रविवार, 30 जनवरी 2011

खेल विभाग के हवाले हो इंडोर

प्रदेश की खेल बिरादरी से जुड़े खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ खिलाड़ियों का ऐसा मानना है कि राजधानी के इंडोर स्टेडियम को खेल विभाग या फिर भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई के हवाले कर देना चाहिए। इंडोर स्टेडियम का जितना किराया निगम ने रखा है, वह दे पाना किसी भी खेल संघ के बस की बात नहीं है। इंडोर को राजनीतिक, सामाजिक अ‍ौर धार्मिक कार्यक्रमों को देने का भी विरोध होने लगा है।
इंडोर स्टेडियम के एक दिन के सवा लाख रुपए किराए की जानकारी होने पर प्रदेश की खेल बिरादरी खफा है। सबका एक स्वर में ऐसा मानना है कि निगम ने खेलों के विकास के लिए इंडोर स्टेडियम बनाया है या व्यापार करने के लिए। इंडोर को खेलों के अलावा दूसरे उपयोग के लिए देने को उचित नहीं माना जा रहा है।
क्या निगम व्यापार कर रहा है
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान कहते हैं कि 14 साल बाद प्रदेश की खेल बिरादरी को इंडोर की सौगात मिली है, लेकिन निगम ने जिस तरह से बिना सोचे समझे इसका एक दिन का किराया सवा लाख रुपए तय किया है उससे लगता है कि निगम खेल के नाम से भी व्यापार करना चाहता है। देश के दूसरे इंडोर के बारे में जानकारी मंगाने के बाद किराया तय करना चाहिए। वे कहते हैं कि दूसरे राज्यों में किसी भी इंडोर का इतना किराया नहीं है।
बड़े इंडोर का किराया एक लाख
बास्केटबॉल के अंतरराष्ट्रीय कोच राजेश पटेल कहते हैं कि कोलकाता का नेताजी इंडोर स्टेडियम रायपुर के इंडोर से बहुत ज्यादा बड़ा है, उसका किराया एक लाख रुपए है। लेकिन वहां भी खेलों के आयोजन में इस किराए में रियायत की जाती है। वे कहते हैं कि वैसे भी एसी का उपयोग ज्यादा नहीं होता है। ऐसे में खेलों के लिए कम से कम किराया रखा जाना चाहिए।
केवल खर्च लिया जाए
नेटबॉल संघ के सचिव और हनुमान सिंह पुरस्कार प्राप्त संजय शर्मा का कहना है कि इंडोर को अस्पताल और स्कूलो की तर्ज पर चलाने का काम करना चाहिए। इंडोर में जितना बिजली खर्च आएगा वही राशि किसी भी आयोजन के लिए लेनी चाहिए। वे कहते हैं कि किसी भी खेल संघ के पास इतना पैसा नहीं रहता है कि वह सवा लाख रुपए एक दिन का किराया दे पाएगा।
दूसरे आयोजनों के लिए न दिया जाए
राष्ट्रीय भारोत्तोलक और राजीव पांडे पुरस्कार प्राप्त तेजा सिंह साहू कहते हैं कि क्या इंडोर राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए बनाया गया है। इंडोर को कताई दूसरे आयोजनों के लिए देना उचित नहीं है।
साई को दे दिया जाए
वालीबॉल संघ के सचिव मो. अकरम खान कहते हैं कि प्रदेश में खेलों का विकास करना है कि तो आउटडोर के साथ इंडोर को भी साई को दे देना चाहिए। साई स्टेडियम का जहां रखरखाव करने में सक्षम है, वहीं यहां पर एक साथ कई खेलों के प्रशिक्षण सेंटर खुल जाएंगे जिससे राज्य के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। वे कहते हैं कि खेल संघों को वैसे भी राष्ट्रीय आयोजनों के लिए बहुत कम अनुदान मिलता है। ऐसे में अगर खेल संघों को राष्ट्रीय आयोजन में सात-आठ लाख रुपए का किराया देना पड़ा तो खेल संघ इसका इंतजाम कहां से करेंगे।
राज्य अकादमी खोली जाए
फुटबॉल के साथ हॉकी भी चार दशक से प्रशिक्षण देने वाले मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि इंडोर को खेल विभाग के हवाले करके वहां पर राज्य अकादमी का प्रारंभ करना चाहिए। अगर खेल विभाग यहां पर कई खेलों की राज्य अकादमी खोल देता है तो राज्य की प्रतिभाओं को निखरने का भी मौका मिलेगा और इंडोर का रखरखाव भी हो जाएगा।

शनिवार, 29 जनवरी 2011

इंडोर स्टेडियम में आयोजन सपने जैसा

राजधानी का इंडोर स्टेडियम तैयार हो गया है और अब उसको तीन फरवरी को खिलाड़ियों को देने की भी तैयार कर ली गई है। यह एक अच्छी खबर है। लेकिन इसी के साथ प्रदेश की खेल बिरादरी के लिए एक जोर का झटका देने वाली खबर यह है कि इंडोर स्टेडियम का एक दिन का किराया ही करीब सवा लाख रुपए निगम ने तय किया है। ऐसे में यह बात तय है कि इंडोर स्टेडियम में राज्य स्पर्धा क्या राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन भी सपने जैसा हो जाएगा।
राजधानी के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के इंडोर स्टेडियम का इंतजार राजधानी के खिलाड़ी करीब दो दशक से कर रहे थे। जब इसको बनाने की योजना को मूर्तरूप देने का काम 1996 में किया गया था तो लगा था कि यह जल्द बन जाएगा। लेकिन इसको बनने में ही 14 साल लग गए। इतना लंबा समय लगने के कारण इसकी लागत 6 करोड़ 84 लाख से 25 करोड़ हो गई है। अब इतनी ज्यादा लागत से बनने के कारण निगम ने इसका एक दिन का किराया ही करीब सवा लाख रुपए तय किया है। इतना ज्यादा किराया होने से यह बात तय है कि इस स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन भी संभव नहीं हो सकेंगे।
खेल के जानकारों का साफ तौर पर कहना है कि एक राष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन का बजट सात लाख से 10 लाख के करीब होता है। राष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार से एक लाख का ही अनुदान मिलता है। खेल संघों को किसी भी राष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन के लिए बजट को लेकर बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि आयोजन का बजट जुटाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में अगर किसी भी राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन इंडोर स्टेडियम में करने की योजना बनाई जाती है तो उस स्पर्धा का बजट दुगना हो जाएगा। कोई भी राष्ट्रीय स्पर्धा कम से कम 6 दिनों की होती है। ऐसे में स्पर्धा के लिए स्टेडियम का किराया ही सात लाख पचास हजार हो जाता है। इतने बजट में तो एक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन हो जाता है। ऐसे में यह तय है कि कोई भी खेल संघ राष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन के लिए स्टेडियम लेने की हिम्मत नहीं कर पाएगा। जब राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन संभव नहीं होगा तो राज्य स्तर की स्पर्धा के आयोजन का तो सवाल ही नहीं उठाता है। निगम ने स्टेडियम को सामाजिक और राजनीतिक आयोजन के लिए भी देने पर सहमति जताई है, लेकिन कोई भी सामाजिक या राजनीतिक संस्था क्या एक दिन का किराया सवा लाख रुपए देने में सक्षम होगी, यह एक बड़ा सवाल है।
मुफ्त में देना संभव नहीं होगा
निगम के आयुक्त ओपी चौधरी साफ कहते हैं कि स्टेडियम में एक दिन के बिजली का खर्च का करीब 70 हजार आ जाएगा, ऐसे में किसी भी आयोजन के लिए स्टेडियम को मुफ्त में देना संभव नहीं होगा। वे पूछने पर कहते हैं कि जहां तक स्टेडियम में किसी भी खेल के लिए अभ्यास का सवाल है तो उसके लिए स्टेडियम जरूर मिल जाएगा। अभ्यास के लिए एसी की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने बताया कि एसी प्रारंभ करने पर ही एक दिन में 70 हजार की बिजली की खफत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टेडियम के रखरखाव पर ही एक माह में करीब पांच लाख का खर्च आना है ऐसे में स्टेडियम को खेलों के आयोजन के साथ सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों के लिए भी देने पर निगम में सहमति बनी है।

शुक्रवार, 28 जनवरी 2011

फेडरेशन कप के लिए पर्यवेक्षक कल आएंगे

राजधानी रायपुर में होने वाली फेडरेशन कप बास्केटबॉल स्पर्धा में आयोजन की तैयारियो का जायजा लेने के लिए भारतीय बास्केटबॉल संघ के पर्यवेक्षक 29 जनवरी को राजधानी आएंगे।
छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि 10 फरवरी से होने वाली स्पर्धा की तैयारी जोरों से चल रही है। उन्होंने बताया कि स्पर्धा के आयोजन स्थल इंडोर स्टेडियम के साथ खिलाड़ियों के ठहराने के स्थानों का जायजा लेने के लिए भारतीय बास्केटबॉल संघ रेफरी बोर्ड के चेयरमैन और दिल्ली बास्केटबॉल संघ के अध्यक्ष चन्द्र मोहन को यहां भेज रहा है। वे यहां पर आने के बाद सबसे पहले इंडोर स्टेडियम को देखेंगे। इसके बाद उनको उन सभी होटलों को दिखाया जाएगा जहां पर खिलाड़ियों के ठहराने की व्यवस्था की गई है। श्री पटेल ने बताया कि राजधानी के करीब आधा दर्जन होटलों में खिलाड़ियों को ठहराने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों के खाने की व्यवस्था स्टेडियम के पास ही की जाएगी ताकि खिलाड़ियों को किसी तरह से परेशानी का सामना न करना पड़ा।
लगेगा हाईड्रोलिक बोर्ड
श्री पटेल ने बताया कि स्पर्धा के लिए हाईड्रोलिक बोर्ड के साथ इलेक्ट्रानिक स्कोर बोर्ड भी लगाया जाएगा। इनका आर्डर खेल विभाग ने दिया है। खेल के लिए जरूरी सामान चार फरवरी तक आ जाएगा। उन्होने बताया कि यह पहला मौका है जब राज्य में कोई स्पर्धा इंडोर स्टेडियम के साथ हाईड्रोलिक बोर्ड के साथ होगी।

बेंगलुरु अंतिम 8 में

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल में एमईजी बेंगलुरु ने कोस्टल टाइगर विशाखापट्नम को 1-0 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। क्वार्टर फाइनल मुकाबले कल से प्रारंभ होंगे।
लाखेनगर के मैदान में चल रही स्पर्धा में गुरुवार को एक मात्र मैच एमईजी बेंगलुरु का कोस्टल टाइगर विशाखापट्नम से हुआ। इस मैच में पहले हॉफ में बहुत ही कड़ा मुकाबला हुआ। इस मैच में बेंगलुरु ने मैच के पहले हॉफ के 30वें मिनट में गोल करने का एक मौका गंवाया। पहला हॉफ गोलरहित बराबरी पर छूटा। दूसरे हॉफ में फिर से कांटे का मुकाबला हुआ। इस हॉफ के 11वें मिनट में फिर से बेंगलुरु ने एक गोल करने का मौका गंवाया। मैच के 30वें मिनट में बेंगलुरु के अजी राज फिलिप्स ने एक शानदार गोल करके अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। इसके बाद कोई स्कोर नहीं हो सका और बेंगलुरु ने मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया।
हिन्द स्पोर्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि स्पर्धा में 28 जनवरी को पहला क्वार्टर फाइनल मैच सेंटर रेलवे मुंबई और तालतल दीप्ति संघ कोलकाता के बीच खेला जाएगा। स्पर्धा का फाइनल मैच अब दो फरवरी के स्थान पर तीन फरवरी को होगा। समापन के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह होंगे।

