मंगलवार, 29 जून 2010

मैसी फाइनल में

शेरा विश्व कप फुटबॉल के पहले सेमीफाइनल में हुए कांटे के मुकाबले में मैसी ने सुनील क्षेत्री की टीम को अतिरिक्त समय में एक गोल से परास्त कर फाइनल में स्थान बना लिया। दूसरे सेमीफाइनल मैच कल खेला जाएगा।
शेरा क्लब द्वारा राजधानी को भी विश्व कप फुटबॉल के रंग में रंगने के लिए आयोजित किए गए लीग मैचों में आज पहला सेमीफानल मैच मैसी और सुनील क्षेत्री की टीम के बीच खेला गया। इस मैच में दोनों टीमें निर्धारित समय में जब गोल नहीं कर पाईं तो अतिरिक्त समय दिया गया। इस समय में मैसी के लिए सतीश दीप ने गोल करके अपनी टीम कोजीत दिला दी। अब मैसी का फाइनल में कल होने वाले रोनाल्डो औ गुरुप्रसाद शर्मा की टीम के विजेता से मुकाबला होगा।

रायपुर की जूडो टीम घोषित

राज्य जूडो में खेलने जाने वाली रायपुर जिले की टीम घोषित कर दी गई है। इस टीम में अभिनव वर्मा, शुभम, शानदास, मंथन पटेल, अभय, रोहित ध्रुव, पंकज बगडे, नरेन्द्र, भीषम वर्मा हर्सिता लालवानी, सभाषिनी, निशिता, सुष्मिता डे, रक्षा ओङाा, स्वाति, अनिता सिंह चौहान, मासूम और लक्ष्मी को रखा गया है। निगम टीम-नंद कुमार, रोहित पांडे, राहूल, मुकेश, रितेश चौहान, यशवंत ध्रुव, शशि, रोहित वर्मा, दीपू कुमार, दिव्या, मीनल, काजल यादव, वैष्णवी, अपराजिता, बबीता, पूजा, रिया, और किरण पाल है। ये खिलाड़ी १२ जुलाई को भिलाई खेलने जाएंगे।

सोमवार, 28 जून 2010

नजरें फिर स्वर्ण पर

राष्ट्रीय सायकल पोलो की तीन स्पर्धाओं के लिए तैयारी में जुटी प्रदेश की टीमोंं की नजरें एक बार फिर से स्वर्ण पदकों पर है। पिछली बार दो स्वर्ण जीतने वाले छत्तीसगढ़ की टीमें इस बार स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगाने के प्रयास में हैं।
राष्ट्रीय सायकल पोलो फेडरेशन द्वारा ५ जुलाई से जोधपुर में एक साथ तीन राष्ट्रीय स्पर्धाओं सब जूनियर, सीनियर के साथ फेडरेशन कप का आयोजन किया गया है। इन तीनों स्पर्धाओं में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीमें इन दिनों भिलाई में अभ्यास में जुटी हुई है। इन टीमों की खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने का काम अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक पीवी कृष्णा के सथ वीआर चन्नावर कर रहे हैं। इनके प्रशिक्षण में ही पिछले साज जहां सब जूनियर टीम ने स्वर्ण जीता था, वहीं सीनियर टीम को रजत पदक मिला था। इसी के साथ फेडरेशन कप में प्रदेश की टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन इस बार प्रदेश की टीमें सीनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने की तैयारी कर रही हैं। जिस तरह से छत्तीसगढ़ की टीमों ने काफी कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर पदकों की बारिश की है उससे नहीं लगता है कि प्रदेश की टीमें इस बार स्वर्णिम हैट्रिक बनाने से वंचित हो सकती है। टीम को तैयार करने वाले प्रशिक्षकों का ऐसा मानना है कि टीमें इतनी अच्छी हैं कि छत्तीसगढ़ को तीनों वर्गों स्वर्ण जीतने से कोई नहीं रोक सकता है। एक समय राष्ट्रीय स्तर पर केरल का दबदबा था, लेकिन आज केरल की टीमें भी छत्तीसगढ़ की टीमों से खौफ खाती हैं।
इस समय सब जूनियर टीम में दीक्षा यदु, तृप्ति ठाकुर, निकिता, कुमार रमा, सुभद्रा, काजल कुर्रे और शिल्पा हैं। इसी तरह से सीनियर टीम में मृदुला साहू, स्मृित कनेरिया, एमएस करिश्मा, शुभांगी दुबे, ओशिन प्रतिति, सुदीप्ति केसरिया, ख्याति दुबे हैं। फेडरेशन कप की टीम में स्मृति कनेरिया कप्तान हैं। इसी के साथ टीम में एमएस करिश्मा, शुभांगी दुबे, ओशिन प्रतितिस प्रियंका, रेशमी, रीताजंली और सविता हैं। सीनियर और फेडरेशन कप टीम के कोच वीआर चन्नावर हैं।
श्री चन्नावर ने बताया कि तीनों टीमों का २१ दिनों का प्रशिक्षण शिविर १ जुलाई तक भिलाई में चलेगा। इस शिविर के बाद ही टीमें जोधपुर जाएंगी। वहीं पर ५ जुलाई से ८वीं सब जूनियर, १२वीं सीनियर राष्टीय स्पर्धा और चौथा फेडरेशन कप होगा। फेडरेशन कप का आगाज आज से तीन साल पहले भिलाईसे हुआ था जब यहां पर संघ के अध्यक्ष अशोक सिंह की पहल पर यह स्पर्धा हुई थी।

रविवार, 27 जून 2010

किस पर गिरेगी गाज-कल खुलेगा राज

राजधानी में होने वाली बैटन रिले में धावकों की सूची को २८ जून को अंतिम रूप देने का काम खेलमंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में किया जाएगा। इसी बैठक में तय होगा कि २०० से ज्यादा धावकों की मैराथन सूची में से किन नामों पर गाज गिरेगी। वैसे इस सूची को काटने का काम जिलाधीश की अध्यक्षता में हुई बैठक में होना था, पर उस बैठक में इस सूची पर चर्चा ही नहीं हो सकी थी।
कामनवेल्थ की बैटन रिले का आयोजन राजधानी रायपुर में १२ अगस्त को किया गया है। इस रिले के लिए जिले के खेल विभाग ने २०० से ज्यादा दावेदारों की सूची तैयार की है जो बैटन लेकर दौड़ेंगे। लेकिन इस सूची में बहुत ज्यादा कटौती करनी पड़ रही है क्योंकि दिल्ली ने राजधानी के लिए सिर्फ ५० धावकों का कोटा मिला है। दिल्ली से मिले कोटे के बाद धावकों की सूची में कटौती करने के लिए एक बैठक का आयोजन जिलाधीश की अध्यक्षता में २३ जून को किया गया था। पर इस बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका। बैठक में आए खेल संघों के पदाधिकारियों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी भी रही कि जब धावकों की सूची को अंतिम रूप देना ही नहीं था तो हम लोगों को क्यों बुलाया गया। इसी के साथ खेल संघों के पदाधिकारी इस बात को लेकर भी नाखुश थे कि जिलाधीश की बैठक में उनको कोई पूछने वाला नहीं था। जिलाधीश ने तो किसी भी खेल संघ के पदाधिकारी से बात भी नहीं की। ऐसे में सबका कहना था कि जब हम लोगों से कोई बात ही नहीं करनी थी तो हमें बुलाया क्यों गया। बैठक में जिलाधीश ने ऐसे विभागों के अधिकारियों को ही बुलाकर बात की जिनको काम का जिम्मा देना था।
बहरहाल इस बैठक में कोई फैसला न होने के बाद यह तय किया गया कि अब इस सूची को अंतिम रूप देने का काम राज्य स्तरीय समिति की बैठक में २८ जून को किया जाएगा। इस बैठक की अध्यक्षता खेलमंत्री लता उसेंडी करेंगी और उनकी सहमति से ही धावकों की अंतिम सूची रूप दिया जाएगा। वैसे खेल संचालक जीपी सिंह ने तो गेंद खेल संघों के पाले में डालने का काम किया है और उनका कहना है कि खेल संघों के पदाधिकारी ही तय करेंगे कि किन खिलाडिय़ों को रखना है। अब यह बात तो तय है कि महज ५० धावकों के कोटे में खिलाडिय़ों के हाथ २५ से ३० स्थान ही आने वाले हैं बाकी स्थान वीआईपी और अन्य वर्गों के लिए रहेंगे। अब किनको कितना कोटा दिया जाता है, इसका राज २८ जून को खुलेगा और इसी दिन तय होगा कि किन नामों बाहर करने का फैसला किया जाता है। इतने कम कोटे के बाद यह माना जा रहा है कि खेल संघां के पदाधिकारियों के साथ जूनियर खिलाडिय़ों और खेल विभूति सम्मान पाने वालों को मौका मिलने वाला नहीं है।

मैसी की आसान जीत

शेरा विश्व कप फुटबॉल आज मैसी की टीम से अंतिम लीग मैच में गरुुप्रसाद शर्मा की टीम के ३-० से मात दी। अब स्पर्धा में सेमीफाइनल मैच सोमवार को खेले जाएंगे।
सप्रे स्कूल के मैदान में आज एक मात्र लीग मैच खेला गया। इस मैच में पहला गोल विकास ने किया। इस गोल के बाद गुरुप्रसाद शर्मा की टीम ने बराबरी पाने पूरा जोर लगाया पर उसके खिलाड़ी मैसी की रक्षापंक्ति को भेदने में कामयाब नहीं हुए। इधर विकास ने एक और गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। मैच में तीसरा गोल प्रदीप ने किया और इसी के साथ मैसी की जीत तय हो गई। मैसी ने यह मैच ३-० से जीता।
आयोजक शेरा क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि अब अंकों के आधार तय किया जाएगा कि कौन सी टीम सेमीफाइनल में किसके खेलेगी। सेमीफाइनल मुकाबले सोमवार को खेले जाएंगे।

शनिवार, 26 जून 2010

पदक के लिए मशक्कत शुरू

राष्ट्रीय जूनियर बालिका फुटबॉल में खेलने जाने वाले प्रदेश की टीम का प्रशिक्षण शिविर आज से यहां प्रारंभ हुआ। पिछले साल कांस्य पदक जीतने वाली छत्तीसगढ़ की टीम इस बार भी पदक जीतने के इरादे से अभ्यास में जुट गई है। शिविर में पहले दिन दुर्ग और जशपुर की खिलाडिय़ों को छोड़कर बाकी १९ खिलाड़ी आई हैं।
सप्रे स्कूल के मैदान में तैयार किए गए मैदान में शिविर के प्रारंभ होने से पहले शिविर में आई खिलाडिय़ों को प्रशिक्षक सरिता कुजूर ने मैदान के पांच चक्कर लगाने के निर्देश दिए। खिलाडिय़ों के तैयार होने के बाद शिविर का उद्घाटन वरिष्ठ खेल पत्रकार राजकुमार ग्वालानी ने खिलाडिय़ों ने परिचय प्राप्त कर किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाडिय़ों से अपने राज्य के लिए पदक जीतने की बात कहीं। खिलाडिय़ों ने एक स्वर में कहा कि उनका प्रयास पदक जीतने का रहेगा।
शिविर के उद्घाटन के बाद खिलाडिय़ों को कड़ा अभ्यास करवाने में कोच सरिता कुजूर जुट गई। इसके पहले उन्होंने बताया कि पिछले साल उड़ीसा में हुई राष्ट्रीय जूनियर स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के हाथ तीसरा स्थान लगा था। उन्होंने कहा कि इस बार टीम का प्रदर्शन ग्रुप के ऊपर निर्भर है। अगर हमारी टीम पिछले साल की विजेता उड़ीसा और उपविजेता मणिपुर के ग्रुप में रहती है तो पदक तक पहुंचना मुश्किल होगा, वरना हमारी टीम पदक तक जरूर पहुंच जाएगी। खिलाडिय़ों को मार्गदर्शन देने के साथ शिवि का प्रभार संभाल रहे मुश्ताल अली प्रधान ने कहा कि टीम अच्छी है खिलाडिय़ों ने मेहनत की तो पदक मिल सकता है। आज के शिविर में १९ खिलाड़ी आई हैं जिसमें रायपुर की ज्योति पांडे, शालिनी यादव, सुमन वर्मा, दीक्षा वर्मा, सरिता यादव, पूनम दीप, दिव्या दीप, देवयंती निषाद, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, नेहा निषाद और जागेश्वरी, कांकेर की बालेश्वरी, खिलेश्वरी, कोरबा की सुमन राज, रितु भगत बस्तर की बुलंदी ठाकुर शामिल हैं। जशपुर और दुर्ग की खिलाड़ी अभी नहीं आई हैं उनके कल तक आने की संभावना है।

नए खेलों पर ध्यान दें क्रीड़ाश्री

अपने-अपने गांवों में पायका में शामिल खेलों के अलावा दूसरे नए खेलों पर भी ध्यान दें। गांवों में ऐसी प्रतिभाओं की कमी नहीं है जो नए खेलों में राज्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कमाल कर सकती हैं।
ये बातें यहां पर रायपुर जिले के तीन विकासखंडों के क्रीड़ाश्री से राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने कहीं। उन्होंने आरंग के ९, अभनपुर औैर धरसींवा के ५-५ गांवों से आए क्रीड़ाश्री से कहा कि पायका में विकासखंड स्तर पर पांच खेलों वालीबॉल, फुटबॉल, खो-खो, कबड्डी और सायक्लिंग को रखा गया है, लेकिन गांवों में तालाबों में तैराने वालों को जहां तैराकी के लिए तैयार किया जा सकता है, वहीं लाठी चलाने वालों को मार्शल आर्ट के खेलों वूशू, कराते, तलवारबाजी, जूडो के लिए भी तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांवों में तीरंदाजी के खिलाड़ी भी मिल सकते हैं। उसी के साथ अगर गांवों में अखाड़े हैं तो वहां से कुश्ती के खिलाड़ी निकल सकते हैं। उन्होंने सभी से कहा कि यह सोचकर ऐसे खेलों के खिलाडिय़ों को नजरअंदाज नहीं करना है कि ये खेल तो पायका में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल की प्रतिभाएं अगर आपके गांव में हैं तो उनको सामने लाना आपका काम है।
श्री डेकाटे ने कहा कि जब गांवों में जिम लग जाएंगे तो आपके गांवों से आयरन गेम्स के भी खिलाड़ी निकलने लगेंगे। उन्होंने बताया कि आज तीन विकासखंडों के क्रीड़ाश्री को उनका दो-दो माह का मानदेय दिया गया। श्री डेकाटे ने बताया कि अभी रायपुर जिले के विकासखंडों की बैठकों का सिलसिला चल रहा है। पिछले रविवार को एक बैठक तिल्दा में रखी गई थी। इस रविवार को एक बैठक का आयोजन कसडोल में किया गया है। उन्होंने बताया कि कोशिश यही है कि जहां पर क्रीड़ाश्री के आने में सुविधा हो वहां पर बैठक का आयोजन किया जाए।
उन्होंने बताया कि सभी क्रीड़ाश्री को अपने-अपने गांवों के खिलाडिय़ों का पंजीयन करने के लिए कहा गया है। खेल विभाग खिलाडिय़ों का पंजीयन पंचायत स्तर से ही कर रहा है ताकि गड़बडिय़ों पर विराम लग सके।

संभावित बास्केटबॉल टीम में प्रदेश के चार खिलाड़ी

अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप के लिए चुनी गई भारत की संभावित टीम में छत्तीसगढ़ के चार खिलाडिय़ों को रखा गया है। भारतीय टीम का प्रशिक्षण शिविर लुधियाना में प्रारंभ हो गया है। इसमें शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के लिए खिलाड़ी चले गए हैं।
यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ के अध्यक्ष राजीव जैन और महासचिव राजेश पटेल ने बताया कि जर्मनी में ५ से ७ जुलाई तक थ्री आन थ्री अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा के लिए चुनी गई भारत की संभावित टीम में छत्तीसगढ़ के चार खिलाडिय़ों श्याम सुंद, अजयप्रताप सिंह, समीर राय और अंकित पाणिग्रही को रखा गया है। संभावित टीम का प्रशिक्षण शिविर लुधियाना में २४ जून से प्रारंभ हो गया है। यह शिविर वहां ३ जुलाई तक चलेगा। इसके बाद १२ खिलाडिय़ों की टीम तय की जाएगी। यह टीम जर्मनी खेलने जाएगी। श्री पटेल ने बताया कि भारत की अंतिम टीम में छत्तीसगढ़ के कम से कम दो खिलाडिय़ों के चुने जाने की संभावना है।

सुरभि मोदी का खिताब पर कब्जा

समरलीग टेबल टेनिस में रायपुर की राष्ट्रीय खिलाड़ी सुरभि मोदी ने फाइनल में प्रियल गोरे को मात देकर खिताब जीत लिया।
सप्रे स्कूल में खेले गए फाइनल मैच में सुरभि ने सीधे सेटों में ३-० से जीत प्राप्त की। पुरुष वर्ग में कड़े मुकाबले में संदीप खंडेलवाल ने अंशुमन राय को ३-२ से मात देकर खिताब जीता। यूथ वर्ग में आदित्य कुलकर्णी ने स्वप्निल राय को ३-०, जूनियर वर्ग में भावेश आप्टे ने शिवम सिंह को ३-० से मात दी। सब जूनियर वर्ग में सौरभ दास गुप्ता ने कांटे के मुकाबले में सूरत तिवारी को ३-२ से परास्त कर खिताब जीता। बालिका वर्ग में सागरिका दास गुप्ता ने फाइनल में सौम्या रायजादा को ३-० से मात दी। कैडेट वर्ग के फाइनल में नवजोत भाटिया ने पुस्कर भंडारकर को ३-० से हराया। फाइनल मैचों के बाद विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिए गए।

शुक्रवार, 25 जून 2010

भारतीय टीम में प्रदेश की चार खिलाड़ी

छत्तीसगढ़ की चार खिलाडिय़ों को एक साथ एशियन जूनियर बास्केटबॉल में खेलने का मौका मिला है। यह खिलाड़ी भारतीय टीम के साथ खेलने के लिए थाईलैंड गईं हैं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि थाईलैंड में आयोजित २१वीं एशियन जूनियर बालिका बास्केटबॉल के लिए इंदौर में हुए प्रशिक्षण शिविर के बाद चुनी गई भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ की चार खिलाडिय़ों अरूणा किंडो, कुमारी कविता, एल. दीपा और संगीता मंडल को भी रखा गया है। अरूणा जहां पिछले छह साल से प्रदेश की टीम से खेल रही हैं, वहीं उसे राज्य का राजीव पांडे पुरस्कार मिल चुका है। इसी तरह के कविता को जूनियर खिलाडिय़ों को शहीद कौशल यादव पुरस्कार मिला है और वह भी कई बार प्रदेश की टीम से राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेली है और राज्य के लिए पदक जीते हैं। कविता इसके पहले चार बार भारतीय टीम से पहले भी खेल चुकी हैं। एल. दीपा को दो बार पहले भी भारतीय टीम से खेलने का मौका मिला है। यह तीसरा मौका है जब उसे टीम में स्थान मिला है। इन तीन खिलाडिय़ों के साथ चौथी खिलाड़ी के रूप में शामिल संगीता मंडल को पहली बार भारतीय टीम से खेलने का मौका मिला है। वह कई बार प्रदेश की टीम से खेलीं हैं और राज्य के लिए पदक जीत चुकी है।
श्री पटेल ने बताया कि यह दूसरा मौका है जब छत्तीसगढ़ चार खिलाडिय़ों को एक साथ भारतीय टीम में मौका मिला है। इसके पहले २००४ में भारती नेताम, एम. पुष्पा, मृदुला आडिल और आकांक्षा सिंह खेली थीं। भारतीय टीम में पहली बार २००० में तीन खिलाड़ी अंजू लकड़ा, सीमा सिंह और पूनम सिंह शामिल हुई थीं। इसके बाद से लगातार खिलाडिय़ों को मौका मिल रहा है।

