रविवार, 31 जनवरी 2010

पुणे क्लब फाइनल में

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में पुणे फुटबॉल क्लब ने नागपुर ब्लूज को ३-१ से मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया।
लाखेनगर के मैदान में खेले गए पहले सेमीफाइनल में मैच का पहला गोल नागपुर के फ्रांसीस डेवी ने खेल के १३ वें मिनट में किया। इसके ९ मिनट बाद ही सुजी कुमार ने पुणे को बराबरी दिला दी। इसके बाद पुणे के लिए रविराज ने खेल के ३२वें और टी मनोज ने खेलके ५५वें मिनट में गोल किए। आज के मैच में दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से मार-पीट वाला खेल खेला जिसके कारण पुणे के दो खिलाडिय़ों जी. विगनेश्वर और जानी खारन और नागपुर के जुबेर अख्तर को लाल कार्ड दिखाकर मैच से बाहर कर दिया गया। स्पर्धा में कल दूसरा सेमीफाइनल मैच एमआरसी जमालपुर और रब्बानी क्लब कामठी के बीच खेला जाएग। फाइनल मैच दो फरवरी को होगा।

दक्षिण-पश्चिम में फाइनल आज से

अंडर १४ क्रिकेट में फाइनल मुकाबला कल से दक्षिण और पश्चिम की टीमों के बीच होगा। आज खेले गए मैचों में दोनों टीमों ने अपने -अपने मैच जीते। दक्षिण की टीम ने उत्तर के खिलाफ ८ विकेट पर २८१ रन बनाए। इन रनों में रिषभ अग्रवाल के ७७ और देवाशीष के ७५ रन शामिल हैं। उत्तर के फरहान ने ५४ रन देकर पांच विकेट चटकाए। इस चुनौती के सामने उत्तर की टीम ३७.४ ओवरों में ११३ रन ही बना सकी।
दूसरे मैच में पश्चिम ने पूर्वी क्षेत्र को ३९ रनों से हराया। पहले खेलते हुए पश्चिम की टीम ने ६ विकेट पर २७३ रन बनाए। इसमें यशांक की १७५ रनों की आतिशी पारी शामिल है। इसके अलावाअमनदीप ने ३० रनों की पारी खेली। श्यामू ने २५ रन देकर दो विकेट लिए। स्पर्धा का फाइनल मुकाबला राजधानी रायपुर के नए स्टेडियम में खेला जाएगा। इस दो दिवसीय फाइनल मैच के बाद प्रदेश की अंडर १४ टीम का चयन किया जाएगा। स्पर्धा में लीग मुकाबले करवाने के लिए चार क्षेत्रों की टीमें बनाई गई थी।
टिम्बर क्रिकेट आज से- रायपुर टिम्बर मर्चेन्ट एसोसिएशन एवं छत्तीसगढ़ क्रिकेट अकादमी द्वारा राज्य स्तरीय क्रिकेट का आयोजन ३१ जनवरी से किया गया है। स्पर्धा में ९ टीम खेलेंगी। स्पर्धा में हर मैच ४० ओवर का होगा। स्पर्धा के लिए पूर्व रणजी खिलाडिय़ों राजय सिंह परिहार और जितेन्द्र वेगड़ का मार्गदर्शन लिया जा रहा है।

शनिवार, 30 जनवरी 2010

भारतीय टीम में स्थान पाना ही मकसद

श्रीलंका के दौरे पर जाने वाली भारत की अंडर १३ साल की बालिका फुटबॉल टीम की संभावित खिलाडिय़ों में शामिल रायपुर की सुप्रिया कुरकेती के साथ निकिता स्विसपन्ना ने कहा कि अब उनका एक मात्र मकसद भारतीय टीम में शामिल होना है। इनकी कोच सरिता कुजूर ने भी उम्मीद जताई है कि इन खिलाडिय़ों का चयन भारतीय टीम में हो जाएगा।
तिरूअंतपुरम में दो फरवरी से प्रारंभ होने वाले प्रशिक्षण शिविर में जाने से पहले यहां पर चर्चा करते हुए सुप्रिया कुरकेती ने पूछने पर बताया कि वह तीन साल से फुटबॉल खेल रही हैं और अब तक चार राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल चुकी हैं। पहली बार वहां २००७ में भुवनेश्वर में खेली थीं, इसके बाद अगले साल २००८ में वह फिर अंडर १३ की राष्ट्रीय स्पर्र्धां में खेलीं। २००९ में राष्ट्रीय स्कूली स्पर्धा और इस साल चेन्नई में वह राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलीं तो इसी स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन भारत की संभावित टीम में हो गया।
सुप्रिया के साथ निकिता स्विसपन्ना का भी चयन हुआ है। निकिता को अभी एक साल भी नहीं हुआ है खेलते। इस एक साल में वह राष्ट्रीय स्कूली खेलों के साथ चेन्नई की राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलीं और भारत की संभावित टीम में शामिल हो गर्इं। यह दोनों १२ साल की खिलाड़ी हैं और आत्मविश्वास के साथ कहती हैं कि उनका चयन उसके खेल के कारण भारतीय टीम में जरूर हो जाएगा।
इन दोनों खिलाडिय़ों की कोच सरिता कुजूर को भी उम्मीद है कि दोनों का चयन भारतीय टीम में हो सकता है। वह बताती हैं दोनों खिलाडिय़ों में खेल के प्रति बहुत ज्यादा लगन है और दोनों खूब मेहनत करती हैं।

ओवरएज पर अंकुश जरूरी: मुश्ताक

प्रदेश फुटबॉल संघ के जोनल सचिव मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि सुप्रिया और निकिता का खेल ऐसा है कि इनका चयन भारतीय टीम में हो जाना चाहिए। वे कहते हैं कि एक ही बाधा इनके चयन में आ सकती है वह है ओवरएज। ज्यादातर राज्यों में ओवरएज खिलाड़ी खेलते हैं। हमारी दोनों खिलाड़ी १२ साल की है, लेकिन दूसरे राज्यों की १६ साल तक की खिलाड़ी अंडर १३ साल में खेलती हैं। इन खिलाडिय़ों पर अंकुश न होने के कारण सही प्रतिभाओं का चयन नहीं हो पाता है। भारतीय फुटबॉल फेडरेशन को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।

महिला खिलाडिय़ों को आगे लाने जागरूकता जरूरी

भारत में कहने को भले आज महिला खिलाड़ी हर खेल में अपने जौहार दिखा रही हैं, लेकिन इसके बाद भी स्थिति यह है कि महिलाएं खेलों में काफी पीछे हैं। अपने देश में खिलाडिय़ों के साथ प्रशिक्षकों को मिलने वाले खेल पुरस्कार भी यह बताते हैं कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को पुरस्कार ज्यादा मिलते हैं। भारत में महिला खिलाडिय़ों को आगे लाने के लिए आज भी जागरूकता की जरूरत है। इधर विदेशों में महिला खिलाडिय़ों के साथ पक्षपात होता है। विश्व के सबसे लोकप्रिय माने जाने वाले खेल लॉन टेनिस में ही जो ग्रैंड स्लैम स्पर्धाएं होती हैं, उनमें इनामी राशि को देखने से मालूम होता है कि इसमें कितना अंतर है।
ये बातें यहां पर खेलकूद में महिलाओं की भूमिका पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में निकल कर सामने आर्इं। इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता भारतीय खेल प्राधिकरण के पूर्व डीन डॉ। एमएल कमलेश ने बताया कि उन्होंने भारत में मिलने वाले अर्जुन पुरस्कार के बारे में जानकारी एकत्रित की है, इस जानकारी पर एक नजर डालने से मालूम होता है कि अगर ४०० अर्जुन पुरस्कार दिए गए हैं तो इनमें से ३२० पुरुष खिलाडिय़ों को मिले हैं। इसी तरह से प्रशिक्षकों को दिए जाने वाले पुरस्कार द्रोणाचार्य की बात की जाए तो अगर ये १०० पुरस्कार दिए गए हैं तो ९६ पुरुष प्रशिक्षकों को मिले हैं। उन्होंने कहा कि विदेश की तुलना में भारत में महिला खिलाड़ी खेलों में आगे नहीं आती हैं। आज भी भारत में महिला खिलाडिय़ों का टोटा है। उन्होंने कहा कि जागरूकता के बिना महिला खिलाड़ी सामने आने वाली नहीं है।

उन्होंने विदेशों के बारे में कहा कि विदेशों में भले महिला खिलाड़ी हर खेल में आगे हैं, पर वहां भी खिलाडिय़ों को पक्षपात का सामना करना पड़ता है। लॉन टेनिस में विम्बलडन की बात हो या फिर किसी भी स्पर्धा की हर स्पर्धा में पुरुष खिलाडिय़ों को ज्यादा इनामी राशि मिलती है। वैसे यह बात भी है कि अब पहले की तुलना में काफी बदलाव आया है, वरना पहले ओलंपिक में महिलाएं केवल तालियां बजाने के लिए होती थीं।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में डॉ. रीता वेणु गोपाल ने व्यायाम के प्रभाव के बारे में जानकारी दी। एलएनआईपी के केके वर्मा ने बताया कि महिलाओं से शारीरिक शिक्षा को पहले डांस के रूप में अपनाया इसके बाद महिलाएं खेलों से जुड़ीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा खेलों से जोडऩे का काम करना चाहिए। डॉ. शीला तिवारी ने बताया कि आज महिलाएं मैराथन के साथ एथलेटिक्स की हर विधा में पुरुषों के साथ भागीदारी कर रही हैं, पहले महिलाएं बॉस कूद और तिहरी कूद में भाग नहीं लेती थीं। वर्षा सिंग ने बताया कि व्यायाम से कैसे लंबाई बढ़ाने के साथ वजन को कम करने का काम किया जा सकता है। इसके पहले संगोष्ठी का उद्घाटन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया।

रूस्तम सांरग फिर भारतीय टीम में

अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रायपुर के रूस्तम सारंग का चयन एक बार फिर से भारतीय भारोत्तोलन टीम में किया गया है। यह टीम सैफ खेलों में खेलने के लिए ढाका गई है। रूस्तम से वहां भी पदक भी जीतने की उम्मीद है। रूस्तम ने हाल ही में कामनवेल्थ खेलों में पदक जीता था। इसके पहले वे जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भी पदक जीत चुके हैं।

रूस्तम के कोच और पिता विक्रम पुरस्कार प्राप्त बुधराम सारंग ने बताया कि आज से ढाका में प्रारंभ हुए ११वें सैफ खेलों में खेलने के लिए अंतिम समय में भरतीय टीम यहां से रवाना हुई। इस टीम में रायपुर के एक मात्र खिलाड़ी रूस्तम सारंग का भी चयन किया गया है। भारतीय टीम में रूस्तम के सात पुलिस विभाग के एक और खिलाड़ी दिल्ली के श्रीनिवास का भी चयन किया गया है। रूस्तम छत्तीसगढ़ पुलिस में कार्यरत है। उनके चयन पर जय सतनाम व्यायाम शाला के खिलाडिय़ों ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।

पुणे सेमीफाइनल में

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में पुणे फुटबॉल क्लब ने साई गोवा को मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। यहां अब कल उसका मुकबला नागपुर ब्लूज से होगा।
लाखेनगर के मैदान में खेले गए मैच में पुणे की टीम भारी रही और मैच का पहला गोल छठे मिनट में निशांत मालिनकर ने किया। पहले हॉफ में इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका। मैच का दूसरा गोल संजू कुमार ने खेल के ४५वें मिनट में किया। तीसरा गोल टी मनोज ने ५७वें मिनट में दागा। पराजित टीम के लिए एक मात्र गोल सागर भथखडे ने खेल के ३९वें मिनट में किया।

शुक्रवार, 29 जनवरी 2010

प्रदेश की तीन खिलाड़ी संभावित टीम में

श्रीलंका में होने वाले अंडर १३ साल के फुटबॉल फेस्टिवल के लिए चुनी गई भारत की संभावित टीम में छत्तीसगढ़ की दो खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। ये खिलाड़ी यहां से ३० जनवरी को तिरूअंतपुरम के लिए रवाना होंगी जहां पर दो फरवरी से प्रशिक्षण शिविर लगेगा।

यह जानकारी देते हुए प्रदेश फुटबॉल संघ के जोनल सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि तिरूअंतपुर में आयोजित राष्ट्रीय (अंडर १३) स्पर्धा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश की तीन खिलाडिय़ों का चयन भारत की संभावित टीम में किया गया है। इन खिलाडिय़ों में दो खिलाड़ी सुप्रिया कुरकेती और निकिता पन्ना रायपुर की हैं। एक खिलाड़ी कोरबा की असिमा लाल हैं। इन खिलाडिय़ों को भारतीय फुटबॉल संघ ने एक फरवरी तिरूअंतपुरम पहुंचने के लिए कहा है। वहां पर दो फरवरी से खिलाडिय़ों को निखारने के लिए प्रशिक्षण शिविर लगेगा। इस शिविर में देश की ४५ खिलाड़ी शामिल होंगी। शिविर के बाद श्रीलंका में ४ से १७ मार्च तक खेलने जाने वाली टीम का चयन किया जाएगा। इस टीम में २२ खिलाडिय़ों को रखा जाएगा। श्रीलंका में एएफसी अंडर १३ फुटबॉल फेस्टिवल का आयोजन होना है।

श्री प्रधान ने बताया कि छत्तीसगढ़ की तीनों खिलाडिय़ों का चयन अंतिम टीम में होने की संभावना है। रायपुर की खिलाडिय़ों को यहां पर एनआईएस कोच सरिता कुजबर प्रशिक्षण देती हैं। उनके प्रशिक्षण में प्रदेश की खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।

छत्तीसगढ़ को मिला रजत पदक

वेस्ट जोन राष्ट्रीय टेनीक्वाइट में छत्तीसगढ़ के हाथ रजत पदक लगा। फाइनल में हुए कड़े मुकाबले में छत्तीसगढ़ की टीम २-३ से महाराष्ट्र से मात खा गई।

यह जानकारी देते हुए प्रदेश टेनीक्वाइट संघ के संजय शर्मा ने बताया कि जूनागढ़ गुजरात में खेली गई इस स्पर्धा के फाइनल में छत्तीसगढ़ की टीम ेस अनुभवी महाराष्ट्र की टीम को कड़ी टक्कर दी। एक समय मुकाबला २-२ से बराबर था, पर अंत में महाराष्ट्र की टीम ने एक अंक लेकर खिताब जीत लिया।
इसके पहले छत्तीसगढ़ ने मप्र को ३-०, गोवा और मेजबान गुजरात को भी ३-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया था। यहां पर छत्तीसगढ़ ने शानदार खेल दिखाते हुए ३-० से जीत प्राप्त कर फाइनल में स्थान बनाया था। छत्तीसगढ़ की टीम से प्रवीण पांडे, मोहन वर्मा, लक्ष्मीनारायण एवं पवन कुमार ने शानदार खेल दिखाते हुए अपनी टीम को लगातार जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। टीम कल रायपुर लौटेगी।

एमजीएम स्कूल के राष्ट्रीय खिलाडिय़ों का सम्मान

एमजीएसम स्कूल के राष्ट्रीय खिलाडिय़ों का स्कूल में सम्मान किया गया। यह जानकारी देते हुए स्कूल के खेल शिक्षिक अखिलेश दुबे ने बताया कि स्कूल सबसे ज्यादा जंप रोप के खिलाड़ी सम्मानित हुए। इसमें राजदीप सिंह, सुमन जोशी, पूनम नायर, प्रभाजोत कौर, ओम कारेश्वरी, श्रुति साहू, सुप्रिया साहू, श्वेता कुर्रे, अंजली साहू, पूजा हरगोत्रा, शिखर क्षत्रीय, षभ शर्मा, सुदुल चन्दखकर, अश्विनी श्रीवास और प्रवीण शर्मा हैं। इनके अलावा कैरम में वी. यामिनी राव, बैडमिंटन में आदित्य नायर, रश्मि अलोनी, दीक्षा चौधरी के साथ फुटबॉल में वंदन ध्रुव और कल्याणी महापात्र का सम्मान ट्रेक शूट देकर किया गया। सम्मान समरोह के मुख्यअतिथि फॉदर बीजू पारकेल थे। इस अवसर पर स्कूल की प्राचार्या श्रीमती लीना आर जैकब और शाला विकास समिति के कोषाध्यक्ष थामस मैथ्यू उपस्थित थे।

रब्बानी को सडनडेथ में मिली जीत

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में आज खेले गए रोमांचक मुकाबले में रब्बानी क्लब कामठी को कांटे के मुकाबले के बाद सडनडेथ में जीत मिली। टाईब्रेकर में कोलकाता के गोलकीपर का टोटका भी काम न आया और उसकी सारी मेहनत पर अंतिम खिलाड़ी ने शाट बाहर मार कर पानी फेर दिया। टाईब्रेकर में दोनों टीमों के गोलकीपरों पर दर्शकों की नजरें थीं।

लाखेनगर के मैदान में आज रब्बानी कामठी का मुकाबला तलतला कोलकाता से हुआ। यह मैच बहुत की कांटे का रहा। दोनों टीमों ने लगातार गोल करने के प्रयास किए, लेकिन दोनों टीमों की रक्षापंक्ति इतनी ज्यादा मजबूत थी कि कोई भी टीम उसको भेदने में सफल नहीं रही। ऐसे में मैच का फैसला करने के लिए जब टाईब्रेकर का सहारा लिया गया तो यहां पर दर्शकों को अलग ही नजारा देखने को मिला। कोलकाता टीम के गोलकीपर लालटू मंडल के साथ रब्बानी के गोलकीपर फैजन अख्तर खिलाड़ी गोल न कर सके इसके लिए अपने-अपने टोटके आजमाते रहे। जहां एक तरफ कोलकाता के गोलकीपर शाट के पहले गोलपोस्ट से लेकर बॉल तक जाते रहे, वहीं रब्बानी के गोलकीपर बॉल और गोलपोस्ट के रास्ते में धुल उड़ाते रहे। कोलकाता के कीपर का टोटका जब कामयाब होता दिख रहा था तो उसके अंतिम खिलाड़ी ने अपना शाट बाहर मार दिया और कोलकाता की टीम २-३ से हार गई। रब्बानी ने यह मैच टाईब्रेकर के बाद सडनडेथ में जीता। टाईब्रेकर में मुकाबला २-२ से बराबर रहने के बाद सडनडेथ में रब्बानी के खिलाड़ी शाकिब अंसारी गोल मारने में सफल रहे, जबकि कोलकाता के खिलाड़ी का शाट क्रास बार से टकरा कर वापस आ गया। इसके पहले रब्बानी के लिए मो। आसिफ के साथ शोहेब अंसारी ने गोल किए। इधर कोलकाता के लिए पप्पू सरदार और सुमेन्द्र दास ने गोल किए। कोलकाता की हार का सबसे ज्यादा मलाल कोलकीपर के चेहरे पर नजर आए जिनका टोटका फेल हो गया।