गुरुवार, 27 जनवरी 2011

राजधानी में शुरू नहीं हो सके हैं प्रशिक्षण शिविर

झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में खेलने जाने वाली 17 टीमों में से राजधानी में राजधानी में जिन आधा दर्जन खेलों के प्रशिक्षण शिविर लगाने की बात की जा रही है, वे सारे शिविर अब तक प्रारंभ ही नहीं हो सके हैं। इन शिविरों के बारे में प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान कहते हैं कि इन खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाएं होने की वजह से अभी शिविर नहीं लगे हैं, लेकिन खेल विभाग के साथ मीडिया को जो सूचना दी गई है उसमें 18 जनवरी से सभी खेलों के प्रशिक्षण शिविर लगाने की बात है।
झारखंड में 12 फरवरी से राष्ट्रीय खेल होने हैं। इन खेलों के लिए प्रदेश के 17 खेलों की टीमों को पात्रता मिली है। इन सभी खेलों के प्रशिक्षण शिविर 18 जनवरी से लगाए जाने की जानकारी प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान से दी थी। इन खेलों में से 6 खेलों के शिविर राजधानी में और बाकी खेलों के भिलाई में लगाए गए हैं। राजधानी में अब तक एक भी शिविर प्रारंभ नहीं किया गया है। इस बारे में जानकारी लेने जब बशीर अहमद खान से बात की कई तो उन्होंने बताया कि तीरंदाजी, टेबल टेनिस और निशानेबाजी की राष्ट्रीय स्पर्धाओं के आयोजन के कारण इनके शिविर नहीं लगे हैं। इधर ट्रायथलान के साथ स्क्वैश के भी प्रशिक्षण शिविर नहीं लगे हैं। इन खेलों से जुड़े विष्णु श्रीवास्ताव से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैदान उपलब्ध न होने के कारण् और खिलाड़ियों की कुछ परेशानी की वजह से शिविर प्रारंभ नहीं किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारे खेलों के शिविर 27 जनवरी से प्रारंभ होंगे।

विशाखापट्नम की आसान जीत

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल मेंखेले गए एक मात्र मैच में कोस्टल टाइगर विशाखापट्नम ने केरला को आसानी से 2-0 से मात देकर अगले चक्र में प्रवेश किया।
लाखेनगर के मैदान में चल रही स्पर्धा में एक मात्र मैच विशाखापट्नम का केरला के साथ खेला गया। मैच में पूरी तरह से विशाखापट्नम के नाम रहा। मैच का पहला गोल खेल के 15वें मिनट में अशोक ने किया। इस गोल के बाद पहले हॉफ में अ‍ैौर कोई स्कोर नहीं हो सका। मध्यांतर में विजेता टीम 1-0 से आगे थी। मैच का दूसरा गोल भी अशोक ने किया। यह गोल खेल के 55वें मिनट में हुआ। विशाखापट्नम के सामने केरला की रक्षापंक्ति जहां पूरी तरह से असहाय नजर आई, वहीं विशाखापट्नम की रक्षापंक्ति तो भेदने में केरला के खिलाड़ी असफल रहे। हिन्द स्पोर्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि स्पर्धा में बुधवार को पहला मैच कोलकाता का अहमदाबाद से और दूसरा बेंगलुरु का नागपुर से होगा।

सोमवार, 24 जनवरी 2011

राजदीप तोड़ेंगे जंप रोप में गिनीज रिकॉर्ड

प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय जंप रोप के खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा अब गिनीज बुक में दर्ज एक मिनट में 154 हिट्स का रिकॉर्ड तोड़ने वाले हैं। राजदीप ने राजधानी में कलर्स चैनल की टीम के साथ परसदा के अंतररराष्ट्रीय स्टेडियम के पास और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के इंडोर स्टेडियम में डेमो की रिकार्डिंग की। अब वे रिकॉर्ड की रिकार्डिंग करवाने के लिए अगले माह मुंबई जाएंगे। राजदीप के साथ जंप रोप संघ के अखिलेश दुबे ने बताया कि ग्रीनिज बुक में 154 हिट्स का रिकॉर्ड है। इस रिकॉर्ड को राजदीप ब्रेक कर देंगे। वे आसानी से 165 हिट्स तक कर लेते हैं।

विवादित कराते संघ के खिलाड़ी झारखंड जाने वाली टीम में

झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में खेलने जाने वाले छत्तीसगढ़ के दल में जिन कराते खिलाड़ियों को रखा गया है, वे खिलाड़ी विवादित कराते संघ से संबंध रखते हैं। इस संघ पर दिल्ली हाई कोर्ट में रोक लगाई गई। राष्ट्रीय स्तर पर इस समय तीन कराते संघ हैं और संघों ने राष्ट्रीय खेलों में अपने-अपने खिलाड़ी भेजने के लिए कोर्ट की सरण ले रखी है।
झारखंड के राष्ट्रीय खेलों के लिए कराते के जिन खिलाड़ियों को प्रदेश के दल में शामिल किया गया है, उस संघ के बारे में दूसरे संघ से जुड़े प्रदेश संघ के सचिव अजय साहू ने बताया कि चेन्नई के आर. त्यागराजन की अध्यक्षता वाले इस संघ के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट ने 21 मार्च तक स्टे दे रखा है। उन्होंने बताया कि इस संघ को भारत सरकार के साथ भारतीय ओलंपिक संघ ने भी मान्यता दे रखी है। इसी के खिलाफ पीआर रमेश के सचिव वाले संघ ने दिल्ली हाई कोर्ट में मामला लगाया है जिसके एवज में कोर्ट ने पहले त्यागराजन वाले संघ पर 14 दिसंबर तक स्टे लगाया था, इसके बाद इसको 21 मार्च तक बढ़ा दिया गया है।
राजस्थान के रामेश्वर निर्वाण की अध्यक्षता वाले संघ के संबंध रखने वाले अजय साहू ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय संघ ने मुंबई हाई कोर्ट में मामला लगाया है। इस मामले का फैसला जल्द होने वाला है। उन्होंने बताया कि भारतीय कराते संघ का मुख्य पंजीयन मुंबई से ही है, बाद में चेन्नई से इसका पंजीयन करवा दिया गया जिसके कारण विवाद प्रारंभ हुआ। उन्होंने बताया कि मुंबई हाई कोर्ट ने तो रामेश्वर निर्वाण को ही भारतीय कराते संघ का अध्यक्ष माना है।
एक जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्तर के तीनों संघों ने झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में अपने-अपने खिलाड़ी शामिल करवाने के लिए कोर्ट की शरण ली है और वहां अपने-अपने खिलाड़ियों की सूची जमा कर रखी है। पीआर रमेश वाले संघ ने 21 से 24 जनवरी तक बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया है इसके बाद ही इनकी सूची का फैसला होगा।
संघ के पास खिलाड़ी कम
जिस प्रदेश कराते संघ को खेल विभाग ने मान्यता दे रखी है, उसके बारे में कहा जाता है कि उनके पास बहुत कम खिलाड़ी हैं। यही वजह है कि राष्ट्रीय खेलों के लिए महज दो खिलाड़ी ही पात्रता प्राप्त कर सके हैं। इस संध के बारे में जानकार बताते हैं कि इस संघ के अध्यक्ष और सचिव का राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग संघों से संबंध हैं। लेकिन ये बात यहां पर इनके पदाधिकारी मानने को तैयार नहीं है।
खिलाड़ियों का होगा नुकसान
संघों के झगड़े के कारण ही प्रदेश के खिलाड़ियों को नुकसान होने की बात की जा रही है। कराते से जुड़े लोग कहते हैं कि संघों के झगड़े के कारण ही खिलाड़ियों का नुकसान हो रहा है। इनका कहना है कि यह अपने आप में शर्मनाक बात है कि राज्य के दो ही खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों में खेलने की पात्रता मिली है, जबकि राज्य में कुछ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ कई राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। अगर एक जुटता के साथ प्रदेश की टीम बनती तो जरूर यहां के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी टीम में स्थान बनाते और राज्य के लिए राष्ट्रीय खेलों में पदक लाने में सफल होते।

भारतीय ओलंपिक संघ के निर्देशों का पालन करेंगे
इस मामले में छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के सचिव बश्ीर अहमद खान का कहना है कि वे इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे भारतीय ओलंपिक संघ से मिले निर्देशों का पालन करेंगे। वे कहते हैं कि भारतीय ओलंपिक संघ से जिस संघ को मान्यता होगी उसी संघ के खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ के दल में रखा जाएगा। वे कहते हैं कि उनको इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि जिस संघ को भारतीय ओलंपिक संघ ने मान्यता दे रखी है, उसके खिलाफ हाई कोर्ट ने स्टे दे रखा है।

रविवार, 23 जनवरी 2011

बिहार की खिताबी जीत

अंडर - 19 एसोसिएट मैच का फ आइनल में मेजबान छत्तीसगढ़ को बिहार ने दो विकेट से मात देकर खिताब जीत लिया।
मैच में छत्तीसगढ़ के कप्तान अखण्ड प्रताप सिंह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ की टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट गंवाकर 234 रन बनाए। छत्तीसगढ़ की ओर से अतुल शर्मा ने 99 गेंदों पर 85 रन, छबि जलक्षत्रिय ने 47 गेंदों पर 37 रन, शेख वसीम ने 39 गेंदों पर 29 रन, गौरव टंडन ने 44 गेंदों पर 22 रन, एवर्य मौर्य ने 46 गेंदों पर 46 रन तथा ईयान कोस्टर ने 9 गेंदों पर 10 रन बनाए। बिहार की तरफ गेंदबाजी में आदित्य तथा सतीश राय ने 1,1 विकेट लिए, बाकी 4 बल्लेबाज रन आउट हो गए।
बिहार की टीम ने 50 ओवर में 8 विकेट गंवाकर 236 रन बना लिए। और मैच पर जीत हासिल की । बिहार की ओर से निशांत कुमार ने 75 गेंदों पर 47 रन, कुमार आदित्य ने 85 गेंदों पर 52 रन, राजेश सिंह ने 38 गेंदों पर 25 रन, मंगल महरूर ने 31 गेंदों पर 23 रन, निशांत प्रकाश ने 15 गेंदों पर 18 रन, बनाकर अपने टीम को जीत दिलाई।

कॉलेजों में अनिवार्य हो शारीरिक शिक्षा

शारीरिक शिक्षा पर राष्ट्रीय सेमिनार में चेन्नई के चिनप्पा रेड्डी ने कहा कि शारीरिक शिक्षा को कॉलेजों में अनिवार्य करना चाहिए। आज यह जरूरी है कि शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा मिले। रविवि शारीरिक शिक्षा विभाग की संचालक रीता वेणुगोपाल ने कहा कि हर बात के लिए सरकार को दोष देना गलत है, खिलाड़ियों को खुद भी प्रयास करने चाहिए। अमरेश कुमार ने कहा कि इस सेमिनार से जरूर बीपीएड और एमपीएड के छात्र-छात्राओं को यह जानकारी मिली है कि उनको नौकरी के लिए कौन-कौन से रास्ते मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब तक यही समझा जाता रहा है कि बीपीएड और एमपीएड करने के बाद स्कूल और कॉलेजों में ही नौकरी मिलती है, लेकिन बड़े शहरो ंके हेल्थ क्लब और जिमों में भी नौकरी मिल सकती है।
सेमिनार में विशेषज्ञों के विचारों के बाद हुए समापन समारोह के मुख्य अतिथि रविवि के कुलपति एसके पांडेय थे। उन्होंने कहा कि यह अपने राज्य का सौभाग्य है कि यहां पर ऐसा सेमिनार हुआ जिसमें देश भर के शारीरिक शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञों ने शिरकत की। उन्होंने आयोजन के लिए सांइंस कॉलेज को बधाई दी और कहा कि आगे भविष्य में भी ऐसे आयोजन राज्य में होते रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ओंकार बैस ने की।