छत्तीसगढ़ को रजत

राष्ट्रीय यूथ बास्केटबॉल के फाइनल में छत्तीसगढ़ की टीम कड़े मुकाबले में पंजाब से ५२-६५ से मात खा गई जिसके कारण उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बालिका टीम क्वार्टर फाइनल में हारने के कारण कोई पदक नहीं जीत सकी।
तिरूचिरापल्ली में आयोजित इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के चेयरमैन सोनमणी बोरा के साथ अध्यक्ष राजीव जैन ने बताया कि बालकों की टीम ने जोरदार खेल दिखाते हुए क्वार्टर फाइनल में महाराष्ट्र को ७२-६० से मात दी। इसके बाद छत्तीसगढ़ ने सेमीफाइनल में तमिलनाडु को ६७-५२ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। फाइनल में छत्तीसगढ़ का सामना पंजाब से हुआ। इस मैच में छत्तीसगढ़ की टीम ने स्वर्ण जीतने के लिए पूरा जोर लगाया पर पंजाब के अनुभवी खिलाडिय़ों के सामने छत्तीसगढ़ को अंतत: कड़े मुकाबले में ५२-६७ से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में छत्तीसगढ़ के लिए बी. दिनेश ने १२, पी. मुरली ने १० अंक बनाए।
इधर छत्तीसगढ़ की बालिका टीम को क्वार्टर फाइनल में उप्र से कड़े मुकाबले में ४९-५५ से मात खानी पड़ी। इसके पहले लीग मैचों में छत्तीसगढ़ ने आन्ध्र प्रदेश को ६८-५२, ङाारखंड को ७२-५८ और पंजाब को ६५-५५ से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया था। बालिका टीम के प्रशिक्षक सरजीत चक्रवर्ती और बालक टीम के आरएस गौर थे।
रजत विजेता बालक टीम इस प्रकार है- पी. मुरली (कप्तान), दिनेश मिश्रा, अजय कुमार, शुशांत मिश्रा, पंकज कुमार सिंह, संजीव कुमार, दीपक कुमार यादव, वी. दिनेश, बी. तेजा, टी. पुष्पक।
बालिका टीम- संगीता कौर, ज्योति कुमारी, सी. धनलक्ष्मी, शीतल कौर, अंजना डेजी इक्का, सागरिका महापात्रा, संगीता दास, प्रियंका अंबाडे, अंशु श्रीवास, प्रियंका सोनवानी, पूजा कश्यप, तृप्ति राठौर। टीम प्रबंधक शालिनी श्रीवास्तव थीं।

अंशुमन राय ने जीते चार मैच

समरलीग टेबल टेनिस में आज खेले गए मैचों में अंशुमन राय ने सबसे ज्यादा चार मैच जीते। लीग मैचों के मुकाबले के बाद कल शाम को फाइनल मैच होंगे। जिला टेबल टेनिस संघ द्वारा स्वर्गीय सतीश मोदी स्मृति स्पर्धा में आज सीनियर वर्ग में अंशुमन राय ने पहले मैच में अमिताभ शुक्ला को ३-१ से इसके बाद सागर घाटगे, स्वप्निल राय और वरूण पांडे को ३-० से मात दी। अन्य मैचों में सागर घाटगे ने अमिताभ शुक्ला को ३-२, गिरीराज पाटिल को ३-१ और हीरा सिंहानी को ३-० से हराया। गिरीराज पाटिल ने वरूण पांडे को ३-१ और प्रणव गोयल को ३-० से हराया। संदीप खंडेलवाल ने राजेश लूनिया और आदित्य कुलकर्णी को ३-० से हराया।सौरभ मोदी ने आदित्य को ३-१, अभिनव को ३-० और सूरज तिवारी को ३-० से हराया। यूथ वर्ग में आदित्य कुलकर्णी, स्वप्निल राय और भावेश आप्टे ने अपने -अपने मैच जीते।

रोनाल्डो को मैसी ने ड्रा पर रोका

शेरा विश्व कप फुटबॉल आज रोनाल्डो की टीम को मैसी की टीम ने बराबरी पर रोक दिया। रोमांचक मुकाबले में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई और अंत में मुकाबला गोलरहित बराबर रहा। इस अंतिम मुकाले के बाद अब सेमीफाइनल मैच खेले जाएंगे। सेमीफाइनल का प्रारंभ २६ जून से होगा।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा में आज एक मात्र लीग मैच रोनाल्डो का मैसी की टीम से हुआ। इस मैच में दोनों टीमों की रक्षापंक्ति इतनी तगड़ी थी कि कोई भी टीम उसे भेद कर गोल नहीं कर पाई। ऐसे में मुकाबला गोल रहित बराबरी पर समाप्त हुआ। स्पर्धा में कल विश्राम के बाद परसो से सेमीफाइनल होंगे।

रिजवी -रौशनी एआईटीए लेवल टू कोच

अखिल भारतीय लॉन टेनिस द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके प्रदेश के एसए रिजवी के साथ रौशनी सिंह लेवल टू कोच बन गए हैं। यह जानकारी देते हुए प्रदेश लॉन टेनिस संघ के महासचिव गुरूचरण सिंह होरा ने बताया कि एसए रिजवी के साथ रौशनी सिंह ने परीक्षा में सफलता प्राप्त कर राज्य का गौरव बढ़ाया है। श्री रिजवी छत्तीसगढ़ कॉलेज में क्रीड़ा अधिकारी हैं।
रौशनी सिंह छत्तीसगढ़ कॉलेज की छात्रा हैं। दोनों की सफलता पर संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया के साथ महासचिव गुरूचरण सिंह के साथ सभी पदाधिकारियों से बधाई दी है।

गुरुवार, 24 जून 2010

गाज गिराने का जिम्मा खेलमंत्री को

राजधानी में होने वाली बैटन रिले में धावकों की सूची पर जिलाधीश की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका और यह फैसला २८ जून तक टाल दिया गया। २८ जून को खेलमंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में ही धावकों की सूची पर कैची चलाने का काम किया जाएगा। सूची को छोड़ बाकी जिम्मेदारियों का बटवारा कर दिया गया है।
कामनवेल्थ की बैटन रिले का आयोजन राजधानी रायपुर में १२ अगस्त को किया गया है। इस रिले के लिए जिले के खेल विभाग ने २०० से ज्यादा दावेदारों की सूची तैयार की है जो बैटन लेकर दौड़ेंगे। लेकिन इस सूची में बहुत ज्यादा कटौती करनी पड़ रही है क्योंकि दिल्ली ने राजधानी के लिए सिर्फ ५० धावकों का कोटा मिला है। आज की बैठक में इस सूची पर कैची चलने की संभावना थी, लेकिन बैठक में सूची पर कोई कैची चलाने का काम नहीं किया गया। बैठक में खेल संचालक जीपी सिंह ने कह दिया कि धावकों की सूची को अंतिम रूप देने का काम खेलमंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में २८ जून को होने वाली बैठक में किया जाएगा। वैसे इस सूची को लेकर खेल संघों के पदाधिकारियों से भी सुझाव मांगे गए थे, लेकिन खेल संचालक द्वारा सूची पर आज की बैठक में कोई फैसला न करने की बात के बाद इस पर ज्यादा चर्चा नहीं की गई। इसके बाद भी एक खेल संघ के एक पदाधिकारी ने यह सुङााव दिया कि धावकों की सूची तय करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि जिन खेलों के खिलाडिय़ों को सूची में शामिल किया जा रहा है वे ऐसे खेल हों जो कामनवेल्थ में शामिल हों।
कुछ खेलों के खिलाड़ी हो सकते हैं बाहर
आज की बैठक में आए एक सुझाव पर अगर खेल विभाग अमल करता है तो यह बात तय है कि कुछ खेलों जिनमें म्यूथाई, थांगता, कैरम, साफ्ट टेनिस शामिल हैं इन खेलों के खिलाडिय़ों को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है। ये खेल कामनवेल्थ में शामिल नहीं हैं।
हर खेल से एक ही खिलाड़ी
बैठक में एक बात यह भी सामने आई कि एक खेल से एक ही खिलाड़ी को शामिल किया जाए। वैसे भी एक खेल से एक से ज्यादा खिलाडिय़ों के शामिल होने की संभावना नहीं है। इधर खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर की तरह यहां भी खिलाडिय़ों के लिए प्रतिशत तय करने की योजना पर काम किया जाएगा। बकौल श्री सिंह खिलाडिय़ों के खाते में करीब ५० प्रतिशत कोटा आएगा बाकी कोटे को अन्य वर्गों के साथ वीआईपी में बांटा जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक करीब २५ खिलाड़ी, १० अन्य वर्ग के लोग और १५ वीआईपी को बैटन लेकर दौडऩे का मौका मिलेगा। यह सब २८ जून की बैठक में तय होगा। इतना तय है कि रायपुर की २०० की मैराथन सूची में भारी कटौती होगी और खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ जूनियर खिलाडिय़ों के हाथ बैटन लेकर दौडऩे का मौका लगने वाला नहीं है।
जिम्मेदारियां तय
११ अगस्त को बैटन का आगमन होने पर माना विमानतल में स्वागत का जिम्मा जिस समिति को दिया गया है उसकी कमान जिला प्रशासन के साथ खेल संचालक के हाथों में होगी। इसके बाद विश्राम गृह में भी बैटन दल का स्वागत किया जाएगा। १२ अगस्त को सबसे पहले स्मृति वन में वृक्षारोपण का कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम का जिम्मा वन विभाग को दिया गया है। यह कार्यक्रम सुबह ९ बजे होगा। इसके बाद दोपहर को बैटन दल का प्रेस से मिलिए कार्यक्रम होगी। १२.३० बजे बैटन दल की मुलाकात महापौर के साथ पार्षदों से होगी। ३ बजे बैटन रिले का आयोजन होगा। बैटन के मार्ग का निरीक्षण करने का जिम्मा खेल विभाग के साथ निगम आयुक्त को दिया गया है। रात को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का जिम्मा संस्कृति विभाग को दिया गया है। बैठक में जिलाधीश संजय गर्ग के साथ खेल संचालक जीपी सिंह, निगम आयुक्त ओपी चौधरी, पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा, एडीएम डोमन सिंह, जिला पंचायत के सीईओ रजत कुमार, उपसंचालक खेल ओपी शर्मा, वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे, वन विभाग के एएच कापसी, संस्कृति विभाग के राकेश तिवारी खेल संघों से प्रदेश ओलंपिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष गुरूचरण सिंह होरा, वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान, ट्रायथलान संघ के विष्णु श्रीवास्तव, नेटबॉल संघ के संजय शर्मा, कराते संघ के विजय अग्रवाल, अजय साहू, तीरंदाजी संघ के कैलाश मुरारका, म्यूथाई संघ के अनीस मेमन, कैरम संघ के विजय कुमार उपस्थित थे।

रोनाल्डो पर सुनील क्षेत्री की जीत

शेरा विश्व कप फुटबॉल आज रोनाल्डी की टीम को सुनील क्षेत्री की टीम ने १-० से मात दी। स्पर्धा में यही एक मैच खेला गया।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा में आज पहला मैच सुनील क्षेत्री की टीम का रोनाल्डो की टीम से हुआ। इस मैच में सुनील क्षेत्री के लिए एक मात्र गोल रोहित ने किया। इस गोल के बाद रोनाल्डो की टीम ने बराबरी का पूरा प्रयास किया, पर उसके खिलाड़ी सुनील क्षेत्री की टीम की रक्षापंक्ति को भेद नहीं सके। स्पर्धा में इस समय चार टीमों के बीच मुकाबला चल रहा है। चारों टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलने हैं इसके बाद फाइनल मैच खेला जाएगा।

फुटबॉल टीम का शिविर आज से

राष्ट्रीय बालिका जूनियर फुटबॉल के लिए चुनी गई २५ खिलाडिय़ों की संभावित टीम का प्रशिक्षण शिविर यहां पर २४ जून से प्रारंभ होगा। शिविर के बाद टीम यहां से १२ जुलाई को चंडीगढ़ के लिए रवाना होगी जहां पर राष्ट्रीय स्पर्धा होगी।
यह जानकारी देते हुए जिला फुटबॉल संघ के दिवाकर थिटे के साथ मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि कांकेर में खेली गई राज्य स्पर्धा के बाद प्रदेश की २५ खिलाडिय़ों की संभावित टीम तय की गई है। इस टीम में रायपुर की योति पांडे, शालिनी यादव, सुमन वर्मा, दीक्षा वर्मा, सरिता यादव, पूनम दीप, दिव्या दीप, देवयंती निषाद, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, नेहा निषाद और जागेश्वरी, दुर्ग की सरिता शिंदे, अर्चना, रूपाली, पूजा सिंहा, जशपुर की प्रीतू प्रिया, तनुजा, मेरी संगीता, कांकेर की बालेश्वरी, खिलेश्वरी,कोरबा की सुमन राज, रितु भगत बस्तर की बुलंदी ठाकुर को रखा गया है। यह टीम कल से यहां अभ्यास करेगी।

प्रदेश के विनय पांडेय को मिला रजत पदक

छत्तीसगढ़ के बॉडी बिल्डर विनय पांडेय ने मिस्टर साऊथ एशिया चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। यह जानकारी देते हुए प्रदेश बॉडी बिल्डिंग संघ के अरविंद सिंह ने बताया कि इस स्पर्धा का आयोजन नेपाल में किया गया था। स्पर्धा में भारतीय टीम से छत्तीसगढ़ के विनय पांडेय भी खेले। उन्होंने ८५ किलोग्राम वजन वर्ग में रजत पदक जीता। श्री पांडेय ने रजत पदक जीतने के साथ भारत की मेजबानी में होने वाली विश्व स्पर्धा में भी खेलने की पात्रता प्राप्त कर ली है। विनय पांडे रायपुर में रेलवे विभाग में कार्यरत हैं।
श्री सिंह ने बताया कि नेपाल की स्पर्धा में ८ देशों के ८५ खिलाडिय़ों ने भाग लिया। भारतीय टीम से खेलने वाले विनय पांडेय छत्तीसगढ़ के अकेले खिलाड़ी थे। वे राष्ट्रीय स्पर्धाओं में कई पदक जीत चुके हैं।

बुधवार, 23 जून 2010

किस पर गाज-निर्णय आज

कामनवेल्थ की बैटन रिले के लिए तय किए गए कोटे के बाद अब

कल यहां जिलाधीश की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में बैटन पकडऩे वाले धावकों के सूची पर चर्चा होगी। इस चर्चा में यह निर्णय होगा कि कौन से खिलाड़ी बैटन लेकर दौडऩे के पात्र होंगे। रायपुर में होने वाली बैटन रिले में २०० से ज्यादा दावेदारों की सूची बन गई है, जबकि दिल्ली से यहां के लिए महज ५० धावकों का कोटा मिला है। बैठक में रायपुर जिले से जुड़े १५ मान्यता प्राप्त खेल संघों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा पर भी चर्चा होगी क्योंकि बैटन के आने की तिथि बदल गई है।

राजधानी रायपुर में १२ अगस्त को होने वाली बैटन रिले के लिए तय धावकों की सूची पर चर्चा करने के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जिलाधीश संजय गर्ग की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन कल जिलाधीश परिसर में सुबह ११ बजे रखा किया गया है। इस बैठक में रायपुर जिले के १५ मान्यता प्राप्त खेल संघों के पदाधिकारियों को भी बुलाया गया है ताकि उनसे चर्चा करके यह तय किया जा सके कि बैटन लेकर दौडऩे वाले धावकों के नामों में से किन नामों पर कैची चलानी है। यह बात तय है कि खेल संघों से बिना बात किए कुछ किया जाता है तो नामों की सूची को लेकर बवाल मचने के पूरे आसार हैं। वैसे भी रायपुर का कोटा कम होने से बैटन पकडऩे के लिए होड़ का मचना तय है। ऐसे में खेल विभाग के अधिकारी परेशानी में हैं कि किनके नाम काटे जाए। एक अनुमान के मुताबिक खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ जूनियर खिलाडिय़ों के नामों पर गाज गिरेगी और इनके नाम कांटे दिए जाएंगे। इसी के साथ खेल विभूति सम्मान वाले पुराने खिलाडिय़ों को भी मौका मिलने की संभावना समाप्त हो गई है। रायपुर से ही १६४ धावकों की सूची तय है। इस सूची में दूसरे जिलों के खिलाड़ी शामिल नहीं है। इनकी संख्या भी ३० के आस-पास होगी। इसके अलावा राजधानी के वीआईपी अलग से हैं। वीआईपी में में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, सभी मंत्रियों के साथ महापौर सहित कई वीआईपी शामिल हैं। जिलाधीश की बैठक में कितने नाम कांटे जाते हैं, यह देखने वाली बात होगी। एक खेल से एक खिलाड़ी का नाम करने की रणनीति पर भी विचार किया जा रहा है। इस बैठक के बाद २८ जून को खेल मंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में होने वाली राज्य समिति की बैठक में ह अंतिम नाम तय होंगे।

कल की बैठक में धावकों की सूची के साथ बैटन दल के रहने, खाने के साथ सूरक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी चर्चा होगी। पहले रायपुर में दो दिनों के कार्यक्रम के कारण दो रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम होने थे, लेकिन अब १२ अगस्त को ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हो पाएंगे। छत्तीसगढ़ में बैटन के कदम ११ अगस्त को राजधानी रायपुर में पड़ेंगे। ११ अगस्त को यहां आने के बाद रात को यहां बैटन लाने वाला दल आराम करेगा। दूसरे दिन १२ अगस्त को बैटन रिले का आयोजन रायपुर में किया जाएगा। तीसरे दिन बैटन रिले का आयोजन दुर्ग-भिलाई के साथ राजनांदगांव में होगा। १३ अगस्त को बैटन रिले दल भिलाई में रूकेगा और फिर १४ अगस्त को दल बैटन को लेकर विमान से सुबह रवाना होगा।

नामी खिलाडिय़ों की आसान जीत

समरलीग टेबल टेनिस में नामी खिलाडिय़ों सोरभ मोदी के साथ अन्य ने अपने-अपने लीग मुकाबले आसानी से जीत लिए।
सप्रे टेबल टेनिल हॉल में चल रही स्पर्धा में सीनियर वर्ग में सौरभ मोदी ने किशोर जादवानी के साथ भरत और सूरज अग्रवाल को ३-० से मात दी। संदीप खंडेलवाल ने किशोर और सूरत तिवारी को ३-०, हरजीत सिंह ने प्रणव गोयल को ३-० से हराया। यूथ वर्ग में आदित्य कुनलर्णी ने शिवम सिंह और वरुणपांडे को ३-० से परास्त किया। सब जूनियर वर्ग में सौरभ दा गुप्ता ने प्रणव, पुस्कर, नवजोत अैर फरजान को ३-० से हरया। हर्ष गोयल ने आदित्य और पुस्कर को ३-० से परास्त किया।