स्पर्धा में कल दो मैच खेले जाएंगे, पहला मैच फुटबॉल क्लब पुणे और साई गोवा का होगा। दूसरा मैच सेंट्रल रेलवे नागपुर और नागपुर ब्लूज के बीच होगा।

गुरुवार, 28 जनवरी 2010

खेलों में महिलाओं की भूमिका पर आज से राष्ट्रीय संगोष्ठी

खेलकूद में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से तथा इसमें आने वाली चुनौतियों को लक्ष्य में रखकर दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय में कल से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ। अरविन्द गिरोलकर ने बताया कि यह संगोष्ठी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और शारीरिक शिक्षा विभाग के सहयोग से की जा रही है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में लोक निर्माण व पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व विशिष्ट अतिथि खेल व समाज कल्याण मंत्री लता उसेंडी और रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एस के पांडेय शामिल होंगे। इस संगोष्ठी के प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ. एमएल कमलेश उपस्थित रहेंगे। वहीं संगोष्ठी के समापन समारोह में सांसद रमेश बैस शामिल होंगे।

इस संगोष्ठी में देश के शारीरिक शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ। एम कमलेश भूतपूर्व डीन एलएनआईपी तिरूवनतपुरम, डॉ. केके वर्मा पूर्व डीन, डॉ. अखिलेश शर्मा, डॉ. एसके यादव, डॉ. सूरज सिंह, डॉ. बीके भारद्वाज, डॉ. अर्जून सिंह, डॉ. आशीष निगम, डॉ. राजेश त्रिपाठी, डॉ. आलोक मिश्रा, डॉ. तपन दत्ता, डॉ. रेड्डी सहित महत्तवपूर्ण हस्तियां इस संगोष्ठी में भाग लेंगे।

श्री गिरोलकर ने बताया कि इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नीता डुमरे(हॉकी), सबा अंजुम(हॉकी) एवं किरण अग्रवाल (शतरंज) उपस्थित रहेंगी। इस संगोष्ठी में शारीरिक शिक्षा तथा खेलकूद से संबंधित विभिन्न आयामों पर विद्वान विशेषज्ञों द्वारा पेपर पढ़े जाएंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय द्वारा एक सोविनियर का भी प्रकाशन किया जा रहा है।

सोमवार, 25 जनवरी 2010

जेसीबी भिलाई ब्रदर्स जीता

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में आज पहले ही मैच में प्रदेश के पहले पेशेवर क्लब जेसीबी भिलाई ब्रदर्स ने लाजवाब खेल दिखाते हुए यंग स्टार क्लब मुबंई का े३-१ से मात देकर स्पर्धा से बाहर कर दिया। जेसीबी टीम का खेल देखकर दर्शक भी रोमांचित हो गए। रविवार होने की वजह से मैदान में भीड़ भी काफी थी। दूसरे मैच में सिटी क्लब गोंदिया ने एसएमएस क्लब रायपुर को २-० से मात दी।

लाखेनगर के मैदान में पहला मैच सिटी क्लब गोंदिया और एसएमएस क्लब रायपुर के बीच खेला गया। इस मैच में मुकाबला पूरी तरह से एकतफा रहा। गोंदिया के सामने रायपुर की टीम ठहर ही नहीं सकी। वैसे पहले हॉफ में जरूर रायपुर की टीम ने गोल बचाने में सफलता प्राप्त की, लेकिन दूसरे हॉफ में रायपुर का खेल पूरी तरह से बिखरा गया और उसकी रक्षापंक्ति को मात देकर चिंटू राघेड़ ने मैच का पहला गोल करके अपनी टीम को १-० से आगे कर दिया। यह गोल मैच के ५३वें मिनट में हुआ। इसके दो मिनट बाद ही गोलू आरसील ने मैच का दूसरा गोल किया। इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका और गोंदिया ने मैच २-० से जीतकर रायपुर को बाहर कर दिया।

स्पर्धा में आज का दूसरा मैच छत्तीसगढ़ की पहली पेशेवर टीम जेसीबी भिलाई ब्रदर्स और यंग स्टर क्लब मुंबई के बीच खेला गया। इस मैच को देखने के लिए काफी दर्शक आए थे। जेसीबी की टीम से जहां दो नाइजीरियन खिलाड़ी खेल रहे थे, वहीं इस टीम में देश के कई राज्यों के नामी खिालड़ी भी खेल रहे हैं। ऐसे में यह मैच जिसके रोमांचक होने की उम्मीद थी, वह एकतरफा साबित हुआ। जेसीबी के सामने मुंबई के खिलाड़ी ठहर ही नहीं सके और मैच आसानी से हार गए। मैच में पहला गोल खेल के दसवें मिनट में नाइजीरियन खिलाड़ी एरीक ने किया। पहले हॉफ में एक और गोल सिद्दीक ने दागा। यह गोल खेल के २३वें मिनट में किया गया।

पहला हॉफ पूरी तरह से जेसीबी के नाम रहने के बाद दूसरे हॉफ में भी प्रारंभ से ही जेसीबी के खिलाडिय़ों ने हमले बोले जिसके फलस्वरूप फिर से एरीक ने एक गोल दाग दिया। एरीक का खेल देखकर दर्शक बहुत ज्यादा रोमांचित रहे। एरीक ने हर स्पर्धा में अपनी टीम के लिए गोल किए हैं। मैच में मुंबई के लिए एक गोल सिद्धार्थ ने खेल के ६२वें मिनट में किया। इसके बाद मुंबई के खिलाडिय़ों ने और गोल करने के लिए प्रयास किए, पर उसके खिलाड़ी जेसीबी की तगड़ी रक्षापंक्ति को भेद नहीं सके। इस मैच में सांसद चरणदास महंत मौजूद थे। संतोष दुबे ने बताया कि स्पर्धा में कल एक मैच मैच अहमदाबाद और नागपुर ब्लूज के बीच खेला जाएगा।

१००० क्रीड़ाश्री को दिया जाएगा प्रशिक्षण

प्रदेश का खेल एवं युवा कल्याण विभाग प्रदेश ने एक हजार गांवों के क्रीड़ाश्री को राजधानी में प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहा है। राजधानी में होने वाले इस शिविर के लिए स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम को चुना गया है। वहां पर अगले माह कई चरणों में यह आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ केन्द्र सरकार की पायका योजना के पहले चरण में प्रदेश के एक हजार गांवों को खेलों से जोड़ा जा रहा है।
केन्द्र सरकार की योजना पायका में देश के हर राज्य के सभी गांवों को खेलों से जोडऩे की पहल की गई है। इस योजना में हर राज्य से पहले चरण में १० प्रतिशत गांवों को खेलों से जोड़ा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में पहले साल में इस योजना के लिए करीब एक हजार गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में खेलों के विकास के लिए केन्द्र सरकार से करोड़ों की राशि भी मिली है। इन राशि में हर गांव के क्रीड़ाश्री के लिए भी मानदेय रखा गया है।

पहले चरण में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने राज्य के सभी जिलों के चिन्हित गांवों में क्रीड़ाश्री भी तय कर दिए हैं। अब इन क्रीड़ाश्री का काम क्या होगा, इनको गांवों में खेलों के विकास के लिए क्या करना है, इसके लिए इनको प्रशिक्षण देने की योजना खेल विभाग ने बनाई है। इस योजना के बारे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि हर गांवों में जो क्रीड़ाश्री बनाए गए हैं, वे ऐसे लोग हैं जिनका जुड़ाव खेलों से है। ज्यादातर गांवों के खेल शिक्षकों के साथ खेल संघों से जुड़े लोग या फिर नए या पुराने खिलाडिय़ों को क्रीड़ाश्री बनाया गया है। ऐसे लोगों का चयन इसलिए किया गया है ताकि ये खेलों के विकास में अहम भूमिका निभा सके। इसी के साथ एक बात यह भी है कि क्रीड़ाश्री का मानदेय बहुत कम है ऐसे में खेलों से जुड़े लोग ही खेलों के विकास में गंभीरता से साथ दे सकते हैं।

श्री सिंह ने बताया कि राजधानी में अगले माह होने वाले क्रीड़ाश्री के प्रशिक्षण शिविर की जे योजना है कि उसे कम से कम तीन से पांच चरणों में किया जाए। एक चरण में २०० क्रीड़ाश्री या फिर १००० क्रीड़ाश्री को तीन हिस्सों में बांटकर तीन अलग-अलग दिनों में इसको केन्द्र सरकार द्वारा क्रीड़ाश्री के लिए तय किए कामों के बारे में जानकारी दी जाएगी। श्री सिंह ने पूछने पर बताया कि छत्तीसगढ़ को जहां पहले चरण के लिए केन्द्र सरकार से मदद मिल गई है, वहीं प्रदेश सरकार ने भी इसके लिए बजट दिया है। प्रदेश सरकार का बजट पहले ही मिल गया था। उन्होंने बताया कि क्रीड़ाश्री को मानदेय की राशि देने के लिए जिलों को भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पायका के लिए अगले दो सालों की और योजना बनाकर केन्द्र सरकार को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए स्पोट्र्स काम्पलेक्स का आउटडोर स्टेडियम उपयुक्त स्थान है। यहां पर क्रीड़ाश्री को ठहराने की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि वे आउटडोर स्टेडियम का निरीक्षण भी कर चुके हैं, इससे ज्यादा उपयुक्त स्थान और कोई राजधानी में नजर नहीं आता है।

रविवार, 24 जनवरी 2010

साई सेंटर कामनवेल्थ के चक्कर में लटका

प्रदेश की राजधानी रायपुर में खुलने वाले भारतीय खेल प्राधिकरण का साई प्रशिक्षण सेंटर दिल्ली में इस साल होने वाले कामनवेल्थ के चक्कर में लटक गया है। इस सेंटर के लिए जहां नगर निगम ने स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का आउटडोर स्टेडियम पहले ही साई के हवाले कर दिया है, वहीं साई के क्षेत्रीय कार्यालय से यहां सेंटर प्रारंभ करने के लिए दिल्ली पूरी योजना बनाकर भेजी जा चुकी है। दिल्ली से मंजूरी मिलने के बाद ही यहां का सेंटर प्रारंभ करने की बात साई के क्षेत्रीय निदेशक कर रहे हैं। इधर जानकार कहते हैं कि सारा बजट कामनवेल्थ के लिए देने के कारण इस सेंटर का इस साल प्रारंभ होना मुश्किल है। इस सेंटर के प्रारंभ होने का राजधानी के खिलाडिय़ों को बेताबी से इंतजार है।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग की पहल पर राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में साई का सेंटर प्रारंभ करने की पहल पिछले साल ही की गई थी। इस सेंटर को प्रारंभ करने में आई सारी बाधाओं को दूर करने के बाद पिछले साल ही नगर निगम चुनाव के पहले आउटडोर स्टेडियम साई को सौंपने के लिए नगर निगम और साई के बीच एमओयू भी हो चुका है। इस एमओयू के बाद साई के क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल के निदेशक आरके नायडु ने कहा था कि अब जल्द ही इस सेंटर को प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस सेंटर के दिसंबर में प्रारंभ होने की संभावना जताई गई थी। लेकिन अब तक यह प्रारंभ नहीं हो सका है। सेंटर के प्रारंभ न होने का कारण जानने जब साई के निदेशक आरके नायडु से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इस सेंटर के लिए पूरी योजना बनाकर साई के दिल्ली कार्यालय को भेज दी गई है, वहीं से मंजूरी मिलते ही सेंटर प्रारंभ हो जाएगा। इधर जानकारों का कहना है कि भले साई के भोपाल कार्यालय ने दिल्ली को योजना बनाकर भेज दी है, लेकिन दिल्ली में इस साल होने वाले कामनवेल्थ खेलों के कारण इस सेंटर का अभी प्रारंभ होना संभव नहीं है। जानकार बताते हैं कि सारा का सारा बजट कामनवेल्थ खेलों के लिए दे दिया गया है, ऐसे में जबकि बजट ही नहीं है तो सेंटर कैसे प्रारंभ होगा। इस बारे में साई के निदेशक कुछ बोलना नहीं चाह रहे हैं। खेल संचालक जीपी सिंह से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अब हमारे विभाग के हाथ में कुछ नहीं है, अब जो करना है साई को करना है।

रायपुर ने गोंदिया को पीटा

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में आज खेले गए एक मात्र मैच में एसएमएस क्लब रायपुर ने गोंदिया को आसानी से ४-१ से पीट दिया। मैच में पूरी तरह से रायपुर का दबदबा रहा। स्पर्धा में तीसरे दिन दो मैच खेले जाएँगे।
लाखे नगर के मैदान में आज एसएमएस क्लब ने मैच के प्रारंभ से ही ताबड़तोड़ हमले किए। मैच के १७ वें मिनट में रायपुर के लिए पहला गोल राहू ने किया। इसके बाद गोंदिया ने बराबरी पाने के लिए जोर तो पूरा लगाया पर उसके खिलाड़ी रायपुर की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हो सके। इधर रायपुर ने जो फिर से हमले किए उसके फलस्वरूप उसे २५वें मिनट में दूसरा गोल करने का मौका मिल गया। यह गोल रफीक ने किया। पहले हॉफ में रायपुर की टीम २-० से आगे रही।

दूसरे हॉफ में गोंदिया के हाथ पहली सफलता तब लगी जब खेल के ५२वें मिनट में करण ने गोल किया। इस गोल के बाद एक बार फिर से गोंदिया के खिलाडिय़ों में उत्साह जागा और टीम ने बराबरी पाने के लिए जीतोड़ मेहनत की, लेकिन सफलता अंतत: उनके हाथ नहीं लगी। दर्शकों के समर्थन में रायपुर की टीम ने इस हॉफ के ६७वें मिनट में तीसरा गोल दागने में सफलता प्राप्त की। यह गोल भी राहू ने किया। मैच का पांचवां और रायपुर का चौथा खेल के ७२वें मिनट में हुआ। इस गोल के बाद कोई गोल नहीं हो सका और रायपुर ने मैच ४-१ से जीतकर अगले चक्र में स्थान बना लिया। अब यहां पर कल उसका मुकाबला गोंदिया की ही एक और टीम सिटी क्लब से होगा। कल दूसरा मैच पहले दिन के पहले मैच की विजेता टीम यंग स्टार क्लब मुंबई का जेसीबी भिलाई बद्रर्स से होगा। भिलाई की इस टीम में पेशेवर खिलाड़ी है और यह टीम प्रदेश की पहली पेशेवर टीम है। इस टीम में दो विदेशी खिलाड़ी भी हैं। इस टीम का मुंबई से होने वाला मैच रोमांचक होने की संभावना है। आज के मैच में तरूण फुटान, कैश अहमद, संतोष कुमार और राहुल मुखर्जी निर्णायक थे।

शनिवार, 23 जनवरी 2010

टाईब्रेकर में जीता मुंबई

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल के पहले ही मैच में रोमांचक और कांटे का मुकाबला हुआ। इस मैच में यंग स्टार क्लब मुंबई ने टाईब्रेकर में सुरजीत क्लब भूसावल को ५-३ से मात दी। निर्धारित समय तक मुकाबला दो-दो से बराबर था।

लाखे नगर के मैदान में आज से प्रारंभ हुई स्पर्धा में एकमात्र मैच यंग स्टार क्लब मुंबई और सुरजीत क्लब भूसावल के बीच खेला गया। इस मैच में पहले हॉफ में मुंबई का दबदबा रहा। मैच के ८वें मिनट में ही इमैनवल ने गोल करके अपनी टीम को १-० की बढ़त दिला दी। इसके चार मिनट बाद ही श्याम ने गोल करके इस बढ़त को २-० कर दिया। दो गोल खाने के बाद भूसावल ने बराबरी पाने के लिए पूरी ताकत लगा दी। मैच के २५वें मिनट में अजरीया ने गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। पहले हॉफ में मुंबई की टीम २-१ से आगे थी।

दूसरे हॉफ में भूसावल ने मैच के प्रारंभ से ही बराबरी पाने के लिए हमले किए। इसके फलस्वरूप टीम को खेल के ५२वें मिनट में तब बराबरी मिल ही गई जब इम्तियाज ने गोल कर दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने गोल करने की कोशिश की, पर किसी को सफलता नहीं मिली और अंत में मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। टाईब्रेकर में मुंबई के लिए आशीष राहुल और कुंदन ने गोल कर दिए, जबकि भूसावल के लिए एक मात्र गोल गिरीगेर ही कर सके। फरगुस, इम्तियाज और दिनेश गोल नहीं कर सके और इनके शाट्स बाहर चले गए।

मैदान बनाने में करेंगे मदद: महापौर

स्पर्धा के उद्घाटन कार्यक्रम की मुख्यअतिथि महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि नगर निगम लाखेनगर के इस मैदान को बनाने में पूरी मदद करेगा। जैसे ही हिन्द स्पोर्टिंग एसोसिएशन का प्रस्ताव आएगा, इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे और जो संभव होगी मदद की जाएगी। महापौर ने दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे के साथ महासचिव आशीष दीवान सहित एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ सेफा में

राष्ट्रीय जूनियर बास्केटबॉल में छत्तीसगढ़ की दोनों टीमें सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। इंदौर में चल रही स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हए बालिका टीम के कोच राजेश पटेल ने बताया कि बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ ने एपी को १७-४९ से मात दी। इस मैच में छत्तीसगढ़ के लिए एल. दीपा ने २०, कविता ने २८, अरूणा किंडो ने १६, रंजीता कौर े ११, संगीता मंडल ने १३ एवं शालिनी श्रीवास्तव ने ८ अंक बनाए। अब छत्तीसगढ़ का सेमीफाइनल में तमिलनाडु से मुकाबला होगा।
बालक वर्ग में छत्तीसगढ़ ने कर्नाटक को ८२-५६ से हराया। इस मैच में अजय प्रताप सिंह ने २४, श्याम सुंगर ने २०, सुजीत कुमार ने १८ और समीर राय ने १० अंक बनाए।

