सोमवार, 30 अगस्त 2010

सागरिका का खिताब पर कब्जा

राज्य रैंकिंग टेबल टेनिस के कैडेट वर्ग में रायपुर की सागरिका दास गुप्ता ने फाइनल में रायपुर की रश्मित कौर को ३-० से मात देकर खिताब जीत लिया। महिला वर्ग में सुरभि मोदी सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। सप्रे टेबल टेनिस हॉल में चल रही स्पर्धा में महिला वर्ग के पहले क्वार्टर फाइनल में राष्ट्रीय खिलाड़ी सुरभि मोदी ने पायल हंसापुरे को ४-० से हराया। अन्य मैचों में सृष्टि तिवारी ने प्रियंका को ४-०, निशा झा ने साक्षी वर्मा को ४-० और प्रियल गोरे ने सोनाली डे को ४-० से परास्त कर अंतिम चार में स्थान बनाया। पुरुष वर्ग में इमरान चीनिया ने सागर घाटगे को ४-०, अमिताभ शुक्ला ने प्रेमराज जांचक को ४-०, संदीप खंडेलवाल ने भावेश आप्ट को ४-०, विजय बैसवाड़े ने आदित्य कुलकर्णी को ४-२, अंशुमन राय ने अभिनव शर्मा को ४-१ और ए. संतोष ने गिरीराज बागड़ी को ४-० से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया।

रविवार, 29 अगस्त 2010

पुरस्कारवीरों का आज सम्मान

प्रदेश के राज्य खेल पुरस्कार विजेताओं का रविवार की शाम को यहां पर मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह सम्मान करेंगे। पुरस्कार विजेताओं में जूनियर, सीनियर खिलाडिय़ों के साथ पुराने खिलाड़ी और प्रशिक्षक और निर्णायक शामिल हैं। इसी के साथ प्रदेश ३१७ ऐसे खिलाडिय़ों का भी सम्मान किया जाएगा जिनको राष्ट्रीय स्पर्धा में पदक जीतने पर नकद राशि दी जा रही है।
प्रदेश का खेल एवं युवा कल्याण विभाग राज्य के जूनियर खिलाडिय़ों को दिए जाने वाले शहीद कौशल यादव यादव पुरस्कार में एक लाख की इनाम राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसके लिए इस बार राजनांदगांव के शतरंज खिलाड़ी Ÿोयांस डाकलिया, रायपुर की अंतरराष्ट्रीय नेटबॉल खिलाड़ी नेहा बजाज, भारोत्तोलन की खिलाड़ी दल्ली राजहरा की अनिता शिंदे, पावरलिफ्टिंग की खिलाड़ी दल्लीराजहरा की प्रेरणा राणे, मुक्केबाजी के रामदास राजभर का चयन किया गया है। सीनियर खिलाडिय़ों को दिए जाने वाले पुरस्कार शहीद राजीव पांडे में दो लाख पच्चीस हजार की नकद राशि दी जाती है। इस पुरस्कार के लिए इस बार चार ही खिलाडिय़ों का चयन किया जा सका क्योंकि पांचवां पात्र खिलाड़ी मिला ही नहीं। इस पुरस्कार के लिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी राजनांदगांव के मृणाल चौबे, बास्केटबॉल के खिलाड़ी भिलाई किरणपाल सिंह, मुक्केबाजी के खिलाड़ी भिलाई के आर. राजू, पावरलिफ्टिंग की खिलाड़ी दुर्ग की छायारानी शिवाने का चयन किया गया है।
प्रशिक्षकों और निर्णायकों को दिए जाने वाले वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए कैरम के निर्णायक रायपुर के विजय कुमार और मुक्केबाजी के प्रशिक्षक भिलाई के केके शर्मा का चयन किया गया है। जिन खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर पदक नहीं मिल पाते हैं लेकिन उनका प्रदर्शन पांच साल तक अच्छा रहता है और राष्ट्रीय स्पर्धा में लगातार खेलते हैं ऐसे खिलाडिय़ों को शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार के साथ पच्चीस हजार की राशि दी जाती है। इस बार यह पुरस्कार सात खिलाडिय़ों को दिया गया है। इनमें वालीबॉल की खिलाड़ी बिलासपुर की यामिनी जायसवाल, फुटबॉल खिलाड़ी रायपुर की प्रेरणा मिश्रा, बेसबॉल खिलाड़ी बिलासपुर के अख्तर खान, कैनाइंग-कयाकिंग खिलाड़ी रायपुर के नवीन कुमार साहू, कैरम खिलाड़ी रायपुर के लाखन सोनी, साफ्टबॉल खिलाड़ी रायपुर के टी. निंगराज रेड्डी, हैंडबॉल खिलाड़ी भिलाई की रूपा साहू शामिल हैं।
५५ साल से ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों को दिए जाने वाले खेल विभूति सम्मान के लिए वालीबॉल के एके श्रीवास्तव, तैराकी के रामभरोस कैवत्र्य और हॉकी के रामनारायण विश्वकर्मा का चयन किया गया है। इन खिलाडिय़ों को भी पच्चीस हजार की राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
इन सभी खिलाडिय़ों को पुरस्कार से रविवार की शाम को रविशंकर विश्व विद्यालय के सभागृह में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अन्य अतिथि सम्मानित करेंगे। सम्मान समारोह की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेगे। विशेष अतिथि नगरीय प्रशासन मंत्री राजेश मूणत, खेलमंत्री लता उसेंडी, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रवीन्द्र चौबे, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुभाष राव और रविवि के कुलपति शिवकुमार पांडे होंगे।

संजय-आलोक की जोड़ीफाइनल में

मानसून लॉन टेनिस के पहले सेमीफाइनल में विक्रम सिसोदिया और सुनील सुराना की जोड़ी को आलोक तिवारी और संजय शुक्ला की जोड़ी ने मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया है। फाइनल मैच २९ अगस्त को खेला जाएगा।
छत्तीसगढ़ क्लब में खेली जा रही स्पर्धा में पहले सेमीफाइनल में हुए मुकाबले में संजय शुक्ला और आलोक तिवारी की जोड़ी के सामने विक्रम और सुनील की जोड़ी ठहर ही नहीं सकी। पहले ५ गेम संजय-आलोक की जोड़ी ने जीते। अंत में इस जोड़ी ने यह मैच आसानी से ८-१ से जीत लिया।
इसके पहले क्वार्टर फाइनल में विक्रम सिसोदिया और सुनील सुराना की जोड़ी ने केके विश्वकर्मा और सुधीर वर्मा की जोड़ी को आसानी से ८-३ से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। दूसरे क्वार्टर फाइनल में आलोक तिवारी और संजय शुक्ला की जोड़ी ने चरणजीत ओबेराय और प्रदीप मत्थानी की जोड़ी को ८-४ से हराया। एक अन्य क्वार्टर फाइनल में उपेन्द्र घावरी और भरत पटेल की जोड़ी का लारेंस सेंटियागो और राजेश पाटिल की जोड़ी ने कड़ा मुकाबला हुआ। टाईब्रेकर तक चले इस मैच में उपेन्द्र-भरत की जोड़ी ने ८-७ (७-५) से जीत प्राप्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया।

अंतर शालेय फुटबॉल आज से

स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय और अंतर कॉलेज फुटबॉल का आगाज रविवार से स्पोट्र्स काम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में होगा। पहले दिन स्कूल स्तर के दो मैच खेले जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए आयोजन शेरा क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि पहली बार स्पर्धा सप्रे स्कूल से निकल कर आउटडोर स्टेडियम में हो रही है। स्पर्धा के पहले दिन स्कूल स्तर का पहला मैच संत ङाानेश्वर और पद्मावती स्कूल के बीच खेला जाएगा। दूसरा मैच जेएन पांडे और खालसा स्कूल के बीच खेला जाएगा। इसके पहले स्पर्धा का उद्धाटन विधायक कुलदीप जुनेजा दोपहर को ३.३० बजे करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में अपार आयुक्त अनुराग लाल, सिटी एसपी लाल उमेन्द्र सिंह, पार्षद मनोज कंदोई, सूर्यकांत राणे, सुभाष तिवारी, सतनाम पराग उपस्थित रहेंगे।

शनिवार, 28 अगस्त 2010

प्रदेश भारोत्तोलन संघ की मान्यता रद्द हो

डोपिंग के दोषी सिद्धार्थ मिश्रा की सच्चाई छुपाने के आरोप से घिरे प्रदेश भारोत्तोलन संघ की खेल विभाग से मान्यता ही समाप्त करने की मांग पूर्व अध्यक्ष गुरमीत घनई ने की है। उन्होंने संघ पर कई आरोप लगाए हैं।
यहां पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्रीमती घनई ने कहा कि संघ ने डोपिंग जैसा मामला शासन से छुपाकर एक गलत खिलाड़ी को पुरस्कार दिलाने का काम किया है। इसी के साथ संघ ने महिला खिलाड़ी के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। उन्होंने संघ के पदाधिकारियों पर आरोप लगाया कि संघ में हमेशा से महिला खिलाडिय़ों के साथ न सिर्फ पक्षपात होता है, बल्कि महिला खिलाडिय़ों का शोषण भी किया जाता है। उन्होंने आज से करीब पांच साल पुराने एक मामले का उल्लेख करते हुए बताया कि मणिपुर में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में टीम के साथ खेलने के लिए दल्लीराजहरा की भी एक महिला खिलाड़ी निकली थी, लेकिन यह खिलाड़ी मणिपुर पहुंची ही नहीं। इस बारे में टीम के कोच और मैनेजर जब कोई जवाब नहीं दे पाए तो पुलिस में खिलाड़ी के गुम होने की सूचना दी गई। इसके बाद यह खिलाड़ी रायपुर के एक होटल में अजय डेकाटे और दो अन्य लोगों के साथ पकड़ी गई। सोचने वाली बात है कि जो खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने गई थी वह रायपुर में कैसे रूक गई।
श्रीमती घनई से कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मिलकर यह मांग रखी है कि हर खेल संघ में एक महिला प्रतिनिधि का होना अनिवार्य है। इसी के साथ किसी भी टीम के साथ एक महिला मैनेजर का भी भेजना अनिवार्य होना चाहिए। उन्होंने राज्य संघ पर यह भी आरोप लगाया कि पिछले साल दल्लीराजहारा में करवाई गई राष्ट्रीय स्पर्धा में बहुत ज्यादा गड़बड़ी की है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के केन्द्रीय खेल विभाग से इस स्पर्धा के लिए १० लाख रुपए का अनुदान मांगा गया है जबकि स्पर्धा का ज्यादातर खर्च भिलाई स्टील प्लांट ने उठाया था। उन्होंने कहा कि अब तो संघ ने डोपिंग के दोषी का साथ देकर गजब ही कर दिया है। अब तो संघ की मान्यता समाप्त करने में खेल विभाग को देर नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि खेल संघों की मननर्मी के कारण प्रदेश के खिलाडिय़ों का पलायन हो रहा है। खिलाडिय़ों का पलायन रोकना होगा।

पैलोटी फाइनल में

विप्र टॉफी अंतर कॉलेज फुटबॉल में पैलोटी कॉलेज ने पहले सेमीफाइनल में मैक कॉलेज को मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया।
विप्र कॉलेज के मैदान में खेले गए सेमीफाइनल मैच में पहले हॉफ में तो कोई टीम स्कोर नहीं कर सकी, लेकिन दूसरे हॉफ में पैलोटी के खिलाडिय़ों ने गोल बरसाने प्रारंभ किए। मैच का पहला गोल ३६वें मिनट में संजय ने किया। इसके दो मिनट बाद ही अरविंद ने गोल कर दिया। तीसरा गोल खेल के ४८वें मिनट में विपिन ने किया।
इसके पहले चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में प्रगति कॉलेज ने छत्तीसगढ़ कॉलेज को कड़े मुकाबले में टाईब्रेकर में ४०२ से मात दी। निर्धारित समय में कोई गोल न होने पर मैच का फैसला टाईब्रेकर से किया गया। विजेता टीम के लिए प्रीयेष, डेनियल बाघ, दीपू और परवीन्दर सिंह ने गोल किए। छत्तीसगढ़ कॉलेज के लिए सुमंत और शिवशंकर ने गोल मारे। स्पर्धा में कल सेमीफाइनल और फाइनल मैच होगा।

विनय की जीत से शुरुआत

राज्य रैंकिंग टेबल टेनिस में राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय बैसवाड़े ने जीत से शुरुआत की।
सप्रे टेबल टेनिस हॉल में शुक्रवार से प्रारंभ हुई स्पर्धा में सीनियर वर्ग में विनय बैसवाड़े ने पवनदास को ३-० से हराया। अन्य मैचों में रजनीश ओबेराय ने अमित चोपड़ा को ३-०, साई प्रशांत ने शिवम सिंग को ३-१, सौरभ मोदी ने पंकज बोलर को ३-०, गिरीराज बागड़ी ने लोकेश सोनकर को ३-० से परास्त कर अगले चक्र में प्रवेश किया।
यूथ वर्ग में पवनदास ने षभ को ३-०, यमन ने सौरभ गुप्ता को ३-०, सूरज तिवारी ने शाहबाज को ३-० से हराया। जूनियर वर्ग में रोनित सरकार ने राहुल शर्मा को ३-१, सौरभ दास ने नमन जैन को ३-१, के साई प्रशांत ने योगेश टीकम को ३-० से हराया।
सब जूनियर वर्ग में गजेन्द्र चौहान ने अनिकेश को ३-१, शांतनु सेठ ने शाहिल सिंह को ३-१, सिद्धार्थ गोडबोले ने अमित चन्दकाकर को ३-१ से हराया। इसके पहले स्पर्धा ेका उद्घाटन खेल संचालक जीपी सिंह ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला ने की। स्पर्धा का आयोजन प्रदेश संघ के साथ खेल विभाग के सहयोग से किया गया है।

विक्रम सिसोदिया-सुनील सुराना अंतिम ८ में

मानसून युगल लॉन टेनिस के मुख्य ड्रा में शुक्रवार को छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया ने अपने जोड़ीदार सुनील सुराना के साथ मिलकर दूसरे चक्र का मैच जीतकर अंतिम ८ में स्थान बना लिया।
छत्तीसगढ़ क्लब में चल रही स्पर्धा में दूसरे चक्र का पहला मैच विक्रम सिसोदिया और सुनील सुराना की जोड़ी का जॉन मथाई और भगत की जोड़ी ने हुआ। इस मैच में विक्रम-सुनील की जोड़ी ने आसानी से ८-३ से जीत प्राप्त कर अंतिम ८ में स्थान बना लिया। इसके पहले खेले गए मैचों में डॉ. ए. फरिश्ता और कैप्टन डीएस मिश्रा की जोड़ी ने गुरुबक्श और हरविंदर की जोड़ी को ८-१, कैलाश दीक्षित-सूरज अग्रवाल की जोड़ी ने डॉ. जगदीश मेधानी-भास्कर कोठारी की जोड़ी ्रको ८-७, करणजीत ओबेराय-प्रदीप मत्थानी की जोड़ी ने केके मांडलेकर-नितिन सूपे की जोड़ी को ८-३, केके विश्वकर्मा-सुधीर वर्मा की जोड़ी ने स्वामीनाथन-बीएल मोर्या की जोड़ी को ८-०, उपेन्द्र घावरी-भरत पटेल की जोड़ी ने रिषी बंछोर-परसीस की जोड़ी को ८-२ और जान मथाई-भगत की जोड़ी ने ब्रम्हा-एनके प्रधान की जोड़ी को ८-५ से मात देकर अगले चक्र में प्रवेश किया। स्पर्धा के प्रायोजक वंदना ग्रुप के चतुर्भुज अग्रवाल ने बताया कि स्पर्धा में अभी मुख्य ड्रा के मुकाबले चल रहे हैं। इसका फाइनल और लक्की ड्रा का फाइनल २९ अगस्त को खेला जाएगा।

शुक्रवार, 27 अगस्त 2010

सिद्धार्थ का अवार्ड अब अनिता को

डोपिंग के दोषी भिलाई के भारोत्तोलक सिद्धार्थ मिश्रा का नाम अवार्ड पाने वालों की सूची से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलक दल्लीराजहरा की अनिता शिंदे को अब शहीद कौशल यादव पुरस्कार देने का फैसला जूरी ने किया है।
प्रदेश के खेल पुरस्कार चयन समिति की आकस्मिक बैठक गुरुवार को खेल सचिव सुब्रत साहू की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में भारतीय भारोत्तोलन संघ ने मंगवाए गए वे सारे दस्तावेज रखे गए जिनमें सिद्धार्थ मिश्रा को डोपिंग का दोषी बताते हुए उनको फेडरेशन ने निलंबित कर दिया है। सारे दस्तावेजों का पुरस्कारों की जूरी ने अवलोकन करने के बाद अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए जूरी के अध्यक्ष और खेल सचिव सुब्रत साहू ने बताया कि जूरी ने सिद्धार्थ मिश्रा का नाम पुरस्कारों की सूची से खारिज करके उनके बाद की पात्र खिलाड़ी अनिता शिंदे को पुरस्कार देने का फैसला किया है। अब जूरी के फैसला पर खेलमंत्री का अनुमोदन होना ही बाकी है।
प्रदेश संघ को कारण बताओ नोटिस
इस सारे मामले में खेल विभाग को अंधेरे में रखते हुए सिद्धार्थ मिश्रा के डोपिंग में पकड़े जाने की बात छुपाने के लिए गुरुवार को खेल विभाग ने प्रदेश संघ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। इसके बारे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि संघ को २१ दिनों का समय दिया गया है कि वह यह बताए कि किस वजह से खेल विभाग से सच्चाई छुपाते हुए डोपिंग के दोषी खिलाड़ी के नाम का अनुमोदन पुरस्कार पाने के लिए किया गया था। २१ दिनों में सही कारण न बताए जाने पर विभाग संघ के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करेगा। इधर संघ के सचिव सुखलाल जंघेल का कहना है कि कार्यकारिणी का बैठक के बाद खेल विभाग को जवाब दिया जाएगा।

