बुधवार, 6 जनवरी 2010

एमेटी फाइनल में

देश भर के पेशेवर खिलाडिय़ों को लेकर खेल रही जेसीबी भिलाई ब्रदर्स की टीम की दाल आज एमेटी क्लब के सामने नहीं गली और उसे सेमीफाइनल में कड़े मुकाबले के बाद मात खानी पड़ी। इस जीत के साथ एमेटी की टीम फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई।

स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय फुटबॉल में शाम के सत्र में पहला सेमीफाइनल मैच एमेटी कलब हरियाणा और भिलाई की उस जेसीबी भिलाई ब्रदर्स के बीच खेला गया जिस टीम में देश के चुनिंदा पेशेवर खिलाड़ी शामिल है। इस मैच में कांटे का मुकाबला देखने को मिला। मैच का पहला गोल एमेटी के इग्फू ने किया। एक गोल से पीछे होने के बाद भिलाई ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगा दिया। भिलाई के खिलाड़ी लगातार हमले कर रहे थे, पर एमेटी की रक्षापंक्ति इतनी तगड़ी थी कि उसे भेद ही नहीं पा रहे थे, कई बार ऐसे मौैके आए जब लगा कि अब गोल हो जाएगा, लेकिन एमेटी की रक्षापंक्ति की सतर्कता के कारण गोल नहीं हो रहा था। मैच के अंतिम मिनट में भिलाई के खिलाड़ी रेफरी से उलङा गए जिसके कारण तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। आयोजकों को मैदान में बीच-बचाव करने जाना पड़ा। किसी तरह से मैच प्रारंभ करवाया गया तो भिलाई के खिलाडिय़ों ने इसका फायग्दा उठाते हुए अंतिम मिनट में गोल करके स्कोर १-१ से बराबर कर दिया। यह गोल इनी ने किया। इस गोल के बाद मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें भिलाई के खिलाड़ी का पहला ही गोल एमेटी के गोलकीपर सुखदेव ध्रुव ने रोक लिया। इसके बाद भिलाई के एक खिलाड़ी का शाट क्रास बार से टकरा कर वापस आ गया। एमेटी के चार खिलाड़ी गोल करने में सफल रहे जबकि भिलाई की तरफ से दो ही गोल हो सके। यह मैच एमेटी ने ५-३ से जीतकर फाइनल में स्थान बना लिया। दोपहर के सत्र में हुए मैच में एयरफोर्स ने गोंदिया को मनीष नेगी की हैट्रिक की मदद से ३-० से मात दी। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा।

आयोजन सचिव मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में कल दो मैच होंगे, पहला मैच गोरखा बटालियन लखनऊ का नागपुर अकादमी के साथ और दूसरा मैच रब्बानी क्लब कामठी का समलेश्वरी क्लब संबलपुर के साथ होगा।

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