साठ खिलाडिय़ों की बनाई गई चार टीमें

बीसीसीआई के टैंलेंट सर्च प्रोग्राम के तहत छत्तीसगढ़ के अंडर-१४ खिलाडिय़ों का चयन ट्रायल हुआ जिसमें ६० खिलाडिय़ों का चयन किया गया है चयनित खिलाडिय़ों की चार टीमें तैयार की गई है।
यह जानकारी स्टेट क्रिकेट संघ के सचिव राजेश दवे ने दी। उन्होंने बताया कि टैलेंट सर्च प्रोग्राम के तहत चार जोन तैयार किये गये थे जिनमें रायपुर,जगदलपुर,बिलासपुर और अंबिकापुर जोन शामिल थे इन जोन में जाकर चयनकर्ता गोपाल राव और मेहमूद हसन ने दौरा कर वहां खिलाडिय़ों का चयन किया और उसके बादअंतिम ६० खिलाडिय़ों का चयन रायपुर के डब्लूआरएस मैदान में खिलाडिय़ों के प्रदर्शन के आधार पर किया गया। राजेश दवे ने बताया कि चयनित ६० खिलाडिय़ों की चार टीमें बनाई गई हैं जो आपस में लीग मैच खेलेगी। लीग मैचों की शुरूआत २७ जनवरी से होगी और २९ जनवरी तक लीग मैच पूरे हो जायेगें। इसके बाद दो दिवसीय फायनल ३१ जनवरी व १ फरवरी को खेला जायेगा। लीग मैच रायपुर व भिलाई में खेले जायेगें जबकि दो दिवसीय फायनल मैच रायपुर के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जायेगा। इन मैचों की समाप्ती के २५ खिलाडियों का चयन किया जायेगा जिनका प्रशिक्षण शिविर अप्रैल माह में रायपुर में आयोजित किया गया है।
पूर्वी क्षेत्र- योगेश अग्रवाल, इरफान मोह?मद, साईबाज, अभिषेक यादव, अक्षय पाठक, रनदीप चावला, राहुल बोर्डे बिलासपुर, राहुल गुप्ता, दिलीप सोनवानी, सामुल खेर सरगुजा, कुनाल सलूजा, अविनाश क्रिस्टोफर, आयूष शर्मा कोरबा, एस। खान दुर्ग विकेट कीपर।

उत्तरी क्षेत्र- कनसल शुभम, मुकुल सिंह, सिद्धार्थ नायडू, निशेखर श्रीवास्तव विकेट कीपर, आकाश सक्सेना, मृणाल मुखर्जी, एम।डी. साहिद, महिपाल, विपिन, शैल तामसिल रायपुर, गुलशन टंडन, मनीष दुबे, यशवर्धन उमेक, अनुराग सिंह भिलाई, एस. जायसवाल सरगुजा।

दक्षिणी क्षेत्र- सत्यम शर्मा, शाहरूख रिजवी, अजय मदानी, सिद्धार्थ अग्रवाल, हिमांशु ङाा, षभ विकेट कीपर रजनांदगांव, हर्ष शर्मा, अंकित मिश्रा, शुभम खेड़बे दुर्ग, बुरहान खान, हिमांशू नेताम, अभिजीत सील जगदलपुर, देवाशिष तिग्गा विकेट कीपर, अंकित दुबे रायपुर।

पश्चिमी क्षेत्र- वेदांत वैष्णव, अमनदीप खरे, भूपेंदर खरे, अनूज गुप्ता, संगीत देसाई, अंकुश तिवारी, मीत पटेल, आर. कार्तिक भिलाई इस्पात संयंत्र, जेसल गोयल, ताहूजी, प्रखर अग्रवाल, नंदन जोशी विकेट कीपर दुर्ग, विजेश नायर भिलाई, नीतेश सिंह सरगुजा।

रायपुर में २१ फरवरी से आमंत्रण स्पर्धा

प्रदेश की राजधानी रायपुर में अखिल भारतीय आमंत्रण वालीबॉल स्पर्धा का आयोजन किया गया है। स्पर्धा में देश की कई नामी टीमें खेलने आएंगी। इनमें ईस्ट कोस्ट रेलवे विशाखापट्नम, एक्सलेंसी हास्टल तमिलनाडु, नागपुर जिला, गोहावटी, रेलवे खुर्दा उड़ीसा, जिंदल स्टील जबलपुर की टीमें शामिल हैं। यह जानकारी देते हुए आयोजन समिति के नितिन पांडेय ने बताया कि पहली बार इस तरह की स्पर्धा का आयोजन मलेरिया मैदान में २१ से २४ फरवरी तक किया गया है। स्पर्धा के सफल आयोजन के लिए एक समिति बनाई गई है। इसमें सतेन्द्र पांडेय को अध्यक्ष, विमल नायर, अजीत कुट्टन, श्रीनिवास नायर, सुरेश सिंह को उपाध्यक्ष, स्वप्निश पाठक, तेजबीर सिंह, विनय श्रीवास्तव को सहसचिव और दीपक प्रधान को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।

४० टीमों के बीच होगा मुकाबला

राष्ट्रीय यूथ वालीबॉल का आयेजन भिलाई में २९ जनवरी से किया गया है। इस स्पर्धा में मेजबन छत्तीसगढ़ सहित कुल ४० टीमों के बीच खिताब के लिए मुकाबला होगा।

यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के महासचिव मो। अकरम खान ने बताया कि प्रदेश संघ के साथ भिलाई स्टील प्लांट की संयुक्त मेजबानी में २९ जनवरी से ४ फरवरी तक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा में बालक वर्ग में २२ और बालिका वर्ग में १८ टीमें खेलने आएंगी। वैसे तो स्पर्धा का प्रारंभ २८ जनवरी से होगा, लेकिन मुकाबले २९ जनवरी से प्रारंभ होंगे। २८ जनवरी के दिन सभी टीमों के खिलाडिय़ों का मेडिकल टेस्ट होगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि सभी मैच भिलाई के पंत स्टेडियम में होंगे। यहां पर तीन मैदान पहले से है। एक और मैदान बनाया गया है। मैच फ्लड लाइट में भी खेले जाएंगे। उन्होंने पूछने पर छत्तीसगढ़ की बालिका टीम यूं तो पिछले साल सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन इस बार बालिका टीम से ज्यादा उम्मीद बालकों की टीम से है। दोनों टीमों का प्रशिक्षण शिविर भिलाई में १८ जनवरी से चल रहा है।

शुक्रवार, 22 जनवरी 2010

छत्तीसगढ़ को साफ्टबॉल में कांस्य

राष्ट्रीय वेस्ट जोन साफ्टबॉल में छत्तीसगढ़ ने पहली बार कांस्य पदक जीता। यह स्पर्धा १८ से २० जनवरी तक इलाबाबाद में खेली गई। इसके बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के ओपी शर्मा ने बताया कि कि छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम सेमीफाइनल में मप्र से मात खा गई। यहां पर उसे १-३ से हार मिली। इसके बाद कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में छत्तीसगढ़ ने राजस्थान को १३-४ से मात देकर कांस्य पदक जीता। प्रदेश की इस सीनियर टीम में टीएन रेड्डी के साथ प्रवेश जोशी, अमित वरू, प्रदीप साहू, मनोज धतृलहरे, जगमोगन दास, भपेन्द्र साहू, धर्मेन्द्र कुमार, हर्जित श्रीवास, सियाराम पटेल, सीबील ध्रुव शामिल थे। टीम के कोच दुर्ग के सजेश बोहरकर एवं मैनेजर चन्द्रशेखर पुरी गोस्वामी थे। टीम के रायपुर लौटने पर टीम का स्टेशन में जोरदार स्वागत किया गया।

प्रदेश की टीमें कल जाँएगी औरंगाबाद

राष्ट्रीय अंतर शालेय चैंपियनशिप में खेलने के लिए प्रदेश की टीमें यहां से २३ जनवरी को औरंगाबांद के लिए रवाना होंगी। वहां पर ६ खेलों की स्पर्धा होंगी।

भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस स्पर्धा के लिए प्रदेश की टीमें तय कर दी गई हैं। इन टीमों में टेबल टेनिस में संजय जायसवाल, सूर्यदत्त पांडे, अनुराग अग्रहनी, अमित शर्मा, सृष्टि तिवारी, रेणुका साहू, साक्षी वर्मा। भारोत्तोलन में सरला साहू, प्रियंका, मनीषा रामटेके, कोमल गुप्ता, पूर्णिमा साहू, अनिल कुमार, सचिन महोबिया, जगदीश लोहार, कुलेश्वर, मोहसिन खावन, लक्की मरकाम, महेश खेलवार। कुश्ती रक्षा ओङाा, बरखा नेवारे, रूपाली, संतोषी चन्द्राकर, नीलम साहू, माया यादव, पायल यादव, पुनम साहू, संगीता मरावी, प्रभात भोयर, रूपेन्द्र साहू, गजाधर यादव, सुभम सोनकर, डोमेन्द्र निषाद, दीपक कुमा, अर्जुन शर्मा, विजेन्द्र पाल, अभय यादव, वालीबॉल बालक पुष्पेन्द्र नायक, जोतराम पाव, चंदन मानिकपुरी, नंद किशोर, सुरेश, खगेश्वर, दयानंद साहू, जितेन्द्र साहू प्रमोद साहू, दुर्गेश पांडेय।

बालिका टीम रबीरताती, प्रमिला, बेलवानी, गसनी, कमला, तुलेश्वरी, रश्मि पटेल, जयमनी। फुटबॉल बालक राशिम खलको, अनमोल तिग्गा, दुगेन ङ्क्षमंज, रंजीता तिर्की, अकलेश तिर्की, संदीप तिर्की, प्रीतम टोपो, संतीश बेक, अंकित मिंज, निदश टोपो, उदल एक्का, प्रवीण कुजूर, सत्यवान।

बालिका टीम नीतू टोपो, कलिस्ता कुजूर, अनुपरा तिर्की, आरती टोपो, प्रांसुप्रिय धनसोज, रीतू खलको, ममता, अन्ना मिंज, संजीता कुजूर, पूनप लकरा, पुष्पिका लकरा, शकुंतला एक्का, अल्पना किंडो एवं रेनुका खलको शामिल हैं।

दो लाख की इनामी फुटबॉल स्पर्धा आज से

प्रदेश की राजधानी रायपुर में २२ जनवरी से प्रारंभ होने वाली दो लाख की इनामी हिन्द स्पोर्टिंग अखिल भारतीय फुटबॉल स्पर्धा के लिए मैदान सज कर पूरी तरह से तैयार हो गया है। अब कल से यहां पर फुटबॉल का घमासान होगा। पहले दिन उद्घाटन समारोह के बाद सेंट्रल रेलवे भूसावल और यंग स्टार मुंबई के बीच मैच खेला जाएगा।
राजधानी रायपुर में एक अखिल भारतीय फुटबॉल स्पर्धा के समाप्त होने के बाद अब दूसरी स्पर्धा प्रारंभ होने वाली है। यह स्पर्धा जो हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा आयोजित की जातीहै इसमें इस दो लाख की इनामी राशि वाली दी जाएगी। इस स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की ८ टीमों सहित देश की कुल दो दर्जन नामी टीमें खेलेंगी। स्पर्धा की आज दिन भर लाखेनगर के मैदान में तैयारी चलती रही। मैदानों को पूरी तरह से संवार दिया गया है। एक दिन पहले तक जहां पर स्पर्धा होनी है, वह मैदान उजाड़ था, पर आज मैदान चकाचक हो गया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि हमारी संस्था राज्य में फुटबॉल के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। हमारा संघ अखिल भारतीय फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन तब से कर रहा है जब देश आजाद नहीं हुआ था। हमारा संघ १०० सल पुराना है। हमारा यह आयोजन ६९वां आयोजन है। इस बार आयोजन को और ज्यादा रोमांचक बनाने के लिए दो लाख की इनामी राशि रखी गई है। विजेता टीम को एक लाख की नकद राशि दी जाएगी। उपविजेता के लिए ५० हजार, तीसरे स्थान की टीम के लिए ३० हजार और चौैथे स्थान पर रहने वाली टीम के लिए २० हजार की नकद राशि रखी गई है। पिछले साल रेलवे बिलासपुर की टीम विजेता और नागपुर ब्लूज नागपुर की टीम उपविजेता बनी थी। इन्होंने बताया कि अगर इस साल आयोजन ठीक रहा तो अगले साल इनाम राशि को पांच लाख किया जा सकता है।
संतोष दुबे ने बताया कि इस बार स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की ८ टीमों को जिसमें रायपुर के साथ बिलासपुर, कोरिया और भिलाई शामिल हैं, उनको प्रवेश दिया गया है। छत्तीसगढ़ की पहली पेशेवर टीम जेसीबी बद्रर्स भिलाई की टीम भी खेलेगी। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में खेलने वाली नामी टीमों में साई गोवा, सिग्नल गोवा, सेंट्रल रेलवे मुंबई, डीएलडब्ल्यू वाराणसी, जूनियर आर्मी कोलकाता, टाटा स्टील के साथ पूणे फुटबॉल क्लब की टीमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में तीन स्वर्ण पदक भी दिए जाएंगे।
स्पर्धा का उद्घाटन २२ जनवरी को दोपहर १.३० बजे नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत करेंगे। कार्यक्रम में महापौर किरणमयी नायक विशेष अतिथि होंगी। उद्घाटन के बाद पहला मैच सेंट्रल रेलवे भूसावल और यंग स्टार क्लब मुंबई के बीच खेला जाएगा।

फाइनल मुकाबले आज

ओपी जिंदल मेमोरियल अखिल भारतीय आमंत्रण कबड्डी चैम्पियनशिप में आज खेले गए मैचों के बाद अब अंतिम मुकाबले की घड़ी आ गई है। फाइनल मैच २२ जनवरी को खेला जाएगा। मैचों के बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा।

रायगढ़ के ओपी जिंदल स्कूल परिसर में खेली जा रही प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में ९ राज्यों की १४ और महिला वर्ग में ६ राज्य की १० टीमें खेलने आई है। पुरुष वर्ग में दूसरे दिन खेले खेले गए मैचों में उत्तरप्रदेश (३६) ने मध्यप्रदेश (८) को २४ अंकों से हराया। कोरबा (३१) ने तमनार (१८) को २३ अंकों से हराया। बैंक आफ बड़ौदा (३१) ने बिलासपुर (९) को ८ अंकों से हराया। साइं सेंटर गुजरात (५१) ने जेएसपीएल (२०) को ३० अंकों से हराया। हरियाणा (३७) ने जांजगीर (१३) को २४ अंकों से हराया। रायगढ़ (११) ने उत्तरांचल (४६) को ३५ अंकों के अंतर से हराया। कोरबा (६२) ने चंडीगढ़ (५) को ५७ अंकों के अंतर से शानदार ढंग से हराया। बैंक आफ बड़ौदा (२४) ने ङाारखण्ड (१८) को ६ अंकों से हराया।

महिला वर्ग के मैचों में पुणे (७०) ने रायगढ़ (३१) को ४९ अंकों के अंतर से हराया। कोरबा (६१) ने मध्यप्रदेश (१५) को ४६ अंकों से हराया। पुणे (६०) ने जांजगीर (२२) को ३८ अंकों से हराया। पश्चिम बंगाल (६५) ने मध्यप्रदेश (११) को ५४ अंकों से हराया। कोरबा (२७) ने हरियाणा (२६) को १ अंक के अंतर से हराया। पुणे (४२) ने ङाारखण्ड (१४) को २८ अंकों से हराया। जांजगीर (४०) ने रायगढ़ (३८) को २ अंकों से हराया।

अन्य मैचों में छत्तीसगढ़ पुलिस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ङाारखण्ड की टीम को ६२-२४ अंकों से हराया। दोनों ही टीमों ने शानदार खेल प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने रायगढ़ को ६६-२० अंकों से हराया। ङाारखण्ड की टीम ने जांजगीर को ३५-३१ अंकों से हराया। अंतिम मैच पश्चिम बंगाल और हरियाणा के मध्य हुआ, जिसमें पश्चिम बंगाल ने हरियाणा को ३६-१६ अंकों से हराया।

महिला वर्ग में १० टीम हिस्सा ले रही हैं। प्रतिभागी टीमों में पुणे (महाराष्ट्र), पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ पुलिस, रायगढ़, जांजगीर, भिलाई, ङाारखण्ड, कोरबा, हरियाणा और मध्यप्रदेश शामिल हैं। पुरुष वर्ग में ९ राज्यों की टीमें हिस्सा लेने आई हैं। प्रतिभागी टीमों में छत्तीसगढ़ (रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर, कोरबा, तमनार, जेएसपीएल), मध्यप्रदेश, उत्तरांचल, हरियाणा, गुजरात (साईं सेंटर गुजरात), ङाारखण्ड, बैंक आफ महाराष्ट्र (महाराष्ट्र), चंडीगढ़ एवं पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

गुरुवार, 21 जनवरी 2010

हरियाणा ने जिंदल स्टील को हराया।



4 दिनों तक चलने वाला ओपी जिंदल मेमोरियल अखिल भारतीय आमंत्रण कबड्डी चैम्पियनशिप 2010 रायगढ़ के ओपी जिंदल स्कूल परिसर में खेला जा रहा है। प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 9 राज्यों की 14 और महिला वर्ग में 6 राज्य की 10 टीमें खेलने आई है।


पुरुष वर्ग के परिणाम- उद्घाटन मैच के उपरान्त पुरुष वर्ग में 4 मैच खेल गए। उद्घाटन मैच के अंतर्गत पुरुष वर्ग में हरियाणा की टीम ने जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड को 55-14 अंकों से हराया। विजेता टीम शुरू से ही दबाव बनाए हुए थी। उसने शानदार खेल प्रदर्शन कर दर्शक दीर्घा में रोमांच अंत तक बनाए रखा। पुरुष वर्ग मैचों की श्रंृखला में झारखण्ड (19) को बिलासपुर (25) ने 6 अंकों के अंतर से हराया। पश्चिम बंगाल (60) ने चंडीगढ़ (12) को 48 से हराया। साईं सेंटर गांधीनगर गुजरात की टीम (46) ने जांजगीर-छग (14) को 32 अंकों के अंतर से हराया। इसी तरह पश्चिम बंगाल (45) ने तमनार-छग (10) को 35 अंकों से हराया।


महिला वर्ग के परिणाम- उद्घाटन मैच के अंतर्गत महिला वर्ग में छत्तीसगढ़ पुलिस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए झारखण्ड की टीम को 62-24 अंकों से हराया। दोनों ही टीमों ने शानदार खेल प्रदर्शन किया। इसके बाद महिला वर्ग में भी 4 मैच खेले गए। उद्घाटन के उपरान्त महिला वर्ग का पहला मैच हरियाणा और भिलाई के मध्य खेला गया, जिसमें हरियाणा ने भिलाई को 39-21 अंकों से हराया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने रायगढ़ को 66-20 अंकों से हराया। झारखण्ड की टीम ने जांजगीर छग को 35-31 अंकों से हराया। महिला वर्ग में पहले दिन का अंतिम मैच पश्चिम बंगाल और हरियाणा के मध्य हुआ, जिसमें पश्चिम बंगाल ने हरियाणा को 36-16 अंकों से हराया।


प्रतिभागी टीम: महिला वर्ग में छह राज्यों की 10 टीम हिस्सा ले रही हैं। प्रतिभागी टीमों में पुणे (महाराष्ट्र), पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ पुलिस, रायगढ़, जांजगीर, भिलाई, झारखण्ड, कोरबा, हरियाणा और मध्यप्रदेश शामिल हैं। पुरुष वर्ग में 9 राज्यों की टीमें हिस्सा लेने आई हैं। प्रतिभागी टीमों में छत्तीसगढ़ (रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर, कोरबा, तमनार, जेएसपीएल), मध्यप्रदेश, उत्तरांचल, हरियाणा, गुजरात (साईं सेंटर गुजरात), झारखण्ड, बैंक आफ महाराष्ट्र (महाराष्ट्र), चंडीगढ़ एवं पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

