पर भी भेजा गया था जहां इटली में भारतीय टीम विजेता बनी थी, वहीं पोलैंड में तीसरा स्थान मिला था। इस दौरे का टीम को फायदा जरूर मिलता अगर इस दौर में गई टीम के खिलाड़ी बदले नहीं जाते।
६.८ फीट लंबे कद के इस खिलाड़ी ने पूछने पर कहा कि छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में स्पोट्र्स काम्पलेक्स में बनने वाले इंडोर स्टेडियम के साथ साई सेंटर के खुलने का फायदा वालीबॉल को मिलेगा और इंडोर में खेल कर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जाने से भी खेल निखरेगा।

गुरुवार, 17 सितंबर 2009

जूही, प्रतीक, तन्वी का खिताब पर कब्जा

राज्य सब जूनियर बैडमिंटन में अंडर १६ साल वर्ग में जूही देवांगन ने अंडर १३ साल वर्ग में प्रतीक के साथ तन्वी शुक्ला ने खिताब जीते। चैंपियनशिप में प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश की टीम बनेगी जो राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने जाएगी।

सप्रे बैडमिंटन हॉल में शाम को अंडर १६ साल वर्ग में बालिका वर्ग का फाइनल मैच राष्ट्रीय खिलाड़ी जूही देवांगन और दीपाली गुप्ता के बीच खेला गया। आशा के अनुसार यह मैच जूही ने सीधे सेटों में २१-११, २१७ से जीत लिया। अंडर १३ साल वर्ग में बालक वर्ग का खिताब प्रतीक ङााबक ने यश योगी को मात देकर जीता। प्रतीक ने यह मैच सीधे सेटों में २१-११, २१-५ से जीता। बालिका वर्ग में तन्वी शुक्ला ने रूबी सिंह को २१-१३, २१-१० से हराकर खिताब जीता। फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह में खेल मंत्री लता उसेंडी ने खिलाडिय़ों को पुरस्कार बांटे।

बुधवार, 16 सितंबर 2009

ओलंपियन अशोक ध्यानचंद का सम्मान



हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के पुत्र ओलंपियन अशोक ध्यानचंद का सप्रे स्कूल मैदान में शेरा क्रीड़ा समिति के साथ खेल विभाग द्वारा नागरिक अभिनंदन किया गया। इसके पहले सुबह को उनका राजकुमार कॉलेज और खेल विभाग के कार्यालय में भी सम्मान किया गया।


शेरा क्रीड़ा समिति के मुश्ताक अली प्रधान के विशेष बुलावे पर यहां आए अशोक कुमार का सप्रे शाला के मैदान में नीरज अग्रवाल फुटबॉल स्पर्धा के फाइनल मैच के बाद सम्मान किया गया। यह सम्मान खेल मंत्री लता उसेंडी के साथ खेल विभाग के संचालक जीपी सिंह, उप संचालक ओ. पी शर्मा, वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे के द्वारा किया गया। इसके बाद शेरा क्लब ने भी अपनी तरफ से उनका सम्मान शाल और श्रीफल के साथ किया। यह सम्मान मुश्ताक अली प्रधान के साथ क्लब के सदस्यों ने किया। इसके पूर्व अशोक कुमार का सुबह को खेल विभाग के राजधानी के कार्यालय में भी सम्मान किया गया। वहां पर उनसे मिलने हॉकी खिलाडिय़ों के साथ कुछ खेल संघों के पदाधिकारी भी आए थे। सुबह के सत्र में ही आरकेसी और मिंटू स्कूल में अशोक कुमार का सम्मान किया गया। वहां उन्होंने खिलाडिय़ों को मेजर ध्यानचंद के खेल के बारे में जानकारी दी।

आरकेसी-एनआईटी चैंपियन



स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में आरकेसी और एनआईटी ने फाइनल मैच जीतकर खिताब जीत लिया। कॉलेज वर्ग में एनआईटी ने सेंट थामस भिलाई को २-१ से और स्कूल वर्ग में आरकेसी ने होलीक्रास को २-० से मात दी।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला मैदान में आयोजित स्पर्धा में पहला फाइनल मैच कॉलेज वर्ग का खेला गया। एनआईटी और सेंट थामस कॉलेज भिलाई के बीच खेला गया यह मैच काफी रोमांचक रहा। मैच का पहला गोल एनआईटी के महिपाल ने खेल के ४६ वें मिनट में किया। महिपाल ने ही दूसरा गोल खेल के ६२ वें मिनट में किया। सेंट थामस के लिए एक मात्र गोल खेल समाप्त होने के चार मिनट पहले चरणजीत ने किया।


स्कूल वर्ग के फाइनल में आरकेसी और होलीक्रास के बीच खेला गया मैच एक तरफा रहा। इस मैच में पहला गोल Ÿोयांस ने खेल के १३वें मिनट में किया। इसके एक मिनट बाद ही अनुराग डागा ने एक गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। मैच में होलीक्रास की टीम ने गोल करने के सारे जतन किए, पर उसके फारवर्ड आरकेसी की रक्षापंक्ति को भेद नहीं सके।


फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने विजेता टीमों को पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ाने के लिए सारे प्रयास कर रही है। सरकार पाइका योजना से ग्रामीण खिलाडिय़ों को भी निखारने का काम कर रही है। सरकार ने प्रदेश के खिलाडिय़ों को नौकरी देने के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मैदानों की कमी भी दूर करने के लिए सरकार काम कर रही है। इस अवसर पर ओलंपियन अशोक ध्यानचंद ने खिलाडिय़ों से सफलता पाने के लिए जी-जान से मेहनत करने की बात कही और उन्होंने शेरा क्लब की तारीफ की कि वह अंतर स्कूल और अंतर कॉलेज की स्पर्धाओं का आयोजन करके खिलाडिय़ों की प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रहा है। पुरस्कार वितरण के अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह के साथ कई और अतिथि मौजूद थे। इसके पहले शाम को कार्यक्रम के विशेष अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी आए और उन्होंने करीब एक घंटे तक मैदान में बैठकर कॉलेज वर्ग का मैच देखा। उसी समय महापौर सुनील सोनी भी आए थे। उन्होंने भी कॉलेज वर्ग का फाइनल पूरा देखा।

मंगलवार, 15 सितंबर 2009

होलीक्रास-आरकेसी में खिताबी भिड़ंत

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में स्कूल वर्ग में होलीक्रास की राजकुमार कॉलेज यानी आरकेसी से खिताबी भिड़ंत मंगलवार को होगी। कॉलेज का फाइनल एनआईटी और सेंट थामस कॉलेज भिलाई के बीच खेला जाएगा। स्कूल वर्ग में होलीक्रास ने कड़े मुकाबले में लाखे स्कूल को टाईब्रेकर में ५-४ से से मात दी। कॉलेज वर्ग में सेंट थामस ने प्रगति कॉलेज को २-० से हराया।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा के दूसरे सेमीफाइनल में आज होलीक्रास का सामना वामनराव लाखे स्कूल से हुआ। यह मैच बेहद रोमांचक रहा। मैच का पहला गोल होलीक्रास के अंशु ने खेल के ११वें मिनट में किया। पहले हॉफ में होलीक्रास की टीम १-० से आगे रही। दूसरे हॉफ के ५वें मिनट में लाखे स्कूल को प्रेम तांड़ी से बराबरी दिलाई। इस गोल के बाद जब और कोई स्कोर नहीं हुआ तो मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। यहां पर होलीक्रास के लिए प्रवीण तिर्की, रोहित, राकेश तिर्की और प्रमोद ने गोल किए। लाखे के लिए सतीश दीप, नीलकंठ और दीपक जाल ही गोल कर सके।

कॉलेज वर्ग में सेमीफाइनल मैच सेंट थामस भिलाई और प्रगति कॉलेज के बीच खेला। यह मैच एक तरफा रहा और सेंट थामस ने आसानी से ३-० से जीत लिया। मैच का पहला गोल खेल के २७वें मिनट में भूपेन्द्र हिरवानी ने और दूसरा ३१वें मिनट में विपिन ने किया। एक और गोल भूपेन्द्र ने खेल के ४७वें मिनट में किया।

अशोक ध्यानचंद आज शहर में

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के पुत्र और पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचंद मंगलवार को राजधानी रायपुर आ रहे हैं। वे यहां पर कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। उनका यहां पर नागरिक अभिनंदन का कार्यक्रम भी रखा गया है।

यह जानकारी देते हुए शेरा क्रीड़ा समिति के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि अशोक ध्यानचंद विशेष रूप से क्लब के नीरज अग्रवाल स्मृति फुटबॉल स्पर्धा के समापन समारोह में शामिल होने आ रहे हैं। उनका सबसे पहले मंगलवार को सुबह ९.३० राजकुमार कॉलेज में सम्मान किया जाएगा। इसके बाद वे नेताजी स्टेडियम में राजधानी के खेल विभाग के कार्यालय में जाएंगे। वहां भी उनका सम्मान किया जाएगा। दोपहर को एक बजे प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वे शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और खेल मंत्राी लता उसेंडी से मुलाकात करेंगे। शाम को शेरा क्लब के कार्यक्रम में उनका सम्मान किया जाएगा। यह सम्मान क्लब के साथ खेल विभाग, नगर निगम और छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ द्वारा आयोजित किया गया है। रात्रि भोजन वे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निवास में करेंगे।

१५० पहलवान भिड़े सद्भावना कुश्ती में

प्रदेश के पहलवानों को कुश्ती में एक मंच देने के साथ उनको एकजुट करने के लिए नए प्रादेशिक कुश्ती संघ ने राजधानी रायपुर में सोमवार को एकदिनी सद्भावना कुश्ती का आयोजन किया। इसमें प्रदेश के कई जिलों के १५० पहलवानों ने भाग लिया। मुकाबलों के बाद विजेता पहलवानों को नकद इनाम दिए गए।

दंतेश्वरी अखाड़े में एक दिनी कुश्ती का प्रारंभ गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने किया। इसके बाद प्रारंभ हुए मुकाबलों में रायपुर के साथ बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी सहित कई जिलों के १५० पहलावनों के बीच मुकाबले हुए। दो-दो करके पहलवानों को बुलाया गया और मुकाबले के बाद विजेता पहलवानों को नकद राशि देकर प्रोत्साहित किया गया। इस आयोजन के बारे में प्रादेशिक कुश्ती संघ के सचिव अशोक पहलवान के साथ दिलीप यदु ने बताया कि प्रदेश में एक नया संघ इसलिए बनाया गया है ताकि प्रदेश के पहलवानों को एकजुट किया जा सकेे। उन्होंने बताया कि संघ के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह जूदेव बनाए गए हैं। संघ ने १५ जिलों में जिला संघ बना लिए गए हैं। इन्होंने बताया कि अब संघ के राष्ट्रीय संघ से मान्यता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जो प्रदेश संघ काम कर रहा है, उस संघ में बाहरी लोग हैं, ऐसे में प्रदेश के पहलवानों का नुकसान हो रहा है।

