सोमवार, 31 अगस्त 2009

द्रोणाचार्य दो गोल से जीता

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल के एक मैच में द्रोणाचार्य ने बालाजी स्कूल को २-० से मात देकर अगले चक्र में स्थान बना लिया। विजेता टीम के लिए दोनों गोल प्रांजल गुप्ता ने किए। सोमवार को स्पर्धा में तीन मैच खेले जाएंगे।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में आयोजित राज्य अंतर स्कूल और अंतर कॉलेज फुटबॉल में रविवार को एक मैच में द्रोणाचार्य और बालाजी स्कूल के बीच खेला गया। इस मैच में प्रारंभ से ही द्रोणाचार्य का दबदबा रहा। मैच में पहला गोल खेल के पहले हॉफ में प्रांजल गुप्ता ने किया। पहले हॉफ में द्रोणाचार्य की टीम १-० से आगे थी। दूसरे हॉफ में बालाजी के खिलाडिय़ों ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगाया पर द्रोणचार्य की रक्षापंक्ति इतनी मजबूत थी कि उसको भेद ही नहीं सके। इधर द्रोणाचार्य ने जो हमले किए उसके कारण खेल के ४७वें मिनट में प्रांजल ने एक गोल और कर दिया। अंत में द्रोणाचार्य ने मैच २-० से जीत लिया।

शनिवार को हुए उद्घाटन में तीन मैच खेले गए थे। इसमें सालेम ने पद्मावती स्कूल को ६-० से मात दी। सालेम स्कूल के लिए अंकित ने ८, २० और २९ वें मिनट में गोल करके हैट्रिक बनाई। इसके अलावा माइकल ने ३०और ३५वें मिनट में गोल किए। नीरज ने एक गोल ४५वें मिनट में किया। दूसरे मैच में आदर्श स्कूल टाटीबंध ने गगनदीप सिंह के दो गोलों की मदद से माना स्कूल को हराया। तीसरे मैच में होलीक्रास की टीम पूर्णिमा स्कूल ने एक गोल से जीती।

आयोजक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में स्कूल की ३६ टीमों को प्रवेश दिया गया है। इनके बीच अभी नाकआउट मैच हो रहे हैं। बची हुई १६ टीमों के बीच लीग मैच होंगे, इसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेला जाएगा। कॉलेज वर्ग के मैच पांच सितंबर से प्रारंभ होंगे। इस वर्ग में २० टीमें हैं। इनके बीच ९ सितंबर तक नाकआउट मुकाबले होंगे। १० सितंबर से लीग मैच होंगे। इस वर्ग मे लीग के लिए ८ टीमों का चयन किया जाएगा।श्री प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में सोमवार को तीन मैच खेले जाएंगे। पहला शिशु निकेतन बनाम आदर्श स्कूल देवेन्द्र नगर दोपहर १ बजे,दूसरा मैच गुजराती बनाम माता सुंदरी दोपहर २ बजे और तीसरा मैच सुंदर लाल शर्मा बनाम सेंटपाल स्कूल दोपहर ३ बजे होगा।

जेबीसी ने कोरिया को हराया
गास मेमोरियल सेंटर में चल रही राज्य फुटबॉल स्पर्धा में दो मैच खेले दए। पहले मैच में जेबीसी भिलाई ने न्यू स्पोर्टिंग कलब कोरिया को एरिक के एक गोल की मदद से मात दी। दूसरे मैच में नेताजी क्लब भिलाई ने राजहरा को १-० से हराया। मैच का एक मात्र गोल पंकज ने किया। आयोजक प्रेम लूनावत ने बताया कि सोमवार को दो मैच खेले जाएंगे। पहला मैच एसएमएस क्लब रायपुर और राजहरा माइंस का और दूसरा छुईखदान का रोवर्स कलब भिलाई के साथ होगा।

बालिकाओं की खिताबी तिकड़ी

क्षेत्रीय शालेय बैडमिंटन में रायपुर जिले की टीमों ने चार खिताब जीत लिए। अंडर १४ साल में बालिका टीम के साथ बालकों की टीम ने भी खिताब जीत लिया। इसके बाद अंडर १७ और अंडर १९ में बालिका वर्ग के खिताब भी रायपुर के खाते में गए।

द्रोणाचार्य स्कूल में आयोजित स्पर्धा में अंडर १४ साल बालिका वर्ग में रायपुर ने फाइनल में महासमुन्द को सीधे सेटों में २-० से मात दी। इसके पहले खेले गए मैचों में रायपुर ने जहां धमतरी को मात दी, वहीं धमतरी ने बलौदाबाजार को और महासमुन्द ने बलौदाबाजार को २-१ से और रायपुर ने भी बलौदाबाजार को २-० से हराया। बालिका वर्ग में रायपुर ने धमतरी को मात देकर खिताब जीता। रायपुर ने धमतरी को २-१, महासमुन्द को २-०, और बलौदाबाजा को भी २-० से हराया। उपवजिता रहने वाली धमतरी की टीम ने बलौदाबाजार को २-०, महासमुन्द को २-० से हराया। अन्य मैचों में बलौदाबाजार ने महासमुन्द को २-० से हराया।

अंडर १७ साल बालिका में रायपुर ने धमतरी को २-०, महासमुन्द ने बलौदाबाजार को, महासमुन्द ने धमतरी को, रायपुर ने महासमुन्द को हरया। इसमें रायपुर की टीम विजेता और महासमुन्द की टीम उपविजेता रही। अंडर १९ साल बालिका में रायपुर ने धमतरी, महासमुन्द और बलौदाबाजार को मात देकर खिताब जीता। मैचों के निर्णायक संजय भंसाली और सुधीर पिल्ले थे। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष विजय अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के अध्यक्ष बहादूर आर्य ने की।

रविवार, 30 अगस्त 2009

५०० पदक ला हू



राज्य के खेल पुरस्कारों से नवाजे गए खेल सितारे

प्रदेश के खेल सितारों को खेल पुरस्कार से सम्मानित करते हुए राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने पहली बार छत्तीसगढ़ी में बोलते हुए खिलाडिय़ों से आव्हान किया कि अगली बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ५०० पदक जीतकर लाएं।


रविवि के प्रेक्षागृह में राज्यपाल ने जब छत्तीसगढ़ी में बोलना प्रारंभ किया तो सबको आश्चर्य मिश्रित खुशी हुई। उन्होंने कहा कि उनको जानकारी मिली है कि जब छत्तीसगढ़ बना था तब पहले साल में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पदक मिले थे। इसके बाद पदकों की बारिश होने लगी है। पिछले साल जहां २०० से ज्यादा पदक मिले, वहीं इस साल २८३ पदक मिले हैं। मैं अब चाहता हूं कि खिलाड़ी अगले साल के लिए ५०० पदकों का लक्ष्य लेकर चलें। राज्यपाल ने कहा कि मैंने दो साल पहले बृजमोहन अग्रवाल से कहा था कि खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए स्कूली परीक्षाओं में बोनस अंक देने चाहिए। जिसकी घोषणा आज उन्होंने की है।


इसके पहले बृजमोहन अग्रवाल ने यह जानकारी दी कि स्कूली खिलाडिय़ों के लिए परीक्षाओं में बोनस देने का फैसला किया गया है। खेल मंत्री लता उसेंडी ने बताया कि हमारी सरकार ने खेलों के बजट में १० गुना इजाफा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब काफी कम खेल बचे हैं जिनमें छत्तीसगढ़ को पदक नहीं मिले हैं। आने वाले सालों में इन खेलों में भी खिलाड़ी पदक लेकर आए। इस अवसर पर महापौर सुनील सोनी, रविवि के कुलपति शिवकुमार पांडे, डीपीजी विश्व रंजन, खेल सचिव सुब्रत साहू, खेल संचालक जीपी सिंह के साथ जिन शहीदों के नाम से खेल पुरस्कार दिए जाते हैं उनके परिजन भी उपस्थित थे।


इनको मिला पुरस्कार

खेल विभूति सम्मान- संसार चंद, एसडी दलजीत, आरएन बैनर्जी, बाबूलाल राय, टीकम दास अंदानी।


हनुमान सिंह पुरस्कार- नीता डुमरे (हॉकी) सुधीर वर्मा (नेटबॉल)।


शहीद कौशल यादव- अजय दीप सारंग (वेटलिफ्टिंग), छाया रानी (पावरलिफ्टिंग), बास्केटबॉल दल- अंकित पाणिग्रही, किरण पाल सिंह, के। राजेश कुमार, प्रभदीप सिंह, लुमेन्द्र साहू, मनोज सिंह, आशुतोष सिंह, राहुल राय, सुनील सिंह, पवन तिवारी, श्याम सुंदर। बालिका खिलाड़ी कविता और शोषण तिर्की। बेसबॉल टीम के सदस्य- साक्षी राजपूत, तरन्नुम खान, ज्योति शर्मा, शिखा रजक, काजल शंकर, सोनाली ताम्रकार, ज्योति पैकरा, शहाना परवीन, शबीना बेगम, शैल वर्मा, मनीषा विश्वमकर्मा, शालिनी, भूमिका यादव और ङारना देवांगन। क्रिकेट (महिला) शैला आलम।


शहीद राजीव पांडे पुरस्कार- कुमारी सीमा गोप (पावरलिफ्टिंग), अशोक कुमार पटेल (एथलेटिक्स), ओमप्रकाश सिंह (हैंडबॉल)। नेटबॉल टीम के सदस्य- पिताम्बर चौधरी, ऐश्वर्य पाठक, अमर पिल्ले, अंकित पाठक, कैलाश रेड्डी, निमिष जैन, गिरीशकांत, रशीद खान, जानकीशरण कुशवाहा, जागेश्वर सिंह, अंशुल शर्मा, सुनील आदित्य (सभी नेटबॉल)। महिला वर्ग में भावना खंडारे (नेटबॉल)। सायकल पोलो दल- एमएस करिश्मा, स्मृति कनेरिया, शुभांगी दुबे, सोनाली साव, मृदुला साहू, पूनम वर्मा, मोनिका वर्मा, हाजरा बेगम।


शहीद पंकज विक्रम- सचिन गुमास्ता (वालीबॉल), प्रदीप साहू, (साफ्टबॉल), रवीन्द्र सिंह ठाकुर (तीरंदाजी)।

शनिवार, 29 अगस्त 2009

प्रफुल बने रायपुर अभिमन्यु

महानगर कुश्ती चैंपियनशिप में रायपुर अभिमन्यु का खिताब प्रफुल ठाकुर ने जीता। रायपुर उदय उत्तम साहू और रायपुर घाटोत्कक्ष चिरंजीव साहू बने।
श्री शीतला मंदिर बजरंग अखाड़ा द्वारा आयोजित इस चैंपियनशिप में तीन खिताबों के लिए हुए मुकाबलों में राजधानी के कई पहलवानों के अपनी किस्मत आजमाई। रायपुर अभिमन्यु के मुकाबले में दंतेश्वरी अखाड़े के प्रफुल ठाकुर ने पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर लक्ष्मण निर्मलकर और तीसरे स्थान पर अजय ढीमर रहे। रायपुर उदय में पहले स्थान पर उत्तम साहू, दूसरे स्थान पर भानू ढीमर और तीसरे स्थान पर लखन यादव रहे। ५१ से ६० किलो वजन वर्ग वाले रायपुर घटोत्कक्ष खिताब के मुकाबले में पहले स्थान पर चिरंजीव साहू, दूसरे स्थान पर लच्छू ढीमर और तीसरे स्थान पर तुकेश्वर निषाद रहे। विजेता खिलाडिय़ों को नगरीय प्रशासन मंत्री राजेश मूणत ने पुरस्कार बांटे।

चरौदा ने की गोलों की बारिश

राज्य फुटबॉल चैंपियनशिप के पहले मैच में चरौदा ने गोलों की बारिश करते हुए कांकेर को १०-० से रौंद दिया। इस मैच में प्रवीण ने हेट्रिक सहित चार गोल किए। एक अन्य मैच में डोंगरगढ़ ने कांपा को कड़े मुकाबले के बाद टाईब्रेकर में ४-२ से पीटा।
शंकर नगर मैत्री क्लब द्वारा गास मेमोरियल मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में पहला मैच बीएमवाई चरौदा और कांकेर के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में शुरू से ही चरौदा के खिलाड़ी छाए रहे। चरौदा के लिए पहला गोल खेल के ८वें मिनट में क्लेफट ने किया। इसके बाद गोलों की ङाड़ी लग गई। प्रवीण ने २५, २६ और ३५ वें मिनट में गोल करके अपनी हैट्रिक पूरी की। प्रवीण ने एक और गोल ५९ वें मिनट में किया। मध्यांतर तक विजेता टीम ४०-० से आगे थी। दूसरे हॉफ में टीम ने ६ गोल किए। इस हॉफ में राजा ने ३८ वें और ५७ वें, क्लेफट ने ६० और ७७ वें, प्रवीण ने ५९वें और सुरेश ने ७९वें मिनट में गोल किए।

दूसरे मैच में डोंगरगढ़ ने कांपा को टाईब्रेकर में ४-२ से मात दी। इस मैच में निर्धारित समय तक कोई टीम गोल नहीं कर सकी। टाईब्रेकर में कांपा के लिए चित्रांस और गोरव मंघानी ने और विजेता टीम के लिए हितेश, विनय, प्रवीण और राजकुमार ने गोल किए। इसके पहले चैंपियनशिप का उद्घाटन त्रिलोक बरडिय़ा और विधायक कुलदीप जुनेजा ने किया।

शुक्रवार, 28 अगस्त 2009

६६ खिलाडिय़ों को खेल पुरस्कार

प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के जूनियर, सीनियर खिलाडिय़ों के साथ प्रशिक्षकों और निर्णायकों को दिए जाने वाले पुरस्कारों के लिए ६६ खिलाडिय़ों का चयन किया है। इन चुने गए खिलाडिय़ों को खेल दिवस के दिन २९ अगस्त को प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन खेल पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग प्रदेश के जूनियर खिलाडिय़ों को एक लाख का शहीद कौशल यादव पुरस्कार, सीनियर खिलाडिय़ों को दो लाख पच्चीस हजार का शहीद राजीव पांडे पुरस्कार, प्रशिक्षकों और निर्णायकों को एक-एक लाख का हुनमान सिंह पुरस्कार देता है। इसी के साथ ऐसे खेलों में जिनमें पदक नहीं मिल पाते हैं लेकिन इन खेलों के खिलाड़ी लगातार पांच साल से राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल रहे हैं, उनको २५ हजार की राशि का शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार और खेलों को जीवन समर्पित करने वालों को २५ हजार का खेल विभूति पुरस्कार दिया जाता है। इन सभी पुरस्कारों के लिए खेल विभाग में जो आवेदन आए थे, उन आवेदनों में से पात्र खिलाडिय़ों का चयन करके उसको पुरस्कारों का चयन करने वाली जूरी के सामने २२ अगस्त को रखा गया। इस जूरी के फैसले के बाद चुने गए खिलाडिय़ों की सूची अनुमोदन के लिए खेल मंत्रालय भिजवाई गई। वहां से सूची का अनुमोदन करके खेल मंत्री लता उसेंडी के पास भेजा गया उनके अनुमोदन के बाद खेल विभाग ने गुरुवार को दोपहर यह सूची जारी कर दी है। इस सूची के मुताबिक शहीज राजीव पांडे पुरस्कार २४ खिलाडिय़ों, शहीद कौशल यादव ३२ खिलाडिय़ों, हनुमान सिंह अवार्ड एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक को दिया गया है। इसी के साथ खेल विभूति सम्मान ५ पुराने खिलाडिय़ों और पंकज विक्रम पुरस्कार तीन खिलाडिय़ों को दिया गया है।
पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी इस प्रकार हैं- शहीद कौशल यादव- अजय दीप सारंग (वेटलिफ्टिंग), छाया रानी (पावरलिफ्टिंग), बास्केटबॉल दल- अंकित पाणिग्रही, किरण पाल सिंह, के। राजेश कुमार, प्रभदीप सिंह, लुमेन्द्र साहू, मनोज सिंह, आशुतोष सिंह, राहुल राय, सुनील सिंह, पवन तिवारी, श्याम सुंदर। बालिका खिलाड़ी कविता और शोषण तिर्की। बेसबॉल टीम के सदस्य- साक्षी राजपूत, तरन्नुम खान, ज्योति शर्मा, शिखा रजक, काजल शंकर, सोनाली ताम्रकार, ज्योति पैकरा, शहाना परवीन, शबीना बेगम, शैल वर्मा, मनीषा विश्वमकर्मा, शालिनी, भूमिका यादव और ङारना देवांगन। क्रिकेट (महिला) शैला आलम।

शहीद राजीव पांडे पुरस्कार- कुमारी सीमा गोप (पावरलिफ्टिंग), अशोक कुमार पटेल (एथलेटिक्स), ओमप्रकाश सिंह (हैंडबॉल)। नेटबॉल टीम के सदस्य- पिताम्बर चौधरी, ऐश्वर्य पाठक, अमर पिल्ले, अंकित पाठक, कैलाश रेड्डी, निमिष जैन, गिरीशकांत, रशीद खान, जानकीशरण कुशवाहा, जागेश्वर सिंह, अंशुल शर्मा, सुनील आदित्य (सभी नेटबॉल)। महिला वर्ग में भावना खंडारे (नेटबॉल)। सायकल पोलो दल- एमएस करिश्मा, स्मृति कनेरिया, शुभांगी दुबे, सोनाली साव, मृदुला साहू, पूनम वर्मा, मोनिका वर्मा, हाजरा बेगम।