पंकज विक्रम पुरस्कार वाले भी बनेंगे उत्कृष्ट खिलाड़ी

मुख्यमंत्री की घोषणा की डेढ़ साल बाद याद आई खेल विभाग को
प्रदेश के खेल पुरस्कार पंकज विक्रम से सम्मानित खिलाडिय़ों के लिए एक बड़ी खबर यह है कि अब वे भी उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने के पात्र हो गए हैं। वैसे तो उनको मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की घोषणा के बाद से ही उत्कृष्ट खिलाड़ी बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जानी थी, पर खेल विभाग ने इस दिशा में ध्यान ही नहीं दिया और जब इस मामले में हरिभूमि ने खेल विभाग से जानकारी चाही तो बताया गया कि सामान्य प्रसाशन को एक पत्र भेजा जा रहा है कि पंकज विक्रम पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी भी उत्कृष्ट खिलाड़ी के पात्र होंगे। वैसे उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के नियम के हिसाब से पंकज विक्रम पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी उत्कृष्ट खिलाड़ी के पात्र हैं, पर इसके बारे में स्थिति को स्पष्ट करना ही शेष है।
प्रदेश के खेल पुरस्कारों से खिलाडिय़ों को सम्मानित करने के लिए २९ अगस्त २००८ को जब रविशंकर शुक्ल सभागृह में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था तो इस समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा की थी कि राज्य के पंकज विक्रम पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाडिय़ों को भी उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जाएगा। जिस समय मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की थी, उस समय इस घोषणा पर यह कहते हुए खेल विभाग ने अमल नहीं किया था कि उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए आवेदन मंगवाएं जा चुके थे, ऐेसे में कुछ नहीं हो सकता था। लेकिन अब जबकि खेल विभाग ने फिर से उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं तो इस बार भी इसमें इस बात का कहीं भी उल्लेख नहीं है कि पंकज विक्रम पुरस्कार वाले खिलाड़ी भी उत्कृष्ट खिलाड़ी बन सकते हैं। इस बारे में कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने जब ध्यान दिलाया तो इस दिशा में पहल करते हुए सारे मामले के बारे में जानने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह से संपर्क किया। उन्होंने पहले तो यह कहा कि उनकी जानकारी में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की ऐेसी कोई घोषणा नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कोई घोषणा करते हैं तो उनकी जानकारी जिले के जिलाधीश रखते हैं और उसके लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा जाता है। जब खेल संलाचक से कहा गया कि मुख्यमंत्री के राजधानी के कार्यक्रमों में तो जिलाधीश नहीं रहते हैं, ऐसे में जबकि खेल विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी तो क्या खेल विभाग ने इस बारे में कोई पत्र नहीं लिखा है। ऐसे में खेल संचालक ने कहा कि उनके पास तो इस संबंध में कोई जानकारी इसलिए भी नहीं है कि जब मुख्यमंत्री ने ऐसी कोई घोषणा अगर की भी थी तो वे उस समय वे खेल संचालक नहीं थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उप खेल संचालक ओपी शर्मा ही कुछ बता सकते हैं।

सामान्य प्रशासन को पत्र भेज रहे हैं

मुख्यमंत्री की घोषणा के बारे में जब उप खेल संचालक ओपी शर्मा से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि ऐसी घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी, लेकिन उस समय इस घोषणा पर अमल इसलिए संभव नहीं था क्योंकि उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी थी। ऐसे में इसका पालन अगले सत्र में होना था इसलिए इस पर विभाग ने ध्यान नहीं दिया। अब सामान्य प्रशासन को पत्र भेजा जा रहा है। इस पत्र में बस यही लिखा जा रहा है कि पंकज विक्रम पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी भी उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए पात्र होंगे। श्री शर्मा ने स्पष्ट करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के नियमों में किसी बदलाव की जरूरत नहीं थी इसी वजह से तत्काल इस दिशा में पहल जरूरी नहीं थी। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के जो नियम बने हैं उन नियमों में यह बात पहले से है कि जिन भी खिलाडिय़ों को सीनियर वर्ग के लिए राज्य का पुरस्कार मिलेगा, वे खिलाड़ी उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए के लिए पात्र होंगे। पंकज विक्रम पुरस्कार भी सीनियर वर्ग के खिलाडिय़ों के लिए है।

आवेदन से पहले स्थिति स्पष्ट करनी थी

इधर खेल संघों से जुड़े लोगों का कहना है कि खेल विभाग ने इस बार जब उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए आवेदन मंगवाएं हैं तो इसमें इस बात का कहीं उल्लेख नहीं है कि पंकज विक्रम पुरस्कार वाले भी पात्र हैं। प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष और प्रदेश वालीबॉल संघ के महासचिव मो। अकरम खान का कहना है कि जिन खिलाडिय़ों के सामने स्थिति स्पष्ट नहीं है वे कैसे आवेदन कर सकते हंै। उन्होंने बताया कि हमारे खेल के दो खिलाडिय़ों को पंकज विक्रम पुरस्कार मिला है, हमने तो इन खिलाडिय़ों के आवेदन मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाले देते हुए भरवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि उन सभी खिलाडिय़ों को आवेदन करने चाहिए जिनको पंकज विक्रम पुरस्कार मिले हैं।

खिलाड़ी आवेदन करें: सिंह

खेल संचालक जीपी सिंह से जब उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के आवेदन में इस बात का उल्लेख न होने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि भले आवेदन के लिए दिए गए विज्ञापन में स्पष्ट नहीं है कि पंकज विक्रम पुरस्कार वाले आवेदन कर सकते हैं, लेकिन जब नियमों में ऐसा लिखा है कि राज्य के सीनियर वर्ग के पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी पात्र होंगे तो खिलाड़ी आवेदन करें उनके आवेदन मान्य होंगे।

फाइव ए साइड फुटबॉल होगी प्रदेश में

प्रदेश में अब बहुत जल्द फाइव ए साइड फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन ब्लाक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक होगा। भारतीय फुटबॉल संघ के साथ विश्व फुटबॉल संघ से मान्य इस स्पर्धा को प्रदेश में प्रारंभ करने का जिम्मा राजधानी की शेरा क्रीड़ा समिति ने उठाया है।

जानकारी देते हुए शेरा क्रीड़ा समिति के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि उनको जब इस स्पर्धा के बारे में जानकारी लगी तो वे इसकी पूरी जानकारी लेने के लिए नागपुर गए। वहां से इस स्पर्धा के बारे में सारी जानकारी लेकर वे आए हैं। उन्होंने बताया कि इस स्पर्धा में ५-५ खिलाड़ी खेलते हैं और मैदान हैंडबॉल के मैदान जितना रहता है। इसके नियम में अलग है। अभी नियमों का पूरा अध्यन किया जाएगा। इसकी सीडी लेकर आए हैं। उन्होंने बताया कि इस स्पर्धा में दो रेफरी मैदान में और एक टेबल में रहते हैं। इसमें लाइनमैन की जरूरत नहीं होती है। उन्हेोंने पूछने पर बताया कि स्पर्धा को सबसे पहले रायपु जिले में प्रारंभ किया जा रहा है। जिले के सभी १५ ब्लाकों में आयोजन किया जाएगा इसके बाद जिला स्तर का आयोजन होगा। इस आयोजन में हर ब्लाक की दो-दो टीमों को शामिल किया जाएगा।

रायपुर के साथ प्रदेश के बाकी जिलों में भी इसके आयोजन का जिम्मा जिला फुटबॉल संघ को दिया जाएगा। वहां आयोजन होने के बाद जब राज्य स्तर का आयोजन होगा तो इस आयोजन में प्रदेश की करीब १०० टीमों को शामिल किया जाएगा। राज्य स्तर का आयोजन मई में और ब्लाक से लेकर जिलों का आयोजन मार्च में परीक्षाओं के बाद किया जाएगा। उन्होंने पूछने पर बताया कि स्पर्धा अंडर १६, १९ और सीनियर वर्ग में महिला तथा पुरुषों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि यह स्पर्धा देश के कई राज्यों में हो रही है। इसके बाद राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन भारतीय फुटबॉल संघ करेगा।

बुधवार, 20 जनवरी 2010

नेहरू स्वर्ण कप हॉकी की तैयारी प्रारंभ

राजधानी के एथलेटिक क्लब द्वारा आयोजित की जाने वाली नेहरू स्वर्ण कप हॉकी की तैयारी प्रारंभ हो गई है। यह स्पर्धा नेताजी स्टेडियम में १३ फरवरी से होगी। स्पर्धा में शामिल होने वाली टीमों से संपर्क किया जा रहा है।

यह जानकारी देते हुए क्लब के नए सचिव हफीज यजदानी ने बताया कि स्पर्धा के आयोजन के लिए एक बैठक का आयोजन क्लब के अध्यक्ष गजराज पगारिया की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में स्पर्धा को सफल बनाने के लिए देश की ३० नामी टीमों को बुलाने का फैसला किया गया है।
सपर्धा का आयोजन दो चरणों में होगा। पहले चरण में प्रदेश की टीमों के बीच मुकाबला होगा। इस स्पर्धा के बाद अखिल भारतीय स्तर की स्पर्धा होगी। स्पर्धा के स्सफल संचालने के लिए कई समितियां बनाई गई हैं।

श्री यजदानी ने बताया कि स्पर्धा में नामी टीमों को बुलाने के लिए उनसे अभीसे सपंर्क किया जा रहा है। कई टीमें इस समय राजनांदगांव में चल रही सर्वेसरदास हॉकी में खेल रही हैं, उनसे भी संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्पर्धा अच्छी तरह से हो सके इसको ध्यान में रखते हुए अंतरराष्र्टीय स्तर के हॉकी के निर्णायकों का एक पैनल बनाया गया है। इसमें शकील कुरैशी, शेख मुनीर एवं जावेद जैसे निर्णायकों को रखा गया है।

छत्तीसगढ़ जीता

जिंदल मेमोरियल अखिल भारतीय आमंत्रण कबड्डी चैम्पियनशिप के पहले मैच में छत्तीसगढ़ ने जीत से शुरात की। ४ दिनों तक चलने वाली चैम्पियनशिप में मैच ओपी जिंदल स्कूल में तीन मैदानों में खेले जा रहे हैं।

उद्घाटन मैच में हरियाणा की टीम ने जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड को ५५-१४ अंकों से हराया। विजेता टीम शुरू से ही दबाव बनाए हुए थी। उसने शानदार खेल प्रदर्शन कर दर्शक दीर्घा में रोमांच अंत तक बनाए रखा। उद्घाटन मैच के अंतर्गत महिला वर्ग में छत्तीसगढ़ पुलिस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ङाारखण्ड की टीम को ६२-२४ अंकों से हराया। दोनों ही टीमों ने शानदार खेल प्रदर्शन किया।
शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने चैम्पियनशिप का विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता खरसिया विधायक नंदकुमार पटेल ने की। इस अवसर पर जेएसपीएल के एक्जीक्युटिव डायरेक्टर ए।के. मुखर्जी, एक्जीक्युटिव डायरेक्टर (सीमेंट डिवीजन) जीडीएस सोहल, उपस्थित थे।

फेब्रिकेशन शाप) श्री पीएस राणा, कबड्डी फेडरेशन आफ इंडिया के सचिव श्री विपीन कुमार सिंह, जिला अमे योर कबड्डी संघ रायगढ़ के अध्यक्ष श्री रघुवीर वाधवा एवं सचिव राजेश पटनायक विराजमान थे। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि विधान सभा अध्यक्ष श्री धरम लाल कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे प्रदेश में कबड्डी खेल को बढ़ावा देने में ओपी जिंदल मेमोरियल अखिल भारतीय आमंत्रण कबड्डी चैम्पियनशिप एक मील का पत्थर साबित होगी। रायगढ़ संस्कृति और कला का ध्वजवाहक नगर है। यह बहुत ही अ छी बात है कि कबड्डी और इसके खिलाडिय़ों को यहां के लोग ऐसे खेल आयोजनों के माध्यम से संरक्षण प्रदान कर रहे हैं।

सरकार नहीं तो हम बनाएंगे मैदान

हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे ने आज यहां ऐलान किया है कि अगर सरकार लाखे नगर के मैदान को अगले साल तक नहीं बनाएगी तो उसे एसोसिएशन बनाएगा। मैदान को बनाने के लिए एसोसिएशन सक्षम है। मैदान को स्टेडिमय का रूप देने में सात से आठ करोड़ का खर्च आएगा। मैदान का खसरा नंबर सही होने के बाद मैदान के बनाने में आ रही सारी बाधाएं दूर हो गई हैं।

यहां पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री दुबे ने बताया कि यह अंतिम साल है जब हम लोग हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन खराब मैदान पर कर रहे हैं। उम्मीद है कि अगले साल यह मैदान स्टेडियम का रूप ले लेगा। उन्होंने बताया कि मैदान को बनाने की राह में जो सबसे बड़ी बाधा खसरा नंबर के गलत अंकित होने की थी, वह दूर हो चुकी है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानबूङा कर खसरा नंबर गलत लिख दिया था। इस अधिकारी की मनमर्जी के कारण ही परेशानी हो रही थी। इस अधिकारी की मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह से पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री रामविचार नेताम ने भी शिकायत की थी। इस अधिकारी को मुख्यमंत्री ने जांच के दौरान मंत्रालय में कार्यालय के समय में गायब भी पाया। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से अब खसरा नंबर ठीक कर दिया गया है। ऐसे में अब मैदान जल्द बन जाएगा।

श्री दुबे कहा कि संघ ने अपनी कार्यकारिणी की बैठक में फैसला किया है कि अगर सरकार मैदान बनाकर नहीं देती है तो संघ जनसहयोग से मैदान बना लेगा। उन्होंने बताया कि मैदान को स्टेडियम का रूप देकर स्टेडियम के सामने दुकानें निकाली जाएंगी। इन दुकानों को लेने के लिए कई लोग तैयार हैं। स्टेडियम के निर्माण में जो सात से आठ करोड़ का खर्च होना है, वह जुटाने में संघ सक्षम है। उन्होंने बताया कि स्टेडियम में पांच बड़े हॉल बनाने की योजना है ताकि बाहर से ओ वाली टीमों को ठहराने में परेशानी न हो। अभी कोई बी बड़ा आयोजन होता है तो टीमों को ठहराने में सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं।

स्टेडियम बनते ही बदलेगा स्पर्धा का रूप

श्री दुबे ने बताया कि यह बात तय है कि अगले साल तक स्टेडियम बन जाएगा और इसके बनते ही हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल स्पर्धा का स्वरूप ी बद जाएगा। यह स्पर्धा पहले छत्तीसगढ़ स्तर पर फिर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाएगी। इसमें ४५ से ज्यादा टीमों को शामिल किया जाएगा। मैदान बनने के बाद यह भी तय है कि देश की नामी टीमों को यहां आकर खेलने में परेशानी नहीं होगी। अभी मैदान ठीक न होने के कारण नामी टीमें आने से कतराती हैं।

मंगलवार, 19 जनवरी 2010

दो लाख की इनामी फुटबॉल स्पर्धा २२ से

प्रदेश की राजधानी रायपुर में एक बार फिर से फुटबॉल का घमासान होने वाला है। इस बार की स्पर्धा का आयोजन हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा किया गया है। इस दो लाख की इनामी राशि वाली स्पर्धा का प्रारंभ २२ जनवरी से होगा। इस स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की ८ टीमों सहित देश की कुल दो दर्जन नामी टीमें खेलेंगी।

यह जानकारी देते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे के साथ महासचिव आशीष दीवान ने पत्रकारों को बताया कि हमारी संस्था राज्य में फुटबॉल के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। हमारा संघ अखिल भारतीय फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन तब से कर रहा है जब देश आजाद नहीं हुआ था। हमारा संघ १०० सल पुराना है। हमारा यह आयोजन ६९वां आयोजन है। इस बार आयोजन को और ज्यादा रोमांचक बनाने के लिए दो लाख की इनामी राशि रखी गई है। विजेता टीम को एक लाख की नकद राशि दी जाएगी। उपविजेता के लिए ५० हजार, तीसरे स्थान की टीम के लिए ३० हजार और चौैथे स्थान पर रहने वाली टीम के लिए २० हजार की नकद राशि रखी गई है। पूछने पर इन्होंने बताया कि पिछले साल विजेता को ३१ हजार और उपविजेता टीम को १५ हजार की राशि दी गई है। पिछले साल रेलवे बिलासपुर की टीम विजेता और नागपुर ब्लूज नागपुर की टीम उपविजेता बनी थी। इन्होंने बताया कि अगर इस साल आयोजन ठीक रहा तो अगले साल इनाम राशि को पांच लाख किया जा सकता है।
संतोष दुबे ने बताया कि इस बार स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की ८ टीमों को जिसमें रायपुर के साथ बिलासपुर, कोरिया और भिलाई शामिल हैं, उनको प्रवेश दिया गया है। छत्तीसगढ़ की पहली पेशेवर टीम जेसीबी बद्रर्स भिलाई की टीम भी खेलेगी।

उन्होंने बताया कि स्पर्धा में खेलने वाली नामी टीमों में साई गोवा, सिग्नल गोवा, सेंट्रल रेलवे मुंबई, डीएलडब्ल्यू वाराणसी, जूनियर आर्मी कोलकाता, टाटा स्टील के साथ पूणे फुटबॉल क्लब की टीमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में तीन स्वर्ण पदक भी दिए जाएंगे।

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की पात्रता जिले में ही तय हो जाएगी

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा सामान्य प्रशासन के सहयोग से प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों का चयन एक बार फिर से किया जा रहा है। २००९-१० के लिए चयन हो रहा है और इस बार जिलों में ही पात्र खिलाडिय़ों की सूची तैयार कर दी जाएगी। आवेदन देने की अंतिम तिथि २१ जनवरी है।

प्रदेश के खेल विभाग द्वारा राज्य के खिलाडिय़ों को रोजगार दिलाने के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जाता है। पहले चरण में ७० खिलाडिय़ों का चयन किया जा चुका है। अब फिर से २००९-१० के लिए खिलाडिय़ों का चयन किया जाना है। इसके लिए खेल विभाग ने खिलाडिय़ों से आवेदन मंगवाए हैं। इस बार खेल संचालनालय से सभी जिलों के खेल अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं वे जिला अधिकारी ही पात्र खिलाडिय़ों की सूची तैयार करके खेल संचालनालय को भेजें। इसके पहले सारे आवेदन खेल संचालनालय भेज दिए गए हंै। वहां पात्र खिलाडिय़ों का चयन करने में काफी समय लग गया था। वैसे भी उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की पहली खेप का चयन करने में बहुत ज्यादा विलंब हुआ था। इस बार किसी भी तरह का विलंब न हो इसी बात को ध्यान में रखते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने सभी जिलों को यह कहा है कि वे ही अपने जिलों में पहले आवेदन पत्रों की जांच कर ले कि कौन से खिलाड़ी उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के नियमों में खरे उतर रहे हैं।