फाइनल मुकाबले आज

प्रदेश की बैडमिंटन टीम में स्थान पाने के लिए राज्य के अंडर १३ और १६ साल के बालक और बालिका खिलाडिय़ों में होड़ लगी है। सोमवार को हुए मुकाबलों के बाद अब मंगलवार को फाइनल मुकाबले होंगे, इसके बाद शाम को पुरस्कार वितरण का कार्यकम होगा।

जिला बैडमिंटन संघ द्वारा सप्रे बैडमिंटन हॉल में राज्य जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप का आज प्रारंभ हुआ। अंडर १३ साल बालक वर्ग के क्वार्टर फाइनल में यश योगी ने प्रखर त्रिवेदी को २१-१४, १९-२१, २१-१ से, सिद्धार्थ सिंह ने अंजनेश गुप्ता को २१-१०, २१-९ से हराया बालिका वर्ग में तनवी शुक्ला ने अरूणी चौहान को २१-१०, २१-१२ से, दीक्षा चौधरी ने Ÿोया योगी को २१-१९, २१-१० से, अंकिता गुप्ता ने शुंभागी गुप्ता को २१-११, २१-१८ से हराया। रूबी सिंह को एश्वर्या यदु के चोटग्रस्त होने से सेमीफाइनल में स्थान मिल गया।

अंडर १६ साल के बालक वर्ग में देवांश जायसवाल ने अतुल श्रीवास्तव को २१-१०, २१-९, Ÿोयांश जायसवाल ने विक्रांत को २१-१४, २१-१५, संयम शुक्ला ने अनुज गोरेला को २१-१०, २१-१५ और यश भुरलियार ने आदित्य नायर को कड़े मुकाबले में १९-२१, २१-१८, २१-१९ से मात दी।
जिला संघ के अमनुराग दीक्षित ने बताया कि स्पर्धा में फाइनल मुकाबले मंगलवार को होंगे। इसके बाद शाम को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्यअतिथि खेल मंत्री लता उसेंडी होंगी।

सोमवार, 14 सितंबर 2009

विजेताओं को मिलेगा नकद इनाम

प्रदेश में पाइका योजना के अंर्तगत ब्लाक स्तर पर होने वाली स्पर्धाओं में विजेता टीमों को नकद इनाम भी दिया जाएगा। हर खेल में विजेता रहने वाली टीमों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाली टीमों को भी नकद इनाम दिया जाएगा। इस इनाम को पाने के लिए रायपुर जिले में विशेष योजना बनाई गई है ताकि इनाम जरूर मिले।

प्रदेश का खेल विभाग इस समय केन्द्र सरकार की पाइका योजना को पूरे प्रदेश में लागू करवाने में लगा है। इस योजना में इस माह के अंत से खेलों का आयोजन होने जा रहा है। ब्लाक स्तर पर पांच खेल वालीबॉल, कबड्डी, खो-खो, एथलेटिक्स और सायक्लिंग होंगे। इस सभी खेलों के आयोजन की सारी तैयारियां कर ली गई हैं। रायपुर जिले के सभी १५ ब्लाकों में होने वाले आयोजन को लेकर वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे एक बैठक भी ले चुके हैं। इस बैठक में इस तरह से योजना बनाई गई है कि कम से कम रायपुर जिले में तो सभी पांचों खेलों में टीमें भाग लेंगी। जिन खेलों में पांच टीमें नहीं होंगी, उन खेलों में इनामी राशि नहीं दी जाएगी, ऐेसे में श्री डेकाटे ने सभी क्रीड़ाश्री को यह कहा है कि अगर एक गांव में किसी खेल की टीम पूरी नहीं होती है तो कुछ गांवों को मिलाकर टीमें बनाई जाएं ताकि हर खेल में कम से कम ८ टीमें शामिल हो सकें। इस योजना पर अब रायपुर जिले में काम किया जा रहा है।

श्री डेकाटे ने बताया कि हर खेल में विजेता टीमों के लिए दो हजार पांच सौ रुपए, उपविजेता टीमों के लिए एक हजार पांच सौ रुपए और तीसरे स्थान पर आने वाली टीमों के लिए पांच सौ रुपए का नकद इनाम रखा गया है। उन्होंने आशा जताई कि हमारे जिले में तो सभी खेलों में जहां टीमें भाग लेंगी, वहीं उनको नकद पुरस्कार भी मिलेगा।

राजकुमार कॉलेज फाइनल में

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में स्कूल वर्ग में राजकुमार कॉलेज की टीम ने कसडोल की टीम का विजयक्रम रोकते हुए उसे २-१ से मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया। कॉलेज वर्ग के पहले सेमीफाइनल में एनआईटी और खैरागढ़ के बीच हुए मैच में एनआईटी ने टाईब्रेकर में ३-१ से बाजी मारी।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा के पहले सेमीफाइनल में राजकुमार कॉलेज का मुकाबला कसडोल की उस टीम से हुआ जिस टीम ने राजधानी सप्रे, सालेम और विवेकानंद जैसी टीम को मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया था। इस रोमांचक मैच में पहला गोल राजकुमार कॉलेज के धमेन्द्र सिंह ने खेल के १४वें मिनट में किया। इसके एक मिनट बाद ही कसडोल को पुरन ने गोल मारकर बराबरी दिला दी। पहले हॉफ में मुकाबला १-१ से बराबर रहा। दूसरे हॉफ में राजकुमार कॉलेज ने प्रारंभ से ही तेज हमले किए जिसके परिणाम स्वरूप उसे ३८वें मिनट में बढ़त मिल गई। टीम के लिए दूसरा गोल भी धमेन्द्र सिंह ने किया। इस गोल के बाद कसडोल ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगाया, पर उसके फारवर्ड राजकुमार कॉलेज की रक्षापंक्ति तो भेद नहीं सके और अंत में राजकुमार कॉलेज ने मैच २-१ से जीतकर फाइनल में स्थान बना लिया।

दूसरा सेमीफाइनल मैच कॉलेज वर्ग में एनआईटी और खैरागढ़ में रोमांचक मुकाबला हुआ। काफी प्रयासों के बाद भी कोई टीम जब गोल नहीं कर सकी तो मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया।

यहां पर एनआईटी ने अपने गोलकीपर के कमाल के कारण मैच जीत लिया। विजेता टीम के लिए पुष्पेन्द्र, विमल और सुमन ने गोल किए जबकि पराजित टीम खैरागढ़ के लिए एक मात्र गोल आदित्य ने ही किया।

प्रदेश भर के खिलाड़ी जुटेंगे राजधानी में

राज्य सब जूनियर बैडमिंटन में खेलने के लिए प्रदेश के १३ जिलों के खिलाड़ी राजधानी में जुटेंगे। इनके बीच दो वर्गों अंडर १३ के साथ अंडर १६ वर्ग के खिताबों के लिए मुकाबलों के साथ ही प्रदेश की टीम में स्थान पाने की भी होड़ मचेगी।

यह जानकारी देते हुए रायपुर जिला बैडमिंटन संघ के अनुराग दीक्षित ने बताया कि जयपुर में १० से १६ अक्टूबर तक राष्ट्रीय सब जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। इस चैंपियनशिप में खेलने जाने वाले प्रदेश की टीम बनाने के लिए राजधानी में १४ और १५ सितंबर को राज्य चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। इस चैंपियनशिप में हर जिले से जिले की चैंपियनशिप में विजेता और उपविजेता बनने वाले खिलाड़ी ही भाग ले सकेंगे। स्पर्धा में अंडर १३ साल और अंडर १६ साल के बालक और बालिकाओं के मुकाबले होंगे। स्पर्धा में मेजबान रायपुर के साथ बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, सरगुजा, राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई, धमतरी, जगदलपुर के खिलाड़ी शामिल होंगे।

रविवार, 13 सितंबर 2009

हर गांव में बनेगा पाइका केन्द्र

प्रदेश के खेल विभाग ने राज्य के हर गांव में पाइका का केन्द्र बनाने का निर्णय लिया है। पाइका योजना का प्रचार-प्रसार करने की भी बड़े पैमाने पर तैयारी है ताकि गांवों की प्रतिभाओं को इसकी जानकारी हो सके और खेल की प्रतिभाएं सामने आ सकें।

यह जानकारी खेल संचालक जीपी सिंह ने जिलों के खेल अधिकारियों की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि जिन गांवों में जहां पर पाइका योजना के तहत जिम लगाए जाएंगे, उसी स्थान पर पाइका का केन्द्र बनाया जाएगा। इस केन्द्र से ही योजना का संचालन होगा। उन्होंने पाइका योजना में खेलों के आयोजन के लिए भी जिलों के खेल अधिकारियों को निर्देश दिए। इसी के साथ बताया कि पाइका का प्रचार-प्रसार करने के लिए जहां पोस्टर बनाए जाएं, वहीं स्कूलों में स्लोगन स्पर्धा का भी आयोजन किया जाए जिसमें इनाम रखा जाए। उन्होंने कहा कि पाइका की जानकारी हर गांव के खिलाड़ी तक पहुंचाना ही हमारा मकसद है।
श्री सिंह ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिभा खोज के बारे में भी खेल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस योजना का प्रारंभ इस माह के अंत तक कर देना है। उन्होंने बताया कि खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी के निर्देश पर युवा नीति के बारे में अधिकारियों को बताया गया कि इस नीति के लिए युवाओं से लिखित में सुझाव लिए जाएं। अच्छे सुझाव पर इनाम भी दिया जाएगा। इसके लिए एक जूरी बनाई जाएगी तो विजेता का फैसला करेगी। इस नीति के लिए पहले जिलों में फिर राज्य में आयोजन होगा।

सरकारी कराते में खिलाडिय़ों से शुल्क वसूला गया

खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित राज्य कराते चैंपियनशिप में रायपुर के खिलाडिय़ों से शुल्क वसूलने का मामला सामने आया है। शुल्क न देने पर खिलाडिय़ों को स्पर्धा से बाहर तक करने की धमकी दी गई। इस बारे में राज्य कराते के संघ के सचिव का कहना है कि उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मामले की शिकायत अब खेल संचालक से की जाएगी। इसके पहले खेल विभाग के राज्य कबड्डी के आयोजन में चंदा उगाही का मामला सामने आ चुका है।

