क्लब पंडरी के कबड्डी मैदान में चारों तरफ दर्शकों की भीड़ है और मेजबान छत्तीसगढ़ की महिला टीम का सेमीफाइनल में मप्र से मुकाबला हो रहा है। इस मैच में कांटे का संघर्ष हो रहा है और दोनों टीमें एक-एक अंक के लिए जोर लगा रही है। छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों को दर्शकों का पूरा साथ मिल रहा है। जहां छत्तीसगढ़ के हर अंक के साथ तालियां बज रही हैं, वहीं मैदान के बाहर बैठे छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों के साथ दर्शक भी लगातार नारे लग रहे हैं कि जीतेगा भई जीतेगा छत्तीसगढ़ जीतेगा। और छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ को जीत दिलाने का सपना पूरा भी कर दिया। छत्तीसगढ़ की टीम ने ३०-२५ से मैच जीतकर फाइनल में स्थान बना लिया। पहले हॉफ में विजेता टीम १७-१० से आगे थी। महिला वर्ग के दूसरे सेमीफाइनल मैच में महाराष्ट्र ने गोवा को एकतरफा मुकाबले में ६२-१० से मात दी। पहले हॉफ में महाराष्ट्र की टीम २९-६ से आगे थी। इस मैच में महाराष्ट्र के सामने गोवा की खिलाडिय़ों की दाल ही नहीं गली और उसे हार का सामना करना पड़ा।
इधर पुरुष वर्ग में भी महाराष्ट्र की टीम ने कमाल दिखाते हुए मप्र को आसानी से २०-९ से मात देकर फाइनल में स्थान बनाया। दूसरे सेमीफाइनल में राजस्थान और बीएसएनएल के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ। पहले हॉफ में बीएसएनएल के खिलाड़ी छाए रहे और जोरदार खेल दिखाकर जीतने की तरफ कदम बढ़ाया। दूसरे हॉफ में राजस्थान के खिलाडिय़ों ने कमाल का खेल दिखाया और बीएसएनएल के अनुभवी खिलाडिय़ों को मात देने में सफलता प्राप्त की। यह मैच राजस्थान ने ३५-२० से जीता।
महिला वर्ग के फाइनल में छत्तीसगढ़ का मुकाबला महाराष्ट्र से हुआ। यहां पर छत्तीसगढ़ की खिलाड़ी महाराष्ट्र की अनुभवी खिलाडिय़ों के सामने ठहर नहीं सकीं और १३-३२ से हार गई। छत्तीसगढ़ के लिए यह संतोषजनक बात रही कि उसे पहली बार जहां रजत पदक मिला, वहीं पहली बार सुपर राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने की पात्रता मिल गई।
फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह थे। इसी के साथ शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल मंत्री लता उसेंडी भी कार्यक्रम भी उपस्थित थी। अतिथियों ने महिला टीम की विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
पिछले साल सेमीफाइनल में हारे थे
प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाल साहू ने छत्तीसगढ़ की महिला टीम की सफलता प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ़ की टीम भी पदक जीतने लगी है। उन्होंने बताया कि पिछले साल अजमेर में खेली गई सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ की टीम सेमीफाइनल में विदर्श में हार गई थी। उसे तब तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस बार अपनी मेजबानी में खिलाडिय़ों ने कमाल दिखाया और टीम पहली बार फाइनल में पहुंची। फाइनल में न जीतने का अफसोस तो है, पर हमारी टीम महाराष्ट्र जैसी तगड़ी टीम से हारी है।
1 टिप्पणी:
बधाई छत्तीसगढ़ को!!
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