राजतंत्र में देखे डोपिंग के दोषी का अवार्ड छिनवाया

दावेदारों का खेल विभाग में जमावड़ा

खेल पुरस्कारों की सूची में नाम न आने से हताश और निराश लोगों का गुरुवार को खेल विभाग में जमावड़ा लगा। हर कोई यह जानने बेताब था कि आखिर उनका नाम क्यों कर कटा है। इधर डोपिंग के दोषी सिद्धार्थ मिश्रा भी अपना पक्ष रखने के लिए खेल संचालक के पास पहुंचे थे।
खेल पुरस्कारों की सूची जारी होने के बाद वे खिलाड़ी तो काफी खुश हैं जिनका नाम सूची में है। इधर वे खिलाड़ी और उन खेल संघों के पदाधिकारी परेशान हैं कि आखिर किस कारण से उनके खिलाडिय़ों का नाम कट गया है। खेल संचालक से मिलने के लिए कराते संघ के पदाधिकारी पुरस्कार के दावेदार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अंबर भारद्धाज के साथ पहुंचे। इन्होंने खेल संचालक से मिलकर यह जानने का प्रयास किया कि उनके खिलाड़ी का नाम पुरस्कारों की सूची में क्यों नहीं है। कराते खिलाडिय़ों को इस बार पुरस्कार न मिलने का कारण इस संघ के राष्ट्रीय फेडरेशन का विवाद मुख्य माना जा रहा है।
बॉडी बिल्डर पुरस्कार से वंचित क्यों
पहली बार ऐसा हुआ है कि बॉडी बिल्डरों को पुरस्कार से वंचित किया गया है। शहीद राजीव पांडे पुरस्कार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले राजकिशोर ङाा दावेदारों में शामिल थे। इनको पुरस्कार क्यों नहीं मिला यह जानने के लिए संघ के सचिव संजय शर्मा खेल संचालक के पास पहुंचे थे। इस संघ के खिलाड़ी को पुरस्कार से वंचित रखने का कारण खेल संचालक जीपी सिंह ने यह बताया कि प्रदेश बॉडी बिल्डिंग संघ के इस ग्रुप को जो की लंबाई के आधार पर स्पर्धा करवाता है उसको चूंकि भारत शासन के खेल मंत्रालय ने मान्यता नहीं है यही वजह रही कि जूरी ने इस खेल के खिलाडिय़ों को पुरस्कार का पात्र नहीं माना। संजय शर्मा ने जब पिछले सालों में इस खेल के खिलाडिय़ों को पुरस्कारों देने की बात सामने रखी तो संचालक ने तर्क दिया कि संभव है एक बार किसी कारण से ये पुरस्कार दे दिए गए हैं, लेकिन इस साल जूरी ने सबसे पहला फैसला यही किया था कि जो खिलाड़ी और खेल संघ नियमों पर खरे उतरेंगे उन्हीं को पुरस्कार के योग्य माना जाएगा और उन्हीं के नाम तय किए जाएंगे। ऐसे में बॉडी बिल्डिंग के इस संघ के खिलाड़ी पात्र नहीं माने गए। संजय शर्मा का इस बारे में कहना है कि भले हमारे संघ को भारत सरकार की मान्यता नहीं है, लेकिन कई राज्यों में राज्यों में प्रचलित खेलों के खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिए जाते हैं। ेेऐसे में जरूरी हो तो नियमों में बदलाव करना चाहिए।
टीम खेल भी पात्र नहीं
जूरी ने इस बार एक और कड़ा फैसला यह भी किया कि टीम खेलों को पुरस्कारों से यह कहते हुए अलग कर दिया कि जो नियम व्यक्तिगत खेलों के लिए लागू होते हैं उन्हीं नियमों पर अगर टीम खेल की कोई टीम खरी उतरती है तभी उसको पुरस्कार के योग्य माना जाएगा। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि नियमों के मुताबिक पुरस्कार के लिए पांच साल तक खिलाड़ी का राष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शन देखा जाता है। इसमें तीन सालों में किसी साल पदक जरूरी रहता है, साथ ही जिस साल आवेदन किया जाता है, उस साल उस खिलाड़ी का राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलना अनिवार्य होता है। जितनी बार टीमों को पुरस्कारों दिया गया है एक साल पदक जीतने पर दे दिया गया है। इन पुराने फैसलों को जूरी ने गलत मानते हुए इस बात नियम से फैसला किया तो टीम खेल वंचित हो गए। अब टीम खेलों के लिए अलग से पुरस्कार देने की मांग होने लगी है।

विप्र सेमीफाइनल में

मेजबान विप्र कॉलेज ने अंतर कॉलेज रायपुर सेक्टर फुटबॉल में दो मैच जीतकर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया है।
विप्र कॉलेज के मैदान में गुरुवार प्रारंभ हुई स्पर्धा में पहले मैच में विप्र कॉलेज ने महंत कॉलेज को ३-० से मात दी। इस मैच में सुजीत, सुजाय विश्वास और कैलाश ने एक-एक गोल किए। विप्र ने क्वार्टर फाइनल मैच में हरिशंकर कॉलेज को २-० से हराया। इस मैच में सुजय विश्वास और सोनेन्द्र डेटी ने एक-एक गोल किया।
अन्य मैचों में मैक कॉलेज ने धमतरी कॉलेज को २-१ से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। इस मैच में विजेता टीम के लिए गौरव ध्रुवे और सतीश जैन ने एक-एक गोल किया। पराजित टीम के लिए विरेन्द ने एक गोल किया। एक अन्य मैच में छत्तीसगढ़ कॉलेज ने मेडिकल कॉलेज को २-० से मात दी। पैलोटी और साइंस कॉलेज के बीच हुए मैच में मैच में पूरी तरह से पैलोटी का दबदबा रहा और उसके सामने साइंस कॉलेज के खिलाड़ी ठहर ही नहीं सके। इस मैच में गोलों की बारिश करते हुए पैलोटी ने चार गोल दाग दिए। मैच में अमर कुमार और अमित ने दो-दो गोल किए। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन रविवि के कुलपति शिवककुमार पॉडे ने किया।
आयोजन कॉलेज के प्राचार्य मेघेश तिवारी ने बताया कि स्पर्धा में ११कॉलेजों की टीमें भाग ले रही है। स्पर्धा में शुक्रवार को एक क्वार्टर फाइनल मैच छत्तीसगढ़ कॉलेज और प्रगति कॉलेज के बीच खेला जाएगा। एक सेमीफाइनल मैच पैलोटी और मैक कॉलेज के बीच खेला जाएगा। दूसरा सेमीफाइनल मैच शनिवार को होगा।

गुरुवार, 26 अगस्त 2010

पुरस्कार की हकदार तो मैं हूं


राज्य के खेल पुरस्कारों की सूची में मैं अपना नाम न देखकर चकित रह गई कि यह कैसे हो गया। सबसे ज्यादा आश्चर्य मुङो इस बात का हुआ कि जिस खिलाड़ी को डोप टेस्ट में दोषी पाया गया था, उसे पुरस्कार के लिए चुना गया था। ऐसे में मैं रात भर नहीं सो पाई और सुबह होते ही अपने पापा जो कि मेरे कोच भी हैं उनके साथ यहां खेल विभाग आई हूं ताकि मैं अपना दावा पेश कर सकूं और यह जान सकूं कि आखिर मुङो पुरस्कार के लायक क्यों नहीं समझा गया।
ये बातें यहां पर अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलक जूनियर विश्व कप में खेलने वाली दल्ली राजहरा की खिलाड़ी अनिता शिंदे ने कहीं। उन्होंने सुबह को हमें फोन करके बताया कि वह खेल भवन में हैं और हमसे मिलना चाहती है। हम वहां गए तो उन्होंने खेल भवन में सुबह को सारी बात बताई कि उन्हें पात्र होने के बाद भी कैसे पुरस्कार से वंचित किया गया है। बकौल अनिता शिंदे जहां उनके नाम दल्ली राजहरा में पिछले साल १७ से २० सितंबर तक हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में रजत पदक है, वहीं उन्होंने पिछले साल भारतीय टीम से जूनियर विश्व कप में रोमानिया में हिस्सा लिया था। यह स्पर्धा वहां पर १२ से २१ जून तक हुई थी। इस स्पर्धा में खेलने के कारण उनको उम्मीद थी कि उनको ही शहीद कौशल यादव पुरस्कार मिलेगा।
आज जब अनिता शिंदे ने अपने पापा और कोच उत्तम शिंदे के साथ खेल संचालक जीपी सिंह ने बात की तो यह बात सामने आई कि अनिता शिंदे को विश्व कप में खेलने का जो प्रमाणपत्र मिला है उससे जूरी के सदस्य समङा ही नहीं पाए। खेल संचालक जीपी सिंह का कहना है कि जूरी के एक सदस्य ने समिति के सामने यह बात रखी कि प्रमाणपत्र में अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन फेडरेशन के अध्यक्ष का नाम तो लिखा है, पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। ऐसे में इसके बारे में जानकारी लेने के लिए प्रदेश संघ के सचिव सुखलाल जंघेल से बात की गई तो उन्होंने जूरी को बताया भी कि विश्व कप में भागीदारी करने वाले खिलाडिय़ों के प्रमाणपत्रों में हस्ताक्षर नहीं किए जाते हैं। इतना सब जानने के बाद भी जूरी ने यह नहीं माना कि यह खिलाड़ी विश्व कप में खेली हैं और इनको दावेदारों से अलग करके राष्ट्रीय स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले डोपिंग में दोषी पाए गए खिलाड़ी सिद्धार्थ मिश्रा का नाम पुरस्कार के लिए चुन लिया गया। तब जूरी को जरूर यह बात मालूम नहीं थी कि श्री मिश्रा डोप टेस्ट में दोषी पाए गए हैं।
आज अनिता शिंदे ने भी खेल संचालक के सामने यह बात रखी कि श्री मिश्रा तो डोप टेस्ट में दोषी पाए गए हैं तो फिर उनको पुरस्कार कैसे दे दिया गया। इसके बाद खेल संचालक सक्रिय हुए और उन्होंने इस सारे मामले में जांच प्रारंभ की।
मैंने भी दिया है कई बार डोप टेस्ट
अनिता शिंदे ने एक सवाल के जवाब में बताया कि अक्सर खिलाडिय़ों को डोप टेस्ट से गुजरना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मैंने १० से १२ बार खुद डोप टेस्ट दिया है, पर मैंने कभी किसी भी प्रतिबंधित दवा का सेवन ही नहीं किया है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय संस्था वाडा के सामने भी एक बार डोप टेस्ट दिया है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को ऐसी दवाएं खानी ही नहीं चाहिए जो प्रतिबंधित हैं।
राष्ट्रीय फेडरेशन के सचिव से की बात
खेल संचालक जीपी सिंह ने मामले की गंभीरता को समङाते हुए राष्ट्रीय फेडरेशन के सचिव सहदेव यादव से बात की और उनसे जहां सिद्धार्थ मिश्रा वाले डोपिंग के मामले में जानकारी मंगवाई, वहीं अनिता शिंदे के बारे में एक पत्र मंगवाया है कि वह विश्व कप में खेली हैं। इन पत्रों को उन्होंने शासन को भेज दिया है अब इन पत्रों के आधार पर पुरस्कार का नए सिरे से फैसला होगा।
खेलमंत्री-खेल सचिव को दी जानकारी
इस सारे मामले की खेल संचालक जीपी सिंह ने सुबह को खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ खेल सचिव सुब्रत साहू को जानकारी दी और उनको बताया कि कैसे प्रदेश के भारोत्तोलन संघ ने खेल विभाग को अंधेरे में रखते हुए एक गलत फैसला करवा दिया है।
प्रदेश संघ की मान्यता पर खतरा
खेल संचालक जीपी सिंह ने पूछने पर कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए खेल विभाग प्रदेश संघ के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो प्रदेश संघ की मान्यता भी समाप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ जरूर किया जाएगा ताकि भविष्य में कोई भी खेल संघ इस तरह की हरकत न कर सके। उन्होंने कहा कि हमारा विभाग राष्ट्रीय फेडरेशन को एक पत्र भेजेगा कि खेल विभाग को अंधेरे में रखने वाले संघ के पदाधिकारियों को हटाकर दूसरों को संघ दिया जाए ताकि खिलाडिय़ों का नुकसान न हो। उन्होंने पूछने पर कहा कि अब विभाग हर खेल के राष्ट्रीय फेडरेशनों को एक पत्र भेज रहा है कि किसी भी खेल में डोप टेस्ट या फिर अन्य किसी भी विवाद के कारण खिलाड़ी पर जुर्माना लगाने या फिर प्रतिबंध लगाने का काम किया जाता है तो इसके बारे में खेल विभाग के पास भी एक पत्र जरूर भेजा जाए। ऐसा होने से ही आगे कोई गलती नहीं होगी।


राजतंत्र में देखें -डोपिंग के दोषी को अवार्ड

मंगलवार, 24 अगस्त 2010

मदद दो, पदक लो

पश्चिम भारतश्री के साथ भारतश्री का खिताब लगातार दूसरी बार जीतकर इतिहास रचने वाले छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन का कहना है कि अगर सरकारी मदद मिले तो वे जरूर विश्व कप में भी पदक जीत सकते हैं। इधर छत्तीसगढ़ में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप की पूरे देश भर के खिलाड़ी सराहना करते हुए आज लौट गए।
राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग में कमाल का प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ के सपूत पी. सालोमन ने जहां पहले दिन पश्चिम भारतश्री का खिताब अपने नाम किया, वहीं दूसरे दिन उन्होंने भिंवाड़ी का इतिहास दोहराते हुए भारतश्री का खिताब भी जीत लिया। यह उम्मीद तो पहले ही थी कि दोनों खिताब पी. सालोमन के हाथ ही लगेंगे। खिताब जीतने वाले इस खिलाड़ी की नजरें अब नवंबर में जर्मनी में होने वाले विश्व कप पर लगी हैं। लेकिन इसके लिए यह जरूरी है कि उनको इतनी मदद मिल सके कि वे अपनी डाइट पूरी कर सके। सालोमन कहते हैं कि एक मध्यमवर्गीय खिलाड़ी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा के लिए डाइट का इंतजाम कर पाना संभव ही नहीं है। वे कहते हैं कि विश्व कप से पहले कम से कम चार माह तक करीब एक हजार रुपए के डाइट की जरूरत हर खिलाड़ी को पड़ती है। अगर मुङो प्रदेश सरकार की तरफ से इतनी टाइट के लिए आर्थिक मदद की जाए तो मेरा सोचना है कि मुङो पदक लाने में आसानी होगी। इसी के साथ मुङो कम से कम अपने ही देश में प्रशिक्षण के लिए बाहर भी जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मदद से मुङो विदेश में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है तो फिर मेरा पदक पक्का हो जता है। उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ और अपने देश के लिए के लिए पदक जीतने की इच्छा रखते हैं। ऐसे में उन्होंने एक प्रस्ताव सरकार को मदद के लिए देने का मन बनाया है। वे यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ खेलमंत्री लता उसेंडी को देंगे।
कर्नाटक के खिलाड़ी छाए
इधर स्पर्धा में इस बार कर्नाटक के खिलाडिय़ों का दबदबा रहा। ऐसा पहली बार हुआ कि महाराष्ट्र को एक भी खिताब नहीं मिल सका। ६ खिताबों में से दो छत्तीसगढ़ और बाकी चार कर्नाटक के हाथ लगे। भारत उदय जी. बालाकृष्णन, भारत केसरी रेमंड डिसूजा, भारत किशोर के. मनोज और भारत कुमार एल्विन पाल बने। प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राष्ट्रीय स्पर्धा में महाराष्ट्र की इस तरह से पता साफ हो गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के कई स्टार खिलाडिय़ों के न आने के कारण ऐसा हुआ है।
छत्तीसगढ़ का दबदबा
कर्नाटक के बाद चैंपियनशिप में मेजबान छत्तीसगढ़ का दबदबा रहा। जहां पश्चिम भारतश्री के साथ भारतश्री का खिताब छत्तीसगढ़ के हाथ लगा, वहां मेजबान को १० पदक भी मिले। पहले दिन सुपर टॉल ग्रुप में पी. सालोमन के साथ शार्ट ग्रुप में छत्तीसगढ़ के सुमित राय चौधरी ने स्वर्ण जीता। मेजबान को दो रजत पदक सचिन मिश्रा और राजकिशोर ङाा ने दिलाए। भारत उदय में छत्तीसगढ़ के दिनेश ठाकुर चौथे स्थान पर रहे और पदक से चूक गए। भारतश्री में मेजबान छत्तीसगढ़ के हाथ एक स्वर्ण सहित पांच पदक लगे। शार्ट ग्रुप में सुमित राय चौधरी को रजत, मीडियम ग्रुप में राजकिशोर ङाा को रजत, टाल ग्रुप में टोना जॉब को कांस्य और सुपर टॉल ग्रुप में पी. सालोमन को स्वर्ण पदक मिला। इसी वर्ग में रजत पदक सचिन मिश्रा को मिला। भारत केसरी के सुपर टॉल ग्रुप में ब्रिज बिहारी मिश्रा को कांस्य पदक मिला।
मेजबानी को सबने सराहा
छत्तीसगढ़ की मेजबानी पर पूर्व मिस्टर वल्र्ड रेमंड डिसूजा के साथ सभी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी फिदा होकर लौटे। सभी का एक स्वर में कहना था कि जैसी व्यवस्था छत्तीसगढ़ में होती है वैसी और कहीं नहीं होती है। यहां पर रहने खाने से लेकर आयोजन की व्यवस्था सराहनीय है। इनका कहना है कि वास्तव में छत्तीसगढ़ मेजबान नंवर वन है। खिलाड़ी कहते हैं अब छत्तीसगढ़ में एक बड़ा अंतररराष्ट्रीय स्तर का आयोजन होना चाहिए।

आलोक-उपेन्द्र अंतिम ८ में

राज्य मानसून युगल लॉन टेनिस में जोरदार मुकाबलों के बीच आलोक तिवारी और उपेन्द्र घावरी की जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया है। आज के मुकाबलों में दो मुकाबले टाईब्रेकर तक चले।
राजधानी के छत्तीसगढ़ क्लब में आयोजित इस स्पर्धा में अभी लक्की ड्रा के युगल मुकाबले खेले जा रहे हैं। आज खेले गए मैचों में राजेश पाटिल और सुनील मंधानी की जोड़ी ने विजेन्द्र सिंह और केकेमांडलेकर की जोड़ी को ८-२, डेनिस बार्टन-शेख नवाब की जोड़ी ने असीम सर्राफ और शौकत रिजवी की जोड़ी को ८-०, संजय जैन-निखिल धगट की जोड़ी ने रूपेन्द्र चौहान और स्पर्धा के प्रायोजक चतुर्भुज अग्रवाल की जोड़ी को ८-४, हरदीप विरदी और गुरुबक्श की जोड़ी ने पवित्र गांगुली और एनके प्रधान की जोड़ी को ८-०, ७५ साल के सबसे बुर्जुग खिलाड़ी कैलाश दीक्षित और जसविंदर की जोड़ी ने विक्रम सिसोदिया और संजय शुक्ला की जोड़ी को ८-५, दीपक कंवर और पीआर धृतलहरे की जोड़ी ने आनंद ठाकपर और सुनील कुजूर की जोड़ी को ८-३ से मात दी। आलोक तिवारी और उपेन्द्र घावरी की जोड़ी ने सुनील खुराना और आनिल तुरियानी की जोड़ी को ८-३ से मात देकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया।
स्पर्धा में आज दो मैच टाईब्रेकर तक चले। पहले मैच में अजय पाठक और सुनील जैन की जोड़ी ने डॉ. ए, फरिश्ता और सतीश शर्मा की जोड़ी को ८-७ (७-५) से मात दी। दूसरे मैच में अवतार जुनेजा और परसीस की जोड़ी ने कड़े मुकाबले में कैप्टन मिश्रा और जॉन मथाई की जोड़ी को ८-७ (७-३ ) से हराया। स्पर्धा में लक्की ड्रा के बाद मुख्य ड्रा के मुकाबले प्रारंभ होंगे। लक्की ड्रा में खिलाडिय़ों को ड्रा के कारण मनपसंद खिलाड़ी के जोड़ी बनाने के मौका नहीं मिला है। इन मुकाबलों के बाद जब मुख्य ड्रा के मुकाबले प्रारंभ होंगे तो उसमें खिलाडिय़ों को अपने मनपसंद साथी के साथ जोड़ी बनाकर खेलने का मौका मिलेगा।