खेल विभाग दुर्ग में आयोजित राज्य कराते में खेलने गए रायपुर के कुछ खिलाडिय़ों ने हरिभूमि को फोन करके जानकारी दी कि उनसे खेलने के लिए रायपुर जिला संघ के पदाधिकारियों से शुल्क लिया है। एक वर्ग के लिए ५० रुपए और दो वर्ग के लिए १०० रुपए लिए गए हैं। शुल्क न देने वाले खिलाडिय़ों को स्पर्धा से बाहर करने की धमकी दी गई। इस बारे में जानकारी लेने जब राज्य संघ के सचिव हरिहर राव से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि रायपुर के खिलाडिय़ों से पैसे लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे रायपुपर के पदाधिकारियों से इस संबंध में बात करके कुछ बता पाएंगे। उनके साथ प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने भी रायपुर के पदाधिकारियों से बात की और बताया कि जिन भी खिलाडिय़ों से पैसे लिए गए हैं उनको वापस करवाए जा रहे हैं। इधर खिलाडिय़ों ने बताया कि रायपुपर के पदाधिकारियों ने खिलाडिय़ों को धमकी दी कि अगर पैसे वापस लिए गए तो खेलने नहीं दिया जाएगा। जब इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह को जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि विभाग में अगर खिलाड़ी शिकायत करते हैं तो मामले की जांच करवाई जाएगी। खिलाडिय़ों ने अब फैसला किया है कि वे दुर्ग से लौटने के बाद इस मामले में लिखित में खेल विभाग में शिकायत करेंगे। खेल विभाग के आयोजन में लगातार विवाद सामने आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले कुरुद में खेली गई कबड्डी स्पर्धा में चंदा उगाही की शिकायतें मिली हैं।

कसडोल अंतिम ४ में

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में कसडोल स्कूल की टीम ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए विवेकानंद को २-१ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। यहां अब उसका मुकाबला आरकेसी से होगा। आरकेसी ने आज भारत माता स्कूल को परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया है। एक अन्य क्वार्टर फाइनल मैच में होलीक्रास ए ने अपने ही स्कूल की बी टीम को मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में पहला क्वार्टर फाइनल मैच कसडोल का विवेकानंद विद्या पीठ से हुआ। इस मैच में पहला गोल कसडोल के कुलेश्वर ने खेल के १८ वें मिनट में किया। दूसरा गोल २७ वें मिनट में प्रवीण ने किया। पराजित टीम के लिए एक मात्र गोल निहालिक ने खेल के ३४ वें मिनट में किया।

दूसरे मैच में आरकेसी ने भारत माता स्कूल को एकतरफा मुकाबले में ३-० से मात दी। मैच का पहला गोल खेल के २३वें मिनट में धमेन्द्र सिंह ने किया। उन्होंने ही दूसरा गोल ३५वें मिनट में किया। तीसरा गोल प्रतीक टांक ने ४१वें मिनट में किया। इस मैच में पूरी तरह से आरकेसी का दबदबा रहा। तीसरे मैच में होलीक्रास की ए टीम ने बी टीम को २-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। पहला गोल तो आत्मघाती हुआ और दूसरा गोल रोहित ने किया।

दानी की खिताबी तिकड़ी

रश्मि मिश्रा स्मृति अंतर शालेय वालीबॉल में बालिका वर्ग के खिताबी मुकाबले में एक सेट गंवाने के बाद दानी स्कूल ने श्याम नगर स्कूल को २-१ से मात देकर लगातार तीसरी बार खिताब जीत लिया। बालक वर्ग का खिताब लाखे स्कूल ने महर्षि को सीधे सेटों में मात देकर जीता।

सिटी स्पोट्र्स क्लब द्वारा मलेरिया मैदान में आयोजित बालिका वर्ग के फाइनल में मौजूदा चैंपियन दानी स्कूल का मुकाबला श्याम नगर की उस टीम से हुआ जिसने शुक्रवार को उटलफेर करके सेंटपाल चर्च को मात दी थी। पहले सेट में श्याम नगर की टीम ने कड़े मुकाबले में २५-२३ से बाजी मार ली। दूसरे सेट में दानी स्कूल ने वापसी करते हुए सेट २५-१९ से जीतकर १-१ की बराबरी प्राप्त कर ली। तीसरे और निर्णायक सेट में दानी स्कूल ने आसानी से १५-६ से सेट जीतकर खिताब जीत लिया। यह लगातार तीसरे साल दानी स्कूल ने खिताब जीता है। बालक वर्ग के फाइनल में लाखे स्कूल ने महर्षि को मात देकर खिताब जीता। विजेता खिलाडिय़ों को कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू ने पुरस्कार बांटे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक बजाज ने की। विशेष अतिथि खेल संचालक जीपी सिंह और आरडीए के पूर्व अध्यक्ष श्याम बैस थे।

शनिवार, 12 सितंबर 2009

राजधानी का साई सेंटर माहांत तक

राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में साई के ट्रेनिंग सेंटर का प्रारंभ माहांत तक होने की उम्मीद है। इस सेंटर के लिए एमओयू का करने की पूरी तैयारी हो चुकी है, नगर निगम से इसको मंजूरी मिलने के बाद सारे दस्तावेज साई के नई दिल्ली कार्यालय को भेज दिए गए हैं। दिल्ली में खेल संचालक जीपी सिंह ने जो बात की है, उससे पता चलता है कि जल्द ही इस सेंटर का प्रारंभ कर दिया जाएगा।

नई दिल्ली में खेल संचालक जीपी सिंह ने साई के अधिकारियों से राजधानी के साई सेंटर के बारे में चर्चा की और उनको एमओयू को अंतिम रूप देने के लिए रायपुर आमंत्रित किया गया है। साई के अधिकारी जैसे ही रायपुर आएंगे एमओयू करके साई का सेंटर प्रारंभ कर दिया जाएगा। सेंटर के इस माह के अंत तक प्रारंभ होने की उम्मीद जताई जा रही है। संचालक जीपी सिंह ने बताया कि निगम ने इस सेंटर को पहले ही अनुमोदित कर दिया था, पर एमओयू से पहले इसको एमआईसी में रखा गया जहां से इसको मंजूरी मिल गई है। उन्होंने बताया कि उनकी इस बारे में क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु से बात भी हुई है और उन्होंने यहां साई के अधिकारियों को भेजने की बात कही है। साई ने इस सेंटर के लिए छह खेलों को शामिल करते हुए पहले ही केन्द्र सरकार को इसका प्रस्ताव भेज दिया है। इस सेंटर में ६ खेलों को शामिल किया गया है। सेंटर में एथलेटिक्स के लिए १० बालक १० बालिकाएं, वालीबॉल के लिए १२ बालक १२ बालिकाएं, हॉकी के लिए भी १२-१२, हैंडबॉल में १२-१२, कबड्डी में १८ बालक, भारोत्तोलन में १० बालक और १० बालिकाओं का चयन करके इनको प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रारंभिक तौर पर यहां पर डे-बोर्डिंग सेंटर प्रारंभ किया जाएगा। बाद में यहां पर भी हास्टल की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

भारत माता-विवेकानंद अंतिम ८ में

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय-अंतर कॉलेज फुटबॉल में भारत माता स्कूल और विवेकानंद विद्या पीठ ने अपने-अपने लीग मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। स्कूल वर्ग के तीनों क्वार्टर फाइनल मैच शनिवार को खेले जाएंगे।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में खेली जा रही इस स्पर्धा में पहला मैच भारत माता स्कूल का आदर्श विद्यालय से हुआ। इस मैच में भारत माता स्कूल का पूरा दबदबा रहा। मैच का पहला गोल खेल के चौथे मिनट में ही निखिल शर्मा ने किया। पहले हॉफ में भारत माता की टीम १-० से आगे रही। मैच का दूसरा गोल दूसरे हॉफ के ३४ वें मिनट में अंकित शुक्ला ने किया।

दूसरे मैच में आरकेसी बी और विवेकानंद के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। इस मैच में आरकेसी के लिए अंकित सिंहदेव ने खेल के १२वें मिनट में पहला गोल किया। विवेकानंद को चन्द्रदेव ने १७ वें मिनट में बराबरी दिलाई। इसके बाद रोमांचक मुकाबले का दौर प्रारंभ हुआ। विवेकानंद ने ताबड़तोड़ हमले किए और कई मौके गंवाने के बाद अंतत: खेल समाप्त होने के दो मिनट पहले ही चन्द्रदेव की आरकेसी की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल हुए और विवेकानंद ने मैच २-१ से जीतकर अंतिम ८ में स्थान बना लिया। अगर मैच ड्रा हो जाता तो गोल औसत में बेहतर रहने के कारण आरकेसी को क्वार्टर फाइनल में स्थान मिल जाता।

आज होंगे फाइनल मुकाबले

रश्मि मिश्रा स्मृति अंतर शालेय वालीबॉल में बालिका वर्ग के सेमीफाइनल मैचों के साथ बालक वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच खेले गए। स्पर्धा में शनिवार की सुबह बालक वर्ग के सेमीफानल मैचों के बाद शाम के सत्र में फाइनल मुकाबले होंगे इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा।

सिटी स्पोट्र्स क्लब द्वारा मलेरिया मैदान में खेली जा रही इस स्पर्धा में शाम के सत्र में बालिका वर्ग में पहला सेमीफाइनल मैच दानी स्कूल का नवीन सरस्वती कन्या शाला के साथ खेला गया। यह मैच सीधे सेटों में दानी स्कूल ने २५-६, २५-४ से जीता। दूसरे सेमीफाइनल में सेंटपाल ने श्याम नगर स्कूल को २५-१०, २५-११ से मात दी।

बालक वर्ग के पहले क्वार्टर फाइनल मैच में वामनराव लाखे स्कूल ने संत ज्ञानेश्वर को २५-११, २५-१० से मात दी। दूसरे क्वार्टर फाइनल में भारत माता स्कूल ने सुंदर लाल शर्मा स्कूल को कड़े मुकाबले में २-१ से मात दी। पहला सेट भारत माता ने १४-२५ से गंवाया, इसके बाद उसने २५-२३ और १५-६ से दो सेट जीतकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।

शुक्रवार, 11 सितंबर 2009

सुरभि को तिहरा खिताब

राज्य रैंकिंग टेबल टेनिस में रायपुर की राष्ट्रीय खिलाड़ी सुरभि मोदी ने तीन खिताब उड़ाए। उन्होंने जूनियर, यूथ के साथ सीनियर वर्ग का भी खिताब जीता। चैंपियनशिप में पांच वर्गों के मुकाबलों में रायपुर और बिलासपुर का दबदबा रहा।