हर जिले से पात्र खिलाडिय़ों की सूची आने के बाद सूची को जारी करने में समय नहीं लगेगा। पात्र खिलाडिय़ों का अंतिम चयन करके सामान्य प्रशासन को भेजा जाएगा, जहां से सूची की जाएगी।

उमा फर्राटा चैंपियन

विप्र कॉलेज की वार्षिक खेलकूद स्पर्धा में एमपीएड की छात्रा उमा रोथान ने १०० मीटर की फर्राटा दौड़ जीती। बीपीएड की छात्रा अनंदिता मंडल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। छात्रों की स्पर्धा में मोहसीन खान विजेता और आशीष बघेल उपविजेता रहे। २०० मीटर दौड़ में उमा ने फिर से बाजी मारते हुए स्वर्ण अपने नाम कर लिया। अनंदिता मंडल दूसरे स्थान पर रहीं। छात्रों में गजाधर वर्मा पहले और रूद्रेश श्रीवास्तव दूसरे स्थान पर रहे। क्रिकेट मैच के फाइनल में कम्प्यूटर संकाय ने खिताब जीता शिक्षा विभाग से मिले ५१ रनों की चुनौती को दो विकेट खोकर प्राप्त कर लिया।

चेम्बर क्रिकेट में जीता

छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने त्रिकोणीय क्रिकेट मुकाबला जीत लिया। पहले मैच में चेम्बर की टीम ने मोटर मर्चेन्ट की टीम को ९ विकेट से हराया। इस मैच में मोटर मर्चेन्ट ने १३२ रन बनाए। जसविंदर सिंग ने ४७ रन बनाए। इसके जवाब में चेम्बर की टीम ने अनिल नचरानी के ५३ रनों के साथ विजय होतवानी के ५० रनों की मदद से मैच ९ विकेट से जीत लिया। दूसरे मैच में चेम्बर ने उरला इंडस्ट्रीज की टीम को हराया। इस मैच में उरला ने ५ विकेट पर १०० रन बनाए। जवाब में चेम्बर की टीम ने ४ विकेट खोकर ही जीत का लक्ष्य प्राप्त कर लिया।

सोमवार, 18 जनवरी 2010

ओलंपिक संघ से अब तक नहीं मिला मेजबानी का पत्र

प्रदेश संघ को भी नहीं मालूम कब आएगा पत्र

३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिल तो गई है, पर अब तक प्रदेश सरकार के पास भारतीय ओलंपिक संघ से कोई अधिकृत पत्र नहीं आया है, जबकि मेजबानी के लिए ५० लाख की सुरक्षा राशि जहां जमा की जा चुकी है, वहीं मेजबानी मिलने के लिए दिए जाने वाले दो करोड़ की राशि को भी प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ भी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि पत्र कब आएगा। संघ के महासचिव बशीर अहमद खान कहते हैं कि भारतीय ओलंपिक संघ कामनवेल्थ खेलों की तैयारी में लगा है इस वजह से पत्र आने में विलंब हो रहा है।

छत्तीसगढ़ को ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिले करीब ४० दिनों का समय हो गया है। इस मेजबानी का फैसला दिल्ली में ६ दिसंबर को भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक में लिया गया है। छत्तीसगढ़ के साथ मेजबान के दो और दावेदार थे, लेकिन छत्तीसगढ़ ने जहां मेजबानी के दावे के लिए ५० लाख का सुरक्षा धन जमा कर दिया था, वहीं मेजबानी के लिए खेल मैदानों की स्थिति के बारे में भी पूरी जानकारी ओलंपिक संघ के सामने रख दी थी। छत्तीसगढ़ को हर स्थिति में सक्षम मानते हुए मेजबानी उसको देने की घोषणा कर दी गई। मेजबानी मिलने के बाद से प्रदेश में खेल संघों के साथ खिलाडिय़ों में भारी उत्साह भी है। लेकिन इस मेजबानी के मिलने की अभी तक अधिकृत सूचना भारतीय ओलंपिक संघ ने न तो प्रदेश सरकार को भेजी है और न ही प्रदेश ओलंपिक संघ को। इस बारे में जहां एक तरफ प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि उनके विभाग को भी ओलंपिक संघ के पत्र आने का इंतजार है। इधर प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान से इसके बारे में जानने जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अब तक पत्र नहीं आया है। उनसे जब पूछा गया कि ऐसी कोई समय सीमा नहीं है क्या कि जिसमें पत्र भेजा जाए, तो उन्होंने बताया कि चूंकि भारतीय ओलंपिक संघ इस समय पूरी तरह से कामनवेल्थ की तैयारी में है ऐसे में पत्र भेजने में विलंब हो रहा है। उन्होंने आशा जताई कि मार्च तक तो पत्र आ ही जाएगा।
ओलंपिक संघ से पत्र न आने को लेकर तरह-तरह की शंकाए जताई जा रही हैं। खेलों से जुड़े लोग कहते हैं कि भारतीय ओलंपिक संघ का यह रवैय्या समङा से परे है कि जिस कामनवेल्थ में अभी करीब १० माह का समय है, उसका हवाला देकर एक पत्र भेजने में इतना विलंब किया जा रहा है। खेलों के जानकार कहते हैं कि ओलंपिक संघ के ऐसे ही रवैय्ये के कारण लगता है कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में विलंब होता है। कुछ खेलों के जानकार तो यहां तक कहने से नहीं चूक रहे हैं कि मेजबानी मिली भी है या नहीं। वैसे यह कहना गलत होगा कि मेजबानी नहीं मिली होगी।

पत्र आने के बाद भी भेजे जाएंगे दो करोड़

मेजबानी मिलने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ को जो दो करोड़ की राशि और देनी है, उसकी मंजूरी भी प्रदेश सरकार ने विधासभा के अनुपूरक बजट में दे दी है। अब इस राशि को तब तक ओलंपिक संघ को नहीं भेजा जा सकता है जब तक वहां से मेजबानी मिलने का अधिकृत पत्र नहीं आ जाता है। खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि मेजबानी मिलने के अधिकृत पत्र आने का ही खेल विभाग को इंजतार है। यह पत्र आते हैं दो करोड़ की राशि देने के लिए विभाग के अधिकारी दिल्ली जाएंगे।

शनिवार, 16 जनवरी 2010

कन्नूर विवि की खिताबी जीत

अखिल भारतीय अंतर विश्व विद्यालयीन महिला वालीबॉल के खिताबी मुकाबले में कन्नूर विवि केरला ने कड़े मुकाबले में कोट्यम विवि को ३-२ से मात देकर खिताब जीत लिया। इसी के साथ कन्नूर विवि ने साउथ चैंपियनशिप के फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया।

रविशंकर विश्वविद्यालय के मैदान में शाम के सत्र में खेले गए फाइनल मैच में कांटे के साथ रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। पहला सेट तो कोट्यम विवि ने २५-१८से जीत लिया, पर दूसरे सेट में कन्नूर विवि ने मुकाबला २५-१८ से जीता। तीसरे सेट में कांटे के मुकाबले के बाद कोट्यम ने मुकाबला २५-२३ से जीतकर २-१ की बढ़त ले ली। चौथे सेट में जब लग रहा था कि कोट्यम विवि यह सेट जीतकर मैच के साथ खिताब जीत लेगी, तभी कन्नूर विवि की खिलाडिय़ों ने जोरदार खेल दिखाते हुए यह सेट २५-२० से जीतकर मुकाबला २-२ की बराबरी पर ला दिया। अब पांचवें और अंतिम सेट में बड़ा ही रोचक और संघर्षपूर्ण मुकाबला हुआ। इस सेट में शुरू में कोट्यम विवि से ३ अंक लेकर बढ़त बना ली। लेकिन कन्नूर विवि ने वापसी करते हुए पहले बराबरी प्राप्त की। इसके बाद ९-९ की बराबरी के बाद कन्नूर विवि ने तीन अंक लेकर स्कोर १२-९ कर लिया। इसके बाद एक समय स्कोर १४-१३ हो गया, यहां पर कोट्यम की खिलाड़ी ने गलत सर्विस करके बॉल बाहर मार दी और सेट के साथ मैच कन्नूर विवि की ङाोली में चला गया।

इसके पहले सेमीफाइनल में कन्नूर विवि ने एसआरएम कांचीपुरम को पांच सेटों के मुकाबले में १९-२५, २७-२५, २२-२५, २५-२६, १९-१७ और एमजीयू कोट्यम ने अन्ना विवि चेन्नई को २५-१८, १३-२५, १८-२५, ९-२५ से मात दी। तीसरे और चौथे स्थान के लिए हुए मुकाबले में एसआरएम कांचीपुरम ने अन्ना विवि को सीधे सेटों में २५-१५, २५-२३, २५-१५ से मात देकर तीसरा स्थान प्राप्त किया।

शुक्रवार, 15 जनवरी 2010

दक्षिण की टीमें सेमीफाइनल में

अखिल भारतीय अंतर विवि महिला वालीबॉल में मेजबान रविशंकर विश्व विद्यालय के साथ उत्तर-पूर्वी अंतर विवि से सेमीफाइनल में पहुंची सभी टीमें स्पर्धा से बाहर हो गईं। दक्षिण की चारों टीमों ने सेमीफाइनल में स्थान बनाकर अपना दबदबा कायम किया है। स्पर्धा में १५ जनवरी के सुबह के सत्र में सेमीफाइनल और शाम के सत्र में फाइनल मैच खेला जाएगा।

रविशंकर विवि के मैदान में खेली जा रही स्पर्धा में मेजबान रविवि की टीम पूरी तरह से कमजोर साबित हुई और उसके हिस्से में एक भी जीत नहीं आई। रविवि का सुबह के सत्र में पहले मैच में कन्नूर विवि केरला से मुकाबला हुआ। केरला की टीम के सामने मेजबान खिलाड़ी ठहर ही नहीं सकीं और आसानी से यह मैच २५-१७, २५-१३, २५-०९ से हार गई। शाम के सत्र में रविवि को अंतिम मैच में अन्ना विवि चेन्नई से भी सीधे सेटों में २५-१२, २५-०२, २५-०९ से मात दी। दोनों मैच हारने के बाद रविवि की टीम स्पर्धा से बाहर हो गई। उसे अपने पूल के तीनों मैचों में हार मिली। आज सुबह के सत्र के अन्य मैचों में अन्ना चेन्नई ने पंजाबी विवि पटियाला को कड़े मुकाबले में २२-२५, ३०-२८, २३-२५, २७-२५, १५-०४, एमजीयू कोट्यम ने जीएनडी अमृतसर को २५-१३, २५-१०, २५-११, एवं एसआरएम कांचीपुरम ने हिमाचल विवि शिमला को कांटे के मुकाबले में २५-१८, २३-२५, २५-१६, २२-२५, १५-३ से मात दी।

शाम के सत्र के मैचों में कांचीपुरम ने जीएनडी अमृतसर को २५-१३, २५-२२, २२-२५, २५-१६, एमजीयू कोट्यम ने हिमाचल विवि शिमला को २५-१०, २५-२०, २५-२० एवं कन्नुर विवि ने पंजाबी विवि पटियाला को कड़े मुकाबले में २६-२४, २५-१८, २३-२५, २६२८, १५-११ से परास्त किया।
स्पर्धा में कल सुबह के सत्र में अन्ना विवि का एमजीयब कोट्यम से और कन्नूर विवि का एसआरएम कांचीपुरम से सेमीफाइनल मे मुकाबला होगा। शाम के सत्र में फाइनल मैच के बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि उच्च शिक्षा मंत्री हेमचंद होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू करेंगे।

राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए मिला दो करोड़ का बजट

राष्ट्रीय खेल २०१३-१४ के लिए प्रदेश सरकार ने दो करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दे दी है। मेजबानी लेने के लिए सरकार पहले ही भारतीय ओलंपिक संघ को ५० लाख की राशि दे चुकी है। मेजबानी मिलने के कारण अब दो करोड़ और देने हैं। यह राशि जल्द ही दिल्ली भेजी जाएगी।
प्रदेश के खेल विभाग ने छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के साथ मिलकर राष्ट्रीय खेल २०१३-१४ की मेजबानी ली है। इस मेजबानी के लिए प्रदेश के खेल विभाग के युद्ध स्तर पर तैयारी करके यह मेजबानी हासिल कर ली है मेजबानी लेने के लिए सुरक्षा धन के रूप में जो ५० लाख की राशि भारतीय ओलंपिक संघ को देनी थी, वह राशि काफी पहले दी जा चुकी है। यह राशि देने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक में छत्तीसगढ़ को ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी दे दी गई है।

मेजबानी मिलने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ के नियमानुसार अब छत्तीसगढ़ सरकार को दो करोड़ की राशि और देनी है। इस राशि के लिए विधानसभा में अनुपूरक बजट में दो करोड़ की राशि मंजूर कर ली गई है।

इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि अब यह राशि जैसे ही खेल विभाग को मिलेगी यह राशि भारतीय ओलंपिक संघ को दे दी जाएघी। उन्होंने पूछने पर कहा कि यह राशि कब तक मिलेगी कहा नहीं जा सकता है, लेकिन विभाग को राशि मिलते ही राशि का चेक लेकर भारतीय ओलंपिक संघ को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब राष्ट्रीय खेलों की तैयारी भी जल्द प्रारंभ कर दी जाएगी।

गुरुवार, 14 जनवरी 2010

सुविधाओं पर प्रतिभाएं हावी

अपनी मेजबानी में कमाल कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी

प्रदेश में भले खेलों की सुविधाओं का टोटा है, लेकिन अपने राज्य की प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्पर्धाओं की मेजबानी का फायदा उठाते हुए अपने खेल को निखारने के साथ राज्य को पदक दिलाने का काम करने में लगी हैं। टेबल टेनिस, वालीबॉल के साथ कबड्डी जैसे खेल में प्रदेश के खिलाडिय़ों ने इतिहास रच दिया है। इधर क्रिकेट में भी प्रदेश के जूनियर खिलाडिय़ों ने जलवा दिखाया और अपनी मेजबानी में पहली बार हुई अंडर १९ साल की राष्ट्रीय स्पर्धा का खिताब भी उड़ाया। इस खिताबी जीत के साथ एक फायदा यह हुआ कि प्रदेश के ६ खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में स्थान मिल गया है।
छत्तीसगढ़ में एक माह के अंदर ही चार राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन हुआ है और इन चारों स्पर्धाओं में प्रदेश के खिलाडिय़ों ने सफलता प्राप्त की है। सबसे पहले दिसंबर में अंडर १९ राष्ट्रीय क्रिकेट का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश की टीम से जोरदार प्रदेश करते हुए सात राज्यों की टीमों के बीच में खिताब उड़ाने का कमाल दिखाया। यह पहला ही मौका था जब प्रदेश की टीम को राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने का मौका मिला और पहले ही मौके में टीम के खिलाडिय़ों ने अपनी मेजबानी में खिताब जीतने का कमाल कर दिया। छत्तीसगढ़ को खिताब जीतने का सबसे बड़ा फायदा यह मिला कि यहां के ६ खिलाडिय़ों प्रखर राय, विशाल कुशवाहा, अखंड प्रताप सिंह, प्रतीक राज, वी। नीतिश राय और इयान कास्टर को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में स्थान मिल गया। ये खिलाड़ी ११ जनवरी से बेंगलौर में प्रारंभ हुए अकादमी के शिविर में गए हैं। इसी के साथ टीम के कोच राजा बेनर्जी को भी अकादमी में प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है।


क्रिकेट के बाद जब राजधानी में ३० दिसंबर से राष्ट्रीय जूनियर और यूथ टेबल टेनिस स्पर्धा का आयोजन किया गया तो इसमें भी प्रदेश के खिलाडिय़ों ने कमाल करते हुए पहली बार टीम गेम के क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया। इस राष्ट्रीय स्पर्धा के प्रारंभ होने से पहले ही यूथ टीम के खिलाडिय़ों अंशुमन राय, सागर घाटगे, कुणाल देव ने कहा था कि इस बार उनका इरादा टीम को कम से कम क्वार्टर फइनल में पहुंचाने का है। इन खिलाडिय़ों ने अपना वादा निभाते हुए दिल्ली जैसी टीम को कड़ी टक्कर देते हुए ३-२ से मात देकर छत्तीसगढ़ को पहली बार क्वार्टर फाइनल में स्थान दिलाया। इस सफलता के बाद छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी इस बात से खुश हैं कि चलो एक कदम तो आगे बढ़े। इसके पहले टीम कभी भी प्रीक्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाती थी। यहां पर टीम किसी न किसी बड़ी टीम से टक्कर जाती थी और उसे बाहर होना पड़ा था। लेकिन अपनी मेजबानी में खिलाडिय़ों ने ऐसा खेल दिखाया कि सभी दंग रह गए।

टेबल टेनिस के बाद रायपुर में एक साथ दो स्पर्धा एक तरफ रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय में उत्तर-पूर्वी अंतर विवि महिला वालीबॉल और दूसरी तरफ पंडरी में सीनियर राष्ट्रीय कबड्डी का आयोजन किया गया। इन दोनों स्पर्धाओं में एक ही दिन १० जनवरी को छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने इतिहास रचा।
उत्तर-पूर्वी अंतर विवि में मेजबान रविशंकर विश्वविद्यालय का आज क्वार्टर फाइनल में कोलकाता विवि से मुकाबला हुआ। यह मुकाबला बेहद रोमांचक और कांटे का रहा। इसमें रविवि ने अपनी खिलाडिय़ों प्रतीक्षा साठे, रश्मि थामस, प्रियंका वर्मा और बुस्टर द्रोपती के लाजवाब खेल की मदद से यह सेट १५-१३ से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। ३-२ से मिली जीत के साथ ही रविवि की टीम पहली बार स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची। इसी के साथ रविवि को अखिल भारतीय स्पर्धा में भी खेलने की पहली बार पात्रता मिली। रविवि की टीम को जो सफलता मिली उसके पीछे रविवि में लगा वह गहन प्रशिक्षण तो था ही जिसमें खिलाडिय़ों को निखारा गया, लेकिन इसी के साथ खिलाडिय़ों की अपनी लगन और मेहनत ज्यादा है। वालीबॉल टीम के कोच राजेश सोमवंशी के साथ प्रदेश वालीबॉल संघ के महासचिव मो। अकरम खान कहते हैं कि दूसरे विश्वविद्यालयों की खिलाड़ी लंबाई में रविवि की खिलाडिय़ों से ज्यादा थी, लेकिन कम कद की होने के बाद भी हमारी खिलाडिय़ों ने खेल में कमाल किया है। इसी के साथ दूसरे राज्यों की तुलना में हमारे राज्य में सुविधाएं भी कम हैं।