महिला वर्ग में आज से प्रारंभ हुए मुकाबलों में सब जूनियर वर्ग में सागरिका ने सौम्या को ३-०, सौम्या ने मानसी को ३-०, रश्मीत ने भी मानसी को ३-० और श्रेया ने फातिमा के साथ मोदिता को ३-० से परास्त किया। अभी सभी वर्गों में लीग मुकाबले हो रहे हैं। स्पर्धा मे फाइनल मुकाबले २५ जून को खेले जाएंगे। इसके बाद पुरस्कार वितरण होगा।

सुनील क्षेत्री की टीम परास्त

शेरा विश्व कप फुटबॉल आज सुनील क्षेत्री की टीम को गुरुप्रसाद शर्मा की टीम ने जहां १-० से मात दी, वहीं दूसरे मैच में मैसी और रोनाल्डो के बीच मुकाबला गोलरहित बराबर रहा। सप्रे स्कूल के मैदान में पहला मैच गुरुप्रसाद और सुनील क्षेत्री एकादश के बीच खेला गया। इस मैच में एकमात्र गोल गुरुप्रसाद के लिए सुनील तांड़ी ने किया। दूसरा मैच मैसी और रोनाल्डो के बीच खेला गया। इस मैच में काफी प्रयासों के बाद भी कोई टीम गोल नहीं कर सकी और यह मैच गोलरहित बराबर रहा। स्पर्धा में तीन टीमें पेले, वाईचूंग भूटिया और माराडोना की बाहर हो चुकी हैं। बची चार टीमें के बीच राउड राबिन मुकाबले हो रहे हैं। इसके बाद फाइनल मैच खेला जाएगा।
रायपुर की १२ खिलाड़ी टीम में
राष्ट्रीय जूनियर बालिका फुटबॉल में खेलने जाने वाले प्रदेश की टीम के लिए चुनी गई २५ खिलाडिय़ों की संभावित टीमें रायपुर जिले की १२ खिलाडिय़ों ज्योति पांडे, शालिनी यादव, सुमन वर्मा, दीक्षा वर्मा, सरिता यादव, पूनम दीप, दिव्या दीप, देवयंती निषाद, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, नेहा निषाद और जागेश्वरी का चयन किया गया है। मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि संभावित टीम का प्रशिक्षण शिविर २४ जून से सप्रे स्कूल के मैदान में प्रारंभ होगा। इस शिविर के बाद अंतिम टीम चंडीगढ़ खेलने जाएगी।

विनय, रूपेन्द्र, प्रदीप अंतरराष्ट्रीय अंपायर

प्रदेश के तीन वरिष्ठ टेबल टेनिस के खिलाड़ी और प्रशिक्षक विनय बैसवाड़े, रूपेन्द्र चौहान के साथ प्रदीप जोशी अंतरराष्ट्रीय अंपायर बन गए हैं।

यह जानकारी देते हुए प्रदेश टेबल टेनिस संघ के महासचिव अमिताभ शुक्ला ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फेडरेश ने अंपायर परीक्षा का आयोजन किया था। इस परीक्षा में छत्तीसगढ़ के चार खिलाडिय़ों ने भाग लिया था। घोषित किए गए परिणामों में छत्तीसगढ़ के तीन खिलाडिय़ों को सफलता मिली है और उनको अंतरराष्ट्रीय अंपायर बना दिया गया है। विनय बैसवाड़े जहां राज्य के नंबर वन खिलाड़ी हैं, वहीं वे भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत हैं। रुपेन्द्र चौहान टेबल टेनिस के एनआईएस कोच हैं और छत्तीसगढ़ कॉलेज में क्रीड़ा अधिकारी हैं। प्रदीप जोशी स्टेट बैंक की कचहरी शाखा में कार्यरत हैं। वे राष्ट्रीय स्तर पर वेटरन चैंपियनशिप में खेलते रहे हैं।

मंगलवार, 22 जून 2010

ग्रामीण खिलाडिय़ों को भी तराश रहे

बैडमिंटन जैसे महंगे खेल में भी हमारा संघ सरगुजा और कोरिया जैसे आदिवासी जिलों के ग्रामीण खिलाडिय़ों को तराशने का काम कर रहा है। जूनियर के साथ सीनियर वर्ग में भी इन जिलों के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा दिखाने का काम कर रहे हैं। यहां की प्रतिभाओं को निखारने के लिए ही संघ ने अगले साल एक राष्ट्रीय रैंकिंग स्पर्धा की मेजबानी लेने का फैसला किया है। इसके लिए अभी से प्रयास करेंगे। वैसे राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए चार कोर्ट वाले मैदान की जरूरत होती है जो अपने छत्तीसगढ़ में नहीं है। राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के इंडोर स्टेडियम में जरूर ६ से ८ कोर्ट बन सकते हैं। इसके बनने के बाद यहां पर राष्ट्रीय स्पर्धा करवाने के साथ अकादमी खोलने में भी मदद मिलेगी।
ये बातें यहां पर खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश बैडमिंटन संघ के एक बार फिर से अध्यक्ष चुने गए गुरुप्रीत सिंह भाटिया ने कहीं। उन्होंने संघ के सचिव संजय मिश्रा के साथ कोषाध्यक्ष श्रीधर मुदलियार के साथ बताया कि संघ ने छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद राज्य में बैडमिंटन के लिए काफी कुछ किया है और आदिवासी और पिछड़े जिलों के खिलाडिय़ों को भी राज्य की टीम में स्थान देकर उनको राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया है। इन्होंने बताया कि इस समय राज्य के जूनियर खिलाडिय़ों में सरगुजा के देवांश और Ÿोयांश जायसवाल के साथ कोरिया की अंकिता गुप्ता और दीपाली गुप्ता प्रदेश की टीम से खेल रही हंै। इसी के साथ सीनियर वर्ग में सरगुजा के वेंकट गौरव और हिमांशु वर्मा का नाम है। इन जिलों के साथ रायपुर, भिलाई और राजनांदगांव के खिलाड़ी भी लगातार प्रदेश की टीम से खेल रहे हैं। श्री भाटिया ने बताया कि खिलाडिय़ों को तराशने के लिए हमारा संघ हर जिले में अपने खर्च पर एक माह का प्रशिक्षण शिविर लगाता है और इन शिविरों से प्रतिभाशाली खिलाड़ी चुने जाते हैं।
राष्ट्रीय रैंकिंग की लेंगे मेजबानी
एक सवाल के जवाब में श्री भाटिया ने बताया कि संघ ने अगले साल एख राष्ट्रीय रैंकिंग की मेजबानी लेने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक चार कोर्ट वाले मैदान की जरूरत होती है जो छत्तीसगढ़ में नहीं है। संजय मिश्रा ने बताया कि राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में बन रहे इंडोर स्टेडियम में ६ से ८ कोर्ट बनाए जा सकते हैं। इसके लिए नगर निगम से बात की जाएगी। निगम के सहमत होने पर जहां राष्ट्रीय रैंकिंग की मेजबानी मिलने में आसानी होगी वहीं राजधानी में एक अकादमी खोलने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद यहां पर चार राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन संघ ने करवाया है। एक राष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन में २० लाख का खर्च लग जाता है।
खिलाडिय़ों का संघ है
संघ के अध्यक्ष श्री भाटिया के साथ संघ के सचिव अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संजय मिश्रा ने बताया कि उनका संघ एक ऐसा संघ है जिसमें संघ के ज्यादातर पदाधिकारी खिलाड़ी हैं। श्री भाटिया और मिश्रा की जोड़ी २००७ में एडीलेड में मास्टर्स चैंपियनशिप में खेली है और इस जोड़ी ने युगल स्पर्धा में रजत और मिश्रित युगल में कांस्य जीता था। प्रदेश में बैडमिंटन संघ ही एक मात्र ऐसा संघ है जिस संघ के अध्यक्ष और सचिव ने अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में खेलकर पदक जीता है।
संघ नहीं लेता शासन से आर्थिक मदद
बैडमिंटन संघ में एक खास बात यह भी है कि यह संघ अपने अध्यक्ष गुरुप्रीत सिंह भाटिया के साथ कार्यकारी अध्यक्ष विजय अग्रवाल की मदद ेसे ही पिछले एक दशक से चल रहा है। इस संघ का सारा खर्च यही दोनों उठाते हैं। संघ को खेल विभाग से मान्यता तो है, पर संघ के अध्यक्ष और सचिव कहते हैं कि खेल विभाग की खानापूर्ति इतनी ज्यादा है कि अनुदान लेने का कोई मतलब नहीं है। इनका कहना है कि खेल विभाग को नियमों बदलाव करना चाहिए।
हमारे खिलाडिय़ों को भी मिले पुरस्कार
संघ के अध्यक्ष और सचिव का कहना है कि खेल विभाग को खेलों के हिसाब से खेल पुरस्कार के नियम बनाने चाहिए। विभाग के जो नियम हंै यदि वही रहे तो बैडमिंटन जैसे महंगे और कठिन खेल में किसी खिलाड़ी को कभी पुरस्कार नहीं मिल पाएगा। इनका कहना है कि राष्ट्रीय स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना ही कठिन होता है। ऐसे में बैडमिंटन जैसे खेल के लिए खेल विभाग को राष्ट्रीय स्तर पर क्वार्टर फाइनल में खेलने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कार का पात्र माना जाना चाहिए।
तीसरी बार बने भाटिया अध्यक्ष
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी गुरुप्रीत भाटिया का बैडमिंटन के प्रति समर्पण देखते हुए एक बार फिर से उनको संघ की कमान दी गई है। इसी के साथ संजय मिश्रा फिर से सचिव बने हैं। अन्य पदाधिकारियों में सरंक्षक आरएस विश्वकर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष विजय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्रीधर मुदलियार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिल धगट, विवेक छिब्बा, उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, पीके तरफदार, अकरम खान, केशव पोद्दार, सहसचिव कविता दीक्षित एमएल चन्द्राकर, सतीश त्रिपाठी, अनुराग दीक्षित, सलाहकार इंदरचंद धाड़ीवाल पीआरओ परमजीत सिंह दत्ता के साथ कार्यकारिणी में नौ सदस्य रखे गए हैं। आज पत्रकार वार्ता के बाद बेंगलुरु खेलने जाने वाली टीम के खिलाडिय़ों के ट्रेक शूट के साथ २० हजार की राशि अध्यक्ष ने दी।

मैसी पर सुनील क्षेत्री की जीत

शेरा विश्व कप फुटबॉल आज मैसी की टीम को सुनील क्षेत्री की टीम ने १-० से मात दी। एक अन्य मैच में रोनाल्डो की टीम को गुरुप्रसाद की टीम ने १-० से मात दी।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा में आज पहला मैच सुनील क्षेत्री की टीम का मैसी की टीम से हुआ। इस मैच में सुनील क्षेत्री के लिए एक मात्र गोल किशन दीप ने किया। इस गोल के बाद मैसी की टीम ने बराबरी का पूरा प्रयास किया, पर उसके खिलाड़ी सुनील क्षेत्री की टीम की रक्षापंक्ति को भेद नहीं सके।
दूसरे मैच में गुरुप्रसाद की टीम ने सुनील तांड़ी के एक गोल की मदद से रोनाल्डो की टीम को मात दी।

राजेश लूनिया ने जीते दो मैच

सप्रे टेबल टेनिस हॉल में आज से प्रारंभ हुए समरलीग टेबल टेनिस में राजेश लूनिया ने अपने दोनों मैच जीत लिए। स्पर्धा में पुरुष वर्ग के पहले मैच में राजेश लूनिया ने भारत पारख को ३-० और किशोर जाधवानी को ३-१ से मात दी। एक अन्य मैच में हरजीत सिंह ने उलटफेर करते हुए गिरीराज बागड़ी को कड़े मुकाबले में ३-२ से मात दी। स्पर्धा में महिला वर्ग के मुकाबले कल से प्रारंभ होंगे।

सोमवार, 21 जून 2010

राष्ट्रीय खेलों के लिए ८ खेलों में पात्रता

झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में खेलने के लिए ८ खेलों को अब तक पात्रता मिली है। ओलंपिक संघ के पास फिलहाल इतने ही खेलों के बारे में जानकारी है। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा के साथ सचिव बशीर अहमद खान ने खेल संघों से जानकारी देने को कहा है ताकि यह मालूम हो सके कि छत्तीसगढ़ की कितनी टीमें खेलने जाएंगी। झारखंडमें ये खेल ९ से २२ दिसंबर तक होंगे।
झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेल लगातार स्थगित होने के बाद अब ९ दिसंबर से होने वाले हैं। ऐसे में वहां इन खेलों की तैयारी प्रारंभ हो गई है। किन खेलों में कितने राज्य खेलेंगे इसकी जानकारी राष्ट्रीय फेडरेशन को देनी है। राष्ट्रीय फेडरेशन ही यह बताएगा कि कौन से राष्ट्रीय खेल के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीमें पात्र होंगी। राष्ट्रीय फेडरेशन से ङाारखंड ओलंपिक संघ ने जानकारी मांगी है जिसका एक पत्र छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के साथ खेल विभाग को भी भेजा गया है। इस बारे में प्रदेश ओलंपिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा के साथ सचिव बशीर अहमद खान का कहना है कि उनके पास अब तक जो जानकारी है उसके मुताबिक तो बास्केटबॉल और हैंडबॉल में महिला और पुरुष टीमें पात्रता प्राप्त कर चुकी हैं। इसी के साथ तैराकी, जिम्नास्टिक, एथलेटिक्स को टोकन पात्रता है। इन खेलों के साथ खो-खो, तलवारबाजी और कराते को भी खेलने की पात्रता है। इन्होंने कहा कि अभी खेल संघों ने ओलंपिक संघ को जानकारी नहीं भेजी है। खेल संघों के जानकारी भेजने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि छत्तीसगढ़ की कितनी टीमें राष्ट्रीय खेलों में खेलने जाएगी। इन्होंने बताया कि इसके पहले जब पिछले साल ये खेल होने वाले थे तो छत्तीसगढ़ की १६ खेलों की टीमें पात्र थीं। लेकिन अब खेलों के राष्ट्रीय फेडरेशन ही यह तय करेंगे किस साल की राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पात्रता पाने वाली टीमें ङाारखंड में खेलने की पात्र होंगी। इन्होंने कहा कि जब सारे राज्य खेल संघों के पदाधिकारी अपने राष्ट्रीय फेडरेशन से जानकारी लेकर ओलंपिक संघ को भेजेंगे तभी मालूम होगा कि किन खेलों में टीमों को पात्रता है।
श्री खान ने बताया कि उम्मीद है कि इस बार भी एक दर्जन से ज्यादा खेलों की टीमें भाग लेंगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि अब राष्ट्रीय खेलों के लिए टीमों के बारे में जानकारी आने पर सभी खेलों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर के लिए पिछले साल ही खेल विभाग ने अनुदान दे दिया था। उस समय लंबा प्रशिक्षश शिविर लगाने की योजना था। इस बार भी शिविर लंबा लगाया जाएगा।

रोनाल्डो को ड्रा पर रोका

शेरा विश्व कप फुटबॉल के एक रोमांचक मुकाबले में रोनाल्डो की टीम को सुनील क्षेत्री की की टीम ने ड्रा पर रोक लिया। स्पर्धा में आज यही एक मैच खेला गया। संतोष ट्रॉफी के ट्रायल के कारण आज ज्यादा मैच नहीं हो सके। संतोष ट्रॉफी के लिए रायपुर जिले की टीम में स्थान पाने खिलाड़ी पिछले तीन दिनों से मशक्कत कर रहे हैं। खिलाडिय़ों के नाम कल तय किए जाएंगे।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित स्पर्धा में आज शाम को सुनील क्षेत्री की टीम का मुकाबला रोनाल्डो एकादश की टीम से हुआ। यह मैच रोमांचक रहा। मैच में पहला हॉफ गोल रहित बराबर रहा। दोनों टीमें लगातार प्रयास के बाद गोल नहीं कर पाईं। दूसरे हॉफ में मैच का पहला गोल रोनाल्डो के लिए नितिन ने किया। इस गोल के कुछ समय बाद ही सुनील क्षेत्री के लिए रोहित शर्मा ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। इस गोल के बाद अंत तक दोनों ने टीमों ने मैच जीतने के लिए गोल करने के प्रयास किए, लेकिन दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हुए और एक-एक से ड्रा रहा। स्पर्धा में मैच खेल रहे खिलाडिय़ों को मजा आ रहा है। खिलाडिय़ों का ऐसा मानना है कि उनके खेल में रोज हो रहे मैचों के कारण निखार आ रहा है। खिलाड़ी कहते हैं कि इसी के साथ उनको इस बात की खुशी है कि उनको विश्व के नामी खिलाडिय़ों के नाम से बनी टीमों से खेलने का अवसर मिल रहा है।
टीम में स्थान पाने मशक्कत
सप्रे मैदान में शाम के समय रायपुर जिले की टीम से चयन ट्रायल में शामिल होने के लिए खिलाडिय़ों का जमावड़ा लग रहा है। जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि अचानक संतोष ट्रॉफी की तिथि आने के कारण रायपुर जिले से चुने गए तीन-चार खिलाड़ी ही राज्य के चयन ट्रायल में भेजे जाएंगे। महज तीन-चार खिलाडिय़ों के चयन के लिए पहले दिन से ही खिलाड़ी मैदान में डटे हुए हैं। खिलाड़ी इसलिए मेहनत कर रहे हैं क्योंकि उनको जिले की टीम में ने के बाद ही राज्य की टीम में स्थान मिल सकता है।

रविवार, 20 जून 2010

छत्तीसगढ़ की नेहा बजाज भारतीय नेटबॉल टीम में

एशियन यूथ नेटबॉल के लिए घोषित की गई भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ की खिलाड़ी नेहा बजाज को न सिर्फ शामिल किया गया है, बल्कि उनको टीम का उपकप्तान भी बनाया गया है। इसके पहले छत्तीसगढ़ की प्रीति बंछोर ने पिछले साल यूथ चैंपियनशिप में ही भारतीय टीम की कप्तानी की थी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश नेटबॉल संघ के संजय शर्मा ने बताया कि ३ जुलाई में दिल्ली में होने वाली एशियन यूथ चैंपियनशिप के लिए आज दिल्ली में भारतीय टीम की घोषणा की गई। इस टीम में छत्तीसगढ़ की नेहा बजाज को शामिल किया गया है। नेहा पहले भी जहां भारतीय टीम से खेल चुकी हैं. वहीं वह पिछले दो साल से कामनवेल्थ के लिए चल रहे भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण ले रही है। दो साल तक यह शिविर गांधीनगर में चला था अब शिविर दिल्ली में चल रहा है, यह शिविर अक्टूबर में होने वाले कामनवेल्थ खेलों के प्रारंभ होने के कुछ दिनों पहले तक चलेगा। इस शिविर में नेहा बजाज के साथ छत्तीसगढ़ ही प्रीति बंछोर भी शामिल है।

