सोमवार, 11 जनवरी 2010

रविवि पहली बार सेमीफाइनल में

उत्तर-पूर्वी अंतर विवि में मेजबान रविशंकर विश्वविद्यालय का आज क्वार्टर फाइनल में कोलकाता विवि से मुकाबला हुआ। यह मुकाबला बेहद रोमांचक और कांटे का रहा। इसमें रविवि ने पहला सेट तो २५-१८ से जीता, पर दूसरा सेट १९-२५ से गंवा दिया। तीसरे सेट में फिर रविवि के हाथ सफलता लगी और यह सेट उसने २५-२२ से जीतकर २-१ की बढ़त बना ली। ऐसे में कोलकाता ने वापसी करते हुए चौथे सेट में रविवि को २५-८ से मात देकर २-२ की बराबरी प्राप्त कर ली। पांचवें और अंतिम सेट में कांटे का मुकाबला हुआ। कभी रविवि की टीम आगे तो कभी कोलकाता की टीम आगे हो जाती। मैच के अंतिम क्षणों तक रोमांचक कायम रहा और अंत में मेजबान टीम ने अपनी खिलाडिय़ों प्रतीक्षा साठे, रश्मि थामस, प्रियंका वर्मा और बुस्टर द्रोपती के लाजवाब खेल की मदद से यह सेट १५-१३ से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। ३-२ से मिली जीत के साथ ही रविवि की टीम पहली बार स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची। इसी के साथ रविवि को अखिल भारतीय स्पर्धा में भी खेलने की पहली बार पात्रता मिली। यह स्पर्धा उत्तर-पूर्वी स्पर्धा के समापन के बाद १३ जनवरी से रविवि के मैदान पर ही खेली जाएगी। क्वार्टर फाइनल में जीत से बाद शाम के सत्र में हुए सेमीफाइनल के लीग मुकाबलों में रविवि को पहले ही मैच में हिमाचल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में रविवि को हिमाचल विवि शिमला ने २५-८, २५-११, २५-१५ से मात दी। दूसरे सेमीफाइनल लीग में गुरुनानक देव विवि अमृतसर ने पंजाबी विवि पटियाला को ३-१ से हराया।
इसके पहले सुबह के सत्र में खेले गए क्वार्टर फाइनल मैचों में हिमाचल विवि ने कुरुक्षेत्र विवि को २५-२१, २१-२५, २३-२५, २५-२२, १५-१२ से , पंजाबी विवि पटियाला ने रांची विवि को २५-१७, २३-२५, २५-१३, २५-२१ और गुरुनानक देव विवि अमृतसर ने पंजाब विवि चंडीगढ़ को २५-२०, २०-२५, २५-२०, २२-२५, १५-२३ से मात दी। मेजबान रविवि के खेल संचालक प्रकाश सिंह ठाकुर ने बताया कि स्पर्धा में सेमीफाइनल मैच लीग हो रहे हैं। आज शाम के सत्र में दो लीग मैच खेले गए। बाकी लीग मैच ११ जनवरी की सुबह को खेले जाएंगे। शाम के सत्र में फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण का कार्य्रम होगा।

रविवि की सफलता से प्रदेश संघ में उत्साह

रविवि की टीम को मिली सफलता से प्रदेश वालीबॉल संघ में उत्साह है। संघ के महासचिव मो। अकरम खान ने कहा कि रविवि की सफलता से यह बात साबित होती है कि प्रदेश में वालीबॉल की लोकप्रियता बढ़ी है और खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश संघ वालीबॉल के खिलाडिय़ों को अच्छे कोच दिलाने के दिशा में भी काम कर रहा है। पहली बार ग्वालियर में राष्ट्रीय स्पर्धा से पहले प्रदेश की टीमों को संवारने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक चंदर सिंह की सेवाएं ली गई थी। इस वजह से टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा।

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