अब कबड्डी की बात करें तो इस खेल में महिला टीम ने राष्ट्रीय सीनियर स्पर्धा में जो कमाल किया और पहली बार टीम फाइनल में पहुंची तो सभी वाह-वाह किए बिना नहीं रह सके। इस टीम की खिलाडिय़ों ने स्पर्धा से पहले काफी मेहनत की थी। प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाहू बताते हैं कि टीम को इस तरह से तैयार किया गया था कि टीम कम से कम सेमीफाइनल में पहुंचे ताकि सुपर नेशनल में खेलने की पात्रता मिल जाए, लेकिन टीम ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए फाइनल में पहुंच कर कमा कर दिया। उन्होंने बताया कि टीम को जो सफलता मिली है उसमें खिलाडिय़ों की मेहनत का ज्यादा है।

बुधवार, 13 जनवरी 2010

अरविंद मैराथन चैंपियन

राज्य मैराथन के खिताब पर आशा के मुताबिक रायपुर के धावक अरविंद कुमार ने कब्जा जमाया। दूसरे और तीसरे स्थान पर भी रायपुर के धावक रहे। टॉप टेन में रायपुर के चार धावकों ने स्थान बनाया। महिला वर्ग में रायपुर के धावकों की दाल नहीं गली और कोई भी खिलाड़ी टॉप टेन में स्थान नहीं बना सकी। खिताब जीतने पर अरविंद कुमार को एक लाख की नकद राशि मिली।

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य मैराथन का आयोजन आज दुर्ग में किया गया। इस एक लाख की इनामी राशि वाली मैराथन में खिताब के प्रबल दावेदार रायपुर के अरविंद कुमार ने एक घंटे ४२ मिनट के समय के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। अरिवंद कुमार तो अपने पिछले साल का स्थान बचाने में सफल रहे लेकिन अंतरराष्ट्रीय धावक रायपुर के सुखनंदन ध्रुव अपना दूसरा स्थान नहीं बचा सके और तीसरे स्थान पर खिसक गए। दूसरा स्थान रायपुर के बृजेश कुमार को मिला। पहले स्थान पर रहने वाले धावक को एक लाख, दूसरे स्थान पर रहने वाले को ७५ हजार और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को ५० हजार की नकद राशि दी गई।

एक तरफ जहां पुरुष वर्ग में रायपुर के धावकों ने अपना दबदबा कायम रखा और टॉप टेन में से चार स्थानों पर कब्जा किया, वहीं महिला वर्ग में रायपुर की कोई भी धाविका टॉप टेन में स्थान नहीं बना सकी। रायपुर की चैंपियन कसडोल की कमल कैवर्त से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन वह १८वें स्थान पर रही। टॉप टेन में बस्तर बालाओं का दबदबा रहा। मैराथन में पहले२० स्थान पर रहने वाले धावकों को खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा नकद इनाम दिया गया।

रायपुर रेलवे उपविजेता

अखिल भारतीय बोरा साम्भर क्रिकेट स्पर्धा में रायपुर की रेलवे टीम उपविजेता रही। फाइनल में रायपुर को बिलासपुर रेलवे से मात खानी पड़ी। यह पहला मौका है जब छत्तीसगढ़ की दो टीमें फाइनल में पहुंची। स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए अमरजीत सिंह कलसी ने बताया कि फाइनल में रायपुर की टीम ने मजाहिद हक के नाबाद शतक की मदद से ७ विकेट के नुकसान पर २०९ बनाए। पंकज नायडु ने ३७ और सूरजभान ने २५ रनों की पारी खेली। इसके जवाब में बिलासपुर रेलवे की टीम ने ८ विकेट गंवा कर जीत का लक्ष्य प्राप्त कर लिया। एक समय बिलासपुर ने ९३ रनों पर आठ विकेट गंवा दिए थे। बाद में उनके निचले क्रम के बल्लेबाजों ने जोरदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी।

५० देशों के खेलने से ही ओलंपिक में स्थान मिलेगा कबड्डी को

कबड्डी को ओलंपिक में स्थान मिलना तभी संभव होगा जब इस खेल को ५० देशों में खेला जाएगा। अभी विश्व के ३१ देशों में कबड्डी खेला जाता है। हमारा फेडरेशन इस खेल को ज्यादा से ज्यादा देशों में प्रारंभ करवाने के प्रयास में है ताकि कबड्डी को ओलंपिक में स्थान मिल सके।

ये बातें यहां पर खेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए अंतरराष्ट्रीय कबड्डी फेडरेशन के साथ एशिया और भारतीय कबड्डी संघ के अध्यक्ष जर्नादन सिंह गहलोत ने कहीं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कबड्डी का ओलंपिक में शामिल होना इतना आसान नहीं है। पूछने पर वे बताते हैं कि ओलंपिक में २०० से ज्यादा देश भाग लेते हैं। किसी भी खेल को ओलंपिक में शामिल करने के लिए यह जरूरी है कि उस खेल को कम से कम ५० देश खेलते हों। कबड्डी कितने देशों में खेला जाता है? के सवाल पर वे बताते हैं कि अभी यह खेल ३१ देशों में खेला जाता है। इन देशों में एशिया के १८ और यूरोप के ९ देश भी शामिल हैं। वे बताते हैं कि द।अफ्रीका के किसी देश में अभी यह खेल नहीं खेला जाता है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन इस प्रयास में है कि इस खेल को और देशों तक पहुंचाया जाए। इसके लिए जो भी देश फेडरेशन से मदद चाहेगे उनको मदद की जाएगी।

विश्व में भारत नंबर वन

एक सवाल के जवाब में श्री गहलोत ने बताया कि एशिया में ही नहीं विश्व में भी भारत नंबर वन पर है। १९९० में जब से यह खेल एशियाड में शामिल हुआ है, इसमें स्वर्ण पर भारत का ही कब्जा रहा है। इसी के साथ अभी जो दो अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं हुईं हैं उनमें भी भारत चैंपियन रहा है। ये स्पर्धा इंडोर में हुई हैं। पहली स्पर्धा मकाऊ और दूसरी वियतनाम में हुई हैं। पूछने पर वे बताते हैं कि भारत के साथ आज एशिया में पाकिस्तान, जापान, चाइना, ईरान और बंगलादेश की टीमें भी अच्छी हैं। आज भारत को इनसे कड़ी टक्कर मिलने लगी है।

महिला कबड्डी भी एशियाड में

श्री गहलोत ने एक सवाल के जवाब में बताया कि इस साल आनजाऊ में होने वाले एशियाड में पहली बार महिला कबड्डी को भी शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि एशियाड में पहली बार पुरुष कबड्डी को १९९० में शामिल किया गया था। उन्होंने पूछने पर बताया कि महिला वर्ग में भी एशियाड में भारतीय टीम के जीतने की संभावना है।

अब किसी राज्य का वर्चस्व नहीं

भारत में कबड्डी में किस राज्य का दबदबा है के सवाल पर वे कहते हैं कि अब ऐसा कुछ नहीं है कि एक राज्य की टीम लगातार जीत सके। आज इस खेल का देश में इतना ज्यादा विस्तार हो गया है कि कोई भी राज्य विजेता बन जाता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां की जोनल राष्ट्रीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की महिला टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है और उसे सुपर नेशनल में खेलने की पात्रता मिली है। यह टीम आगे और भी कमाल कर सकती है। छत्तीसगढ़ के आयोजन के बारे में उन्होंने कहा कि यहां पर पहली बार स्पर्धा हुई है और सभी व्यवस्थाओं से फेडरेशन खुश है। उन्होंने पूछने पर बताया कि फेडरेशन ने अब तो बीच नेशनल स्पर्धा का भी आयोजन चार साल पहले प्रारंभ कर दिया है। इसको प्रारंभ करने से ज्यादा से ज्यादा देश इस खेल से जुड़ेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जब से देश में राष्ट्रीय स्पर्धा को चार समूहों में बांटकर आयोजन किया जा रहा है ज्यादा प्रतिभाएं सामने आने लगीं हैं। उन्होंने बताया कि समूहों के मुकाबलों के बाद एक सुपर नेशनल स्पर्धा होती है। इसका आयोजन पिछले साल से किया जा रहा है। चार समूहों में देश की दिग्गज टीमों को अलग-अलग समूहों में रखा गया है ताकि देश की सभी टीमों को ऐेसी टीमों के साथ खेलने का मौका मिला। सेंट्रल जोन के समूह में बीएसएनएल की टीम है तो साऊथ के समूह में रेलवे और सर्विसेज की टीमों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि अभी जूनियर वर्ग में समूह की योजना लागू नहीं की गई है।

मंगलवार, 12 जनवरी 2010

पटियाला विवि नंबर वन


उत्तर-पूर्वी अंतर विवि महिला वालीबॉल के सुपर लीग सेमीफाइनल में पंजाबी विवि पटियाला ने अपने सभी तीनों मैच जीतकर स्पर्धा की नंबर वन टीम के खिताब पर कब्जा जमा लिया। मेजबान रविवि की टीम को चौथा स्थान मिला। उसे अपने सभी मैचों में हार मिली। हिमाचल की टीम दूसरे और गुरुनानक देव विवि की टीम तीसरे स्थान पर रही।


रविवि के मैदान में चल रही स्पर्धा के अंतिम दिन सुपर लीग में आज चार मुकाबले इन मुकाबलों में रविवि की गुरुनानक देव अमृतसर से मुकाबला हुआ। इस मैच में मेजबान टीम की खिलाड़ी कुछ नहीं कर पाई और अनुभवी गुरुनानक देव की टीम के सामने वह सीधे सेटों में हार गई। गुरुनानक देव ने यह मैच २५-१२, २५ृ१६, २५-१४ से जीता। रविवि को कल पहले मैच में हिमाचल से भी ३-० से हार मिली थी। रविवि को तीसरे मैच में पंजाबी विवि पटियाला ने भी आसानी से २५-४, २५-८, २५-६ से मात दी। रविवि को मात देकर पटियाला को नंबर वन का स्थान मिल गया। इसके पहले जहां उसने कल पहले मैच में गुरुनानक देव विवि को ३-१ से हराया था, वहीं आज सुबह के सत्र में पहले मैच हिमाचल को २५-१५, २५-१०, २५-१६ से मात दी।


स्पर्धा में दूसरे और तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में हिमाचल और गुरुनानक देव विवि में जोरदार मुकाबला हुआ। पहले दो सेट तो हिमाचल ने कड़े मुकाबले में २५-२२, २५-१७ से जीते, पर तीसरा सेट जीतने में उसे पसीना आ गया। इस सेट में एक समय १२-१४ से पीछे चल रही गुरुनानक देव की टीम ने पहले १४-१४ की बराबरी प्राप्त की, फिर इसके बाद एक-एक अंक के लिए जोरदार मुकाबला हुआ। एक टीम एक अंक से आगे होती तो दूसरी टीम अंक लेकर बराबरी पर आ जाती, अंत में हिमाचल ने गुरुनानक देव को २४ अंक पर रोकर यह सेट २६-२४ से जीतने के साथ मैच ३-० से जीत लिया। इसी के साथ हिमाचल को दूसरा और गुरुनानक देव को स्थान मिला। अब ये चारों टीमें यहां पर १३ जनवरी से प्रारंभ होने वाली अखिल भारतीय स्पर्धा में भाग लेंगी। इस स्पर्धा में इन चार टीमों के साथ एमजीयू कोटायम केरला, कनूर विवि कनूर, अन्ना विवि चेन्नई और एसआरएम काच्चीपुरम की टीमें भाग लेंगी। स्पर्धा में शामिल होने से टीमें आ गई है। रविवि की टीम को पहली बार इस स्पर्धा में खेलने की पात्रता मिली है।

एक लाख की इनामी मैराथन आज

एक लाख की राज्य इनामी मैराथन का आयोजन १२ जनवरी को दुर्ग में किया गया है। इस स्पर्धा में खिताब के दावेदारों में रायपुर के धावक पहले नंबर पर है। रायपुर के अरविंद कुमार ने ही पिछले साल खिताब जीताा था। महिला वर्ग में बस्तर बालाओं का दबदबा था, इस बार इनको चुनौती देने के लिए रायपुर की कमल कैवर्त तैयार हैं जिन्होने रायपुर मैराथन का खिताब जीता है।

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य मैराथन का आयोजन इस बार दुर्ग में किया गया है। इस मैराथन में पुरुष वर्ग के लिए ३० किलो मीटर और महिला वर्ग के लिए २० किलो मीटर की दौड़ होगी। दोनों वर्गों में विजेता धावकों को एक-एक लाख का नकद इनाम दिया जाएगा। दूसरे स्थन पर रहने वाले धावकों को ७५-७५ हजार, तीसरे स्थान वालों को ५० हजार, चौथे स्थान वालों को २५ हजार और पांचवें स्थान वालों को २०-२० हजार का नकद इनाम दिया जाएगा। कुल २०वें स्थान तक आने वाले धावकों को नकद राशि दी जाएगी।

अब जहां तक खिताब के दावेदारों का सवाल है तो इस बार भी एक लाख के दावेदारों में रायपुर के अरविंद कुमार का नाम पहले स्थान पर हैं। वे पिछले साल के विजेता है। रायपुर मैराथन भी उन्होंने जीती है। महिला वर्ग में इस बार रायपुर की कमल कैवर्त दावेदारों में शामिल हैं। कसडोल की इस धावक ने अपने शहर में हुई रायपुर मैराथन में खिताब जीता था। कमल के साथ बस्तर की धावक भी दावेदार हैं।

सोमवार, 11 जनवरी 2010

छत्तीसगढ़ को मिला रजत पदक

क्लब पंडरी के कबड्डी मैदान में चारों तरफ दर्शकों की भीड़ है और मेजबान छत्तीसगढ़ की महिला टीम का सेमीफाइनल में मप्र से मुकाबला हो रहा है। इस मैच में कांटे का संघर्ष हो रहा है और दोनों टीमें एक-एक अंक के लिए जोर लगा रही है। छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों को दर्शकों का पूरा साथ मिल रहा है। जहां छत्तीसगढ़ के हर अंक के साथ तालियां बज रही हैं, वहीं मैदान के बाहर बैठे छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों के साथ दर्शक भी लगातार नारे लग रहे हैं कि जीतेगा भई जीतेगा छत्तीसगढ़ जीतेगा। और छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ को जीत दिलाने का सपना पूरा भी कर दिया। छत्तीसगढ़ की टीम ने ३०-२५ से मैच जीतकर फाइनल में स्थान बना लिया। पहले हॉफ में विजेता टीम १७-१० से आगे थी। महिला वर्ग के दूसरे सेमीफाइनल मैच में महाराष्ट्र ने गोवा को एकतरफा मुकाबले में ६२-१० से मात दी। पहले हॉफ में महाराष्ट्र की टीम २९-६ से आगे थी। इस मैच में महाराष्ट्र के सामने गोवा की खिलाडिय़ों की दाल ही नहीं गली और उसे हार का सामना करना पड़ा।
इधर पुरुष वर्ग में भी महाराष्ट्र की टीम ने कमाल दिखाते हुए मप्र को आसानी से २०-९ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। दूसरे सेमीफाइनल में राजस्थान और बीएसएनएल के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ। पहले हॉफ में बीएसएनएल के खिलाड़ी छाए रहे और जोरदार खेल दिखाकर जीतने की तरफ कदम बढ़ाया। दूसरे हॉफ में राजस्थान के खिलाडिय़ों ने कमाल का खेल दिखाया और बीएसएनएल के अनुभवी खिलाडिय़ों को मात देने में सफलता प्राप्त की। यह मैच राजस्थान ने ३५-२० से जीता।
महिला वर्ग के फाइनल में छत्तीसगढ़ का मुकाबला महाराष्ट्र से हुआ। यहां पर छत्तीसगढ़ की खिलाड़ी महाराष्ट्र की अनुभवी खिलाडिय़ों के सामने ठहर नहीं सकीं और १३-३२ से हार गई। छत्तीसगढ़ के लिए यह संतोषजनक बात रही कि उसे पहली बार जहां रजत पदक मिला, वहीं पहली बार सुपर राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने की पात्रता मिल गई।
फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह थे। इसी के साथ शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल मंत्री लता उसेंडी भी कार्यक्रम भी उपस्थित थी। अतिथियों ने महिला टीम की विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

पिछले साल सेमीफाइनल में हारे थे

प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाल साहू ने छत्तीसगढ़ की महिला टीम की सफलता प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ़ की टीम भी पदक जीतने लगी है। उन्होंने बताया कि पिछले साल अजमेर में खेली गई सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की टीम सेमीफाइनल में विदर्श में हार गई थी। उसे तब तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस बार अपनी मेजबानी में खिलाडिय़ों ने कमाल दिखाया और टीम पहली बार फाइनल में पहुंची। फाइनल में न जीतने का अफसोस तो है, पर हमारी टीम महाराष्ट्र जैसी तगड़ी टीम से हारी है।

रविवि पहली बार सेमीफाइनल में

उत्तर-पूर्वी अंतर विवि में मेजबान रविशंकर विश्वविद्यालय का आज क्वार्टर फाइनल में कोलकाता विवि से मुकाबला हुआ। यह मुकाबला बेहद रोमांचक और कांटे का रहा। इसमें रविवि ने पहला सेट तो २५-१८ से जीता, पर दूसरा सेट १९-२५ से गंवा दिया। तीसरे सेट में फिर रविवि के हाथ सफलता लगी और यह सेट उसने २५-२२ से जीतकर २-१ की बढ़त बना ली। ऐसे में कोलकाता ने वापसी करते हुए चौथे सेट में रविवि को २५-८ से मात देकर २-२ की बराबरी प्राप्त कर ली। पांचवें और अंतिम सेट में कांटे का मुकाबला हुआ। कभी रविवि की टीम आगे तो कभी कोलकाता की टीम आगे हो जाती। मैच के अंतिम क्षणों तक रोमांचक कायम रहा और अंत में मेजबान टीम ने अपनी खिलाडिय़ों प्रतीक्षा साठे, रश्मि थामस, प्रियंका वर्मा और बुस्टर द्रोपती के लाजवाब खेल की मदद से यह सेट १५-१३ से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। ३-२ से मिली जीत के साथ ही रविवि की टीम पहली बार स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची। इसी के साथ रविवि को अखिल भारतीय स्पर्धा में भी खेलने की पहली बार पात्रता मिली। यह स्पर्धा उत्तर-पूर्वी स्पर्धा के समापन के बाद १३ जनवरी से रविवि के मैदान पर ही खेली जाएगी। क्वार्टर फाइनल में जीत से बाद शाम के सत्र में हुए सेमीफाइनल के लीग मुकाबलों में रविवि को पहले ही मैच में हिमाचल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में रविवि को हिमाचल विवि शिमला ने २५-८, २५-११, २५-१५ से मात दी। दूसरे सेमीफाइनल लीग में गुरुनानक देव विवि अमृतसर ने पंजाबी विवि पटियाला को ३-१ से हराया।
इसके पहले सुबह के सत्र में खेले गए क्वार्टर फाइनल मैचों में हिमाचल विवि ने कुरुक्षेत्र विवि को २५-२१, २१-२५, २३-२५, २५-२२, १५-१२ से , पंजाबी विवि पटियाला ने रांची विवि को २५-१७, २३-२५, २५-१३, २५-२१ और गुरुनानक देव विवि अमृतसर ने पंजाब विवि चंडीगढ़ को २५-२०, २०-२५, २५-२०, २२-२५, १५-२३ से मात दी। मेजबान रविवि के खेल संचालक प्रकाश सिंह ठाकुर ने बताया कि स्पर्धा में सेमीफाइनल मैच लीग हो रहे हैं। आज शाम के सत्र में दो लीग मैच खेले गए। बाकी लीग मैच ११ जनवरी की सुबह को खेले जाएंगे। शाम के सत्र में फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण का कार्य्रम होगा।