हनुमान सिंह पुरस्कार- नीता डुमरे (हॉकी) सुधीर वर्मा (नेटबॉल)। ।

खेल विभूति सम्मान- संसार चंद, एसडी दलजीत, आरएन बैनर्जी, बाबूलाल राय, टीकम दास अंदानी।
शहीद पंकज विक्रम- सचिन गुमास्ता (वालीबॉल), प्रदीप साहू, (साफ्टबॉल), रवीन्द्र सिंह ठाकुर (तीरंदाजी)।

२९३ खिलाडिय़ों को मिलेंगे ३७ लाख रुपए

छत्तीसगढ़ के २९३ खिलाडिय़ों का चयन नगद राशि पुरस्कार के लिए किया गया है। इन खिलाडिय़ों को कुल ३७ लाख की राशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी। खेल दिवस के दिन २९ अगस्त को दी जाएगी।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राष्टीय खेल दिवस के अवसर पर राज्य के राष्टीय पदक विजेता खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन नियमों के तहत नगद राशि पुरस्कार एवं नगद राशि के साथ दिए जाने वाले खेल अलंकरण दिया जाएगा। विभाग द्वारा जारी सूची में बास्केटबॉल, हैण्डबॉल, म्युथाई, नेटबॉल, सायकलपोलो, पावरलिटिंग, बेसबॉल, वेटलिटिंग, टेनिसबॉल किेट, ताइक्वांडो, एथलेटिक, कबड्डी, तलवारबाजी, शतरंज इस प्रकार १५ खेलों के २५५ खिलाड़ी, १० खिलाड़ी ग्रामीण खेल प्रतियोगिता, २७ खिलाड़ी महिला खेल प्रतियोगिता एवं १ कलाकार राष्टीय युवा उत्सव इस प्रकार कुल २९३ खिलाडिय़ों एवं कलाकारों के लिए लगभग ३७ लाख रुपए के नगद पुरस्कार की घोषणा की गई है।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया छत्तीसगढ़ खेल अंकुर अलंकरण में २० खिलाडिय़ों को कांस्य अलंकरण, ११ खिलाडिय़ों को रजत अलंकरण तथा २७ खिलाडिय़ों को स्वर्ण अलंकरण इस प्रकार कुल ५८ सब जूनियर वर्ग के खिलाडिय़ों को अलंकृत किया गया है। छत्तीसगढ़ खेल अंकुर कांस्य अलकरण के लिए २० खिलाडिय़ों को हजार रुपए के मान से कुल ८० हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें कबड्डी के लिए सुरेन्द्र साहू, तिकलेश साहू, अश्वन कुमार साहू, टिकेन्द्र कुमार, मनोज साहू, रहमान अली, राजू शाह, महेन्द्र कुमार, दशांक भोत। म्युथाई के लिए अविश तलमले, शुभम ठक्कर, सापेक्षा पाटिल, तलवाराबाजी के लिए आनंदन साहू, त्रषि शास्त्री, सुवेन्द्र यादव, व्ही़ जॉनसन, देवेश गनवारे, प्रवीण गनवारे, पावर लिटिंग के लिए शशि नायर, लक्ष्मी उर्वशी, ताइक्वांडो दीक्षा जयसवाल का चयन किया गया है।
छत्तीसगढ़ खेल अंकुर रजत अलंकरण के लिए ११ खिलाडिय़ों को ५ हजार के मान से ५५ हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें म्युथाई में यश़ सलूजा, पंकज डोंगरे, एस रेणुगोपाल, अविनाश रमन, महेश्वर ठाकुर, प्रति गंजीर, कु़ मुन दा, मेघा पाटिल, शतरंज Ÿोयांस डाकलिया, पावर लिटिंग जी श्याममूर्ति, अखिलेश घोष, ताइक्वांडो दुर्गेश बांधी का चयन किया गया। छत्तीसगढ़ खेल अंकुर स्वर्ण अलंकरण के लिए २७ खिलाडिय़ों को १० हजार के मान से २ लाख ७० हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें म्यूथाई के लिए वैशाली शिव, जायदीप मुखर्जी, मनीष यादव, हिमीका साहू, सौम्य भौतमांगे, भारती साहू, सूरजलाल चौहान, अनिता चौहान, पावरलिटिंग के लिए शालिनी नायर, सायकल पोलो के लिए रेश्मी, प्रीति यादव, ख्याति यदू, रेजी डहरे, कंचन अग्रवाल, अदिती सरकार, सरिता फ ड़के, बास्केटबॉल के लिए ताप्ती सिंह, पूजा कश्यप, ए़ कविता, संगीता कौर, सरनजीत कौर, एऩव्ही़ स्नेहा, संगीता दास, शीतल कौर, पी. करूणा, दीपशिखा सिंह, ज्योति कुमारी को चयन किया गया है ।
छत्तीसगढ़ खेल गौरव कांस्य अलंकरण के लिए ३९ खिलाडिय़ों को रुपए ७ हजार के मान से २ लाख ७३ हजार रूपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। जिसमें पावरलिफ्टिंग की कु़ नीरा, राजेश कुमार विश्वकर्मा, हरीश वेटलिफ्टिंग से सिद्धार्थ मिश्रा सायकल पोलो से शिवम, स्वप्निल चौरसिया, पीयूष कुमार सिन्हा, चंद्रकांत साहू, निखिल जायसवाल, संकल्प वर्मा, प्रतीक कृष्णन, एस़ संतोष राव ताईक्वान्डो से प्रियंका जांघड़े, सोनम राठौर टेनिस बॉल किेट से विजित राठौर, स्वप्निल मितेश दुबे, रोशनलाल यादव, मंजीत सिंह, जितेन्द्र सिंह, शहजाद अली, निकलेश कुमार, नौशाद अहमद, सुजीत पाल, श्रीणु, राहुल अग्रवाल, बास्केटबॉल से अरूणा किण्डो, निकिता गोदामकर, शोषन तीर्कि, मंजीता कौर, एल़ दीपा, अनिशा सिंह, रंजीता कौर, ज्योति सिंह, म्यूथाई से संघपाल बंजारे, सागरनाथ योगी, अमीत सिंह, प्रणव शंकर, एथलेटिक से विनोद उरॉव का चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ खेल गौरव रजत अलंकरण के लिए १५ खिलाडिय़ों को १० हजार के मान से १लाख ५० हजार का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें पावरलिफ्टिंग से कु़ पूजा, शशिकला, सायकल पोलो से सुदीप्ति केसररिया, एस़ विनिता, शामिन अजीम, काजल उइके, टेनिस बॉल क्रिकेट से तृप्ति दुबे, जागृति गुप्ता, प्रगति गुप्ता, जे़ सुधा, आकांक्षा, म्यूथाई से सुरेन्द्र भंसारे, अनूप कुमार, करूणा यादव, स्वाति पाटिल, थ्रोबॉल से पी़कॉम राजू, एग़ौतम राव, पुरूषोत्तम साहू, जीतेन्द्र कुमार, अविनाश, अजय गहलोत का चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ खेल गौरव स्वर्ण अलंकरण के लिए ३४ खिलाडिय़ों को रुपए १५ हजार के मान से ५ लाख १० हजार का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें बास्केटबॉल से सुनील सिंह ठाकुर, लुमेन्द्र साहू, राहुल कुमार, मनोज सिंह, आशुतोष कुमार सिंह, भूमिका यादव, ङारना देवांगन, प्रथम सिंह, किरण पाल सिंह, अंकित पाणिग्राही, क़े राजेश कुमार, प्रवदीप सिंह, पवन तिवारी, श्याम सुन्दर, बेसबॉल से साक्षी राजपूत, सिखा रजक, तरन्नुम खान, शहाना परवीन , शबीना बेगम, काजल शंकर, ज्योति शर्मा, सोनाली ताम्रकार, शैल वर्मा, ज्योति पाटणकर, शिवाली प्रजापति, शालिनी, ज्योति, मनीषा विश्वकर्मा, भूमिका यादव, ङारना देवांगन, म्यूथाई से अशना मेमन, गौरव साहू, सी़ नीलम, गीतांजली ठाकुर, नलिनी सोनी, प्रेरणा राणे, अमनदीप सिंह, हेण्डबॉल से अनिता यादव, अनामिका मुखर्जी, मति मुरमु, दुर्गा तिवारी, रूपा शाह, ज्योति बाला, अंजलिना लॉरेंस, वेटलिफ्टिंंग अजयदीप सारंग का चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ खेल शिखर कांस्य अलंकरण के लिए ३१ खिलाडिय़ों को १५ हजार के मान से ४ लाख ६५ हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें हैण्डबॉल से रमेश कुमार चौरसिया, अनिल कुमार कौशिक, अनिल कुमार, कुणाल, वीणु वासू, फि रोज खान, सैयद जफ र हुसैन, एस़ नागेश, ओमप्रकाश सिंह, एस़एऩ दुबे, शरद तकवाले, विश्वजीत तलिका, ज्योति कुमार, आनंद एऩएस़ फ ैजल खान, इरफ ान अली, पावर लिटिंग से छायारानी, म्यूथाई से यामिनी ठाकुर, भुजेन्द्र कुमार, नेटबॉल से अंशुल शमार्, ऐश्वर्य पाठक, पीतांबर चौधरी, राशीद खान, गिरीशकांत गंगबेर, कैलाश रेड्डी, अमर पिल्ले, अंकित पाठक, मिनीष जैन, सुनील आदित्य, जानकीशरण कुशवाहा, जागेश्वर सिंह का चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ खेल शिखर रजत अलंकरण के लिए ४५ खिलाडिय़ों को २० हजार के मान से ९ लाख का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें पावरलिफ्टिंग से सीमा गोप, आसू, सुनीता टोप्पो, वेटलिटिंग से रूस्तम सारंग, सायकल पोलो से एमएस करिश्मा, स्मृति कनेरिया, पूनम वर्मा, हजीरा बेगम, मोनिका वर्मा, सोनाली साव, सुभांगी दुबे, मृदुला साहू, टेनिस बॉल किकेट से मनीषा साहू, संगीता शुक्ला, शोभना ताम्रकार, इंद्रकौर विरदी, आरती देवी, स्तुति वर्मा, दीपिका तिवारी, प्रिशी एक्का, लीला ङाटाले, नीति ओसवाल, श्रद्धा शाहनी, सरिता अर्जुने, नेटबॉल से सरिता यादव, सोनिया क्षत्री, भावना खंडारे, दीपांजली शुक्ला, प्रीति बंछोर, कंचन सहस्त्रबुद्धे, काजल चौहान, एम़ रेणुका, चंद्रिका साहू, बलविंदर कौर, स्वाति निषाद, बसंती म्यूथाई से सविता साकेत, पुलकित साहू, रक्षा घोष, नीलिमा यादव, सुनील सिलवाल, कमलेश देवांगन, अलेक्स कुजुर, टुकेश्वर चंद्राकर, हरवंश कौर का चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ खेल शिखर स्वर्ण अलंकरण के लिए २५ हजार के मान से १८ खिलाडिय़ों को ४ लाख ५० नगद पुरस्कार दिया जाएगा जिसमें म्यूथाई से संदीप शुक्ला, त्रषभ घेरवानी, अलबर्ट कुजुर, टामिन साहू, दुर्गा साव, नागेश्वर साहू, साहिबा शेख, किेट महिला से अनुप्रिया मंडल, सुनीता दास, संगीता रामटेके, अंचला विश्वकर्मा, अमरजीत कौर, दीप्ति धुर्वे, अदिजला खान, विजयलक्ष्मी, प्रेमीन वर्मा, इरम आफ रीन, प्रिया वर्मा, मंजीत कौर, प्रतिमा जेना, साकिरा, जे अनुराधा का चयन किया गया है।

ग्रामीण खेल प्रतियोगिता में वेटलिफ्टिंग एवं तीरंदाजी में पदक लेने वाले खिलाडिय़ों को नगद राशि पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है जिसमें संतराम बैगा तीरंदाजी, ललित साहू, चितेश्वर साहू, जीतेश्वर सोनकर, मधुसूदन जंघेल, ओमप्रकाश साहू, केशव साहू, रोनक ताम्रकार, रोहित त्रिवेदी, पूर्णिमा ठाकुर का चयन किया गया है । इसी प्रकार महिला खेल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को रू़ १५ हजार की राशि प्रदान की जाएगी जिसमें अनिता यादव, अनामिका मुखर्जी, मति मुरमु, दुर्गा तिवारी, रूपा सार, ज्योति बाला, अंजलिना लॉरेंस, चितेश्वरी ध्रुव, निधि जायसवाल, शाइमा अंजुम, शबनम बानो, सीमा पाठक सभी हैण्डबॉल निकिता आडि़ल, पूजा देशमुख, पूजा चौहान, अंजु लकड़ा, सीमा सिंह, एम़ पुष्पा, भारती नेता, आकांक्षा सिंह, जे़ रेणु, इशरत जहॉ, शुभांगी सिंह, सृष्टि उरॉव सभी बास्केट बॉल खिलाडिय़ों के नाम सम्मिलित हैं। राष्टीय युवा उत्सव में कांस्य पदक जीतने के कारण पूजा जैन को ७ हजार रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

गुरुवार, 27 अगस्त 2009

गांव तक पहुंचे खेल संघ

प्रदेश के खेल संघों को अब अपनी पहुंच गांव-गांव तक करनी चाहिए ताकि प्रदेश में खेलों का विकास हो सके। वैसे भी अब केन्द्र सरकार की पाइका योजना से देश का हर गांव खेलों से जुडऩे वाला है। इस योजना में खेलों के आयोजन के लिए पैसा दिया जा रहा है। खेल विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों को राशि विकासखंड से लेकर जिला स्तर के आयोजनों के लिए दी है। राज्य में करीब एक करोड़ ९ लाख की राशि जिलों को भेजी गई है।
ये बातें यहां पर खेल संचालक जीपी सिंह ने प्रदेश के खेल संघों के पदाधिकारियों को पाइका की जानकारी देते हुए कहीं। उन्होंने खेल संघों से कहा कि अब जबकि प्रदेश में पाइका योजना का विस्तार प्रारंभ हो गया है तो ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि प्रदेश के खेल संघों के प्रतिनिधि भी गांवों में रहे ताकि उनकी भी मदद खेलों में ली जा सके। उन्होंने बताया कि पाइका योजना में जहां हर गांव में मैदानों के लिए एक लाख की राशि दी जा रही है, वहीं आयोजनों के लिए भी पैसे दिए जा रहे हैं। इन आयोजनों के लिए सभी जिलों को उनके विकासखंडों के आधार पर पैसे दे दिए गए हैं। एक ब्लाक के लिए ५० हजार की राशि दी गई है। इसी के साथ जिलों के आयोजन के लिए दो-दो लाख दिए गए हैं।
श्री सिंह ने खेल संघों के पदाधिकारियों से कहा कि खेल विभाग चाहता है कि जिन भी ब्लाकों में उनके खेलों से जुड़े लोग हंै उनकी जानकारी खेल विभाग को दी जाए। इसी के साथ जहां पर प्रतिनिधि नहीं हैं, वहां पर प्रतिनिधि बनाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने बताया कि यह बात पहले से ही तय है कि खेलों की बहुत ज्यादा प्रतिभाएं गांवों में रहती हैं। लेकिन इनको अब तक मौका नहीं मिल पाता था, पर पाइका योजना से अब किसी भी गांव की कोई भी खेल प्रतिभा अपना जौहर दिखाने से वंचित नहीं रहेगी।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने पाइका के लिए २० खेलों को सूचीबद्ध किया है, पर इनमें से १० खेलों के आयोजन को चुने जाने की छूट राज्यों की दी है। हर राज्य अपने राज्य में खेलों की प्राथमिकता के हिसाब से इनका चयन करेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन अगस्त के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो जाएंगे। इसीलिए अभी से तैयारी की जा रही है और हर जिले के खेल अधिकारी के साथ जिले के खेल प्रभारी पुलिस अधीक्षकों को इसके बारे में लगातार जानकारी भेजी जा रही है। इन आयोजनों के माध्यम से गांवों की प्रतिभाओं को सामने लाना है। उन्होंने बताया कि ब्लाक और जिलों के आयोजन के बाद राज्य स्तर के भी आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने खेल संघों को बताया कि वे उनको इसलिए सारी जानकारी दे रहे हैं ताकि आपको लोगों को भी मालूम हो कि आपके खेलों क्या हो रहा है। उन्होंने बताया कि पाइका की सारी जानकारी देने के लिए एक बुकलेट भी तैयार की जा रही है। इसका प्रकाशन होने पर सभी खेल संघों को भी यह दी जाएगी।

बुधवार, 26 अगस्त 2009

राष्ट्रीय खेल अब नवंबर में

राष्ट्रीय खेलों की तिथि एक बार फिर से आगे बढ़ा दी गई है। अब ये खेल २२ नवंबर से ४ दिसंबर तक होंगे। इन खेलों में छत्तीसगढ़ की कम से कम एक दर्जन खेलों की टीमें भाग लेंगी। प्रदेश की टीमों का प्रशिक्षण शिविर १५ सितंबर से प्रारंभ होगा।