खेल पुरस्कारों की घोषणा आज संभव

राज्य के खेल पुरस्कार पाने वालों के नामों की घोषणा २४ अगस्त को होने की संभावना है। इसके लिए सारी तैयारी कर ली गई है। कल अवकाश होने के बाद भी पुरस्कार पाने वालों की सूची जारी करने का मन खेलमंत्री लता उसेंड़ी ने बना लिया है ताकि पुरस्कार पाने वालों को राखी के दिन ही एक तोहफा मिल सके। खेल विभाग ने पुरस्कार पाने वालों के नाम पुरस्कार चयन समिति की मैराथन बैठक के बाद तय कर दिए गए हैं। पुरस्कारों ने नाम पर अंतिम मुहर के रूप में २३ अगस्त की रात को खेलमंत्री लता उसेंडी का अनुमोदन भी ले लिया गया है। ऐसे में खेलमंत्री ने तय किया है कि कल ही पुरस्कारों की सूची जारी कर दी जाए। यह पहला मौका होगा जब खेल पुरस्कार पाने वालों की सूची पुरस्कार मिलने के पांच दिन पहले जारी होगी। इसके पहले यही होता रहा है कि पुरस्कार मिलने के एक दिन पहले नाम घोषित किए जाते थे।

सोमवार, 23 अगस्त 2010

छत्तीसगढ़ की महिला टीम दूसरे स्थान पर

राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग में छत्तीसगढ़ की महिला खिलाडिय़ों ने एक बार फिर से जोरदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया। छत्तीसगढ़ के सामने रेलवे की टीम भी नहीं ठहर पाई और तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
यह जानकारी हुए प्रदेश संघ के महासचिव कृष्णा साहू ने बताया कि कोयम्बटूर में खेली गई स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए ४५ अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। पहले स्थान पर रहने वाली केरल की टीम ने ५९ अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। रेलवे को ४४ अंकों के साथ तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। छत्तीसगढ़ के लिए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रोशिता केरकेटा ने ४८ किलो ग्राम में दूसरी बार स्वर्ण जीता। उर्वशा ने इस वर्ग में रजत पदक जीता। ५६ किलोग्राम में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुनीता टोपो से स्वर्ण पदक के साथ स्ट्रांग बालिका ऑफ इंडिया का भी खिताब जीता। ६० किलो ग्राम में प्रेरणा राने ने कांस्य पदक जीता। पिछले साल की पदक विजेता पूजा कुमारी और छायारानी शिवाने इस साल पदक नहीं जीत सकी।
श्री साहू ने बताया कि अगले साल होने वाली सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिली है। यह आयोजन भिलाई में होगा। उन्होंने बताया कि अपनी मेजबानी में होने वाली स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की टीम यह प्रयास करेगी कि उसे पहला स्थान मिल जाए। इसके लिए टीम अभी से तैयारी कर रही है।

प्रशिक्षकों की भर्ती जल्द होगी: रमन

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को ओलंपिक संघ की बैठक में यह आश्वासन दिया कि राज्य में प्रशिक्षकों की कमी को देखते हुए जल्द ही इनकी भर्ती जाएगी। खेल विभाग को इस बारे में नियम बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सामने वालीबॉल संघ के महासचिव मो. अकरम खान ने हरिभूमि का हवाला देते हुए कहा कि अपने राज्य में प्रशिक्षकों की बहुत ज्यादा कमी है जिसके कारण राष्ट्रीय खेलों की तैयारी पर भी असर पड़ेगा। राज्य में जब तक हर खेलों के लिए प्रशिक्षक नहीं होंगे राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने मुश्किल होंगे। मुख्यमंत्री ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इस दिशा में सरकार तत्काल कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री ने खेल विभाग को इसके लिए नियम बनाने के भी निर्देश दे दिए।
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि हरिभूमि ने १५ जुलाई के अंक में इस बात को प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि प्रदेश में खेल विभाग के पास महज तीन ही प्रशिक्षक हैं। अपने पड़ोसी राज्य मप्र में कुछ समय पहले ही १२ सौ प्रशिक्षकों की भर्ती की गई है।
नियम बनाने आज ही पत्र भेज दिया
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा प्रदेश में प्रशिक्षकों की कमी को दूर करने की बात पर आज ही खेल विभाग ने एक पत्र बनाकर नियम बनाने के लिए खेल मंत्रालय को भेज दिया है। जल्द ही इसके नियम बनाने के बाद प्रशिक्षकों की अस्थाई भर्ती की जाएगी।

रविवार, 22 अगस्त 2010

छत्तीसगढ़ के सालोमन पश्चिम भारतश्री


राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग में मेजबान छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने पश्चिम भारतश्री का खिताब जीत लिया। इसी के साथ मेजबान के हाथ पहले दिन दो स्वर्ण के साथ दो रजत पदक भी आए।
शहीद स्मारक में शनिवार की शाम को प्रारंभ हुई स्पर्धा में सबसे पहले पश्चिम भारतश्री खिताब के लिए मुकाबला हुआ। इसमें मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ मप्र, महाराष्ट्र और गोवा के ४८ खिलाड़ी मैदान में थे। इनमें से सुपर टॉल ग्रुप के स्वर्ण विजेता छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने पश्चिम भारतश्री का खिताब जीत लिया। सालोमन के पूर्व में ही खिताब जीतने की उम्मीद थी। खिताब जीतने के बाद उन्होंने कहा कि अब उनकी नजरें भारत के सबसे बड़े खिताब भारतश्री पर है। इसका फैसला कल होगा।
पश्चिम भारत खिताब के लिए चार वर्गों में हुए मुकाबलों में सुपर टॉल ग्रुप में जहां पी. सालोमन ने स्वर्ण जीता, वहीं रजत छत्तीसगढ़ के सचिन मिश्रा के हाथ लगा। तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के विपिन भोंसले रहे। टॉल ग्रुप में स्वर्ण महाराष्ट्र के संजय अम्बेलकर, रजत छत्तीसगढ़ के टोनी जॉय और कांस्य महाराष्ट्र के सचिन चोरगे ने जीता। मीडियम ग्रुप में महाराष्ट्र के महेश पाटिल ने स्वर्ण, छत्तीसगढ़ के राजकिशोर ने रजत और महाराष्ट्र के संतोष पाठक ने कांस्य जीता। शार्ट ग्रुप में छत्तीसगढ़ के सुमित राय चौधरी ने स्वर्ण, महाराष्ट्र के लक्ष्मीकांत ने रजत और महाराष्ट्र के वैभव रामबले ने कांस्य जीता। स्पर्धा में बेस्ट पोजर महाराष्ट्र के संजय अम्बलेकर और बेस्टे मसर्कुलर महाराष्ट्र के महेश पाटिल रहे। विजेता खिलाडिय़ों को संसदीय सचिव विजय बघेल ने पुरस्कार बांटे।

छत्तीसगढ़ का खेल में होगा बड़ा स्थान

प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने यहां पर गर्मजोशी के साथ खिलाडिय़ों के बीच कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब अपने राज्य छत्तीसगढ़ का भी खेल के क्षेत्र में बड़ा स्थान होगा। छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी अभी से की जा रही है।
शहीद स्मारक भवन में राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आज से चार-पांच साल पहले तक छत्तीसगढ़ के पहलवानों को हल्के में लिया जाता था और कोई सोच नहीं सकता था कि यहां के खिलाड़ी भी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत सकते हैं। लेकिन आज हमारे खिलाड़ी न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत रहे हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छत्तीसगढ़ के साथ देश का नाम रौशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में जबकि हमारे राज्य में ३७वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है तो यह बात तय है कि अब छत्तीसगढ़ का भी खेलों में बड़ा स्थान हो जाएगा। वैसे छत्तीसगढ़ हमेशा राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन करवाने में आगे रहा है। हमारी सरकार खिलाडिय़ों को हर तरह की सुविधाएं देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां आज से प्रारंभ हो रहे इस आयोजन को यादगार बनाने का ऐसा प्रयास किया जाए जिसको खिलाड़ी हमेशा याद रखें।
इसके पहले खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की आज खेल जगत में एक अलग पहचान बन गई है। हमारे राज्य में हर तरह के राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है। हमारी सरकार भी खेल और खिलाडिय़ों के लिए हर सुविधाएं देने का काम कर रही है। हमारे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अब ओलंपिक संघ के भी अध्यक्ष बन गए हैं। उन्होंने ओलंपिक संघ की पहली ही बैठक में खिलाडिय़ों को कई तरह की सौगातें देने का काम किया है। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने जिस खेल निधि की घोषणा की है उससे ऐसे आयोजनों को भी मदद मिल सकेगी।
कार्यक्रम में उपस्थित महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि देश भर के खिलाडिय़ों ने राजधानी रायपुर आकर हमारे राज्य का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल होकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने जाएंगे। जब वे वहां से पदक जीतकर आए तो फिर से रायपुर आएं हम लोग उनका यहां स्वागत करेंगे।
इसके पहले अतिथियों ने बजरंगबली की तस्वीर पर माल्र्यापण करके स्पर्धा का आगाज किया। सभी राज्यों से आए खिलाडिय़ों ने मार्चपास्ट भी किया। इस अवसर पर प्रदेश संघ के पुरुषोत्तम आजमानी, संजय शर्मा, मेघेश तिवारी के साथ राष्ट्रीय फेडरेशन के भी पदाधिकारी एवं खेल विभाग के ओपी शर्मा, राजेन्द्र डेकाटे भी उपस्थित थे।

विनय बैसवाड़े फिर चैंपियन

छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी विनय बैसवाड़े ने एक फिर से कमाल दिखाते हुए बारतीय जीवन बीमा निगम की मध्य क्षेत्र टेबल टेनिस में १५वीं बार खिताब जीत लिया। अब विनय राज्य रैंकिंग स्पर्धा की तैयारी में जुट गए हैं।
जबलपुर में खेली गई इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए भीजीबीनि के सुभाष सिंग ने बताया कि विनय ने स्पर्धा में बिलासपुर मंजल के संजय डोनगांवकर को ३-० से हराया। विनय ने क्वार्टर फाइनल शहडोल के संजीव सिंह को ४-० से परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। सेमीफाइनल में विनय ने मेजबान जबलपुर देवजीत घोष को ४-० से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। यहां उनका मुकाबला एक बार फिर से विश्वजीत घोष से हुआ। विनय ने एक गेम गंवाने के बाद उनको भी ४-० से मात देकर खिताब जीत लिया। विनय मध्य क्षेत्र का खिताब १९९६ से लगातार जीत रहे हैं।
विनय के अलावा रायपुर मंडल के केशव खंडेलवाल ने स्पर्धा में चौथा स्थाव प्राप्त किया। केशव को भी अखिल भारतीय स्पर्धा में खेलने की पात्रता मिल गई है।

एश्वर्या यदु का खिताब पर कब्जा

राज्य बैडमिंटन के अंडर १३ वर्ग के खिताबी मुकाबले में रायपुर की एश्वर्या यदु ने अपने ही जिले की दीक्षा चौधरी को कड़े मुकाबले में २१-१७, १७-२१, २१-११ से मात देकर खिताब जीत लिया।
कवर्धा में चल रही स्पर्धा में इसके पहले एश्वर्या ने सेमीफाइनल में अरूणी चौहान को २१-१६, २१-११, दूसरे सेमीफाइनल में दीक्षा चौधरी ने आर्कषी दुर्ग को २१-१०, २१-११ से हराया। अंडर १९ के पहले सेमीफाइनल में रायपुर की रश्मि अलोनी को कोरिया की दीपाली गुप्ता ने २१-१७, २१-१६ से हरा दिया। अंडर १६ से सेमीफाइनल में रायपुर की दीक्षा चौधरी भिलाई की तन्वी शुक्ला ने २६-२८, १२-२१ से हार गई। अंडर १६ के युगल का खिताब रायपुर के संयम शुक्ला ने सौर्य सिंह के साथ मिलकर जीता। इस जोड़ी ने आदित्य सिंह और वरूण जैन की जोड़ी को २१-११, २१-१७ से मात दी। अंडर १६ के क्वार्टर फाइनल में रायपुर के आदित्य नायर ने कोरबा के विनय चौधरी को २१-१६, २१-१४, रायपुर के वैभव तांबे ने रायपुर के संयम शुक्ला को कड़े मुकाबले में १२-२१स २२-२०, २१-१६ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। रायपुर के प्रखर दीक्षित देवांस जायसवाल से हार गए।

शनिवार, 21 अगस्त 2010

पश्चिम भारतश्री का आज होगा फैसला

राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग के साथ होने वाली पश्चिम भारतश्री चैंपियनशिप में पहले ही दिन २१ अगस्त को पश्चिम भारतश्री खिताब का फैसला शाम तक हो जाएगा। पहले दिन चार खिताबों का फैसला होना है। स्पर्धा में खेलने के लिए कई राज्यों के खिलाड़ी राजधानी पहुंच चुके हैं। बचे राज्यों के खिलाड़ी देर रात तक या कल सुबह आ जाएंगे। स्पर्धा का प्रारंभ शाम को चार बजे शहीद स्मारक भवन में खेलमंत्री लता उसेंडी करेंगी। प.भारतश्री खिताब के प्रबल दावेदार मेजबान छत्तीसगढ़ के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पी. सालोमन हैं। छत्तीसगढ़ की टीम में १८ खिलाड़ी रखे गए हैं।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद हो रहे पांचवें राष्ट्रीय आयोजन में सुबह से ही कई राज्यों के खिलाडिय़ों के आने का सिलसिला प्रारंभ हुआ। शाम तक महाराष्ट्र के ७० खिलाडिय़ों के दल के साथ कर्नाटक के ३८, मणिपुर के १३, मप्र के ३०, उड़ीसा के १३ खिलाडिय़ों का दल आ चुका था। प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने के लिए तो गोवा, ङाारखंड, उप्र, असम, पंजाब, आन्ध प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, विदर्भ सहित कई राज्यों के ३५० खिलाड़ी आ रहे हैं। लेकिन जहां तक पश्चिम भारतश्री खिताब का सवाल है तो इस खिताब के लिए मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ मप्र, महाराष्ट्र और गोवा के खिलाडिय़ों के बीच ही मुकाबला होगा। एक और राज्य राजस्थान की टीम भी इसमें शामिल रहती है, पर इस राज्य की टीम नहीं आ रही है।
एक सवाल के जवाब में श्री शर्मा ने बताया कि पश्चिम भारतश्री खिताब का फैसला सबसे पहले कल शाम को सात बजे तक हो जाएगा। इसके पहले शाम को चार बजे स्पर्धा का उद्घाटन खेलमंत्री लता उसेंडी करेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर किरणमयी नायक करेंगी। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी उपस्थित रहेंगे। पहले दिन वैसे चार ख्रिताबों पश्चिम भारतश्री के साथ भारत उदय, भारत किशोर और भारत केसरी का फैसला देर रात तक हो जाएगा। श्री शर्मा ने एक बार फिर से कहा कि जहां तक पश्चिम भारतश्री खिताब का सवाल है तो इसमें कोई दो मत नहीं है कि अगर कोई अनहोनी नहीं हुई तो यह खिताब छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी के हाथ लगेगा। उन्होंने बताया कि पी. सालोमन को यूरोपियन कप में खेलने का फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि एक खिताब का फैसला होने में करीब दो घंटे का समय लग जाता है। एक खिलाड़ी को पोज देने के लिए एक मिनट का ही समय मिलता है।
श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में नए खिलाडिय़ों के लिए भारत उदय, २१ साल से कम उम्र वाले खिलाडिय़ों के लिए भारत किशोर, २५ साल से कम उम्र वालों के लिए भारत कुमार, ४० साल से ज्यादा के साथ ५० साल से भी ज्यादा उम्र वालों के लिए भारत केसरी और सभी वर्गों के विजेताओं के लिए प.भारत श्री खिताब के लिए मुकाबले होंगे। श्री शर्मा ने पूछने पर बताया कि मुकाबलों में चार वर्गों में मुकाबले पहले होंगे। इन वर्गों के बारे में उन्होंने बताया कि पहले वर्ग में १६२ सेमी वाले खिलाड़ी, दूसरे वर्ग में १६२ से १६७ सेमी, तीसरे वर्ग में १६७-१७२ सेमी और चौथे वर्ग में १७२ से ज्यादा वाले खिलाडिय़ों के बीच मुकाबले होंगे। स्पर्धा में करीब ३५० खिलाड़ी और अधिकारी शामिल होंगे जिनके रहने और खाने की नि:शुल्क व्यवस्था संघ ने की है। उन्होंने बताया कि स्पर्धा में एक दर्जन से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल होने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा खिताबधारी खिलाड़ी महाराष्ट्र और कर्नाटक की टीम में हैं। सबसे बड़ी टीम महाराष्ट्र की है जिसमें ७० खिलाड़ी शामिल हैं। श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा के समापन अवसर पर २२ अगस्त को मुख्यअतिथि के रूप में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आमंत्रित किया गया है।