रविवि की सफलता से प्रदेश संघ में उत्साह

रविवि की टीम को मिली सफलता से प्रदेश वालीबॉल संघ में उत्साह है। संघ के महासचिव मो। अकरम खान ने कहा कि रविवि की सफलता से यह बात साबित होती है कि प्रदेश में वालीबॉल की लोकप्रियता बढ़ी है और खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश संघ वालीबॉल के खिलाडिय़ों को अच्छे कोच दिलाने के दिशा में भी काम कर रहा है। पहली बार ग्वालियर में राष्ट्रीय स्पर्धा से पहले प्रदेश की टीमों को संवारने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक चंदर सिंह की सेवाएं ली गई थी। इस वजह से टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा।

रविवार, 10 जनवरी 2010

रविवि क्वार्टकर फाइनल में

उत्तर-पूर्वी अंतर विवि महिला वालीबॉल में मेजबान रविवि प्रीक्वार्टर फाइनल में दरभंगा विवि को कड़े मुकाबले में 3-2 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। उधर घासीदास को दूसरे ही चक्र में लखनऊ विवि से मात खानी पड़ी।
रविवि के मैदान में चल रही स्पर्धा में मेजबान रविवि का शाम के सत्र में प्रीक्वार्टर फाइनल में दरभंगा विवि से मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में पहले दो सेट तो मेजबान ने गंवा दिए। ऐसे में जबकि लग रहा था कि रविवि की टीम सीधे सेटों में हारकर बाहर हो जाएगी, तब रविवि की खिलाडिय़ों ने वापसी करते हुए एक सेट जीत लिया। अगला सेट जीतने के बाद रविवि ने पांचवां सेट जीतकर मैच भी जीत लिया।
इसके पहले सुबह से सत्र में रविवि ने दूसरे चक्र के मैच में कुमाऊ विवि नैनीताल से भी कड़े संघर्ष के बाद मैच जीता था। इस मैच में रविवि को पहले सेट में २१-२५ से मात खानी पड़ी। पहला सेट गंवाने के बाद रविवि की खिलाडिय़ों ने वापसी की और लगातार तीनों सेट जीतरकर मैच जीत लिय। दूसरे सेट में कांटे का मुकाबला हुआ और यह सेट रविवि ने २५-२१ से जीता। तीसरा सेट २५-११ से जीतने के बाद चौथे सेट में रविवि को फिर से नैनीताल के खिलाडिय़ों को मात देने में पसीना बहाना पड़ा। यह सेट भी जोरदार रहा और कभी रविवि की टीम आगे तो कभी नैतीनात की टीम आगे होते रही, अंत में रविवि ने यह सेट २५-२० से जीतने के साथ मैच २१-२५, २५-२१, २५-११, २५-२० से जीत लिया।
पहले मैच में जीतने वाली घासीदास विवि की टीम को आज दूसरे ही मैच में मात खानी पड़ी। उसका मुकाबला लखनऊ से हुआ। इस मैच में लखनऊ की टीम सीधे सेटों में २५-७, २५-१२, २५-१६ से जीती। स्पर्धा के अन्य मैचों में बंगाल विवि बालासाकर ने टीएम भागलपुर को २५-६, २५-१६, २५-१३ , रांची ने मेरठ विवि को २३-२५, २५-२३, २५-१७, २५-१२, एचएनबी गढ़वाल श्रीनगर ने एमडीपी रोहिलखेड़ बरेली को २५-८, २५-१६, २५-२० हिमाचल ने एमडीयू रोहतक को २५ृ-१८, २५-२३, २५-१९ , ललित एनएम दरभंगा ने डीडीयब गोरखपुर को २५-४, २५-९, २५-११ और गुरुनानक देव विवि अमृतसर ने वर्धमान को २५-१४, २५-२१, २७-२५ से मात दी।

छत्तीसगढ़ ने राजस्थान को पीटा


प्रगति क्लब पंडरी में मैदान चारों तरफ दर्शकों से खचा-खचा भरा है और छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों का दम-खम देखकर दर्शक रोमांचित है। सभी दर्शन अपने राज्य की खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ा रहा है। खिलाड़ी दर्शकों की वाह-वाही के बीच जोरदार खेल दिखाती और राजस्थान को मात देकर देन में सफल हो जाती है। मेजबान खिलाडिय़ों ने यह मैच आसानी से जीत लिया।


यह नजारा नजर यहां चल रही राष्ट्रीय सीनियर कबड्डी स्पर्धा में। शाम के सत्र में जैसे ही छत्तीसगढ़ के मैच होने की घोषणा हुई, सभी दर्शक उसी मैदान की तरफ चल पड़े। जैसेै ही छत्तीसगढ़ की खिलाड़ी मैदानी में उतरी सभी दर्शक उनका हौसला बढ़ाने लगे। इसके पहले चूंकि छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम अपने पहले मैच में हार गई थी, ऐसे में सभी खेल प्रेमियों के साथ प्रदेश के खेल संघ के पदाधिकारियों की सारी उम्मीद महिला टीम से ही थी। महिला टीम ने सभी की उम्मीदों को पूरी करते हुए ऐसा खेल दिखाया जिसका जवाब राजस्थान की खिलाडिय़ों के पास नहीं था। जब भी छत्तीसगढ़ लेकर आती दर्शकों की भीड़ शोर करने लगती और उनके खेल की प्रशंसा करने से दर्शन नहीं चूकते। दर्शकों के साथ प्रशिक्षकों की रणनीति की मदद से अंतत छत्तीसगढ़ ने यह मैच २७-२० से जीत लिया।


महिला वर्ग के एक अन्य मैच में गुजरात को मप्र से हार का सामना करना पड़ा। इसके पहले गुजरात को कल भी पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा था। आज मप्र ने उसे आसानी से ६४-२४से मात दी।

पुरुष वर्ग में बीएसएनएल की टीम ने अपना विजयक्रम जारी रखते हुए आज गुजरात को ३-१९ से मात दी। इसी टीम ने पहले मैच छत्तीसगढ़ को हराया था। प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाल साहू ने बताया कि स्पर्धा में आज देर तक मैच होंगे, इसके बाद फाइनल मुकाबले कल शाम को हांगे।

शनिवार, 9 जनवरी 2010

मेजबान छत्तीसगढ़ पहले मैच ही हारा

राष्ट्रीय सीनियर कबड्डी के पहले ही मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ को बीएसएनएल से मात खानी पड़ी। महिला वर्ग का पहला मैच गोवा ने कड़े मुकाबले में जीता।

प्रगति मैदान में आज से प्रारंभ हुई स्पर्धा में पुरुष वर्ग में पहला मैच मेजबान छत्तीसगढ़ और बीएसएनएल के बीच खेला गया। इस मैच में मेजबान को २१-५७ से मात खानी पड़ी। महिला वर्ग के पहले मैच में गोवा से कड़े संघर्ष के बाद गुजरात को ३७-३६ से परास्त किया।

इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन मुख्यअतिथि सांसद रमेश बैस ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि खेलों के प्रति भी लोग में जागृति आ रही है। छत्तीसगढ़ में लगातार राष्ट्रीय खेल हो रहे हैं। प्रदेश तीरंदाजी संघ का अध्यक्ष होने के नाते मैंने भी पिछले साल यहां पर जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन करवाया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि कबड्डी ही एक ऐसा खेल है जिसमें किसी खेल सामान की जरूरत नहीं होती है, बाल्कि यह खेल आमने-सामने खेला जाता है। इस देशी खेल को देखने के लिए दर्शक भी ज्यादा जुटते हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में विजय बघेल, गोपालकृष्ण अग्रवाल, नंद कुमार साहू के साथ प्रदेश कबड्डी संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी और महासचिव रामविसाल साहू के साथ संघके पदाधिकारी और खिलाड़ी उपस्थित थे।

८ राज्यों की टीमें मैदान में

स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ गोवा, राजस्थान, महाराष्ट्र, मप्र, गुजरात, विदर्भ और बीएसएनएल की टीमें खेल रही हैं।

रैली देखने उमड़े लोग

स्पर्धा के प्रारंभ होने से पहले सभी राज्यों के खिलाडिय़ों की एक बैड बाजे के साथ प्रगति मैदान से निकाली गई। यह रैली पंडरी बस स्टैंड तक गई और वापस आई। इस रैली को देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। खिलाडिय़ों को रास्ते में दुकानदारों से मिठाई के साथ बिस्कुट भी खिलाए। रैली के वापस आने पर मैदान में खिलाडिय़ों ने मार्च पास्ट कियी जिसकी अतिथियों ने सलामी ली। खिलाडिय़ों को खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाने का काम प्रदेश की राष्ट्रीय खिलाड़ी कविता पटले ने किया।

रविवि-घासीदास विवि की जीत से शुरुआत

उत्तर-पूर्वी अंतर विवि महिला वालीबॉल में मेजबान रविवि के साथ गुरुघासी दास विवि ने भी अपने-अपने मैच जीत लिए। बस्तर विवि को दूसरे मैच में हार के साथ स्पर्धा से बाहर पड़ा।

रविवि के मैदान में चल रही स्पर्धा में मेजबान रविवि ने शाम के सत्र में फकीर विवि बालासोर को आसानी से २५-५, २५-८, २५-६ से मात दी। गुरुघासी दास विवि ने काशी विद्यापीठ को २५-१२, २५-२३, २५-१३ से हराया। पहले मैच में जीतने वाली बस्तर विवि की टीम को आज एलएमएल दरभंगा ने ४-२५, ६-२५, ६-२५ से मात देकर बाहर कर दिया। अन्य मैचों में एमडी रोहतक ने आगरा विवि को २५-७, २५-७, २५-६, से, लखनऊ ने ङाांसी को २५-१, २५-४, २५-७ से, मेरठ ने पूर्वांचल जैनपुर को २५-५, २५-३, २५-५ से, एचएनबी गढ़वाल ने अलीगढ़ को २५-१, २५-४, २५-१४ से, गुरुनानाक देव अमृतसर ने कानपुर को २५-७, २५-६, २५-६ से, वर्घमान ने दिल्ली को २५-२२, २५-१६, २५-२३ से, भागलपुर ने अवधि विवि को २५-२२, २५-२३, २५-१९ से और एमडी रोहतक ने जम्मू को २५-८, २५-१४, २५-१२ से मात दी। स्पर्धा में ९ जनवरी को सुबह के सत्र में ८ और शाम के सत्र में चार मैच खेल जाएंगे। स्पर्धा नाकआउट आधार पर हो रही है।

शुक्रवार, 8 जनवरी 2010

बस्तर विवि ने जीता पहला मैच

उत्तर पूर्वी अंतर विश्वविद्यालयीन महिला वालीबॉल के पहले मैच में बस्तर विवि ने पहले मैच में रीवां विवि को सीधे सेटों में ३-० से मात देकर अगले चक्र में प्रवेश किया। एक अन्य मैच में जम्मू विवि ने दरभंगा विवि को मात दी। मेजबान रविवि का पहला मैच कल होगा। स्पर्धा का उद्घाटन प्रदेश के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया।

रविवि की मेजबानी में आज से प्रारंभ हुई स्पर्धा में शाम के सत्र में पहला मैच बस्तर विवि और रीवां विवि के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा और बस्तर विवि ने आसानी से २५-१६, २५-२३-२५-१६ से मैच जीतकर अगले चक्र में स्थान बनाया। दूसरे मैच में जम्मू विवि ने दरभंगा विवि को २५-१५, २५-१४, २५-१३ से परास्त किया। तकनीकी विवि जालंधर और बीएमयू बनारस की टीमोंं के न आने पर गढ़वाल श्रीनगर और अवध विवि फैजाबाद को वाकओवर मिला।

इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ नया राज्य है, लेकिन इसके बाद भी हमारे राज्य में राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं का लगातार आयोजन किया जा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही राजधानी में राष्ट्रीय टेबल टेनिस स्पर्धा खेली गई। हम लोगों ने राजधानी में राष्ट्रीय स्कूली खेलों का भी आयोजन पिछले साल किया है। हमारे राज्य ने तो अब राष्ट्रीय खेल २०१३-१४ की मेजबानी भी ली है। खेलों में हर तरह की सुविधाएं देने का काम हमारी सरकार कर रही है। हमने राजधानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बना दिया है। खेलों की और भी सुविधाएं देने का काम हमारी सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए खुशी की बात है कि यहां पर अंतर विवि वालीबॉल स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने देश भर से आईं महिला खिलाडिय़ों से कहा कि आप सबका छत्तीसगढ़ में स्वागत है। आप हमारे मेहमान हैं आप यहां आए हैं तो हमारे राज्य के बारे में भी जरूर जानें। कार्यक्रम की अध्यक्षता जहां रविवि के कुलपति शिव कुमार पांडे ने की, वहीं देवजी पटेल, विजय बघेल, मो। अकरम खान एवं नीता डुमरे विशेष अतिथि थे। अतिथियों को रविवि के संचालक प्रकाश सिंह ठाकुर के साथ अतुल शुक्ला एवं बीएस चंदेल ने स्मृति चिन्ह दिए।

स्पर्धा में दूसरे दिन सुबह ८ बजे से ही मुकाबले प्रारंभ हो जाएंगे। कल कुल १७ मैच खेले जाएंगे। स्पर्धा में मेजबान रविवि का पहला मैच कल फकीर विवि बालासोर से होगा।

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में छत्तीसगढ़ के ६ क्रिकेटर जाएंगे में छत्तीसगढ़ के ६ क्रिकेटर जाएंगे

छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की मेजबानी में पहली बार रायपुर में खेली गई राष्ट्रीय अंडर १९ क्रिकेट स्पर्धा का मेजबान को यह फायदा मिला है कि प्रदेश के ६ खिलाडिय़ों के साथ कोच का भी चयन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के लिए किया गया है। ये खिलाड़ी और कोच अब १० जनवरी को बेंगलौर जाएंगे।

यह जानकारी देते हुए क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के साथ महासचिव राजेश दवे ने बताया कि प्रदेश ने राष्ट्रीय क्रिकेट की जो मेजबानी की उसके फलस्वरूप यहां के ६ खिलाडिय़ों प्रखर राय, विशाल कुशवाहा, प्रतीक राज, वी। नितीश राव, अखंड प्रताप सिंह, इयान कास्टर के साथ कोच राजा बनर्जी का भी चयन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के लिए किया गया है। ये खिलाड़ी बेंगलौर में अकादमी के शिविर में शामिल होने के
लिए यहां से १० जनवरी को विमान से जाएंगे। वहां पर ११ से १७ जनवरी तक प्रशिक्षण शिविर लगेगा।

प्रदेश के इन खिलाडिय़ों के चुने जाने की संभावना उसी समय हो गई थी, जब राष्ट्रीय अंडर १९ साल की स्पर्धा में इन खिलाडिय़ों के लाजवाब प्रदर्शन की बदौलत मेजबान ने खिताब जीता था। फाइनल मैच के दिन यहां पर राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख संदीप पाटिल आए थे। इसी के साथ बीसीसीआई के संजय जगदाले और रत्नाकर शेट्ठी भी आए थे। संदीप पाटिल ने तो माडिया से चर्चा नहीं की थी, लेकिन उन्होंने यह संकेत जरूर दिए थे कि जो भी प्रतिभाशी खिलाड़ी हैं उनको अकादमी में मौका मिल सकता है। संजय जगदाले ने मीडिया से कहा था कि छत्तीसगढ़ के जिन खिलाडिय़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया है उनको राष्ट्रीय अकादमी में मौका मिलेगा।

जिन खिलाडिय़ों को मौका मिला है, उन खिलाडिय़ों की भी नजरें राष्ट्रीय अकादमी पर ही थी, उन्होंने हरिभूमि से चर्चा करते हुए संभावना भी जताई थी कि उनको स्पर्धा में खेलने का फायदा राष्ट्रीय अकादमी में मौके से मिल सकता है। अब जबकि प्रदेश के ६ खिलाडिय़ों को अकादमी में मौका मिल गया है तो इन खिलाडिय़ों की नजरें भारतीय की अंडर १९ टीम के साथ अंडर २२ टीम में स्थान बनाने पर होंगी।

एयरफोर्स सेफा में

अखिल भारतीय फुटबॉल में एयरफोर्स ने मोहम्डन स्पोर्टिंग को ५-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। यहां उसका मुकाबला गोरखा रायफल लखनऊ से होगा।

शेरा क्लब द्वारा आयोजित स्पर्धा में एयरफोर्स ने एडविन और सर्वण कुमार के दो-दो गोलों और स्टीफन के एक गोल की मदद से मोहम्डन स्पोर्टिंग को ५-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। दूसरे क्वार्टर फाइनल में गोरखा रायफल लखनऊ ने रब्बानी क्लब कामठी को २-१ से मात दी। मैच का पहला गोल रमेश बासू ने खेल के ५१वें मिनट में किया। खेल के अंतिम मिनट में जहां विनोद गुम ने गोरखा रायफल के लिए दूसरा गोल किया, वहीं रब्बानी के लिए नवीद खान ने एक गोल दागा। अब कल दोपहर दो बजे गोरखा रायफल का सेमीफाइनल में एयरफोर्स से मुकाबला होगा।