यह जानकारी देते हुए प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ के एक दल ने झारखण्ड का दौरा करने के बाद जो रिपोर्ट दी थी उसके आधार पर संघ की बैठक में यह तय किया गया कि अब राष्ट्रीय खेलों का आयोजन २२ नवंबर से ४ दिसंबर तक किया जाएगा। पूर्व में यह आयोजन जहां पिछले साल होना था, वहीं इसको इस साल १ से १४ जून तक करवाने का फैसला किया गया था। लेकिन तैयारी पूरी न होने के कारण एक बार फिर से तिथि बदल दी गई है। मुंबई में भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक में नई तिथि तय करने के बाद सभी राज्यों के ओलंपिक संघ को इसकी सूचना भेजी गई है। श्री खान ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में ३३ खेल होंगे जिनमें से १६ खेलों एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, तैराकी, जिम्नास्टिक, कराते, निशानेबाजी, तीरंदाजी, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, कैनोइंग-कयाकिंग, नेटबाल, ट्रायथलान, स्क्वैश में छत्तीसगढ़ की टीमों के भाग लेना था, पर अब इनमें से कुछ खेल कट जाएंगे जिसके कारण करीब एक दर्जन खेल ही बचेंगे। राष्ट्रीय खेलों में उन्हीं खेलों की टीमों को खेलने की अनुमति मिलती है जो टीम राष्ट्रीय चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करती हैं।


राष्ट्रीय खेलों में खेलने जाने वाली छत्तीसगढ़ की टीमों के प्रशिक्षण शिविर के साथ यात्रा भत्ता, खेल पोशाक आदि के लिए पहले ही खेल विभाग से ओलंपिक संघ को अग्रिम राशि मिल चुकी है। श्री खान ने बताया कि यह सभी खेलों का प्रशिक्षण शिविर १५ सितंबर से लगाया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर तो खेलों में मैदानों की उपलब्धता के हिसाब से अलग-अलग स्थानों पर लगाया जाएगा, लेकिन इस बार यह फैसला किया गया है कि शिविर का उद्घाटन और समापन राजधानी रायपुर में किया जाएगा।

टीम में स्थान पाने जुटे खिलाड़ी

राज्य जूनियर फुटबॉल चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली रायपुर जिले की फुटबॉल टीम में स्थान पाने के लिए सप्रे स्कूल में खिलाडिय़ों के बीच जोर आजमाइश प्रारंभ हो गई है। दो दिनों के ट्रायल के बाद टीम घोषित की जाएगी, इसके बाद टीम को प्रशिक्षण देकर कोरबा भेजा जाएगा।

कोरबा में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा १ सितंबर से राज्य फुटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। इस चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली रायपुर की टीम का चयन करने के लिए सोमवार से सप्रे स्कूल मैदान में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। पहले दिन ही टीम में स्थान पाने के लिए करीब दो दर्जन खिलाड़ी जुटे। जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताल अली प्रधान ने बताया कि दूसरे दिन मंगलवार को और ज्यादा खिलाडिय़ों के आएंगे। इसके बाद टीम का चयन चुने गए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रायल में वहीं खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं जिनका जन्म एक जनवरी १९९५ के बाद हुआ है। राज्य चैंपियनशिप खेल विभाग के साथ प्रदेश फुटबॉल संघ कर रहा है। विजेता टीम को १० हजार, उपविजेता टीम तो सात हजार पांच सौ और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को पांच हजार का इनाम मिलेगा। रायपुर की टीम यहां से ३० अगस्त को रवाना होगी।

मंगलवार, 25 अगस्त 2009

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी करने मुख्यमंत्री से मिलेगा ओलंपिक संघ

प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी करवाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मिलने का फैसला प्रदेश ओलंपिक संघ ने किया है। पिछले दो साल से यह सूची लटकी हुई है जिसके कारण खिलाडिय़ों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

प्रदेश के खेल संघों और खिलाडिय़ों की लगातार मांग के बाद भी प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूची जारी नहीं हो पा रही है। पूर्व में यह सूची विधानसभा चुनाव के कारण और बाद में लोकसभा चुनाव के कारण जारी नहीं हो सकी। मार्च में जब मुख्यमंत्री निवास में खेल संघों की बैठक हुई थी तब इस सूची को जारी जल्द जारी करने की बात की गई थी, पर लोकसभा चुनाव के कारण लगी आचार संहिता में यह सूची लटक गई। इसके बाद से लगातार खेल संघ मांग कर रहे हैं, पर सूची जारी नहीं हो रही है। खेल विभाग ने अपने हिस्से का काम करने संभावित खिलाडिय़ों को सूची सामान्य प्रशासन विभाग को काफी पहले भेज दी है, पर वहां से सूची जारी ही नहीं हो रही है।

इस सूची की आश में प्रदेश के सभी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी बैठे हैं कि कब सूची जारी हो और कब उनके लिए नौकरी के रास्ते खुले। लेकिन खिलाडिय़ों का इंतजार है कि समाप्त ही नहीं हो रहा है। खिलाड़ी खेल विभाग में भी लगातार इस बात की जानकारी लेने जाते हैं। वहां से उनको जवाब मिलता है हमने तो सूची भेज दी है। अब प्रदेश के ओलंपिक संघ ने इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से बात करने का फैसला किया है। प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि संघ के पास भी खिलाड़ी लगातार यह जानकारी लेने आते हैं कि सूची क्यों जारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री से दखल देकर सूची को जल्द करने का आग्रह किया जाएगा ताकि खिलाडिय़ों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि एक ही सूची जारी नहीं हुई है तो फिर आगे खेल विभाग कैसे दूसरे साल की सूची जारी करने के लिए खिलाडिय़ों से आवेदन मांगेगा। श्री खान ने कहा कि एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से समय लेकर मिलने जल्द जाएगा।

राज्य फुटबॉल राजधानी में आज से

शंकर नगर मैत्री क्लब द्वारा सुगनी देवी स्मृति राज्य फुटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन २५ अगस्त से गास मेमोरियल मैदान में किया गया है। विजेता टीम को १० हजार की नगद राशि दी जाएगी।

यह जानकारी देते हुए कल्ब के सचिव अंकित सिंह ने बताया कि इस राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में इस बार मेजबान रायपुर के साथ भिलाई, चरौदा, बिलासपुर, दल्ली रजहरा, धमतरी, कांकेर, कोरबा, जगदलपुर, रायगढ़, कोरिया की टीम भाग लेंगी। उन्होंने बताया कि २५ अगस्त को दोपहर दो बजे होने वाले उद्घाटन समारोह के मुख्यअतिथि त्रिलोकचन्द बरडिय़ा होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक कुलदीप जुनेजा करेंगे। चैंपियनशिप में विजेता टीम को १० हजार रुपए नकद के साथ १० ग्राम सोने का सिक्का, उपविजेता टीम को पांच हजार एख रुपए के साथ पांच ग्राम सोने का सिक्का, तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों को दो हजार एक रुपए और दो-दो ग्राम सोने का सिक्का दिया जाएगा।

सोमवार, 24 अगस्त 2009

निष्पक्ष जूरी-उम्मीद होगी पूरी

प्रदेश के खेल पुरस्कारों के लिए जिस जूरी को प्रस्तावित किया था उसके नाम पर विवाद होने के बाद अंतत: खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी की पहल पर खेल विभाग ने एक निष्पक्ष जूरी बनाई और इस जूरी से खेल संघों के पदाधिकारियों को अलग रखा गया। अब इस जूरी ने खेल संचालक जीपी सिंह की अध्यक्षता में खेल पुरस्कारों के लिए नाम भी तय कर दिए हैं। पहली बार खेल संचालनालय में बैठक हुई और बैठक के बाद पुरस्कारों के लिए चुन गए नामों को अनुमोदन के लिए मंत्रालय भेज दिया गया है।
प्रदेश के खेल विभाग द्वारा हर साल २९ अगस्त को दिए जाने वाले राज्य के पुरस्कारों के लिए एक जूरी बनती है। इस बार के पुरस्कारों के लिए भी एक बार फिर से पुरानी जूरी को ही बनाने का फैसला कर लिया गया था और इस सूची को अनुमोदन के लिए मंत्रालय भेजा गया था। खेल संघों के पदाधिकारियों ने ही इस बात को माना था कि जूरी में निष्पक्ष सदस्य रखें जाए जिनका कम से कम ऐसे खेलों ेसे नाता न हो जिन खेलों के खिलाड़ी पुरस्कारों के पात्र हों।
इस खबर को खेल मंत्री लता उसेंडी ने गंभीरता से लिया और खेल मंत्रालय के साथ खेल संचालनालय से चर्चा करके उनको निर्देश दिए गए कि जूरी बिलकुल निष्पक्ष होनी चाहिए। खेल मंत्री के निर्देश के बाद पहले यह तय किया गया कि खेल सचिव की अध्यक्षता में जूरी बनाई जाए, पर बाद में खेल सचिव की अनुमति से पहली बार खेल संचालक की अध्यक्षता में एक जूरी बनाई गई। इस जूरी से पूरी तरह से खेल संघों के पदाधिकारियों को अलग रखा गया। इस जूरी में जहां हॉकी के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जशपुर के विसेंट लकड़ा को रखा गया, वहीं भारतीय खेल प्राधिकरण के एक प्रतिनिधि के रूप में राजनांदगांव के साई सेंटर के राजेश्वर राव, नेहरू युवा केन्द्र के प्रतिनिधि के रूप में उमाकांत पांडे, खेल विभूति से सम्मानित लक्ष्मीकांत पांडे के साथ यूनीसेफ के राज्य समन्वयक और सामान्य प्रशासन विभाग के एक प्रतिनिधि को रखा गया।

पहली बार संचालनालय में हुई बैठक

प्रदेश में अब तक परंपरा रही है कि जूरी की बैठक मंत्रालय में होती थी, लेकिन पहली बार खेल संचालक की अध्यक्षता में बनी जूरी की बैठक शनिवार को खेल संचालनालय में हुई। इस बैठक में कम समय में दी गई सूचना के बाद भी सभी सदस्य आए और बैठक में शामिल हुए। बैठक में नियमों के मुताबिक पुरस्कारों के चयन के लिए हुई लंबी चर्चा के बाद अंत में पुरस्कारों के लिए नाम तय करके खेल मंत्रालय को शाम को ही भेज दिए गए। जिस तरह से निष्पक्ष जूरी बनाई गई है उसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि पुरस्कारों का चयन भी पूरी तरह से निष्पक्ष हुआ है। जूरी में जिन सदस्यों को शामिल किया गया था उसको पहली बार ऐसा मौका दिया गया। इसके पहले तक खेल संघों के पदाधिकारियों को रखा जाता था जो सेटिंग करके अपने खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिलाने का काम करते थे। जूरी में शामिल खेलों से जुड़े लोग इस बात से बहुत खुश लगे कि पहली बार उनको खेल विभाग ने ससम्मान बुलाया और इस लायक समझा कि वे पुरस्कारों का चयन करने वाली जूरी में शामिल हों। जूरी के कुछ सदस्यों ने पूछने पर गोपनीयता की वजह से इस बात का खुलासा तो नहीं किया कि किनको पुरस्कारों के लिए चुना गया है, पर उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी पात्र खिलाड़ी के साथ अन्याय नहीं हुआ है। खेल संचालक जीपी सिंह ने भी पूछने पर कहा कि जूरी के सामने सारे पात्र खिलाडिय़ों और नियमों को रखा गया था, हमारा ऐसा मानना है कि जो भी निर्णय हुआ है वह निष्पक्ष हुआ है। जब सूची जारी होगी तो इसमें न तो कोई विवाद जैसी स्थिति रहेगी और न ही कोई पात्र खिलाड़ी निराश होगा।

रविवार, 23 अगस्त 2009

बीएसपी का खिताब पर कब्जा


अखिल भारतीय स्वर्ण कप बास्केटबॉल में भिलाई स्टील प्लांट की टीम ने खिताबी मुकाबले में मेजबान दिल्ली को ५३-३८ से मात देकर खिताब जीत लिया। यह आठवीं बार है जब बीएसपी ने खिताब जीता है। विजेता टीम को राजीव गांधी की ट्राफी के साथ ५१ हजार का नकद इनाम दिया गया।


दिल्ली में खेली गई इस चैंपियनशिप के बारे में जानकारी देते हुए टीम के कोच राजेश पटेल ने बताया कि फाइनल में दिल्ली से हुए मुकाबले में बीएसपी ने आसानी से जीत प्राप्त की। पहले क्वार्टर में विजेता टीम २३-१२, दूसरे में २९-१७ और तीसरे में ३५-२९ से आगे थी। अंत में टीम ने ५३-३८ से मुकाबला जीत लिया। मैच में विजेता टीम की कप्तान ने एल. दीपा ने १२, एक. कविता ने १२, रंजीता कौर ने १०, सृष्टि उरांव ने १० अंक बनाए। विजेता टीम को एक ट्राफी के साथ ५१ हजार का नकद इनाम दिया गया। विजेता टीमों को दिल्ली के खेल मंत्री एसके सिंह ने पुरस्कार बांटे।

३६गढ़ में ३६ खेल

राष्ट्रीय खेल २०१३-१४ की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिलने पर इसमें ३६ खेलों का समावेश किया जाएगा। खेलों को अंतिम रूप देने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह प्रदेश के सभी खेल संघों की बैठक लेंगे। इसी बैठक में खेलों की सूची तय होगी।

प्रदेश का खेल विभाग इस समय राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेने की तैयारी में है। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सहमति भी मिल चुकी है।
इस सहमति के बाद खेल विभाग मेजबानी लेने की तैयारी में जुट गया है। मेजबानी के लिए जो ५० लाख की राशि प्रारंभिक तौर पर लगनी है उसका बजट भी सरकार ने पास कर दिया है। मेजबानी लेने के लिए प्रदेश ओलंपिक के प्रस्ताव पर ही सरकार कार्रवाई करती है। इस कार्रवाई को अंतिम रूप देने के लिए खेल विभाग के संचालक जीपी सिंह ने पहले प्रदेश ओलंपिक संघ के साथ बैठक की, इसके बाद अब वे सभी खेल संघों के साथ एक बैठक रविवार को करने वाले हैं। इसी बैठक में मेजबानी मिलने पर कितने खेलों को शामिल किया जाएगा इसका फैसला किया जाएगा।

ओलंपिक संघ की सूची में करीब ४० खेल हैं। इन खेलों में से ३४ खेलों का आयोजन राष्ट्रीय खेलों में होता। वैसे मेजबान को अपनी पसंद के कुछ खेलों को शामिल करने का आधिकार रहता है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में अपनी पसंद के दो खेलों को शामिल करके छत्तीस खेल करने की योजना है।

प्रतिभा खोज में साई से लेंगे मदद

प्रदेश के खेल विभाग ने गांव-गांव में दस्तक देकर खेल की प्रतिभाओं को तलाश कर तरासने की योजना बनाई है। इस योजना में स्कूल स्तर के साथ विकासखंड और जिले के बाद राज्य स्तर पर प्रतिभाओं को परखने के बाद ही चुना जाएगा। चुनी गई सभी प्रतिभाओं को उनकी रूचि के मुताबिक खेलों में प्रशिक्षण दिलाने का काम सरकार करेगी। इस योजना के पहले चरण के अंत में कम से कम ५० खिलाडिय़ों का चयन किया जाएगा। इन खिलाडिय़ों को भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई की मदद से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसके लिए साई से भी सहमति दे दी है।

इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की खेल नीति में ही ग्रामीण प्रतिभाओं को तरासने की बात है। ऐसे में प्रतिभा खोज योजना के तहत प्रदेश के हर गांव में प्रतिभाएं तलाशने के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है। इस योजना के अंत में राज्य स्तर पर चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना चार चरणों में होगी। पहले चरण में स्कूल स्तर को रखा गया है, इसके बाद विकासखंड स्तर फिर जिला स्तर और अंत में राज्य स्तर है। इस योजना में १० से १४ साल के बच्चों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए यह जरूरी नहीं है कि बच्चा किसी खेल से जुड़ा हो, लेकिन उसकी खेलों में रूचि होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जो खिलाड़ी सब जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर खेले हैं उनको सीधे प्रवेश की पात्रता होगी।

स्कूल स्तर पर प्रतिभाओं के चयन के लिए जिम्मा स्कूलों के प्रधान पाठक को दिया जाएगा। विकासखंड स्तर पर चयन का जिम्मा विकासखंड अधिकारियों को दिया जाएगा। स्कूल स्तर पर जहां खेल दिवस के दिन २९ अगस्त को सभी गांवों में प्रतिभा खोज दौड़ का आयोजन किया जाएगा, वहीं विकासखंड स्तर पर चयन गांधी जयंती पर दो अक्टूबर को होगा।

स्कूल स्तर और विकासखंड स्तर से आने वाले खिलाडिय़ों की प्रतिभाओं को परखने के लिए जिला स्तर पर आयोजन किया जाएगा। हर जिले में यह जिम्मा जिले के खेल अधिकारियों का होगा।
हर जिले से हर वर्ग के जो बच्चे चुनकर आएंगे उनके लिए एक चयन स्पर्धा का आयोजन राजधानी रायपुर में किया जाएगा। दो दिनों की इस प्रतिस्पर्धा में पूरे राज्य से कम से कम ४०० प्रतिभागी शामिल होंगे। इन प्रतिभागियों में से हर वर्ग में ५-५ खिलाडिय़ों का चयन किया जाएगा, यानी कम से कम ५० प्रतियोगियों का अंतिम चयन होगा। यहां पर चयन प्रक्रिया कुछ ज्यादा कठिन होगी। राज्य स्तर का चयन नवंबर माह में करवाने की योजना है। प्रतियोगियों के चयन के बाद उनकी खेलों में रूचि के हिसाब से उनको प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था खेल विभाग करेगा। इस योजना में हर साल प्रतिभाओं की खोज की जाएगा।
खेल संचालक ने बताया कि चुने गए खिलाडिय़ों को अच्छा प्रशिक्षण दिलाने के लिए साई से भी मदद ली जाएगी। इसके लिए खेलमंत्री लता उसेंडी की पहल पर साई से चर्चा कर ली गई है। साई प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर और बस्तर सहित कुछ स्थानों में विशेष प्रशिक्षण देने के लिए भी सहमत हो गया है।