शनिवार, 22 जनवरी 2011

गोंदिया ने जीता उद्घाटन मैच

अखिल भारतीय हिन्द स्पोर्टिंग फुटबॉल का उद्घाटन मैच सिटी क्लब गोंदिया ने बीएमएसएस चक्रधरपुर को 2-0 से मात देकर जीता। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन खनिज निगम के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने महापौर किरणमयी नायक की अध्यक्षता और छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा के विशेष आतिथ्य में किया।
70वीं अखिल भारतीय स्पर्धा में खेला गया मैच काफी रोमांचक और संघर्षपूर्ण रहा। इस मैच में पूरी तरह से गोंदिया का दबदबा रहा। मैच का पहला गोल खेल के 22वें मिनट में प्रधान ने और खेल के 69वें मिनट में चिंटू ने किया।
इसके पहले स्पर्धा के उद्घाटन अवसर पर हिन्द स्पोर्टिंग एसोसिएसन केअध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि अब इस मैदान को स्टेडियम के रूप में बदलने की सारी दिक्कतें दूर हो गई हैं। 30 मार्च तक स्टेडियम निर्माण के लिए शिलान्यास करवाने की योजना है। उन्होंने बताया कि इस बार भी मैदान को ठीक करने के लिए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि मैदान से 50 ट्रक मलमा हटवाने के बाद मैदान तैयार करवाया गया। उन्होंने कहा कि हम लोग हर साल आयोजन के समय अतिथियों से मैदान को स्टेडियम का रूप दिलवाने में मदद करने की अपील करते हैं, इस बार भी कर रहे हैं।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि हिन्द स्पोर्टिंग स्पर्धा राज्य की ही नहीं बल्कि इस देश की पुरानी स्पर्धाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि राजधानी के लिए यह जरूरी है कि हिन्द स्पोर्टिंग का मैदान स्टेडियम का रूप ले। उन्होंने कहा कि हर काम के लिए सरकार की तरफ देखना ठीक नहीं है। यह मैदान जनता के सहयोग से भी बन सकता है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जब हम लोग अगली बार यहां आए तो आयोजन स्टेडियम में हो।

बुधवार, 19 जनवरी 2011

हॉकी-फुटबॉल को प्रमोट करने कुंबले को आमंत्रण

छत्तीसगढ़ में हॉकी और फुटबॉल को भी प्रमोट करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अनिल कुंबले को आमंत्रण दिया गया है। उन्होंने शेरा क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान के आग्रह पर अगली बार छत्तीसगढ़ आने की हामी भरी है।
राजधानी में पिछले चार दशक से हॉकी के साथ फुटबॉल को बढ़ाने का काम करने वाले संस्था शेरा क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने अनिल कुंबले ने रायपुर प्रवास के दौरान उनसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मुलाकात की और उनको अपने क्लब की गतिविधियों के बारे में बताते हुए उनसे आग्रह किया कि वे कभी हॉकी और फुटबॉल को प्रमोट करने के लिए रायपुर आए। इस पर श्री कुंबले ने कहा कि फुटबॉल से तो उनका ज्यादा नाता नहीं है, लेकिन हॉकी के लिए वे जरूर आ जाएंगे, जब भी उनको बुलाया जाएगा।
श्री प्रधान ने बताया कि बहुत जल्द एक कार्यक्रम बनाकर श्री कुंबले को रायपुर बुलाया जाएगा। वे कहते हैं कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि हर खेल के खिलाड़ियों में क्रिकेटरों का क्रेज है। वे कहते हैं कि श्री कुंबले से मिलना सुखद रहा। इतने बड़े स्टार होने के बाद कुंबले में कहीं अहम नजर नहीं आया। उनके जैसे स्टारों पर ही देश को नाज है।

छत्तीसगढ़ की एक और जीत

अंडर 19 एसोसिएट क्रिकेट में मेजबान छत्तीसगढ़ ने फाइनल में स्थान बनाने के बाद भी अपना जोरदार खेल दिखाते हुए लीग मैचों में मेघालय को 6 विकेट से मात देकर एक और जीत दर्ज की।
भिलाई सेक्टर 10 में छत्तीसगढ़ और मेद्यालय के मध्य खेला गया। जिसमें मेद्यालय के कप्तान सेल्वेस्टर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। मेद्यालय की टीम 48.2 ओवर में 147 रन बनाकर आलआउट हो गई। जिसमें मेद्यालय के राजविश्वास ने 102 गेंदों में 45 रन तथा राजेश ने 50 गेंदों में 19 रन बनाए। छत्तीसगढ़ की ओर से गेंदबाजी में एश्वर्य मौर्य ने 10 ओवर में 30 रन देकर 3 विकेट, विशाल तथा गौरव ने 2,2 विकेट लिए। छत्तीसगढ़ की बल्लेबाजी में शेख वसीम ने 59 गेंद पे 66 रन तथा ईयान कोस्टर ने 38 गेंद पे 32 रन बनाए। इस प्रकार छत्तीसगढ़ की टीम ने 27.3 ओवर में 4 विकेट गंवाकर 149 रन बना लिए। और इस पर 6 विकटों से जीत हासिल की। इस मैच के अंपायर प्रशांत चक्रबोर्ती तथा संतोश दास एवं मैच रेफ री राजेश्वर वस्त थे।
रायपुर में सिक्किम और मणिपुर के मध्य खेले गए मैच में मणिपुर के कप्तान ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। मणिपुर की टीम ने 35.1 ओवरों में 158 रन बनाए। मणिपुर की ओर से सर्वाधिक रन तरूण ठोंगम ने 49 गेंदों में 26 रन और सहादत अली ने 32 गेंदों पर 25 रन बनाए। सिक्किम की ओर से गेंदबाजी में दानिश राय ने 7.1 ओवरों में 34 रन देकर 5 विकेट लिए तथा लियांग लेप्चा ने 2 ओवरों में 5 रन देकर 3 विकेट लिए। सिक्किम की बल्लेबाजी में आशीष थापा ने 110 गेंदों में 71, मुकेश प्रसाद ने 66 गेंदों में 30 रन तथा लियांग लेप्चा ने 49 गेंद में 27 रन बनाए। इस प्रकार सिक्किम की टीम ने 38.1 ओवर में 4 विकेट गंवाकर 159 रन बना लिए और मैच 6 विकेट से जीत लिया। इस मैच के अंपायर विपिन आचार्य तथा धीरेन्द्र सिंह चौहान एवं मैच रेफ री अमरजीत केपी जी थे।
तीसरा मैच बिहार और नागालैण्ड के मध्य खेला गया। नागालैण्ड के कप्तान एओ शशि ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। नागालैण्ड की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 239 रन बनाए। जिसमें निर्भय सिंह ने 73 गेंदों पर 56 रन, मयंक 55 गेंदों पर 57 तथा आकृतो ने 40 गेंदों पर 37 रन बनाए। बिहार की ओर से गेंदबाजी में शशिम राठौर ने 4 विकेट तथा सतीश राय ने 3 विकेट लिए। बिहार की बल्लेबाजी में ससिम राठौर ने 101 गेंदों पर 136 रन बनाए तथा कुमार आदित्य ने 87 गेंद पर 60 रन बनाए और बिहार की टीम ने 38.5 ओवर में 2 विकेट गंवाकर 240 रन बना लिए। नागालैण्ड की गेंदबाजी में एओ शशि तथा बादल दास ने 1,1 विकेट लिए। बिहार की टीम ने इस मैच को 8 विकेट से जीत हासिल की। इस मैच के अंपायर मार्यो फ ्रांसिस एवं उदित बक्शी तथा मैच रेफ री आनंद पटेल थे।
20 जनवरी को होने वाला मैच पहला मैच रायपुर में बिहार और मणिपुर के मध्य दूसरा मैच भिलाई सेक्टर 10 में सिक्किम और मेद्यालय के मध्य, तीसरा मैच भिलाई सेक्टर 1 में नागालैण्ड और अरूणाचल प्रदेश के मध्य खेला जाएगा।


सुमित चौधरी बने छत्तीसगढ़ श्री

राज्य शरीर सौष्ठव में छत्तीसगढ़ श्री का खिताब रायपुर के सुमित राय चौधरी ने जीता। रायपुर के हाथ एक और खिताब छत्तीसगढ़ उदय का लगा। यह खिताब दीपक बेहरा ने जीता।
प्रतियोगिता में प्रदेश के रायगढ़, कवर्धा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगॉव, महासमुंद, जांजगीर-चांपा जिले से 80 से अधिक खिलाड़ियों औैर अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ उदय, किशोर कुमार, श्री, एवं केसरी के लिये स्पर्धाऐं हुई। जिसमें रायपुर के सुमित चौधरी ने छत्तीसगढ़ श्री का खिताब जीता एवं छत्तीसगढ़ उदय का खिताब दीपक बेहरा रायपुर छत्तीसगढ़ कुमार का खिताब त्रतु कुमार राजहरा, छत्तीसगढ़ किशोर का खिताब देवनाथ दुर्ग ने जीता। विजेता खिलाड़ियों को बालोद नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने तथा कमलेश सोनी, पुरुषोत्तम अजमानी हरीश पांडेय द्वारा ट्रॉफ ी एवं खिताब के साथ नगद 2100 रुपए पुरस्कार प्रदान किये गये। स्पर्धा के दौरान अंतर्राष्टीय खिलाड़ी पी. सालोमन का सम्मान किया गया।

मंगलवार, 18 जनवरी 2011

छत्तीसगढ़ का नाम देश-दुनिया में रौशन करें


प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी राज्य का नाम देश और दुनिया में रौशन करें। हमारी सरकार से खिलाड़ियों के लिए जो भी मदद होगी हम करेंगे। छत्तीसगढ़ में लॉन टेनिस की अकादमी बनाने के लिए जमीन जल्द देने के साथ इस अकादमी का काम भी प्रारंभ कर दिया जाएगा।
ये बातें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने निवास में छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ की वेबसाइड के लाचिंग अवसर पर कहीं। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अनिल कुम्बले भी विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वेबसाइड से राज्य के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने प्रदेश के खिलाड़ियों से आव्हान किया कि वे तो बस अपने खेल पर ध्यान दें और अपने राज्य का नाम देश के साथ विदेशों में भी रौशन करने में लगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को हर तरह की मदद हमारी सरकार देगी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट और टेनिस का मेल मिलाप अच्छा है। आज इस अवसर पर अनिल कुम्बले उपस्थित हैं, इसके पहले टेनिस के एक कार्यक्रम में कुछ समय पहले कपिल देव आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉन टेनिस की अकादमी के लिए सरकार बहुत जल्द जमीन दे देगी। मुख्यमंत्री ने अनिल कुम्बले के बारे में कहा कि उनको मालूम हुआ है कि श्री कुम्बले फारेस्ट के बहुत शौकीन हैं। मैं उनको बताना चाहता हूं कि हमारे बस्तर के जंगल केरल से कई गुना बड़े हैं।
अनिल कुम्बले ने इस अवसर पर कहा कि इस वेबसाइड से छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी। छत्तीसगढ़ युवा राज्य है और यहां के युवा खिलाड़ी अपने राज्य का नाम रौशन करने का काम करें। उन्होंने कहा कि मैं यहां पहली बार आया हूं, यहां आना अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भारत की टेनिस टीम में स्थान बनाने में सफल होंगे। संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
इसके पहले विक्रम सिसोदिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ की सिविल सर्विस की टेनिस टीम ने भोपाल में राष्ट्रीय स्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से लॉन टेनिस के खिलाड़ियों को सिविल सेवा में लेने का आग्रह किया। कार्यक्रम के अंत में लॉन टेनिस संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि विक्रम सिसोदिया के अध्यक्ष बनने के बाद एक साल से भी कम समय में लॉन टेनिस ने बहुत ज्यादा ऊंचाईयों को छूने का काम किया है।