गुरुवार, 7 जनवरी 2010

शेरा क्लब भी पेशेवेर टीम बनाएगा


राजधानी रायपुर का सबसे पुराना शेरा क्लब भी अब पेशेवर फुटबॉल टीम बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इस टीम में देश के करीब १० पेशेवर खिलाडिय़ों को रखा जाएगा। इन खिलाडिय़ों को ८ से १० हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा। टीम में १० खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के भी रखे जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि अब उनका क्लब प्रदेश में फुटबॉल के विकास के लिए पेशेवर टीम बनाने जा रहा है। पेशेवर खिलाडिय़ों के क्लब से जुडऩे से क्लब के साथ प्रदेश के खिलाडिय़ों को उनका खेल देखकर सीखने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि क्लब से तय किया है कि हम लोग देश के उन राज्यों के खिलाडिय़ों को रखेगे जिन राज्यों में फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि हम लोग मणिपुर, मिजोरम, बंगाल के खिलाडिय़ों पर विशेष ध्यान देंगे, टीम में दो विदेशी खिलाडिय़ों को भी रखने की योजना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि हमारा क्लब जिन खिलाडिय़ों को खरीदेगा उनको ८ से १० हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर माह कम से कम एक लाख रुपए खर्च होंगे। टीम में जितने पेशेवर खिलाड़ी रखे जाएंगे, उतने ही खिलाड़ी अपने राज्य के रखेंगे ताकि उनके खेल में भी निखार आए। उन्होंने बताया कि इसी के साथ यह भी योजना है कि २० खिलाडिय़ों की एक और टीम बनाई जाएगी जिसमें प्रदेश के ही खिलाड़ी रखे जाएंगे। इस टीम का मैच और अभ्यास पेशेवर टीम से करवाया जाएगा। पेशेवर टीम के रहने और खाने की व्यवस्था यहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस टीम का अभ्यास सप्रे स्कूल के साथ स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में होगा।
्श्री प्रधान ने बताया कि जहां पेशेवर खिलाड़ी खरीदे जाएंगे, वहीं प्रशिक्षक भी पेशेवर रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कोच और खिलाडिय़ों के लिए भारतीय फुटबॉल संघ की मदद ली जाएगी। बकौल श्री प्रधान संघ को अपने बजट से अवगत करने के बाद उनसे उन खिलाडिय़ों की सूची मांगी जाएगी जो हमारे बजट में फिट रहेंगे। हमारी टीम का इसके बाद फुटबॉल संघ से पंजीयन करवाया जाएगा और देश की नामी स्पर्धाओं में खेलने भेजेंगे।


दूसरी पेशेवर टीम होगी

शेरा क्लब द्वारा बनाई जाने वाली पेशेवर फुटबॉल टीम प्रदेश की दूसरी पेशेवर फुटबॉल टीम होगी। इसके पहले जेसीबी ने एक पहल करते हुए प्रदेश की पहली पेशेवर फुटबॉल टीम बनाई है। यह टीम पिछले साल से लगातार कई स्पर्धाओं में खेल रही है, इस टीम में भी करीब १० खिलाड़ी पेशेवर और इतने ही प्रदेश के हैं। इस टीम के कोच भी पेशेवर हैं। इस टीम में दो नाइजीरियन खिलाड़ी शामिल हैं। यह टीम यहां पर अखिल भारतीय स्पर्धा में खेल रही थी, आज ही उसे सेमीफाइनल में एमेटी क्लब से मात खानी पड़ी।

बुधवार, 6 जनवरी 2010

एमेटी फाइनल में

देश भर के पेशेवर खिलाडिय़ों को लेकर खेल रही जेसीबी भिलाई ब्रदर्स की टीम की दाल आज एमेटी क्लब के सामने नहीं गली और उसे सेमीफाइनल में कड़े मुकाबले के बाद मात खानी पड़ी। इस जीत के साथ एमेटी की टीम फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई।

स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय फुटबॉल में शाम के सत्र में पहला सेमीफाइनल मैच एमेटी कलब हरियाणा और भिलाई की उस जेसीबी भिलाई ब्रदर्स के बीच खेला गया जिस टीम में देश के चुनिंदा पेशेवर खिलाड़ी शामिल है। इस मैच में कांटे का मुकाबला देखने को मिला। मैच का पहला गोल एमेटी के इग्फू ने किया। एक गोल से पीछे होने के बाद भिलाई ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगा दिया। भिलाई के खिलाड़ी लगातार हमले कर रहे थे, पर एमेटी की रक्षापंक्ति इतनी तगड़ी थी कि उसे भेद ही नहीं पा रहे थे, कई बार ऐसे मौैके आए जब लगा कि अब गोल हो जाएगा, लेकिन एमेटी की रक्षापंक्ति की सतर्कता के कारण गोल नहीं हो रहा था। मैच के अंतिम मिनट में भिलाई के खिलाड़ी रेफरी से उलङा गए जिसके कारण तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। आयोजकों को मैदान में बीच-बचाव करने जाना पड़ा। किसी तरह से मैच प्रारंभ करवाया गया तो भिलाई के खिलाडिय़ों ने इसका फायग्दा उठाते हुए अंतिम मिनट में गोल करके स्कोर १-१ से बराबर कर दिया। यह गोल इनी ने किया। इस गोल के बाद मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें भिलाई के खिलाड़ी का पहला ही गोल एमेटी के गोलकीपर सुखदेव ध्रुव ने रोक लिया। इसके बाद भिलाई के एक खिलाड़ी का शाट क्रास बार से टकरा कर वापस आ गया। एमेटी के चार खिलाड़ी गोल करने में सफल रहे जबकि भिलाई की तरफ से दो ही गोल हो सके। यह मैच एमेटी ने ५-३ से जीतकर फाइनल में स्थान बना लिया। दोपहर के सत्र में हुए मैच में एयरफोर्स ने गोंदिया को मनीष नेगी की हैट्रिक की मदद से ३-० से मात दी। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा।

आयोजन सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में कल दो मैच होंगे, पहला मैच गोरखा बटालियन लखनऊ का नागपुर अकादमी के साथ और दूसरा मैच रब्बानी क्लब कामठी का समलेश्वरी क्लब संबलपुर के साथ होगा।

राष्ट्रीय कबड्डी ८ से रायपुर में

प्रदेश की राजधानी रायपुर में पहली बार होने वाली जोनल राष्ट्रीय कबड्डी चैंपियनशिप में खेलने के लिए सात राज्यों के साथ बीएसएनएल की भी टीम आएगी। यहां पर ८ से १० जनवरी तक मुकाबले होंगे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाल साहू ने बताया कि यह पहला मौका है जब राज्य में सीनियर वर्ग की जोनल राष्ट्रीय स्पर्धा हो रही है। इस स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ मप्र, गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र, विदर्भ, राजस्थान के साथ बीएसएनएल की टीमें खेलेंगी। स्पर्धा पुरुष वर्ग के साथ महिला वर्ग में भी होगी।

उन्होंने बताया कि स्पर्धा के लिए पंडरी के प्रगति कबड्डी क्लब में मैदान तैयार किए जा रहे हैं। यहां पर फ्लड लाइट की भी व्यवस्था की जा रही है ताकि मैच दिन के साथ रात में भी हो सके। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में कई राष्ट्रीय खिलाडिय़ों का खेल देखने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि स्पर्धा का उद्घाटन ८ जनवरी को दोपहर दो बजे होगा। इसके पहले सुबह के सत्र में सभी टीमों के खिलाडिय़ों की एक भव्य रैली निकाली जाएगी, यह रैली नगर भ्रमण करेगी।

सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की टीमों का चयन कर लिया गया है और इन टीमों का प्रशिक्षण शिविर भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी टीमें जरूर फाइनल में स्थान बनाने का प्रयास करेंगी। वैसे यह राह आसान नहीं है, फिर भी सेमीफाइनल तक तो टीमें पहुंच सकती हैं। उन्होंने पूछने पर कहा कि स्पर्धा को मैट पर करवाने का प्रयास किया गया, पर इसकी व्यवस्था नहीं हो सकी है।

आने लगीं टीमें

रविशंकर विश्वविद्यालय की मेजबानी में सात जनवरी से होने वाली अंतर विवि वालीबॉल स्पर्धा में खेलने के लिए टीमों के आने का क्रम प्रारंभ हो गया। कल तक सारी टीमें आ जाएंगी।
जानकारी देते हुए रविवि शारीरिक शिक्षा विभाग के संचालक प्रकाश सिंह ठाकुर ने बताया कि आज हिमाचल प्रदेश, लखनऊ के साथ केरल की टीमें आ गई हैं। कल सुबह से टीमों के आने का सिलसिला प्रारंभ होगा और रात तक सारी टीमें आ जाएंगी। उन्होंने बताया कि स्पर्धा की सारी तैयारी कर ली गइ है। स्पर्धा में प्रदेश संघ के महासचिव मो. अकरम के साथ उनके संघ का विशेष सहयोग लिया जा रहा है। संघ के सहयोग से ही तकनीकी अधिकारियों की भी नियुक्ति होगी। स्पर्धा का प्रारंभ सात जनवरी को दोपहर १२ बजे से रविवि मैदान में होगा।

मंगलवार, 5 जनवरी 2010

मल्लिका, पूजा, हरमीत, सौम्यजीत चैंपियन



राष्ट्रीय टेबल टेनिस के जूनियर फाइनल में महाराष्ट्र की मल्लिका भंडारकर और रेलवे के हरमीत देसाई ने जीत प्राप्त कर खिताब जीता। यूथ वर्ग का खिताब महाराष्ट्र की पूजा सहस्त्रबुद्धे एवं नार्थ बंगाल के सौम्यजीत बोस ने जीता।


जूनियर वर्ग में बालकों का फाइनल मैच रेलवे के हरमीत और तमिलनाडु के जी। सत्येन के बीच खेला गया। यह मैच कांटे का रहा और इसमें हरमीत ने १०-१२, ११-५, ११-३स्, ६-११, ७-११, ११-३, १३-११ से बाजी मारी। बालिका वर्ग के फाइनल में मल्लिका भंडारकर ने निखत बानो को ४-११, ११-५, ५-११, १०-१२, ११-६, ११-८, ११-४ से परास्त किया।


यूथ वर्ग के फाइनल में जी। सत्येन का मुकाबला नार्थ बंगाल के सौम्यजीत बोस ने हुआ। इस फाइनल मैच के ठीक १५ मिनट पहले ही सत्येन ने जूनियर वर्ग का फाइनल खेला था और हार गए थे। यूथ के फाइनल में सत्येन पहले दो गेम हार गए लेकिन इसके बाद वापसी करते हुए लगातार तीन गेम जीत गए। छठा गेम सौम्य ने जीता। अंतिम गेम भी कांटे का हुआ इसमें बाजी मारते हुए सौम्य ने खिताब ११-६, ११-७, १२-१४, ९०११, १०-१२, ११-५, ११-८ से अपने नाम कर लिया।


इससे पहले जूनियर वर्ग के बालकों के सेमीफाइनल में आरएसपीबी के हेमंत देसाई ने एसपीबीए के सौरभ साहा को कड़े मुकाबले में सात सेटों तक चले मैच में ४-३ से मात दी। इस मैच में हेमंत को ११-५, १०-११, १२-११, ६-११, ६-११, १३-१२, ११-६ से जीत मिली। दूसरे सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त तमिलनाडु के जी। सत्येन ने दिल्ली के सार्थक गांधी को ७-११, ११-२, ११-५, ११-९, ११-७ से मात दी। बालिका वर्ग के पहले सेमीफाइनल में एपी की निखत बानो ने नार्थ बंगाल की अंकिता दास को ४-१ से परास्त कर फाइनल में स्थान बनाया। इस मैच में निखत बानो ने १२-११, ५-११, ११-९-११-५, ११-५ से जीत प्राप्त की। दूसरा सेमीफाइनल मैच महाराष्ट्र की शीर्ष वरीयता प्राप्त मल्लिका भंडारकर ने प. बंगाल की कृतिका को हराकर जीता।


यूथ वर्ग के बालिकाओं के पहले सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता वाली महाराष्ट्र की पूजा सहस्त्रबुद्धे ने दिल्ली की मोनिका बत्रा को ४-१ से हराया। इस मैच में पूजा ने चीर सेट ११-५, ११-७, ११-८, ११-४ से जीते जबकि एक सेट ८-११ से गंवाया। दूसरा सेमीफाइनल मैच दिव्या देशपांडे को हराकर अंकिता दास ने जीता।


फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व केद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल थे। इन्होंने विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री विधान मिश्रा, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कमलेश मेहता, प्रदेश टेटे संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला, अमिताभ शुक्ता उपस्थित थे।


मेजबान के हाथ खाली रहे

स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ के हाथ एक मात्र सफलता यही लगी उसकी यूथ बालक टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही। इसके पहले कभी भी छत्तीसगढ़ की कोई टीम प्रीक्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी। व्यक्तिगत मुकाबलों में यूथ वर्ग में सुरिभ मोदी के साथ सागर घाटगे ने नाकआउट चक्र में स्थान बनाया। सुरभि को जहां पहले ही चक्र में मात मिली, वहीं एक चक्र जीतने के बाद सागर दूसरे चक्र में हार गए। छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को अनुभव की कमी के साथ अच्छे कोच की कमी की वजह से सफलता नहीं मिल सकी।

जेसीबी भिलाई ब्रदर्स सेफा में

अखिल भारतीय फुटबॉल में छत्तीसगढ़ की पहली पेशेवर फुटबॉल टीम जेसीबी भिलाई ब्रदर्स ने एकतरफा मुकाबले में वेस्टन मुंबई को ४-० से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। यहां अब उसका कल एमेटी क्लब हरियाणा से मुकाबला होगा। एक अन्य मैच में मोहम्डन स्पोर्टिंग ने सडनडेथ में एसईसी रेलवे नागपुर को ५-४ से परास्तक किया।

स्पोट्र्स कॉमप्लेक्स के मैदान में चल रही स्पर्धा में आज दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच जेसीबी भिलाई ब्रदर्स और वेस्टन मुंबई के बीतच खेला गया। भिलाई को कमजोर आंकने वाली मुंबई टीम को यह मैच ०-४ से गंवाना पड़ा। मैच में पहला गोल इनीन ने खेल के ३१वे मिनट में किया। इनीन ने ही दूसरा गोल खेल के ४१वें में दागा। पहले हॉफ में स्कोर २-० से भिलाई के पक्ष में रहा। दूसरे हॉफ में भिलाई के खाते में फिर दो गोल आए। पहला गोल एरिल ने ६८वें मिनट और दूसरा मो। सिद्दीकी ने ८६वें मिनट में किया।

एक अन्य मैच में मोहम्मडन स्पोर्टिंग कोलकाता ने सडनडेथ में एसईसी रेलवे नागपुर को कांटे के मुकाबले में हराया। मैच में निर्धारित समय तक मुकाबला १-१ की बराबरी पर था। मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर के बाद सडनडेथ का सहारा लिया गया। इसमें कोलकाता के लिए मो। शाहिद, नसीर खान, ङ्क्षमटू शाह और मो. इम्तियाज ने गोल किए। नागपुर के लिए नितिन, मो. रिजवान और जुडे एंथोनी ही गोल कर सके।

आयोजन सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में ५ जनवरी को पहला मैच एयरफोर्स दिल्ली और गोंदिया के बीच होगा। दूसरा मैच जो कि सेमीफाइनल है जेसीबी भिलाई ब्रदर्स और एमेटी क्लब हरियाणा के बीच होगा।

देश के ४० विवि की टीमें रायपुर खेलने आएंगी

रविशंकर विश्व विद्यालय की मेजबानी में होने वाली उत्तर-पूर्वी अंतर विवि महिला वालीबॉल चैंपियनशिप में खेलने के लिए देश के ४० विश्व विद्यालयों की टीमें आएंगी। इन टीमों के बीच मुकाबले के बाद रायपुर में ही १३ जनवरी से अखिल भारतीय स्पर्धा भी होगी।

यह जानकारी पत्रकार वार्ता में देते हुए रविवि शारीरिक शिक्षा विभाग के संचालक प्रकाश सिंह ठाकुर ने बताया कि रविवि की मेजबानी में पहली बार हो रही इस स्पर्धा की तैयारी रविवि के मैदान में चल रही है। स्पर्धा के लिए चार मैदान बनाए जा रहे हैं। स्पर्धा में पहले दिन जहां ६ मैच होंगे, वहीं इसके बाद प्रतिदिन ८ मैच खेले जाएंगे। स्पर्धा में शामिल होने वाली सभी ४० विवि की टीमों की मंजूरी मिल गई है। टीमों के आने का सिलसिला ६ जनवरी से प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि स्पर्धा के संचालन के लिए कई समितियों का गठन किया गया है। सभी समितियों में रविवि स्पोट्र्स बोर्ड के सदस्यों को रखा गया है।

उन्होंने पूछने पर बताया कि इसके पहले रविवि ने २००४ में उत्तर-पूर्वी अंतर विवि कबड्डी और २००६ में खो-खो और २००७ में नेटबॉल की मेजबानी की है। जहां तक वालीबॉल का सवाल है तो करीब एक दशक पहले पुरुष वालीबॉल स्पर्धा का आयोजन किया गया था।

उन्होंने बताया कि स्पर्धा का उद् घाटन ७ जनवरी को १२ बजे रविवि के मैदान में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता खेल मंत्री लता उसेंडी करेंगी। इस अवसर पर संसदीय सचिव विजय बघेल, पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राजेश चौहान, पूर्व ओलंपियन मुक्केबाज राजेन्द्र प्रसाद के साथ धरसीवां के विधायक देवजी पटेल भी उपस्थित रहेंगे। स्पर्धा के ११ जनवरी को होने वाले समापन समरोह के मुख्य अतिथि सांसद रमेश बैस होंगे। अध्यक्षता प्रदेश के कृषि मंत्री चन्दशेखर साहू करेंगे।

सोमवार, 4 जनवरी 2010

अरविंद-कमल मैराथन चैंपियन

खेल एवं युवा कल्याण विभाग की जिला मैराथन में धरसीवां के अरविंद ने जहां पुरुष वर्ग में विजेता का खिताब जीता वही मेजबान कसडोल की कमल कैवर्त ने एक बार फिर से बाजी मारते हुए महिला वर्ग में चैंपियन बनने का कमाल दिखाया। विजेताओं को पांच-पांच हजार नकद के साथ एक-एक सायकल इनाम में दी गई।

कसडोल में आयोजित मैराथन के प्रारंभ होने से पहले एक रैली निकाली गई। इस रैली को देखने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। रैली के बाद हुई मैराथन में पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर पिछले साल के विजेता अरविंद कुमार रहे। इसके बाद दूसरे से दसवें स्थान पर क्रमश: बृजेश कुमार सिंह, सुखनंदन ध्रुव, शोम सिंह, तुलसी रम साहू, उमेश कुमार, नरेन्द्र साहू, रामगोपाल और रामचंद निषाद रहे। महिला वर्ग में पहले स्थाथ पर कमल कैवर्त रहीं। इसके बाद दूसरे से दसवें स्थान पर लक्ष्मी साहू, त्रिवेणी ध्रुव, परमीला ध्रुव, रमीन निषाद, नूतन पैकरा, भागा साहू, बेमीन ध्रुव, मनीषा और दीक्षा तिवारी रही। इस सभी खिलाडिय़ों को नकद इनाम दिया गया।

मैराथन के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्य अतिथि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डुमरे के साथ हनुमान सिंह पुरस्कार प्राप्त संजय शर्मा और एनआईएस कोच गजेन्द्र पांडे थे । एक तरफ जहां १०वें स्थान तक पाने वाले खिलाडिय़ों को खेल विभाग ने नकद इनाम दिया, वहीं इन खिलाडिय़ों पर गांव वालों ने भी पुरस्कारों की बारिश कर दी। पहले स्थान पर रहने वाले धावकों को सायकल दी गई।

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