राज्य फुटबॉल २९ से राजधानी में

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा राजधानी में करवाई गई सेवन-ए-साइड फुटबॉल चैंपियनशिप के बाद अब अंतर स्कूल एवं अंतर कॉलेज राज्य चैंपियनशिप का आयोजन खेल दिवस २९ अगस्त से किया जाएगा। इसी के साथ क्लब ने अपने साल भर के आयोजन का कैलेंडर भी जारी किया है।

यह जानकारी देते हुए क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि क्लब ने इस साल के खेल कैलंडर में २९ अगस्त से १५ सिंतबर तक राज्य स्तरीय अंतर स्कूल के साथ अंतर कॉलेज चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। २९ अगस्त को खेल दिवस के दिन चैंपियनशिप के उद् घाटन के बाद दो मैच खेले जाएंगे। चैंपियनशिप में स्कूलों की ३५ और कॉलेज की १६ टीमें शामिल होंगी। अब तक स्कूलों की २० और कॉलेज की १२ टीमों का पंजीयन हो गया है।

श्री प्रधान ने बताया कि एक जनवरी से फरवरी तक प्रदेश में होने वाली फुटबॉल की अखिल भारतीय स्पर्धाओं में भी क्लब की टीम खेलने जाएगी। उन्होंने बताया कि फिर से अगले साल १० अप्रैल से लेकर ३० जून तक ८२ दिनों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। अगले साल एक बार फिर से ज्यादा खिलाडिय़ों को रखने का लक्ष्य रखेंगे।

शनिवार, 22 अगस्त 2009

पाइका में खेलों के आयोजन के लिए एक करोड़

प्रदेश में पाइका के तहत खेलों के आयोजन की तैयारी खेल विभाग जोर-शोर से कर रहा है। अगस्त के अंतिम सप्ताह से होने वाले आयोजनों के लिए सभी जिलों को बजट देना प्रारंभ कर दिया गया है। विकासखंड के लिए ५० हजार और जिलों के लिए दो लाख की राशि दी गई है। कुल १८ जिलों को एक करोड़ ९ लाख की राशि भेजी दी गई है। ब्लाक स्तर में पांच और जिला स्तर के साथ राज्य स्तर पर १० खेलों का आयोजन होगा।

यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि पाइका के पहले चरण के लिए केन्द्र सरकार से बजट मिलने के बाद जिलों को पैसे भेजे दिए गए हैं। हर जिले के ब्लाक के लिए ५० हजार के हिसाब से और जिलों के लिए दो-दो लाख की राशि दी गई है। सबसे ज्यादा राशि सरगुजा को १९ ब्लाकों एवं जिले को मिलाकर ११ लाख लाख पचास हजार और फिर रायपुर जिले को ९ लाख पचास हजार दी गई है। रायपुर जिले में १५ ब्लाक हैं। उन्होंने बताया कि १८ जिलों में दंतेवाड़ा को सात ब्लाकों के साथ पांच लाख पचास हजार, बीजापुर को चार लाख, नारायणपुर को तीन लाख, जगदलपुर को ८ लाख, कबीरधाम को चार लाख, राजनांदगांव को ६ लाख पचास हजार, कांकेर को पांच लाख पचास हजार, कोरबा को चार लाख पचास हजार, बिलासपुर को सात लाख, दुर्ग को ८ लाख, महासमुन्द को चार लाख पचास हजार, धमतरी को चार लाख, जशपुर को ६ लाख, कोरिया को चार लाख पचास हजार,जांजगीर चांपा को ६ लाख पचास हजार, रायगढ़ को ६ लाख पचास की राशि दी गई है।

यह सारा पैसा हर जिले के पुलिस अधीक्षकों को भेजा गया है और उनको आयोजन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। पूछने पर श्री सिंह ने बताया कि विकासखंड स्तर पर पांच खेलों एथलेटिक्स, बालीबॉल, कबड्डी, खो-खो और साइकलिंग का त्चयन किया गया है। जिला स्तर पर इन खेलों के साथ कुश्ती, भारोत्तोलन, फुटबॉल, हॉकी और तीरंदाजी को शामिल किया गया है। यही १० खेल राज्य स्तर पर भी होंगे।

उन्होंने पूछने पर बताया कि वैसे को केन्द्र सरकार ने पाइका के लिए २० खेलों को सूचीबद्ध किया है, पर इनमें से १० खेलों के आयोजन को चुने जाने की छूट राज्यों की दी है। हर राज्य अपने राज्य में खेलों की प्राथमिकता के हिसाब से इनका चयन करेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन अगस्त के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो जाएंगे। इसीलिए अभी से तैयारी की जा रही है और हर जिले के खेल अधिकारी के साथ जिले के खेल प्रभारी पुलिस अधीक्षकों को इसके बारे में लगातार जानकारी भेजी जा रही है। इन आयोजनों के माध्यम से गांवों की प्रतिभाओं को सामने लाना है। उन्होंने बताया कि ब्लाक और जिलों के आयोजन के बाद राज्य स्तर के भी आयोजन किए जाएंगे।

शुक्रवार, 21 अगस्त 2009

मेजबानी लेने की कवायद तेज

राष्ट्रीय खेल २०१३-१४ की मेजबानी लेने की कवायद खेल विभाग ने तेज कर दी है। इसके लिए भारतीय ओलंपिक संघ में दावा करने की तैयारी के तहत ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों के साथ विभाग ने एक बैठक कर ली है, अब २३ अगस्त को सभी खेलों संघों के साथ एक बैठक होने वाली है। इस बैठक के बाद दिल्ली में प्रदेश की खेल मंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में जाकर मेजबानी का दावा किया जाएगा।

यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेना चाहती है। इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह ने भी सहमति पहले ही दे दी है। इस सहमति के बाद खेल विभाग मेजबानी लेने की तैयारी में जुट गया है। मेजबानी के लिए जो ५० लाख की राशि प्रारंभिक तौर पर लगनी है उसका बजट भी सरकार ने पास कर दिया है। उन्होंने बताया कि मेजबानी लेने के लिए प्रदेश ओलंपिक के प्रस्ताव पर ही सरकार कार्रवाई करती है। उन्होंने बताया कि एक फार्म भरकर उसमें समूची जानकारी के साथ उसको भारतीय ओलंपिक संघ के सामने पेश करना रहता है। श्री सिंह ने बताया कि प्रदेश ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में फार्म को भरने के साथ कौन से खेल कहां होने हैं इस पर भी चर्चा की गई। ओलंपिक संघ की सूची में करीब ४० खेल हैं। इन खेलों में से ३३ खेलों का आयोजन होना है। राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए इस समय हमारे पास कितने मैदान हैं। और कितने मैदानों की जरूरत पड़ेगी। इन सारी जानकारी के साथ मेजबानी का दावा करने वाले दस्तावेज ओलंपिक संघ के सामने पेश करने हैं।

श्री सिंह ने बताया कि सारे कागजों को तैयार करने के पास ५० लाख का एक ड्राफ्ट बनाकर खेल मंत्री लता उसेंडी के साथ खेल विभाग और ओलंपिक संघ के कुछ पदाधिकारी दिल्ली जाकर भारतीय ओलंपिक संघ के सामने दावा रखेंगे। इस दावे के बाद जब भारतीय ओलंपिक संघ का बुलावा आएगा तब वहां जाकर उनके सामने सारी जानकारी देनी होगी कि हमारे पास क्या-क्या सुविधा है। उन्होंने बताया कि मेजबानी के लिए सरकार और नगर निगम से भी मंजूरी जरूरी रहती है। सरकार के पास और निगम के पास मंजूरी के लिए पत्र भेज दिए गए हैं। इसकी मंजूरी जल्द मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले चरण में अब खेल विभाग २३ अगस्त को प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त खेल संघों के साथ बैठक करने वाला है। इस बैठक के बाद यह तय किया जाएगा कि कौन-कौन से खेलों को राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया जाएगा।

शह और मात का खेल-कोई पास कोई फेल

क्षेत्रीय शालेय शतरंज चैंपियनशिप में शह और मात के इस खेल में कोई खिलाड़ी पास हुआ तो कोई फेल। इसी पास-फेल के खेल के साथ स्पर्धा समाप्त हुई और अब पास होने वाले खिलाड़ी राज्य स्पर्धा के मुकाबलों की तैयारी में जुट गए हैं।

आदर्श स्कूल में क्षेत्रीय शतरंज के साथ योग का आयोजन किया गया है। यहां पर तीनों वर्गों अंडर १४, १७ और १९ साल के मुकाबले हुए। अंडर १४ साल में रायपुर के वैभव ने धमतरी के रजत पाल को, आदित्य शर्मा ने कमलेश को, सत्यजीत ने शुभम को, अनुराग पाल ने कौशल को मात दी। अंडर १७ साल में अक्षय खटोर ने श्रीनाथ राव को, सत्प्रकाश रावटे ने आयूष तिवारी को, सक्षम सोमवंशी ने सतीश को हराया। अंडर १९ साल में मनीष शर्मा ने अभिषेक शर्मा को ड्रा पर रोका। सौरभ गुप्ता ने अभेय को राुल अग्रवाल ने पंकज ठाकुर को हराया। अंडर १४ बालिका वर्ग में मोनिका गर्ग ने वैशाली को, नीकिता मंधानी ने प्रगति ध्रुव को, स्मृति रेखा ने दीप्ति साहू को हराया। अंडर १७ साल में अंवेषा गुप्ता ने डोमेश्वरी को, रूकमणी ने उषा को, आकांक्षा ने स्वेता साहू को मात दी। अंडर १९ साल में पूजा अग्रवाल ने लक्ष्मी को, राजेश्वरी ने रश्मि को मनीषा ने गरिमा को हराया।

विवेकानंद तिहरे खिताब से चूका

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में विवेकानंद विद्या पीठ की टीमें तिहरे खिताब से चूक गईं। विवेकानंद के हाथ एक मात्र खिताब अंडर १७ साल का लगा। पहली बार आयोजित बालिका वर्ग की चैंपियनशिप में एमजीएम का कब्जा रहा।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा यहां पर सप्रे स्कूल के मैदान में करवाई गई अंतर शालेय फुटबॉल चैंपियनशिप में पहली बार इतिहास रचते हुए विवेकानंद विद्या पीठ की तीनों टीमें फाइनल में पहुंच गर्ईं थीं। लेकिन फाइनल में एक मात्र अंडर १७ साल की टीम की कमाल कर सकी और उसने वामनराव लाखे स्कूल को २-१ से मात देकर खिताब जीता। इस मैच में निहालिक और आत्माराम ने गोल किए। लाखे के लिए एक मात्र गोल प्रवीण सिदार ने किया। अंडर १४ साल में विवेकानंद को आरकेसी ने नील प्रताप के एक गोल से मात देकर खिताब से वंतित कर दिया। अंडर १९ साल में होलीक्रास ने विवेकानंद को खिताबी जीत से रोका। उसने ४-० से जीत प्राप्त की। दो गोल समीर तिर्की और प्रमोद और सुमन ने एक-एक गोल किया। चैंयिपनशिप में पहली बार बालिका वर्ग की स्पर्धा करवाई गई। इसमें एमजीएम ने पैलोटी सी को मात देकर खिताब जीता। बालक वर्ग फेयर प्ले ट्राफी अंडर १४ साल में डीपीएस, अंडर १७ में सालेम और अंडर १९ में लाखे स्कूल को दी गई।

क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में अंडर १४ साल में ४५, अंडर १७ में ४२ और अंडर १९ साल में २३ टीमें के साथ बालिका वर्ग में अंडर १९ साल में १० टीमें ने भाग लिया। सभी विजेता और उपविजेता टीमों को ट्राफी दी गई। इसी के साथ इन सभी टीमों के खिलाडिय़ों को डीजीपी विश्व रंजन की तरफ से ट्रेक शूट दिए गए।

बुधवार, 19 अगस्त 2009

फाइनल मुकाबले आज

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में फाइनल मुकाबले दोपहर १.३० बजे से प्रारंभ होंगे। पहला फाइनल अंडर १४ साल का होगा। इसके बाद अंडर १९ और फिर अंडर १७ का फाइनल होगा। फाइनल मैचों के बाद शाम को ६ बजे पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा जिसके मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा २५ दिनों तक करवाई गई इस सबसे लंबी चैंपियनशिप का अंतिम पड़ाव आ गया है। अब बुधवार को सप्रे शाला के मैदान में फाइनल मैचों का घमासान होगा। इसके लिए मैदान को तैयार कर लिया गया है। सबसे पहले अंडर १४ साल में विवेकानंद का मुकाबला राजकुमार कॉलेज से होगा। इसके बाद अंडर १९ साल में खिताबी भिड़ंत विवेकानंद विद्या पीठ और होलीक्रास बैरनबाजार के बीच होगी। तीसरा फाइनल मुकाबला विवेकानंद और वामनराव लाखे स्कूल के बीच अंडर १७ साल का होगा। यह पहला मौका है कि जब एक ही स्कूल की तीनों वर्गों की टीमें फाइनल में पहुंची है।
क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि फाइनल मैचों के ूबाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीजीपी विश्वरंजन करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में महापौर सुनील सोनी, नगर निगम के सभापति रनत डागा, हज कमेटी के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, एडीजीपी रामनिवास, कलेक्टर संजय गर्ग, एआईजी पीएन तिवारी, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, सिटी एसपी शशि मोहन सिंह, रजनीश सिंह, डायनामिक जेसीबी के एमडी अश्वनी महेन्दु, प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा और प्रदेश ट्रक संघ के राजेन्द्र सिंह बेनीपाल उपस्पित रहेंगे।

लीग से ही निखरती है टीमें

आयोजक क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि आर्थिक अभाव के बाद भी उनके क्लब ने स्पर्धा को २५ दिनों तक आयोजित करने का साहस किया। बकौल मुश्ताक अगर क्लब चाहता है स्पर्धा को लाकआउट आधार पर आयोजित करके पांच दिनों में समाप्त कर देता। लेकिन क्लब का मकसद टीमों को निखारने का रहा है। नाकआउट में कई बार अच्छी टीमें गलती से एक मैच हार कर बाहर हो जाती हैं उनको अपनी गलती को सुधारने का मौका ही नहीं मिलता है। लेकिन लीग में एक मैच में की गई गलती को कम से कम दूसरे मैच में सुधार कर आगे बढऩे का रास्ता रहता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की ही नहीं बल्कि यह देश की सबसे लंबी चैंपियनशिप है जो २५ दिनों तक चली है। राष्ट्रीय खेल और ओलंपिक में भी इतनी लंबी अवधि की चैंपियनशिप नहीं होती है। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में अंडर १४ साल में ४५, अंडर १७ में ४२ और अंडर १९ साल में २३ टीमें के साथ बालिका वर्ग में अंडर १९ साल में १० टीमें ने भाग लिया। सभी विजेता और उपविजेता टीमों को ट्राफी दी जा रही है। इसी के साथ इन सभी टीमों के खिलाडिय़ों को डीजीपी विश्व रंजनकी तरफ से ट्रेक शूट दिए जा रहे हैं।

मृणाल आएंगे विशेष रूप से

मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि उनसे जुड़े हुए भारतीय टीम के गोलकीपर मृणाल चौबे विशेष रूप फाइनल मैचों के लिए भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर से अवकाश लेकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मृणाल का शेरा क्लब से विशेष लगाव है। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि मुश्ताक अली प्रधान से ही मृणाल ने हॉकी के प्रारंभिक गुर सीखे हैं और आज भी वे उनसे खेल के लिए टिप्स लेते रहते हैं।

मंगलवार, 18 अगस्त 2009

विवेकानंद फाइनल में

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल के सेमीफाइनल में विवेकानंद ने कड़े मुकाबले के बाद टाईब्रेकर में लाखे स्कूल को ३-२ से मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया। इसी के साथ सभी वर्गों के फाइनल में विवेकानंद की टीमें पहुंच गई हैं। एक अन्य सेमीफाइनल में होलीक्रास बैरनबाजार ने जीत प्राप्त की।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में आयोजित स्पर्धा में अंडर १९ का सेमीफाइनल मैच विवेकानंद और लाखे स्कूल के बीच खेला गया। मैच में कड़े मुकाबले के बाद खेल के ४९वें मिनट में प्रेम ताड़ी ने लाखे के लिए गोल किया। इस गोल के बाद बराबरी पाने विवेकानंद ने पूरा जोर लगाया और खेल समाप्त के दो मिनट पहले सौरभ कपिल ने बराबरी दिला दी। इसके बाद मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें विवेकानंद के दीनानाथ और चन्द्रदेव ने गोल किए। लाखे के लिए दीपक ही गोल कर पाया। विवेकानंद की टीमें अंडर १७ और १४ के फाइनल में भी पहुंच गई हैं।

दूसरे सेमीफाइनल में होलीक्रास बैरनबाजार ने होलीक्रास कांपा को एक मात्र गोल से परास्त किया। यह गोल खेल समाप्त होने के दो मिनट पहले समीर तिर्की ने किया। क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि सभी फाइनल मुकाबले १९ अगस्त को होंगे। इसके बाद शाम को ६ बजे पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा।