कुम्बले भी क्रिकेट स्टेडियम पर फिदा


परसदा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को जैसे ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अनिल कुम्बले के कदम पड़े तो वे भी इस स्टेडियम पर फिदा हो गए। अनिल कुम्बले ने भी कहा कि वास्तव में यह स्टेडियम इतना अच्छा है कि इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने कहा कि यहां तो अंतरराष्ट्रीय मैच होने चाहिए।
यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने आए अनिल कुम्बले मुख्यमंत्री निवास में छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ की वेबसाइड की लाचिंग के बाद दोपहर को तीन बजे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे। यहां आते ही उन्होंने सबसे पहले अंडर 19 क्रिकेट में मैच खेल रही सिक्किम और अरूणाचंल प्रदेश की टीम के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। दोनो टीमों के खिलाड़ी अपने बीच अनिल कुम्बले को पाकर बहुत उत्साहित हो गए। इसके बाद उनको स्टेडियम दिखाया गया। विकेट के बारे में उनको विकेट बनाने वाले शमीम मिर्जा ने जानकारी दी कि यहां पर दस विकेट हैं। उन्होंने पूछा कि अभ्यास के लिए विकेट कहां हैं, तो उनको बताया गया कि अभी अभ्यास के लिए विकेट बाहर बनने हैं, लेकिन फिलहाल इन्हीं विकेट के किनारे वाले विकेटों को अभ्यास के लिए दिया जाता है। स्टेडियम के बारे में उनको छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के सचिव राजेश देव, अवधेश गुप्ता, एचपी सिंह नोगी, मनजीत सिंह ने जानकारी दी। उनको बताया गया कि अभी स्टेडियम में कुछ काम होना है।
कुम्बले ने स्टेडियम देखने के बाद इसकी तारीफ करते हुए कहा कि वास्तव में स्टेडियम बहुत लाजवाब है। यहां पर अंतरराष्ट्रीय मैच होने चाहिए। उनसे आग्रह किया गया कि वे भी प्रयास करें कि छत्तीसगढ़ को कम से कम आईपीएल के मैच मिल जाए। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि अनिल कुम्बले बेंगलुरु की रायल चैलेज टीम के सलाहकार हैं।
अनिल कुम्बले से स्टेडियम में आटोग्राफ लेने की होड़ लगी थी। कोई बॉल, पर तो कोई टोपी पर तो कोई कागज में उनसे आटोग्राफ ले रहा था उन्होंने किसी को भी निराश नहीं किया। जाते-जाते उन्होंने कहा कि उनको छत्तीसगढ़ जब भी बुलाया जाएगा वे जरूर आएंगे। कुम्बले के साथ विक्रम सिसोदिया, गुरुचरण सिंह होरा भी आए थे।


छत्तीसगढ़ फाइनल में

अंडर 19 एसोसिएट क्रिकेट में छत्तीसगढ़ ने नागालैंड को मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया है।
भिलाई सेक्टर -1 में छत्तीसगढ़ और नागालैण्ड के मध्य खेला गया। नागालैण्ड के कप्तान ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। नागालैण्ड की टीम ने 39.3 ओवरों में 102 रन बनाकर आलआउट हो गई। जिसमें आकृतो ने 50 गेंदों पर 20 रन तथा चॉबांग थॉंग ने 46 गेंदों पर 19 रन बनाए। छत्तीसगढ़ की गेंदबाजी में गौरव टंडन तथा एवर्य मौर्य ने 3-3 विकेट लिए तथा विशाल कुशवाहा ने 2 विकेट लिए। छत्तीसगढ़ की बल्लेबाजी में छबि जलक्षत्रिय ने 40 गेंद पर 45 रन शेख वसीम ने 38 गेंद पर 46 रन बनाए और छत्तीसगढ़ की टीम ने 14.2 ओवर में ही 3 विकेट गंवाकर 103 रन बना लिए और मैच को 7 विकेट से जीत लिया। छत्तीसगढ़ ने इस जीत के साथ फाइनल में प्रवेश कर लिया। रायपुर में सिक्किम के खिलाफ अरूणांचल के कप्तान सौंग टाचो ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए अरूणांचल की टीम 136 रन बनाकर 36 ओवर में आॅल आउट हो गई। अरूणांचल की ओर से कामसा यान्गफ ो ने 74 गेंदों में 47 रन तथा अखिलेश साहनी ने 30 गेंदों पर 27 रन बनाए। सिक्किम की ओर से गेंदबाजी में गोपाल गुप्ता ने 6 ओवरों में 15 रन देकर 3 विकेट लिए तथा डेनिस रे ने 7 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए। सिक्किम की बल्लेबाजी में मुकेश प्रसाद ने 69 रन 91 गेंदों पर बनाये तथा जहानूद्दीन ने 37 गेंदों पर 30 रन बनाये और 29.2 ओवर में 4 विकेट गंवाकर 137 रन बनाकर मैच पर जीत हासिल की।

शनिवार, 15 जनवरी 2011

बस्तर के खिलाड़ियों पर खेल सामानों की बारिश

बस्तर के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के लिए खेल विभाग ने खिलाड़ियों पर खेल सामानों की बारिश कर दी है। माता रुकमणी सेवा संस्थान की मांग पर खेल संचालक जीपी सिंह ने मांगते साथ इनको सामान दे दिए हैं।
पाटन मैराथन में पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने खेल संचालक के सामने मांग रखी थी कि उनके संस्थान के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने भेजने के लिए बहुत से खेल सामानों की जरूरत है। खेल संचालक जीपी सिंह ने उनसे कहा था कि आप हमें खेल सामानों की सूची दे दें हम सामना दे देंगे। धर्मपाल सैनी खेल संचालनालय में खेल सामानों की सूची लेकर पहुंच गए। उनकी सूची को देखने के बाद खेल संचालक जीपी सिंह ने तत्काल जो सामान उपलब्ध थे उनको दिलवा दिए। बाकी सामानों के लिए बजट बनाकर जगदलपुर के पुलिस अधीक्षक को इसका आबंटन देने के भी निर्देश दे दिए। सामनों में श्री सैनी ने दो स्कूलों के लिए दो जिम मांगे हैं, वहीं फुटबॉल, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, जिम्नास्टिक और वालीबॉल का सेट मांगा है। इसी के साथ एथलेटिक्स के लिए कुछ सामानों के साथ कुछ खेलों के लिए बॉल और मैराथन खिलाड़ियों के साथ एथलेटिक्स और अन्य खेल के खिलाड़ियों के लिए जूते मांगे हैं। खेल संचालक ने सारा सामाना देने की हामी भर दी है।

शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

18 खेलों में खेलने जाएंगे छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी

झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में अब छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी 18 खेलों में भाग लेंगे। खो-खो में भी खेलने की पात्रता मिल गई है। प्रदेश की टीम के लिए किट तय करने गुरुवार को खेल भवन में खेल संचालक ने खेल संघों के पदाधिकारियों की एक बैठक लेकर सभी खेल संघों के खिलाड़ियों के किट का साइज मांगा। जिन खेलों की टीमें खेलने जाएगी, उन खेलों के प्रशिक्षण शिविर 18 जनवरी से रायपुर और भिलाई में लगेंगे।
खेल संचालवक जीपी सिंह ने ओलंपिक संघ के साथ पात्र खेलों के खेल संघों के पदाधिकारियों की बैठक लेकर उनसे खिलाड़ियों की सूची के साथ खिलाड़ियों के लिए ली जाने वाली किट से संबंध में चर्चा की। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की 18 खेलों की टीमें जिनमें एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, निशानेबाजी, जिम्नास्टिक, हैंडबॉल, कराते, तलवारबाजी, तीरंदाजी, भारोत्तोलन, नेटबॉल, कैनाइंग कयाकिंग, ट्रायथलान, स्क्वैश और खो-खो शामिल हैं खेलने जाएंगी। बैठक में तीरंदाजी संघ के कैलाश मुराकका ने तीरंंदाजी के इंडियन राऊंड के खिलाड़ियों की सूची दी, बाकी खिलाड़ियों की सूची बाद में देने की बात कहीं, क्योंकि रिकर्व और कंपाऊंड की राष्ट्रीय स्पर्धा के बाद ही खिलाड़ियों के नाम तय होंगे। बाकी खेल संघों के पदाधिकारियों ने अपने-अपने खिलाड़ियों की सूची के साथ खिलाड़ियों की किट की साइज भी दे दी है। खेल संचालक ने बताया कि खिलाड़ियों के लिए किट और ट्रेक शूट खेल संघों की सहमति से लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश ओलंपिक संघ को सभी खेलों के प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का जिम्मा दिया गया है। इसके लिए पैसे पहले ही दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि 18 खेलों में से 11 खेलों के शिविर भिलाई और बाकी के रायपुर में लगेंंगे। शिविरों का आगाज 18 जनवरी से होगा। शिविर 9 फरवरी तक चलेंगे।

छत्तीसगढ़ के अरूण सेमीफाइनल में

राष्ट्रीय सिविल सर्विस टेनिस में छत्तीसगढ़ के अरूण प्रसाद जहां सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं, वहीं प्रदेश टीम का नेतृत्व कर रहे विक्रम सिसोदिया युगल के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं।
भोपाल में चल रही स्पर्धा के बारे में टीम के मैनेजर गुरुचरण सिंह होरा ने बताया कि एकल के पहले क्वार्टर फाइनल में अरुण प्रसाद ने चेन्नई के विजय कुमार को सीधे सेटों में 6-2, 7-5 से मात दी। युगल में विक्रम सिसोदिया और आलोक तिवारी की जोड़ी ने दिल्ली के एमएल मीना और कल्पेश जैन की जोड़ी को 6-4, 7-5 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया। क्वार्टर फाइनल में अब इनका मुकाबला हैदराबााद के रेड्डी बंधुओं की जोड़ी से होगा। टीम मुकाबलों में छत्तीसगढ़ क्वार्टर फाइनल में हारा।