खेल पुरस्कार पाने वालों के नाम तय

राज्य के खेल पुरस्कार पाने वालों के नाम शुक्रवार को मंत्रालय में पुरस्कार चयन समिति की मैराथन बैठक के बाद तय कर दिए गए। अभी नामों की घोषणा नहीं की गई है।
प्रदेश का खेल विभाग सीनियर खिलाडिय़ों को शहीद राजीव पांडे, जूनियर खिलाडिय़ों को शहीद कौशल यादव, प्रशिक्षकों और निर्णायकों को वीर हनुमान सिंह, पदक न जीत पाने खिलाडिय़ों को शहीद पंकज विक्रम, ६० साल से ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों के लिए वीके चौबे खेल विभूति सम्मान दिया जाता है। इन सभी पुरस्कारों के लिए खेल विभाग में ७१ खिलाडिय़ों ने आवेदन किए थे। इन आवेदनों में से पात्र खिलाडिय़ों की चयन करके शुक्रवार को मंत्रालय में पुरस्कार चयन समिति के सामने रखा गया। यह चयन समिति खेलसचिव सुब्रत साहू की अध्यक्षता में बनी है। समिति में खेल संचालक जीपी सिंह के साथ विश्व कप हॉकी में खेल चुके विसेंट लकड़ा, खेल विभूति सम्मान प्राप्त एलएन पांडे, रविवि शारीरिक शिक्षा विभाग के पूर्व संचालक एनके उपाध्याय, प्रदेश ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा, भारतीय खेल प्राधिकरण के राजनांदगांव सेंटर के राजेश्वर राव के साथ यूनीसेफ और नेहरू युवा केन्द्र के एक-एक प्रतिनिधि को रखा गया था। इस समिति के सामने पात्र खिलाडिय़ों की सूची रखी गई और मैराथन बैठक के बाद अंतत: खिलाडिय़ों के नाम तय कर दिए गए हैं। किन खिलाडिय़ों का चयन किन पुरस्कारों के लिए किया गया है अभी ये नाम घोषित नहीं किए गए हैं। तय नामों की सूची खेलमंत्री लता उसेंडी के सामने रखने के बाद उनका अनुमोदन लेकर सूची घोषित की जाएगी। बैटन रिले के आयोजन में लगे होने के बाद भी खेल विभाग ने इस बार खेलमंत्री लता उसेंडी के निर्देश पर खेल पुरस्कारों की सूची जल्द तय कर दी है। एक दो दिनों में नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है।

रश्मि-दीक्षा सेमीफाइनल में

राज्य बैडमिंटन में रायपुर के खिलाडिय़ों ने अपना जलवा दिखाते हुए खिताब की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। अंडर १९ में जहां रश्मि अलोनी सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं, वहीं अंडर १६ में दीक्षा चौधरी ने भी अंतिम चार में स्थान बना लिया है।
कवर्धा में चल रही इस स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए रायपुर टीम के मैनेजर अनुरोध शर्मा ने बताया कि अंडर १९ से पहले क्वार्टर फाइनल में रायपुर की राष्ट्रीय खिलाड़ी रश्मि अलोनी ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए विश्वश्री पांडे को कड़े मुकाबले में २१-१२, १६-१२, २१-१७ से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। अंडर १९ के बालक वर्ग के प्रीक्वार्टर पाइनल में रायपुर के प्रखर दीक्षित ने राजनांदगांव के यश मुदलियार को १९-२१, २१-१३, २२-२० से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया। अंडर १६ वर्ग के क्वार्टर फाइनल में रायपुर की दीक्षा चौधरी ने अंकिता गुप्ता को कड़े मुकाबले में २२-२०, २२-२० से हराया। बालक वर्ग के प्रीक्वार्टर फाइनल में भिलाई के वरूण जैन ने रायपुर के यमन नायक को २१-१४, २१-१०, कोरिया की दीपाली गुप्ता ने रायपुर की एश्वर्या यदु को २१-५, २१-१३ से हराया। युगल में रायपुर के संयम शुक्ला और सौर्य सिंह की जोड़ी ने धमतरी के यश और शशि की जोड़ी को २१-१०, २१-०७ से हराया। अंडर १९ के युगल में रायपुर के संयम शुक्ला ने आदित्य नायर के साथ मिलकर रानजांदगांव के सुभम और Ÿोयांस की जोड़ी को २१-५, २१-१० से हराया। अंडर १६ में रायपुर की अरूणी चौधरी भिलाई की तन्वीं शुक्ला से १४-२१, १७-२१ से मात का गई। अंडर १३ में रायपुर के अमोल करकटे ने वेदांत को २१-११, २१-४ से हराया। रायपुर के मोहित राज शर्मा बिलासपुर के असीम कटकवार से १५-२१, १९-२१ और रायपुर के प्रखर त्रिवेदी रायगढ़ के सौर्य सिंह से १०-२१, ७-२१ से हारकर खिताबी दौड़ से बाहर हो गए।

शुक्रवार, 20 अगस्त 2010

छत्तीसगढ़ का खिलाड़ी बनेगा प. भारतश्री

छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले पश्चिम भारतश्री का खिताब छत्तीसगढ़ का ही खिलाड़ी जीतेगा इसकी संभावना ज्यादा है। पिछली बार महाराष्ट्र में छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन ने खिताब जीता था। सालोमन को कड़ी टक्कर देने वाले दूसरे खिलाड़ी राजकिशोर ङाा भी छत्तीसगढ़ के हैं। इन्हीं दोनों के बीच एक बार फिर से मुकाबला होने के पूरे आसार हैं। अपने दर्शकों के बीच खिलाड़ी ज्यादा दमदारी से प्रदर्शन करेंगे और पिछली बार से ज्यादा पदक जीतने का भी प्रयास करेंगे। स्पर्धा में एक दर्जन से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आ रहे हैं।
प्रदेश की राजधानी में २१ अगस्त से होने वाली ५७वीं राष्ट्रीय बॉडी बिल्ंिडग में खेलने के लिए पांच राज्य के खिलाडिय़ों का आना कल से प्रारंभ हो जाएगा। इस बार स्पर्धा में मुख्य खिताब पश्चिम भारतश्री के लिए मुख्य मुकाबला छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों के बीच ही नजर आ रहा है। अंतरराष्ट्रीय निर्णायक और प्रदेश संघ के महासचिव संजय शर्मा की माने तो इस बार मौजूदा भारतश्री पी. सालोमन के साथ अपने प्रदेश के राजकिशोर ङाा ही सबसे बड़े दावेदार हैं। सालोमन एक मामले में बीस हैं कि उनके पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है। वे अभी हॉल ही में यूरोपियन कप में खेलकर आए हैं। भले उनको वहां पर कोई पदक नहीं मिला, लेकिन उनका स्थान संतोषजनक रहा। सालोमन का कहना है कि उन्होंने तो तैयारी अपने खिताब को बचाने के लिए की है। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि राजकिशोर ङाा से उनको कड़ी टक्कर जरूर मिल सकती है, इसी के साथ कर्नाटक के खिलाड़ी भी बहुत अच्छे हैं। पिछली बार मुकाबले में कर्नाटक के शेख अप्पा भी थे। इस बार कर्नाटक रौशन फरेडो के साथ १९९० में मिस्टर वल्र्ड रहे रेमंड डिसूजा भी मुकाबले के लिए आ रहे हैं। इसी के साथ एक दर्जन से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी खिताब के लिए उतरेंगे। इन खिलाडिय़ों में यूरोपियन कप में खेलने वाले उड़ीसा के आर्थर प्रधान भी हैं।
संजय शर्मा का कहना है कि छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों में ५५वीं राष्ट्रीय स्पर्धा में भारत का कुमार का खिताब जीतने वाले सचिन मिश्रा के साथ भारत कुमार में जोरदार प्रदर्शन करने वाले सुमित चौधरी भी खिताब के दावेदारों में शामिल हैं। उनका कहना है कि इस बार हमारे खिलाड़ी अपनी मेजबानी पिछली बार की तुलना में जरूर ज्यादा पदक जीतेंगे। पिछली बार छत्तीसगढ़ को सात स्वर्ण पदक मिले थे। श्री शर्मा ने बताया कि हमारे खिलाडिय़ों ने जोरदार तैयारी की है। ज्यादा खिताब छत्तीसगढ़ को मिलने की आशा है।

लॉन टेनिस में २२ से युगल के मुकाबले

प्रदेश के ३५ साल से ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों के लिए छत्तीसगढ़ क्लब में लॉन टेनिस के युगल मुकाबलों का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा को प्रायोजित करने का काम वंदना ग्रुप के चतुर्भुज अग्रवाल ने किया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया के साथ महासचिव गुरूचरण सिंह होरा ने बताया कि २२ अगस्त से २९ अगस्त तक चलने वाली इस स्पर्धा का उद्घाटन छत्तीसगढ़ क्लब में २२ अगस्त को सुबह आठ बजे मुख्य सचिव पी. जॉय उम्मेन करेंगे। स्पर्धा के बारे में इन्होंने बताया कि लीग कम नाक आउट आधार पर खेली जानी वाली इस स्पर्धा में बेस्ट ऑफ १३ गेम के मुकाबले होंगे। सेमीफाइनल से मुकाबले नाकआउट खेले जाएंगे। युगल में साथी का चयन ड्रा के आधार पर होगा। मुकाबले सुबह के साथ शाम के सत्र में होंगे। स्पर्धा में खेलने के इच्छुक खिलाड़ी अपने नाम २० अगस्त को दोपहर दो बजे तक छत्तीसगढ़ क्लब में किशोर पिथालिया, यूनियन क्लब में गुरूचरण सिंह होरा और मेडिकल कॉलेड में लारेंस सेटिंयागो के पास दर्ज करवा सकते हैं। स्पर्धा में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं रखा गया है। स्पर्धा को वरिष्ठ टेनिस खिलाड़ी और वंदना ग्रुप के चतुर्भुज अग्रवाल ने प्रायोजित किया है।

भिलाई की बालिका बास्केटबॉल टीम की कमान पुष्पा को

अखिल भारतीय राजीव गांधी स्वर्ण कप बास्केटबॉल में खेलने गई भिलाई की बालिका टीम की कमान पुष्पा निषाद को दी गई है। इस टीम में कप्तान के साथ दो और खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम से खेल चुकी हैं। इसी के साथ टीम के प्रशिक्षक अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेश पटेल हैं। भिलाई की टीम ९ बार में से ८ बार खिताब जीत चुकी है और इस बार भी उसका खिताबी दावा सबसे मजबूत है।
यह जानकारी देते हुए टीम के कोच और प्रदेश संघ के महासचिव राजेश पटेल ने बताया कि टीम दिल्ली रवाना हो गई है। टीम इस प्रकार है: पुष्पा निषाद (कप्तान), एल. दीपा, रंजीता कौर (तीनों अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी), ए. कविता, पूजा अम्बिष्ठ, संगीता कौर, शरणजीत कौर, अंजना, डेजी इक्का, संगीता दास, शालिनी श्रीवास्तव, सी. धनलक्ष्मी, पलक हिरानी। टीम के कोच राजेश पटेल, सहायक प्रशिक्षक इकबाल अहमद खान, प्रबंधक मंजीत कौर और निर्णायक के रूप में शामिल सरजीत चक्रवर्ती भी गए हैं। स्पर्धा में विजेता टीम को ५१ हजार और उपविजेता टीम को ३१ हजार के साथ तीसरे स्थान की टीम को २१ हजार रुपए मिलेंगे।

गुरुवार, 19 अगस्त 2010

राजधानी में होगा खेल महाकुंभ

प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के पद पर बैठते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को घोषणा की कि छत्तीसगढ़ के १० साल पूरे होने पर राजधानी में एक खेल महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। इस महाकुंभ में सभी खेलों की राज्य स्पर्धाओं के साथ बास्केटबॉल की एक राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एक बड़े मैच का आयोजन भी करवाया जाएगा।
सुबह को नए विश्रामगृह में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ओलंपिक संघ के अध्यक्ष का पदभार सभी खेल संघों के अध्यक्ष और सचिवों की उपस्थित में ग्रहण किया। इस अवसर उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के १० साल पूरे होने पर इस बार राज्योत्सव को बड़े व्यापक पैमाने पर मनाने का सरकार ने फैसला किया है। उन्होंने कि राज्योत्सव की चमक को और बढ़ाने के लिए यहां पर ३० से ४० दिनों का एक खेल महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से आयोजित किए जाने वाले इस महाकुंभ में राज्य में खेले जाने वाले ज्यादातर खेलों की राज्य स्पर्धाओं का आयोजन तो होगा ही, साथ ही बास्केटबॉल की एक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एक बड़े मैच का भी आयोजन करेंगे। इसके लिए मैं खुद दिल्ली में बात करूंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के रूप में आज से काम प्रारंभ कर दिया है। पहली ही बैठक में कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने अच्छे सुझाव दिए हैं। इनमें से ज्यादातर सुझावों पर अमल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में खेलों की असीमिक संभावानाएं हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी खेलों को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती के रूप में ३७वें राष्ट्रीय खेल हैं। इसके आयोजन की तैयारी हम अभी से प्रारंभ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के सामने ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष विजय पांडे ने एक सुङााव रखा कि खेलों को पुलिस से अलग रखा जाए। अभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के पास खेल एवं युवा कल्याण विभाग की कमान है जिसके कारण खेल संघों को परेशानी होती है। जिलों में खेलों को जिलाधीशों को देने का सुझाव दिया गया। इसके अलावा और भी कुछ सुझाव आएं जिन पर अमल करने की बात मुख्यमंत्री ने कही।

प्रदेश की टीम तय

राजधानी में २१ अगस्त से होने वाली ५७वीं राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों की टीम यहां पर चयन ट्रायल के बाद घोषित कर दी गई।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के संजय शर्मा ने बताया कि बागबाहरा में हुई राज्य स्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को यहां चयन ट्रायल के लिए बुलाया गया था। चयन ट्रायल के बाद टीम बना दी गई है। इस टीम में प. भारत श्री के साथ भारतश्री का खिताब जीतने वाले पी. सालोमन के साथ ,सचिन मिश्रा, टोनी जोब, सुमीत चौधरी, जवाहर सोनी, वीरेन्द्र सिंह, अबिजीत चटर्जी, एन. सोनवानी, सुजीत भूरिया, दिनेश ठाकुर, पूलचंद साहू, भपेन्द्र साहू, सिद्धार्थ पंडित, जुबेर खान, और एस साहू को रखा गया है। इन खिलाडिय़ों में से पी. सालोमन से प्रदेश को सबसे ज्यादा उम्मीद है। सालोमन एक बार फिर से प. भारतश्री बन सकते हैं। इसी के साथ ज्यादा खिलाड़ी इस बार पदक जीतने की कोशिश करेंगे।

रिया को टीम की कमान

अखिल भारतीय राजीव गांधी स्वर्ण कप बास्केटबॉल में खेलने जाने वाली दुर्ग टीम की कमान रिया वर्मा को दी गई है। यह टीम दिल्ली रवाना हो गई है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश बास्केटबॉल संघ के महासचिव राजेश पटेल ने बताया कि राजीव गांधी स्वर्ण कप चैंपियनशिप का आयोजन दिल्ली में २० से २२ अगस्त तक किया गया ह। इसमे दुर्ग जिले की बालिका टीम खेलने गई है। इस टीम में कप्तान रिया वर्मा के साथ रश्मि वानखेड़े, पी. दिव्या, रागिनी , रितु गुप्ता, मनीषा गुर्जर, रे. राजलक्ष्मी, मनीषा, रानी, गुलशन बी, गायत्री राव, मनीषा कुमारी, विमला इक्का को रखा गया है। टीम के कोच आरपीजी दास, सहायक कोच रामकुमार चन्द्रा और प्रबंधक शोषण तिर्की हैं।

बुधवार, 18 अगस्त 2010

ओलंपिक की कार्यकारिणी आज तय होगी

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बुधवार को घोषित करेंगे। पिछले माह उनको अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कार्यकारिणी तय करने का जिम्मा उनको दिया गया था। मुख्य रूप से सचिव के पद को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। सचिव के लिए खेल संघों से जुड़े तीन दावेदारों के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं। इन्हीं में से किसी एक के सचिव बनाए जाने की संभावना है। बैठक जहां मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगी, वहीं बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ के पर्यवेक्षक हरीश शर्मा भी उपस्थित रहेंगे।
प्रदेश ओलंपिक संघ में चल रहे विवाद के चलते ही पिछले माह २२ जुलाई को ओलंपिक संघ की सामान्य सभा की बैठक करके मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को अध्यक्ष बनाया गया था। इसी के साथ सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री को ही कार्यकारिणी बनाने का जिम्मा सौंपा था। अब प्रदेश संघ की बुधवार को सुबह ११ बजे नए सर्किट हाऊस में बैठक रखी गई है। इस बैठक में २२ जुलाई की बैठक में तय किए गए मुद्दों का अनुमोदन करने के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का सभी खेल संघों के अध्यक्ष और सचिवों से परिचय करवाना है। सबसे अहम बात यह है कि कल की बैठक में ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपनी कार्यकारिणी घोषित कर देेंगे।
सचिव पद के तीन दावेदार
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह किसे सचिव बनाएंगे इसको लेकर कवायद चल रही है। सचिव पद के लिए खेल संघों से जुड़े तीन नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं। इन नामों में वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान, लॉन टेनिस संघ के गुरूचरण सिंह होरा और स्क्वैश संघ के विष्णु श्रीवास्तव के नाम प्रमुख हैं। खेल संघों से जुड़ लोग चाहते हैं कि इन तीन नामों में से या फिर मुख्यमंत्री चाहे तो और किसी खेल से जुड़े पदाधिकारी को सचिव बनाए। वैसे कुुछ खेल संघों से जुड़े आईएएस और आईपीएस के नाम भी लिए जा रहे हैं। लेकिन इनके नामों पर खेल संघों में एका न होने से ऐसा कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री भी किसी खेल से जुड़े पदाधिकारी को सचिव बनाना चाहते हैं।
ओलंपिक संघ के पर्यवेक्षक आएंगे
कल की बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ की तरफ से नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक के रूप में भारतीय बास्केटबॉल संघ के महासचिव हरीश शर्मा आएंगे। पिछली बैठक में पर्यवेक्षक न आने की वजह से विवाद हुआ था और इस बैठक को मान्य नहीं कहा जा रहा था। यही वजह भी है कि कल की बैठक में २२ जुलाई की बैठक के मुद्दों का अनुमोदन किया जाएगा।