सोमवार, 17 अगस्त 2009

एमजीएम चैंपियन

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल के बालिका वर्ग में रोमांचक खिताबी मुकाबले में एमजीएम ने पैलोटी सी को अंतिम समय में कल्याणी महापात्र द्वारा किए गए गोल की मदद से मात देकर खिताब जीत लिया। इधर अंडर १७ साल बालक वर्ग में विवेकानंद और लाखे स्कूल की टीमें फाइनल में पहुंच गई हैं। अंडर १४ का खिताबी मुकाबला विवेकानंद और आरकेसी के बच खेला जाएगा। अंडर १९ साल के सेमीफाइनल मुकाबले सोमवार को होंगे।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में बालिका वर्ग का फाइनल मैच बेहद रोमांचक रहा। एमजीएम और पैलोटी की खिलाडिय़ों का खेल इतना जोरदार था कि दोनों टीमें खेल समाप्त होने के पांच मिनट पहले तक एक दूसरे की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल ही नहीं हो रही थी। वैसे एमजीएम की टीम हमले ज्यादा कर रही थी। अंत में इन हमलों का फायदा मिला और छोटे कद की सुप्रिया कुरकेती ने एक शानदार पास कल्याणी महापात्र को दिया जिसे कल्याणी में गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की और बॉल को सीधे जाल में पहुंचा दिया। यही एक गोल उनकी टीम के लिए खिताब दिलाने वाला साबित हुआ।

इसके पहले अंडर १७ के पहले सेमीफाइनल में विवेकानंद ने होलीक्रास को ५-१ से मात दी। मैच का पहला गोल कुलदीप ने खेल के १६वें मिनट में किया। कुलदीप ने ही आगे दो और गोल ३०वें तथा ४७वें मिनट में किए। इसके अलावा ईशुधर ने ३८वें और निहालिक ने ४९ वें मिनट में गोल किए। पराजित टीम के लिए एकम मात्र गोल असीम विपिन ने खेल के ४५वें मिनट में किया। दूसरे सेमीफाइनल में वामनराव लाखे ने होलीक्रास बैरन बाजार को ५-१ से पराजित कर फाइनल में स्थान बनाया। इस मैच में राजा ने १२, ४५वें मिनट में, कुंदन ने ३६, ५५ वें मिनट में और सुभाष ने ५७वें मिनट में गोल किए। पराजित टीम के लिए सुभाष ने खेल के ३८वें मिनट में गोल किया।

अंडर १९ साल के एक मैच में विवेकानंद ने होलीक्रास बैरन बाजार ए को टाईब्रेकर में ३-२ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि सोमवार को अंडर १९ साल का पहला सेमीफाइनल विवेकानंद और लाखे स्कूल और दूसरा होलीक्रास कांपा औरक होलीक्रास बैरनबाजर बी के बीच खेला जाएगा।

रायपुर का दबदबा

अंतर जिला संभागीय शालेय बास्केटबॉल में बालक के साथ बालिका वर्ग में रायपुर का दबदबा रहा और रायपुर ने ही सभी खिताबों पर कब्जा किया।

बालाजी स्कूल में खेली गई इस स्पर्धा में अंडर १७ साल बालक वर्ग में रायपुर ने महासमुन्द को ५७-७ और बलौदाबाजार को ४४-४ से मात देकर खिताब जीता। इस वर्ग में महासमुन्द को बलौदाबाजार ने २१-४ से परास्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। अंडर १९ साल में रायपुर ने बलौदाबाजा को ३५-४ से हराया। बालिका वर्ग के अंडर १७ में रायपुर ने बलौदाबाजार को २०-०, अंडर १९ में ३५-५ और अंडर १४ में १४-४ से मात दी। बालिका वर्ग में सिर्फ रायपुर और बलौदाबाजार की टीमें आई थीं।

पहली बार जिला कराते मैट पर

राजधानी रायपुर में पहली बार जिला कराते स्पर्धा का आयोजन मैट पर किया गया। इस स्पर्धा में १२५ खिलाड़ी विभिन्न वर्गों में किस्मत आजाम रहे हैं।

छत्तीसगढ़ बनने के बाद प्रदेश संघ को स्पर्धाओं के आयोजन के लिए खेल विभाग ने मैट दिए हैं। इन मैट के मिलने के बाद एक बार राज्य स्पर्धा का आयोजन हो चुका है लेकिन जिला स्पर्धा पहली बार मैट पर हो रही है। स्पर्धा का प्रारंभ सुबह को साहू भवन में प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष मोतीलाल साहू ने किया। अध्यक्षता प्रदेश कराते संघ के अध्यक्ष विजय अग्रवाल ने की। कार्यक्रम में विशेष रूप से अजय साहू, राजेन्द्र साहू, भागवत साहू और सेंसई ओपी शर्मा उपस्थित थे। अजय साहू ने बताया कि स्पर्धा में जिले के १२५ खिलाड़ी मैदान में हैं जो अंडर १० साल से कम से लेकर अंडर १८ साल तक के काता और कुमिते में भाग ले रहे हैं। मुकाबलों के नतीजे सोमवार को घोषित किए जाएंगे।

रविवार, 16 अगस्त 2009

पाइका में होगा १० खेलों का आयोजन

प्रदेश में पाइका के तहत खेलों के आयोजन की तैयारी खेल विभाग जोर-शोर से कर रहा है।अगस्त के अंतिम सप्तह से होने वाले आयोजनों के लिए सभी जिलों को बजट देना प्रारंभ कर दिया गया है। विकासखंड स्तर पर पांच और जिला स्तर के साथ राज्य स्तर पर १० खेलों का आयोजन होगा।
यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि पाइका के पहले चरण के लिए केन्द्र सरकार से बजट मिलने के बाद अब जिलों को पैसे भेजने का काम किया जा रहा है। विकास्खंड स्तर के लिए ५० हजार और जिला स्तर के लिए दो लाख का बजट मिला है। यह सारा पैसा हर जिले के पुलिस अधीक्षकों को भेजा जा रहा है और उनको आयोजन करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं। पूछने पर श्री सिंह ने बताया कि विकासखंड स्तर पर पांच खेलों एथलेटिक्स, बालीबॉल, कबड्डी, खो-खो और साइकलिंग का त्चयन किया गया है। जिला स्तर पर इन खेलों के साथ कुश्ती, भारोत्तोलन, फुटबॉल, हॉकी और तीरंदाजी को शामिल किया गया है। यही १० खेल राज्य स्तर पर भी होंगे।

उन्होंने पूछने पर बताया कि वैसे को केन्द्र सरकार ने पाइका के लिए २० खेलों को सूचीबद्ध किया है, पर इनमें से १० खेलों के आयोजन को चुने जाने की छूट राज्यों की दी है। हर राज्य अपने राज्य में खेलों की प्राथमिकता के हिसाब से इनका चयन करेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन अगस्तर के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो जाएंगे। इसीलिए अभी से तैयारी की जा रही है और हर जिले के खेल अधिकारी के साथ जिले के खेल प्रभारी पुलिस अधीक्षकों को इसके बारे में लगातार जानकारी भेजी जा रही है। इन आयोजनों के माध्यम से गांवों की प्रतिभाओं को सामने लाना है।

शनिवार, 15 अगस्त 2009

पदक विजेता मिले मुख्यमंत्री से



राष्ट्रीय शरीर सौष्ठव में पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाडिय़ों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की। मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी के बारे में भी जानकारी दी गई।
मुंबई की स्पर्धा में पदक जीतने वाले और भारत श्री बनने वाले पी।सालोमन के साथ राजकिशोर, जूबेर खान, सुमित राय चौधरी प्रदेश संघ के संजय शर्मा के साथ मुख्यमंत्री से मिले। मुख्यमंत्री को पदकों के बारे में जानकारी देने के साथ छत्तीसगढ़ को मिली राष्ट्रीय चैंपियनशिप की मेजबानी के बारे में संजय शर्मा ने बताया।

पैलोटी फाइनल में



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साइड फुटबॉल में पैलोटी स्कूल ने दानी स्कूल को १-० से मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया। एक अन्य मैच में लाखे स्कूल ने विद्या ज्योति कुम्हारी को ५-१ से मात दी।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में पैलोटी सी का दानी स्कूल से सेमीफाइनल में मुकाबला हुआ। इस मैच में पैलोटी ने वंदना ध्रुव द्वारा तीसरे मिनट में किए गोल की मदद से जीत प्राप्त की। वंदना को एक और गोल करने का मौका पेनाल्टी में मिला था, पर उसने बॉल बाहर मार दी। अंडर १४ साल के बालकों के मैच में लाखे स्कूल ने कुम्हारी को ५-१ से हराया। इस मैच में छठे मिनट में पद्मनम बघेल ने पहला गोल किया। इसके बाद ९वें और ३०वें मिनट में सतीश दीप ने, ३७वें मिनट में प्रएम तांडी ने और ४५ वें मिनट में रोहित महानंद ने गोल किए। कुम्हारी के लिए एक मात्र गोल सफीक खान ने किया।

शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

इंडोर का है टोटा


विष्णु श्रीवास्तव के शोध में भी खुलासा
प्रदेश में इंडोर खेलों के लिए सुविधाओं का अभाव है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। ओलंपिक में शामिल कुश्ती, स्कवैश, तीरंदाजी और निशानेबाजी में इंडोर की सुविधा हैं ही नहीं। इस बात का खुलासा वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी विष्णु श्रीवास्तव द्वारा किए गए शोध में किया गया है। उनको सर्वे ऑफ स्पोट्र्स फेसीलिटींस एंड स्पोट्र्स एचीवमेंट ऑफ प्राइवेट एवं पब्लिक सेंटर अंडरटेकिंग ऑफ छत्तीसगढ़ स्टेट पर रविशंकर विवि से पीचीडी की उपाधि दी है।


श्री श्रीवास्तव ने अपने शोध के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनका मुख्य मकसद प्रदेश में निजी और पब्लिक सेक्टर में खेलों की क्या-क्या सुविधाएं है इसका अध्ययन करना था। उन्होंने बताया कि उनके अध्ययन में यह बात सामने आई है कि ओलंपिक खेलों में शामिल स्कवैश, कुश्ती, तीरंदाजी और निशानेबाजी में भी इंडोर की सुविधा नहीं है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि प्रदेश में इन खेलों में ही नहीं और कई खेलों में इंडोर की सुविधाएं नहीं हैं। हालांकि दूसरे खेलों पर शोध में काम नहीं किया गया है, पर आज ज्यादातर खेल इंडोर में खेले जाते हैं। वालीबॉल, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, नेटबाल से लेकर कई खेल हैं जो इंडोर में होते हैं, पर इन खेलों की भी यहां पर सुविधाएं नहीं हैं।


श्री श्रीवास्तव ने बताया कि निजी क्षेत्र में जिंदल के अलावा एनटीपीसी और वीआईपी क्लब के साथ पब्लिक सेक्टर में मैदानों के नाम से भिलाई में सबसे ज्यादा सुविधाएं हैं। उन्होंने अपने शोध में इस बात का भी उल्लेख किया है कि मैदानों के नियमित रखरखाव का भी अभाव है। इसके लिए स्टाफ की कमी है। खेल संघों के बारे में उन्होंने पाया है कि सभी कम से कम कोचिंग की व्यवस्था करते हैं। उन्होंने शोध में इस बात का भी उल्लेख किया है कि महिला खिलाडिय़ों के लिए अलग से योजनाएँ बनानी चाहिए।

आरकेसी की शाही जीत

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साइड फुटबॉल में राजकुमार कॉलेज (आरकेसी) ने गोलों की बारिश करते हुए जेएन पांडे स्कूल को ६-० से मात देकर शाही जीत प्राप्त की। अन्य मैचों में होलीक्रास कांपा, विवेकानंद विद्या पीठ, आदर्श स्कूल टाटीबंध ने अपने-अपने मैच जीते। बालिका वर्ग में एमजीएम की टीम सेमीफाइनल खेले बिना ही फाइनल में पहुंच गई। बीटीआई की टीम ने न आने से टीम को वाकओवर मिल गया।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में पहला मैच आरकेसी और जेएन पांडे स्कूल के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में नीलप्रताप सिंह ने गोलों की बारिश करते हुए ५, ८, ११ और १८वें मिनट में गोल किए। इन चार गोलों के अलावा राजकुमार साहू ने छठे और डेविस ने एक गोल किया। अंडर १७ के मैच में होलीक्रास कांपा ने भारत माता स्कूल को टाईब्रेकर में ३-२ से मात दी। मैच में निर्धारित समय तक मुकबला एक-एक से बराबर रहा। मैच का पहला गोल १८वें मिनट में भारत माता के पार्थ ने किया। होलीक्रास को काफी प्रयासों के बाद ३५वें मिनट में देवाशीष ने गोल करके बराबरी दिलाई। एक-एक की बराबरी के बाद टाईब्रेकर में होलीक्रास ने दो और भारत माता ने एक गोल किया।

तीसरे मैच में अंडर १९ वर्ग में आदर्श टाटीबंध ने कसडोल की टीम को २-१ से मात दी। इस मैच में पहला गोल आदर्श के गगनदीप ने १२वें मिनट में किया। खेल के २८वें मिनट में कसडोल के किशन ने पेनाल्टी शूट से गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिलाई। इसके दो मिनट बाद ही कसडोल का एक और पेनाल्टी मिली, लेकिन इस बार किशन चूक गया और गोल नहीं हो सका। मैच में आदर्श के गगनदीप ने ३५वें मिनट में दो गोल किया वही विजयी गोल साबित हुआ और आदर्श ने मैच २-१ से जीत लिया।

अंडर १९ के ही एक मैच में विवेकानंद विद्या पीठ ने आदर्श देवेन्द्र नगर को ३-० से पछाड़ा। इस मैच में चन्द्रभूषण ने ५वें और २० वें मिनट में तथा मनराज ने २८ वें मिनट में गोल किए। बालिका वर्ग में आज एमजीएम और बीटीआई के बीच सेमीफाइनल मुकाबला होना था, पर बीटीआई की टीम के न आने से एमजीएम को फाइनल में स्थान मिल गया।

आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि शुक्रवार के मैचों के बाद १५ और १६ अगस्त को सेमीफाइनल मैच खेले जाएंगे। फाइनल मुकाबले १९ अगस्त को होंगे।

गुरुवार, 13 अगस्त 2009

पुरस्कारों की जूरी में निष्पक्ष सदस्य हों

देश का खेल विभाग द्वारा दिए जाने वाले राज्य पुरस्कारों के लिए बनाई जाने वाली जूरी को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस जूरी में ऐसे खेलों के पदाधिकारियों को भी रख लिया जाता है जिन खेलों के खिलाड़ी पुरस्कारों के दावेदार होते हैं। इस संबंध में खेल संघों के पदाधिकारियों का ही कहना है कि निष्पक्ष लोगों को जूरी में रखा जाना चाहिए, ताकि किसी भी पुरस्कार में कोई विवाद की स्थिति न आए।

प्रदेश का खेल विभाग इस समय राज्य के खेल पुरस्कारों शहीद राजीव पांडे, शहीद कौशल यादव, हुनमान सिंह, पंकज विक्रम के साथ खेल विभूति सम्मान के दावेदारों के नाम तय करने की कवायद में लगा हुआ है। इन पुरस्कारों के लिए जो जूरी बनाई जाती है, उस जूरी को लेकर प्रारंभ से ही सवाल उठते रहे हैं कि इस जूरी में निष्पक्ष लोगों को नहीं रखा जाता है। अगर जानकारों की मानें तो काफी समय से जूरी में बार-बार उन्हीं लोगों को रखा जा रहा है, जो पहले भी जूरी में रहे हैं। एक-दो को छोड़कर पुरानी सूची के लोगों के नाम ही तय कर दिए जाते हैं। इधर इस तरह की खबरें आईं है कि जिन खेलों के खिलाडिय़ों को पुरस्कारों मिलते हैं, उन खेल संघों के पदाधिकारियों को भी जूरी में रखा जाता है। ऐसे में ऐसे लोग अपने चहेते खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिलाने के लिए जूरी के बाकी सदस्यों को सेट करने का काम करते हैं। इसी तरह से जिन खिलाडिय़ों को खेल संघ वाले चाहते हैं कि पुरस्कार न मिले उनको पुरस्कार न मिल पाए इसका भी पूरा जुगाड़ करते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए खेलों से जुड़ लोगों का कहना है कि निष्पक्ष लोगों को ही जूरी में रखना चाहिए।

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने कहा कि यह बात ठीक है कि खेल संघों के पदाधिकारियों के रहने से पुरस्कारों के चयन पर सवाल खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जूरी में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि जिन खेलों के खिलाडिय़ों को पुरस्कार मिलने हैं कम से कम उन खेलों के पदाधिकारियों को जूरी में न रखा जाए। इसी तरह की बातें कहते हुए ट्रायथलान संघ के विष्णु श्रीवास्तव का कहना है कि प्रदेश में खेलों के जानकारों की कमी नहीं है, फिर क्यों खेल संघों के पदाधिकारियों को जूरी में रखा जाता है। अगर लगता है कि मान्यता प्राप्त ३० खेलों के खिलाड़ी पुरस्कारों के दावेदार हैं तो ऐसे सभी खेलों के पदाधिकारियों को नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा से जुड़े बहुत से लोग भी यहां पर हैं।

प्रदेश फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान एवं दिवाकर थिटे के साथ कैरम संघ के विजय कुमार का भी कहना है कि खेल संघों के पदाधिकारियों को जूरी में रखना गलत है। इन्होंने कहा कि वैसे भी प्रदेश में ऐसे काफी कम खेलों के खिलाड़ी हैं जो पुरस्कारों के पात्र होते हैं ऐसे में अगर खेल संघों के पदाधिकारियों को ही रखना है तो उन खेलों के पदाधिकारियों को रखा जाए जिन खेलों के खिलाड़ी पुरस्कारों के दावेदार न हों। ।