गुरुवार, 13 जनवरी 2011

छत्तीसगढ़ के लिए खेलेंगे रेलवे के खिलाड़ी

दपूमध्य रेलवे के अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज वृशाली, मंजूधा सोय, साकरो बेसरा, शिवनाथ नगेशिया और विकास शेरावत अब छत्तीसगढ़ के लिए खेलेंगे। राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए इन्होंने मंगलवार को चयन ट्रायल में भाग लिया। पहली बार रेलवे के तीरंदाजों को प्रदेश संघ ने खेलने की मंजूरी दी है। ये तीरंदाजी राष्ट्रीय स्पर्धा में जरूर छत्तीसगढ़ के लिए पहक जीतेंगे। इन्हीं तीरंजदाजों की मदद से दपूमध्य रेलवे ने अंतर रेलवे में सबसे ज्यादा पदक जीतकर ओवरआल चैंपियनशिप जीती थी। प्रदेश संघ के कैलाश मुरारका ने बताया कि रेलवे को संघ ने मान्यता देने के बाद उनको खिलाड़ियों को खेलने की मंजूरी दी है।

बिलासपुर को दोहरा खिताब

राज्य सब जूनियर तीरंदाजी में बिलासपुर के खिलाड़ियों ने पूरी तरह से दबदबा कायम करते हुए टीम वर्ग के दोनों खिताबों के साथ कुल 17 पदकों पर कब्जा किया।
आउटडोर स्टेडियम में खेली गई स्पर्धा में बालक और बालिका वर्ग का टीम खिताब जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा पदक भी जीते। परिणाम इस प्रकार हैं- 30 मीटर में स्वर्ण अधन सिंग, रजत खेम सिंग, कांस्य भागवत, 20 मीटर में स्वर्ण भागवत, रजत अघन सिंग, कांस्य खेमसिंग, ओवरआल में स्वर्ण अघन सिंग, रजत भागवत, कांस्य खेमसिंग (सभी खिलाड़ी बिलासपुर)। बालिका वर्ग 30 मीटर स्वर्ण मिनी मरकाम, रजत सरोज खुसरो (बिलासपुर), कांस्य अनुराधा ठाकुर (राजनांदगांव)। 20 मीटर के साथ ओवरआल में स्वर्ण सरोज खुसरो, रजत मिनी मरकाम (बिलासपुर), कांस्य अनुराधा ठाकुर (राजनांदगांव)। टीम मुकाबलों के बालक वर्ग में बिलासपुर ने 1974 अंकों के साथ खिताब जीता। दूसरे स्थान पर बस्तर की टीम 1873 अंकों से रही। 1486 अंकों के साथ नारायणपुर को तीसरा स्थान मिला। बालिका वर्ग में बिलासपुर 1817 अंकों से पहले स्थान पर रहा। दूसरे स्थान पर रहने वाले राजनांदगांव को 1453 अंक मिले। तीसरा स्थान कांकेर ने प्राप्त किया। उसके खाते में 1222 अंक आाए। स्पर्धा में मेजबान रायपुर के हाथ एक भी पदक नहीं लगा। स्पर्धा में रायपुर के साथ दंतेवाड़ा, नारायणपुर, जगदलपुर, कांकेर, राजनांदगांव, महासमुन्द, कोरबा, कवर्धा, दुर्ग, बिलासपुर के खिलाड़ियों ने भागल् लिया। स्पर्धा में चुने गए खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएंगे।

छत्तीसगढ़ क्वार्टर फाइनल में

भोपाल में चल रही राष्ट्रीय सिविल सेवा लॉन टेनिस स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की टीम र्क्वाटर फाइनल में पहुंच गई हैं।
यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ की टीम के मैनेजर गुरूचरण सिंह होरा ने बताया कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ की टीम का मुकाबला मणिपुर से हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़ के पीÞअरूण प्रसाद ने मणिपुर के गौतम बुद्ध को 6 -4, 6- 7 और 6-4 से हराया। इसी तरह युगल में छत्तीसगढ़ की जोड़ी कैनी और अरूण प्रसाद ने मणिपुर के ही गौतम बुद्ध और दिलीप को 6-0, 2-6 एवं 10-2 से हराया। गौरतलब है। छत्तीसगढ़ टीम का नेतृत्व विक्रम सिसोदिया कर रहे हैं। बुधवार को छत्तीसगढ़ का मुकाबला मध्यप्रदेश से होगा

छत्तीसगढ़ जीता

अंडर 19 एसोसिएट क्रिकेट के पहले मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ ने बिहार को कड़े मुकाबले में 24 रनों से मात दी।
छत्तीसगढ़ और बिहार के बीच नई राजधानी के परसदा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला गया। जिसमें छत्तीसगढ़ के कप्तान अखण्ड प्रताप ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। छत्तीगढ़ की तरफ से बल्लेबाजी में सेख वसीम ने 125 गेंदों में 95 रन बनाए तथा छबि जलक्षत्रिय ने 55 गेंदों में 60 रन बनाए तथा अतुल शर्मा ने 31 बाल पे 26 रन बनाए। इस प्रकार छत्तीसगढ़ की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 265 रन बनाए और बिहार के सामने 266 रन का लक्ष्य रखा। दूसरी तरफ बिहार की गेंदबाजी में राजेश सिंह और कमलेश सिंह ने क्रमश: 10-10 ओवरों में 2-2 विकेट लिए। 266 रनों के चुनौती के सामने बिहार की टीम 49.4 ओवर में 241 रन बनाकर आउट हो गई। बिहार की तरफ से बल्लेबाजी में मंगल ने 56 बाल पे 45 रन बनाए तथा कुमार आदित्य ने 60 गेंदों में 42 रन बनाए। इस मैच में एंपायर दीपक वजलवार और प्रशांत कनटोडे थे। तथा मैच रेफ री उस्मान घनी थे।

मंगलवार, 11 जनवरी 2011

बास्केटबॉल खिलाड़ियों पर भी अब पैसों की बारिश

भारतीय बास्केटबॉल संघ ने बास्केटबॉल को पेसेवर बनाते हुए अब इस खेल के खिलाड़ियों पर भी पैसों की बारिश प्रारंभ कर दी है। संघ ने भारत की दो नामी कंपनियों से तीस साल का अनुबंध करके खिलाड़ियों को ग्रेड में बांटते हुए उनका वेतन तय कर दिया है। भारतीय संघ के इस कदम से प्रदेश के 9 बास्केटबॉल खिलाड़ियों को भी तीन-तीन माह का वेतन मिला है, इसी के साथ दो प्रशिक्षक भी वेतन पाने में सफल रहे हंै। देश के कुल 65 खिलाड़ियों को एक साथ तीन-तीन माह का वेतन दिल्ली में एक सम्मान समारोह आयोजित करके दिया गया।
प्रदेश बास्केटबॉल संघ के चेयरमैन एवं कलेक्टर बिलासपुर जिला सोनमणी बोरा और संघ के अध्यक्ष राजीव जैन एवं महासचिव राजेश पटेल ने बताया कि भारतीय बास्केटबॉल संघ के महासचिव हरीश शर्मा के प्रयासों से भारतीय बास्केटबॉल संघ का 30 वर्षो के लिए आईएमजी एवं रिलायन्स कंपनी का करार हुआ है। जिसमें खिलाड़ियों का एवं प्रशिक्षकों जो भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर में या भारतीय टीम की ओर से खेलते हंै उन्हें आईएमजी एवं रिलायन्स कम्पनी द्वारा ग्रेंडिग सिस्टम किया जिसमें ए ग्रेड की खिलाड़ियों को 30,000 रुपए प्रतिमाह, बी ग्रेड की खिलाड़ियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह, सी ग्रेड की खिलाड़ियों को 10 हजार रुपए प्रतिमाह तथा प्रशिक्षकों में ए ग्रेड के प्रशिक्षकों को 30 हजार रुपये प्रतिमाह, बी ग्रेड के प्रशिक्षकों को 20 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।
खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों की परफमेन्स की समीक्षा प्रत्येक 3 माह में की जाएगी। भारतीय बास्केटबाल संघ ने पिछले 6 महीनो में जिस भी खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है या भारतीय टीम का प्रशिक्षण शिविर में 65 खिलाड़ी या प्रशिक्षकों को तीन महीने अक्टूबर से दिसम्बर 2010 तक को पुरस्कृत किया। राजीव जैन ने बताया कि 65 में से 9 खिलाड़ी एवं दो प्रशिक्षक छत्ताीसगढ़ के हैं। जिसमें सात भिलाई इस्पात संयंत्र, तीन दपूमरेलवे बिलासपुर एवं एक राजनांदगांव जिले का है। खिलाड़ियों में बी ग्रेड की भारती नेताम को तीन महीने का 60 हजार रुपए का चेक दिया गया है। 8 खिलाड़ियों को एम पुष्पा, अरूणा किन्डो (दपूमरेलवे) बिलासपुर, कविता, संगीता मंडल, संगीता कौर, दिनेश मिश्रा, श्याम सुन्दर, अजय प्रताप सिंह सभी भिलाई इस्पात संयंत्र को सी ग्रेड में रखा गया है तथा प्रत्येक को 10 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से 3 माह का 30 हजार रुपया प्रत्येक को दिया गया है। प्रशिक्षकों को पिछले 6 महिनों में भिलाई इस्पात संयंत्र के आरएसगौर को भारतीय सब जूनियर प्रशिक्षण शिविर एवं राजनांदगांव के साई प्रशिक्षक के राजेश्वर राव को भारतीय यूथ बास्केटबाल प्रशिक्षण लेने पर बी ग्रेड में रखकर 20 हजार प्रतिमाह के हिसाब से 60 हजार रुपया दिया गया है।
संघ के महासचिव एवं बीएसपी के अन्तरराष्टीय प्रशिक्षक राजेश पटेल ने बताया की आईएमजी रिलायन्स को भारतीय बास्केटबाल संघ के करार के बाद बास्केटबाल खेल मे जबरदस्त क्रान्ति आई है। यह सब भारतीय बास्केटबॉल संघ के सचिव हरीश शर्मा एवं आरएस गिल के अथक प्रयासों का परिणाम है। अब बास्केटबाल का भविष्य क्रिकेट के बाद उज्जवल है और खुशी की बात है कि 65 सम्मानित खिलाड़ियो में 11 खिलाड़ी प्रशिक्षक छत्तीसगढ़ के हंै।

खेल संघों ने अब तक नहीं दी पात्र टीमों की जानकारी

झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश की किन-किन टीमों को खेलने की पात्रता मिली है, इसकी जानकारी अब तक किसी भी खेल संघ ने खेल विभाग को नहीं दी है। संघों को 10 जनवरी तक जानकारी देने कहा गया था ताकि 20 जनवरी से टीमों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाए सके। एक-दो दिनों में फिर से खेल संचालक खेल संघों की बैठक लेने वाले हैं ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।
झारखंड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 12 फरवरी से होने वाला है। इसकी तैयारी करने के लिए खेल विभाग ने दिसंबर में एक बैठक खेल संघों के साथ की थी। इस बैठक में यह तय किया गया था कि जो भी खेल राष्ट्रीय खेलों में खेलने की पात्रता रखते हैं उसकी जानकारी खेल विभाग को 10 जनवरी तक देनी है। लेकिन आज 10 जनवरी होने के बाद भी किसी भी खेल संघ ने अब तक खेल विभाग को कोई जानकारी नहीं भेजी है कि आखिर राष्ट्रीय खेलों के लिए किन-किन टीमों को खेलने की पात्रता मिली है।
वैसे पिछली बैठक में मौख्रिक रूप से छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने जानकारी देते हुए बताया था कि करीब एक दर्जन से ज्यादा खेलों को खेलने की पात्रता है। लेकिन किसी भी खेल संघ के पास तब तक उनके राष्ट्रीय फेडरेशन से कोई पत्र नहीं आया था। ऐसे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बैठक में उपस्थित सभी खेल संघों के पदाधिकारियों से कहा था कि अपने राष्ट्रीय फेडरेशन से जानकारी मंगवाकर खेल विभाग को दें ताकि 20 जनवरी से उन खेलों के प्रशिक्षण