सप्रे टेबल टेनिस हॉल में गुरुवार को रायपुर की राष्ट्रीय खिलाड़ी सुरभि मोदी ने सबसे पहले जूनियर वर्ग के खिताबी मुकाबले में रायपुर की ही सृष्टि तिवारी को कड़े मुकाबले में ९-११, ११-३, ११-४, ९-११, ११-८ और ११५ से मात देकर पहला खिताब जीता। इसके बाद यूथ वर्ग में उन्होंने बिलासपुर की प्रियल घोरे को सीधे सेटों में ११-४, ११-५, ११-९ से १३-११ से मात देकर दूसरा खिताब जीता। सीनियर वर्ग के फाइनल में भी इनके बीच मुकाबला हुआ जिसमें सुरभि ने ११-४, ११-९,११-८, ११-४ से बाजी मारकर अपना तीसरा खिताब जीता।


कैडेट वर्ग के बालिका वर्ग में बिलासपुर की गार्गी मुखर्जी ने अपने ही शहर की ध्वनि केडिया को १२-१०, ८-११, ९-११, ११-५, १२-१० से हराया। बालक वर्ग में बिलासपुर के रोनित सरकार ने धमतरी के आदित्य रायचुरिया को सीधे सेटों में ११-४, ११-९, ६-११, ११-६ से परास्त किया। सब जूनियर वर्ग के बालिका वर्ग में दुर्ग की रेणुका साहू ने बिलासपुर की गार्गी मुखर्जी को ११-७, ११-९, ११-५ से हराया। बालक वर्ग में बिलासपुर के केशव शाह ने बिलासपुर के ही मेहुल सिंग को ११-८, ११-५, ११-५ से हराया। वालक वर्ग में दुर्ग के सौमित्रा तिवारी ने बिलासपुर के के. साई प्रशांत को कड़े मुकाबले में ५-११, ११-३, ११-९, ११-६, ३-११, ११-८ से मात दी। यूथ वर्ग में रायपुर के अंशुमन राय ने रायपुर के ही सागर घाटगे को कड़े मुकाबले में ९-११, ११-६, ११-३, ५-११, ११-६, ७-११, १३-११ से हराकर खिताब जीता। सीनियर वर्ग में राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय बैसवाडे का फाइनल में दुर्ग के ए. संतोष से मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में विनय ने बाजी मारी। सभी मैचों के मुख्य निर्णायक एचके ओबेराय थे।

लाखे सेमीफाइनल में

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में वामनराव लाखे स्कूल ने क्वार्टर फाइनल में सप्रे स्कूल को एक मात्र गोल की मदद से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। अन्य मैचों में आरकेसी बी को होलीक्रास बी ने २-१ से हराया। कॉलेज वर्ग में पिछले साल की विजेता सेंट थामस कॉलेज भिलाई से हिदायतउल्ला ला कॉलेज को २-० से हराया।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में खेली जा रही स्पर्धा में पहला मैच होलीक्रास बी और आरकेसी बी के बीच खेला गया। इस मैच में मैच का पहला गोल तो आरकेसी के सूर्यवीर सिंह ने मैच के दूसरे मिनट में किया। खेल के १५वें मिनट में रिजीत नेे अपनी टीम को बराबरी दिला दी। लाखे के लिए दूसरा गोल दीपांशू ने खेल के ३२वें मिनट में गोल किया। यही गोल विजयी गोल साबित हुआ। दूसरे मैच में जो कि क्वार्टर फाइनल मैच था, इसमें लाखे स्कूल ने दीपक जाल के एक मात्र गोल की मदद से सप्रे स्कूल को मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।

कॉलेज वर्ग में पहला मैच मौजूदा चैंपियन भिलाई के सेंट थामस कॉलेज और हिदायतउल्ला कॉलेज के बीच खेला गया। इस मैच में पहला गोल नरेन्द्र ने और पारस ने किया। दूसरे मैच मे एनआईटी ने साईनाथ कॉलेज परसतराई को मात दी।

निवेदिता, सरस्वती स्कूल जीते

रश्मि मिश्रा स्मृति अंतर स्कूल वालीबॉल में निवेदिता के साथ सरस्वती स्कूल और सेंटपाल ने अपने-अपने मैच जीत लिए। बालक वगज्ञ में हिरमी स्कूल ने महर्षि स्कूल को मात दी।

मलेरिया मैदान में खेली जा रही इस स्पर्धा में पहला मैच बालिका वर्ग में निवेदिता स्कूल का श्याम नगर स्कूल से हुआ। इस मैच में निवेदिता ने २५-१७, २५-१९ से जीत प्राप्त की। दूसरे मैच में नवीन सरस्वती स्कूल ने होलीहार्ट को २५-२२, २५-१७ से हराया। तीसरे मैच में सेंटपाल ने भी होलीहार्ट को २५-१३, २५-९ से हराया। बालक वर्ग के पहले मैच में हिरमी स्कूल ने महर्षि स्कूल को २५-१५, २५-१२ से मात दी। दूसरे मैच में सुंदर लाल शर्मा स्कूल ने आदर्श को २५-१९, २५-१६ से और विवेकानंद ने श्याम नगर स्कूल को २५-२०, २५-१४ से हराया।

गुरुवार, 10 सितंबर 2009

राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का दावा इसी माह करेंगे

प्रदेश सरकार इस माह के अंत में राष्ट्रीय खेल २०१३ के लिए मेजबानी का दावा राष्ट्रीय ओलंपिक संघ के सामने पेश करेगी। इसी सिलसिले में प्रदेश के खेल संचालक जीपी सिंह ने दिल्ली में मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी के साथ महासचिव रणधीर सिंह से मुलाकात करके उनको छत्तीसगढ़ सरकार के दावे के बारे में अवगत कराया है।

प्रदेश का खेल विभाग इस समय राष्ट्रीय खेल २०१३ की मेजबानी लेने के लिए जुटा हुआ है। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। जहां प्रदेश सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है, वहीं नगर निगम से भी इसकी इजाजत ले ली गई है। प्रदेश सरकार ने मेजबानी के दावे के साथ ओलंपिक संघ में जमा की जाने वाली ५० लाख की राशि भी खेल विभाग को दे दी है। अब विभाग ओलंपिक संघ को मेजबानी के दावे का फार्म भरकर देगा इसके बाद मेजबानी के फैसले से पहले विभाग को ओलंपिक संघ के सामने राज्य में खेलों की सुविधाओं की सारी जानकारी रखनी होगी। खेल संचालक ने इस सिलसिले में दिल्ली जाकर भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी के साथ महासचिव रणधीर सिंह ने भी मुलाकात की और उनको छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा से अवगत कराया है। श्री सिंह ने दिल्ली से दूरभाष पर हरिभूमि के संपर्क करने पर बताया कि उनकी अध्यक्ष और महासचिव से मुलाकात काफी महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने बताया कि इनसे मुलाकात के बाद तय किया गया है कि इस माह के अंत तक मेजबानी के दावे के फार्म के साथ ५० लाख रुपए जम कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश की खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी के साथ प्रदेश ओलंपिक संघ के प्रतिनिधि मंडल के साथ ही दावे का फार्म जमा किया जाएगा। फार्म के साथ क्या-क्या रहेगा इसकी पूरी जानकारी उन्होंने ले ली है।

बुधवार, 9 सितंबर 2009

खेल अकादमी भी बिलासपुर में

राजधानी रायपुर के स्थान पर खेल अकादमी भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के कारण बिलासपुर में बनेगी। बिलासपुर में एक प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जा रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री ने इस केन्द्र के साथ ही अकादमी को भी बनाने की सलाह दी थी, जिस पर अमल करते हुए अब खेल विभाग ने इस अकादमी के निर्माण में आने वाले खर्च का एक अनुमानित बजट बनाकर देने के लिए लोक निर्माण विभाग को कहा है। पूरी योजना तैयार होने पर विभाग इसको मंजूरी के लिए भेजेगा।

प्रदेश के खेल विभाग ने एक खेल अकादमी बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के सामने रखा था। इस प्रस्ताव के साथ ही बिलासपुर के प्रशिक्षण केन्द्र के बारे में भी मुख्यमंत्री को बताया गया था। इन दोनों योजनाओं की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री ने जानकारों से चर्चा की और सलाह दी कि क्यों न जहां पर प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जा रहा है, वहीं पर खेल अकादमी भी बना दी जाए। जब उनको बताया गया कि प्रशिक्षण केन्द्र और अकादमी दोनों अलग-अलग मसकद के लिए हैं। प्रशिक्षण केन्द्र में जहां जूनियर खिलाड़ी रहेंगे, वहीं अकादमी में सीनियर खिलाडिय़ों को रखा जाएगा। इस पर मुख्यमत्री ने कहा कि मकसद तो खेलों को बढ़ाना है। प्रशिक्षण केन्द्र में जूनियर खिलाड़ी रहेंगे और अकादमी में सीनियर खिलाड़ी ऐसे में दोनों एक-दूसरे के साथ रहेंगे और खेलेंगे तो दोनों का खेल निखरेगा। उनकी इस बात पर सहमत होते हुए अंतत: खेल अकादमी को भी बिलासपुर में बनाने का फैसला किया गया है।

अकादमी के लिए मांगी ६२ एकड़ जमीन

खेल संचालक जीपी सिंह ने इस संबंध में पूछने पर बताया कि खेल प्रशिक्षण केन्द्र से लगी ६२ एकड़ जमीन खेल अकादमी के लिए मांगी गई है। इस अकादमी में कम से कम पांच खेल रखे जाएंगे। इस पर करीब ३८ करोड़ का खर्च आएगा। दोनों में १००-१०० खिलाडिय़ों के रहने के लिए छात्रावास भी बनाया जाएगा। अकादमी में जहां स्वीमिंग पूल बनेगा, वहीं एक बड़ा हॉल बनेगा जिसमें कई खेल हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग को एक पत्र लिखकर बिलासपुर में स्थान का निरीक्षण करके एक योजना बना कर देने के लिए कहा गया है। पूर्व में राजधानी में साइंस कॉलेज के पास ही इस योजना के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी स्थल निरीक्षण करने आए थे, तभी उनको यह जानकारी दी गई कि अब यह अकादमी रायपुर में नहीं बल्कि बिलासपुर में बनेगी।

रूस्तम-अजय भारतीय टीम में

छत्तीसगढ़ के भारोत्तोलक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रूस्तम सारंग के साथ उनके छोटे भाई अजय दीप सारंग का चयन भारतीय भारोत्तोलन टीम में हुआ है। दोनों भाई अब मलेशिया में १८ अक्टूबर से होने वाली कामनवेल्थ चैंपियनशिप में खेलने जाएंगे।