मैसी की पेले पर जीत

सप्रे स्कूल के मैदान में चल रहे शेरा विश्व कप फुटबॉल में मैसी की टीम ने रोमांचक मुकाबले में पेले एकादश को दो गोल से मात देकर दो अंक बटोरे। एक अन्य मैच में रोनाल्डो की टीम को सुनील क्षेत्री की टीम ने बराबरी पर रोक दिया।
शेरा क्लब ने राजधानी को विश्व कप फुटबॉल के रंग में रंगने के लिए लीग मैचों का आयोजन किया है। आज खेले गए पहले मैच में रोनाल्डो एकादश की टीम को सुनील क्षेत्री की टीम ने गोल रहित बराबरी पर रोका। दूसरा मैच मैसी और पेले एकादश के बीच खेला गया। इस मैच में पूरी तरह से मैसी एकादश का दबदबा रहा। मैच का पहला गोल पहले हॉफ में खेल के १२वें मिनट में प्रदीप कुमार ने किया। दूसरे हॉफ में मैच के अंतिम मिनटों में आकाश ने एक शानदार गोल करके अपनी टीम की जीत तय कर दी। अंत में मैसी ने यह मैच २-० से जीत लिया।
टीम आज भिलाई जाएगी
शेरा क्लब द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण शिविर में खिलाडिय़ों का खेल निखारने के लिए प्रशिक्षण शिविर से चुने गए खिलाडिय़ों की दो टीमें भिलाई से मैच खेलने के लिए कल भिलाई जाएगी। पिछले शनिवार को भिलाई की टीम को यहां बुलाया गया था। मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि बाहर की टीमें से मैच खिलाने से ही खिलाडिय़ों का खेल निखरता है।

शनिवार, 19 जून 2010

बैटन पकडऩे मचेगी होड़

कामनवेल्थ की बैटन रिले के लिए तय किए गए कोटे के बाद अब यह बात तय हो गई है कि बैटन पकडऩे के लिए राजधानी में जोरदार होड़ मचने वाली है। राजधानी में होने वाली रिले के लिए २०० से ज्यादा धावकों की सूची तैयार की गई है। इस सूची में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रियों से लेकर वीआईपी और खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ खिलाडिय़ों के नाम शामिल हंै। लेकिन अब इस सूची को बहुत छोटा करना पड़ेगा। इस बात को लेकर खेल विभाग के अधिकारी भारी परेशानी में हैं कि आखिर वे किसका नाम कांटे। वैसे अंतिम सूची तय करने का काम राज्य समिति का है। राजधानी रायपुर के साथ राजनांदगांव के लिए महज २० धावकों का और दुर्ग-भिलाई के लिए ६० धावकों का कोटा मिला है।
दिल्ली में इस साल होने वाले कामनवेल्थ की मशाल यानी बैटन का पूरे देश में भ्रमण हो रहा है। इस भ्रमण की कड़ी में छत्तीसगढ़ में बैटन के कदम ११ अगस्त को राजधानी रायपुर में पड़ेंगे। पूर्व में बैटन को सड़क मार्ग से आना था, लेकिन बाद में स्थितियों को देखते हुए इस विमान से लाया जा रहा है। ११ अगस्त को यहां आने के बाद रात को यहां बैटन लाने वाला दल आराम करेगा। दूसरे दिन १२ अगस्त को बैटन रिले का आयोजन रायपुर में किया जाएगा। तीसरे दिन बैटन रिले का आयोजन दुर्ग-भिलाई के साथ राजनांदगांव में होगा। १३ अगस्त को बैटन रिले दल भिलाई में रूकेगा और फिर १४ अगस्त को दल बैटन को लेकर विमान से सुबह रवाना होगा।
बैटन रिले की तैयारी छत्तीसगढ़ में खेल विभाग जोरदार तरीके से कर रहा है। इस तैयारी का जायजा लेने के लिए बैटन रिले आयोजन समिति से जुड़े दो सदस्य योगेन्दर दोहान और शिवांष छत्तीसगढ़ का दौरा पिछले माह ही करके गए हैं। यहां आने के बाद इन्होंने खेल विभाग के अधिकारियों से बात करने के बाद दुर्ग-भिलाई और राजनांदगांव की तैयारियों को देखने के बाद तैयारियों में कुछ संशोधन के सुङााव भी दिए थे। दिल्ली से आए अधिकारियों ने पूर्व में छत्तीसगढ़ में होने वाली रिले में यहां के १५० धावकों को मौका मिलने की बात की थी। उस समय रायपुर के साथ भिलाई-दुर्ग के लिए ६०-६० धावकों के साथ राजनांदगांव के लिए ३० धावकों की संख्या बैटन रिले की समिति ने तय की थी। लेकिन इधर अचानक छत्तीसगढ़ में बैटन का कार्यक्रम बदले जाने के कारण धावकों की संख्या में कटौती हो गई है। खेल संचालक जीपी सिंह ने कामनवेल्थ आयोजन समिति के सदस्यों से जो बात की है, उसके बाद मालूम हुआ है कि समिति ने यह तय किया है कि जिस राज्य मेें बैटन जितने दिन रहेगी उसके हिसाब से वहां के धावकों की संख्या तय होगी। पूर्व में छत्तीसगढ़ में बैटन को तीन दिनों तक रूकना था, ऐसे में यहां के लिए १५० धावक तय किए गए थे। लेकिन अब यहां पर बैटन को दो दिन ही रूकना है। वैसे तो छत्तीसगढ़ में बैटन का आगमन ११ अगस्त की रात को हो जाएगा, लेकिन इसको समिति एक दिन नहीं मान रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के खाते में १०० धावक ही आते, लेकिन पूर्व में १५० धावकों के कोटे को देखते हुए समिति ने छत्तीसगढ़ के १३० धावकों का कोटा तय किया है। इस कोटे में राजधानी के लिए ५० धावक , राजनांदगांव के लिए २० धावक और दुर्ग और भिलाई के लिए ३०-३० धावकों का कोटा तय है।
रायपुर के लिए २०० धावकों की सूची
धावकों का कोटा कम होने से सबसे ज्यादा परेशानी में राजधानी है। राजधानी में होने वाली रिले के लिए करीब २०० धावकों की लंबी सूची तैयार की गई है। इस सूची में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, सभी मंत्रियों के साथ महापौर सहित कई वीआईपी शामिल हैं। इन वीआईपी के बाद राज्य के खेल संघों के पदाधिकारी और खिलाड़ी शामिल हैं। खिलाडिय़ों में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, राज्य के पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी भी शामिल हैं। सूची में सीनियरों के साथ जूनियर खिलाडिय़ों को भी शामिल किया गया था। अब जबकि दिल्ली से कोटा तय हो गया है तो खेल विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर परेशानी हैं कि अगर उनके पास सूची कम करने के निर्देश आते हैं तो वे किनका नाम कांटेंगे। जिनका नाम कांटेगे उनकी नाराजगी उठानी पड़ेगी। ऐसा माना जा रहा है कि ५० धावकों के कोटे में तो आधे से ज्यादा कोटा वीआईपी के लिए निकल जाएगा, ऐसे में बहुत कम धावकों को बैटन पकडऩे का मौका मिलेेगा। एक जानकारी के मुताबिक यह बात तय है कि कोटा कम होने से सबसे पहले खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ जूनियर खिलाडिय़ों के नामों पर गाज गिरेगी और इनके नाम कांटे दिए जाएंगे। इसी के साथ खेल विभूति सम्मान वाले पुराने खिलाडिय़ों को भी मौका मिलने की संभावना समाप्त हो गई है।
धावकों के लिए ड्रेस जरूरी
धावकों की सूची को छोटा करना इसलिए मजबूरी है कि बैटन को लेकर दौडऩे वाले धावकों के लिए कामनवेल्थ की तय ड्रेस जरूरी है। इस ड्रेस के बिना धावक बैटन लेकर नहीं दौड़ सकते हैं। दिल्ली से सिर्फ ५० ड्रेस आने के कारण धावकों की संख्या ५० ही रखनी पड़ेगी। कामनवेल्थ आयोजन समिति के सामने छत्तीसगढ़ में वैसी ही ड्रेस बनवाने की बात रखी गई थी, पर समिति ने इसको मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में अब सूची में कटौती करने के अलावा कोई चारा नहीं है। दिल्ली से वैसे अधिकारियों के लिए १०० और वालेंटियर के लिए १०० ड्रेस आएगी। ऐसे में खेल विभाग के अधिकारी यह सोच रहे हैं कि नाराज होने वालों को यह ड्रेस दी जाएगी। लेकिन सवाल ड्रेस पहनने का नहीं बल्कि बैटन को लेकर दौडऩे का है। ऐसे में जबकि संख्या कम है तो यह माना जा रहा है कि अब ज्यादा से ज्यादा वीआईपी भी इसमें शामिल होने की कोशिश करेंगे। बैटन लेकर दौडऩे की रुचि कई आईएएस और आईपीएस भी दिखा रहे हैं। कुल मिलाकर खेल विभाग के लिए बैटन रिले का आयोजन बहुत परेशानी वाला होने वाला है यह बात तय है।

शुक्रवार, 18 जून 2010

ओलंपिक संघ के अध्यक्ष हटाए गए

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की बैठक को लेकर विवाद हो गया है। संघ के सचिव बशीर अहमद खान द्वारा भिलाई में बुलाई गई इस बैठक को संघ के सहसचिव शरद शुक्ला की शिकायत पर रजिस्ट्रार फम्र्स एवं संस्थाएं छत्तीसगढ़ ने अवैध घोषित कर दिया है। दूसरी तरफ बैठक को संघ के सचिव द्वारा वैधानिक बताते हुए बैठक में अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा को अविश्वास प्रस्ताव पारित कर हटा दिया गया है और गुरुचरण सिंह होरा को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है।
प्रदेश ओलंपिक संघ में अध्यक्ष और सचिव के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने आज एक बैठक का आयोजन भिलाई में किया था। इस बैठक की जानकारी होने पर बैठक के खिलाफ संघ के सहसचिव शरद शुक्ला ने रजिस्ट्रार फम्र्स एवं संस्थाएं छत्तीसगढ़ में शिकायत की कि बैठक बुलाने से पहले नियमावली का ध्यान नहीं रखा गया है। शरद शुक्ला के मुताबिक बैठक की सूचना १५ दिन पहले सभी सदस्यों को देनी चाहिए, जबकि ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई। इस शिकायत के बाद पंजीयक संजीव बख्शी ने बैठक को अवैधानिक करार देते हुए संघ के सचिव को पत्र लिखा है। इसी के साथ इसकी प्रति खेल संचालक, दुर्ग के जिलाधीश और शिकायतकर्ता शरद शुक्ला को भेजी गई है।
इधर बशीर अहमद खान का इस बारे में कहना है कि बैठक पूरी तरह से वैध है और ओलंपिक संघ के संविधान के मुताबिक विशेष बैठक के लिए तय सात दिनों की सूचना पहले ही सभी को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि बैठक की सूचना सदस्यों को १० जून को ही भेज दी गई थी। उन्होंने बताया कि बैठक में डॉ. अनिल वर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारिक करके उनको पद से हटा दिया गया है और चुनाव होने तक उपाध्यक्ष गुरुचण सिंह होरा को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है।

पायका के लिए मिले एक करोड़ ७१ लाख

पंचायत एवं युवा क्रीड़ा अभियान यानी पायका के लिए केन्द्र सरकार ने एक करोड़ ७१ लाख ६५ हजार की राशि छत्तीसगढ़ के लिए मंजूर की है। इस राशि का ७५ प्रतिशत हिस्सा बहुत जल्द मिल जाएगा। बाकी हिस्सा उपयोगिता प्रमाणपत्र देने के बाद मिलेगा। पिछले साल स्पर्धा के लिए तो पैसे मिले थे, लेकिन इनामी राशि के लिए पैसे नहीं मिले थे, लेकिन इस बार दोनों के लिए पैसे मिले हैं।
पायका के तहत छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ाने की दिशा में खेल विभाग गंभीरता से लगा हुआ है। इस योजना में छत्तीसगढ़ में जितना काम हुआ है और कहीं नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ ने पिछले साल यहां पर पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर पर जिन भी स्पर्धाओं का आयोजन किया उन स्पर्धाओं के बारे में पूरी जानकारी बनाकर केन्द्र सरकार को भेजी गई थी। पिछले साल केन्द्र सरकार से स्पर्धाओं के लिए ८७ लाख ७५ हजार की राशि मिली थी। पिछले साल इनामी राशि का पैसा केन्द्र सरकार ने नहीं दिया था। स्पर्धा के लिए जो राशि केन्द्र से मिली थी, उस राशि का पूरा हिसाब देते हुए उपयोगिता प्रमाणपत्र के साथ खेल विभाग ने केन्द्र सरकार के खेल मंत्रालय को जानकारी भेजी थी। इस जानकारी के बाद अब केन्द सरकार ने नए साल के लिए छत्तीसगढ़ को जहां स्पर्धाओं के लिए फिर से ८७ लाख ७५ हजार की राशि मंजूर की है, वहीं इस बार इनामी राशि के लिए ८३ लाख ९० हजार की राशि मंजूर की है। कुल एक करोड़ ७१ लाख ६५ हजार की राशि स्वीकृत की गई है। इस स्वीकृत राशि का ७५ प्रतिशत पैसा जल्द मिले जाएगा। इसके बाद राशि के उपयोग का उपयोगिता प्रमाणपत्र भेजने पर बाकी राशि जारी हो जाएगी।
खेल विभाग के पायका से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इनामी राशि के लिए जो पैसे मिले हैं, वह राशि पंचायत स्तर और ब्लाक स्तर में विद्याओं यानी खेलों के हिसाब से नहीं बल्कि अंकों के हिसाब से बांटी जाएगी। यानी कोई पंचायत अगर किसी खेल में विजेता बनता है तो वह इनामी राशि का हकदार नहीं होगा। पंचायतों को जिन खेलों में खेलना है, उन सभी खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर मिलने वाले अंकों को जोडऩे के बाद विजेता पंचायत और विजेता ब्लाक का फैसला होगा। अंकों में जो नंबर वन होगा इनामी राशि का वही हकदार होगा।
१६ साल के खिलाडिय़ों को मिलेगा मौका
इस बार पायका में जिन स्पर्धाओं का आयोजन होगा उनमें अब १६ साल के खिलाडिय़ों को भी खेलने का मौका मिलेगा। पिछले साल ये जूनियर खिलाड़ी खेलने से वंचित हो गए थे क्योंकि केन्द्र सरकार ने खिलाडिय़ों की आयु १८ साल तय की थी, लेकिन इस बार आयु सीमा में बदलाव करते हुए १६ साल के खिलाडिय़ों को भी पात्र माना गया है।

गोलों की झड़ी मिली जीत बड़ी

सप्रे स्कूल में बारिश से गीले हुए मैदान में भी खिलाड़ी बड़े मजे से बॉल के पीछे भाग रहे हैं और एक-दूसरे को ङाकाते हुए बॉल को गोल पोस्ट में डालने में लगे हैं। हल्की-हल्की बारिश हो भी रही है, लेकिन खिलाड़ी अपने खेल में लगे हुए हैं और उनका ध्यान पूरा मैच जीतने में है। कोई खिलाड़ी गिर रहा है तो उसे कीचड़ में मजा भी आ रहा है। वैसे भी खिलाड़ी कहते हैं कि फुटबॉल का असली मजा तो बारिश और कीचड़ में आता है। इसी बारिश और कीचड़ का मजा लेते हुए आज शेरा विश्व कप के पहले मैच में माराडोना एकादश ने रोनाल्डो एकादश को ५-० से मात दी।
सप्रे स्कूल के मैदान में आज शाम को जब पहले मैच की तैयारी हो रही थी तो खिलाड़ी मैदान की स्थिति देखकर खुश थे। अगर किसी खेल में मैदान बारिश से खराब हो जाए तो खिलाड़ी परेशान हो जाते हैं. लेकिन फुटबॉल के खिलाड़ी तो इंतजार करते रहते हैं कि कब बारिश हो और उनका मैदान खराब हो जाए तो उनको खेलने में मजा आए। खिलाड़ी साफ कहते हैं कि फुटबॉल का असली मजा तो बारिश में आता है। जब गीले मैदान में हम लोग बॉल के पीछे भागते हैं और अपने विपक्षी खिलाड़ी से बॉल छीनने के चक्कर में गिर जाते हैं तो ऐसे में गिरने का मजा उस समय दुगना हो जाता है जब मैदान में कीचड़ रहती है। खिलाड़ी कहते हैं कि जिसने भी बारिश और कीचड़ में फुटबॉल नहीं खेला उस खिलाड़ी को फुटबॉल का असली मतलब मालूम ही नहीं हो सकता है।
रिमङिाम बारिश के बीच पहला मैच माराडोना एकादश और रोनाल्डो एकादश के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। इस मैच में माराडोना एकादश के सामने रोनाल्डो एकादश के खिलाड़ी पूरी तरह से असहाय नजर आए। मैच में पहला गोल प्रांजल ने दागा। इस गोल के बाद तो आसमानी बारिश की तरह गोलों की बारिश हो गई। टीम के कप्तान राजा दीप ने दो गोल करके अपनी टीम को ३-० से आगे कर दिया। इसके बाद सुभाष और अक्षत ने गोल किए और माराडोना की टीम ने यह मैच ५-० से जीत लिया। यह स्पर्धा में माराडोना एकादश की दूसरी जीत है।

पायका में रायपुर जिले की समिति बनी

पायका के लिए रायपुर जिले की समिति तय कर दी गई है। इस क्रियान्वयन समिति का अध्यक्ष जिलाधीश को बनाया गया है। यह जानकारी देते हुए राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि समिति में जहां जिलाधीश बनाए गए हैं, वहीं जिला पंचायत के अध्यक्ष उपाध्यक्ष होंगे। पुलिस अधीक्षक समिति के सचिव हैं। सदस्यों में जिला नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक, जनपद अध्यक्ष बलौदा बाजार, नंद कुमार साहू, जनपद उपाध्यक्ष बिलाईगढ़ सुभाष जालान, ग्राम पंचायत डोंगीतराई के सरपंच चितर लाल साहू, पाथरपोहदा के सरपंच पारस ठाकुर, कांदुल की सरपंच तिलेश्वरी धुरंधर, के साथ जिला खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे को सदस्य बनाया गया है।