विवेकानंद-डीपीएस को खिताब

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय राज्य फुटबॉल में अंडर १७ का खिताब जहां विवेकानंद विद्यापीठ ने डीपीएस को ७-० से रौंदकर जीता, वहीं अंडर १४ साल में विवेकानंद विद्यापीठ को मात देकर डीपीएस के जूनियर खिलाडिय़ों ने अपने सीनियर खिलाडिय़ों की हार का बदला ले लिया। इधर अंडर १९ वर्ग का खिताब होलीक्रास बैरनबाजार ने वामनराव लाखे स्कूल को २-० से मात देकर जीता। विजेता टीमों को महापौर किरणमयी नायक ने पुरस्कार बांटे।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित इस स्पर्धा में पहला फाइनल मैच अंडर १७ वर्ग में विवेकानंद विद्यापीठ और डीपीएस के बीच खेला गया। इस मैच में विवेकानंद के खिलाडिय़ों ने गोलों की बारिश कर दी। इस मैच के हीरो सौरभ और शिवभंजन रहे। मैच में पहला गोल खेल के १०वें मिनट में शिवभंजन ने किया। इसके सात मिनट बाद दूसरा गोल भी शिवभंजन ने किया। तीसरा गोल सौरभ ने खेल २०वें मिनट में दागा। इसके चार मिनट बाद ही सौरभ ने एक और गोल करके अपनी टीम को ४-० से आगे कर दिया।। खेल के २७वें मिनट में पांचवां गोल शिवभंजन ने किया। इसके बाद के दो गोल सौरभ के खाते में गए। उन्होंने खेल के २८ और २९ वें मिनट में गोल किए। सौरभ ने चार और शिवभंजन ने तीन गोल मारे।
अंडर १७ में खिताब जीतने के बाद अंडर १४ वर्ग में भी खिताब जीतने की उम्मीद से उतरी विवेकानंद की टीम को डीपीएस की टीम ने दोहरा खिताब जीतने से रोक दिया। यहां पर डीपीएस के छोटे खिलाड़ी भारी पड़े और उन्होंने अपनी सीनियर टीम के खिलाडिय़ों की हार का बदला ले लिया। इस मैच में कड़े संघर्ष के बाद एक गोल शार्दूल ने किया। यह गोल खेल के १७वें मिनट में हुआ। इसके बाद विवेकानंद के खिलाडिय़ों ने बराबरी पाने के लिए पूरा जोर लगा दिया, पर डीपीएस की रक्षापंक्ति इतनी मजबूत थी कि उसे विवेकानंद के खिलाड़ी भेद नहीं सके और मैच के साथ खिताब भी गंवा दिया।
अंडर १९ का फाइनल मैच होलीक्रास बैरनबाजार और वामनराव लाखे स्कूल के बीच खेला गया। यह मैच भी एकतरफा रहा और होलीक्रास ने २-० से मैच जीतने के साथ खिताब पर कब्जा कर लिया। मैच में पहला गोल खेल के ५वें मिनट में जान पॉल ने किया। पहले हॉफ में होलीक्रास की टीम १-० से आगे रही। दूसरे हॉफ में खेल के ३६वें मिनट में रोहित लकड़ा ने गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। इसके बाद कोई स्कोर नहीं हो सका।
तीनों वर्गों के फाइनल मैचों के बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ। विजेता टीम को महापौर किरणमयी नायक ने पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर उन्होंने शेरा क्लब के इस आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि शेरा क्लब ने हमेशा खिलाडिय़ों की प्रतिभा को निखारने का काम किया है। इनके इस काम में निगम से जो भी मदद होगी हम जरूर करेंगे। कार्यक्रम का संचालन क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान ने किया।


मंगलवार, 17 अगस्त 2010

विवेकानंद दोहरे खिताब के करीब

अंतर शालेय फुटबॉल में विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल की टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंडर १४ से साथ अंडर १७ साल के भी फाइनल में स्थान बना लिया है। इन दोनों वर्गों में उसका खिताबी मुकाबला डीपीएस से होगा। अंडर १९ साल के तीसरे वर्ग में विवेकानंद की टीम फाइनल में पहुंचने से चूक गई।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति स्पर्धा में सोमवार को अंडर १७ साल के सेमीफाइनल में विवेकानंद विद्यापीठ ने सौरभ के एक गोल की मदद से होलीक्रास कांपा को मात देकर फाइनल में स्थान बना लिया। यहां अब मंगलवार को उसका १.३० बजे डीपीएस के साथ खिताबी मुकाबला होगा। अंडर १४ के फाइनल में पहले ही विवेकानंद की टीम स्थान बना चुकी है। इस वर्ग में भी उसका मुकाबला डीपीएस से होगा। यह फाइनल मैच अंंडर १७ साल से फाइनल के ठीक बाद खेल जाएगा। डीपीएस ने इस वर्ग के सेमीफाइनल में कल वामनराव लाखे को मात दी थी।
सुबह अंडर १९ साल के पहले क्वार्टर फाइनल में कसडोल की ग्रामीण खिलाडिय़ों ने टीम ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए जेएनपांडे की टीम को २-० से मात दी। इस मैच में पहला गोल आत्मघाती होने से कसडोल को बढ़त मिल गई। इसके बाद मैच में पहला गोल प्रवीण ने खेल के ३० वें मिनट में किया। दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच होलीक्रास बैरनबाजार की ए टीम का गुरुनानक देव विद्यालय भिलाई से हुआ। इस मैच में होलीक्रास ने २-० से जीत प्राप्त की। मैच में पहला गोल २४वें मिनट में आनंद त्रितिया ने दागा। दूसरा गोल ३९वें मिनट में राबर्ट ने किया।
अंडर १९ साल का पहला सेमीफाइनल मैच कसडोल और वामनराव लाखे स्कूल के बीच खेला गया। इस रोमांचक मैच में पहले हॉफ में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। दूसरे हॉफ में कोई गोल न होने पर पहले टाईब्रेकर फिर सडनडेथ का सहारा लिया गया। यहां पर लाखे स्कूल के लिए सतीश, नीलकंड जगत और प्रवीण ने गोल किए। पराजित टीम ने दो ही गोल किए। दूसरे सेमीफाइनल में होलीक्रास बैरनबाजार ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते विवेकानंद विद्यापीठ की तीसरी टीम को फाइनल में पहुंचने से रोक दिया। इस मैच में गोलों की ङाड़ी लगाते हुए होलीक्रास ने मैच ५-० से जीता। मैच में पहला गोल खेल के सातवें मिनट में राबर्ट ने किया। इसके चार मिनट बाद ही राबर्ट ने एक और गोल दाग दिया। ऐसे में जबकि राबर्ट के हैट्रिक की उम्मीद थी, खेल के १७वें मिनट में सुनील कुजूर ने गोल कर दिया। मैच में आगे दो और गोल राबर्ट ने ही किए। ये गोल खेल के २८वें और ३४वें मिनट में हुए।

स्पर्धा में तीनों वर्गों के फाइनल मैचों के बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा। इसके बारे में जानकारी देते हुए क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि पुरस्कार वितरण शाम को ५.४५ बजे होगा। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि लोकनिर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे। अध्यक्षता महापौर किरणमयी नायक करेंगी। विशेष अतिथि के रूप में सभापति नगर निगम संजय श्रीवास्तव, डीजीपी विश्व रंजन, एडीजी ए. डब्ल्यू अंसारी, खेल संचालक जीपी सिंह, एसपी दीपांशु काबरा, सिटी एसपी लाल उम्मेद सिंह, छत्तीसगढ़ ट्रक ओनर्स संघ के राजेन्द्र सिंह बेनीपाल और पार्षद मनोज कंदोई होंगे।

रविवार, 15 अगस्त 2010

खेलमंत्री लता के साथ दौड़े सब


स्वतंत्रता दौड़ में शनिवार की सुबह को जयस्तंभ चौक से खेलमंत्री लता उसेंडी, महापौर किरणमयी नायक के साथ स्कूली बच्चे और खिलाडिय़ों के साथ खेल संघों के पदाधिकारी भी दौड़े।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग हर साल १५ अगस्त की पूर्व संध्या पर स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन करता है। इस बार यह दौड़ सुबह को ८ बजे जयस्तंभ चौक से प्रारंभ की गई। दौड़ प्रारंभ होने से पहले खेलमंत्री लता उसेंडी, महापौर किरणमयी नायक के साथ सभापति संजय श्रीवास्तव ने शहीदों को नमन करते हुए उनको अपने शृ्द्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद दौड़ का आयोजन किया गया।
इस दौड़ में कई स्कूलों के दो हजार से ज्यादा बच्चों के साथ कई खेल संघों के पदाधिकारियों और खिलाडिय़ों ने भाग लिया। यह दौड़ शहीद भगत सिंह चौक में जाकर समाप्त हुई। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा के साथ खेल संचालक जीपी सिंह, वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे भी उपस्थित थे।

विवेकानंद फाइनल में

स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल के अंडर १४ साल के सेमीफाइनल में विवेकानंद विद्यापीठ ने जीत प्राप्त कर फाइनल में स्थान बना लिया। अंडर १७ साल के फाइनल में डीपीएस की टीम पहुंच गई है।
सप्रे स्कूल के मैदान में शनिवार को पहला सेमीफाइनल मैच अंडर १४ साल वर्ग में विवेकानंद विद्यापीठ और होलीक्रास कांपा के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में पहला गोल विवेकानंद विद्यापीठ के विकास ने खेल के २४वें मिनट में किया। ५ मिनट बाद ही भानुप्रताप ने मैच का दूसरा गोल किया।
अंडर १७ साल के पहले सेमीफाइनल में डीपीएस ने भारत माता को तनवीर सिंह के एक गोल की मदद से मात दी। यह गोल मैच के ८वें मिनट में हुआ। अंडर १९ साल वर्ग में पहला क्वार्टर फाइनल मैच विवेकानंद विद्यापीठ और आदर्श स्कूल टाटीबंध के बीच खेला गया।
इस मैच में पहला गोल विवेकानंद के नीलकमल ने खेल के ८वें मिनट में किया। इसी एक गोल से विवेकानंद ने मैच जीतकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। दूसरे क्वार्टर फाइनल में वामनराव लाखे स्कूल ने होलीक्रास बैरनबाजार बी को मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया।

शनिवार, 14 अगस्त 2010

आज होगी क्वींस बैटन की छत्तीसगढ़ से वापसी

क्वींस बैटन की छत्तीसगढ़ से शनिवार की सुबह को वापसी होगी। राजधानी में गुरुवार को बैटन रिले के बाद शुक्रवार को राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई में रिले का आयोजन किया गया। आज बैटन रात को भिलाई में रहने के बाद कल सुबह विमान से हैदराबाद के लिए रवाना होगीा।
कामनवेल्थ की क्वींस बैटन तीन दिनों से छत्तीसगढ़ में है। बैटन को लेकर पूरे राज्य में दीवानगी का आलम है। गुरुवार को रायपुर में हुई बैटन रिले में जिस तरह का माहौल देखने को मिला उसके बाद वैसा ही माहौल आज राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई में रहा। बैटन इस समय भिलाई में है। रात को बैटन रिले दल वहां पर विश्राम करेेगा और कल सुबह वहां से सीधे माना विमानतल जाएगा और वहां से हैदराबाद के लिए रवाना होगा।

डीपीएस सेमीफाइनल में

अंडर १७ साल के एक मैच में डीपीएस ने होलीक्रास बैरनबाजार को २-० से मात देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। यहां अब उसका मुकाबला भारतमाता स्कूल से होगा।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल के मैदान में आयोजित स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में अंडर १७ साल में पहला मैच विवेकानंद विद्यापीठ और एमजीएम के बीच खेला गया। इस मैच में विवेकानंद ने सौरभ की तिकड़ी सहित किए गए चार गोलों की मदद से जीत प्राप्त की। सौरभ ने ये गोल खेल के तीसरे, १६, २८ और ३६वें मिनट में किए। इस वर्ग का दूसरा मैच डीपीएस और होलीक्रास बैरनबाजार के बीच खेला गया। इस मैच में खेले के १४वें मिनट में होलीक्रास के खिलाड़ी ने अपने ही गोल पोस्ट में गोल कर दिया जिसके कारण डीपीएस को १-० की बढ़त मिल गई। खेल के २५वें मिनट मे डीपीएस के अबीर ने गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। इसके बाद कोई गोल नहीं हुआ।
अंडर १९ साल में पहला मैच होलीक्रास बैरनबाजार बी और सालेम स्कूल के बीच खेला गया। इस मैच में अशोक कुजूर के दो गोलों की मदद से होलीक्रास की टीम जीती। ये गोल खेल के १८वें और २२वें मिनट में हुए। अंडर १९ साल का दूसरा मैच जेएनपांडे और होलीक्रास कांपा के बीच खेला गया। इस मैच में मैच का पहला गोल होलीक्रास ने आत्मघाती कर दिया जिसके कारण जेएन पांडे को १-० से बढ़त मिल गई। होलीक्रास को राहुल मंडल ने गोल करके बराबरी दिलाई। इसके बाद कोई गोल न होने पर मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। इसमें जेएन पांडे के लिए मुकुल बुंदेल और विक्की छत्री ने गोल किए। होलीक्रास के लिए एक गोल हुसैन ने किया। यह मैच जेएन पांडे ने ३-२ से जीता।
आज के मैच
अंडर १४ साल में पहला सेमीफाइनल मैच विवेकानंद विद्यापीठ बनाम होलीक्रास कांपा। अंडर १७ में पहला सेमीफाइनल डीपीएस बनाम भारत माता। अंडर १९ साल में दो क्वार्टर फाइनल मैच, पहला विवेकानंद विद्यापीठ बनाम आदर्श टाटीबंध, दूसरा वामनराव लाखे बनाम होलीक्रास बैरनबाजार बी।

शुक्रवार, 13 अगस्त 2010

बैटन में लगी है छत्तीसगढ़ की भी मिट्टी

छत्तीसगढ़ में जोशीले स्वागत से अभिभुत रिले दल की संयोजिका अलका लांबा का कहना है कि बैटन के बारे में लोगों में बहुत ज्यादा गलतफहमी है। मैं बता दूं कि इस बैटन में छत्तीसगढ़ की भी मिट्टी शामिल हैं। बैटन का निर्माण भी भारत में हुआ है और इसमें सभी राज्यों की मिट्टी का लेप लगाया गया है।
ये बातें यहां पर प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहते हुए सुश्री लांबा ने बताया कि बैटन को लेकर गलतफहमी फैलाने वालों को मैं बता देना चाहती हूं कि बैटन का निर्माण भारतीय कारीगरों द्वारा हिन्दुस्तान के सभी राज्यों की मिट्टी से किया गया है, जिसमें देश की माटी की खुशबू आती है। बैटन ७० देशों की यात्रा के बाद छत्तीसगढ़ पहुंची है। इस बैटन की खासियत यह है कि यह जब भारत में है तो इसमें तिरंगे का रंग दिखा रहा है। यह बैटन जिस भी देश में गई है वहां का ङांडे के रंग इसमें दिखे हैं। उन्होंने बताया कि वह बैटन के साथ भारत के पहले सात और देशों की यात्रा करके आई ंहैं बैटन के साथ। उन्होंने कहा कि बैटन का जिस तरह से देश के कई राज्यों में विरोध किया गया वह गलत है। उन्होंने बताया कि कई राज्यों में बैटन को भगवान की तरह भी पूजा गया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में जैसा स्वागत किया गया है, वह लाजवाब और अद्भूत है। उन्होंने बताया कि यहां आने से पहले उनको मालूम नहीं था कि सुआ नृत्य क्या होता है। छत्तीसगढ़ की अपनी एक अलग संस्कृति है।
रिले के कमांडर वीएन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ जो प्यार और सम्मान मिला है उसको हमारा रिले दस कभी नहीं भूल सकता है। उन्होंने बताया कि इस रिले का एक मकसद है कि अपना भारत हरित भारत हो इसी संदेश के साथ बैटन रिले का आयोजन हर राज्य में हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति जागरुकता जरूरी है। इसके पहले बैटन रिले दल का छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ के साथ प्रेस क्लब परिवार से स्वागत किया। इस अवसर पर खेलमंत्री लता उसेंडी भी उपस्थित थीं।

बैटन की याद में लगेंगे ५५ हजार वृक्ष

क्वींस बैटन रिले की छत्तीसगढ़ यात्रा को चीर-स्थाई बनाने के लिए न भिाग द्वारा ५५ हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसकी शुरूआत यहां पंडित रशिंकर विवि परिसर में करीब डेढ़ हजार पौधे लगाकर की गई। नगरीय प्रशासन मंत्री राजेश मूणत के मुख्य आतिथ्य और खेल एंव युवा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेण्डी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में ििशष्ट अतिथि के रूप में न मंत्री विक्रम उसेण्डी और नगर निगम रायपुर की महापौर श्रीमती किरणमयी नायक उपस्थित थी।
कार्यक्रम की अध्यक्ष सुश्री लता उसेण्डी ने इस असर पर कहा कि मुख्यमंत्री डॉ . रमन सिंह के नेतृत् में राज्य सरकार ने जल और जंगलों के संरक्षण और किास का बीड़ा उठाया है। इसके लिए आम जनता की भागीदारी से राज्य में भू-जल संरक्षण अभियान और हरियर छत्तीसगढ़ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धरती में जीन के अस्तित् के लिए जंगलों का होना जरूरी है। सुश्री उसेण्डी ने बैटन के स्वागतमें न विभाग द्वारा पचपन हजार पौधे लगाने के फैसले स्वागत करते हुए कहा कि ये वृक्ष बड़े होकर बरसों तक हमें उन्नीसें राष्ट्रमण्डल खेल और क्वींस बैटन की याद दिलाते रहेंगे।
खेल मंत्री सुश्री उसेण्डी ने कहा कि बैटन की यात्रा से छत्तीसगढ़ में खेलों के प्रति सकारात्मक वातारण बना है और इसका लाभ आगामी राष्ट्रीय खेलों में पदक के रूप में जरूर दिखेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेल और खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभ प्रयास किए जा रहे हैं। खेलमंत्री ने बताया कि ओलम्पिक खेल में स्र्ण पदक, रजत पदक और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को क्रमश: दो करोड़, डेढ़ करोड़ और एक करोड़ रुपए के इनाम दिए जाएंगे। उन्होंने राज्य के खिलाडिय़ों को खेल भावना, मेहनत और लगन के साथ अभी से खेलों की तैयारी में जुट जाने की अपील की।