यह जानकारी देते हुए उनके कोच और पिता विक्रम पुरस्कार प्राप्त बुधराम सारंग ने पूणे से फोन पर बताया कि यहां पर भारतीय टीम का चयन करने के लिए चयन ट्रायल का आयोजन किया गया था। इस ट्रायल में सीनियर वर्ग में रूस्तम सारंग ने स्नैच में १२८ किलो और क्लीन एंड जर्क में अपना रिकॉर्ड १४७ किलो वजन उठाकर स्वर्ण पदक के साथ भारतीय टीम में स्थान बना लिया। जूनियर वर्ग में शहीद कौशल यादव पुरस्कार पाने वाले अजय दीप सारंग ने ६९ किलो वर्ग में स्नैच में १२० किलो और क्लीन एंड जर्क में १५० किलो के साथ स्वर्ण जीता और टीम में स्थान पक्का कर लिया। अब दोनों भाई भारतीय टीम के साथ खेलने के लिए मलेशिया जाएंगे। वहां पर १८ से २३ अक्टूबर तक कामनवेल्थ चैंपियनशिप होगी। भारत में २०१० में होने वाले कामनवेल्थ के संभावितों में भी दोनों भाई है और इसके लिए प्रशिक्षण शिविर लगातार पूणे में चल रहा है जिसमें रूस्तम और अजय शामिल हैं।

मंगलवार, 8 सितंबर 2009

जेसीबी सेमीफाइनल में

छत्तीसगढ़ की पहली पेशेवेर फुटबॉल टीम जेसीबी भिलाई ब्रदर्स ने असम में बोटो स्वर्ण कप फुटबॉल के सेमीफाइनल में स्थान बना लिया है।
यह जानकारी देते हुए जेसीबी के अश्वनी महेन्द्रु ने बताया कि पेशेवेर टीम बनाने के बाद यह टीम का पहला ही दौरा है। असम में ५० हजार की इनामी राशि वाली इस चैंपियनशिप में जेसीबी की टीम ने क्वार्टर फइनल में जोरदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान असम के थरमल फुटबॉल क्लब को २-० से मात दी। मैच का पहला गोल नाइजीरियन खिलाड़ी एरिक ने ५७वें मिनट में मारा। दूसरा गोल दीपांकर ने खेल के ७३वें मिनट में किया। मैच में मैन ऑफ द मैच रूबेन रहे। अब छत्तीसगढ़ की इस टीम का सेमीफाइनल में मोहम्मडन स्पोर्टिंग और जार्ज टेलीग्राफ के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच की विजेता टीम से होगा।
श्री महेन्द्रु ने बताया कि छत्तीसगढ़ को कोई पेशेवर टीम पहली बार देश की किसी ऐसी बड़ी स्पर्धा में खेलने गई है। अब टीम साल भर लगातार ऐसी ही स्पर्धाओं में खेलने जाएगी। टीम ने स्पर्धा में जाने से पहले भिलाई में कड़ा अभ्यास किया था।

सीबीएसई शतरंज राजनांदगांव में

प्रदेश में पहली बार सीबीएसई स्कूलों की राष्ट्रीय जोनल शतरंज चैंपियनशिप का आयोजन राजनांदगांव के युगांतर स्कूल में किया गया है। १४ सितंबर से प्रारंभ होने वाली इस स्पर्धा में छत्तीसगढ़ सहित ९ राज्यों के स्कूलों की टीमें भाग लेंगी।
यह जानकारी पत्रकारों को देते हुए आयोजक स्कूल युगांतर के प्राचार्य योगेन्द्र सिंह ने बताया कि यह पहला मौका है जब छत्तीसगढ़ के किसी सीबीएसई के स्कूल को राष्ट्रीय जोनल स्पर्धा की मेजबानी मिली है। इस चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के अलावा मप्र, गुजरत, राजस्थान, महाराष्ट्र. गोवा, दामन दीव व दादर नगर के स्कूलों के करीब ४५० से ज्यादा बालक और बालिका खिलाड़ी खेलने आएंगे। स्पर्धा अंडर १४ और १९ साल वर्ग में होगी। स्पर्धा में कई नामी स्कूल जैसे इंदौर का डेली कॉलेज, ग्वालियर का सिंधिया स्कूल अजमेर का मेयो स्कूल, डीपीएस स्कूल सहित कई नामी स्कूलों की टीमें खेलने आएंगी।
प्रदेश शतरंज संघ के नरेन्द्र डाकलिया ने बताया कि तकनीकी सहयोग हमारा संघ कर रहा है और इस स्पर्धा में पहली बार नतीजे सीधे नेट पर देखे जा सकेंगे। इसके लिए विश्व स्तरीय स्वीज मैनेजर का उपयोग किया जा रहा है। इसी से खिलाडिय़ों के मुकाबले भी तय होंगे। स्पर्धा का उद्घाटन १४ सितंबर को खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी करेंगी।

कसडोल की दूसरी जीत

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में कसडोल की टीम ने लगातार शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए लीग में दूसरी जीत प्राप्त की। अन्य मैचों में आरकेसी और लाखे स्कूल का मुकाबला १-१ से बराबरी पर छूटा। कॉलेज वर्ग में मैट्स ने टाईब्रेकर में विवेकानंद कॉलेज को ५-३ से हराया।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे मैदान में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच स्कल वर्ग में कसडोल का सालेम से हुआ। इस मैच में कसडोल के लिए पहला गोल पूरन ने २४वें मिनट में किया। दूसरा गोल जीवन ने ३७वें मिनट में किया। दूसरे मैच में आरकेसी ए और लाखे स्कूल का मैच बराबर रहा। आरकेसी के लिए धमेन्द्र सिंह ने और लाखे के लिए राजादीप ने गोल किया।
कॉलेज वर्ग में पहला मैच विवेकानंद और मैट्स के बीच खेला गया। पहले हॉफ में विवेकानंद के लिए ५वें मिनट में शहबज खान ने गोल किया। दूसरे हॉफ में प्रांजल ने ३९वें मिनट में गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिलाई। मैच का फैसला टाईब्रेकर में किया गया जिसमें मैट्स ने चार और विवेकानंद ने दो गोल किए। मैट्स ने यह मैच ५-३ से जीता। दूसरे मैच में प्रगति कॉलेज ने महंत कॉलेज को टाईब्रेकर में ६-४ से हराया। निर्धारित समय मे मुकाबला २-२ से बराबर था।

५० हजार में ५ खेलों का आयोजन संभव नहीं

पाइका योजना में रायपुर जिले के १५ विकासखंडों में किए जाने वाले पांच खेलों के आयोजन को लेकर यहां जिला खेल अधिकारी के कार्यालय में हुई बैठक में सभी ब्लाकों के क्रीड़ाश्री ने एक स्वर में यह मामला उठाया कि ५० हजार रुपए में पांच खेलों का आयोजन संभव नहीं। है। आयोजन के लिए बजट में केन्द्र सरकार ने इतने ही पैसे मिले हैं, लेकिन एक-एक ब्लाग में बहुत ज्यादा गांव होने से सभी परेशान हैं कि आखिर इतने कम बजट में आयोजन कैसे होंगे। पांच खेलों के आयोजन के साथ पांच खेलों का चयन ट्रायल भी करना है, क्योंकि जिला स्तर पर १० खेलों का आयोजन होना है।

राजधानी के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के कार्यालय में रविवार को रायपुर जिले के सभी १५ विकासखंडों के क्रीड़ाश्री को खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने पाइका के खेलों के आयोजन के लिए निर्देश देने बुलाया था। बैठक में खेल अधिकारी ने अपनी तरफ से उनको आयोजन के लिए निर्देश तो दिए, पर सभी ब्लाकों से आए क्रीड़ाश्री इस बात को लेकर परेशान थे कि आखिर ५० हजार रुपए में पांच खेलों का आयोजन कैसे संभव होगा। सभी ने बैठक के बाद हरिभूमि से भी कहा कि केन्द्र सरकार ने बजट में खेल विभाग को हर ब्लाग के लिए ५० हजार की राशि दी है। इस राशि से पांच खेलों का आयोजन इसलिए संभव नहीं है कि पांच खेलों में इतने ज्यादा बालक और बालक खिलाड़ी आ जाएंगे कि उनके खाने पर ही बजट खर्च हो जाएगा। कई विकासखंडों में १०० से ज्यादा गांव हैं। ऐसे में अगर इन गांवों में से २५ प्रतिशत गांव भी शामिल होते हैं तो आयोजन को लेकर परेशानी हो जाएगी।

क्रीड़ाश्री की बातों पर गौर किया जाए तो यही लगता है कि वास्तव में ५० हजार में आयोजन संभव नहीं है। ब्लाक स्तर पर पांच खेलों के आयोजन में ५० हजार की राशि से ही आयोजन के लिए सामान, खिलाडिय़ों की वेशभूष और भोजन के अलावा फोटोग्राफी के साथ विडियोग्राफी को भी अनिवार्य रखा गया है। इसी के साथ सभी विाकसखंडों से जिला स्तर के लिए टीमें भी भेजना है। ऐसे में सभी परेशानी में हैं।

ब्लाक स्तर पर जिन पांच खेलों का आयोजन होना है, उनमें वालीबॉल, कबड्डी, खो-खो, एथलेटिक्स और सायक्लिंग शामिल हैं। इसके अलावा फुटबॉल, हॉकी, कुश्ती, तीरंदाजी और भारोत्तोलन का ट्रायल करके टीमें भेजनी होंगी। श्री डेकाटे ने बताया कि बैठक में धरसीवां से बद्री प्रसाद वर्मा, अभनपुर से बीआर साहू, आरंग ने नीलमंणी चन्द्राकर, तिल्दा से सीके वर्मा, बलौदाबाजार से सुरेश दत्त ठाकुर, पलारी से ईश्वर साहू, कसडोल से आलोक मिश्रा, सिमगा से आशुतोष शर्मा, भाटापारा से शरद पंसारी, फिगेश्वर से रोमन साहू, देवभोग से दुर्गेश चन्द्र टाडिंल्य, छुरा से रेवेन्द्र दीक्षित और मैनपुर से यशवंत बघेल शामिल हुए। उन्होंने बताया कि जिला स्तर का आयोजन दो चरणो में होगा। पहला चरण बलौदाबाजार में ७ से ८ अक्टूबर को होगा जिसमें वालीबॉल, कबड्डी, खो-खो, हॉकी और तीरंदाजी होगी। इसमें १२०० खिलाड़ी शामिल होंगे। दूसरा चरण तिल्दा या रायपुर में होगा इसमें एथलेटिक्स, फुटबॉल, सायक्लिंग, भारोत्तोलन और कुश्ती के मुकाबले १२ और १३ अक्टूबर को होंगे। ब्लाक स्तर के सभी आयोजन २५ सितंबर तक अनिवार्य रूप से कर लिए जाएंगे।