गुरुवार, 17 जून 2010

पेले को ड्रा पर रोका

शेरा विश्व कप फुटबॉल के एक रोमांचक मुकाबले में पेले की टीम को गुरुप्रसाद शर्मा की टीम ने ड्रा पर रोक लिया। स्पर्धा में आाज यही एक मैच खेला गया। संतोष ट्रॉफी के ट्रायल के कारण आज ज्यादा मैच नहीं हो सके।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित स्पर्धा में आज शाम को गुरुप्रसाद शर्मा की टीम का मुकाबला पेले एकादश की टीम से हुआ। यह मैच रोमांचक रहा। मैच में पहला हॉफ गोल रहित बराबर रहा। दोनों टीमें लगातार प्रयास के बाद गोल नहीं कर पाईं। दूसरे हॉफ में मैच का पहला गोल पेले के लिए सुनील मरकाम ने किया। इस गोल के कुछ समय बाद ही गुरुप्रसाद शर्मा के लिए सुनील तांड़ी ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। इस गोल के बाद अंत तक दोनों ने टीमों ने मैच जीतने के लिए गोल करने के प्रयास किए, लेकिन दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हुए और एक-एक से ड्रा रहा।
ट्रायल में जुटे खिलाड़ी
सप्रे मैदान में शाम के समय रायपुर जिले की टीम से चयन ट्रायल में शामिल होने के लिए खिलाडिय़ों का जमावड़ा लगा। जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि अचानक संतोष ट्रॉफी की तिथि आने के कारण रायपुर जिले से चुने गए तीन-चार खिलाड़ी ही राज्य के चयन ट्रायल में भेजे जाएंगे। महज तीन-चार खिलाडिय़ों के चयन के लिए पहले दिन २७ खिलाड़ी आए। कल चयन ट्रायल के दूसरे दिन ट्रायल के बाद खिलाडिय़ों का चयन करके २० जून को उनको बिलासपुर भेजा जाएगा, जहां पर राज्य टीम का चयन होना है।

रायपुर को मिले २५ पदक

राज्य स्तरीय जूनियर तैराकी में रायपुर ने ५ स्वर्ण के साथ २५ पदक जीते। बिलासपुर में हुई इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए रायपुर जिला संघ के सचिव नरसिंह फरीकर ने बताया कि रायपर को चार गुिणा १०० मीटर में विकास देवांगन, राहुल अगाशे, गणेश राम यदु और केशव यादव की चौकड़ी से स्वर्ण दिलाया। मिडले रिले में इसी चौकड़ी ने रजत पदक जीता। विकास देवांदन ने २०० मीटर फ्री स्टाइल, १०० मीटर बैक स्टोक के साथ ५० मीटर बैक स्टोक में भी रजत पदक जीते। २०० मीटर बैक स्टोक में विकास के हाथों स्वर्ण लगा। इसी तरह से १०० मीटर, २०० मीटर बैक स्टोक में गणेश राम यदु ने रजत ्और २०० मीटर ब्रेस्ट स्टोक में कांस्य पदक जीता। ४०० मीटर फ्री स्टाइल में केशव यादव ने रजत जीता। स्पर्धा में आयुशी शुक्ला ने १०० और २०० मीटर में जहां स्वर्ण जीते, वहीं ५० मीटर बैक स्टोक में रजत जीता।
कुशल धीवर ने ५० और १०० मीटर बेस्ट स्टोक में रजत और २०० मीटर में स्वर्ण जीता। अरिहंत जैन ने १०० मीटर ब्रेस्ट स्टोक में कांस्य और ५० मीटर फ्री स्टाइल में रजत जीता। नेहा सार्वा ने ५० मीटर ब्रेस्ट स्टोक में कांस्य और सृष्टि रचना बक्शी ने रजत जीता।

क्रीड़ाश्री का एक चरण लटका

प्रदेश में चल रही जनगणना के कारण क्रीड़ाश्री का एक चरण नहीं हो पा रहा है। इस चरण के आयोजन के लिए जनगणना के समाप्त होने का इंतजार किया जा रहा है।
प्रदेश के खेल विभाग के ९८२ क्रीड़ाश्री को यहां प्रशिक्षण देने मार्च-अप्रैल में चार चरणों में आयोजन किया गया था। इस आयोजन में पूरे क्रीड़ाश्री नहीं आ पाए थे। अभी ३०० से ज्यादा क्रीड़ाश्री प्रशिक्षण के लिए बचे हुए हैं। इन क्रीड़ाश्री के न आने का कारण जहां कई स्थानों के क्रीड़ाश्री का नियुक्त न होना रहा है, वहीं कई स्थानों पर नियुक्त किए गए क्रीड़ाश्री ने काम करने में रुचि नहीं दिखाई। इसी के साथ कई व्यक्तिगत कारणों से नहीं आए थे। ऐसे में खेल विभाग ने एक और चरण का आयोजन करने का फैसला किया था। यह चरण अब जनगणना के कारण नहीं हो पा रहा है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि ज्यादातर गांवों के क्रीड़ाश्री के स्कूली शिक्षा से जुड़े हुए हैं।
इधर जिन गांवों में क्रीड़ाश्री के पद रिक्त हैं उनको भरने का काम खेल विभाग कर रहा है। रायपुर जिले में ही २० गांवों में क्रीड़ाश्री रखे जाने थे। राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि १८ क्रीड़ाश्री तय हो गए हैं। दो और जल्द तय हो जाएंगे।

रोनाल्डो ने माराडोना को हराया

शेरा विश्व कप फुटबॉल के एक रोमांचक मुकाबले में रोनाल्डो की टीम ने माराडोना एकादश को २-१ से मात दी। दो अन्य मैचों में एक मुकाबला गोल रहित बराबर रहा तो दूसरा सुनील क्षेत्री की टीम ने वाईचुंग भुटिया की टीम से १-० से जीता।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा में आज बारिश के बीच सबसे रोमांचक मुकाबला रोनाल्डो और माराडोना एकादश के बीच हुआ। इस मैच में रोनाल्डो टीम के मुकुंद बुंदेल ने दो गोल किए। माराडोना के लिए कप्तान राजादीप ही एक गोल कर सके।
इसके पहले खेल गए मैचों में राजधानी के खिलाड़ी गुरुप्रसाद शर्मा के नाम से खेल रही टीम ने मैसी की उस टीम को बराबरी पर रोका जिसने कल पहला मैच जीता था। यह मैच बहुत रोमांचक रहा। दोनों टीमें काफी प्रयास के बाद अंतत: गोल नहीं कर पाई। एक अन्य मैच में वाईचुंग भुटिया की टीम को सुनील क्षेत्री की टीम ने १-० से मात दी। मैच का एक मात्र गोल कुंदन ने किया। पहले मैच के बाद से ही बारिश होने लगी थी और बारिश में खेल का असली मजा खिलाडिय़ों ने लिया।

बुधवार, 16 जून 2010

छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ गठित

छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ का यहां रायपुर प्रेस क्लब में विधिवत गठन कर लिया गया। सर्वसम्मति से संघ के अध्यक्ष सुशील अग्रवाल, महासचिव कमलेश गोगिया, कोषाध्यक्ष चंदन साहू और मुख्य संरक्षक अनिल पुसदकर तथा राजकुमार ग्वालानी मनोनित किए गए।
छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ के महासचिव कमलेश गोगिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ का गठन रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अनिल पुसदकर की अध्यक्षता में विधिवत किया गया। संघ का विगत दिनों फम्र्स एवं सोसायटी में पंजीयन कराया गया। संघ की बैठक में सर्वसम्मति से पदाधिकारियों और कार्यकारिणी का मनोनयन किया गया। इस अवसर पर अखबार जगत के प्रमुख खेल पत्रकार उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ की प्रगति का ब्यौरा महासचिव कमलेश गोगिया ने संपूर्ण सदस्यों के सम्मुख रखा। इस बैठक में जिन पदाधिकारियों का सर्वसम्मति से मनोनयन किया गया उनमें मुख्य संरक्षक अनिल पुसदकर, राजकुमार ग्वालानी, अध्यक्ष सुशील अग्रवाल, महासचिव कमलेश गोगिया, कोषाध्यक्ष चंदन साहू, उपाध्यक्ष केएन किशोर, शंकर चंद्राकर, प्रवीण सिंह, सुरेंद्र शुक्ला, संयुक्त सचिव धनंजय शर्मा बिलासपुर, अजय रघुवंशी, आनंदव्रत शुक्ला, विकास चौबे, सदस्य गिरीश मुक्तिबोध, सत्येंद्र, धीरेंद्र पटेल, कमलेश चतुर्वेदी, मयंक ठाकुर, आशीष अग्रवाल, राहुल जैन, नचिकेता तिवारी, विजय मिश्रा, प्रमोद साहू, जसवंत क्लाडियस, सलाहकार मंडल श्री राजकुमार सोमवंशी, श्री आसिफ इकबाल, अखिलेश दुबे शामिल हैं। इस बैठक में अनिल पुसदकर की अनुसंशा में यह निर्णय लिया गया कि राज्य के खेल जगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ खेल पत्रकारों का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ और जंप रोप एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की संयुक्त मेजबानी में २४ घंटे डबल टच स्पीड वल्र्ड रिकार्ड का आयोजन ३ व ४ जुलाई को राजधानी में किया जाएगा। इस आोयजन से छत्तीसगढ़ पहचान विश्व के खेल नक्शे पर अंकित हो जाएगी। इसका प्रसारण वेब के माध्यम से पूरे विश्व में हर दस मिनट में प्रसारित किया जाएगा। इस इवेंट को लेकर प्रदेश खेल पत्रकार संघ के सभी सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया।

लॉन टेनिस में पदकवीर तैयार करेंगे

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष बनने के बाद विक्रम सिंह सिसोसिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए राज्य में ज्यादा से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे ताकि राज्य के लिए वे पदक जीत सके। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खेलों में विशेष रुचि हैं, ऐसे में उनकी मदद से राज्य में टेनिस स्टेडियम भी बनवाया जाएगा। सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि राजधानी में एक छह कोर्ट वाले स्टेडियम की दरकार है जिसकी मांग सरकार के सामने रखी जाएगाी। आज संघ के चुनाव में अध्यक्ष और सचिव का चुनाव निर्विरोध हुआ।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद श्री सिसोदिया ने कहा कि इसमे कोई दो मत नहीं है कि अपने राज्य में लॉन टेनिस के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कमी नहीं है। लेकिन इतना होने के बाद भी यहां के बहुत कम खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेलने जा पाते हैं। उन्होंने कहा कि अब संघ जहां ज्यादा से ज्यादा खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेलने के लिए भेजेगा, वहीं राज्य में भी राष्ट्रीय स्तर की ज्यादा स्पर्धाओं का आयोजन हर साल किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में टेनिस की अकादमी बनाने का भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के प्रक्षिशकों की सेवाएं लेकर यहां के खिलाडिय़ों को तैयार किया जाएगा। श्री सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का खेलों के प्रति विशेष लगाव है। उनकी रुचि से ही प्रदेश को ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है। ऐसे में यह बात तय है कि इन खेलों के आयोजन के पहले राज्य को टेनिस के अच्छे कोर्ट मिल जाएंगे। उन्होंने पूछने पर कहा हमारे संघ का काम छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों से पहले ज्यादा से ज्यादा ऐसे खिलाड़ी तैयार करना है जो राज्य के लिए पदक जीत सके। उन्होंने पूछने पर कहा कि हम राज्य के खिलाडिय़ों को बाहर प्रशिक्षण लेने भी भेजेंगे।
राजधानी मे टेनिस स्टेडियम बने: होरा
संघ के सचिव बने गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि उनका ऐसा मानना है कि राजधानी में एक छह कोर्ट वाला राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम होना चाहिए। इसी के साथ जिन जिलों में टेनिस कोर्ट नहीं है, वहां भी सरकार की मदद से कोर्ट बनाने चाहिए। उन्होंने बताया कि इस साल उनका संघ दो राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं का आयोजन नवंबर और दिसंबर में करेगा। ये स्पर्धा आमंत्रण अखिल भारतीय स्पर्धाएं होंगी।
कार्यकारिणी अध्यक्ष बनाएंगे
यूनियन क्लब में आज प्रदेश लॉन टेनिस के चुनाव में विक्रम सिसोदिया को अध्यक्ष और गुरुचरण सिंह होरा को सचिव बनाने के साथ कार्यकारिणी तय करने का अधिकार अध्यक्ष को दिया गया। चुनाव निर्विरोध हुआ। वैसे इस चुनाव में संघ के मान्यता प्राप्त जिलों रायपुर के साथ बिलासपुर, कोरबा, धमतरी, महासमुन्द, राजनांदगांव, दुर्ग और जदगलपुर के अध्यक्ष और सचिवों ने भाग लिया। इसी के साथ सात मान्यता प्राप्त क्लबों जिनमें यूनियन क्लब, छत्तीसगढ़ क्लब, वीआईपी क्लब, जटार क्लब भिलाई, भिलाई स्टील प्लांट, एचएससीएए और ग्रासिम क्लब शामिल हैं के अध्यक्ष और सचिवों ने भी भाग लिया। चुनाव के पर्यवेक्षक प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष विजय अग्रवाल थे।

छत्तीसगढ़ को तीन स्वर्ण सहित मिले ८ पदक

राष्र्ट्रीय कराते स्पर्धा में छत्तीसगढ़ को तीन स्वर्ण के साथ कुल आठ पदक मिले। औरंगाबाद में खेली गई इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए अजय साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के लिए जहां गोपाल धीवर ने कुमिते, के ५५ किलो ग्राम में लक्की मरकाम ने ७६ किलोग्राम में और जूनियर बालिका वर्ग मे अनिशा यादव ने स्वर्ण जीता। जूनियर काता में लक्की मरकाम, नीरज शुक्ला, सत्यम देवांगन की टीम ने रजत जीता। जूनियर वर्ग में सत्यम देवांगनस शिवम साहू और राजू धीवर के साथ सीनियर वर्ग में अनीस मनिहार, विजय निषाद, राजू धीवर की टीम ने कांस्य जीता।

मंगलवार, 15 जून 2010

मैसी की रोनाल्डो पर जीत

राजधानी रायपुर को भी विश्व कप फुटबॉल के रंग में रंगने के लिए शेरा क्लब ने आज से यहां सप्रे स्कूल के मैदान में शेरा विश्व कप के नाम से फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन किया है। इस स्पर्धा में क्लब के प्रशिक्षण शिविर के खिलाडिय़ों की ८ टीमें बनाकर उनके बीच लीग मैच करवाए जा रहे हैं। टीमों के नाम स्टार फुटबॉलरों के नाम पर रखे गए हैं। आज खेले गए पहले मैच में मैसी एकादश ने रोनाल्डो एकादश को मात दी।
राजधानी के सबसे पुराने शेरा क्लब द्वारा इन दिनों सप्रे स्कूल के मैदान में ८२ दिनोंं का फुटबॉल का प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। इस शिविर में राजधानी के २०० से ज्यादा छोटे-बड़े खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। ऐसे में जबकि द. अफ्रीका में विश्व कप फुटबॉल चल रहा है और राजधानी में फुटबॉल का कहीं कोई माहौल नजर नहीं आ रहा है, तो शेरा क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने सोचा कि क्यों न रायपुर को भी फुटबॉलमय करने के लिए एक पहल की जाए। इसी पहल के तहत उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में शामिल खिलाडिय़ों की ८ टीमें बनाकर इनके बीच लीग मैचों का आगाज किया है। रोज शाम को जहां एक मैच करवाया जा रहा है,. वहीं दूसरी तरफ खिलाड़ी अभ्यास में भी लगे हैं। वे बताते हैं कि खिलाडिय़ों को अभ्यास से वंचित नहीं किया जाएगा। जिन खिलाडिय़ों की टीमें खेलेंगी वहीं मैच में रहेंगे, बाकी खिलाड़ी नियमित अभ्यास करते रहेंगे। आज खेले गए पहले मैच में मैसी एकादश ने रोनाल्डो एकादश को मात दी। इस मैच में मैसी के राजादीप, सतीश, रोनाल्डों के अबीर ने गोल किए।
स्टार खिलाडिय़ों के नाम पर टीमें
विश्व कप फुटबॉल में खेलने वाले नए और पुराने स्टार खिलाडिय़ों के नाम से टीमें बनाई गई हैं। ८ टीमों को स्टार खिलाडिय़ों मैसी, रोनाल्डो, रोनाल्डिनो, माराडोना, पेल के साथ भारत के स्टार खिलाड़ी वाईचुंग भुटिया के साथ सुनील क्षेत्री का नाम दिया गया है। सुनील जापान में खेल रहे हैं। इसी के साथ मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि एक टीम का नाम राजधानी के पुराने जाने-माने खिलाड़ी गुरु प्रसाग शर्मा रखा गया है। उन्होंने बताया कि स्टार खिलाडिय़ों का नाम रखने से खिलाड़ी इन खिलाडिय़ों के बारे में भी जानेंगे।

रायपुर का खिताब पर कब्जा

राज्य जूनियर बालिका फुटबॉल में रायपुर ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए पिछले साल की विजेता दुर्ग को ८-० से मात देकर खिताब के साथ दस हजार की इनामी राशि पर कब्जा कर लिया।
कांकेर में खेली गई इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि रायपुर की टीम ने आशा के अनुरूप जोरदार प्रदर्शन किया और फाइनल में एकतरफा मुकाबले में दुर्ग को मात दी। फाइनल मैच में वंदना ध्रुव, देवयंती निषाद, नेहा निषाद और सरिता यादव ने दो-दो गोल किए। उन्होंने बताया कि यह तीसरा मौका है जब रायपुर की टीम ने खिताब जीता है। रायपुर की टीम पिछले चार साल के खेल रही है और पिछले साल को छोड़कर उसने हर साल खिताब जीता है। पिछला आयोजन दुर्ग में हुआ था तो मेजबान टीम ने खिताब जीता था।
खिताब जीतने पर विजेता टीम को खेल एवं युवा कल्याण विभाग की तरफ से दस हजार की इनामी राशि दी गई। उपविजेता टीम को सात हजार पांच सौ रुपए का इनाम मिला।
विजेता टीम इस प्रकार है- सुमन वर्मा, देवयंती निषाद, सरिता यादव, दिव्या, पूनम, दीक्षा, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, ज्योति पांडे, कंचन विभार, बीना वर्मा, शोभा छुरा, ज्योति जगत, जागेश्वरी यादव, वंदना ध्रुव, नेहा निषाद, शालिनी यादव, मैनेजर, मीर हासीम अली, कोच सरिता कुजूर, फिजियो दुर्गा थीं।

राज्य जूनियर हैंडबॉल आज से

राज्य जूनियर हैंडबॉल का आयोजन १५ जून से बिलासपुर में किया गया है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ प्रदेश हैंडबॉल संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित स्पर्धा में विजेता टीम को दस हजार की इनामी राशि दी जाएगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि १७ जून तक चलने वाली इस स्पर्धा में बालकों के साथ बालिका वर्ग के भी मुकाबले होंगे। इस स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर राज्य की टीमों का चयन किया जाएगा। ये टीमें २२ से २७ जून तक चेन्नई में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने के लिए जाएंगी। स्पर्धा में सभी मान्यता प्राप्त जिलों की टीमें भाग लेंगी। टीमों के रहने खाने के साथ आने-जाने का सारा खर्च खेल विभाग करेगा। स्पर्धा में खेलने वाले खिलाडिय़ों की जन्मतिथि एक जनवरी १९९१ के बाद की होनी चाहिए। श्री खान ने बताया कि किसी भी खिलाड़ी की जन्मतिथि में कोई भी गड़बड़ी होने पर खिलाड़ी को निलंबित कर दिया जाएगा। सभी खिलाडिय़ों के लिए पंजीयन फार्म भरना अनिवार्य है। खिलाडिय़ों को आयु प्रमाणित करने स्कूलों के प्रमाणपत्र लाने होंगे।