भारत बने कामनवेल्थ का सिरमौर : डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने यहां शहीद भगत सिंह चौक पर आयोजित समारोह में उत्साह और उमंग के खुशनुमा माहौल में क्वींस बैटन रिले का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह हम छत्तीसगढ़ासियों के लिए एक गौरशाली क्षण है। क्वींस बैटन हमारे गौर, सभिमान और देश की माटी से जुडऩे का प्रतीक है। क्वींस बैटन के छत्तीसगढ़ आगमन से प्रदेश के खेलों के वातारण में नयी ऊर्जा और उमंग का संचार हुआ है। मैं क्वींस बैटन को छत्तीसगढ़ की तरूणाई को समर्पित करता हूं, जिन्होंने कम सुविधा-साधनों के बाद भी राष्ट्रीय और अन्तररााष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में पदक जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका ऐसा सोचना है कि भारत कामनवेल्थ खेलों का सिरमौर बनेगा।
मुख्यमंत्रा ने कहा कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में खेलों के लिए अच्छा वातारण तैयार करने के लिए हर संभ प्रयास किए जा रहे हैं। खिलाडिय़ों को बेहतर खेल सुविधाएं और प्रशिक्षण के असर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसका यह परिणाम है कि पिछले दस वर्षो में छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने अपने खेल-कौशल से यह साबित कर दिखाया है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भी प्रतिभा और खेल-कौशल के मामले में दूसरे प्रदेशों के खिलाडिय़ों से कम नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने इस असर पर छत्तीसगढ़ासियों की ओर से शुभकामनाएं प्रकट करते हुए कहा कि हमारा देश १९वें कॉमनेल्थ खेलों में ज्यादा से ज्यादा पदक जीत कर राष्ट्रमण्डलीय खेलों का सिरमौर बने। उन्होंने कहा कि रायपुर में क्वींस बैटन अपनी छह किलोमीटर की यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ के ८० से अधिक खिलाडिय़ों के हाथों से गुजरेगी और खेल प्रेमियों और खिलाडिय़ों में नये उत्साह और उमंग का संचार करेगी।
लोकसभा सांसद रमेश बैस ने रायपुर में क्वींस बैटन का सगत करते हुए कहा कि पहले हम सब टेलीजिन और समाचार पत्रों में ओलम्पिक मशाल रिले के समाचार देखते और पढ़ते थे। आज पहली बार बैटन को नजदीक से देखने का असर मिला।
खेल एं युा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेण्डी ने धान के कटोरे छत्तीसगढ़ में क्वींस बैटन का सगत करते हुए कहा कि बंधुत् का भा लेकर बैटन अनेक देशों और कई राज्यों का भ्रमण करके छत्तीसगढ़ पहुंची है। बैटन के सगत के लिए निर्मित उत्साह का यह माहौल र्ष २०१३ में छत्तीसगढ़ में आयोजित होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों तक बना रहेगा और हमारे खिलाड़ी अधिक से अधिक पदक जीतेंगे। बैटन टीम की संयोजिका सुश्री अलका लाम्बा ने छत्तीसगढ़ में खेलों के प्रति लोगों के जोश और जज्बे की सराहना करते हुए बैटन के प्रति प्रदर्शित किए गए सम्मान के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों को धन्याद दिया और छत्तीसगढ़ के लोगों को नई दिल्ली में आगामी तीन अक्टूबर से आयोजित होने वाले कॉमनेल्थ खेलों में शामिल होने का आमंत्रण दिया। रिले शुभारंभ के असर पर न मंत्री क्रिम उसेंडी, जलसंसाधन मंत्री हेमचंद याद, कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू, नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत, उद्योग मंत्री दयालदास बघेल, संसदीय सचिव कोमल जंघेल, जिय बघेल, भरतसाय, ओमप्रकाश राठिया और सिध्दनाथ पैकरा, विधायक देवजी भाई पटेल, धमर्जीत सिंह, गुरूमुख सिंह होरा, रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती किरणमयी नायक, सभापति संजय श्रीवास्तव, जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य दिलीप सिंह होरा, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष लीलाराम भोजवानी, उपस्थित थे।

गुरुवार, 12 अगस्त 2010

हमारे हाथ, बैटन के साथ


नेताजी स्टेडियम के हाल में जैसे-जैसे बैटन थामने वाले हाथों में बैटन की ड्रेस आते जा रही थी, उनके चेहरों पर रौनक देखने लायक थी। हर खिलाड़ी को इस बात पर गर्व हो रहा था कि उनके हाथ ही बैटन के साथ होंगे। बैटन लेकर दौडऩे वाले ८० धावकों में से दो नहीं आ पा रहे हैं जिसके कारण उनके स्थान पर दूसरे धावकों को मौका दिया गया है।
बैटन रिले के मुख्यालय नेताजी स्टेडियम में बुधवार को बैटन धावकों को दिल्ली ने आई किट देने के लिए बुलाया गया था। किट वितरण से पहले वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने सभी धावकों को बताया कि उनको अपने निर्धारित पाइंट पर एक बजे तक पहुंच जाना है। इसके बाद सभी धावकों को किट बांटी गई। किट लेकर सभी के चेहर खिल गए। किट देने के बाद सभी धावकों को टी-शर्ट पहनने कहा गया। टी-शर्ट पहनने के बाद धावकों ने एक ग्रुप फोटो खींचवाई।
दो धावक नहीं आ पा रहे
रिले के लिए तय किए गए ८० धावकों में से दो धावकों अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलक रुस्तम सारंग के साथ वालीबॉल के कोच अदपा शंभशिव राव नहीं आ पा रहे हैं। रुस्तम इस समय कामनवेल्थ के प्रशिक्षण शिविर में हैं। उनका चयन भारतीय टीम में होने की वजह से उनको भेजने से उनके कोच ने इंकार कर दिया। इन दो धावकों के स्थान पर बैडमिंटन खिलाड़ी कविता दीक्षित और लॉन टेनिस के अभिजीत तिवारी को रखा गया है।
नेटबॉल खिलाडिय़ों का जलवा
रिले में सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है कि इस रिले में सबसे ज्यादा २५ खिलाड़ी नेटबॉल के दौड़ रहे हैं। इस खेल के इतने खिलाडिय़ों को इसलिए मौका मिल गया है क्योंकि जूनियर टीम में शहीद कौशल यादव और सीनियर टीम में राजीव पांडे पुरस्कार पाने खिलाड़ी शामिल हैं। इन खिलाडिय़ों में चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नेहा बजाज, प्रीतिं बंछोर, भावना खंडारे और कंचन सहस्त्रबुद्धे शामिल हैं। इसी के साथ इस खेल के एक कोच सुधीर वर्मा भी शामिल हैं। एक तरफ जहां नेटबॉल के खिलाडिय़ों में इस बात को लेकर उत्साह है कि उनको मौका मिला है, वहीं दूसरी तरफ दूसरे खेलों के खिलाडिय़ों में इस बात को लेकर बहुत ज्यादा नाराजगी है कि एक ही खेल के इतने खिलाडिय़ों को मौका दिया गया है।
बाप-बेटे के साथ गुरू भी
रिले में भारोत्तोलन के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अजयदीप सारंग के साथ उनके पिता विक्रम पुरस्कार प्राप्त बुधराम सारंग तो दौड़ ही रहे हैं, इसी के साथ इनके गुरू गजेन्द्र पांडे भी दौड़ रहे हैं। वैसे एक और खिलाड़ी रुस्तम सारंग नहीं आ पा रहे हैं, अन्यथा दो भाई- पिता और गुरु एक साथ होते। इन तीनों खिलाडिय़ों के लिए यह भी सौभाग्य की बात है कि अजय के हाथ से बैटन पिता बुधराम के हाथों में जाएगी और उनके हाथ से गुरू गजेन्द्र पांडे के हाथों जाएगी।
मुख्यमंत्री करेंगे रिले का आरंभ
शहीद भगत सिंह चौक में गुरुवार को दो बजे बैटन का प्रारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों होगा। इसके बाद बैटन विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के हाथों में जाएगी। इसके बाद सभी मंत्री और विधायकों के हाथों के बाद बैटन खेल संघों क पदाधिकारियों के हाथों से होते हुए पहले धावक विसेंट लकड़ा के हाथों में पहुंचेगी और प्रारंभ हो जाएगी रिले। समापन सप्रे स्कूल में होगा जहां बैटन राज्यपाल शेखर दत्त को सौंपी जाएगी।

एमजीएम जीता

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय राज्य फुटबॉल में एमजीएम ने आदर्श विद्यालय टाटीबांध को आसानी से ३-० से मात दी। अन्य मैचों में लाखे और भारतमाता स्कूल ने भी अपने-अपने मैच जीत लिए। स्पर्धा में कल बैटन रिले के कारण कोई मैच नहीं होगा।
सप्रे स्कूल में बुधवार को पहला मैच अंडर १४ साल वर्ग में वामनराव लाखे और होलीक्रास बैरनबाजार बी के बीच खेला गया। इस मैच में लाखे स्कूल ने २-१ से जीत प्राप्त की। मैच का पहला गोल खेल हेमंत और दूसरा अतुल ने मारा। पराजित टीम के लिए मिर्जा ने गोल किया।
अंडर १७ साल के पहले मैच में एमजीएम ने आदर्श विद्यालय टाटीबंध को ३-० से मात दी। इस मैच में पहला गोल खेल के सातवें मिनट में तुषांत ने किया। दूसरा गोल २५वें मिनट में अश्वनी श्रीवास्तव ने और तीसरा गोल २८वें मिनट मे अमित शंकर ने किया।
अंडर १७ साल का दूसरा मैच राजकुमार कॉलेज और भारता माता के बीच खेला गया। यह मैच रोमांचक और कांटे का रहा। मैच में पहला गोल खेल के १८वें मिनट में राजकुमार कॉलेज के सहानी ने किया। इसके एक मिनट बाद ही पार्थ ने भारत माता को बराबरी दिला दी। भारत माता के लिए विजयी गोल २५वें मिनट में देवेन्द्र ने किया।
अंडर १९ साल में पहला मैच हिन्दू हाई स्कूल और आदर्श स्कूल टाटीबंध के बीच खेला गया। यह मैच बेहद रोमांचक और संघर्षपूर्ण रहा। मैच का फैसला टाईब्रेकर में हुआ। इसमें हिन्दू हाई स्कूल की टीम २-१ से जीती। विजेता टीम के लिए खगेश्वर और भाटो ने गोल किए जबकि पराजित टीम के लिए एकमात्र गोल श्रीकांत ने किया।
आयोजक शेरा क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि गुरुवार को राजधानी में बैटन रिले का अयोजन होने की वजह से कोई मैच नहीं रखा गया है। अगले मैच १३ अगस्त को होंगे। १५ अगस्त को भी कोई मैच नहीं होगा। स्पर्धा का फाइनल १८ अगस्त को होगा।

बुधवार, 11 अगस्त 2010

बैटन के स्वागत को तैयार हैं हम

बैटन के स्वागत के लिए अब हमारा छत्तीसगढ़ पूरी तरह से तैयार है। हम अब कह सकते हैं कि हमारी तैयारी जिस तरह की है उससे जरूर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के अनुरूप बैटन रिले का छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक आयोजन होगा।
ये बातें खेलमंत्री लता उसेंडी ने बैटन रिले के समापन समारोह स्थल सप्रे स्कूल के मैदान में तैयारियों का जायजा लेने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा खेल विभाग बैटन रिले के आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए जी-जान से जुटा है। अपने राज्य में इसका आयोजन ऐतिहासिक होना चाहिए यह बात अपने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहले ही कह चुके हैं। राज्य के मुखिया की बातों को ध्यान में रखते हुए ही आयोजन को ऐतिहासिक बनाने की सारी तैयारी की गई है। खेलमंत्री ने कहा कि खिलाडिय़ों से लेकर खेल संघों के पदाधिकारियों की भावनाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी तरह की शिकायत का मौका नहीं दिेया गया है। उन्होंने कहा कि अपने राज्य में खेल संघों का जिस तरह से खेल विभाग के साथ तालमेल है उसी का परिणाम है कि हम एक ऐतिहासिक आयोजन की मिसाल कायम करने जा रहे हैं।
पूरे छत्तीसगढ़ की झलक दिखेगी
बैटन रिले के ६ किलो मीटर के मार्ग में पूरे छत्तीसगढ़ की झलक देखने को मिलेगी। इस मार्ग पर छत्तीसगढ़ के हर जिले से नर्तक दल को बुलाया गया है जो अपने जिले से जुड़ी संस्कृति के अनुरूप अपना कार्यक्रम पेश करेंगे। रिले के लिए बनाए गए पाइंट में अलग-अलग दलों को रखा गया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि गांधी उद्यान चौक में माना विद्यालय का दल गेंडी एवं पंथी नृ्त्य करेगा। इसी के साथ यहां पर जगदलपुर के दो दल रहेंगे। पहला दल मुंडाबाजा और दल हल्बी नृत्य पेश करेगा। इसी तरह से आगे के पाइंट में क्रमश: महासमुन्द का दल पंथी, धमतरी के दो और बिलासपुर का एक दल राऊत नाचा, जशपुर का दल जशपुरी लोकनृत्य, राजनांदगांव का दल पंथी, कोरबा का दल कर्मा, जांजगीर चांपा का दल पंथी, कोरिया का दल शैला नृत्य, कांकेर का एक दल कंवर नृत्य और दूसरा दल लोक नृत्य, सरगुजा का एक दल कर्मा और दूसरा सुआ नृत्य, कबीरधाम का एक दल बैगा नृत्य और दूसरा डंडा नृत्य रायपुर के तीन अलग अलग दल कर्मा, सुआ, और पंथी, राजनांदगांव का दल लोक नृत्य , दुर्ग का एक दल गेंडी, दूसरा गुदुम नाचा और तीसरा दल लोक नृत्य करेगा। रायगढ़ के दो दलों में से एक कर्मा और एक नाचा प्रस्तुत करेंगे। दुर्ग का एक दल शहनाई प्रस्तुत करेगा। सप्रे शाला के समापन स्थल में दंतेवाड़ा का एक दल आदिवासी नृत्य नारायणपुर का एक दल देवीजतारा और एक दल काकसाड़ पेश करेगा। श्री डेकाटे ने बताया कि हमारी खेलमंत्री की मंशा थी कि रिले के मार्ग में हर जिले के कला और संस्कृति की ङालक नजर आनी चाहिए। उनकी मंशा के अनुरूप ही सभी जिलों के नर्तक दलों को बुलाया गया है
८० धावक नापेंगे ६ किलोमीटर का फासला
शहीद भगत सिंह चौक से प्रारंभ होने वाली बैटन रिले में इस चौक से लेकर गांघी उद्यान चौक तक को जीरो पाइंट रखा गया है। इस जीरो पाइंट में ही सभी वीआईपी से लेकर खेल संघों के पदाधिकारी रहेंगे। इसके बाद जैसे ही गांधी उद्यान में पहले धावक विश्व कप हॉकी में खेलने वाले विसेंट लकड़ा के हाथ में बैटन पहुंचेगी शुरू हो जाएगा ६ किलोमीटर का सफर। इस सफर में बनाए गए ८० पाइंट में पहले स्थान से लेकर अंतिम स्थान तक रहने वाले धावकों के नाम तय कर दिए गए हैं। ये धावक इस प्रकार हैं। श्री लकड़ा के बाद प्रीति बंछोर, निकिता स्विसपन्ना, भावना खंडारे, अंकित पाठक, अजय दीप सारंग, रुस्तम सारंग, बुधराम सारंग, गजेन्द्र पांडे, संजय बरेठ, कविता पटले, हर्षा साहू, आकाश चौबे, मो. रफीक, सचिन गुमास्ता, संदीप शुक्ला, सुधीर वर्मा, सरिता यादव, सोनिया क्षत्री, मुकेश पुरी गोस्वामी, प्रवेश जोशी, सचिन मिश्रा, नेहा बजाज, संजय शर्मा, कंचन सहस्त्रबुद्धे, तेजा सिंह साहू, लाखन सोनी, राजदीप सिंह, दुर्गा जंघेल, एसपी डोंगनगांवकर, प्रदीप साहू, देवेन्द्र साहू, अनामिका कर्मकार, योदेश श्रीवास्तव, निधि दुबे, निमिश जैन, लक्ष्मीकांत पांडेय, संगीता दत्ता, भरत सिंह अग्रवाल, आलोक द्विवेदी, पूर्ति तिवारी, पिताम्बर चौधरी, समीत मजूमदार, अदपा शंभशिव राव, अनिता क्षत्री, गिरीशकांत, अमरदीप राय, बी. जॉन सोलोमन, अंशुल शर्मा, प्रमोद वर्टी, के. कल्याणी, धमेन्द्र कुमार मान्वे, अमित कुमार अंदानी, टीकमदास अंदानी, बाबूलाल राय, रशीद खान, रविन्द्र सिंह, जवाहर सोनी, अंतिम परिहार, अजरा बेगम, अमर पिल्ले, कैलाश रेड्डी, श्वेता चंद, एश्वर्य पाठक, सुनील सिंह ठाकुर, संतराम, हिदायत अली, सुखलाल जंघेल, रामअवतार जैन, गोपी संतोष, काजल शंकर, मुरली शिखा रजक, तरन्नुम, सूर्यभान यादव, प्रकाश ङाा, विनय बैसवाड़े, नीती डुमरे और अंत में विकलांग तैराक अंजली पटेल के हाथों से गुजरते हुए बैटन सप्रे स्कूल के मंच पर राज्यपाल के हाथों में पहुंचेगी।

आज छत्तीसगढ़ आएगी बैटन

छत्तीसगढ़ में कामनवेल्थ बैटन का आगमन ११ अगस्त को शाम को होगा। रात को ८ बजे बैटन के स्वागत में एक कार्यक्रम रखा गया है जिसके मुख्यअतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह होंगे।
कामनवेल्थ की बैटन ११ अगस्त की शाम को ७.२० बजे उड़ीसा से यहां पहुंचेगी। एक दर्जन सदस्यों वाले दल के साथ माना विमानतल से इसे होटल बेबीलोन लाया जाएगा। यहां पर रात को ८ बजे स्वागत समारोह रका गया है। इस समारोह में बैटन को अतिथियों के साथ खेल संघों के पदाधिकारियों के अवलोकन के लिए रखा जाएगा। समारोह के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हैं। समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में सांसद रमेश बैस, लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय निकाय मंत्री राजेश मूणत, खेलमंत्री लता उसेंडी, नेता प्रतिपक्ष रवीन्द्र चौबे, महापौर किरणमयी नायक, विधायक देवजी पटेल, कुलदीप जुनेजा, जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, सभापति नगर निगम संजय श्रीवास्तव, मुख्य सचिव पी. जॉय उम्मेन, पुलिस महानिदेशक विश्व रंजन उपस्थित रहेंगे। ११ अगस्त को इस स्वागत समारोह के बाद दूसरे दिन दोपहर २ बजे से बैटन रिले का आयोजन राजधानी में किया गया है।

डीपीएस ने एमजीएम को हराया

डीपीएस स्कूल के खिलाडिय़ों ने दनादन तीन गोल दागकर एमजीएम स्कूल को ३-० से मात दी। अन्य मैचों में होलीक्रास कांपा, एमजीएम और भारत माता ने अपने-अपने मैच जीत लिए।
सप्रे स्कूल में शेरा क्लब द्वारा आयोजित स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय राज्य फुटबॉल में अंडर १४ साल में पहला मैच डीपीएस और एमजीएम के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। मैच में पहला गोल डीपीएस के शार्दुल राजभानु ने किया। चौथे मिनट में किए गए इस गोल के बाद एक और गोल शार्दुल ने खेल के १४वें मिनट में किया। मैच का तीसरा और अंतिम गोल सिद्धार्थ जैन ने खेल के १८वें मिनट में किया। दूसरा मैच होलीक्रास कांपा ने कसडोल को २-१ से मात देकर जीता। इस मैच में विजेता टीम के लिए दोनों गोल आदित्य मिंज ने किए। पहला गोल चौथे और दूसरा १३वें मिनट में किया गया।
अंडर १७ साल का पहला मैच हिन्दू हाई स्कूल को एमजीएम ने १-० से मात देकर जीता। मैच का एकमात्र गोल खेल के ११वें मिनट में तुषान प्रधान ने किया। दूसरे मैच में भारत माता स्कूल ने लाखे स्कूल को ५-२ से मात दी। इस मैच में पहला गोल खेल के तीसरे मिनट में देवेन्द्र सिंह ने किया इसके बाद दूसरा गोल खेल के ५वें मिनट में पार्थ ने किया। पार्थ ने दो और गोल खेल के १२वें और २७वें मिनट में किए। एक गोल खेल के २१वें मिनट में रितेश ने दाग दिया जिसके कारण पार्थ हैट्रिक बनाने से चूक गए। लाखे स्कूल के लिए सुभाष ने ९वें और दीपक ने १५वें मिनट में गोल किए।