सोमवार, 7 सितंबर 2009

गोलों की झड़ी-मिली जीत बड़ी

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में कसडोल के साथ आरकेसी की टीम ने गोलों की झड़ी लगाते हुए बड़ी जीत प्राप्त की। कसडोल ८-० और आरकेसी ६-० से जीता। कॉलेज वर्ग में प्रगति कॉलेज ने मेडिकल कॉलेज को टाईब्रकेर में ६-५ से मात दी।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच सप्रे स्कूल का कसडोल की टीम से हुआ। ग्रामीण टीम कसडोल के सामने सप्रे के खिलाड़ी ठहर ही नहीं सके और कसडोल ने गोलों की झड़ी लगा दी। मैच का पहला गोल सप्रे ने आत्मघाती कर दिया। इसके बाद कसडोल के लिए सांकेत, जीवन चन्द्र, नव किशोर, खिलेश्वर, प्रवीण और भाना कुमार ने गोल किए। नवल ने दो गोल मारे।
पहले मैच की तरह दूसरा मैच भी एकतरफा रहा। इसमें आरकेसी ने जेएनपांडे को ५-० से मात दी। नेल्सन ने दो, प्रतीक टांक, अनुराग डागा और यांस ने एक-एक गोल किए।

कॉलेज वर्ग के मैच में प्रगति कॉलेज का चैंपियनशिप में पहली बार खेलने वाली मेडिकल कॉलेज की टीम के कड़ा मुकाबला हुआ। पहला गोल प्रगति के तोरण सिंह ने ३१ वें मिनट में किया। मेडिकल के लिए बराबरी का गोल ४८वें मिनट में ललित के किया। इसके बाद ५१ वें मिनट में अभिजीत के गोल से मेडिकल कॉलेज २-१ से आगे हो गया। खेल समाप्त होने के ८ मिनट पहले कुणाल ने प्रगति को बराबरी दिला दी। २-२ की बराबरी के बाद मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें प्रगति कॉलेज ने चार और मेडिकल कॉलेज ने तीन गोल किए। मैच प्रगति कॉलेज ने ६-५ से जीता।

नौकरी वाले खिलाडिय़ों को भी नौकरी का आफर

प्रदेश सरकार द्वारा जारी उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची में करीब दो दर्जन खिलाड़ी ऐसे हैं जो रेलवे में नौकरी करते हैं। स्पष्ट नियमों के अभाव के कारण जहां ऐसे खिलाडिय़ों के आवेदन खेल विभाग ने स्वीकार कर लिए थे, वहीं उनको अब उत्कृष्ट खिलाड़ी भी घोषित कर दिया गया है। लेकिन ऐसे खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाडिय़ों का प्रमाणपत्र देने से पहले उनसे यह जान लेने की बात की जा रही है कि वे राज्य सरकार की नौकरी करने के इच्छुक हैं नहीं।

प्रदेश में जबसे उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी हुई है, इसको लेकर तरह-तरह से सवाल खिलाड़ी और खेल संघों से जुड़े लोग उठा रहे हैं। नियमों को लेकर खेल संघ संतुष्ट नहीं हैं। इसी तरह से उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित होने से वंचित रहने वाले खिलाडिय़ों के साथ कई खेल संघों से जुड़े लोग यह सवाल करने लगे हैं कि आखिर क्यों कर ऐसे खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने का काम किया गया है जो खिलाड़ी पहले से नौकरी में हैं। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि हैंडबॉल के साथ बास्केटबॉल के करीब दो दर्जन खिलाड़ी रेलवे में काफी समय से कार्यरत हैं। इसी के साथ कुछ खिलाड़ी प्रदेश के पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। राज्य में कार्य करने वाले खिलाडिय़ों के साथ तो दिक्कत नहीं है क्योंकि वे यहां काम कर रहे हैं, लेकिन खेल बिरादरी का सवाल है कि क्या रेलवे के खिलाड़ी नौकरी छोड़कर राज्य शासन की नौकरी करने को तैयार होंगे।
कई खिलाड़ी कहते हैं कि ऐसे खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाडिय़ों का प्रमाणपत्र देने से पहले उनसे पूछ लेना चाहिए। अगर वे राज्य सरकार की नौकरी करने तैयार होते हैं तभी उनको प्रमाणपत्र देना चाहिए।

नियमों की खामियां दूर की जाएंगी


खेल संचालक जीपी सिंह ने इस बात को माना है कि नियमों में कुछ कमियां हैं जिसके कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि नियमों में यह स्पष्ट नहीं है कि जो पहले से रेलवे या फिर और फिर किसी संस्थान में कार्यरत हैं वे आवेदन कर सकते हैं या नहीं। ऐसे में सभी ने आवेदन किए और पात्रता रखने के कारण उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची में शामिल हो गए। भविष्य में नियमों में आवश्यकता अनुसार बदलाव किया जाएगा ताकि कोई भी ऐसी गलती न हो। वैसे नियमों के अनुसार पात्रता में जो खिलाड़ी खरे उतरे हैं उनको ही उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची में रखा गया है।

टेनिस बॉल क्रिकेट में खेलने जाएगी छत्तीसगढ़ की टीम

राष्ट्रीय टेनिस बॉल क्रिकेट का आयोजन ३ अक्टूबर से कन्याकुमारी में किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ की टीम खेलने के लिए जाएगी। प्रदेश टीम का चयन करने के लिए ८ सितंबर से भिलाई में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव आजाद अहमद खान ने बताया कि २०वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप कन्याकुमारी में ३ से ६ अक्टूबर तक होगी। इस चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के साथ उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, पांडिचेरी, उड़ीसा, , दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, विदर्भ, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मप्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दमन दीप, बिहार, हिमाचल प्रदेश की टीमें भाग लेंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की टीम चुनने के लिए भिलाई की सेल अकादमी में ८ एवं ९ सितंबर को चयन ट्रायल का आयोजन किया गया है। जिन खिलाडिय़ों को इस ट्रायल में भाग लेना है, वे अपना पंजीयन ६ सितंबर तक करवा सकते हैं। टीम के चयन के बाद टीम का प्रशिक्षण शिविर भी लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम के साथ महिला टीम भी खेलने जाएगी।

रविवार, 6 सितंबर 2009

सप्रे-होलीक्रास जीते जीते



नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में होलीक्रास बैरन बाजार ए और सप्रे स्कूल के साथ कॉलेज वर्ग में मैक कॉलेज ने अपने-अपने मैच जीत लिए।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच सप्रे स्कूल का सालेम स्कूल से हुआ। इस मैच में सप्रे ने ३-१ से जीत प्राप्त की। मैच का पहला गोल सप्रे के देवेन्द्र नेताम ने २० वें मिनट में किया। मुकेश बरिहा ने ३१ वें और रवि सोनी ने ४० वें मिनट में गोल किया। सालेम के लिए एक गोल अमर सिंह ठाकुर ने २२ वें मिनट में किया। दूसरे मैच में होलाक्रास ए ने आदर्श स्कूल को समीर तिर्की के एक मात्र गोल की मदद से मात दी।


कॉलेज वर्ग में एक मात्र मैच आरआईटी का मैक कॉलेज से हुआ। इसमें मैक को २-१ से जीत मिली। मैच का पहला गोल तो आरआईटी ने आत्मधाती कर दिया। इसके बाद ३०वें मिनट में आरआईटी के सफल ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। मैक के लिए खालिद अहमद ने ३५वें मिनट में विजयी गोल किया।

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के नियम बदलेंगे

छत्तीसगढ़ में उत्कृष्ट खिलाडिय़ों ने लिए तय किए गए नियमों पर उठ रहे सवालिया निशान को देखते हुए खेल विभाग ने पहले ही तय कर लिया है कि इसके नियमों में संशोधन किया जाएगा। खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि विभाग कई राज्यों के नियमों का अवलोकन कर रहा है नियमों में जिन बदलावों की जरूरत होगी, वो बदलाव किए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ बनने के बाद प्रदेश सरकार ने पहली बार ७० खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया है। अब इन खिलाडिय़ों को नौकरी दी जाएगी। इस सूची के जारी होने के बाद एक बार फिर से खेल बिरादरी में इस बात को लेकर चर्चा होने लगी है कि उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए जो नियम बनाए गए हैं उसमें बहुत ज्यादा कमियां हैं। इन कमियों के कारण जहां कई अपात्र खिलाड़ी भी नौकरी के पात्र हो गए हैं, वहीं कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो राज्य के लिए कुछ साल भी नहीं खेल पाएंगे ऐसे खिलाडिय़ों को नौकरी देने का क्या मतलब रहेगा। अपात्र खिलाडिय़ों के बारे में खुलासा करते हुए जानकार बताते हंै कि टीम खेलों के कई खेल ऐसे होते हैं जो टीमों में तो रहते हैं, पर खेलते नहीं हैं। ऐसे अतिरिक्त खिलाड़ी भी नौकरी के पात्र हो गए हैं। पहली सूची में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो दो साल भी प्रदेश के लिए नहीं खेल पाएंगे। जानकार कहते हैं कि ऐसे खिलाडिय़ों को ही उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करना चाहिए जो कम से कम पांच साल तो प्रदेश के लिए खेल सकें।

प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष मो. अकरम खान कहते हैं कि देश में सबसे अच्छा नियम मप्र का रहा है जिसमें खेल संघों द्वारा तय किए गए खिलाडिय़ों को ही सरकार उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करती रही है। उनका कहना है कि खिलाडिय़ों की क्षमता और प्रतिभा के बारे में खेल संघ ही ज्यादा अच्छा जानते हैं। इसी के साथ मप्र में यह नियम है कि जो खिलाड़ी लगातार तीन साल राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं उनको उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जाता है। श्री अकरम ने बताया कि वे पहले ही खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी और खेल संचालक जीपी सिंह को नियमों में संशोधन करने के लिए लिखित में दे चुके हैं।

मप्र के नियम की ही वकालत करते हुए फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं छत्तीसगढ़ के नियम के अनुसार तो कभी भी राष्ट्रीय खेल हॉकी सहित फुटबॉल, वालीबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और लॉन टनिस के साथ कई खेलों के खिलाड़ी कभी उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित ही नहीं हो सकेंगे क्योंकि इन खेलों में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक मिलना एक तरह से असंभव है। ऐसे में मप्र का नियम ही ठीक लगता है।

ज्यादा खेलों को फायदे देने वाले नियम तय होंगे: संचालक

खेल संचालक जीपी सिंह का इस बारे में कहना है कि उनके पास कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने इस बात को रखा है कि नियमों में कई कमियां हैं। हमारा विभाग मप्र सहित कई राज्यों के नियमों का अवलोकन कर रहा है। नियमों में जो कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा खेलों के खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जा सके और उनको रोजगार मिल सके। विभाग का मसकद ही प्रदेश में हर खेल और खिलाड़ी का विकास करना है।