रविवार, 13 जून 2010

भारत को मिला एक स्वर्ण

यूरोपियन कप बॉडी बिल्डिंग में भारत के हाथ एक स्वर्ण लगा, जबकि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी पी. सालोमन को छठा स्थान मिला। चैंपियनशिप की जूरी में छत्तीसगढ़ के संजय शर्मा भी शामिल थे। वे भारतीय टीम के कोच भी थे। यह पहला मौका है जब भारत को इस स्पर्धा में पदक मिला है।
यह जानकारी देते हुए भारतीय टीम के कोच संजय शर्मा ने बताया कि रूस में ११ वर्गों जिसमें स्माल, टॉल, शार्ट, मास्टर के साथ ओवरआल और यूरोपियन कप शामिल हैं के मुकाबले हुए। इन मुकाबलों में महाराष्ट्र के खिलाड़ी आशीष साकलकर ने अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को एक मात्र स्वर्ण पदक दिलाया। भारत के हाथ यह स्वर्ण शार्ट क्लास में लगा। भारत के एक और खिलाड़ी उड़ीसा के आर्थर प्रधान इस वर्ग में सातवें स्थान पर रहे। छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन को टॉल क्लास में छठा स्थान मिला। श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में १७ देशों के ७० से ज्यादा महिला और पुरुष खिलाडिय़ों ने भाग लिया। महिला खिलाडिय़ों के लिए मिस फिटनेस और मिस फेस के मुकाबले हुए।
श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में ९ निर्णायकों की जो जूरी थी उस जूरी में वे अकेले एशिया से शामिल थे। उन्होंने बताया कि भारतीय टीम दिल्ली वापस आ गई है और वे आज शाम को दिल्ली से छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी पी. सोलामन और उड़ीसा के खिलाड़ी आर्थर प्रधान के साथ रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं। ये खिलाड़ी कल यहां पहुंचेंगे।

शनिवार, 12 जून 2010

रायपुर ने बस्तर को १५-० से पीटा

राज्य जूनियर बालिका फुटबॉल में खिताब की दावेदार रायपुर ने पहले ही मैच में बस्तर को १५-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।
कांकेर में आज से प्रारंभ हुई स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि पिछले साल फाइनल खेलने वाली रायपुर का सामना पहले मैच में बस्तर से हुआ। यह मैच एकतरफा रहा और इस मैच में रायपुर की खिलाडिय़ों ने गोलों की ङाड़ी लगाते हुए मैच आसानी से जीत लिया। मैच में सबसे ज्यादा पांच गोल नेहा निषाद ने किए। इसके अलावा चार गोल कल्याणी महापात्र ने, तीन गोल सरिता यादव ने, दो गोल वंदना ध्रुव ने और एक गोल देवंयती निषाद ने किया। अब रायपुर का कल सेमीफाइनल में राजनांदगांव और कांकेर के बीच होने वाले मैच की विजेता टीम से होगा। यह मैच भी रायपुर के लिए आसान रहेगा। दूसरा सेमीफाइनल मैच दुर्ग और जशपुर के बीच खेला जाएगा।

खिलाडिय़ों की मदद के लिए खिलाडिय़ों का संघ

अपने से छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिये लोहांडीगुड़ा में खिलाडिय़ों मां काली खेल संघ का गठन किया। टीएसआरडीएस की पहल के बाद गठित इस संघ से खेल के क्षेत्र मे एक नई क्रांति का आगाज हुआ।
लोहांडीगुड़ा में टाटा स्टील प्लांट के प्रस्तावित संयंत्र से पूर्व वहां टीएसआरडीएस ने लोगों के सामाजिक और आर्थिक विकास में अपने दायित्वों का निर्वहन शुरू कर दिया जिसके तहत खेल प्रतिभाओं को आगे लाने और उन्हें तराशने का काम शंकर पटेल को सौंपा गया। इसी के चलते लोहांडीगुड़ा ब्लाक के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी पहचान बनाई। एथलेटिक्स,खो-खो,फुटबाल और कबड्डी में राष्ट्रीय और रा य स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाले ५०-६० खिलाडिय़ों ने मां काली खेल संघ का गठन किया। इस संघ के माध्यम से ये खिलाड़ी अपनी आर्थिक परिस्थिति के अनुसार रूपये एकत्र करते हैं और ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ी की मदद करते हैं जो आर्थिक अभाव के चलते आगे अपना खेल जारी रख पाने में समर्थ नहीं हैं। इस संघ के के माध्यम से ये खिलाड़ी केवल रूपयों से ही खिलाडंी की मदद नहीं करते बल्कि खेल के लिये आवश्यक सामग्री भी वे उसे मुहैय्या करते हैं। केवल खिलाडिय़ों की मदद के लिये ही मां काली संघ से जुड़े खिलाडिय़ों हाथ आगे नहीं बढ़े हैं बल्कि संघ ने इंटर स्कूल खेल आयोजन के दायित्व का निर्वहन भी इसी प्रकार से कर खेल के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की।

खिलाड़ी है मेरी जान

प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक गांव शिवतराई ऐसा है जहां से दो दर्जन से ज्यादा तीरंदाजी के राष्ट्रीय खिलाडिय़ों को तैयार करने का काम कोच इतवारी राम ने किया है। इतवारी पर खेलों का ऐेसा जुनून है कि वे खिलाडिय़ों को ही अपना जान समझते हैं। खिलाडिय़ों पर वे अपना वेतन क्या सब कुछ निछावर कर देते हैं। अपने गांव के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए वे उनको लगातार प्रशिक्षण देते हैं। खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए ही उन्होंने एक माह की छुट्टी ली है। इतवारी द्वारा तैयार किए गए खिलाडिय़ों में से सात खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते हैं। इन खिलाडिय़ों में से एक खिलाड़ी संतराम को राज्य का प्रवीरचंद भंजदेव पुरस्कार मिला है। इसी से साथ उन्होंने कबड्डी में भी ४० राष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं।
राजधानी रायपुर में तीरंदाजी के खिलाडिय़ों को एक माह तक प्रशिक्षण देने वाले इस प्रशिक्षक की तारीफ करते हुए प्रदेश संघ के सचिव कैलाश मुरारक थकते नहीं हंै। वे बताते हैं कि इतवारी जैसा कोच मिलना किसी भी खेल के खिलाडिय़ों के लिए किस्मत की बात है। इतवारी से जब रूबरू हुए तो उन्होंने बताया कि वे कैसे तीरंदाजी से जुड़े। वे बताते हैं कि सरगुजा में वे १०वीं बटालियन में प्रधान आरक्षक हैं। वे खेल विभाग के लिए कबड्डी की टीमें लेकर जाते थे। कबड्डी से जुड़े रहने के कारण वे अपने गांव शिवतराई में खिलाडिय़ों को इस खेल से जोड़े हुए थे। कबड्डी में उन्होंने अपने गांव से ४० राष्ट्रीय खिलाड़ी निकाले। वे बताते हैं कि एक बार खेल विभाग में उनके मुलाकात तीरंदाजी के कोच टेकलाल कुर्रे से हुई। उनसे ही उनको मालूम हुआ कि प्रदेश सरकार राज्य के तीरंदाजों को एक लाख का राज्य पुरस्कार देती है। ऐसे में उनके मन में विचार आया कि क्यों न अपने गांव के गरीब खिलाडिय़ों को तीरंदाजी से जोड़ा जाए ताकि खिलाडिय़ों को राज्य के पुरस्कार मिल सके। ऐसे में उन्होंने सबसे पहले श्री कुर्रे से खुद तीरंदाजी के गुर सीखे इसके बाद लग गए वे अपने गांव के खिलाडिय़ों को तैयार करने में।
इतवारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि वे अब तक अपने गांव से २६ राष्ट्रीय खिलाड़ी निकाल चुके हैं। इन खिलाडिय़ों से एक खिलाड़ी संतराम को जहां राज्य का एक लाख का प्रवीरचंद भंजदेव पुरस्कार मिल चुका है, वहीं संतराम सहित सात खिलाड़ी जिनमें कीर्ति पोर्ते, मीनी मरकाम, खेम सिंह, भागवत और प्रभु शामिल हैं राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके हैं। इतवारी कहते हैं कि ऐसे में जबकि अपने राज्य को ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है तो उनका ऐेसा सोचना है कि वे चाहते हैं कि उनके गांव के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी प्रदेश की टीम से राष्ट्रीय खेलों में खेलकर राज्य के लिए पदक जीतने का काम करें। वे अभी से अपने गांव को खिलाडिय़ों को तैयार करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि अब वे एक माह की छुट्टी लेकर अपने गांव जा रहे हैं और वहां पर खिलाडिय़ों को २५ जून से प्रशिक्षण देने का काम करेंगे।
इतवारी के बारे में संघ के सचिव कैलाश मुरारका ने बताया इतवारी में अपने खेल के प्रति इतना जुनून है कि अपने वेतन का ज्यादातर हिस्सा खिलाडिय़ों पर खर्च कर देते हैं। एक बार एक खिलाड़ी की मदद करने के लिए उन्होंने अपनी सायकल बेच दी थी। इतवारी पूछने पर कहते हैं कि उनके जिन सात शिष्यों ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं उनके या तो पिता नहीं है या फिर मां नहीं है। ऐसे में उन खिलाडिय़ों की मैं हर तरह से मदद करता हूं।

शुक्रवार, 11 जून 2010

पदक जीतने वाले खिलाड़ी तैयार करेंगे

छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए तीरंदाजी संघ ने अभी से खिलाडिय़ों को तराशना प्रारंभ कर दिया है। राजधानी में दो दर्जन से ज्यादा नए खिलाडिय़ों को तलाश कर उनको एक माह तक प्रशिक्षण दिया गया। खिलाडिय़ों को तराशने वाले प्रशिक्षक साफ कहते हैं कि हमारा मकसद अब अपने राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ी तैयार करना है। खिलाड़ी भी कहते हैं कि हम भी अपने राज्य के लिए अपनी मेजबानी में पदक जीतने की इच्छा रखते हैं।
प्रदेश तीरंदाजी संघ ने स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में एक माह का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया था। इस शिविर का आज समापन हो गया। खिलाडिय़ों को यहां पर तराशने का जिम्मा राजकुमार कॉलेज के खेल शिक्षक योगेश उपाध्याय के साथ इतवारी राम को दिया गया था। इन्होंने खिलाडिय़ों को एक माह तक तीरंदाजी की प्रारंभिक जानकारी के साथ सारी तकनीकी जानकारी से अवगत करवाया। प्रशिक्षकों ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में ज्यादातर सब जूनियर खिलाडिय़ों को रखा गया था ताकि वे आगे अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ी बन सके।
प्रशिक्षण लेने वाले खिलाडिय़ों में प्रिया साहू, दुर्गेश नंदनी, मैलवीन जोसेफ, जश्न जार्ज, जीशा जार्ज, अनुष्का ङाा, डोमेश्वरी साहू, धनेश्वरी फरिकार, योगेश देवांगन, आकाश डारविन, अनिशा यादव, मेनका देवांगन, मोहित राज शर्मा, उज्जवल बरलोटा, सौरभ सिंग, तनिशा यादव, अनिशा यादवस अंनत चन्द्राकर, श्वेता प्रसाद, खुशी प्रसाद ने बताया कि उनको पहली बार इस खेल में हाथ आजमाने का मौका मिला है। इन्होंने पूछने पर कहा कि वे महज गर्मियों की छुट्टियों में समय गुजारने के लिए यहां नहीं आए हैं, बल्कि इस खेल में जीवन बनाना चाहते हैं। इसी के साथ खिलाडिय़ों ने एक स्वर में कहा कि उनको अपने राज्य के लिए राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतकर खुशी होगी। इसके लिए पूरी मेहनत करने को तैयार हैं।
स्कूली खिलाडिय़ों को देंगे प्रशिक्षण
प्रदेश तीरंदाजी संघ के सचिव कैलाश मुरारका ने बताया कि उनके संघ ने राजधानी के कुछ स्कूलों में एनआईएस कोच उपलब्ध करवाएं हैं। और कुछ स्कूलों जिनमें नूतन स्कूल होलीक्रास कांपा, गोयल स्कूल शामिल हैं इनमें भी खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षक उपलब्ध करवाएं जाएंगे। उन्होंने पूछने पर कहा कि हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में ज्यादा से ज्यादा पदक जीतना है।

लॉन टेनिस की सामान्य सभा कल

छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ की सामान्य सभा का आयोजन यहां पर १२ जून को यूनियन क्लब मे शाम को पांच बजे किया गया है। इस सभा में संघ के चुनाव के साथ राज्य में टेनिस को बढ़ाने पर चर्चा होगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि संघ की कार्यकारिणी चार साल हो गए हैं, ऐसे में संघ के चुनाव करवाने के लिए सामान्य सभा का आयोजन किया गया है। चुनाव के लिए जहां प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष विजय अग्रवाल को पर्यवेक्षक बनाया गया है, वहीं भारतीय लॉन टेनिस फेडरेशन के अनिल धुप्पड़ भी आ रहे हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि इस समय सात जिलों रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर, धमतरी एवं कोरबा में ही जिला संघ हैं। उन्होंने बताया कि हमारे संघ में चुनाव निर्विरोध होते हैं और इस बार भी ऐसे ही चुनाव होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि सामान्य सभा में चुनाव के साथ राज्य में खेल को बढ़ाने पर चर्चा होगी। बकौल श्री होरा राजधानी में कम से कम ६ कोर्ट वाला एक स्टेडियम जरूरी है। वे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय खेल होने हैं ऐसे में यह जरूरी है कि यहां पर इतने कोर्ट वाला एक स्टेडियम हो। उन्होंने बताया कि राजधानी में एक प्रशिक्षण केन्द्र खोलने पर भी विचार किया जाएगा। वे कहते हैं कि भारतीय खेल प्राधिकरण की मदद से यहां पर लॉन टेनिस का एक प्रशिक्षण केन्द्र बनाने का प्रस्ताव सरकार को दिया जाएगा।

बालिका फुटबॉल टीम कांकेर रवाना

राज्य जूनियर बालिका फुटबॉल में खेलने के लिए रायपुर जिले की टीम आज यहां से कांकेर के लिए रवाना हुई। वहां पर कल से राज्य स्पर्धा का आयोजन किया गया है। यह जानकारी देते हुए जिला फुटबॉल संघ के संयुक्त सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि सप्रे स्कूल में प्रशिक्षण शिविर के बाद टीम का अंतिम चयन करके टीम को खेलने के लिए भेजा गया है। टीम के इस बार विजेता बनने की पूरी संभवना है। टीम इस प्रकार है- सुमन वर्मा, देवयंती निषाद, सरिता यादव, दिव्या, पूनम, दीक्षा, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, ज्योति पांडे, कंचन विभार, बीना वर्मा, शोभा छुरा, ज्योति जगत, जागेश्वरी यादव, वंदना ध्रुव, नेहा निषाद, शालिनी यादव, मैनेजर, मीर हासीम अली, कोच सरिता कुजूर, फिजियो दुर्गा हैं।

गुरुवार, 10 जून 2010

छत्तीसगढ़ खिताबी दौड़ से बाहर

कटक में खेली जा रही अंडर-१४ ईस्ट जोन क्रिकेट प्रतियोगिता में आज उड़ीसा ए ने छत्तीसगढ़ को आसानी से ७ विकेट से पराजित कर उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया। वहीं नागपुर में अंडर-१९ में कल विदर्भ के खिलाफ ७ विकेट से विजय हासिल करने वाली छत्तीसगढ़ की टीम को आज १३६ रनों से पराजय का मुंह देखना पड़ा तो रायपुर में अंडर-१६ में विदर्भ ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ पहली पारी में बढ़त हासिल कर ली है।
छत्तीसगढ़ की तीनों टीमों को आज जोरदार धक्का लगा है। अंडर-१९ व अंडर-१४ में कल विजय हासिल करने वाली छत्तीसगढ़ की टीम को पराजय स्वीकार करनी पड़ी है।
कटक में खेली जा रही अंडर-१४ ईस्ट जोन क्रिकेट प्रतियोगिता में आज उड़ीसा ए टीम ने छत्तीसगढ़ को ७ विकेट से पराजित कर उसे चैंपियनशिप से बाहर कर दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी छत्तीसगढ़ की पूरी टीम ४४.४ ओवर में १२३ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई छत्तीसगढ़ की गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से पता चलता है कि उसके पांच खिलाड़ी रन आउट हुए। फरहान फिरोज ने सर्वाधिक २७ निष्कर्ष ने २४ वेदांत ने १५ और शाहबाज हुसैन ने १४ रन बनाये उड़ीसा की ओर से गिरीजा बारीक ने १३ रन देकर ३ स्वागत ने २० रन देकर २ विकेट हासिल किये। उड़ीसा ने विजय के लिये आवश्यक रन ३५.३ ओवर में ३ विकेट के नुकसान पर बना लिये। गिरीजा बारीक ने ४२ मोहम्मद अकरम ने ३० और रामचंद्र ने १९ रन बनाये। छत्तीसगढ़ की ओर से फरहान फिरोज ने १ विकेट हासिल किया।
नागपुर में अंडर-१९ विदर्भ की टीम ने छत्तीसगढ़ को १३६ रनों से पराजित कर कल की अपनी ७ विकेट की हार का हिसाब चुकता करते हुए १-१ की बराबरी पर आ गया। कल दोनों टीमों के मध्य निर्णायक मैच खेला जाएगा। विदर्भ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवर में ४ विकेट के नुकसान पर २८४ रन बनाये। विदर्भ के तीन बल्लेबाजों ने अद्र्धशतक जमाये। ए वानखेड़े ने टीम के लिये ७१ रनों की नाबाद पारी खेली वहीं सिद्धार्थ दानी ने ६५ और अमन शर्मा ने ६३ रन कास योगदान टीम को दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से सुधांशु मिश्रा सफल गेंदबाज रहा जिसने ४५ रन देकर विदर्भ के तीन खिलाडिय़ों को आउट किया। २८५ रनों के विजय लक्ष्य को लेकर मैदान में उतरी छत्तीसगढ़ की पूरी टीम ४६ ओवर में १४८ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। छत्तीसगढ़ की ओर से विशाल विश्कर्मा ने नाबाद रहते हुए सर्वाधिक ३८ रन बनाये जबकि शेख वसीम ने और सुधांशु मिश्रा ने १६ रन बनाये । विदर्भ की ओर से शैलेष बेड़ेकर ने ३१ रन देंकर ४ अभिषेक चौरसिया व अक्षय करमरकर ने एक एक विकेट हासिल किया।
रायपुर के नए क्रिकेट स्टेडियम में अंडर-१६ के खेले जा रहे मैच में विदर्भ के खिलाफ छत्तीसगढ़ की पूरी टीम कल के ८ विकेट पर २०१ में १८ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। छत्तीसगढ़ की ओर से शिकर छाबा ने ७९ रनों की पारी खेली। जवाब में विदर्भ टीम के बल्लेबाजों ने जमकर बल्लेबाजी की और ८६ ओवर में ९ विकेट के नुकसान पर २३० रन बना लिये। विदर्भ की ओर से आर संजय ने ५० एस कांबले ने ५३ रन तुषार कांडु ने ३० रन की पारी खेली वहीं अभिषेक कावड़े ६० रन बनाकर अभी भी क्रिज पर जमे हुए हैं। छत्तीसगढ़ की ओर से मार्टिन जोसफ ने ७७ रन देकर ६ विकेट अपनी ङाोली में डाले अजय मंडल ने ३३ रन देकर दो विकेट हासिल किए। कल मैच का आखरी दिन है।