छत्तीसगढ़ को 6 पदक

राष्ट्रीय थांग ता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए चह पदक जीते। हालांकि छत्तीसगढ़ के हाथ एक भी स्वर्ण पदक नहीं लगा लेकिन टीम को तीन रजत और इतने की कांस्य पदक जरूर मिले।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव गोविंद रावत ने बताया कि दिल्ली में फेडरेशन कप का आयोजन किया गया था जिसमें छत्तीसगढ़ के जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। वहां पर जूनियर वर्ग में हेमंत एवं ममता पाणिग्रही ने रजत, मनीष साहू ने कांस्य पदक जीता। सीनियर वर्ग में शिवचरण ने रजत पदक और बादल कुमार और सिद्धार्थ मिश्रा ने कांस्य पदक जीते। प्रदेश के खिलाड़यों का प्रदर्शन संतोष जनक रहा।

सोमवार, 10 जनवरी 2011

निकिता, सुप्रिया संभावित टीम में

राजधानी रायपुर की फुटबॉल की दो सब जूनियर खिलाड़ियों सुप्रिया कुकरेती और निकिता स्विसपन्ना का चयन भारत की अंडर 13 की संभावित टीम में किया गया है। इस टीम का प्रशिक्षण शिविर लखनऊ में 15 जनवरी से लगेगा।
यह जानकारी देते हुए जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि पिछले साल भी इन खिलाड़ियों का चयन पहले भारत की संभावित टीम में किया गया था। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों को भारतीय टीम में स्थान मिला था और ये खिलाड़ी भारतीय टीम के साथ श्रीलंका में खेलने गई थी। पिछले साल इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुए ही एक बार फिर से इनको संभावित टीम में मौका दिया है। अंडर 13 की इस टीम का प्रशिक्षण शिविर लखनऊ में 15 जनवरी से प्रारंभ होगा। इसमें शामिल होने के लिए रायपुर की खिलाड़ी 14 जनवरी को यहां से रवाना होंगी।
श्री प्रधान ने उम्मीद जताई कि पिछले साल की तरह इस बार भी इन खिलाड़ियों का चयन जरूर भारतीय टीम में होगा। उन्होंने बताया कि भारत की संभावित टीम में पिछले साल की 30 खिलाड़ियों को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि रायपपुर की खिलाड़ी शेरा क्लब के साथ बीटीआई के मैदान में भी प्रशिक्षण लेती हैं।


नवोदितों का दमदार खेल

अंतर रेलवे तीरंदाजी में खेलने आए स्टार खिलाड़ियों में ओलंपियन मंगल चाम्प्पिया और राहुल बेनर्जी को छोड़कर कोई भी नहीं चल सका। मेजबान एसईसीआर के खिलाड़ियों ने जैसा खेल दिखाया उसके सामने स्टार खिलाड़ी फेल हो गए।
स्पर्धा में खेलने के लिए करीब एक दर्जन स्टार तीरंदाज आए थे। इन खिलाड़ियों में ओलंपियन मंगल सिंह चाम्पिया, कामनवेल्थ और एशियाड के साथ विश्व कप की स्वर्ण पदक विजेता डोला बेनर्जी, बोम्बाइला देवी, ओलंपियन रीना कुमारी, कामनवेल्थ के स्वर्ण विजेता राहुल बेनर्जी, राजू, सुषमा, प्रभात, प्रतिमा शामिल थे। इनके सामने कम नामी लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक दिखा चुके मेजबान एसईसीआर के खिलाड़ी मंजूधा सोय, नमिता यादव, पल्टन हसदा, रिमिल , लक्ष्मी मांझी, के साथ रौशनी गोरले, परणिता साकरो बेसरा थे। जब स्पर्धा में स्टार खिलाड़ियों के आने की चर्चा हुई थी तो लगा था कि इन स्टार खिलाड़ियों का खेल वास्तव में लाजवाब होगा और यही सब पदक उड़ाने में सफल होंगे। लेकिन स्पर्धा के नतीजे जब सामने आए तो वे नजीजे चौकाने वाले रहे। यह तो किसी ने सोचा नहीं था कि डोला बेनर्जी जैसी स्टार खिलाड़ी को पदक के लिए तरसना पड़ेगा। डोला के खाते में एक मात्र रजत पदक आया। राहुल बेनर्जी के खाते में जरूर दो स्वर्ण पदक आए, लेकिन वे दर्शकों को प्रभावित करने में सफल नहीं हुए। इसके विपरीत मंगल चाम्पिया एक मात्र स्टार खिलाड़ी रहे जिनके खेल की सभी ने खुले दिल से सराहना की।
सबसे ज्यादा हैरतअंगेज कारनामा करने का काम मेजबान एसईसीआर के खिलाड़ियों जिनमें मंजूधा, वृशाली, रिमिल , नमिता यादव, लक्ष्मी मांझी, शिवनाथ नगेशिया, पल्टन हसदा शामिल हैं ने किया। इन खिलाड़ियों ने न सिर्फ अपने खेल से सबका दिल जीता, बल्कि 10 स्वर्ण पदक उड़ाते हुए स्टार खिलाड़ियों की ईस्टन रेलवे की टीम को दूसरे नंबर पर कर दिया।
Justify Fullमैदान पर सब फिदा
डब्ल्यूआर एस के जिस मैदान में स्पर्धा का आयोजन किया गया, उस मैदान पर मंगल सिंह चाम्पिया, राहुल डोला बेनर्जी सहित सभी खिलाड़ी फिदा रहे। इनका ऐसा मानना था कि ऐसे मैदानों मेंं ही स्पर्धाएं होने से ओलंपिक जैसे मुकाबलों में फायदा होता है। बकौल मंगल चाम्पिया खुले मैदान में हर तरफ से हवा आने के कारण खिलाड़ियों को हर परिस्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जब ओलंपिक में कोर्ट बदल दिए जाते हैं तो फिर हवा का रूख चाहे किसी भी तरह हो खिलाड़ियों को परेशानी नहीं होती है। खिलाड़ियों की मानें तो रायपुर के रेलवे के इस मैदान में आसानी से कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा भी हो सकती है।


शनिवार, 8 जनवरी 2011

क्लबों से ही निखरते हैं खिलाड़ी

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम क्लब ही होते हैं। क्लब कल्चर से ही खिलाड़ी निखरते हैं। राजधानी में खिलाड़ियों को निखारने का काम वीआईपी क्लब कर रहा है। यहां पर हमेशा खेलों का आयोजन होता है जिससे खिलाड़ियों के खेल में निखार आता है।
ये बातें जिला बैडमिंटन के उद्घाटन अवसर पर दैनिक हरिभूमि के प्रबंध संपादक हिमांशु द्विवेदी ने कहीं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि खिलाड़ियों के खेल को निखारने में क्लबों की अहम भूमिका होती है। जिन भी राज्यों में क्लब कल्चर है, वहां के खिलाड़ी बहुत आगे हैं। यह अपने राजधानी के लिए सौभाग्य की बात है कि यहां पर वीआईपी क्लब जैसे क्लब हैं जो खेल और खिलाड़ियों की तरफ ध्यान देने का काम करते हैं। मैं भी इस क्लब का एक जिम्मेदार सदस्य हूं। मुझे इस बात की हमेशा खुशी होती है कि हमारा क्लब हमेशा खेलों को बढ़ाने के लिए यहां आयोजन करता है। उन्होंने कहा कि इस क्लब में प्रदेश के खिलाड़ी आते हैं। यहां पर खिलाड़ियों को निखारने के लिए प्रशिक्षक भी हैं। श्री द्विवेदी ने कहा कि इस स्पर्धा के आयोजन में लायंस क्लब रायपुर (डब्ल्यू) का सहभागी बनना अपने आप में बड़ी बात है। लायंस क्लब हमेशा सामाजिक कामों में आगे रहता है। खेल के क्षेत्र में भी उनका योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर वीआईपी क्लब के राकेश् पांडे ने कहा कि हमारे क्लब ने हमेशा खेल और खिलाड़ियों को बढ़ाने का काम किया है। बैडमिंटन के आयोजन में लायंस क्लब का सहभागी बनना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी सीमा भंडारी ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे यहां के आयोजन में बुलाया गया। उन्होंने नवोदित खिलाड़ियों ने कहा कि खेल में सफलता के लिए सबसे अहम मेहनत है। जो खिलाड़ी जितनी ज्यादा मेहनत करेगा उसे उतनी ही सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि चाइना के खिलाफ दिल्ली में खेला गया एक मैच उनका यादगार मैच रहा है।
इस अवसर पर लायंस क्लब रायपुर के अध्यक्ष बृजेश गोयल के साथ रामअवतार जैन, कविता, अनुराग दीक्षित सहित कई खिलाड़ी उपस्थित थे।
स्पर्धा में सुबह के सत्र में खेले गए मैचों में विवेक ढांड और अनिल टूटेजा की जोड़ी ने विनय जजोरिया और विजय नत्थानी की जोड़ी को कड़े मुकाबले में 21-13, 18-21, 21-14 से हराया। अन्य मैचों में विक्की और दिलीप मंधानी की जोड़ी ने पवन भंसाली और यशपाल की जोड़ी को 18-21, 21-14, 22-20 और बॉबी चावला और अनूप अग्रवाल की जोड़ी ने सुदर्शन जैन औरसंदीप ढांड को 21-19, 22-10 से मात दी।

सरगुजा-राजनांदगांव फाइनल में

अंडर 14 के अंतर जिला क्रिकेट में सरगुजा से जोरदार खेल दिखाते हुए सेमीफाइनल में भिलाई को परास्त कर फाइनल में स्थान बना लिया। फाइनल में सरगुजा का मुकाबला राजनांदगांव से होगा।
पहला मैच भिलाई में सरगुजा और भिलाई के मध्य खेला गया जिसमें सरगुजा के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। सरगुजा की टीम ने 38 ओवर में 10 विकेट गंवाकर 157 रन बनाए और भिलाई के सामने 158 रन का लक्ष्य रखा किंतु भिलाई की टीम 43.4 ओवर में 129 रन बनाकर आलआउट हो गई तथा सरगुजा की टीम ने 28 रनों से मैच को जीतकर फ ाइनल में प्रवेश किया। दूसरा मैच डोंगरगढ़ में राजनांदगांव और बिलासपुर के मध्य खेला गया जिसमें बिलासपुर के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। बिलासपुर की टीम 35 ओवर में 146 रन बनाकर आॅलआउट हो गई तथा राजनांदगांव की टीम ने 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 39 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 148 रन बना लिए तथा 1 विकेट से मैच पर जीत हासिल कर ली।

छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल टीमें राष्ट्रीय खेलों के लिए क्वालीफाइ