विधानसभा में तय हो जूरी के सदस्य

खेलों से जुड़े जानकारों के साथ कई खिलाडिय़ों का एक स्वर में ऐसा मानना है कि खेल पुरस्कारों के लिए जूरी तो विधानसभा में तय होनी चाहिए। इस जूरी में विभागीय मंत्री के साथ पक्ष और विपक्ष का एक विधायक भी रखा जाए और जो भी नाम तय किए जाए उनको विधानसभा में अनुमोदित करवाया जाए। जूरी के नाम एक कमरे में बैठकर तय करने की परंपरा बंद होनी चाहिए। अक्सर ऐेसा होता है कि जिन खेल संघों के लोग विभागीय मंत्री के करीब होते हैं उनको जूरी में रख लिया जाता है। अगर विधानसभा में नाम तय होंगे तो यह बात सामने आ जाएगी कि निष्पक्ष लोग जूरी में हैं या नहीं।

बुधवार, 12 अगस्त 2009

विनय फिर बने चैंपियन

भारतीय जीवन बीमा निगम की मध्य क्षेत्रीय टेबल टेनिस में रायपुर के राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय बैसवाड़े ने एक बार फिर से खिताब जीता। यह १४वां अवसर है जब विनय चैंपियन बने हैं।

ग्वालियर मे खेली गई इस चैंपियनशिप में विनय ने जबलपुर मंडल के कदम को मात देने के बद इंदौर के मंडल के दीपांकर चक्रवर्ती को ३-० से मात देकर क्वार्टर फाइमन में स्थान बनाया। यहां पर विनय ने बिलासपुर के एसवी पेंढारकर को ४-० से हराने के बाद सेमीफाइनल में जबलपुर के देवाशीष को भी आसानी से ४-० से हराया। फाइनल में विनय का सामना जबलपुर के विश्वजीत घोष से हुआ। उनको भी विनय ने ४-० से मात देकर १४वीं बार खिताब जीत लिया। इस जीत के साथ ही विनय को अखिल भारतीय चैंपियनशिप में खेलने की पात्रता मिल गई। इस प्रतियोगिता में विनय ४ बार राष्ट्रीय विजेता बने हैं।

बीटीआई की एकतरफा जीत



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साइड फुटबॉल में बालिका वर्ग के एक मैच में बीटीआई ने एकतरफा मुकाबले में गोलों की ङाड़ी लगाते हुए होलीक्राश स्कूल को ४-० से मात दी। अन्य मैचों में विवेकानंद, रेडियंट और होलीक्रास ने अपने-अपने मैच जीते।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में आयोजित फुटबॉल स्पर्धा में शाम के सत्र में बालिका वर्ग में एक मैच बीटीआई स्कूल और होलीक्रास के बीच खेला गया। इस मैच में बीटीआई की खिलाडिय़ों शुरू से ही जोरदार खेल दिखाया और मैच के तीसरे मिनट में ही अभिलाषा ने एक गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। इसके तीन मिनट बाद सुप्रिया शर्मा ने एक गोल किया। इन दोनों खिलाडिय़ों ने आगे एक-एक गोल और किया। अभिलाषा ने १३ और सुप्रिया ने १९वें मिनट में गोल किए।


इसके पहले अंडर १४ साल के पहले मैच में रेडियंट वे ने आदर्श स्कूल मोवा को १-० से हराया। दूसरे मैच में विवेकानंद विद्या पीठ ने बालाजी स्कूल को ४-० से मात दी। इस मैच में मनीष ने ५, १२ और १६वें मिनट में गोल किए। एक गोल उमा ने १४वें मिनट में किया। अंडर १७ के पहले मैच में होलीक्रास बैरनबाजार की बी टीम ने गुजराती स्कूल को सुभम के दो गोलों की मदद से हराया। दूसरे मैच में विवेकानंद विद्या पीठ ने शिशु निकेतन को ५-० से रौंदा। इस मैच में निहालिक ने १२ और २३वें, ईशुघर ने १८ और १९ तथा कुलदीप ने १६वें मिनट में गोल किए।

टीम में स्थान पाने उमड़े खिलाड़ी

स्कूली बास्केटबॉल टीमों में स्थान पाने के लिए मंगलवार को राजधानी के सरकारी के साथ निजी स्कूलों के भी खिलाड़ी उमड़े। पहली बार १५० से ज्यादा खिलाड़ी धरसीवां विकासखंड की टीमों में स्थान पाने आए। चयन ट्रायल के बाद १४, १७ और १९ साल की बालक-बालिका टीमें बनाईं गईं। अब ये टीमें बुधवार को होने वाली जिला चैंपियनशिप में भाग लेंगी।

प्रदेश के स्कूली खेलों के लिए टीम के चयन का सिलसिला चल रहा है। बास्केटबॉल में तीन वर्गों की टीमों का चयन करने के लिए बालाजी स्कूल में दोपहर दो बजे चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। पहली बार कई निजी स्कूलों जिनमें विवेकानंद विद्या पीठ, राजकुमार कॉलेज, सेंट जेवियर , डेफोडील, केपीएस, रेयन स्कलों के साथ मेजबान बालाजी, दानी, आदर्श स्कूल के खिलाडिय़ों ने भाग लिया। मेजबान बालाजी स्कूल के खेल शिक्षक उमेश सिंह ठाकुर ने बताया कि बालिका वर्ग में ६५ और बालक वर्ग में ८५ खिलाड़ी टीमों में स्थान पाने के लिए आए। कड़े चयन ट्रायल के बाद तीनों वर्गों के लिए ७२ खिलाडिय़ों का चयन किया गया। ये चुने गए खिलाड़ी अब जिला स्पर्धा में अपने जौहार दिखाकर जिले की टीम में स्थान बनाने के लिए मशक्कत करेंगे।

मंगलवार, 11 अगस्त 2009

छत्तीसगढ़ के सालोमन भारत श्री



राष्ट्रीय शरीर सौष्ठव स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने पश्चिम भारत श्री के खिताब के साथ स्वर्ण पदक भी जीता। छत्तीसगढ़ के हाथ दो स्वर्ण सहित एक रजत और एक कांस्य पदक लगा।
मुंबई में चल रही ५६वीं एमेच्योर शरीर सौष्ठव के बारे में जानकारी देते हुए संजय शर्मा ने बताया कि इस स्पर्धा में पहले दिन पश्चिम भारत श्री के लिए हुए मुकाबलों में छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने अपने सुपर टॉल ग्रुप में स्वर्ण पदक जीतने के साथ प. भारत श्री का खिताब भी जीत लिया। इसी के साथ बेस्ट मसकुलर का खिताब राजकिशोर ने जीता। उसने मिडिल ग्रुप में स्वर्ण पदक भी जीता। शार्ट ग्रुप में छत्तीसगढ़ के सुमित चौधरी से रजत और टॉल ग्रुप में जुबेर खान ने कांस्य पदक जीता।

टाईब्रेकर में जीता लाखे


वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साइड फुटबॉल चैंपियनशिप में सोमवार को खेले गए अंडर १७ के एक मैच में वामनराव लाखे स्कूल ने टाईब्रेकर में सालेम स्कूल को ३-१ से मात दी। अन्य मैचों में हिन्दू हाई स्कूल, शिशु निकेतन ने अपने-अपने मैच जीते। बालिका वर्ग के मैच में पीजी उमाठे स्कूल ने सरस्वती स्कूल को १-० से हराया।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में पहला मैच अंडर १४ साल का हिन्दू हाई स्कूल और होलीक्रास के बीच खेला गया। इस रोमांचक मैच का फैसला एक मात्र गोल से हुआ। यह गोल खेल के छठे मिनट में रंजीत ने मारा। दूसरे मैच में वामनराव लाखे स्कूल ने निर्धारित समय में १-१ से बराबर रहे मुकाबले के बाद टाईब्रेकर में सालेम स्कूल को ३-१ से मात दी। मैच का पहला गोल लाखे स्कूल के रजत ने किया। सालेम को आवेश ने बराबरी दिलाने का काम किया। १-१ की बराबरी के बाद मैच के फैसले किए गए टाईब्रेकर में लाखे स्कूल के हेमंत और रजत गोल मारने में सफल रहे जबकि सालेम का कोई भी खिलाड़ी गोल नहीं कर पाया।


अंडर १७ साल के मैच में शिशु निकेतन और हौज-ए-इल्मी के बीच बेहद रोमांचक मुकाबला हुआ। दोनों टीमों ने गोल करने के पूरे प्रयास किए, पर मैच समाप्त होने के एक मिनट पहले तक कोई गोल नहीं हो सका था। आयोजकों ने जब टाईब्रेकर की तैयारी कर ली थी, तभी अंतिम मिनट में शिशु निकेतन के पी। पवन कुमार विपक्षी टीम की रक्षापंक्ति को चकमा देते हुए बॉल में जाल में पहुंचाने का काम किया और अपनी टीम को १-० से जीत दिला दी।


बालिका वर्ग के एक मात्र मैच में सरस्वती स्कूल का सामना पीडी उमाठे कन्या शाला से हुआ। यह मैच भी कांटे का रहा और उमाठे स्कूल को देवयंती के एक गोल की मदद से जीत मिली।

सोमवार, 10 अगस्त 2009

नेशनल की तैयारी में जुटे खिलाड़ी



राष्ट्रीय किंग का कड़ा अभ्यास चल रहा है बूढ़ातालाब में कैनाइंग-कयाकिंग के साथ झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों की तैयारी में इस समय प्रदेश के कयाकिंग के खिलाड़ी बूढ़ातालाब में जुटे हुए हैं। यहां पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नवीन साहू खुद अभ्यास करने के साथ खिलाडिय़ों को भी तैयार करने का काम कर रहे हैं।


राष्ट्रीय कैनाइंग-कयाकिंग की चैंपियनशिप २३ अक्टूबर से नासिक में होने वाली है। इसी के साथ झारखंड में नवंबर में राष्ट्रीय खेलों के होने की पूरी संभावना है। इन दो राष्ट्रीय चैंपियनशिप को देखते हुए इस समय प्रदेश के सब जूनियर, जूनियर और सीनियर खिलाड़ी लगातार अभ्यास कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नवीन साहू ने बताया कि भले चैंपियनशिप में अभी लंबा समय है, लेकिन जितना ज्यादा अभ्यास हमारे खिलाड़ी करेंगे उतनी ही पदकों की संभावना रहेगी। उन्होंने बताया कि सीनियर वर्ग के साथ सभी वर्गों में हमारे खिलाड़ी कयकिंग की के-वन, के-टू और के-फोर वर्ग के १०००, ५०० और २०० मीटर की स्पर्धा में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि सीनियर वर्ग में उनके साथ इस समय नरेन्द्र साहू, जितेन्द्र साहू, तोमन साहू, प्रमोद फरिकार, राजकुमार निषाद, हरी धीवर और रंजीत साहू अभ्यास में जुटे हैं। इसी तरह से सब जूनियर और जूनियर वर्ग में अशोक साहू, दुर्गेश साहू, धनेश्वर यादव और दिनेश साहू अभ्यास कर रहे हैं।
नवीन ने पूछने पर बताया कि इस समय उन लोगों के पास कयाकिंग की ६ बोट हैं। इसी के साथ कैनाइंग की बोट तो है, पर खिलाड़ी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जिस तरह से यहां पपर अभ्यास चल रहा है, उससे पदकों की उम्मीद की जा सकती है।

देवयंतीन ने दिलाई जीत



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साड फुटबॉल चैंपियनशि में रविवार को बालिका वर्ग के एक रोमांचक मुकाबले में एमजीएम ने कई मौके गंवाने के बाद अंत में देवंयतीन के एक गोल की मदद से जीत प्राप्त कर अगले चक्र में प्रवेश किया। अन्य मैचों में डीपीएस और आरकेसी ने गोलों की बारिश करते हुए एतकरफा जीत प्राप्त की।


सप्रे शाला के मैदान में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित स्पर्धा में शाम के सत्र में बालिका वर्ग का एक मैच एमजीएम और निवेदिता स्कूल के बीच खेला गया। मैच में लगातार कई बार एमजीएम की टीम ने गोल करने के मौके गंवाए। तीन बार बॉल क्रास बार से टकरा कर वापस आई। जब ऐसा लगने लगा था कि मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहाया लेना पड़ेगा तब एमजीएम की तेज तर्रार खिलाड़ी देवंयतीन ने खेल समाप्त होने के तीन मिनट पहले गोल करके अपनी टीम की जीत तय कर दी। इस गोल के बाद निवेदिता की खिलाडिय़ों ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगाया, पर एमजीएम की रक्षापंक्ति को उसकी खिलाड़ी भेद नहीं सकीं। अंत में एमजीएम ने यह मैच जीत लिया।
इसके पहले अंडर १४ साल के पहले मैच में डीपीएस ने होलाक्रास कांपा को ६-० से मात दी। इस मैच में संकेत लोटिया ने दो, तनवीर सिंह ने तीन और कबीर ने एक गोल किया। एक अन्य मैच में आरकेसी ने होलीक्रास बैरन बाजार की बी टीम को ६-० से रौंदा। मैच में सूयवीर ने चार और राजकुमार ने एक गोल किया। एक आत्मघाती गोल हुआ। अंडर १७ के एक मैच में भारता माता स्कूल ने बालाजी को मात दी।

रविवार, 9 अगस्त 2009

विवेकानंद की जीत में निहालिक की हैट्रिक



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल के एक मैच में विवेकानंद विद्या पीठ के निहालिक ने हैट्रिक जमाते हुए अपनी टीम को देशबन्धु के खिलाफ ५-० से जीत दिला दी। अन्य मैचों में होलीक्रास कांपा ने गोलों की बारिश करते हुए सालेम को ६-१, हिन्दु हाई स्कूल ने संत ज्ञानेश्वर को ३-० और बालिका वर्ग में पैलोटी सी ने पैलोटी बी को एक गोल से मात दी।


शेरा क्रीड़ा सामिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में शाम के सत्र में विवेकानंद विद्या पीठ का अंडर १७ साल वर्ग में देशबन्धु स्कूल से मुकाबला हुआ। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। पहले हॉफ में तो एक मात्र गोल हुआ जो निहालिक ने पहले मिनट में किया, लेकिन दूसरे हॉफ में निहालिक ने गोलों की बारिश कर दी। उसने २१, २२, और ३२ वें मिनट में गोल करके अपनी हैट्रिक भी पूरी की। एक और गोल ढालचंड ने किया। यह गोल खेल के २५वें मिनट में हुआ।


अंडर १७ के एक अन्य मैच में होलीक्रास कांपा ने सालेम स्कूल को रौंदते हुए ६-१ से मात दी। इस मैच में विजेता टीम के सामने पराजित टीम कही भी ठहर नहीं सकी। पराजित टीम के खाते में एक गोल इसलिए आ गया क्योंकि होलीक्रास के एक खिलाड़ी ने आत्मघाती गोल कर दिया। विजेता टीम के लिए देवाशीष ने २२ और २९ वें मिनट में, अनुराग ने छठे और ३०वें मिनट में तथा उपेन्द्र ने ३९वें और दिनेश ने ९वें मिनट में एक-एक गोल किया।


इसके पहले अंडर १४ के पहले मैच में रेडियंट वे ने आदर्श स्कूल मोवा को ४-० से हराया। इस वर्ग के दूसरे मैच में हिन्दू हाई स्कूल ने संत ज्ञानेश्वर को ३-० से मात दी। मैच का पहला गोल विक्रांत बाग ने खेल के तीसरे मिनट में किया। इसके बाद रंजीत तांडी ने ९वें और १९वें मिनट में गोल किए।
महिला वर्ग के मैच में पैलोटी सी का पैलोटी बी से रोमांचक मुकाबला हुआ। इस मैच में दोनों टीमें ने गोल करने के लिए बहुत जोर लगाया। अंत में सफलता सी टीम के हाथ लगी और उसके लिए अमृता भट्टाचार्य ने जो गोल किया, उसी की मदद से टीम १-० से जीतकर अगले चक्र में पहुंच गई। आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि चैंपियनशिप में रविवार को ६ मैच खेले जाएंगे। इसमें बालिका वर्ग का भी एक मैच शामिल हैं।

प्रदेश की टीम में स्थान पाने जुटे ८० खिलाड़ी



राष्ट्रीय तीरंदाजी १४ से विजयवाड़ा में
राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली प्रदेश की टीम में स्थान बनाने के लिए प्रदेश भर के ८० खिलाड़ी राजधानी रायपुर में जुटे और निशाने लगाकर प्रदेश की टीम में स्थान बनाया। अब चुने गए खिलाड़ी विजयवाड़ा में १४ अगस्त से होने वाली राष्ट्रीय सब जूनियर चैंपियनशिप में खेलने जाएंगे।
प्रदेश संघ के महासचिव कैलाश मुरारका ने बताया कि ११वीं राष्ट्रीय सब जूनियर स्पर्धा १४ से १७ अगस्त तक विजयवाड़ा में आयोजित है। इसमें खेलने जाने वाली टीम का चयन शनिवार को यहां किया गया। इसमें मेजबान रायपुर के साथ रायगढ़, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, बस्तर और कांकेर के करीब ८० खिलाडिय़ों ने भाग लिया और निशाने लगाकर प्रदेश की टीम में स्थान बनाया।
विभिन्न वर्गों के नतीजे इस प्रकार हैं- बालक वर्ग स्वर्ण पदक गणेश राम (बिलासपुर), रजत पदक जितेन्द्र ध्रुव (आरकेसी), कांस्य पदक दिपेन्द्र माडले (बिलासपुर)। कम्पाउंड में स्वर्ण पदक कुणाल जैन (आरकेसी), रजत आदर्श जैन (आरकेसी)। बालिका वर्ग स्वर्ण पदक तुसी नारो, रजत पदक तगुली जेलियानी, कांस्य मुकुगुलु गेगभाई (सभी रायपुर)।