मंगलवार, 10 अगस्त 2010

शाबास राजदीप.. लता उसेंडी

खेलमंत्री लता उसेंडी को जब यह मालूम हुआ कि अपने छत्तीसगढ़ के जंपर राजदीप सिंह हरगोत्रा ने विश्व के १२ सौ खिलाडिय़ों के बीच १३वां स्थान प्राप्त किया है तो उनके मुंह ने निकला शाबास राजदीप तुमने तो कमाल कर दिया।
विश्व कप जंप रोप में खेलकर लौटे छत्तीसगढ़ के तीन खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा, पूजा हरगोत्रा और श्वेता कुर्रे अपने कोच अखिलेश दुबे के साथ खेलमंत्री ने मिलने पहुंचे थे। इन खिलाडिय़ों ने खेलमंत्री को बताया कि सुविधाओं की कमी के कारण हम लोग पदक तो नहीं जीत सके लेकिन राजदीप का प्रदर्शन विश्व में इसलिए सराहनीय रहा क्योंकि विश्व के १२ सौ खिलाडिय़ों के बीच उनको १३वां स्थान मिला। इसी के साथ बाकी दो खिलाडिय़ों पूजा हरगोत्रा और श्वेता कर्रे टॉप १०० में स्थान बनाने में सफल रही। राजदीप ने बताया कि विदेशी खिलाडिय़ों को जितनी सुविधाएं हैं उनके मुकाबले हमारे पास कोई सुविधा नहीं है। इसी के साथ एक विश्व कप के समाप्त होने पर दूसरे विश्व कप की तैयारी विदेशों में प्रारंभ हो जाती है, लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं होता है। इन खिलाडिय़ों ने खेलमंत्री को बताया कि यूएस के कोच छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए आने तैयार है। खेलमंत्री ने कहा कि उनको बुलाया जाएगा और खेल विभाग से मदद होगी वह की जाएगी।

लगी गोलों की झड़ी

सप्रे स्कूल के मैदानों में डीपीएस ने गोलों की झड़ी लगाते हुए होलीक्रास बैरनबाजार को ७-० से मात दी। अन्य मैचों में एमजीएम, होलीक्रास कांपा, राष्ट्रीय विद्यालय, विवेकानंद विद्यापीठ ने अपने-अपने मैच जीते।
शेरा क्लब द्वारा आयोजित वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय राज्य फुटबॉल में अंडर १४ साल का पहला मैच आदर्श स्कूल मोवा और एमजीएम के बीच खेला गया। यह मैच एमजीएम ने ४-० से जीता। मैच में आयुश और हिमांशु ने दो-दो गोल किए। दूसरे मैच में गोलों की ङाड़ी लगाते हुए डीपीएस ने होलीक्रास बैरनबाजार को ७-० से मात दी। मैच में पहला गोल आत्मधाती हुआ। इसके बाद सिद्धार्थ ने लगातार तीन गोल दागकर हैट्रिक बनाई। ये गोल उन्होंने चौथे, छठे और सातवें मिनट में किए। सिद्धार्थ ने एक और गोल १८वें मिनट में किया। एक गोल रिषभ ने और एक उज्जवल ने किया। अंडर १४ साल का तीसरा मैच होलीक्रास कांपा ने सेंट जोसेफ को ३-० से मात देकर जीता। दो गोल अपूर्व ने और एक गोल आदित्य ने किया। अंडर १७ साल का पहला मैच राष्ट्रीय विद्यालय ने नीलकमल के एक गोल की मदद से जीता। राष्ट्रीय विद्यालय ने खालसा ए को हराया। इस वर्ग के दूसरे मैच में होलीक्रास कांपा ने शिशु निकेतन को २-० से हराया। मैच में दोनों गोल तनवीर सिंह ने किए। पहला गोल छठे और दूसरा १६वें मिनट में हुआ। एक अन्य मैच में विवेकानंद विद्यापीठ ने छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल को २-० से हराया। इस मैच में पहला गोल शिव भगत ने खेल के १५वें मिनट में और दूसरा गोल डालचंद बंजारे ने खेल के २३वें मिनट में किया।

सात खिताबों के लिए जुटे ४०० खिलाड़ी

एथलेटिक्स के सात खिताबों के लिए राजधानी के स्कूलों के ४०० खिलाड़ी जुटे। खिताब जीतने वाले खिलाडिय़ों को पदक देकर सम्मानित किया गया।
बैटन रिले के आने के परिपेक्ष में यहां पर बैटन को प्रायोजित करने वाली कंपनी ने गास मेमोरियल में स्कूल स्तरीय स्पर्धा का आयेजन किया था। इसमें सात वर्गों के मुकाबले रखे गए। स्पर्धा में विभिन्न वर्गों में क्रमश: प्रथम द्वितीय, और तृतीय रहने वाले खिलाड़ी इस प्रकार हैं। बालक वर्ग में १०० मीटर में असीम विवियन, अनुज अग्रवाल, मोहन कुमार। बालिका वर्ग में राधा शर्मा, सोनाली खेमानी, रूचि बुंदेल। ४०० मीटर- रौशनी बंछोर शिखा नाज किर्ती गुप्ता। करण शुक्ला, विकास रंगारी, दिनेश मानकिपुरी। ८०० मीटर रामेश्वर प्रसाद दिव्यांस साहू, मो. हुमामुद्दीन, मयुदाय, ममता देवांगन, मरकिना भारद्वाज। १५०० मीटर पूनम दीप, कविता वर्मा, एकता कटारिया। उमेश वाकड़े, रोहित लकड़ा, अजय कुमार कोठारी। लंबी कूद असनत प्रेरणा ङ्क्षमंज, पूनम चौहान, उर्वशी ध्रुव। बी. श्रीनिवास, श्रीकांत श्रीवास्तव, पंकज चन्द्राकर। गोलाफेंक- शशांक, अमित शुक्ला, आबिद खान। मनीषा तिर्की, स्वाती सचदेव, सुष्मिता। ट्रिपल जंप- शरणजीत सुषमा जंघेल, पूनम। अनुराग सुरंग, आनंद तिर्की, तेजेश्वर धुर्वे।

सोमवार, 9 अगस्त 2010

राजदीप १३वें स्थान पर

विश्व जंप रोप में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा को विश्व में १३वां स्थान मिला। उनके अलावा स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की पूजा हरगोत्रा और श्वेता कुर्रे भी खेलने गई थीं। इन खिलाडिय़ों का शनिवार को राजधानी लौटने पर जोरदार स्वागत किया गया। यह जानकारी देते हुए प्रदेश जंप रोप संघ के अखिलेश दुबे ने बताया कि विश्व कप के लिए हमारे खिलाडिय़ों ने तैयारी तो जोरदार की थी, पर हमारे खिलाडिय़ों को अनुभव की कमी के कारण कोई पदक नहीं मिल सका। सबसे अच्छा प्रदर्शन राजदीप सिंह हरगोत्रा ने ट्रिपल अंडर में किया। इस स्पर्धा में वे विश्व में १३वें स्थान पर रहे। राजदीप ने बताया कि विदेशी खिलाडिय़ों को जितनी सुविधाएं हैं उनके मुकाबले हमारे पास कोई सुविधा नहीं है। इसी के साथ एक विश्व कप के समाप्त होने पर दूसरे विश्व कप की तैयारी विदेशों में प्रारंभ हो जाती है, लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं होता है। इन खिलाडिय़ों के आज राजधानी लौटने पर रेलवे स्टेशन में खिलाडिय़ों के परिजनों के साथ वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे, संजय शुक्ला, उमेश ठाकुर सहित कई खेल संघों के पदाधिकारियों से स्वागत किया।

श्रीरज नंबर वन

क्षेत्रीय स्कूली शतरंज में अंडर १४ साल वर्ग में रायपुर के श्रीरज त्रिवेदी ने पहला स्थान प्राप्त किया। सभी वर्गों में रायपुर का दबदबा रहा। अब चुने गए खिलाड़ी राज्य स्पर्धा में खेलने जाएंगे। आदर्श स्कूल में खेली गई स्पर्धा में अंडर १४ साल बालक वर्ग में श्रीरज त्रिवेदी और बालिका वर्ग में बलौदाबाजार की चांदनी पहले स्थान पर रहे। इस वर्ग में करण दोशी, अभिशेख, राजीव रंजन, स्मृति, रेखा, आकृति ने भी अपने अपने मैच जीते। अंडर १७ साल में रायपुर के सत्यजीत के साथ बालिका वर्ग में अन्वेशा गुप्ता पहले स्थान पर रहीं। इस वर्ग में मोनिका गर्ग, मैरलीना, उषा बैगा, मोनिका , निकिता पमरानी,अभिशेख, लोकेश्वर, नागेश्वर, योगेन्द्र ने भी अपने-अपने मुकाबलों में बाजी मारी। अंडर १९ साल में रायपुर की लक्ष्मी शर्मा विजेता बनी। बालक वर्ग में महासमुन्द के देवनारायण पहले स्थान पर रहे। प्रज्ञा अग्रवाल, दीपमाला, डोमेश्वरी, अनुश्री, सरस्वतीस नूतन बंजारे ने अपने -अपने मैच जीते। स्पर्धा में रोहित यादव संजय शुक्ला, सुधीर पिल्ले निर्णायक थे। यह जानकारी आदर्श स्कूल के खेल शिक्षक संजय भंसाली ने दी।

होलीक्रास ने जीते दो मैच

वीके चौबे अंतर शालेय राज्य फुटबॉल में शनिवार की दिन होलीक्रास कांपा स्कूल के नाम रहा। इस स्कूल की टीम ने अंडर १४ से साथ अंडर १७ में भी अपना मैच जीत लिया।
शेरा क्लब द्वारा सप्रे स्कूल में आयोजित स्पर्धा में अंडर १४ का पहला मैच डीपीएस ने सिद्धार्थ जैन के एक गोल की मदद से रेडियंट वे को मात देकर जीता। दूसरे मैच में होलीक्रास कांपा ने जेएन पांडे स्कूल को १-० से हराया। मैच का एकमात्र गोल प्रथोड राय ने खेल के तीसरे मिनट में किया। अंडर १७ के पहले मैच में होलीक्रास कांपा की टीम ने सेंटपाल को ३-१ से परास्त किया। मैच में देवाशीष तिग्गा ने दो और दिनेश ने एक गोल किया। पराजित टीम के लिए एक गोल विशाल ने खेल के २१वें मिनट में किया। चौथे मैच में छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल ने माता सुंदरी स्कूल को ४-० से हराया। मैच में जसविंदर ने दो, सेवा सिंह और समीर सोनी ने एक-एक गोल किया। एक अन्य मैच में डीपीएस ने द्रोणाचार्य को ५-० से हराया। इस मैच में सुबीत और तनवीर ने दो-दो और एक गोल अंबीर लाल ने किया। अंडर १९ साल के एक मैच में महर्षि ने शमशेर की गोल की मदद से देशबन्धु को हराया।

रविवार, 8 अगस्त 2010

क्वीज से पहुंची बैटन की महक गांवों में

बैटन रिले के बारे में गांव-गांव के विद्यार्थी क्वीज के माध्यम से जान गए हैं। यहां पर पूरे राज्य के सभी जिलों के विजेता आएं हैं। हमारा जो मसकद पूरे राज्य को बैटन रिले से जोडऩा था, उसमें हम सफल हो गए हैं।
ये बातें यहां पर राज्य क्वीज का उद्घाटन करते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहीं। उन्होंने कहा कि जब बैटन के छत्तीसगढ़ आने की बात हुई थी तो हमने उसी समय सोचा था कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे बैटन रिले और कामनवेल्थ के बारे में सबको जानकारी हो सके। ऐसे में एक एक सुझाव सामने आया कि क्वीज का आयोजन करके सभी जिलों को बैटन से जोड़ा जा सकता है। इसके बाद हमारे विभाग ने इसकी रूपरेखा बनाई और सभी जिलों में क्वीज का आयोजन स्कूली स्तर पर किया गया। आज सभी जिलों के पहले तीन स्थानों पर रहने वाले दल यहां आए हैं। खेलमंत्री ने कहा कि क्वीज में हमने खेलों के साथ कामनवेल्थ और बैटन रिले के बारे में विशेष सवाल रखे। इसी के साथ बैटन के बारे में जानकारी भी दी गई। राज्य स्पर्धा में हमने जश्न २०१० के तहत ऐ मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी की नारा देते हुए आयोजन किया है।
सुश्री उसेंडी ने कहा कि हमारी सरकार खेलों में जागरूकता लाने के सारे प्रयास कर रही है। हमने २०१३ के राष्ट्रीय खेलों की अभी से तैयारी प्रारंभ कर दी है। उन्होंने सभी जिलों से आए प्रतिभागियों से कहा कि वे बैटन रिले में जरूर शामिल हों।
इसके पहले खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि बैटन ने पूरे राज्य को जोडऩे के लिए खेलमंत्री की पहल पर ही क्वीज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जहां रश्मि सुब्बा की देखरेख में किया गया, वहीं कार्यक्रम का संचालन ओपी शर्मा ने किया।
बैटन दल में १२ सदस्य
छत्तीसगढ़ आने वाले बैटन दल में १२ सदस्य हैं। इन सदस्यों की संख्या बढ़ सकती है, लेकिन फिलहाल इतने सदस्यों के आने की जानकारी मिली है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि इस दल में रिले के निदेशक कोलकेएस बन्शतु, कमल चौधरी, अलका लाम्बा, शिवनाथ भट्टनागर, अखिलेन्द्र पीएस, अंकित रामपाल, नितिन सिंधव, नीरज सूद, शिव राज , निवेश कुमार और सिद्धार्थ बोस शामिल हैँ।

एमजीएम की दोहरी जीत

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में को दोहरी जीत मिली। पहले उसकी अंडर १४ साल की टीम टाईब्रेकर में जीती, फिर अंडर १७ साल की टीम ने भी अपना मैच जीत लिया।
सप्रे स्कूल के मैदान में खेली जा रही स्पर्धा में एमजीएम का मुकाबला सालेम स्कूल से हुआ। इस मैच में कड़े मुकाबले के बाद मैच का फैसला न होने पर टाईबे्रकर का सहारा लिया गया। यहां पर एमजीएम के लिए अभिषेक ने गोल किया। इस वर्ग के एक अन्य मैच में सेंट जोसेफ स्कूल ने शंकरनगर स्कूल को २-० से हराया। मैच में पहला गोल खेल के चौथे मिनट में अंकित केरकेटा ने किया। दूसरा गोल १७वें मिनट में नेल्सन कुजूर ने दागा।
अंडर १७ के पहले मैच में खालसा स्कूल ने शिशु निकेतन को २८वें मिनट में नीरज द्वारा किए गए गोल की मदद से मात दी। दूसरे मैच में एमजीएम ने कालीबाड़ी को हराया। मैच का एक मात्र गोल खेल के २३वें मिनट में प्रवीण ने किया।

शनिवार, 7 अगस्त 2010

दूरदर्शन से होगा सीधा प्रसारण

राजधानी में होने वाली बैटन रिले का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के डीडी स्पोट्र्स पर किया जाएगा। शुक्रवार को दूरदर्शन रायपुर के कुछ अधिकारियों ने खेल संचालक जीपी सिंह के साथ वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे से मुलाकात करके इस संबंध में चर्चा की। सीधा प्रसारण करने के लिए भोपाल से ओबी वेन आएगी।
रायपुर के बैटन रिले को ऐतिहासिक बनाने के लिए खेल विभाग का पूरा अमला जुटा हुआ है। खेलमंत्री लता उसेंडी ने बैटन रिले के लिए मंशा जताई थी कि इसका सीधा प्रसारण किया जाए ताकि बैटन रिले को राज्य के गांव-गांव के लोग देख सके। अब उनका सपना साकार होने जा रहा है। आज यहां पर रायपुर दूरदर्शन के कुछ अधिकारियों ने सबसे पहले राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे से चर्चा की और उनको बताया कि उनको सीधा प्रसारण करने के लिए क्या जरूरत है। सीधा प्रसारण करने के लिए उनको ५० किलो वाट का विद्युत कनेक्शन चाहिए जो विद्युत मंडल से बात करके दिलाया जाएगा। ओबी वेन गांधी उद्यान के पास रहेगी और दूरदर्शन के चार के ६ कैमरा मैन प्रसारण को कवर करेंगे। दूरदर्शन रायपुर के दल ने बाद में खेल संचालक जीपी सिंह से भी चर्चा करके उनको बताया कि भोपाल से सीधा प्रसारण करने के लिए दिल्ली दूरदर्शन के निर्देश पर आ रहा है।

होलीक्रास बैरनबाजार ने जीते दो मैच

वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में गुरुवार को होलीक्रास बैरनबाजार ने दो मैच जीते और एक में उसे हार का सामना करना पड़ा।
सप्रे स्कूल में चल रही स्पर्धा में अंडर १४ साल के पहले मैच में होलीक्रास ने छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल को २-० से मात दी। दोनों गोल संदेश लकड़ा ने किए। इस वर्ग के दूसरे मैच में होलीक्रास कांपा ने हिन्दु हाई स्कूल को टाईब्रेकर में २-१ से मात दी। विजेता टीम के लिए प्रेयदर और हितेश ने गोल किए। पराजित टीम के लिए जीवन ने गोल किया। अंडर १७ के पहले मैच में होलीक्रास बैरनबाजार को भारत माता स्कूल ने १-० से हराया। मैच का एक मात्र गोल देवेन्द्र सिंह ने किया। इस वर्ग के दूसरे मैच में राजकुमार कॉलेज ने लिटिल फ्लावर को ४-० से हराया। अमन ने दो और नेल्सन एवं सूर्यवीर ने एक-एक गोल किया।
अंडर १९ साल के पहले मैच में होलीक्रास बैरन बाजार ने गुजराती स्कूल को ६-० से मात दी। इस मैच में जॉन पान ने दो, आनंद, रोहित और राबर्ट ने एक-एक गोल किया। दूसरे मैच में सिंधी स्कूल ने सप्रे स्कूल को टाईब्रेकर में २-१ से हराया। विजेता टीम के लिए नजीर और सिंकदर ने गोर किए। पराजित टीम के लिए अविनाश ने एक गोल किया। आयोजक क्लब के मुश्ताल अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में कल सात मैच खेले जाएंगे।