शनिवार, 5 सितंबर 2009

मोईदुल्ला ट्रॉफी में खेलने हैदराबाद जाएगी छत्तीसगढ़ की क्रिकेट टीम

छत्तीसगढ़ की क्रिकेट टीम राष्ट्रीय स्पर्धा की तैयारी में जुटी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से मान्यता मिलने के बाद पहली बार टीम हैदराबाद में १० सितंबर से प्रारंभ हो रही अखिल भारतीय मोईदुल्ला ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में खेलने जाएगी। इसके पहले टीम यहां पर सेल ट्राफी में खेल चुकी है। प्रदेश की टीम यहां से ८ सितंबर को रवाना होगी। छत्तीसगढ़ का पहला मैच १० सितंबर को गुजरात के साथ होगा।

छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ से मान्यता मिलने के बाद अब प्रदेश संघ राज्य के खिलाडिय़ों को ज्यादा से ज्यादा अवसर देने के प्रयास में है। इसी प्रयास के तहत संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के प्रयासों से पहले टीम को सेल ट्राफी में खेलने का मौका मिला, अब टीम अखिल भारतीय मोईदुल्ला ट्रॉफी में खेलने जा रही है। संघ के सचिव राजेश दवे ने बताया कि यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ की टीम प्रतियोगिता में शामिल होगी। छत्तीसगढ़ की टीम को अलग से प्रतियोगिता में प्रवेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में शामिल होने वाली छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के संभावित २० सदस्यों का अभ्यास शिविर भिलाई में चल रहा। है। टीम के कोच शांतनु घोष ने बताया कि सभी खिलाड़ी प्रशिक्षण शिविर में आ गए हैं और सुबह-शाम अभ्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोग कोई दावा तो नहीं करते, पर प्रदेश की टीम अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि पहली बार किसी स्पर्धा में खेलने का मौका मिलने पर टीम के खिलाड़ी काफी उत्सहित हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण ६ सितंबर तक चलेगा। टीम यहां से ८ सितंबर को रवाना होगी। प्रतियोगिता में दो दिवसीय मैच होंगे जो कि लीग कम नॉक आउट आधार पर खेले जाएंगे। टीम के अंतिम खिलाडिय़ों की घोषणा भी ८ सितंबर को की जाएगी।

टीम के संभावित खिलाड़ी इस प्रकार है :-संतोष साहू (कप्तान) पी. विवेक (उपकप्तान), अपूर्व भंडारी, रोहित ध्रुव, प्रखर राय, जे. ग्रैंड बेल, अमित मिश्रा, अभिषेक जैन, विशाल कुशवाहा, टी. सुरेन्द्रा, भीमाराव, पुहुप सिंह, मनोज सिंह, अभिषेक खरे, विक्रांत गोनाडे, शेख वसीम, प्रतीक राज, पी. मावी, सुधांशु मिश्रा, हरप्रीच सिंह। टीम के कोच शांतनु घोष और मैनेजर मुजाहिक हक हैं।

आज से लीग मुकाबले

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में अब जहां शनिवार से अंतर स्कूल के लीग मुकाबले प्रारंभ होंगे, वहीं कॉलेजों के नाक आउट मुकाबले भी खेले जाएंगे। शुक्रवार को खेले गए मैचों में जेएन पांडे के साथ भारत माता स्कूल ने अपने-अपने मैच जीते।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में अंतर स्कूल वर्ग में पहला मैच जेएन पांडे और आदर्श स्कूल के बीच खेला गया। इस मैच में आदर्श के खिलाडी ने एक आत्मधाती गोल कर दिया जिसके कारण जेएन पांडे को बढ़त मिल गई। खेल के ३९वें मिनट में जेनए पांडे के लिए विक्की क्षत्री ने एक गोल किया।

दूसरे मैच में भारत माता स्कूल ने एकतरफा मुकाबले में सेंटपाल को ३-० से मात दी। इस मैच में दविन्द्र सिंह ने १५वें और २८वें मिनट में गोल किए। तीसरा गोल अमन दीप ने खेल के ३५वें मिनट में किया।

चैंपियनशिप के आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में शनिवार से अंतर कॉलेज के मुकाबले भी प्रारंभ हो रहे हैं। इसमें पहला मैच आरटीआई कॉलेज छतौना का मैक कॉलेज रायपुर से ४ बजे होगा। दूसरा मैच शाम को पांच बजे महंत लक्ष्मीनारायण का अग्रसेन कॉलेज से होगा। इसके पहले अंतर स्कूल के लीग मुकाबले होंगे। इस वर्ग में नाक आउट मैचों के बाद १६ टीमों को स्थान दिया गया है। इन टीमों को चार पूलों में बांटा गया है। पहला मैच दोपहर १.३० बजे सालेम स्कूल का माधवराव सप्रे से और दूसरा आदर्श स्कूल का होलीक्रास बैरनबाजार बी से २.३० बजे होगा।

अशोक कुमार १५ का आएंगे रायपुर

हॉकी के ओलंपियन अशोक ध्यानचंद १५ सितंबर को शेरा क्रीड़ा समिति के विशेष बुलावे पर रायपुर आ रहे हैं। यहां पर उनका शहर में कई स्थानों पर सम्मान किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि शेरा क्लब की फुटबॉल स्पर्धा का १५ को समान है। इसी दिन हॉकी के जादूर ध्यानचंद के पुत्र ओलंपिन अशोक कुमार का सम्मान किया जाएगा। यह सम्मान खेल विभाग और क्लब करेगा। इसी के साथ उनका राजकुमार कॉलेज में भी सम्मान किया जाएगा। राजधानी के खेल विभाग के कार्यालय में भी उनके सम्मान का कार्यक्रम रखा गया है। प्रेस क्लब में वे एक बजे प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। श्री प्रधान ने बताया कि अशोक कुमार का रायपुर से विशेष लगाव है और जब भी उनको यहां बुलाया जाता है,वे हमेशा हम लोगों का निमंत्रण स्वीकार कर लेते हैं।

शुक्रवार, 4 सितंबर 2009

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी-खेल बिरादरी मुख्यमंत्री की आभारी

प्रदेश की खेल बिरादरी में उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी होने से उत्साह का माहौल है कि चलो अब खिलाडिय़ों को रोजगार मिल सकेगा। खेल बिरादरी ने सूची जारी करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह, खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी के साथ खेल संचालक जीपी सिंह की भी आभार माना है जिनके प्रयासों के ७० खिलाडिय़ों की सूची जारी हो सकी है।

प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने लंबे विलंब के बाद अंतत: ७० उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची को जारी कर दिया। यह सूची सामान्य प्रशासन में ही करीब ८ माह से लटकी हुई थी। अब जबकि खिलाडिय़ों की सूची जारी हो गई है तो प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने सूची जारी करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह के साथ खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी के साथ पूर्व खेलमंत्री और वर्तमान में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का भी आभार माना जिनके कार्यकाल में प्रदेश में उत्कृष्ट खिलाडिय़ों को नौकरी देने का विधेयक पास हुआ था।

वालीबॉल संघ के महासचिव और प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष मो. अखरम खान ने भी मुख्यमंत्री, खेलमंत्री, शिक्षा मंत्री के साथ खेल संचालक का भी आभार मानते हुए कहा कि खेल संचालक के निरंतर प्रयास के बाद ही यह सूची जारी हो सकी है। जिम्नास्टिक संघ के अध्यक्ष अश्वनी महेन्दु ने कहा कि अब प्रदेश के खिलाडिय़ों को रोजगार मिलेगा तो खिलाड़ी और अच्छा प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान, दिवाकर थिटे ने कहा कि सरकार ने उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची देर से ही सही पर जारी करके एक अच्छा काम किया है, इससे खिलाडिय़ों में उत्साह का संचार होगा खिलाड़ी अब जी जान लगाकर मेहनत करेंगे। कराते संघ के अजय साहू ने कहा कि उनके खेल के खिलाडिय़ों में उत्साह है कि उनके खेल के खिलाड़ी भी उत्कृष्ट खिलाड़ी बने हैं। ट्रायथलान संघ के विष्णु श्रीवास्तव, खो-खो संघ के राम, तलवारबाजी संघ के समीर खान, कबड्डी संघ के रामबिसाल साहू, बास्केटबॉल संघ के राजेश पटेल, जूडो संघ के अरूण द्विवेदी ने भी मुख्यमंत्री, खेल मंत्री का आभार माना है।

लाखे-होलीक्रास जीते

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में होलीक्रास बैरन बाजार बी ने जहां टाईब्रेकर में सेंट जेेवियर को मात दी, वहीं वामनराव लाखे ने द्रोणाचार्य को आसानी से ४-१ से पीट दिया।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच होलीक्रास और सेंट जेवियर के बीच खेला गया। यह मैच बेहद रोमांचक रहा। इस मैच में निर्धारित समय तक मैच का फैसला न होने पर टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें होलीक्रास ने लिए दीपांशू और मोहन ने गोल किए जबकि सेंट जेवियर का कोई भी खिलाड़ी गोल नहीं कर सका।

दूसरे मैच में वामनराव लाखे ने द्रोणाचार्य को आसानी से मात दी। इस मैच में पहला गोल खेल के १५वें मिनट में अमित यदु ने किया। इसके बाद बंटी बघेल ने होलीक्रास के लिए दूसरा गोल २७वें मिनट में किया। पहले हॉफ में होलीक्रास की टीम २-० से आगे रहा। दूसरे हॉफ में द्रोणाचार्य के लिए क्षितिज ने ३६वें मिनट में पहला गोल किया। इस गोल के चार मिनट बाद ही होलीक्रास के सुभाष ने एक गोल करके अपनी टीम के गोलों की संख्या तीन कर दी। होलीक्रास के लिए चौथा और अंतिम गोल रोहित ने खेल के ५१वें मिनट में किया।

गुरुवार, 3 सितंबर 2009

खेल संघों के लिए बने मल्टी प्लेक्स

देश के खेल संघों को राज्य बनने के ८ साल बाद भी कार्यालय के लिए स्थान न मिल पाने की वजह से अब प्रदेश ओलंपिक संघ ने फैसला किया है कि वह खेल विभाग को राजधानी में एक मल्टी प्लेक्स बनाकर देने के लिए प्रस्ताव देगा ताकि सभी खेल संघों का एक ही स्थान पर कार्यालय हो सके।
प्रदेश में इस समय करीब ४० मान्यता प्राप्त संघ हैं जिनके पास अपना कोई कार्यालय नहीं है। इन संघों में से आधे से ज्यादा संघों के कर्यालय भिलाई से जुड़े पदाधिकारियों के घरों से चलते हैं। जिन संघों के पदाधिकारी राजधानी से जुड़े हैं उनके कार्यालय उनके घरों से चलते हैं। कुल मिलाकर किसी भी खेल संघ के पास कार्यालय के नाम पर कोई स्थान नहीं है। हमेशा खेल संघों की खेल विभाग के साथ नगर निगम से कार्यालय के लिए स्थान देने की मांग रही है, पर इस मांग पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है। राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के कमरों पर खेल संघों की नजरें काफी पहले से हैं, पर वहां पर भी उनको कमरे मिल पाएंगे इसकी उम्मीद कम है। ऐसे में अब प्रदेश ओलंपिक संघ ने फैसला किया है कि खेल विभाग के सामने एक मल्टी प्लेक्स बनाने का प्रस्ताव रखा जाएगा ताकि सभी खेल संघों को एक साथ कार्यालय के लिए स्थान मिल सके। प्रदेश संघ के महासचिव बशीर अहमद खान के साथ उपाध्यक्ष मो। अकरम खान ने बताया कि उनके संघ ने खेल विभाग को राजधानी में एक मल्टी प्लेक्स भवन बनाने का प्रस्ताव देने का निर्णय किया है। यह प्रस्ताव जल्द बनाकर दिया जाएगा।