शनिवार, 8 अगस्त 2009

पोस्ट का तिहरा शतक पूरा.. अभी जारी है बैटिंग

देखते-देखते खेलगढ़ में पोस्ट का तिहरा शतक हो गया है और इसके बाद भी काफी रन बन गए हैं। हम इसके बारे में लिखना तो नहीं चाह रहे थे, पर लगातार कई मित्र यह बात कह रहे हैं कि लिखने और बताने में क्या बुराई है। वैसे भी आज का जमाना चिख-चिख कर बताने का है। अगर आप किसी को यह नहीं बताएंगे कि आपमें फला गुण है तो सामने वाला आपको मुर्ख ही समझेगा। हमने खेलगढ़ में लिखने की पारी की शुरुआत फरवरी 2009 से की थी। और अब तक छह माह के सफर में 300 से ज्यादा पोस्ट लिख चुके हैं। हम तो लगातार लिख रहे हैं क्योंकि हमारा मकसद छत्तीसगढ़ के साथ अपने देश के खेलों को एक अलग पहचान देने का है। लेकिन अफसोसजनक बात यह है कि खेल को संभवत: पढऩे वाले पाठक कम से कम ब्लाग बिरादारी में काफी कम हैं। अगर ऐसा न होता तो हमने खेलगढ़ के बाद राजतंत्र में लिखना शुरू किया है और अभी उसका दोहरा शतक भी पूरा नहीं हुआ है लेकिन राजतंत्र ज्यादा पढ़ा जाता है। बहरहाल चाहे जो भी हो भले खेलगढ़ को कम लोग पढ़ते हैं, पर हम इसमें कभी लिखना बंद करने वाले नहीं है। कभी तो सफलता मिलेगी और खेलगढ़ भी राजतंत्र की तरह पढ़ा जाएगा।

स्टेडियम के लोकार्पण की तैयारी



स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम के लोकार्पण की तैयारी प्रारंभ हो गई है। स्टेडियम में जहां रंग-रोगन का काम तेजी से चल रहा है, वहीं फुटबॉल मैदान के साथ एथलेटिक्स के ट्रैक की भी मार्किंग हो चुकी है। महापौर सुनील सोनी का कहना है कि अगले माह स्टेडियम खिलाडिय़ों को समर्पित कर दिया जाएगा। इधर इंडोर स्टेडियम का काम भी तेजी से चल रहा है। इसको भी नगरीय निकाय चुनावों के लिए लगने वाली आचार संहिता के पहले लोकर्पित करने की तैयारी है।


स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में आउटडोर स्टेडियम काम पूर्णता ही और है और इसी के साथ इसको लोकार्पित करने की तैयारी नगर निगम ने कर ली है। इस स्टेडियम में एथलेटिक्स का ट्रैक बनाने का काम प्रारंभ हो गया है, इसी के साथ फुटबॉल मैदान भी बनाया जा रहा है। एथलेटिक्स के ट्रैक के साथ फुटबॉल मैदान की मार्किंग करने का काम राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे की मार्गदर्शन में किया गया है। अब स्टेडियम में रंग-रोगन किया जा रहा है। नगरीय निकाय चुनावों के लिए आचार संहिता लगने से पहले ही स्टेडियम का लोकार्पण करने की तैयारी चल रही है। पहले चरण में आउटडोर स्टेडियम को ही खिलाडिय़ों को समर्पित किया जाएगा। महापौर सुनील सोनी ने पूछने पर बताया कि काम काफी तेजी से चल रहा है और अगले माह आउटडोर स्टेडियम हम लोग खिलाडिय़ों के हवाले कर देंगे। उन्होंने बताया कि इंडोर स्टेडियम का काम भी तेजी से चल रहा है। इसको भी बहुत जल्द पूरा करके खिलाडिय़ों को दिया जाएगा। इंडोर स्टेडियम में लगने वाली लाइट देखने के लिए निगम के इंजीनियरों के दिल्ली जाने की भी खबर है। वैसे इसको तो विधानसभा चुनाव से पहले ही लोकर्पित करने की तैयारी थी। इसके लिए उस समय खेल मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल ने भी काफी प्रयास किए थे, पर तब यह नहीं बन सका था। लेकिन अब इसके जल्द पूर्ण होने की बात की जा रही है।

विवेकानंद-सेंट जोसेफ ने की गोलों की बारिश

अंतर शालेय सेवन-ए-साइड वीके चौबे स्मृति फुटबॉल में अंडर १४ वर्ग में विवेकानंद विद्या पीठ और अंडर १७ वर्ग में सेंट जोसेफ स्कूल ने गोलों की ङाड़ी लगाते हुए अपने-अपने मैच जीत लिए। दोनों टीमों को ६-० से जीत मिली। अन्य मैचों में बालाजी और शिशु निकेतन ने अपने-अपने मैच जीते।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला के मैदान में खेली जा रही इस चैंपियनशिप में पहला मैच अंडर १४ साल का रेयान स्कूल और बालाजी विद्या मंदिर के बीच खेला गया। इस मैच में निर्धारित समय तक मैच का फैसला न होने पर टाईब्रेकर का सहारा लिया गया जिसमें बालाजी से २-१ से बाजी मारी। दूसरे मैच में विवेकानंद विद्या पीठ ने होलीक्रास को ६-० से मात दी। मैच का पहला गोल १५वें मिनट में भानुप्रताप ने किया। इसके बाद होलीक्रास के एक खिलाड़ी ने आत्मघाती गोल करके विवेकानंद की बढ़त २-० कर दी। तीसरा गोल उमा ने २३वें मिनट में किया। इसके बाद भानुप्रताप ने लगातार तीन गोल करके अपनी हैट्रिक पूरी की। ये गोल २८, ३०, और ३२ वें मिनट में हुए।

तीसरा मैच अंडर १७ साल का संत ज्ञानेश्वर और शिशु निकेतन के बीच खेला गया। इस मैच में एक मात्र गोल तीसरे मिनट में आशीष ने किया। चौथे मैच में सेंट जोसेफ ने माता सुंदरी के खिलाफ गोलों की बारिश करते हुए मैच ६-० से जीता। पहले हॉफ में दो गोल और दूसरे हॉफ में चार गोल हुए। नीतेश अग्रवाल और अभिजीत यादव ने २-२ तथा निखिल भागीरथ और सुभम ने एक-एक गोल किया। आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि चैंपियनशिप में शनिवार को ६ मैच खेले जाएंगे। इसमें एक मैच बालिका वर्ग का होगा।

शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

क्रीड़ा परिसर बनेंगे खेल स्कूल

साई की मदद से आदिवासी क्षेत्र में होगा खेलों का विकास

प्रदेश के १४ क्रीड़ा परिसरों को अब उनके सही रूप में लाकर खेल स्कूल बनाने का काम किया जाएगा। यह काम भारतीय खेल प्राधिकरण की मदद से होगा। इसके लिए साई की सहमति मिल गई है। प्रदेश की खेल मंत्री लता उसेंडी के निर्देश पर खेल संचालक जीपी सिंह ने इस मामले में दिल्ली में हुई बैठक में खेल मंत्रालय के सामने एक प्रस्ताव रखा था जिसे मान लिया गया है।

केन्द्र सरकार की एक योजना है जिसमें नक्सली क्षेत्र में खेलों को बढ़ाने का काम किया जाता है। इस योजना का लाभ उठाकर प्रदेश के खेल विभाग ने बस्तर के नक्सली क्षेत्र सहित सरगुजा के आदिवासी अंचल में जो क्रीड़ा परिसर हंै, उनको खेल स्कूल बनाने की दिशा में पहल की है। वैसे भी इन क्रीड़ा परिसरों का प्रारंभ खेल स्कूल के रूप में ही किया गया था, पर इनको खेल स्कूल का रूप अब तक नहीं दिया जा सका है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि जब नई दिल्ली में तीन अगस्त को देश भर के खेल मंत्रियों की बैठक के बाद अगले दिन केन्द्रीय खेल मंत्रालय की सचिव सिंधु कुल्लर ने खेल सचिवों और खेल संचालकों की बैठक ली तो इस बैठक में ही यह बात सामने आई कि केन्द्र सरकार नक्सली क्षेत्र में विशेष योजना के तहत खेलों का विकास चाहती है, ऐेसे में केन्द्रीय खेल मंत्रालय के सामने छत्तीसगढ़ की तरफ से यह प्रस्ताव रखा गया कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों के साथ बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जो आदिम जाति कल्याण विभाग के क्रीड़ा परिसर हैं, उनको खेल स्कूल के रूप में साई की मदद से विकसित किया जा सकता है। इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए केन्द्रीय खेल मंत्रालय से साई की मदद से छत्तीसगढ़ के क्रीड़ा परिसरों को विकसित करने की बात कही है।

श्री सिंह ने बताया कि साई की एक योजना है कि नेशनल टेंलट सर्च। इस योजना में ऐसे स्कूलों को गोद लिया जाता है जो स्कूल खेलों में अच्छे होते हैं। इस योजना के साथ नक्सली क्षेत्र में खेलों के विकास की योजना को मिलाकर यहां के क्रीड़ा परिसरों को एक तरह से साई को गोद दिलाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रदेश के और कई स्कूलों में भी साई को गोद दिलाने का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि बस्तर का डिमरापारा कन्या आश्रम भी खेलों की दिशा में बहुत अच्छा काम कर रहा है, इस आश्रम को भी साई को गोद दिलाने की पहल की जाएगी।

कुश्ती संघ की मनमर्जी से खिलाड़ी परेशान

प्रदेश के कुश्ती संघ की मनमर्जी की शिकायत प्रदेश के खेल विभाग के संचालक से की गई है। राजधानी रायपुर के राष्ट्रीय खिलाडिय़ों का कहना है कि उन तक सूचना ही नहीं पहुंच पाती है और राज्य चैंपियनशिप का आयोजन हो जाता है। खेल संचालक ने इस मामले में संघ को पत्र लिखने का आश्वासन खिलाडिय़ों को दिया है।

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग में राजधानी रायपुर के कुश्ती कुछ खिलाडिय़ों ने पहुंच कर खेल संचालक को जानकारी दी कि वे राष्ट्रीय खिलाड़ी है और कई बार प्रदेश का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्पर्धा में कर चुके हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से कुश्ती संघ द्वारा राज्य चैंपियनशिप के आयोजन की जानकारी ही उन लोगों को नहीं मिल पाती है। संचालक ने इस मामले में खेल संघ को पत्र लिखने की बात कही है। इधर प्रदेश कुश्ती संघ के महासचिव बृजीवन का कहना है कि हम लोग समाचार पत्रों के माध्यम से स्पर्धा की जानकारी देते हैं। जब पूछा गया तो रायपुर जिला कुश्ती संघ किसके पास है और वह खिलाडिय़ों को खबर क्यों नहीं देता है, तो उन्होंने कहा कि कागज देखने के बाद ही बता पाएंगे कि रायपुर में कुश्ती संघ किसके पास है।

प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने इस बारे में कहा कि कोई संघ खिलाडिय़ों के साथ खिलवाड़ करेगा तो इसकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके पास शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

निवेदिता अगले चक्र में


वीके चौबे स्मृति सेवन-ए-साइड अंतर शालेय फुटबॉल चैंपियनशिप में गुरुवार को बालिका वर्ग के भी मुकाबले प्रारंभ हुए। पहले मैच में निवेदिता स्कूल ने पैलोटी को २-० से मात दी। अन्य मैचों में होलीक्रास ए ने देशबन्धु स्कूल को ४-० से पीटा। चारों गोल मेवा सिंग ने किए। एक अन्य मैच में रेडियेंट वे ने खालसा स्कूल को टाईब्रेकर में ३-१ से मात दी।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में शाम के सत्र में बालिका वर्ग का पहला मैच निवेदिता स्कूल और पैलोटी के बीच खेला गया। यह मैच एकतरफा रहा और निवेदिता की खिलाड़ी शुरू से ही हावी रही। मैच में पहला गोल भुवनेश्वरी ने और दूसरा सुमन ने किया।
इसके पहले दोपहर के सत्र में अंडर १४ साल वर्ग में पहला मैच होलीक्रास बैरन बाजार की ए टीम का देशबन्धु स्कूल से हुआ। यह मैच भी एकतफा रहा और मेवा सिंग ने हैट्रिक सहित चार गोल करके अपनी टीम को ४-० से जीत दिलाई। मैच का पहला गोल पहले ही मिनट में हुआ। इसके बाद तीसरे, ३९ और ४६वें मिनट में गोल हुए। एक अन्य मैच में रेडियेंट वे ने खालसा स्कूल को टाईब्रेकर में ३-१ से मात दी। निर्धारित समय तक मुकाबला १-१ से बराबर था। खालसा के लिए गुरुसेवक और रेडियंट के लिए अंजल ने गोल किया।

गुरुवार, 6 अगस्त 2009

आरकेसी की एकतरफा जीत



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में राजकुमार कॉलेज (आरकेसी) ने एकतरफा मुकाबले में संत ज्ञानेश्वर को ६-० से मात दी। अन्य मैचों में भारता माता, सालेम और गुजराती स्कूल ने अपने-अपने मैच जीते।


शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में खेली जा रही चैंपियनशिप में अंडर १४ का पहला मैच सालेम और इंडियन कावेंट के बीच खेला गया। यह मैच सालेम ने समीर के एक मात्र गोल से जीता। दूसरे मैच में आरकेसी ने गोलों की बारिश करते हुए संत ज्ञानेश्वर को ६-० से मात दी। इस मैच में सूर्यवीर और राजकुमार ने २-२, नीलप्रताप और डेविड पन्ना ने एक-एक गोल किया।


अंडर १७ के पहले मैच में भारत माता स्कूल ने दिल्ली पब्लिक स्कूल को २-० से मात दी। दोनों गोल पार्थ ने किए। दूसरे मैच में गुजराती ने स्कालर को ३-० से हराया। दो गोल हार्दिक पटेल ने और एक कोल भवीन पटेल ने किया।


आयोजन मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि चैंपिनशिप में बालिका वर्ग के मुकाबले अब ६ अगस्त से प्रारंभ होंगे। पहले ये मैच पांच अगस्त से होने थे, पर रक्षाबंधन के कारण बालिका वर्ग के मुकाबले एक दिन बाद प्रारंभ होंगे। नाकआउट आधार पर होने वाली इस चैंपियनशिप में १० टीमें खेल रही हैं।

छत्तीसगढ़ को कांस्य पदक

राष्ट्रीय सेवन-ए-साइड फुटबॉल चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ को पहली बार कांस्य पदक जीतने का मौका मिला। टीम के वापस आने पर स्टेशन में उसका जोरदार स्वागत किया गया।

टीम के कप्तान प्रणय लुनावत ने बताया कि अंकापल्ली में आयोजित चैंपियनशिप में पहली बार छत्तीसगढ़ की टीम से जोरदार खेल दिखाया और सेमीफाइनल में स्थान बनाया। यहां पर छत्तीसगढ़ टीम के गोलकीपर के घायल होने पर टीम मैच हार गई और उसे तीसरे स्थान के साथ कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। इसके पहले टीम ने अपने सभी मैच जीते थे, और कोई गोल भी नहीं खाया था। तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में छत्तीसगढ़ ने बंगाल को कड़े मुकाबले में २-१ से हराया। सेमीफाइनल में टीम मणिपुर से हारी थी।

फुटबॉल मैदान की हुई मार्किंग

राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में फुटबॉल मैदान बनाने का काम प्रारंभ हो गया है। मंगलवार को फुटबॉल के विशेषज्ञों ने मैदान की मार्किंग करके नगर निगम के इंजनियरों को दी है। बुधवार को मैदान में गोल पोस्ट लगाने का काम किया जाएगा।

राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे के मार्गदर्शन में मंगलवार को शेरा क्रीड़ा समिति के साथ ही जिला फुटबॉल संघ से जुड़े पदाधिकारियों और खिलाडिय़ों मुश्ताक अली प्रधान, अर्स उल्ला खान, प्रेम तांडी, दीपक जाल, नीलकंठ जगत, कुंदन दीप, राजा दीप, अमित यदु और सुनील सुबह को स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में गए और वहां पर मैदान का पूरी मेजरमेंट करते हुए मार्किंग करके नगर निगम के इंजीनियरों को मैदान बनाने दे दिया गया। श्री प्रधान ने बताया कि इंजीनियरों को बताया गया कि मैदान में रोलर चलाना है और पानी डालना है, ताकि घास उग सके। उन्होंने बताया कि बुधवार को सुबह गोल पोस्ट लगाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर १८ अगस्त से पहले मैदान का लोकापर्ण कर दिया जाता है तो सेवन-ए-साइड फुटबॉल का फाइनल मैच वहां करवाया जाएगा।

बुधवार, 5 अगस्त 2009

स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स मैदान में की गई मार्किंग
राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में एथलेटिक्स क ट्रैक बनाने की कवायद प्रारंभ हो गई है। यह ट्रैक मिट्टी का बनेगा। यहां पर नेटबॉल के लिए भी स्थान तय कर दिया गया है। अब फुटबॉल मैदान के लिए मार्किंग करने का काम किया जाएगा।