टीम में स्थान पाने मशक्कत

राज्य बैडमिंटन में खेलने जाने वाली रायपुर की टीम में स्थान पाने के लिए खिलाडिय़ों के बीच मशक्कत शुरू हो गई।
सप्रे बैडमिंटन हॉल में शुक्रवार से प्रारंभ हुए मुकाबलों में अंडर १३ साल वर्ग में श्रीराज खुटे ने उदय घगट को २१-१८, जयदित्य सिंह ने जयदेव को २१-१५, वरूण गायकवाड़ ने रिषभ को २१-९, वैभव ने सारस को २१-१९, नमन अग्रवाल ने अशोक अनदानी को २१-१९, नील कुमार ने मनीष को २२-२०, मोहित राज शर्मा ने निखिलको २१-१०, अजहर खान ने वी. नत्थानी को २१-१४ और अमोल करकरे ने प्रियेश अग्रवाल को २१-९ से हराया।
अंडर १६ साल वर्ग में वरूण गायकवाड़ ने विवेक मिश्रा को २१-११, ए. गुप्ता ने यश नायडु को २१-१०, इशान माखीजा ने सारस को २१-१५, आदित्य अग्रवाल ने श्रीराज खुटे को २१-१, वैभव मुकीम ने आकाश को २१-१४, अभिषेक ने वैभव मुकीम को २१-८, रोहित ने शुभम को २१-८ और अशोक अनदानी ने टोनी को २१-१३ से मात दी। यमन नायक ने उज्जवल को २१-५, एस. दुबे ने वैभव मुकीम को २१-७, अभिषेक ने यश मुकीम को २१-१६ अमोल करकरे ने रोहित को २१-११ से हराया। स्पर्धा में फाइनल मुकाबले कल होंगे। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन इंदरचंद घाड़ीवाल ने किया।
जिला संघ के अनुराग दीक्षित ने बताया कि स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर चुने गए खिलाड़ी राज्य स्पर्धा में खेलने के लिए जाएंगे।

शुक्रवार, 6 अगस्त 2010

सीएम स्क्वैश संघ के अध्यक्ष

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अब छत्तीसगढ़ स्क्वैश संघ के भी अध्यक्ष बन गए हैं। प्रदेश संघ की बैठक में गुरुवार को नए अध्यक्ष का चुनाव किया गया। पुराने अध्यक्ष राकेश सिंह ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री को प्रदेश ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनने के कारण वैसे भी किसी एक संघ का अध्यक्ष बनाना ही था।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को स्क्वैश संघ का अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा यहां पर स्क्वैश संघ की बैठक के बाद प्रदेश ओलंपिक संघ के आब्जर्वर गुरूचरण सिंह होरा ने की। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि संघ के पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह ने पिछले माह १८ जुलाई को इस्तीफा देने के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संघ का अध्यक्ष बनने का आग्रह किया था। उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने २० जुलाई को ही अध्यक्ष बनने के लिए मंजूरी दे दी थी। इसके बाद संघ के नियमों के अनुसार १४ दिनों बाद संघ की सामान्य सभा की बैठक बुलाई गई जिसमें ओलंपिक संघ की तरफ से मुङो आब्जर्वर बनाया गया। इसी के साथ प्रदेश के खेल विभाग की तरफ से राज्य खेल अधिकारी विलियम्स लकड़ा को आब्जर्वर बनाया गया। दो आब्जर्वरों की उपस्थित में बैठक में सर्वसम्मनित से डॉ. रमन सिंह को अध्यक्ष चुना गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अध्यक्ष ने ही इस्तीफा दिया था इसलिए अध्यक्ष का ही चुनाव किया गया है बाकी कार्यकारिणी पुरानी ही रहेगी। संघ के महासचिव विष्णु श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय फेडरेशन को भी जानकारी दे दी गई है कि मुख्यमंत्री को संघ का अध्यक्ष बनाया गया है। वहां से भी इसके लिए मंजूरी मिल गई है।

सेंट जेनियर दो वर्गों में जीता, एक में हारा

सेंट जेवियर स्कूल की तीन टीमों को आज अपने मैचों में दो में सफलता मिली और तीसरे मैच में उसे देशबन्धु ने जीत की हैट्रिक बनाने से रोक दिया।
सप्रे स्कूल में शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में सेंट जेवियर की टीम ने अंडर १४ साल के पहले मैच में आदर्श स्कूल को गुरूसिमरन सिंग के गोल की मदद से १-० से मात दी। अंडर १७ साल के मैच में सेंट जेवियर ने गुजराती स्कूल को ३-१ से हराया। इस मैच में विजेता टीम के लिए सार्थक, प्रतीक हंसा और हरिन्दर सिंह ने गोल किए। पराजित टीम के ळिए एक मात्र गोल अविनाश ने किया। अंडर १९ साल के मैच में सेंट जेवियर की टीम को देशबन्धु की टीम ने जीत की हैट्रिक बनाने से रोकते हुए यह मैच कड़े मुकाबले में २-१ से जीत लिया। देशबन्धु के लिए अशरफ और योगेश ने गोल किए। सेंट जेवियर के लिए एक गोल श्याम ने किया। अंडर १९ साल के दूसरे मैच में आदर्श स्कूल टाटीबंध ने ज्ञानोदय को ३-२ से हराया। इस मैच में आदर्श ने लिए श्रीकांत, गगन दीप और करणवीर ने गोल किए। ज्ञानोदय के लिए केतन और मोहसीन ने गाले मारे। अअंडर १४ साल के एक मैच में रेयान ने स्वामी विवेकानंद स्कूल को २-१ से हराया। रेयान के लिए अदीम लेपच और उदित ने गोल किए। विवेकानंद के लिए मोहित ने एक गोल किया। अंडर १७ साल के मैच में आदर्श ने संत ज्ञानेश्वर को टाईब्रेकर में ३-२ से हराया। मैच में पहला गोल मनीष ठाकुर ने किया। आदर्श को शेरा के गोल से बराबरी मिली। इसके बाद आदर्श ने लिए भूपेन्द्र और आशीष ने गोल किए, जबकि संत ज्ञानेश्वर के लिए रजत ही गोल कर सके। आयोजक क्लब के मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि स्पर्धा में कल भी छह मैच खेल जाएंगे।

गुरुवार, 5 अगस्त 2010

प्रशिक्षकों का टोटा होगा छोटा

प्रशिक्षकों की कमी से जूङा रहे प्रदेश के खिलाडिय़ों को भी जल्द हर खेल के प्रशिक्षक मिल सकेंगे। खेल विभाग ने बड़े पैमाने पर मप्र की तर्ज पर ही सरकार को प्रशिक्षकों की भर्ती करने का एक प्रस्ताव बनाकर काफी पहले भेजा है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही राज्य में प्रशिक्षकों का टोटा जरूर छोटा हो जाएगा।
राज्य में इस समय खेल विभाग के पास महज तीन प्रशिक्षक ही हैं। खेल विभाग में ही पिछले दो साल से १५ प्रशिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए खेल विभाग प्रयासरत तो है, पर उसको सरकार से मंजूरी नहीं मिल पा रही है। खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि विभाग ने न केबल विभाग में खाली पदों के लिए बल्कि एक बड़ी योजना बनाकर सरकार के पास भेजी है। इस योजना को मंजूरी मिल गई तो राज्य में किसी भी खेल के प्रशिक्षक की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि मप्र में जिस तरह से १२०० प्रशिक्षकों की भर्ती की गई है, ठीक उस तरह से हमारा विभाग भी चाहता है कि राज्य के हर जिले के साथ गांवों में भी प्रशिक्षक हों। हमारी योजना में भी एनआईएस के साथ बीपीएड और एमपीएड करने वालों को प्राथमिकता दी गई हैं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि मप्र में एक साथ थोक में १२०० प्रशिक्षकों को रखा गया है। मप्र में एनआईएस करने वाले प्रशिक्षकों को नौ हजार रुपए, बीपीएड और एमपीएड करने वालों को प्रशिक्षक के रूप में सात हजार, अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को कोच की सेवाएं देने पर सात हजार, राष्ट्रीय खिलाडिय़ों को कोच नियुक्त करने पर पांच हजार और ग्रामीण क्षेत्र में प्रशिक्षण देने वालों को दो हजार की राशि वेतन के रूप में खेल विभाग दे रहा है। मप्र में इतने ज्यादा प्रशिक्षक होने के कारण वहां खेलों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षकों के टोटे के कारण यहां के खिलाडिय़ों को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन अब खेल विभाग इस दिशा में गंभीरता दिखाने का काम करने वाला है। ऐसे में खिलाडिय़ों की परेशानी कम हो जाएगी।

राज्य पुरस्कारों के ७१ दावेदार

प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य के जूनियर, सीनियर खिलाडिय़ों के साथ प्रशिक्षकों को दिए जाने वाले राज्य के खेल पुरस्कारों के लिए इस साल ७१ दावेदार मैदान में हैं। खेल पांच वर्गों में पुरस्कार देता है और इनमेें से एक प्रशिक्षक के वर्ग को छोड़कर बाकी चार वर्गा में पांच-पांच पात्र खिलाडिय़ों को पुरस्कार दिए जाते हैं। जिन खिलाडिय़ों ने पुरस्कारों के लिए आवेदन किए हैं उनके आवेदनों की जांच करने में खेल विभाग का अमला जुटा हुआ है। पात्र खिलाडिय़ों को खेल दिवस के दिन २९ अगस्त को खेल अलंकरण समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
राज्य का खेल विभाग सीनियर वर्ग के खिलाडिय़ों को दो लाख पच्चीस हजार की राशि का शहीद राजीव पांडे पुरस्कार देता है। जूनियर खिलाडिय़ों को शहीद कौशल यादव पुरस्कार में एक लाख की नकद राशि दी जाती है। इसके अलावा ऐसे खेलों के प्रतिभावान खिलाड़ी जिनकों राष्ट्रीय स्तर पर पदक नहीं मिल पाते हैं, लेकिन जिनकी उपलब्धि सराहनीय रहती हैं ऐसे खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए २५ हजार की राशि का शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार देते हैं। ६० साल से ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों की उपलब्लियों को देखते हुए उनको २५ हजार की राशि वाला खेल विभूति सम्मान दिया जाता है। प्रशिक्षकों और निर्णायकों के लिए वीर हनुमान सिंह पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार में एक-एक लाख की राशि दी जाती है। इस बार इन सभी पुरस्कार के लिए कुल ७१ आवेदन आए हैं। शहीद राजीव पांडे के लिए १५, शहीद कौशल यादव के लिए २२, वीर हनुमान सिंह के लिए १०, शहीद पंकज विक्रम के लिए १५ और वीके चौबे खेल विभूति सम्मान के लिए ९ खिलाडिय़ों ने आवेदन दिए हैं।

बुधवार, 4 अगस्त 2010

सूची नहीं हुई जारी, संभावितों से काम चलाने की लाचारी

राजधानी रायपुर में होने वाली बैटन रिले के लिए धावकों की सूची जारी न हो पाने के कारण अब बुधवार को होने वाली रिहर्सल में संभावितों से ही काम चलना पड़ेगा। इसी के साथ संभावित खिलाडिय़ों में से अगर कोई नहीं आता है तो उनके स्थान पर एनसीसी कैडट को दौड़ाने की तैयारी की गई है। रिहर्सल का प्रारंभ शहीद भगत सिंह चौक से दोपहर दो बजे होगा। इसके पहले सभी तय किए पाइंट में संभावित खिलाड़ी, खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ स्कूलों के विद्यार्थियों को आघे घंटे पहले पहुंचने कहा गया है।
दो बार टलने के बाद अब अंतत: बैटन रिले का रिहर्सल बुधवार को होने जा रहा है। रिले के लिए धावकों की सूची का इंतजार था, पर रिहर्सल से पहले भी शासन ने सूची को अंतिम रूप नहीं दिया है। ऐसे में संभावित धावकों की सूची के खिलाडिय़ों को ही सूचना देकर उनको बैटन लेकर दौड़ाने का इंजताम किया गया है। ब् रिले के लिए ८० पाइंट बनाए गए हैं और इन पाइंट में से किस पाइंट में कौन सा धावक रहेगा यह तय कर दिया गया है। इस तय सूची को ही एक तरह से अंतिम माना जा रहा है।
रिले का प्रारंभ जिस शहीद भगत सिंह चौक से होगा वहां पर सभी खेल संघों के पदाधिकारी और वीआईपी रहेंगे। रिहर्सल में पहले पाइंट पर रिले की शुरुआत विश्व कप हॉकी में खेल चुके प्रदेश के विसेंट लकड़ा करेंगे। उन्होंने रिहर्सल में भी आने की सूचना दे दी है। इसके अलगे दो पाइंट पर तय किए गए खिलाडिय़ों के उपलब्ध न होने से उनके स्थान पर किसी भी खेल के खिलाडिय़ों या फिर एनसीसी कैडट को दौड़ाया जाएगा। चौथे नंबर पर म्यूथाई के खिलाड़ी संदीप शुक्ला का नाम है। इस नाम को लेकर अभी से विरोध के स्वर उठने लगे हैं कि म्यूथाई का ख्रेल मान्यता प्राप्त न होने के बाद भी इस खेल के खिलाड़ी को ऊपर क्यों रखा गया है। इस बारे में जानने जब वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि अभी यह संभावित सूची है और जिनका नाम जिस पाइंट में अभी रखा गया है जरूरी नहीं है उनका नाम वहां पर स्थाई रहे। अंतिम सूची तय होने के बाद क्रम खिलाडिय़ों की उपलब्धियों को देखते हुए तय किया जाएगा।
जिस पाइंट में खिलाडिय़ों को रहने के लिए कहा गया है उन पाइंट और खिलाडिय़ों के नाम इस प्रकार है- ऐसेन्ट विकेसन के सामने भावना खंडारे, नर्सरी के सामने अंकित पाठक, पीएचक्यू के सामने रूस्तम सारंग, संजीवनी के सामने सूर्यभान यादव, तेगबहादुर उद्यान के सामने संजय बरेठ , तेगबादुर उद्यान और संस्कृति विभाग के बीच में गजेन्द्र पांडे, होमगार्ड परिसर के सामने कविता पटले, अम्बेडकर चौक बुधराम सारंग, वीर नारायण सिंह परिसर के सामने आकाश चौबे, घड़ी चौक मोहम्मद रफीक, रेणुका द्वार के सामने सचिन गुमास्ता, शास्त्री चौक मंदिर के सामने हर्षा साहू, कालीमाता मंदिर के पास सुधीर वर्मा, तहसीलदार कार्यालय के सामने सरिता यादव.लालगंगा शापिंग माल के पास सोनिया क्षत्री, लालगंगा बिल्डिंग के आगे मुकेश पुरी गोस्वामी, शहीद स्मारक भवन के सामने प्रवेश जोशी, राज टाकीज गेट सामने सचिन मिश्रा, शादिम शॉप में एनसीसी कैडेट, पैराडाइडज के सामने संजय शर्मा, जयस्तंभ चौक एनसीसी कैडेट, रविभवन के सामने तेजा सिंह साहू, शारदा चौक लाखन सोनी, फूल चौक एनसीसी कैडेट, सुखसागर के पास दुर्गा जंघेल, श्रीलेदर शॉप के सामने एसपी डोनगांवकर, नवीन मार्केट प्रदीप साहू, भारत कृषि केन्द्र के आगे देवेन्द्र कुमार साहू, कुसुम ताई दाबके स्कूल के पास एनसीसी कैडेट, सलूजा किराया भंडार धमेन्द्र कुमार मान्वे, शिवाजी मूर्ति के सामने निधी दुबे, यशंवत हास्पीटल के सामने निमिश जैन, तात्यापारा चौक के आगे एनसीसी कैडेट, पंजाब सायकल के सामने संगीता दत्ता, आजाद चौक भरत सिंह अग्रवाल, सलूजा फर्नीचर के सामने आलोक द्विवेदी, हनुमान मंदिर के सामने, पूर्ति तिवारी, शीतला मंदिर के सामने पिताम्बर चौधरी, मंजू फैंसी स्टोर के सामने सुमीत मजूमदार, आरडीतिवारी स्कूल के सामने अदपा शंभशिव राव, शिव मंदिर के सामने एनसीसी कैडेट, गणराज सत्संग कल्लूदास सेवा समिति मंदिर के सामने अनिता क्षत्री, मंगल बाजार गेट के सामने गिरीश कांत हुनमान मंदिर के सामने अनामिका कर्मकार हिन्द स्पोर्टिंग मैदान के सामने बीजान सोलोमन, नेहा डेली नीड्स के सामने अंशुल शर्मा, लाखेनगर चौक प्रमोद वर्टी, झूलेलाल मंदिर के. कल्याणी . यश मोबाइल के सामने योगेश श्रीवास्तव, नेशनल टाइल्स के सामने अमित कुमार अंदानी, किलकारी अस्पताल के सामने टीकम दास अंदानी, ग्रामीण बैंक के बाद बाबूलाल राय, शांति चौक से पास रशीद खान, नोकिया-टाटाडोकोमो के सामने रविन्द्र सिंह बिन्नी बाई मंदिर के आगे जवाहरलाल सोनी, श्रीराम किंकर हास्पीटल के सामने अंतिमा परिहार, सत्यदीप पेपर मार्ट के सामने अजरा बेगम, यूनियन बैंक के सामने अमर पिल्ले, नवदीप मेडिकल के सामने कैलाश रेड्डी, पुरानी बस्ती थाने के सामने श्वेता चंद, कांहा प्रोवीजन स्टोर के सामने, एश्वर्य पाठक, शीतला मंदिर के सामने सुनील सिंह ठाकुर, बूढेश्वर मंदिर के सामने संतराम, धरना स्थल के बाद इंडो स्टेडियम के सामने सुखलाल जंघेल, आउटडोर स्टेडियम गेट के सामने रामअवतार जैन, आउटडोर स्टेडियम के आगे गोपी संतोष, श्यमा टॉकीज के पहले काजल शंकर, श्याम टॉकीज गेट के सामने मुरली, शिवजी गणेश उत्सव समिति के सामने शिखा रजक, दुर्गा मंदिर के सामने तरन्नुम खान, सप्रे स्कूल गेट निकिता पन्ना, गेट के मादान तक एनसीसी कैडेट मैदान के अंदर २, एनसीसी कैडेट, मैदान के अंदर तीन नीता डुमरे, मैदान के अंदर मंच के सामने एनसीसी कैडेट। वैसे यहां पर मुख्य सूची में अंतरराष्ट्रीय विकलांग तैराक अंजली पटेल के रहने की संभावना है।

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