प्रस्ताव आने पर शासन को भेजेंगे

खेल संचालक जीपी सिंह ने इस बारे में पूछने पर कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव अगर ओलंपिक संघ से आता है तो उसको शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर एक ही स्थान पर सभी खेल संघों के कार्यालय हो जाए तो इससे ज्यादा अच्छी बात हो ही नहीं सकती है।

बुधवार, 2 सितंबर 2009

आरकेसी की शाही जीत

नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में राजकुमार कॉलेज (आरकेसी) ने गोलों की झड़ी लगाते हुए शिशु निकेतन को ६-० से रौंद दिया। एक अन्य मैच में सप्रे स्कूल ने लिटिल फ्लावर को मात दी। सप्रे स्कूल में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित चैंपियनशिप में पहला मैच सप्रे स्कूल और लिटिल फ्लावर के बीच खेला गया। इस मैच में सप्रे के आदर्श सोनानी द्वारा १६वें मिनट में किए गए गोल की मदद से सप्रे ने १-० से जीत प्राप्त की। दूसरे मैच में आरकेसी ने शिशु निकेतन के खिलाफ गोलों की ङाड़ी लगा दी। मैच का पहला गोल विकास अग्रवाल ने ७ वें मिनट में किया। पहले हॉफ के २२ वें मिनट में नेल्सन मराडी ने दूसरा गोल किया। दूसरे हॉफ में खेल शुरू होते ही दनादन चार गोल हो गए। घमेन्द्र सिंह (३५ वें मिनट), बहादुर (३७), रौशन (४२) और बजरंग दास ने ४५वें मिनट में गोल किए।

संभावितों में रायपुर की ११ खिलाड़ी

राष्ट्रीय बालिका फुटबॉल के लिए चुनी गई प्रदेश की संभावित टीम में राज्य की चैंपियन रायपुर की ११ खिलाडिय़ों को रखा गया है। टीम का प्रशिक्षण शिविर ४ सितंबर से दुर्ग में लगेगा, इसके बाद टीम आन्ध्र प्रदेश खेलने के लिए जाएगी।

यह जानकारी देते हुए जिला फुटबॉल संघ के दिवाकर थिटे और मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि राज्य फुटबॉल में प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश की ३० खिलाडिय़ों की संभावित टीम में रायपुर की ११ खिलाडिय़ों कल्याणी महापात्र, विजेता बर्मन, वंदना ध्रुव, ज्योति पांडे, जागेश्वरी यादव, हर्षा निर्मलकर, प्रिया कुकरेती, सुमन वर्मा, भारती हरपाल, रवीना और कंचन विभोर को रखा गया है। इस टीम में दुर्ग की सात, बस्तर की चार, राजनांदगांव की दो और कांकेर की एक खिलाड़ी को रखा गया है। संभावित टीम का प्रशिक्षण शिविर ४ सितंबर से २३ सितंबर तक दुर्ग में लगेगा इसके बाद टीम २४ सितंबर को आन्ध्र प्रदेश के लिए रवाना होगी।

मंगलवार, 1 सितंबर 2009

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची मंत्रालय में लटकी

प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची करीब ८ माह से मंत्रालय में लटकी हुई है। खेल विभाग ने तो अपने हिस्से का काम करके सूची को अंतिम रूप देकर मंत्रालय में सामान्य प्रशासन के पास भेज दिया है, पर वहां से ८ माह में सूची जारी नहीं हो सकी है। सूची के लंबे समय से लटकने के कारण खिलाडिय़ों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश के ओलंपिक संघ ने इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मिलने का फैसला भी किया है। संघ का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से सितंबर के प्रथम सप्ताह में मिलने जाएगा।
प्रदेश सरकार ने करीब दो साल पहले राज्य के खिलाडिय़ों को रोजगार देने के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद नियम बनाकर खेल विभाग को आवेदन मांगने का जिम्मा दिया गया। खेल विभाग ने आवेदन मंगाने के साथ पात्र खिलाडिय़ों की एक सूची बनाकर सामान्य प्रशासन को करीब ८ माह पहले ही जारी करने के लिए भेज दी है। लेकिन यह सूची आज तक जारी नहीं हो सकी है। खेल संचालक से बार-बार खिलाड़ी एक ही सवाल करते हैं कि आखिर यह सूची कब जारी होगी। लोकसभा चुनाव के पहले इसको जारी करने की पूरी तैयार कर ली गई थी। जब मुख्यमंत्री ने एक मार्च को सभी खिलाडिय़ों को अपने निवास पर भोज पर आमंत्रित किया था, तब कहा गया था कि आज सूची जारी हो जाएगी। लेकिन सूची जारी नहीं हो सकी और आज मार्च के बाद छह माह हो चुके हैं पर सूची जारी नहीं हो सकी है। जानकारों की माने तो इस सूची पर मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह के अनुमोदन की भी मुहर लग चुकी है, पर न जाने क्यों सामान्य प्रशासन से यह सूची जारी नहीं हो रही है।

इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि हमने अपने हिस्से का काम कर दिया है और हमने सूची सामान्य प्रशासन को भेज दी है। सूची जारी करने का अधिकार हमारा नहीं है, ऐसे में हम कुछ नहीं कर सकते हैं। हमने भी सामान्य प्रशासन से लगातार आग्रह किया है कि सूची जारी कर दी जाए क्योंकि खिलाड़ी खेल विभाग में लगातार फोन करके इसकी जानकारी मांग रहे हैं। पहली सूची जारी होने के बाद ही दूसरी सूची के लिए विज्ञापन दिया जाएगा।

इधर उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी करने में हो रहे विलंब को देखते हुए ही अब प्रदेश ओलंपिक संघ ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से इस संबंध में बात करने का फैसला किया है। प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान कहते हैं कि इस सूची की आश में प्रदेश के सभी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी बैठे हैं कि कब सूची जारी हो और कब उनके लिए नौकरी के रास्ते खुले। लेकिन खिलाडिय़ों का इंतजार है कि समाप्त ही नहीं हो रहा है। खिलाड़ी खेल विभाग में भी लगातार इस बात की जानकारी लेने जाते हैं। वहां से उनको जवाब मिलता है हमने तो सूची भेज दी है। श्री खान ने बताया कि संघ के पास भी खिलाड़ी लगातार यह जानकारी लेने आते हैं कि सूची क्यों जारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री से दखल देकर सूची को जल्द करने का आग्रह किया जाएगा ताकि खिलाडिय़ों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि एक ही सूची जारी नहीं हुई है तो फिर आगे खेल विभाग कैसे दूसरे साल की सूची जारी करने के लिए खिलाडिय़ों से आवेदन मांगेगा। श्री खान ने कहा कि एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से अब सितंबर के पहले सप्ताह में समय लेकर मिलने जल्द जाएगा।

आदर्श-सेंटपाल जीते



स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय-अंतर कॉलेज फुटबॉल चैंपियनशिप में आदर्श स्कूल देवेन्द्र नगर और सेंटपाल ने अपने-अपने मैच आसानी से जीतकर अगले चक्र में प्रवेश किया।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में खेली जा रही इस चैंपियनशिप में पहला मैच आदर्श स्कूल देवेन्द्र नगर और गुजराती स्कूल के बीच खेला गया। इस मैच में पहला गोल खेल के सातवें ही मिनट में गुजराती स्कूल के हार्दिक पटेल ने मारा। इस गोल के पांच मिनट बाद ही आदर्श को निखिल पटेल ने बराबरी दिला दी। पहले हॉफ में मुकाबला १-१ से बराबरी पर रहा। दूसरे हॉफ में निखिल पटेल ने ही आदर्श के लिए दूसरा गोल किया। यही गोल विजयी गोल साबित हुआ।

दूसरे मैच में सेंटपाल से सुंदर लाल शर्मा को ३-१ से मात दी। इस मैच में सुंदरलाल के सियाराम ने दूसरे मिनट में गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। इस गोल के दो मिनट बाद ही आस्टिन ने अपनी टीम को बराबरी दिला दी। सेंटपाल के लिए दूसरा गोल अजय ने खेल के १२वें मिनट में किया। पहले हॉफ में सेंटपाल की टीमस २-१ से आगे थी। दूसरे हॉफ में मिली पेनाल्टी को आस्टिन ने गोल में बदला और अपनी टीम को ३-१ से जीत दिलाई।
आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि चैंपियनशिप में मंगलवार को तीन मैच होंगे। पहला मैच लिटिल फ्लावर का सप्रे से, दूसरा आरकेसी का देशबन्धु से और तीसरा शिशु निकेतन का भारत माता से होगा।

रायपुर की टीम कोरबा रवाना


राज्य सब जूनियर फुटबॉल चैंपियनशिप में खेलने के लिए रायपुर जिले की फुटबॉल टीम कोरबा के लिए रवाना हो गई। वहां पर १ से ४ सितंबर तक मुकाबले होंगे। यह जानकारी देते हुए रायपुर जिला फुटबॉल संघ के सचिव दिवाकर थिटे ने बताया कि चयन ट्रायल में आए ३५ फाइनल खिलाडिय़ों में से ही अंतिम १६ खिलाडिय़ों का चयन करके टीम भेजी गई है। टीम पिछले साल की विजेता है और इस बार भी टीम से खिताब जीतने की उम्मीद है। टीम इस प्रकार है- डालचंद बंजारे, देवेन्द्र बघेल, शिव भजंन कुजूर, राजेश सिंह, मनीष नागेश, सौरभ किशोर, प्रवीण सिदार, मुकुल बुंदेल, धीरेन्द्र राजा दीप, सुनील तांडी, प्रभजोत सिंह, विष्णु शर्मा, शिवानंद मिश्रा, पवनदीप सिंग, प्रभुजीत सिंह। कोच शिरिष कुमार यादव, मैनेजर धगन दास लहरे हैं।

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