खेल विभाग के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि बूढ़ापारा के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में एथलेटिक्स के मैदान की मार्किंग करने के लिए विशेषज्ञों की टीम गई थी। इस टीम में रवि, पवन धनगर, निंग राज रेड्डी, भिलाई के ताजुद्दीन खेल अधिकारी ए. एक्का शामिल थे। श्री डेकाटे ने बताया कि यहां पर ८ लाइन का ट्रैक बनेगा जो कि मिट्टी का टै्रक होगा। उन्होंने बताया कि मैदान में रोलिंग का काम प्रारंभ होगा। इसी के साथ वहां पर फुटबॉल के मैदान की मार्किंग मुश्ताक अली प्रधान और उनकी टीम करेगी।

रायपुर को मिले १० पदक

राज्य सब जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रायपुर को दो रजत पदकों के साथ ८ कांस्य पदक भी मिले। यह चैंपियनशिप राजहरा में खेली गई।

स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए जिला संघ के मो. शहजाद ने बताया कि खेल विभाग द्वारा सब जूनियर और जूनियर एथलेटिक्स का आयोजन ३१ जुलाई से एक अगस्त तक किया गया। इसमें रायपुर की प्रेरणा मिश्रा ने १०० मीटर के साथ २०० मीटर में भी रजत पदक प्राप्त किया। इसके अलावा शालिनी यादव ने ८०० और १५०० मीटर में कांस्य, प्रशांत वर्मा ने पांच हजार मीटर पैदल चाल में कांस्य, तुलसी राम साहू ने १५०० मीटर में कांस्य, उमेश फरिकार ने ५००० मीटर के साथ १०,००० मीटर में कांस्य पदक जीते। बालक वर्ग की १०० मीटर रिले में तुलसी राम, उमेश, गौतम और योगश की चौकड़ी ने कांस्य पदक जीता। एक और कांस्य पदक ४ गुणा १०० मीटर में नितीश धनगर, उमेश, गौतम और योगेश की चौकड़ी ने जीता। पहले स्थान पर रहने वाले खिलाडिय़ों को एक हजार, दूसरे स्थान पर आए खिलाडिय़ों को सात सौ पचास रुपए और तीसरे स्थान पर आए खिलाडिय़ों को ५०० रुपए का नकद इनाम दिया गया।

मंगलवार, 4 अगस्त 2009

९० प्रतिशत अनुदान केन्द्र दे



छत्तीसगढ़ की खेल मंत्री लता ने रखी दिल्ली की बैठक में मांग
छत्तीसगढ़ की खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने दिल्ली में केन्द्र सरकार के सामने पाइका योजना के लिए छत्तीसगढ़ को ९० प्रतिशत अनुदान देने की मांग रखी। इस मांग पर केन्द्रीय खेल मंत्री एमएल गिल ने विचार करने का आश्वासन दिया है। केन्द्र के सामने बस्तर में साई के सेंटर के साथ रायपुर में साई के क्षेत्रीय कार्यालय की शाखा भी खोलने की मांग रखी गई है।


नई दिल्ली में सोमवार को देश भर के खेल मंत्रियों की बैठक केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल के साथ हुई। इस बैठक का मुख्य मकसद पाइका योजना को देश भर में लागू करवाना है। बैठक में शामिल छत्तीसगढ़ की खेल मंत्री लता उसेंडी ने मांग रखी कि चूंकि छत्तीसगढ़ आदिवाीस बाहुल्य राज्य है ेेऐसे में छत्तीसगढ़ को विशेष रूप से रियायत देते हुए केन्द्र सरकार ७५ प्रतिशत के स्थान पर ९० प्रतिशत अनुदान राशि दे। खेल मंत्री ने २००८-०९ के लिए भी पाइका का बजट देने की मांग रखी। यह बजट चुनाव के कारण नहीं मिल पाया था। सुश्री उसेंडी ने इसी के साथ बस्तर में राजनांदगांव की तरह ही साई का एक बड़ा सेंटर खोलने, रायपुर में साई के क्षेत्रीय कार्यालय की एक शाखा खोलने की मांग भी रखी। अन्य राज्यों के साथ सुश्री उसेंडी ने भी पाइका में खेल मैदानों की राशि एक लाख से ज्यादा करने की मांग रखी। क्रीड़ाश्री के लिए दिए जाने वाले पांच रुपए के मानदेय को भी बढ़ाने की बात की गई। अब क्रीड़ा श्री के लिए खेल शिक्षकों को शामिल करने पर केन्द्र सहमत हो गया है।


प्रदेश के खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि बैठक में छत्तीसगढ़ के साथ सारे राज्यों ने एक मत से इस बात को रखा कि पाइका योजना के लिए न्यूनतम ४६ सौ की जनसंख्या वाले गांवों को ही रखने का प्रावधान सही नहीं है। इस प्रावधान को हटाया जाए और कम जनसंख्या वाले गांवों को भी योजना का लाभ दिया जाए। लता उसेंडी ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत से गांव ऐसे हैं जिनकी जनसंख्या एक हजार भी नहीं है। ऐसे में ये गांव खेलों से वंचित रह जाएंगे।


सभी बातों पर केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल ने कहा कि सभी राज्यों की सहमति से योजना में जो कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा और सारी मांगों पर गंभीरता से विचार होगा। बैठक में छत्तीसगढ़ द्वारा मैदानों को बचाने के लिए बनाए गए विधेयक पर भी चर्चा हुई और इस विधेयक को सराहा गया। इस तरह का विधेयक अन्य राज्यों ने भी लाने की बात कही है।

गोलों की ङाड़ी



वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय सेवन-ए-साइड फुटबॉल में होलीक्रास स्कूल, विवेकानंद विद्या पीठ के साथ वामनराव लाखे स्कूलों ने गोलों की ङाड़ी लगाते हुए एकतरफा जीत प्राप्त की। एक अन्य मैच में शिशु निकेतन ने राष्ट्रीय विद्यालय को एक मात्र गोल से मात दी।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित चैंपियनशिप में सोमवार को पहला मैच अंडर १४ साल का होलीक्रास कांपा और कालीबाड़ी स्कूल के बीच खेला गया। इस एकतरफा मैच में होलीक्रास ने दनादन गोलों की बारिश करते हुए ६ गोल दाग दिए। प्रथोड़ राठौर ने हैट्रिक भी बनाई। उसने खेल के तीसरे के साथ चौथे और छठे मिनट में गोल किए। इसके बाद उसने २३ और २८वें मिनट में भी गोल करके अपने गोलों की संख्या पांच कर ली। एक गोल विकास रंगारी ने किया। इस वर्ग का दूसरा मैच विवेकानंद विद्यापीठ ने हरीनाथ अकादमी को ६-० से हराकर जीता। इस मैच में भानु प्रताप और मनीष ने ३-३ गोल किए।
अंडर १७ साल के पहले मैच में वामनराव लाखे स्कूल ने पद्मावती को ७-० से हराया। इस मैच में सुभाष यादव ने तीन, कुंदन दीप ने दो, धीरज बघेल और राजदीप ने एक-एक गोल किया। इस वर्ग के दूसरे मैच में शिशु निकेतन ने दीपक कुमार के एक मात्र गोल की मदद से राष्ट्रीय विद्यालय को मात दी।


चयन ट्रायल भी साथ में


जिला फुटबॉल संघ के दिवाकर थिटे के साथ चयन समिति के प्रमुख मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि इस चैंपियनशिप के साथ ही जिले की अंडर १६ बालक और अंडर १७ बालिका टीम का चयन ट्रायल भी किया जा रहा है। बालक वर्ग की राज्य चैंपियनशिप ३० अगस्त से एक सितंबर तक कोरबा में और बालिका वर्ग की १८ से २० अगस्त तक भिलाई में होगी। जिले की टीम में खिलाडिय़ों का चयन चल रही फुटबॉल चैंपियनशिप में ही प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। स्पर्धा में पांच अगस्त से महिला वर्ग के भी मुकाबले प्रारंभ होने वाले हैं, ऐसे में पांच से १० अगस्त तक चयनकर्ता बैठकर खिलाडिय़ों का प्रदर्शन देखेंगे फिर टीम की घोषणा की जाएगी।

सिद्धार्थ, अरूणी, रश्मि, अजनेश, एश्वर्या चैंपियन

राज्य बैडमिंटन में खेलने जाने वाली टीम में स्थान बनाने की होड़ में जुटे राजधानी के खिलाडिय़ों ने तीन वर्गों के मुकाबलों में अंतिम मुकाबले जीत तक खिताब जीत लिए। अंडर १० में अजनेश गुप्ता, अरूणी चौहान, अंडर १३ में सिद्धार्थ सिंग, एश्वर्या यदु और अंडर १६ में रश्मि अलोनी के साथ आत्दिय ने खिताब जीते। विजेता खिलाडिय़ों को पूर्व अंतररराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डुमरे ने पुरस्कार बांटे।

जिला बैडमिंटन संघ द्वारा सप्रे बैडमिंटन हॉल में आयोजित चैंपियनशिप के बारे में जानकारी देते हुए कविता-अनुराग दीक्षित ने बताया कि अंडर १० के फाइनल में अनजेश गुप्ता ने नीलेश मजमूदार को २१-१, २१-१३ और बालिका वर्ग में अरूणी चौहान ने आस्था मंधानी को २१-२, २१-३ से हराया। अंडर १३ साल में सिद्धार्थ सिंह ने अमोल मजमूदार को २१-१६, २१-१७ और बालिका वर्ग में एश्वर्या यदु ने दीक्षा चौधरी को कड़े मुकाबले में २२-२०, १९-२१, २१-१९ से हराया। अंडर १६ साल वर्ग में रश्मि अलोनी ने दीक्षा चौधरी को आसानी से २१-७, २१-५ से हराया। बालक वर्ग में आदित्य नायर ने संयम शुक्ला को मात दी। फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण की मुख्यअतिथि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डुमरे थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता अवतार जुनेजा ने की।

सोमवार, 3 अगस्त 2009

टाईब्रेकर में मिली जीत



वीके चौबे स्मृति अंतर स्कूल सेवन-ए-साइड फुटबॉल में अंडर १७ साल के मुकाबले में बालाजी स्कूल ने होलीक्रास बैरन बाजार को कड़े मुकाबले के बाद टाईब्रेकर में १-० से मात दी। अन्य मैचों में दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेंट जेंवियर और होलीक्रास कांपा ने अपने-अपने मैच जीते।


सप्रे स्कूल में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित चैंपियनशिप में अंडर १४ साल वर्ग में पहला मैच बालाजी और सेंट जेवियर के बीच खेला गया। इस मैच में सेंट जेवियर के लिए तीसरे मिनट में गोल करके रैबर ने खाता खोला। इसके कुछ समय बाद ही मो. सोहिल ने भी एक गोल दाग दिया। इन दो गोलों के बाद जेवियर की टीम जीत के प्रति आश्वास्त हो गई और उसने मैच २-० से जीत लिया।
दूसरे मैच में दिल्ली पब्लिक स्कूल ने भारत माता को २-० से मात दी। इस मैच में पूरी तरह से विजेता टीम का दबदबा रहा। मैच का पहला गोल तनवीर भाटिया और दूसरा पलास जैन ने किया। दोनों गोल दूसरे हॉफ में हुए।


तीसरा मैच अंडर १७ साल में बालाजी स्कूल और होलीक्रास बैरन बाजार के बीच खेला गया। यह मैच रोमांचक और काफी संघर्षपूर्ण रहा। इस मैच में दोनों टीमें काफी प्रयासों के बाद किसी की भी रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं रही। ऐसे में मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया। यहां भी मुकाबला कड़ा हुआ बालाजी ने एक गोल से जीत प्राप्त की।


अंडर १७ वर्ग के एक अन्य मैच में जेएन पांडे ने टाईब्रेकर में जीत ३-१ से जीत प्राप्त की। मैच में निर्धारित समय तक मैच १-१ से बराबर रहा। मैच का पहला गोल १५वें मिनट में सेंट जेवियर के सेम तिहारू के किया। जेएन को २४वें मिनट में मुकुल बुंदेल ने बराबरी दिलाई। इसके बाद दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी तो मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। यहां पर जेएन के मधुर और मुकुल ने गोल करके अपनी टीम को ३-१ से जीत दिल दी। पांचवां मैंच अंडर १९ साल का होलीक्रास और सेंट जोसेफे स्कूल के बीच खेला गया। यह मैच होलीक्रास ने ३-० से जीता।

रविवार, 2 अगस्त 2009

खेल मंत्री आज जाएंगी दिल्ली

देश भर के खेल मंत्रियों का लगेगा जमावड़ा
प्रदेश की खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी रविवार को दिल्ली जाएंगी। वहां पर तीन अगस्त को सभी राज्यों के खेल मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में वह शामिल होंगी। खेल मंत्री के साथ खेल सचिव सुब्रत साहू और संचालक जीपी सिंह भी साथ में जाएंगे। केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल केन्द्र सरकार की पाइका योजना पर सभी खेल मंत्रियों से चर्चा करेंगे।

केन्द्र सरकार इस समय पूरे देश में पाइका के नाम से एक योजना लेकर आई है। इस योजना में देश के हर गांव को १० साल के अंदर खेलों से जोडऩे की योजना है। इस योजना का पहला चरण प्रारंभ हो चुका है और ज्यादातर राज्यों में केन्द्र सरकार ने पहले साल के लिए इसका बजट भी दे दिया है। छत्तीसगढ़ को केन्द्र सरकार से पहले साल में करीब १० करोड़ का बजट केन्द्र ने देने का आदेश जारी कर दिया है। इन पैसों से प्रदेश के ९८२ गांवों को पहले चरण में खेलों से जोड़ा जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस योजना के लिए दो करोड़ ६६ लाख का बजट दे दिया है। केन्द्र सरकार अब अपनी योजना को लेकर दिल्ली में तीन अगस्त को एक बैठक सभी राज्यों के खेल मंत्रियों के साथ करने जा रही है। इस बैठक में खेल मंत्रियों से केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल चर्चा करेंगे। बैठक में केन्द्रीय खेल सचिव के साथ खेल मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में सभी राज्यों में पाइका योजना को गंभीरता से लागू करने पर चर्चा होगी। इसी के साथ सभी राज्यों के पास अपने राज्य में खेलों के विकास पर केन्द्रीय खेल मंत्री से चर्चा करने का अवसर रहेगा। वैसे छत्तीसगढ़ की खेल मंत्री लता उसेंडी पहले भी एक बार दिल्ली में केन्द्रीय खेल मंत्री से मुलाकात करके छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास पर चर्चा कर चुकी है। श्री गिल ने तब छत्तीसगढ़ को केन्द्र से पूरी मदद देने का आश्वासन भी दिया है। इस बार भी खेल मंत्री खेलों के विकास के लिए कुछ मुद्दे लेकर जा रही हैं जिन पर वह केन्द्रीय खेल मंत्री से चर्चा करेंगी।

विवेकानंद की दोनों टीमें जीतीं

वीके चौबे स्मृति अंतर स्कूल सेवन-ए-साइड फुटबॉल में विवेकानंद विद्या पीठ की अंडर १७ से साथ अंडर १९ की टीम ने भी अपना मैच जीत लिया। अन्य मैचों में द्रोणाचार्य ने खालसा स्कूल को ७-१, और रेयान ने पद्मावती को २-१ से मात दी।

शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित चैंपियनशिप में पहला मैच अंडर १४ साल में रेयान स्कूल का पद्मावती से हुआ। इस मैच में निर्धारित समय तक मुकाबला १-१ से बराबर रहा। फैसला टाईब्रेकर में किया गया तो रेयान ने २-१ से बाजी मारी। दूसरे मैच में द्रोणाचार्य से गोलों की ङाड़ी लगाते हुए खालसा स्कूल को ७-१ से मात दी। सौरभ ने तीन और प्रिंस के साथ अमन देव ने २-२ गोल किए। विधान गोयल के आत्मघाती गोल के कारण खालसा के खाते में एक गोल गया।
अंडर १७ के एक और मैच में विवेकानंद विद्या पीठ ने भी गोलों की बारिश करते हुए लिटिल फ्लावर को ६-० से रौंद दिया। मैच पहला गोल शिव भंजन ने १५वें मिनट में किया। उसने एक और गोल २८वें मिनट में दागा। कुलदीप ने ३५, ३८ और ४२वें मिनट में गोल किए। निहारिक ने बीच में ३९वें मिनट में गोल कर दिया जिसके कारण कुलदीप हैट्रिक से चूक गए।
अंतिम मैच में अंडर १९ के मुकाबले में विवेकानंद ने विक्रांत के दो गोलों की मदद से रविशंकर को मात दी। मैचों के रेफरी विनोद तांडी, विक्की क्षत्री, तरूण पुटान, अमित यदु, अर्स उल्ला खान, सतीश दीप और नीलकंठ जगत थे।

डीजीपी ने किया ८० ट्रेक शूट देने का वादा

चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में न पहुंच पाने वाले डीजीपी विश्व रंजन ने आज स्पर्धा में पहुंच कर खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया और कौमी एकता कमेटी के सदस्य अलीम रजा के प्रस्ताव पर ८० खिलाडिय़ों को ट्रेक शूट देने का वादा किया। शेरा क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि विश्व रंजन करीब एक घंटे तक खिलाडिय़ों के बीच में रहे और एक मैच का प्रारंभ फुटबॉल को किक मार कर किया।

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