सीनियर राष्टीय बास्केटबॉल स्पर्धा में प्रदेश महिला टीम को चौथा एवं पुरुष टीम को सातवां स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय खेलों में खेलने की पात्रता प्राप्त कर ली है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि दिल्ली में खेली गई 61वीं राष्टीय सीनियर बास्केटबॉल स्पर्धा में छत्तीसगढ़ ने महिला वर्ग में तीसरे एवं चौथे स्थान के लिए मैच में छत्तीसगढ़ की महिला टीम बहुत ही कड़े संघर्ष के बाद 58-57 अंकों से पराजित हुई, मैच के अंत तक कोई नही कह सकता था की कौन जितेगा। पहले क्वार्टर में स्कोर 12-12 बराबर , दुसरे क्वार्टर में स्कोर 29-27 छत्तीसगढ़ के पक्ष में , तीसरे क्वार्टर में स्कोर 42-42 बराबर था और अंत में छत्तीसगढ़ की टीम 58-57 अंकों से पराजित हो गई। इस मैच में छत्तीसगढ़ की अरुणा किन्डो, आकांक्षा सिंह एवं जेलना जोस को पांच व्यक्तिगत फउल होने के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। पुरुष वर्ग में छत्तीसगढ़ की टीम ने सातवें -आठवें स्थान के मैच में केरला को 54-48 अंकों से पराजित किया था। इस मैच में छत्तीसगढ़ की ओर से अंकित पाणिग्रही ने 12 अंक, अजय प्रताप सिंह ने 14 अंक, श्याम सुन्दर ने 10 अंक, पवन तिवारी ने 06 अंक, लुमेन्द्र साहु ने 04 अंक बनाये। इसके पूर्व छत्तीसगढ़ की टीम पाचवें से आठवें स्थान के मैच में उत्तराखंड से 69-49 अंकों से पराजित हो गयी थी।

शुक्रवार, 7 जनवरी 2011

राष्ट्रीय हैंडबॉल के लोगो का विमोचन किया खेलमंत्री ने

राजधानी रायपुर में 27 जनवरी से होने वाली राष्ट्रीय हैंडबॉल चैंपियनशिप के लोगो का विमोचन खेलमंत्री लता उसेंडी ने किया। इस अवसर पर खेलमंत्री से सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों ने प्रदेश संघ के महासचिव बशीर अहमद खान के साथ मुलाकात की।
छत्तीसगढ़ हैंडबॉल संघ की मेजबानी में 33वीं जूनियर बालिका हैंडबॉल चैंपियनशिप का आयोजन 27 जनवरी से रायपुर में किया गया है। 31 जनवरी तक चलने वाली इस स्पर्धा की तैयारी के पहले चरण में बुधवार को प्रदेश संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने खेलमंत्री लता उसेंडी के निवास में स्पर्धा के लोगो का विमोचन करवाया। इस अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह के साथ प्रदेश् ओलंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा, मो. अकरम खान, हैंडबॉल के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक शेख मौला उपस्थित थे। खेल मंत्री से राष्ट्रीय सीनियर हैंडबॉल चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता टीम ने भी मुलाकात की। इस टीम के बारे में बशीर अहमद खान ने बताया कि इंदौर में खेली गई स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की टीम ने अपर लीग में पं. बंगाल को कड़े मुकाबले में 26-25, राष्ट्रीय हैंडबॉल अकादमी को 26-22 एवं दिल्ली को 29-26 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया। यहां पर छत्तीसगढ़ ने भारतीय रेलवे को 36-29 से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में छत्तीसगढ़ ने पंजाब को मात दी। फाइनल में छत्तीसगढ़ का मुकाबला सेना से हुआ। इस मुकाबले में छत्तीसगढ़ की टीम कड़े मुकाबले में 24-31 से मात खा गई।
रजत विजेता टीम के खिलाड़ियों बीनू वी, कुणाल, अनिल निर्मलकर, सैय्यद जफर, एस. नागेश, एसएन दुबे, शरद , ज्योति कुमार, आनंद, फैसल, धर्मवीर, लक्ष्मी नारायण, सतपाल, अनिल कौशिक, गंगाधर के साथ टीम के कोच शेख मौला अ‍ैौर प्रबंधक मो. युसुफ ने खेलमंत्री से मुलाकात की।

गुरुवार, 6 जनवरी 2011

मंगल की तिहरी स्वर्णिम जीत

अंतर रेलवे तीरंदाजी के ओलंपिक राऊंड में ओलंपियन मंगल सिंह चाम्पिया अपने ही जोन के राहुल बेनर्जी पर भारी पड़े। मंगल ने स्वर्ण पर निशाना लगाते हुए अपने स्वर्ण पदकों की संख्या तीन कर ली। राहुल तीसरे स्वर्ण से चूक गए। इसी के साथ ईस्टन रेलवे को 8 स्वर्ण के साथ दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा। बिना स्टार खिलाड़ियों के खेलने वाले मेजबान एसईसीआर के खिलाड़ियों ने स्पर्धा में 10 स्वर्ण पदकों के साथ ओवरआल चैंपियनशिप पर भी कब्जा किया। मेजबान को अंतिम दिन एक मात्र स्वर्ण पदक ओलंपिक राऊंड के कंपाऊंड में वृशाली ने दिलाया। इस वर्ग के तीनों पदक मेजबान के खाते में गए।
डब्ल्यूआरएस के मैदान में अंतिम दिन ओलंपिक राऊंड में कांटे के मुकाबले हुए। रिकर्व में मंगल सिंह चाम्पिया के सामने राहुल बेनर्जी कहीं भी ठहर नहीं पाए और मंगल ने 6-1 से स्कोर से स्वर्ण अपने नाम कर लिया। यह मंगल का स्पर्धा में तीसरा स्वर्ण था। इस वर्ग का कांस्य पदक वी. राजू ने जीता। महिला वर्ग में ईस्टन रेलवे की रानू ने एकतरफा मुकाबले में प्रतिमा को 6-0 से मात देकर स्वर्ण अपने नाम किया। इस वर्ग का कांस्य पदक बोम्बाइला देवी को मिला। कंपाऊंड वर्ग में रामाराव और एसईसीआर के शिवनाथ नगेशिया के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। एक समय दो चक्र के बाद पीछे चल रहे शिवनाथ ने आगे दो चक्रों में शानदार खेल दिखाते हुए मुकाबले को टाई में पहुंचा दिया।
अंतिम चक्र में रामाराव के निशाने सही लगे, पर शिवनाथ चूक गए। ऐसे में रामाराव ने 6-4 से मुकाबले के साथ स्वर्ण अपने नाम कर लिया। इस वर्ग का कांस्य पल्टन हसदा ने जीता। महिला वर्ग में मेजबान खिलाड़ियों वृशाली और मंजूधा में भी कांटे की टक्कर हुई। इसमें वृशाली ने 6-4 से मुकाबला जीतकर अपने नाम स्वर्ण कर लिया। रजत मंजूधा और कांस्य मेजबान एसईसीआर की नमिता यादव को मिला।
स्पर्धा में मेजबान टीम 10 स्वर्ण पदकों के साथ पहले स्थान पर रही। स्टार खिलाड़ियों मंगल सिंह चाम्पिया और राहुल बेनर्जी, डोला बेनर्जी के साथ खेल रही ईस्टन रेलवे की टीम 8 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रही। मुकाबलों के बाद हुए पुरस्कार वितरण के मुख्यअतिथि दपूमघ्य रेलवे के महाप्रबंधक एनएस कस्तुरीरंगन थे। इसी के साथ रायपुर के डीआरएम पीबी स्वाइन और अन्य अतिथियों ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार बांटे।

खिलाड़ियों को नौकरी देने की मांग

प्रदेश के वालीबॉल खिलाड़ियों रेलवे में नौकरी देने की मांग दपूमध्य रेलवे के महाप्रबंधक एनएस कस्तुरीरंगन से की गई है। अंतर रेलवे तीरंदाजी के समापन अवसर पर आए महाप्रबंधक से प्रदेश वालीबॉल संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। प्रदेश संघ के मो. अकरम खान ने बताया कि वालीबॉल प्रदेश के गांव-गांव में खेला जाता है और इस खेल में प्रदेश में बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी महिला के साथ पुरुष वर्ग में हैं। प्रदेश की महिला टीम ने राष्ट्रीय महिला खेलों में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। श्री अकरम ने श्री कस्तुरीरंगन को बताया कि भारतीय रेलवे की टीम 20 साल के राष्ट्रीय चैंपियन हैं, लेकिन रेलवे में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अब तक नौकरी नहीं दी गई है। उनसे प्रदेश के खिलाड़ियों को भी रेलवे में लिए जाने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि एक बार 2006 में विज्ञापन निकालने के बाद खिलाड़ियों की भर्ती अब तक नहीं की गई है।

आपका अपना

बुधवार, 5 जनवरी 2011

मेजबान एसईसीआर के 9 तीर स्वर्ण पर

अंतर रेलवे तीरंदाजी में मेजबान एसईसीआर के तीरंदाजों ने जोरदार खेल दिखाते हुए 9 स्वर्ण, 7 रजत और 10 कांस्य पदकों पर कब्जा किया। पहले दिन दांव पर लगे 16 में से 9 स्वर्ण पर मेजबान खिलाड़ियों के तीर चले। 6 स्वर्ण ईस्टन रेलवे के खाते में आए। ईस्टन रेलवे में ही ओलंपियन मंगल सिंह चाम्पिया के साथ डोना और राहु बैनजी जैसे स्टार तीरंदाज हैं।
डब्ल्यूआर के मैदान में मुकाबलों के पहले दिन मेजबान खिलाड़ियों ने कमाल का खेल दिखाते हुए सब्से ज्यादा पदक बटोरने का काम किया। स्टार खिलाड़ियों ने सामने मेजबान खिलाड़ियों ने ऐसा खेल दिखाया कि सभी देखते रह गए।
मुकाबलों के परिणाम इस प्रकार रहे। 70 मीटर कंपाउंड में स्वर्ण वृशाली (एसईसीआर), रजत नमिता, कांस्य रिमिल (एसईसीआर)। रिकर्व स्वर्ण रिमिल (एसईसीआर), रजत सुषमा, कांस्य लक्ष्मी मांझी (एसईसीआर)। 90 मीटर रिकर्व स्वर्ण मंगल सिंह चाम्पिया, रजत राहुल बैनर्जी, कांस्य कपिल। कंपाऊंड- पल्टन हसदा (एसईसीआर),रजत रामाराव, कांस्य विकास (एसईसीआर)। 60 मीटर रिकर्व स्वर्ण बोम्बाइला देवी, रजत रिमिल (एसईसीआर),कांस्य लक्ष्मी मांझी (एसईसीआर)। कंपाऊंड स्वर्ण मंजूधा, रजत नमिता, कांस्य वृशाली (तीनों एसईसीआर)। 70 मीटर रिकर्व स्वर्ण मंगल सिंह चाम्पिया, रजत हेमंता, कांस्य राहुल बैनजी। कंपाऊंड स्वर्ण शिवनाथ नगेशिया (एसईसीआर), रजत रामाराव, कांस्य विकास (एसईसीआर)। 50 मीटर रिकर्व स्वर्ण राहुल बैनजी, रजत ए. राजू. कांस्य पाराशन। कंपाऊंड स्वर्ण रामाराव, रजत पल्टन हसदा (एसईसीआर),कांस्य विकास (एसईसीआर)। महिला वर्ग रिकर्व स्वर्ण सुषमा, रजत रिमिल (एसईसीआर),कांस्य बोम्बाइला देवी। कंपाऊंड स्वर्ण मंजूधा, रजत वृशाली, कांस्य नमिता (तीनों एसईसीआर)। 30 मीटर रिकर्व स्वर्ण रिमिल (एसईसीआर), रजत डोना बेनर्जी, कांस्य रीना कुमारी। कंपाऊंड स्वर्ण नमिता, रजत मंजूधा, कांस्य वृशाली (तीनों एसईसीआर)। रिकर्व स्वर्ण राहुल बेनर्जी, रजत मंगल सिंह चाम्पिया,कांस्य पराशन। कंपाऊंड स्वर्ण शिवनाथ नगेशिया, रजत विकास, कांस्य पल्चन हसदा (तीनों एसईसीआर)।
मंगल-राहुल का चला जादू
स्पर्धा में ओलंपियन मंगल सिंह चाम्पिया और राहुल बेनर्जी को छोड़कर और किसी स्टार खिलाड़ी का जादू नहीं चला। मंगल के खाते में दो स्वर्ण पदकों के साथ एक रजत पदक आया। डोना बेनर्जी को बड़ी मुश्किल से 30 मीटर रिकर्व में एक रजत पदक मिला। उनके भाई राहुल बेनर्जी को दो स्वर्ण 50 और 30 मीटर रिकर्व में मिले। राहुल ने सुबह के सत्र में एक रजत और एक कांस्य जीता था।
कामनवेल्थ में स्वर्ण जीतने वाली डोना बेनर्जी का जादू स्पर्धा में चल ही नहीं पाया। स्पर्धा में सबसे ज्यादा दबदबा मेजबान खिलाड़ियों का रहा। इन खिलाड़ियों में बिलासपुर में पदस्थ खिलाड़ियों वृशाली, नमिता और मंजूधा के खेल ने सबका मन जीता। इन महिला खिलाड़ियों ने ही मेजबान को पदक तालिका में पहला स्थान दिलाया। ईस्टन रेलवे के खिलाड़ियों ने 6 स्वर्ण चार रजत और तीन कांस्य के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। मेजबान खिलाड़ियों में मंजूधा, शिवनाथ नगेशिया और रिमिल ने दो-दो स्वर्ण, पल्टन हसदा, वृशाली और नमिता ने एक-एक स्वर्ण जीता। स्पर्धा में बुधवार को ओलंपिक राऊंड के साथ टीम वर्ग के मुकाबले होंगे। इन मुकाबलों के बाद ओवरआल चैंपियनशिप का फैसला होगा। मुकाबलों के बाद 3.30 बजे पुरस्कार वितरण होगा।



