प्रदेश के खेल संघों को अब अपनी पहुंच गांव-गांव तक करनी चाहिए ताकि प्रदेश में खेलों का विकास हो सके। वैसे भी अब केन्द्र सरकार की पाइका योजना से देश का हर गांव खेलों से जुडऩे वाला है। इस योजना में खेलों के आयोजन के लिए पैसा दिया जा रहा है। खेल विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों को राशि विकासखंड से लेकर जिला स्तर के आयोजनों के लिए दी है। राज्य में करीब एक करोड़ ९ लाख की राशि जिलों को भेजी गई है।
ये बातें यहां पर खेल संचालक जीपी सिंह ने प्रदेश के खेल संघों के पदाधिकारियों को पाइका की जानकारी देते हुए कहीं। उन्होंने खेल संघों से कहा कि अब जबकि प्रदेश में पाइका योजना का विस्तार प्रारंभ हो गया है तो ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि प्रदेश के खेल संघों के प्रतिनिधि भी गांवों में रहे ताकि उनकी भी मदद खेलों में ली जा सके। उन्होंने बताया कि पाइका योजना में जहां हर गांव में मैदानों के लिए एक लाख की राशि दी जा रही है, वहीं आयोजनों के लिए भी पैसे दिए जा रहे हैं। इन आयोजनों के लिए सभी जिलों को उनके विकासखंडों के आधार पर पैसे दे दिए गए हैं। एक ब्लाक के लिए ५० हजार की राशि दी गई है। इसी के साथ जिलों के आयोजन के लिए दो-दो लाख दिए गए हैं।
श्री सिंह ने खेल संघों के पदाधिकारियों से कहा कि खेल विभाग चाहता है कि जिन भी ब्लाकों में उनके खेलों से जुड़े लोग हंै उनकी जानकारी खेल विभाग को दी जाए। इसी के साथ जहां पर प्रतिनिधि नहीं हैं, वहां पर प्रतिनिधि बनाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने बताया कि यह बात पहले से ही तय है कि खेलों की बहुत ज्यादा प्रतिभाएं गांवों में रहती हैं। लेकिन इनको अब तक मौका नहीं मिल पाता था, पर पाइका योजना से अब किसी भी गांव की कोई भी खेल प्रतिभा अपना जौहर दिखाने से वंचित नहीं रहेगी।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने पाइका के लिए २० खेलों को सूचीबद्ध किया है, पर इनमें से १० खेलों के आयोजन को चुने जाने की छूट राज्यों की दी है। हर राज्य अपने राज्य में खेलों की प्राथमिकता के हिसाब से इनका चयन करेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन अगस्त के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो जाएंगे। इसीलिए अभी से तैयारी की जा रही है और हर जिले के खेल अधिकारी के साथ जिले के खेल प्रभारी पुलिस अधीक्षकों को इसके बारे में लगातार जानकारी भेजी जा रही है। इन आयोजनों के माध्यम से गांवों की प्रतिभाओं को सामने लाना है। उन्होंने बताया कि ब्लाक और जिलों के आयोजन के बाद राज्य स्तर के भी आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने खेल संघों को बताया कि वे उनको इसलिए सारी जानकारी दे रहे हैं ताकि आपको लोगों को भी मालूम हो कि आपके खेलों क्या हो रहा है। उन्होंने बताया कि पाइका की सारी जानकारी देने के लिए एक बुकलेट भी तैयार की जा रही है। इसका प्रकाशन होने पर सभी खेल संघों को भी यह दी जाएगी।
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