केशव साहू जूनियर विश्व कप वेटलिफ्टिंग में खेलने जाएंगे

जूनियर विश्व कप वेटलिफ्टिंग में खेलने जाने वाले भारतीय टीम के साथ छत्तीसगढ़ के केशव साहू भी जाएंगे। यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ वन खेल क्लब के तेजा सिंह साहू ने बताया कि बुल्गारिया में १४ से १६ जून तक स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा के लिए चुनी गई टीम में केशव साहू भी शामिल है। भारतीय टीम कल १० जून को बेंगलुरु से रवाना होगी। केशव साहू राजधानी के खिलाड़ी है और वन विभाग के जिम में नियमित अभ्यास करते हैं।
भारतीय टीम इस प्रकार है- पुरुष वर्ग केशव साहू, स्वप्निल, रमा कृष्णा, एस. संतोष, गुरमेल सिंह, सन्नी आर्या, वी. प्रभाकर। महिला वर्ग- संतोषी, अरूणा, रीना चन्द्र्रकला, प्रमिला, और सृष्ठि।

बुधवार, 9 जून 2010

पुरस्कार मिले, चेहरे खिले

राजधानी के मैदानों में २१ दिनों तक पसीना बहाने के बाद आज जब खिलाडिय़ों को उनकी मेहनत के रूप में पुरस्कार मिले तो पुरस्कार पाने वाले खिलाडिय़ों के चेहरे खिल उठे। पुरस्कारों ने खिलाडिय़ों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहन देने का काम किया कि उनको अब ताउम्र खेलों से नाता जोड़े रखना है। इधर खिलाडिय़ों को पुरस्कार देने के साथ खेलमंत्री लता उसेंडी ने खिलाडिय़ों से कहा कि वे भी अब अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने के बारे में सोचे और अपनी प्रतिभा को इस तरह से विकसित करें कि उनको प्रदेश की टीम से राष्ट्रीय खेलों में खेलने का मौका मिले।
नेताजी स्टेडियम में सुबह के समय जिन खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण शिविर के बाद उत्कृष्ट खिलाड़ी के रूप में चुना गया और पुरस्कार के लिए बुलाया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना न था। खेलमंत्री के हाथों पुरस्कार प्राप्त कर खिलाड़ी गर्व महसूस कर रहे थे। पुरस्कार पाने वाले हर चेहरे पर मुस्कान थी। २१ दिनों के प्रशिक्षण के बाद करीब ५० खिलाडिय़ों को उनके खेल और अनुशासन के कारण इस काबिल पाया गया कि उनको उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करके पुरस्कार दिया गया। ऐसे खिलाडिय़ों में फुटबॉल से राधिका, चांदनी श्रीवास, साफ्टबॉल से कीर्ति विश्वकर्मा, कुशो छुरा, हॉकी से मो. फाजिल कुरैशी, रोहित नायक, वालीबॉल से शोभ्रा वांद्रे, गौरव वर्मा, जूडो से पूजा, अजय तिवारी, कराते से पुर्वी साहू, गोपेन्द्र बाघ, षभ किशोर अग्रवाल, मीनाक्षी सिंहा, टेबल टेनिस से रश्मीत कौर, पुष्कर भंडारकर, नारायणी देसाई, शिखर सचदेव, नेटबॉल से Ÿोया श्रीवास्तव, वियोम शर्मा, बास्केटबॉल से ममता देवांदन, एंजल कुमार, धनांजली बधेल, कीर्ति तिवारी, अजय शर्मा, टेनीक्वाइट से दानिश खान, रजनी बघेल, आयुषि चौहान, म्यूथाई से नीलिमा यादव, शाश्वत मिश्रा, जंप रोप से जया कुरियन, निखिल मानिकपुरी, जिम्नास्टिक से शालु सोनपीपरे, पूजा भोई, जी. अविनाश, रविकांत साहू, वूशू से प्रकाति सोनी, अली असगर, ताइक्वांडो से कामनी साहू, करूणा जंघेल, त्रिदेव ध्रुव, स्नेहा मेमन, बैडमिंटन से अरूनी चौहान, के. हेमंत, का चयन उनके खेलों के प्रशिक्षकों ने किया और इनको खेल विभाग की तरफ से पुरस्कार दिया गया।
इन खिलाडिय़ों के साथ खिलाडिय़ों को तराशने वाले प्रशिक्षकों वालीबॉल के अजीत कुट्टन, स्मृित साव, अभय गणोरकर, सूरज महाडिक, एथलेटिक्स के रवि धनगर, बास्केटबॉल के उमेश सिंह ठाकुर, निकिता आडिल, निखत अंजुम, शरद पंसारी, फुटबॉल के मुश्ताल अली प्रधान, सरिता कुजूर, साफ्टबॉल के आलोक मिश्रा, आरिफ खान, निंगराज रेड्डी, संजू शुक्ला, कमलेश कश्यप, हैंडबॉल के सुकचंद वर्मा, कमलेश, सुनील भोई, हॉकी के नजीर अहमद, रश्मि तिर्की, कराते के तुलसी सपहा, हर्षा साहू, जूडो की नीलम तिवारी, टेनीक्वाइट की प्रियंका साहू, वरूण पांडे, मोहन कुमार, म्यूथाई के अनिस मेमन, नेटबॉल के सुधीर वर्मा, सरिता यादव अंतिमा परिहार, ताइक्वांडो के कुमार विश्वकर्मा, विष्णु साहू, टेबल टेनिस के विनय बैसवाडे, मोहन आप्टे, सौरभ मोदी, अरविंद मिश्रा, कबड्डी के पीजी उमाठे, कासीराम ध्रुव, बुद्धेश्वरी, वुशू के सुहैल हैदरी, रेणु तिवारी, बैडमिंटन की कविता दीक्षित, जिम्नास्टिक के उदय सिंह ठाकुर का भी सम्मान किया गया। शिविर में शामिल सभी खिलाडिय़ों को प्रमाणपत्र दिए गए।

समापन नहीं शुरुआत कहें: खेलमंत्री
प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी ने इस अवसर पर कहा कि शिविर के समापन को समापन न मानकर इसको खिलाडिय़ों के खेल जीवन की शुरुआत माना जाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में खेलों की ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि बहुत कम साधनों में भी हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ज्यादा सफलता प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि अपने राज्य में राष्ट्रीय खेल होने वाले हैं। ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी हमने ली है। अगर अभी से हमारे ये नए खिलाड़ी तैयारी करें तो इन राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश की टीमों से खेलकर राज्य के लिए पदक जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा विभाग प्रदेश के खेल संघों के साथ मिलकर यह योजना बनाने में लगा कि कैसे राष्ट्रीय खेलों में हमें ज्यादा पदक मिल सकते हैं। खेलमंत्री ने खिलाडिय़ों से कहा कि यह हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है कि यहां पर कामनवेल्थ की बैटन ८ अगस्त को आने वाली है। इस बैटन के कार्यक्रम में आप सब भी शामिल होंगे।
कार्यक्रम में खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा कि अपने राज्य में प्रशिक्षकों की कमी है, ऐसे में गर्मियों की छुट्टियों का फायदा उठाते हुए स्कूलों-कॉलेजों के प्रशिक्षकों को लेकर ये शिविर लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि शिविरों में खिलाडिय़ों ने जो कुछ भी सीखा है उनके नियमित अभ्यास की जरूरत पड़ेगी। इस अवसर पर उपसंचालक ओपी शर्मा के साथ वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे, विष्णु श्रीवास्तव, रामबिसाल साहू, विजय कुमार सहित कई खेल संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

जंप रोप खिलाडिय़ों ने खेलमंत्री से मदद मांगी

नेताजी स्टेडियम में जैसे ही खेलमंत्री लता उसेंडी खिलाडिय़ों का सम्मान करने के बाद फ्री हुई जंप रोप के खिलाड़ी पहुंच गए उनके पास अपनी फरियाद लेकर की उनको विश्व कप में खेलने जाने के लिए आर्थिक मदद की जाए खेल मंत्री ने इन खिलाडिय़ों को स्वेच्छा अनुदान से मदद करने का आश्वासन दिया है।
विश्व कप जंप रोप में जुलाई में खेलने जाने वाली भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ के तीन खिलाडिय़ों राजदीप सिंह हरगोत्रा, पूजा हरगोत्रा के साथ श्वेता कुर्रे का चयन किया गया है। इन खिलाडिय़ों को खेलने जाने के लिए चार लाख २० हजार रुपए की जरूरत है। क्योंकि जंप रोप को अब तक खेल विभाग से मान्यता नहीं मिल सकी है ऐसे में नियमानुसार विभाग से तो खिलाडिय़ों को मदद मिल नहीं सकती है। ऐसे में खिलाडिय़ों को आर्थिक मदद के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। वैसे ये खिलाड़ी पहले भी खेलमंत्री लता उसेंडी से मिल चुके हैं, पर अब तक उनको मदद नहीं मिल सकी है। ऐसे में खिलाडिय़ों ने आज मौके का फायदा उठाते हुए एक बार फिर से खेलमंत्री के सामने अपनी मांग रख दी कि उनको खेल विभाग से न सकी कम से कम स्वेच्छा अनुदान से ही सही कुछ तो मदद की जाए। खिलाड़ी खेल मंत्री से कम से कम एक-एक खिलाड़ी के लिए २५-२५ हजार की राशि की उम्मीद कर रहे हैं। खिलाडिय़ों को जितनी राशि की जरूरत है उसकी आधी राशि भी वे अब तक नहीं जुटा पाए हैं। खिलाडिय़ों ने शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भी स्वेच्छा अनुदान से मदद करने के लिए आवेदन दिया है। खिलाड़ी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से भी मदद की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन उनके मिलने का समय नहीं मिल पा रहा है। ऐसे जंप रोप के कोच अखिलेश दुबे ने बताया कि अब उन्होंने खिलाडिय़ों को मुख्यमंत्री के दरबार में जनदर्शन में ले जाने का फैसला किया है।

मंगलवार, 8 जून 2010

पायका में खेलेंगे अब १६ साल के खिलाड़ी

पंचायत एवं युवा क्रीड़ा अभियान योजना यानी पायका में अब १८ साल के स्थान पर १६ साल के खिलाडिय़ों को पात्रता होगी। इसी के साथ इस योजना में और भी कुछ बदलाव किए गए जिसकी जानकारी खेल संचालनालय में हुई बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के खेल अधिकारियों को दी गई।
केन्द्र सरकार की पायका योजना प्रदेश में चल रही है। इस योजना के पहले चरण में ९८२ गांवों को चुना गया है। यहां पर जहां खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं, वहीं इन गांवों के खिलाडिय़ों को निखारने का काम किया जा रहा है। इन गांवों में स्पर्धाओं का भी आयोजन किया जा रहा है। स्पर्धाओं के लिए पूर्व में खिलाडिय़ों की उम्र १८ साल रखी गई थी। लेकिन अब केन्द्र सरकार ने इसमें संशोधन करते हुए खिलाडिय़ों की उम्र १६ साल कर दी है। इसकी जानकारी आज यहां पर संचालनालय में हुई बैठक में सभी जिलों के खेल अधिकारियों को दी गई। इसी के साथ बैठक में बताया गया कि पायका में खिलाडिय़ों का पंजीयन उन खेलों में पंचायत स्तर पर होगा जिनका आयोजन पंचायत स्तर पर होना संभव है। जिन खेलों का आयोजन ब्लाक स्तर पर होगा उन खेलों में पंजीयन ब्लाक और जिन खेलों का आयोजन जिला स्तर पर होगा उन खेलों में पंजीयन जिला स्तर पर होगा। जिला स्तर ही खिलाडिय़ों के पंजीयन का अंतिम स्तर होगा। जिले के बाद किसी भी हाल में खिलाडिय़ों का पंजीयन सीधे राज्य स्तर पर नहीं होगा।
बैठक में बताया गया कि अब खिलाडिय़ों को पंजीयन करवाने के लिए पंचायतों के स्थान पर स्कूलों के प्रमाणपत्र देने होंगे। ऐसा करने के पीछे मंशा यह है कि पायका योजना ग्रामीण खिलाडिय़ों के लिए हैं, ऐसे में इस योजना में शहरी खिलाड़ी शामिल न हो सके। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि हमेशा से यह शिकायत रहती है कि ग्रामीण खेलों में शहरी खिलाड़ी पंचायतों से प्रमाणपत्र लेकर फर्जी तरीके से खेल लेते हैं। अब नए निर्देशों से शहरी खिलाड़ी ग्रामीण खेलों नहीं खेल पाएंगे।
बैठक में जिला खेल अधिकारियों से ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविरों के बारे में जानकारी मांगी गई कि उनके जिले में कितने खेलों के शिविर लगाए गए और इन खेलों से कितने खिलाडिय़ों को लाभ हुआ।
खेल विभाग की प्रतिभा खोज योजना में भी कुछ बदलाव करने के लिए जिला खेल अधिकारियों से सुङााव मांगे गए हैं। इस योजना को अब नए साल में नए सिरे से प्रारंभ किया जाएगा। यह योजना अब तक सही तरीके से लागू नहीं हो पाई है। इस योजना के लिए जिला खेल अधिकारियों को अपने जिले के जिला शिक्षा अधिकारी के साथ जिलाधीश से भी बात करके सुङााव देने के लिए कहा गया कि इस योजना की कमियों को कैसे ठीक किया जा सकता है। इस योजना में कई तरह की कमियों की जानकारी ्आने पर ऐसा किया गया है।

१६ सौ खिलाडिय़ों को निखारा

राजधानी के ३२ मैदानों में २० खेलों के १६ सौ खिलाडिय़ों को तराशने का काम करने के बाद अब खेल विभाग कल प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का सम्मान करने जा रहा है। खिलाडिय़ों का सम्मान खेलमंत्री लता उसेंड़ी करेंगी।
खेल विभाग द्वारा ग्रीष्मकालीन शिविरों का आयोजन हर जिले में किया जाता है। रायपुर जिले में हमेशा सबसे ज्यादा खेलों के खिलाडिय़ों को निखारने का काम जिला खेल विभाग द्वारा किया जाता है। इस बार भी रायपुर में २० खेलों का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है। इस खेलों में करीब १६०५ खिलाडिय़ों को खेल के गुर सीखए गए। वालीबॉल में ५५, फुटबॉल में १४३, एथलेटिक्स में २४, बास्केटबॉल में २०२, साफ्टबॉल में ७९, हैंडबॉल में ४०, हॉकी में ८८, कराते में ६९, भारोत्तोलन में २५, जूडो में ३०, टेनीक्वाइट में ७६, जंपरोप में ४०, म्यूथाई में ४६, नेटबॉल में ८०, ताइक्वांडो में ५८, टेबल टेनिस में ९६, कबड्डी में ६५, जिम्नास्टिक में २३, वुशू में ६२, बैडमिंटन में ६४ खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया गया। इसी के साथ गरियाबंद में ६९, तिल्दा में ७२, भाटापारा में ५५, कसडेल में ६९ खिलाडिय़ों को वालीबॉल, जूडो, बास्केटबॉल, एथलेटिक्स, साफ्टबॉल का प्रशिक्षण दिया गया।
इन खेलों में वालीबॉल का प्रशिक्षण अजीत कुट्टन, स्मृित साव, अभय गणोरकर, सूरज महाडिक, एथलेटिक्स का रवि धनगर, बास्केटबॉल का उमेश सिंह ठाकुर, गुरचरन रहेजा, भाटापारा में शरद पंसारी, फुटबॉल का मुश्ताल अली प्रधान, सरिता कुजूर, साफ्टबॉल का आलोक मिश्रा, आरिफ खान, निंगराज रेड्डी, संजू शुक्ला, कमलेश कश्यप, हैंडबॉल का सुकचंद वर्मा, कमलेश, सुनील भोई, हॉकी का नजीर अहमद, रश्मि तिर्की, कराते का अजय साहू, तुलसी सपहा, भारोत्तोलन का तेजा साहू, जूडो का नीलम तिवारी, टेनीक्वाइट का प्रियंका साहू, वरूण पांडे, मोहन कुमार, म्यूथाई का अनिस मेमन, नेटबॉल का सुधीर वर्मा, भावा खंडारे, ताइक्वांडो का कुमार विश्वकर्मा, विष्णु साहू, टेबल टेनिस का विनय बैसवाडे, मोहन आप्टे, अरविंद मिश्रा, कबड्डी का पीजी उमाठे, कासीराम ध्रुव, बुद्धेश्वरी, वुशू का सुहैल हैदरी, रेणु तिवारी, बैडमिंटन कविता दीक्षित, जिम्नास्टिक का उदय सिंह ठाकुर ने दिया।
राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि खिलाडिय़ों को शिविरों में निखारने के बाद अब जहां कल सुबह को ८ बजे नेताजी स्टेडियम में खेलमंत्री लता उसेंडी के हाथों प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का सम्मान करवाया जाएगा, वहीं खिलाडिय़ों के प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।

सोमवार, 7 जून 2010

सही पदोन्नति को गलत बताया

खेल एवं युवा कल्याण विभाग में उपसंचालक के पद पर कार्यरत ओपी शर्मा के खिलाफ पूर्व हॉकी खिलाड़ी विश्वजीत मित्रा ने गलत तरीके के पदोन्नति लेने का आरोप लगाया है। इस आरोप को ओपी शर्मा ने कागजातों के साथ गलत बताते हुए आरोप लगाने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
विश्वजीत मित्रा ने एक विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया है कि खेल विभाग में उपसंचालक के पद पर कार्यरत ओपी शर्मा ने नियमों के विरूद्ध पदोन्नति ली है। उनका आरोप है कि द्वितीय Ÿोणी के अधिकारी से प्रथम श्रेणी के अधिकारी पर पदोन्नत होने के लिए उस समय के खेल सचिव एमएस मूिर्त के साथ मिलकर उन्होंने विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक के बिना ही खेल सचिव को पैसे देकर पदोन्नति ले ली। श्री मित्रा का कहना है कि उस समय २६ अक्टूबर २००२ में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की पदोन्नति नियम बन गए थे और इसकी अधिसूचना प्रकाशित हो गई थी।
इस सारे मामले में उपसंचालक (खेल) ओपी शर्मा ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मेरे ऊपर जो भी आारोप लगाए गए सभी दुर्भानावश लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पदोन्नति दरअसल में तदर्थ पदोन्नति है। बकौल श्री शर्मा जब उनको अप्रैल २००३ में तदर्थ पदोन्नति दी गई थी उस समय जहां लोक सेवा आयोग के पदोन्नति नियम नहीं बने थे, वहीं विभागीय पदोन्नति समिति की बैठकों पर रोक लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि श्री मित्रा का यह कहना गलत है कि विभागीय पदोन्नति के नियम अक्टूबर २००२ में बन गए थे। उन्होंने राजपत्र की प्रति दिखाते हुए बताया कि ये नियम सितंबर २००३ में बने हैं। इसी के साथ उन्होंने बताया कि जब किसी भी अधिकारी को तदर्थ पदोन्नति दी जाती है, उस समय विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक जरूरी नहीं होती है, लेकिन तदर्थ पदोन्नति के लिए बैठक अनिवार्य नहीं होती है। यह बैठक उस स्थिति में अनिवार्य होती है जब नियमित पदोन्नति दी जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पदोन्नति नियमों के खिलाफ भी नहीं है। उन्होंने बताया कि सेवा भर्ती नियमों स्पष्ट लिखा है कि पांच साल तक क्षेत्रीय खेल अधिकारी रहने वाले अधिकारी उपसंचालक के पद पर पदोन्नति पाने के पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि मैं तो १२ साल तक क्षेत्रीय खेल अधिकारी के पद पर रहा हूं।
श्री शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन पर गलत तरीके के पदोन्नति लेने का आरोप लगाने वाले विश्वजीत मित्रा के खिलाफ वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।