छत्तीसगढ़ को रजत

राष्ट्रीय सीनियर साफ्ट टेनिस में छत्तीसगढ़ ने पुरुष वर्ग में रजत पदक जीता। फाइनल में छत्तीसगढ़ की टीम उप्र से हार गई। महिला वर्ग में छत्तीसगढ़ का विजय अभियान क्वार्टर फाइनल में थम गया।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के प्रमोद सिंह ठाकुर ने बताया कि हैदराबाद में खेली गई स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम ने शानदार खेल दिकाते हुए गुजरात को 3-2, उड़ीसा को 2-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया। यहां पर छत्तीसगढ ने पिछले साल की विजेता दिल्ली को कड़े मुकाबले में 2-1 से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। सेमीफाइनल में छत्तीसगढ़ ने एपी को 2-0 से हराया। फाइनल में छत्तीसगढ़ की टीम उप्र से मात का गई। विजेता टीम में चाइना के एशियाड में खेलने वाले तीन खिलाड़ी शामिल थे। इनके अनुभव के सामने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी ठहर नहीं सके। महिला वर्ग में छत्तीसगढ़ की टीम महाराष्ट्र से क्वार्टर फाइनल में 1-3 से मात खाकर स्पर्धा से बाहर हो गई।

प्रदेश की टीम दिल्ली जाएगी

राष्ट्रीय थांग ता में खेलने के लिए प्रदेश की टीम 6 जनवरी को दिल्ली जाएगी।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के गोविंद रावत ने बताया कि दिल्ली में 7 से 9 जनवनरी तक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया है। प्रदेश की टीम इस प्रकार है- सीनियर वर्ग रामनारायण जंघेल, शिवचरण साहू, दीनदयाल साहू वरूण तांडी, बादल कुमार, दिलीप पांडे, आलोक शुक्ला, हेमंत ध्रुव, हर्षद ओगले, सिद्धार्थ मिश्रा। जूनियर ओमप्रकाश जंगेल, मनीष साहू, कृष्णा चेलक। बालिका ममता पाणिग्रही, सरिता जोशी। टीम के कोच विमल हालदार, मैनेजेर राजकुमार देवांगन।

मंगलवार, 4 जनवरी 2011

राजधानी में फिर होगा मोटर बाइक का रोमांच


छत्तीसगढ़ को एक बार फिर से सुपर क्रास मोटर बाइक की मेजबानी मिली है। इसका आयोजन यहां पर इस साल के अंत में होगा। एक बार 2009 में यहां पर इसका आयोजन हो चुका है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश मोटर स्पोर्ट्स के महासचिव उज्जवल दीपक ने बताया कि चेन्नई में राष्ट्रीय फेडरेशन की सामान्य सभा में छत्तीसगढ़ ने 2011 के राष्ट्रीय सुपर क्रास की मेजबानी मांगी जो कि छत्तीसगढ़ को दे दी गई। इसी के साथ इस आयोजन मेंफेडरेशन आॅफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब्स अ‍ॅफ इंडिया के अध्यक्ष विजया माल्या को आमंत्रित किया गया। उन्होंने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
श्री दीपक ने बताया कि श्री माल्या के प्रयासों से 30 अक्टूबर को नॉएडा में प्रथम भारतीय फार्मूला वन रेस का आयोजन होने जा रहा है जो की भारत के इतिहास में सबसे बड़ा मोटर स्पोर्ट्स आयोजन होगा। 5.4 किलोमीटर लम्बे इस ट्रैक पर सारे विश्व की निगाहें टिकी रहेंगी। श्री माल्या को विश्व की प्रथम भारतीय फार्मूला वन टीम के मालिक होने का भी गौरव हासिल है और नारायण कातिर्केयन के बाद करुण चंढोक के प्रनिधित्व के बाद अब यह और भी रोमांचक होगा। यह साल मोटर स्पोर्ट्स का वर्ष होगा। छत्तीसगढ़ मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएसन के पदाधिकारी व सदस्य भी इस इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने जा रहे हैं।

रविवार, 2 जनवरी 2011

डोंगरगढ़-रायपुर में आज होगी खिताबी भिड़ंत

अखिल भारतीय सिक्ख क्रिकेट में मेजबान शहीद भाई तारु स्टडी सर्कल की ए टीम और डोंगरगढ़ के बीच खिताबी भिड़ंत रविवार को सुबह 10 बजे से होगी। सेमीफाइनल मैचों में डोंगरगढ़ ने गुरुनानक स्पोर्ट्स क्लब रायपुर को और तारु स्टडी सर्कल ने कड़े मुकाबले में संबलपुर को मात देकर फाइनल में स्थान बनाया।
स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में चल रही स्पर्धा में पहला सेमीफाइनल मैच डोंगरगढ़ का गुरुनानक स्पोर्ट्स क्लब रायपुर के साथ खेला गया। इस मैच में पहले खेलते हुए डोंगरगढ़ ने 2 विकेट के नुकसान पर ही 170 रन बनाए। गुरप्रीति सिंह ने नाबाद 67 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मलकीत सिंह ने 45 और दीपक सिंह ने 35 रनों का योगदान अपनी टीम को दिया।
171 रनों की चुनौती के सामने गुरुनानक क्लब की टीम ठहर नहीं सकी और उनके बल्लेबाज दिलराज की घातक गेंदबाजी के सामने आउट होते चले गए। दिलराज ने चार विकेट लेकर गुरुनानक क्लब की कमर तोड़ दी। गुरुननाक क्लब के एक मात्र सफल बल्लेबाज गुरप्रीर रहे उन्होंने 15 रनों की पारी खेली। गुरुनानक क्लब की टीम 108 रनों पर सिमट गई।
दूसरे मैच में तारु स्टडी सर्कल और संबलपुर के बीच रोमांच मुकाबला हुआ। मैच में मेजबान टीम ने 9 विकेट के नुकसान पर 101 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसमें राजिंदर सिंह के 19 और रवि के 18 रन शामिल हैं। 102 रनों की चुनौती के सामने खेलने उतरी संबलपुर की टीम जब जीत के करीब लग रही थी तब मेजबान गेंजबाजों ने विकेट लेकर टीम को 101 रनों पर समेट कर मैच टाई करवा दिया। लक्की सिंह, राजेन्द्र सिंह और जीतू ने 2-2 विकेट लिए।
मैच टाई होने के बाद मैच का फैसला करने के ळिए सुपर ओवर का सहारा लिया गया। इस एक ओवर में मेजबान बल्लेबाजों ने 20 रन ठोंक दिए। संबलपुर की टीम एक ओवर में पांच रन बनाने के कारण मैच हार गई।
फाइनल मैच मेजबान शहीद ताारु भाई स्टडी सर्कल अ‍ैर डोंगरगढ़ के बीच सुबह को 10 बजे खेला जाएगा। मैच के बाद शाम को पुरस्कार वितरण समारोह होगा।

आज से आने लगेंगे अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज

अंतर रेलवे तीरंदाजी में खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज डोला बैनर्जी सहित बाकी खिलाड़ी भी रविवार ने आने लगेंगे। तीन जनवरी को अभ्यास के बाद चार जनवरी से मुकाबले प्रारंभ होंगे। सभी मुकाबले रेलवे के डब्ल्यूआरएस के मैदान में होंगे। स्पर्धा की सारी तैयारी कर ली गई है।
रेलवे द्वारा पहली बार आयोजित अंतर रेलवे स्पर्धा की मेजबानी मेजबानी दक्षिण पूर्व मध्यम रेलवे को दी गई है। यह स्पर्धा रायपुर के डब्ल्यूआरएस के मैदान में चार जनवरी से आयोजित होगी। पांच जनवरी तक चलने वाली स्पर्धा में देश के 30 नामी खिलाड़ी आएंगे। इन खिलाड़ियों में एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी अंतररराष्ट्रीय हैं। इन खिलाड़ियों में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त डोला बैनर्जी, ओलंपियन मंगल चाम्पिया ं के साथ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बोमबायला देवी, रीना कुमारी, सुषमा, और राहुल बैनजी ईस्टन रेलवे से खेलने आएंगे। राजू और प्रभात सीएलडब्ल्ूय से, प्रतिमा एनएफ रेलवे से खेलेंगी। मेजबान दक्षिण पूर्व मध्यम रेलवे से साकरो बेसरा, नमिता यादव, पल्टन हसदा और मंजुथा सोय खेलेंगे। ये सभी खिलाड़ी भी अंतरराष्चट्रीय स्तर पर खेल कर पदक जीत चुके हैँ।
स्पर्धा में रेलवे के पांच जोन दक्षिण पूर्व मध्यम रेलवे, पूर्व रेलवे, उत्तर सीमांत रेलवे, दक्षिण मध्यम रेलवे और सीएलडब्ल्यू के करीब 30 खिलाड़ी खेलने आएंगे। स्पर्धा में पहले दिन 3 जनवरी को अभ्यास सत्र होगा। चार और पांच जनवरी को मुकाबले होंगे। स्पर्धा में खेलने के लिए रविवार को ही कई टीमों के साथ खिलाड़ी आने लगेंगे। तीन जनवरी को सुबह 8 बजे से ही खिलाड़ी अभ्यास में जुट जाएंगे। चार जनवरी को स्पर्धा का उद्घाटन सुबह 8 बजे डीआरएम बीपी स्वाइन करेंगे।

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