पैरों में ताकत लाने की कवायद

सप्रे स्कूल के मैदान में लाइन से खिलाड़ी खड़े हैं। प्रशिक्षक का इशारा मिलते ही एक-एक करके खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं और मार्कर के उपर से जंप लगाते जाते हैं। ऐसा एक बार नहीं बल्कि लगातार १५ मिनट तक करना है। ऐसा करने से ही पैरों में ताकत आती है और ताकत आने से ही फुटबॉल में खेल अच्छा होता है।
शेरा क्रीड़ा समिति के साथ खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा सप्रे स्कूल में फुटबॉल का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। वैसे तो सप्रे स्कूल में साल भर शेरा क्लब का प्रशिक्षण शिविर चलता है। लेकिन गर्मियों की छुट्टियों होने के कारण इस समय फुटबॉल का जुनून कुछ ज्यादा ही खिलाडिय़ों पर छाया हुआ है। शिविर में २५० से ज्यादा खिलाड़ी आ रहे हैं। खिलाडिय़ों को तैयार करने की प्रशिक्षक मुश्ताक अली प्रधान की अपनी अलग तकनीक है। वे साफ कहते हैं कि फुटबॉल का खेल पैरों की ताकत का खेल है। जब पैरों में जान ही नहीं होगी तो खिलाड़ी क्या खेलेगा। उनको इस बात का बहुत मलाल है कि आज के खिलाडिय़ों के पैरों में इतनी भी जान नहीं होती है कि वे ठीक से किक मार सके। वे बताते हैं कि हमारे जमाने में खिलाडिय़ों के पैरों में इतनी जान होती थी कि फुटबॉल को जब किक लगती थी तो बॉल एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच जाती थी, लेकिन आज के खिलाड़ी उस छोर क्या उस छोर के आधे रास्ते तक भी बॉल को नहीं पहुंचा पाते हैं।
इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए वे चाहते हैं कि जो भी खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं उनके पैरों में इतनी जान आ जाए कि वे कम से कम खेलने के लिए सही तरीके से किक तो मार सके। उन्होंने पूछने पर बताया कि पैरों में ताकत लाने के लिए स्कील करवाते समय कम से कम १० मार्कर रखे जाते हैं। इन मार्कर को कोण भी कहा जाता है। इन दस मार्कर के उपर से जहां खिलाड़ी पहले जंप लगाते हैं, वहीं इसके बाद खिलाडिय़ों को जहां इनके बीच क्रास करके चलने के लिए कहा जाता है, वहीं बॉल लेकर ड्रिब्लिंग करने भी कहा जाता है। वे बताते हैं कि ऐसा करने से खिलाडिय़ों का शरीर लचीला हो जाता है। फुटबॉल में शरीर जितना लचीला होगा खेल उतना ही दमदार होगा। उन्होंने पूछने पर बताया कि कम से कम १५ मिनट तक स्कील करवाने के बाद खिलाडिय़ों को १५ मिनट तक मैदान में दौड़ाया जाता है। इसके बाद प्रारंभ होता है अभ्यास।

पैरों में ताकत लाने की कवायद

सप्रे स्कूल के मैदान में लाइन से खिलाड़ी खड़े हैं। प्रशिक्षक का इशारा मिलते ही एक-एक करके खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं और मार्कर के उपर से जंप लगाते जाते हैं। ऐसा एक बार नहीं बल्कि लगातार १५ मिनट तक करना है। ऐसा करने से ही पैरों में ताकत आती है और ताकत आने से ही फुटबॉल में खेल अच्छा होता है।
शेरा क्रीड़ा समिति के साथ खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा सप्रे स्कूल में फुटबॉल का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। वैसे तो सप्रे स्कूल में साल भर शेरा क्लब का प्रशिक्षण शिविर चलता है। लेकिन गर्मियों की छुट्टियों होने के कारण इस समय फुटबॉल का जुनून कुछ ज्यादा ही खिलाडिय़ों पर छाया हुआ है। शिविर में २५० से ज्यादा खिलाड़ी आ रहे हैं। खिलाडिय़ों को तैयार करने की प्रशिक्षक मुश्ताक अली प्रधान की अपनी अलग तकनीक है। वे साफ कहते हैं कि फुटबॉल का खेल पैरों की ताकत का खेल है। जब पैरों में जान ही नहीं होगी तो खिलाड़ी क्या खेलेगा। उनको इस बात का बहुत मलाल है कि आज के खिलाडिय़ों के पैरों में इतनी भी जान नहीं होती है कि वे ठीक से किक मार सके। वे बताते हैं कि हमारे जमाने में खिलाडिय़ों के पैरों में इतनी जान होती थी कि फुटबॉल को जब किक लगती थी तो बॉल एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच जाती थी, लेकिन आज के खिलाड़ी उस छोर क्या उस छोर के आधे रास्ते तक भी बॉल को नहीं पहुंचा पाते हैं।
इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए वे चाहते हैं कि जो भी खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं उनके पैरों में इतनी जान आ जाए कि वे कम से कम खेलने के लिए सही तरीके से किक तो मार सके। उन्होंने पूछने पर बताया कि पैरों में ताकत लाने के लिए स्कील करवाते समय कम से कम १० मार्कर रखे जाते हैं। इन मार्कर को कोण भी कहा जाता है। इन दस मार्कर के उपर से जहां खिलाड़ी पहले जंप लगाते हैं, वहीं इसके बाद खिलाडिय़ों को जहां इनके बीच क्रास करके चलने के लिए कहा जाता है, वहीं बॉल लेकर ड्रिब्लिंग करने भी कहा जाता है। वे बताते हैं कि ऐसा करने से खिलाडिय़ों का शरीर लचीला हो जाता है। फुटबॉल में शरीर जितना लचीला होगा खेल उतना ही दमदार होगा। उन्होंने पूछने पर बताया कि कम से कम १५ मिनट तक स्कील करवाने के बाद खिलाडिय़ों को १५ मिनट तक मैदान में दौड़ाया जाता है। इसके बाद प्रारंभ होता है अभ्यास।

रविवार, 6 जून 2010

विदर्भ को पहली पारी में ७० रन की बढ़त

छत्तीसगढ़ अंडर-१६ तीन दिवसीय क्रिकेट मैच के दूसरे दिन दो विकेट पर ८० रन से आगे खेलते हुए विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की टीम ने २४३ रन बनाए। ७० रन की बढ़त में तुषार रायडु ने ६४ रन की शानदार पारी खेली। खेल समाप्ति तक दूसरी पारी में छत्तीसगढ़ अंडर-१६ की टीम ने ३९ ओवर में ३ विकेट के नुकसान पर ८५ रन बनाए।
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की टीम ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और दूसरे दिन ७९.५ ओवर खेलकर आलआउट होने से पहले २४३ बनाए जिसमें तुषार रायडु ने ६४, अक्षय वाडेकर ने ४९, प्रगावल ने २७ और अभिषेक कावले ने २६ बनाए। छत्तीसगढ़ की ओवर से शैलेश रावत ने १९ ओवर में ५६ रन देकर ३ विकेट लिए। कमल द्विवेदी ने १८ ओवर में ३६ रन देकर ३ विकेट और अजय मंडल ने १७ ओवर में ४० रन देकर ३ विकेट लिए, शकीब अहमद ने १० ओवर में २० रन देकर १ विकेट लिए।
दूसरी पारी की शुरुआत भी छत्तीसगढ़ अंडर-१६ की कुछ ठीक नहीं रही ३९ ओवर में ८५ रन बनते तक ३ विकेट गिर चुके थे। अजय मंडल ने २०, अतुल पाल ने १३ और मॉटिन जोसेफ ने २ रन का योगदान दिया। नरेंद्र और मयंक ने १-१ विकेट लिए जबकि जोसफ रन आउट के शिकार हुए। कल मैच का अंतिम दिन हैं।

खेल मंत्री करेंगी खिलाडिय़ों का सम्मान

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राजधानी में चलाए जा रहे प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर खेल मंत्री लता उसेंडी शिविर के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का सम्मान करेंगी।
यह जानकारी देते हुए राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि विभाग द्वारा में रायपुर जिले में २२ खेलों का ३२ मैदानों में प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। इन शिविरों में करीब दो हजार खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में बहुत ज्यादा नए खिलाड़ी भी शामिल हैं। इन शिविरों में सारा सामान खेल विभाग ने दिया है। शिविरों में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए खेल संघों की मदद से प्रशिक्षक रखे गए हैं। राजधानी के मैदानों के साथ तिल्दा, भाटापारा, गरियाबंद, कसडोल में भी खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन शिविरों से चुने गए प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का सम्मान ८ जून को सुबह ८ बजे खेल मंत्री लता उसेंडी नेताजी स्टेडियम में करेंगी।

खेल निखारने की कवायद

राज्य जूनियर बालिका फुटबॉल में खिताब जीतने के लिए टीम को मजबूत करने लड़कों के साथ अभ्यास मैच खिलाकर लड़कियों का खेल निखारने की कवायद आज से सप्रे स्कूल के मैदान में प्रारंभ हुई। राज्य स्पर्धा के लिए ३० खिलाडिय़ों की संभावित सूची भी आज जारी कर दी गई है।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग कांकेर में ११ जून से राज्य स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा में खेलने जाने वाली रायपुर जिले की टीम का चयन करने के लिए सप्रे स्कूल के मैदान में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। इस चयन ट्रायल में आज भी कुछ खिलाडिय़ों के आने की संभावना थी जिसके कारण आज भी ट्रायल रखा गया था, लेकिन खिलाड़ी बाहर होने के कारण आज नहीं आ सकी हैं। ये खिलाड़ी कल आकर अपना ट्रायल देंगी। इधर आज संभावित टीम तय कर दी गई है। इस संभावित टीम की खिलाडिय़ों के साथ आज सबसे पहले सब जूनियर बालकों का अभ्यास मैच करवाया गया। इसके बाद सीनियर खिलाडिय़ों के साथ भी बालिका खिलाडिय़ों का मैच हुआ। इस मैच के बारे में कोच मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि लड़कों के साथ मैच होने से बालिका खिलाडिय़ों का खेल निखरेगा अैर जब हमारी यह टीम कांकेर में राज्य स्पर्धा में खेलने जाएगी तो उसके लिए खिताब जीतने में आसान होगी। उन्होंने बताया कि बालिका खिलाडिय़ों को बालक खिलाडिय़ों के साथ तब तक अभ्यास मैच खिलाया जाएगा जब तक टीम खेलने नहीं जाती है। उन्होंने बताया कि रविवार को होलीक्रास कांपा स्कूल के बालक खिलाडिय़ों के साथ मैच होगा। इसके बाद सप्रे स्कूल में प्रशिक्षण शिविर में शामिल खिलाडिय़ों के साथ मैच होगा।
संभावित टीम की खिलाड़ी
आज ३० खिलाडिय़ों की संभावित सूची जारी की गई है। इस सूची में देवयंती निषाद, सरिता यादव, दिव्या, पूनम, दीक्षा, प्रतिभा चन्द्राकर, सुमन वर्मा, कल्याणा महापात्र, ज्योति पांडे, कंचन विभार, बीना वर्मा, शोभा छुरा, ज्योति जगत, जागेश्वरी यादव, सुमन जंघेल, शैलीना मरकाम, शिवानी, नगमा, अभिलाभा मसीह, वंदना ध्रुव, लक्ष्मी, प्रिया शर्मा, मुस्कान चौटेल, प्रणीता जेबम, प्राची यादव, प्रियंका यादव, निधि चन्द्राकर, साक्षी व्यास शामिल हैं। इन खिलाडिय़ों में से ही १८ खिलाडिय़ों की टीम तैयार की जाएगी जो १० जून को कांकेर खेलने जाएगी।

शनिवार, 5 जून 2010

सालोमन बॉडी बिल्डिंग टीम में

यूरोपियन कप बॉडी बिल्डिंग में खेलने गई भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी पुष्पराज सालोमन को भी शामिल किया गया है। उन्होंने पिछले साल प. भारतश्री के साथ भारतश्री का भी खिताब जीता। भारतीय टीम का कोच संजय शर्मा को बनाया गया है। वे पहले भी कई बार भारतीय टीम के कोच और अधिकारी बनकर टीम के साथ गए हैं।
यूरोपियन कप का आयोजन ५ जून से रूस में किया गया है। इसमें शामिल होने के लिए भारतीय टीम आज दिल्ली से रवाना हो गई है।
टीम के रवाना होने से पहले टीम के कोच संजय शर्मा ने बताया कि भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ के पुष्पराज सालोमन को रखा गया है। सालोमन ने पिछले साल जोरदार प्रदर्शन करते जहां मुंबई में प. भारत श्री का खिताब जीता था, वहीं छत्तीसगढ़ की मेजबानी में हुए फेडरेशन कप में उन्होंने भारतश्री का भी खिताब अपने नाम किया था। टीम में सालोमन के अलावा उड़ीसा के आर्थर प्रधान और महाराष्ट्र के आशीष साकलकर को रखा गया है। टीम का कोच छत्तीसगढ़ के हुनमान सिंह पुरस्कार प्राप्त संजय शर्मा को बनाया गया है।

छत्तीसगढ़ की पारी १७३ पर सिमटी

महेन्द्र गुप्ता की घातक गेंदबाजी के चलते छत्तीसगढ़ अंडर-१६ की पूरी टीम विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ आज से प्रारंभ हुए तीन दिवसीय मैच के पहले दिन ६५.४ ओवर में १७३ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। जवाब में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ने दिन का खेल समाप्त होने तक २ विकेट के नुकसान पर ८० रन बना लिये।
छत्तीसगढ़ के खिलाफ दो तीन दिवसीय मैच खेलने के लिये विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-१६ की टीम छत्तीसगढ़ के दौरे पर आई हुई है। परसदा स्थित नये क्रिकेट स्टेडियम में आज से प्रारंभ हुए तीन दिवसीय मैच के पहले दिन छत्तीसगढ़ की पूरी टीम केवल १७३ रन बनाकर वापस पेवेलियन लौट गई। छत्तीसगढ़ के कप्तान शिकर छाबा ने टॉस जीतकर पहले बगेबाजी करने का निर्णय लिया लेकिन उनके इस निर्णय पर टीम के खिलाड़ी पूरी तरह से खरे नहीं उतर पाये। मोहम्मद इरफान ने टीम की ओर से सर्वाधिक ५७ रनों का योगदान अपनी टीम को दिया इसके अलावा राजन वसीम ने ४५ और अतुल पाल ने २५ रनों की पारी खेली। विदर्भ की ओर से महेन्द्र गुप्ता ने २६ रन देकर सर्वाधिक ५ विकेट लिये जबकि नरेन्द्र जोगले ने उनका अ छे ढंग से साथ देते हुए ३९ रन देकर ३ विकेट लिये जबकि अभिषेक कावले ने २ रन देकर १ विकेट हासिल किया।
विदर्भ ने अपनी पारी की ठोस शुरूआत करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक २७ ओवर में २ विकेट के नुकसान पर ८० रन बना लिये थे उस समय तुषार रायडु २९ रन पर नाबाद थे जबकि कुशाल ने २१ रन बनाये। छत्तीसगढ़ की ओर से कमल और अजय मंडल ने एक-एक खिलाडिय़ों को वापस पेवेलियन भेजा। कल मैच का दूसरा दिन मै है। मैच के अंपायर भिलाई के सुनील डडसेना व अनिल सिंह हैं।

टीम में स्थान पाने मशक्कत

राज्य जूनियर फुटबॉल के लिए रायपुर जिले की टीम में स्थान पाने के लिए बालिका खिलाडिय़ों में आज से सप्रे स्कूल के मैदान में मशक्कत प्रारंभ हो गई। कल दूसरे दिन की मशक्कत के बाद संभावित टीम बनाई जाएगी। इस टीम को मजबूत करने के लिए लड़कों के साथ लगातार मैच करवाए जाएंगे इसके बाद टीम खेलने के लिए कांकेर जाएगी। इस बार टीम की नजरें खिताब पर हैं।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा कांकेर में राज्य फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसमें खेलने जाने वाली रायपुर जिले की टीम का चयन करने के लिए आज शाम को सप्रे फुटबॉल मैदान में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। इस चयन ट्रायल में शामिल होने के लिए मंदिर हसौद के साथ कचना, शंकर नगर, खम्हारडीह के साथ शहर की ३० खिलाड़ी आईं। इन खिलाडिय़ों के बीच दोनों टीमें बनाकर मैच करवाया गया ताकि प्रदर्शन के आधार पर संभावित टीम का चयन किया जा सके।
जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान के साथ खेल विभाग की एनआईएस कोच सरिता कुजूर ने बताया कि चयन ट्रायल में कल भी खिलाडिय़ों के आने की संभावना है, इसलिए दो दिनों का ट्रायल रखा गया है ताकि कोई खिलाड़ी वंचित न हो। इन्होंने बताया कि कल के ट्रायल के बाद २० संभावित खिलाडिय़ों की टीम बनाई जाएगी। अंतिम टीम की घोषणा १० जून को होगी और टीम इसी दिन खेलने के लिए कांकेर रवाना होगी।
लड़कों से होगा मैच
रायपुर जिले की मजबूत बनाने के लिए उसका लगातार लड़कों के साथ मैच करवाया जाएगा। मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि कल सप्रे मैदान में ही संभावित टीम बनाने के बाद मैच करवाया जाएगा। यहां पर रविवार को भी मैच होगा। सोमवार को मैच कांपा के मैदान में वहां के स्कूल के फुटबॉल खिलाडिय़ों के साथ करवाया जाएगा। मंगलवार को एक बार फिर से सप्रे स्कूल में मैच होगा। टीम के जाने से पहले लगातार लड़कों के साथ मैच करवाया जाएगा ताकि टीम मजबूत हो सके। उन्होंने बताया कि इस बार टीम का नजरें खिताब पर है, पिछले साल टीम फाइनल में हार गई थी, लेकिन इस बार टीम खिताब लेकर आएगी इसकी पूरी संभावना है। विजेता टीम को १० हजार का इनाम मिलेगा।

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